Charminar history in hindi

  1. चारमीनार का इतिहास और रोचक बातें
  2. चारमीनार कहाँ स्थित है? चार मीनार का इतिहास
  3. चारमीनार का इतिहास
  4. हैदराबाद की चार मीनार का इतिहास एवं वास्तुकला
  5. चारमीनार की पूरी जानकारी Charminar Information In Hindi Good Wishes
  6. 444 years of Charminar
  7. क्या आप जानते हैं भारत का ऐतिहासिक स्मारक चारमीनार कहां स्थित है?


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चारमीनार का इतिहास और रोचक बातें

चार मीनार की जानकारी – Charminar Information in Hindi Contents • 1 चार मीनार की जानकारी – Charminar Information in Hindi • 2 चार मीनार निर्माण के बारे में प्रसिद्द कथाए और इतिहास – Charminar History in Hindi • 3 चार मीनार की बनावट –Architectural of the four towers • 4 चार मीनार का इस्तेमाल और खासियत – Charminar in Hindi • 5 चार मीनार के बारे में रोचक तथ्य – Interesting Facts About Charminar in Hindi चार मीनार मुसि नदी के किनारे स्थित हैं। चारमीनार के बायीं तरफ लाड बाज़ार और दक्षिण तरफ मक्का मस्जिद है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि चार मीनार का शाब्दिक अर्थ होता है— चार टॉवर (Eng – Four Tower)। यह भव्य इमारत प्रचीन काल की उत्कृष्ट वास्तुशिल्प का बेहतरीन नमूना है। इस टॉवर में चार चमक-दमक वाली मीनारें हैं, जो कि चार मेहराब से जुड़ी हुई हैं। मेहराब मीनार को सहारा भी देता है। जब कुली कुतुब शाही ने गोलकुंडा के स्थान पर हैदराबाद को नई राजधानी बनाया, तब चारमीनार का निर्माण करवाया गया था। चार मीनार निर्माण के बारे में प्रसिद्द कथाए और इतिहास – Charminar History in Hindi 1). चारमीनार 1591 में शहर के अंदर प्‍लेग बीमारी की समाप्ति की खुशी में मोहम्‍मद कुली क़ुतुब शाह द्वारा बनवाई गई थी। माना जाता हैं की इस बीमारी की वजह से बहुत से लोग मर जातें थे इसलिए क़ुतुब शाह ने दुआ किये थी की ये बीमारी ठीक होने पर मस्जिद का निर्माण किया जाए। हैजा खत्म होने के बाद इसे शहर के बीचोंबीच बनाया गया था। 2). जाने-माने इतिहासकार मसूद हुसैन खान का कहना है की चारमीनार का निर्माणकार्य 1592 में पूरा हुआ था और हैदराबाद शहर की खोज 1591 में की गयी थी। किताब “डेज ऑफ़ द बीलव्ड” के अनुसार कुतुब शाह ने 1589 में चार...

चारमीनार कहाँ स्थित है? चार मीनार का इतिहास

प्राचीन और आधुनिकता के मिश्रण के साथ, हैदराबाद शहर आधुनिक इमारतों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर 400 साल पुरानी कुतुब शाही वास्तुकला की कुछ बेहतरीन इमारतो का मिश्रण है – जैसे जामी मस्जिद, मक्का मस्जिद, टोली मस्जिद, और निश्चित रूप से हैदराबाद की निशानी यानी चारमीनार। चारमीनार हैदराबाद की मुख्य इमारतो में से एक है। यह कहा जाता है कि चारमीनार की चार मीनारें इस्लाम के पहले चार खलीफाओं की प्रतीक हैं। कहा जाता है कि चारमीनार और गोलकोंडा किले के बिच एक गुप्त मार्ग भी बना हुआ है, जो पहले कुली कुतब शाह की राजधानी थी और आपातकालीन समय में इस गुप्त मार्ग से राजघराने के लोगो को सुरक्षित रूप से एक जगह से दूसरी जगह भेजा जाता था। लेकिन आज भी उस गुप्त द्वार की वास्तविक जगह किसी को नही पता है। चारमीनार का निर्माण 1591 ई में कुतब शाही साम्राज्य के पाँचवे शासक सुल्तान मुहम्मद कुली कुतब शाह ने किया। भारत के तेलंगाना राज्य के हैदराबाद शहर में बनी यह ईमारत एक स्मारक और मस्जिद है। वर्तमान में यह स्मारक हैदराबाद की वैश्विक धरोहर बनी हुई है और साथ ही चारमीनार भारत के मुख्य स्मारकों में भी शामिल है। चारमीनार का निर्माण मुसी नदी के पूर्वी तट पर किया गया है। चारमीनार के बायीं तरफ लाड बाज़ार और दक्षिण तरफ मक्का मस्जिद है। आर्कियोलॉजिकल एंड आर्किटेक्चरल ट्रेज़र में इसे “स्मारकों की सूची” में भी शामिल किया गया है। चारमीनार का इंग्लिश नाम उर्दू शब्द चार और मीनार के रूपांतर से बना हुआ है, इसका इंग्लिश नाम “फोर टावर” है। चार मीनार का इतिहास (Charminar History in Hindi) स्मारक को लेकर इतिहास में कई पौराणिक कथाये हैं आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया (ASI) के अनुसार, चारमीनार के बारे फ़िलहाल यह रिकॉर्ड दर्ज किया गया है ...

चारमीनार का इतिहास

हैदराबाद में स्थित यह ऐतिहासिक स्मारक चारमीनार दो शब्दों से मिलकर बना है, जो कि ”चार” और ” मीनार” दो शब्दों से मिलकर बनी हुई है, जिसका शाब्दिक अर्थ है – ”चार खंभे”। वहीं उर्दू में चार का अर्थ – संख्या से है जबकि मीनार का अर्थ टॉवर से है। वहीं जनरल तौर पर चारमीनार का अर्थ चार मीनारों या फिर टॉवर से लिया गया है। इस प्राचीन टॉवर में चार चमक-दमक वाली मीनारें भी हैं, जो कि चार मेहराबों से जुड़ी हुई हैं, और यह मेहराब मीनार को सहारा भी देता है। इस भव्य इमारत का ऐतिहासिक महत्व होने के साथ-साथ धार्मिक महत्व भी है। इसके साथ ही भारतीय-इस्लामी वास्तुकला की सर्वश्रेष्ठ नमूना माने जानी वाली यह चारमीनार कुतुबशाह और भागमती के अटूट प्रेम का भी प्रतीत मानी जाती है। चारमीनार हैदराबाद, तेलंगाना, भारत में स्थित एक प्रतिष्ठित स्मारक है। इसे शहर का प्रतीक माना जाता है और यह भारत में सबसे अधिक मान्यता प्राप्त संरचनाओं में से एक है। यहां चारमीनार का संक्षिप्त इतिहास दिया गया है: निर्माण: चारमीनार का निर्माण 1591 में कुतुब शाही वंश के पांचवें शासक सुल्तान मुहम्मद कुली कुतुब शाह ने करवाया था। इसका निर्माण एक घातक प्लेग के अंत की याद में किया गया था जिसने शहर को पीड़ित किया था। उद्देश्य: स्मारक का उद्देश्य हैदराबाद के नव स्थापित शहर के लिए एक भव्य केंद्रस्थल के रूप में सेवा करना था। इसे एक प्रतीकात्मक प्रवेश द्वार के रूप में डिजाइन किया गया था, जो शहर के केंद्र और मुख्य दिशाओं की ओर जाने वाली इसकी चार मुख्य सड़कों को चिह्नित करता है। वास्तुकला: चारमीनार फ़ारसी, इस्लामी और हिंदू स्थापत्य शैली का एक अनूठा मिश्रण प्रदर्शित करता है। यह एक चौकोर आकार की संरचना है जिसमें चार अलंकृत मीनारें लगभग 56 मीटर (18...

हैदराबाद की चार मीनार का इतिहास एवं वास्तुकला

Charminar History in Hindi: चारमीनार हैदराबाद में स्थित भारत का ऐतिहासिक इस्लामिक मीनार है, जो चार खंबो के आधार पर स्थित है। कहते हैं हैदराबाद निजामो का शहर है और यह शहर अक्सर दो कारणों के लिए काफी ज्यादा प्रसिद्ध है पहला चारमीनार और दूसरा हैदराबादी बिरयानी। माना जाता है जो भी लोग हैदराबाद घूमने आते हैं यदि वे चारमीनार नहीं देखते तो उनकी यात्रा अधूरी मानी जाती हैं। इस तरह चारमीनार हैदराबाद में पर्यटन की दृष्टि से एक प्रमुख स्थान है, जो हैदराबाद को अपनी एक अलग पहचान देता है। यह मीनार आगरा के विषय सूची • • • • • • • • • • • चारमीनार के बारे में संक्षिप्त विवरण (Charminar History in Hindi) चारमीनार कहां है हैदराबाद, तैलंगगान किसने निर्माण किया मोहम्मद कुली कुतुब शाह कब निर्माण किया 1591 इसवी में ऊंचाई कितनी है 48.7 मीटर प्रयोग किया गया वास्तुकला इंडो इस्लामिक वास्तुकला चारमीनार का अर्थ चारमीनार दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है “चार” और “मीनार”। हिंदी में चार एक संख्या है एवं मीनार का अर्थ खंभा या टावर होता है। इस प्रकार इसका शाब्दिक अर्थ 4 चार खंबे होता है। इस ऐतिहासिक चार खंभे वाले टावर में भी चार चमक-दमक वाली मीनारें हैं, जो 4 मेहराबों से जुड़ी हुई है और इन्हीं मेहराब के सहारे यह मीनार खड़ा है। यह मीनार ऐतिहासिक महत्व के साथ-साथ धार्मिक महत्व भी रखता है। यह इमारत ना केवल भारत में इस्लामिक वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना है बल्कि इसे कुतुब शाह और भागमती के अटूट प्रेम का प्रतीक भी माना जाता है। चारमीनार का निर्माण कब और किसने करवाया? हैदराबाद में स्थित ऐतिहासिक चार मीनार का निर्माण इब्राहिम कुली कुतुब शाह के तीसरे पुत्र मोहम्मद कुली कुतुब शाह ने 1591 इसवी में करवाया था। मोहम्मद कुली...

चारमीनार की पूरी जानकारी Charminar Information In Hindi Good Wishes

Charminar Information In Hindi – About Charminar In Hindi दोस्तों आज मैं आपको इस ब्लॉग में चारमीनार के बारे में जानकारी देने वाला हूं क्योंकि यह एक ऐसा ऐतिहासिक स्थल है जहां पर प्रति लाखों की मात्रा में भीड़ इकट्ठी होती है और यहां पर लोग इसकी सुंदर बनावट देखने के लिए आते हैं अगर आप भी इस स्थान के बारे में जानने को इच्छुक हैं तो कृपया इस ब्लॉग को अंत तक जरूर देखें। Charminar Information In Hindi चारमीनार की पूरी जानकारी – Charminar Information In Hindi नाम चारमीनार कहा स्थित है हैदराबाद में किसने बनवाया कुली कुतुब शाह कौन से वर्ष में बना 1591 ईसवी चारमीनार में कौन सा मन्दिर है भाग्यलक्ष्मी मंदिर चारमीनार यह हमारे हैदराबाद शहर में मौजूद है जो भारत में प्राचीन इमारतों में शामिल है और यहां पर पर्यटक की भीड़ बहुत इकट्ठा होती है क्योंकि यह हमारे भारत का एक ऐसा आकर्षण है जो हर एक व्यक्ति को पसंद आता है। यह स्थल मुसी नदी के समीप बना हुआ है इस वजह से इसका दर्जा ऐतिहासिक स्थलों में किया गया है। चारमीनार का अर्थ चारमीनार के अर्थ के बारे में जानने को हर एक व्यक्ति उत्सुक है क्योंकि इसका नाम रखा ही इस तरह गया है कि लोग इसके बारे में जानने को इच्छुक हो जाते हैं यह एक बहुत ही पुरानी इमारत है जिसके नाम में दो शब्द जुड़े हुए हैं पहला है चार दूसरा है मीनार और इन दोनों शब्दों को ही मिला कर यह चारमीनार बना है। इन दो शब्दों का अर्थ निकल कर आता है चार खंभे। यह ऐतिहासिक स्थल की दीवारें 4 मेहराबों से जुड़ी हुई हैं और यह मेहराब इनको सहारा देते हैं जिस वजह से यह इतने पुराने समय से अभी तक खड़ा हुआ है और इसकी दीवारों तथा स्तंभों पर वास्तु कला बहुत ही बारीकी के साथ बनाई गई है जो इस्लामी वास्तुकला को द...

444 years of Charminar

A rare picture of Charminar taken by Swiss national Martin Hurlimann | (Photo courtesy: Asif Ali Khan) Known as the founder of modern Hyderabad, Qutb Shah, during the inauguration, had prayed that the new city remains prosperous and thrives as a fish does in the ocean. While empires have risen and fallen, governments have changed and so has people’s view of the world, Charminar has remained synonymous with Hyderabad and its culture. To celebrate 444 years of the monument, Deccan Archives in collaboration with the Indian National Trust for Art and Cultural Heritage (INTACH) organised a heritage walk through the Old City on Sunday. Discussions on the history, art, architecture and traditions of the land were held. A week-long photo exhibition named Charminar444, depicting the evolution of the monument was also thrown open to the public by Anuradha Reddy, Convenor, INTACH, Hyderabad chapter. Mohammed Sibghatullah Khan, the founder of Deccan Archives, said, “Historical images, paintings, sketches and maps illustrating different phases of construction and transformation of Charminar are on display for the viewers. Some of these photographs were captured by the renowned Jack Birns of Life Magazine. Descriptions have also been provided in three languages — Telugu, Hindi and Urdu — to help people gain a better understanding of the monument’s history.” Asif Ali Khan, an architect and heritage enthusiast, who documents the lesser-known architectural heritage of Hyderabad, told Expre...

क्या आप जानते हैं भारत का ऐतिहासिक स्मारक चारमीनार कहां स्थित है?

'बापू सेहत के लिए तू तो हानिकारक है' दंगल फिल्म का आपने यह गाना तो ज़रूर सुना होगा। साथ ही आपने कई बार 'पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा' गाना भी गाया होगा। आपके पापा कहे न कहे पर फिल्म देखना सबको बहुत पसंद होता है। फिल्म हमारे जीवन और दुनिया की सच्चाई को दर्शाती है।आप अपने पिता के साथ ये फादर स्पेशल फिल्म देख सकते हैं। These fruits remove dirt of body : शरीर में जमी गंदगी यदि बाहर निकल जाती है तो व्यक्ति हर तरह से निरोगी हो जाता है। इससे आयु भी बढ़ती है। योग और आयुर्वेद में शरीर में जमा गंदगी को बाहर निकालने के कई तरीके बताए गए हैं, लेकिन इसके लिए आपको पहले चाय, कॉफी, दूध, कोल्ड्रिंक, मैदा, बेसन, बैंगन, समोसे, कचोरी, पोहे, पिज्जा, बर्गर आदि का त्याग करना पड़ता है। पुरषों में डायबिटीज, हार्ट अटैक और ब्लड प्रेशर का खतरा ज्यादा रहता है। अगर आपने अभी तक फादर्स डे का गिफ्ट नहीं खरीदा है तो आप फिटनेस गैजेट गिफ्ट कर सकते हैं। इन गैजेट की मदद से आप अपने पिता के स्वास्थ को मॉनिटर कर सकते हैं। ये गैजेट आपके पिता के स्वास्थ को बेहतर रखने में मदद भी करेंगे। चलिए जानते हैं इन गैजेट के बारे में.. कई लोगों को बारिश के मौसम में श्रद्धा कपूर बनना बहुत पसंद है। इस मौसम में छम-छम नचाने के लिए आपके पास सही फुटवियर होना बहुत ज़रूरी है। कई बार हम बारिश के लिए फुटवियर खरीद तो लेते हैं पर कुछ ही दिनों में वो पानी के कारण खराब हो जाती हैं। इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ज़रूरी टिप्स बताएंगे जो आपको परफेक्ट मानसून फुटवियर खरीदने में हेल्प करेंगी.. international yoga day 2023 : यदि सुबह उठते वक्त या रात सोने के दौरान आपके पैरों में ऐंठन आती है, नसें खिंचाती है तो सबसे पहले तो डॉक्टर से इसका कारण पूछें और यदि क...