Chechak ke lakshan in hindi

  1. मधुमेह (डायबिटीज, शुगर) के कारण, लक्षण, इलाज और घरेलू उपचार
  2. चेचक ठीक करने के 9 चमत्कारिक घरेलु इलाज
  3. गठिया (आर्थराइटिस) के लक्षण, इलाज और घरेलू उपचार
  4. चिकन पॉक्स (चेचक) के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज
  5. चेचक के कारण लक्षण और इसके घरेलू उपाय
  6. चेचक के दाग धब्बों को कैसे दूर करे?


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मधुमेह (डायबिटीज, शुगर) के कारण, लक्षण, इलाज और घरेलू उपचार

भागदौड़ भरी जिंदगी और खराब जीवनशैली ने कई गंभीर बीमारियों को आम बनाकर रख दिया है, जिसमें एक नाम डायबिटीज का भी है। माना जाता है कि मधुमेह या शुगर की बीमारी अगर किसी को हो जाए, तो जिंदगी भर उसके साथ रह सकती है। इसके अलावा, अगर वक्त रहते शुगर के लक्षण पर ध्यान न दिया जाए, तो डायबिटीज की समस्या घातक परिणाम भी प्रदर्शित कर सकती है। यही वजह है कि स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम डायबिटीज क्या है? इस सवाल के जवाब के साथ ही डायबिटीज के कारण और इसके लक्षण बताने जा रहे हैं। साथ ही लेख में डायबिटीज का घरेलू उपचार भी बताया गया है, ताकि समय रहते इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सके। वहीं, हमारी सलाह यह भी है कि अगर किसी को यह बीमारी हो गई है, तो इससे जुड़ा डॉक्टरी इलाज भी जरूर करवाएं। विषय सूची • • • • • • • • • • • • • • • डायबिटीज क्या है? रक्त में शुगर की अधिक मात्रा को ही डायबिटीज कहा जाता है। यह समस्या तब उत्पन्न होती है, जब इंसुलिन का काम बाधित हो जाता है। इंसुलिन एक हार्मोन है, जो पैंक्रियाज द्वारा बनाया जाता है। इंसुलिन, ग्लूकोज को एनर्जी में बदलने में मदद करता है। वहीं, जब इसकी कार्यप्रणाली बाधित हो जाती है, तब ग्लूकोज, उर्जा में परिवर्तित होने के बजाय रक्त में ठहर जाता है और जब ग्लूकोज का स्तर रक्त में बढ़ने लगता है, तब मधुमेह की समस्या उत्पन्न होती है ( अंत तक पढ़ें लेख के इस भाग में जानिए डायबिटीज के प्रकार से जुड़ी जानकारी। मधुमेह (डायबिटीज, शुगर) के प्रकार – Types of Diabetes in Hindi मुख्य तौर पर मधुमेह तीन प्रकार के होते हैं। जिनके बारे में नीचे जानकारी दी गई है ( टाइप 1 : टाइप 1 डायबिटीज में इम्यून सिस्टम इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाओं को नष्ट कर देता है। इस वजह से इंसुलिन का ...

चेचक ठीक करने के 9 चमत्कारिक घरेलु इलाज

Image Source: commons.wikimedia.org पूरी दुनिया में लोग अलग-अलग प्रकार के रोगों से ग्रस्त है। कुछ रोगों ने लोगों की ज़िन्दगी को बहुत प्रभावित कर रखा है तो कोई कम प्रभावित है पर जूझ लगभग सभी रहे है। कुछ ऐसी बीमारियाँ होती है जो हमारे शरीर में तो प्रवेश कर जाती है पर उनका प्रभाव बहुत दिनों के बाद दिखाई डेता है, जैसे – स्मालपॉक्स और चिकनपॉक्स या चेचक। आज हम जिस बीमारी की बात करने वाले है उसे चेचक तथा अंग्रेजी में चिकनपॉक्स के नाम से जानते है। इसे छोटी माता के नाम से भी जाना जाता है। आइये जानते है चेचक क्या है तथा चेचक का इलाज कैसे करे? Join WhatsApp • • • • • • • • • • • • • • • • • • • चेचक क्या है? (Chickenpox in Hindi) चेचक एक संक्रामक बीमारी है। यह बीमारी विषाणु जनित होती है, जिन विषाणुओं के कारण यह बीमारी होती है उन्हें व्हेरोला प्रमुख और नाबालिग व्हेरोला कहा जाता है। यह रोगी को कुरूपित करने वाली घातक बीमारी है। इस बीमारी ने लोगों को हजारों सालों से प्रभावित किया है। वैश्विक टीकाकरण अभियान के कारण 1980 तक स्वाभाविक रूप से होने वाले चेचक (Smallpox) को दुनिया भर में खत्म कर दिया गया था। इस बीमारी के वायरस को शोध अध्ययन करने के लिए सुरक्षित रखा जाता है माना जाता है कि भविष्य में इन पर शोध करके वैज्ञानिक अनुसंधान विकास और भलाई के लिए प्रयोग किया जा सकेगा। वैसे इसका कोई उचित उपचार मौजूद नहीं है। बस एक टीका ही चेचक को रोक सकता है लेकिन इस टीके के साइड इफेक्ट भी काफी अधिक होते हैं। चेचक कैसे होता है? (Causes of Chicken Pox in Hindi) चेचक एक बहुत ही संक्रामक रोग है। इसे चिकन पॉक्स भी कहा जाता है। यह रोग साफ सफाई की कमी की वजह से फैलता है। यह व्हेरोला वायरस की वजह से फैलता है। इसे...

गठिया (आर्थराइटिस) के लक्षण, इलाज और घरेलू उपचार

इस बात से तो आप सहमत ही होंगे कि अब न तो पहले जैसा रहन-सहन रहा है और न ही खानपान। इस कारण से हमारी हड्डियां, जोड़ और मांंसपेशियां कमजोर हो रही हैं। परिणामस्वरूप, गठिया (आर्थराइटिस) का सामना करना पड़ता है। जहां, पहले यह समस्या अमूमन बुजुर्गों में देखने को मिलती थी, वहीं अब युवा भी इसका शिकार हो रहे हैं। गठिया का सबसे ज्यादा असर घुटनों, कूल्हों व हाथों की उंगलियों पर दिखाई देता है। इस अवस्था में मरीज का चलना-फिरना और उठना-बैठना तक मुश्किल हो जाता है। आखिर गठिया रोग क्या है, गठिया रोग मे परहेज, गठिया के लक्षण और गठिया की दवा के साथ-साथ गठिया का आयुर्वेदिक इलाज कैसे किया जाए, इस बारे में आपको इस लेख में जानने को मिलेगा। इसके साथ ही आपको ध्यान रखना होगा कि लेख में शामिल गठिया के घरेलू उपचार कुछ हद तक राहत तो दिला सकते हैं, लेकिन पूर्ण इलाज डॉक्टरी परामर्श पर ही निर्भर करता है। विषय सूची • • • • • • • • • • गठिया क्या है? हड्डियों के जोड़ों में यूरिक एसिड जमा होने या फिर कैल्शियम की कमी होने पर उनमें सूजन व अकड़न आ जाती है। साथ ही जोड़ों में गांठ और कांटे चुभने जैसा महसूस होता है। साथ ही जोड़ों में मौजूद टिश्यू भी टूटकर नष्ट होने लगते हैं। इस अवस्था को ही गठिया कहा जाता है। जोड़ उन्हें कहा जाता है, जहां दो हड्डियां आपस में मिलती हैं, जैसे – कोहनियां व घुटने जुवेनाइल आर्थराइटिस : इसका शिकार बच्चे होते हैं, इसलिए इसे जुवेनाइल आर्थराइटिस कहा जाता है। यह 16 साल से कम उम्र के बच्चों को होता है। स्पष्ट तौर पर बताना मुश्किल है कि यह किस कारण से होता है, ऐसा अनुमान है कि ऑटोइम्यून (इम्यून सिस्टम से जुड़ा विकार) होने के कारण ऐसा हो सकता है। इसमें शरीर के स्वस्थ्य टिशू नष्ट हो जाते हैं गठि...

चिकन पॉक्स (चेचक) के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज

चिकन पॉक्स, वैरिसेला-जोस्टर नामक वायरस के कारण होता है। संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से वैरिसेला-जोस्टर वायरस तब तक संक्रामक होते हैं जब तक कि सभी फफोले क्रस्ट नहीं हो जाते। • खुजली, लाल दाने चिकनपॉक्स का क्लासिक संकेत है: बेहद • यह अत्यधिक संक्रामक है: जब वायरस वाला व्यक्ति छींकता या खांसता है तो हवा के माध्यम से यह रोग आसानी से फैलता है। फफोले से निकलने वाले तरल पदार्थ को छूने से भी फैल सकता है। एक संक्रमित व्यक्ति, दाने निकलने से 1 से 2 दिन पहले संक्रामक होता है, उसके सभी फफोले में पपड़ी बन जाती है। एक बार उजागर होने के बाद, चिकनपॉक्स विकसित होने में 10 से 21 दिन लगते हैं। • यह आमतौर पर हल्का होता है लेकिन बहुत गंभीर हो सकता है: ज्यादातर हल्के लेकिन कुछ मामलों में, यह निर्जलीकरण, निमोनिया, रक्तस्राव, एन्सेफलाइटिस, जीवाणु त्वचा संक्रमण, टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम, और हड्डी और जोड़ों के संक्रमण जैसी गंभीर जटिलताओं को जन्म दे सकता है। शिशुओं, किशोरों, वयस्कों, गर्भवती महिलाओं और बीमारी या दवाओं के कारण कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों सहित कुछ समूहों में जटिलताओं का खतरा अधिक होता है। • रोग के खिलाफ वैक्सीन आपका सबसे अच्छा बचाव है: 'कुल प्रभावकारिता' की दर 80 से 85 प्रतिशत के बीच है और लगभग 100 प्रतिशत मामलों में यह अन्यथा स्वस्थ व्यक्तियों में गंभीर बीमारी को रोकेगा। सर्वोत्तम सुरक्षा के लिए, बच्चों (और वयस्कों) को वैक्सीन की दो डोज़ की आवश्यकता होती है। • आप आमतौर पर घर पर अपने बच्चे के लक्षणों का प्रबंधन कर सकते हैं: एसिटामिनोफेन बुखार से राहत देता है, ओटमील बाथ्स, और कैलामाइन लोशन खुजली को कम करने में मदद कर सकता है, और एसाइक्लोविर लक्षणों को कम कर सकता है लेकिन आमतौर...

चेचक के कारण लक्षण और इसके घरेलू उपाय

चेचक के कारण लक्षण और इसके घरेलू उपाय चेचक को छोटी माता के नाम से भी जाना जाता है यह एक संक्रमित रोग है जो वेरिसेला जोस्टर वायरस (VZV) से पैदा होती है छोटी चेचक दुनिया भर में पाया जाता है और यह एक ऐसी बीमारी है जिसका होने के बाद कोई इलाज नही है इसलिए इस बीमारी का बचपन में टिका लगया जाता है और इस बीमारी को वैश्विक टीकाकरण अभियान के कारण, 1980 तक स्वाभाविक रूप से खत्म कर दिया गया था लेकिन उसके बाद भी यह बीमारी होती है ऐसे नही कह सकते की एक बार नियमित रूप से टीकाकरण करवा कर चेचक के वायरस को जड़ से खत्म कर सकते है क्योकि यह रोग टीकाकरण के बाद भी होने लगरी है और बहुत दर्दनाक बीमारी है क्योकि एक बार हो जाये कम से कम 15 दिन से एक महीने तक रहता है इसलिए इस बीमारी से बचके रहना पड़ता है आज हम आपको यंहा चेचक बीमारी के बारे में बतायेंगे और बतायेंगे की इस बीमारी के लक्षण क्या क्या है और इसके कारण क्या है और इस बीमारी के घरेलू उपाय क्या क्या है | चेचक के प्रकार – Types of Smallpox in Hindi चेचक दो प्रकार का होता है: वेरियोला माइनर (Variola minor) और वेरियोला मेजर (Variola major)। वेरियोला माइनर :-यह वेरियोला माइनर कम खतरनाक होता है क्योकि इसमें रोगी को ज्यादा तकलीफ नही होती है और यह जल्दी ठीक हो जाता है| वेरियोला मेजर:- वेरियोला मेजर ज्यादा खतरनाक है क्योकि सीडीसी का अनुमान है कि 90 प्रतिशत चेचक के मामले वेरियोला मेजर के थे। ऐतिहासिक रूप से, इस प्रकार के चेचक से संक्रमित लोगों में से 30 प्रतिशत की मौत हुई | चेचक के लक्षण – Smallpox Symptoms in Hindi चेचक के लक्षण आमतौर चेचक होने के एक दो दिन के अन्दर ही दिखाई देने लगते है चेचक के पहले लक्षण के रूप में चकत्ते आने से कुछ दिन पहले बुखार और थ...

चेचक के दाग धब्बों को कैसे दूर करे?

अब ऐसे में यदि आपके या आपके किसी जानने वाले को चेचक की बीमारी हो गयी हैं और अब उसके हेहरे पर इसके कई दाग धब्बे हो गए हैं तो घबराये नही क्योंकि समय (Chechak ke nishan ka ilaj) रहते यह चले जाएंगे। किंतु कई बार ऐसा देखने को आता हैं कि चिकन पॉक्स की बीमारी ठीक होने के बहुत समय बाद भी इसके दाग धब्बे चेहरे से जाने का नाम ही नही लेते हैं। ऐसे में आपका (Chechak ke daag kaise hataye) चिंता करना लाजमी हैं क्योंकि आप नही चाहते होंगे कि दूसरे आपका चेहरा देखकर हँसे या आपकी खिल्ली उड़ाए। तो यदि आप चेचक के दाग धब्बो को दूर करने के उपाय खोज रहे हैं तो इसके लिए हम कुछ खास घरेलू उपाय आपके लिए निकाल कर लाये है। इनकी सहायता से आप अपने चेचक के दाग धब्बो को आसानी से अपने शरीर से दूर कर सकते हैं। आइए जाने चेचक के दाग धब्बो को मिटाने के लिए (Chicken pox ke daag dhabbe kaise hataye) आपको क्या क्या करना चाहिए और कैसे आप अपनी यह बीमारी दूर कर पाएंगे। 1.8 प्रश्न: क्या चेचक में नहाना चाहिए? चेचक क्या होता है (Chechak kya hai) सबसे पहले बात करते हैं कि आखिरकार यह चेचक होता क्या है। यह चेचक आज से नही बल्कि हजारों वर्षों से इस दुनिया में हैं और लोगों को हो रही हैं। हालाँकि इसका टीका भी लगाया जाता है लेकिन फिर भी किसी ना किसी कारण से यह लोगों में फैल ही जाती हैं और एक ना एक बार तो हर किसी को होती ही हैं। चेचक में आपके शरीर में गंभीर थकान होने लगती हैं और वायरस पूरे शरीर में फैल जाता है। इसके बाद कुछ ही दिनों में आपके चेहरे से लेकर पूरे शरीर में लाल रंग के गहरे दाग धब्बे हो जाते हैं। भारतीय भाषा में इसे माता आना भी कहा जाता (Chicken pox kya hota hai) है जबकि सामान्य भाषा में चिकन पॉक्स की बीमारी भी कह दिया...