छठ पूजा कब है

  1. छठ पूजा क्यों मनाया जाता है? शुभ मुहूर्त, इतिहास व पौराणिक महत्व
  2. Chhath Parv 2022 Puja Vidhi Know Date Of Nahay Kharna And Samagri Of Worship
  3. Chhath Puja 2022 Date Calendar: साल 2022 में कब है छठ पूजा पर्व? नोट कर लें नहाय, खरना की तारीख और पूजा की सामग्री
  4. Chhath Puja 2022: Chhath Puja Kab Hai Nahay Khaay Kharna Date Chhath Puja Arghya Time
  5. छठ पूजा कब है, क्यों मनाई जाती है, पूजन सामग्री और पूजा विधि
  6. Chhath Puja 2022 Date and Timing: कब शुरू हो रही है छठ पूजा? नोट कर लें नहाय
  7. छठ पूजा क्यों मनाया जाता है? 2023 (इतिहास, महत्व और पौराणिक कथा)
  8. Chhath Puja 2023 Date When Kartik Maas Significance Of This Fast Mothers Nahay Khaye


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छठ पूजा क्यों मनाया जाता है? शुभ मुहूर्त, इतिहास व पौराणिक महत्व

छठ पूजा कब है? क्यों मनाया जाता है? शुभ मुहूर्त, छठ पूजा मनाने की विधि, सामग्री, छठ पूजा का इतिहास (chhath puja ka itihas 2022 History & Story in hindi) जैसा कि आप लोग जानते हैं कि गोवर्धन पूजा के समाप्ति के साथ ही छठ पूजा का शुभारंभ होगा इस बार छठ पूजा 28 अक्टूबर से लेकर 31 अक्टूबर के बीच हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ मनाया जाएगा छठ पूजा हिंदुओं का एक पावन त्यौहार है। इस दिन सभी छठ पूजा करने वाले लोग गंगा में जाकर माता गंगा औरभगवान सूर्य देव की पूजा आराधना विधि-विधान से करते हैं। Advertisements छठ पूजा का पावन त्यौहार 4 दिनों का होता है ऐसे में बहुत सारे लोगों के मन में सवाल आता है कि आखिर में छठ पूजा क्यों मनाया जाता है? उसका महत्व क्या है 2022 में छठ पूजा कब है? पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है? कैसे मनाया जाएगा? इन सभी चीजों के बारे में अगर आप विस्तार से जानना चाहते है तो हम आपसे निवेदन करेंगे कि हमारे साथ आर्टिकल पर बने रहें चलिए शुरू करते हैं- • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • छठ पूजा कब मनाया जाता है? छठपूजा का पर्व वर्ष में दो बार आता है। पहली बार चैत्र मास में दूसरा कार्तिक माह की शुल्क पक्ष की षष्ठी को मनाया जाता है। छठ पर्व, छठी माता, डाला छठ, षष्ठी के नाम से भी जानते हैं। यह त्यौहार मुख्यतः बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। 2022 में छठ पूजा कब है? 2022 में छठ पूजा 28 अक्टूबर से लेकर 31 अक्टूबर के बीच हर्षाेल्लास और धूमधाम के साथ मनाया जाएगा छठ पूजा का पावन त्यौहार 4 दिनों का होता है। इसका समापन 30 तारीख को हो जाएगा यह कुल मिलाकर 4 दिनों का महापर्व है। छठ पूजा का शुभ मुहूर्त सूर्यास्त का समय (संध्या अर्घ्य) – 30 अक्टूबर, 05:37 PM ...

Chhath Parv 2022 Puja Vidhi Know Date Of Nahay Kharna And Samagri Of Worship

Chhath Puja 2022 Date, Pujan Samagri List: हिंदू धर्म में छठ पूजा का विशेष महत्त्व है. छठ पूजा हर साल कार्तिक माह की षष्ठी यानी छठी तिथि से आरंभ होती है. अर्थात यह पर्व दिवाली के 6वें दिन से आरम्भ होगी और अगले 4 दिनों तक चलेगी. इस बार छठ पर्व नहाय खाए के साथ 28 अक्तूबर से शुरू होगा. इस व्रत में लोग उगते सूर्य और डूबते सूर्य को अर्घ्य देते हैं. साथ ही, छठी मैय्या की पूजा करते हैं. मान्यता है कि इस दिन छठी मैय्या की विधि-विधान पूर्वक पूजा करने से भक्तों के सभी दुख-दर्द और कष्ट दूर होते हैं. मान-सम्मान और धन-वैभव में वृद्धि होती है. मुख्य रूप से छठ पर्व बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है. पंचांग के अनुसार कार्तिक छठ पूजा कार्तिक महीने में शुक्ल पक्ष की षष्ठी यानी छठी तिथि की जाएगी. इस बार यह तिथि 30 अक्टूबर दिन रविवार को पड़ रही है. मान्यता के अनुसार ये पर्व चतुर्थी से ही शुरू होकर सप्तमी की सबुह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ खत्म होता है. छठ पूजा 2022 (chhath puja 2022 date) 28 अक्टूबर 2022- नहाय-खाय 29 अक्टूबर 2022- खरना 30 अक्टूबर 2022 - डूबते सूर्य का अर्घ्य 31 अक्टूबर 2022- उगते सूर्य का अर्घ्य छठ पूजा नहाय - खाय (Chhath Puja 2022) छठ पर्व की शुरुआत नहाय-खाए के साथ होती है. जोकि 28 अक्टूबर को है. इस दिन घर की सफाई की जाती है और व्रती चने की सब्जी, चावल, साग आदि खाते हैं. खरना कब है ? नहाय –खाय के दूसरे दिन खरना होता है. इस दिन व्रती पूरे दिन व्रत रखते हैं. शाम को महिलायें गुड की खीर बनती है. व्रती उसी खीर को खाते है. अगले दिन 36 घंटे का निर्जली व्रत रखते हैं. पूजा सामग्री साड़ी या धोती, बांस की दो बड़ी टोकरी, बांस या पीतल का सूप, गिला...

Chhath Puja 2022 Date Calendar: साल 2022 में कब है छठ पूजा पर्व? नोट कर लें नहाय, खरना की तारीख और पूजा की सामग्री

Chhath Puja 2022 Date Calendar: साल 2022 में कब है छठ पूजा पर्व? नोट कर लें नहाय, खरना की तारीख और पूजा की सामग्री | chhath puja 2022 date calender when is chhath parv in 2022 know nahay khay kharna surya arghya time | Hindi News, Chhath Puja 2022 Date Calendar: साल 2022 में कब है छठ पूजा पर्व? नोट कर लें नहाय, खरना की तारीख और पूजा की सामग्री Chath Pujan Samgari: हिंदू धर्म में सभी पर्वों का अपना महत्व है. ऐसे ही छठ पर्व का भी अपना खास महत्व है. इसे लेकर लोगों में खासा उत्साह देखा जाता है. हर साल दिवाली के 6 दिन बाद छठ पर्व मनाया जाता है.देशभर के कई हिस्सों जैसे- बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में छठ पर्व बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है. इसमें उगते सूर्य और डूबते सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है. साथ ही, छठी मैय्या की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस दिन छठी मैय्या की विधि-विधान से पूजा करने से व्यक्ति के सभी दुख-दर्द और कष्ट दूर होते हैं. आइए जानते हैं छठ पर्व की तिथि, पूजन सामग्री के बारे में. पंचाग के अनुसार हर साल छठ पर्व कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि के दिन मनाया जाता है. इस साल छठ पर्व 30 अक्टूबर 2022, रविवार के दिन शुरू होगा. ये चार दिवसीय पर्व लोग खूब धूमधाम से मनाते हैं. 30 अक्टूबर से शुरू होगा छठ पर्व चार दिवसीय छठ पर्व की शुरुआत 30 अक्टूबर से हो रही है. इस दिन नहाय-खाय की विधि के साथ छठ पर्व की शुरुआत होती है. इस दिन जातक पूरे घर की साफ-सफाई करते हैं और स्नान आदि करते हैं. इसके बाद सूर्य देव को साक्षी मानकर व्रत का संकल्प लिया जाता है. इस दिन व्रती को चने की सब्जी, चावल, साग आदि ही खाना चाहिए. कब है खरना 2022 ? छठ पर्व के दूसरे दिन को खरना के नाम...

Chhath Puja 2022: Chhath Puja Kab Hai Nahay Khaay Kharna Date Chhath Puja Arghya Time

पटना : लोक आस्था का महापर्व छठ इसी महीने है. अगर आपके मन में नहाय खाय, खरना आदि को लेकर कोई कन्फ्यूजन है तो दूर कर लीजिए. कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पूजा होती है. ये पर्व चार दिन तक चलता है. इस साल ये छठ 28 अक्टूबर 2022 से 31 अक्टूबर 2022 तक चलेगा. आइए जानते हैं छठ पूजा का मुहूर्त, नहाय-खाय, खरना की तारीख, सूर्योदय पूजन का मुहूर्त और सूर्यास्त पूजन मुहूर्त. कार्तिक माह के चतुर्थी तिथि को पहले दिन नहाय खाय, दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन डूबते सूर्य और चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. इसके बाद व्रत का पारण किया जाता है. छठ पूजा में महिलाएं संतान की दीर्घायु और बेहतर स्वास्थ्य, सुख-समृद्धि के लिए 36 घंटे का निर्जला व्रत रखती हैं. 28 अक्टूबर 2022 को है नहाय खाय ( Nahay Khaay 28 अक्टूबर 2022) पहले दिन यानी 28 अक्टूबर को नहाय खाय है. इसी दिन से छठ पूजा की शुरुआत हो जाती है. नहाय खाय के दिन महिलाएं स्नान के बाद घर की साफ सफाई करती हैं. इस व्रत में पवित्रता का विशेष ध्यान रखना होता है. नहाय खाय के दिन चने की दाल, लौकी की सब्जी और भात प्रसाद के रूप में बनता है. इन भोजन में सेंधा नमक का ही उपयोग किया जाता है. खरना 29 अक्टूबर 2022 ( Chhath Puja Kharna 29 October 2022) दूसरे दिन खरना होता है. व्रती महिलाएं गुड़ की खीर का प्रसाद बनाती हैं. उसे रात में ग्रहण करती हैं. इसे प्रसाद के रूप में बांटा जाता है. इसके बाद से 36 घंटे का व्रत शुरू हो जाता है. 30 अक्टूबर 2022 छठ पूजा पहला अर्घ्य छठ पूजा के तीसरे दिन सूर्यास्त के समय डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देते हैं. व्रती नदी, तालाब या फिर घर में ही पानी में खड़े होकर अर्घ्य देते हैं. सूर्यास्त का समय - शाम 5 बजकर 37 मिनट ...

छठ पूजा कब है, क्यों मनाई जाती है, पूजन सामग्री और पूजा विधि

छठ पूजा 4 दिनों का त्यौहार है जो की दीपावली के 4 दिन बाद शुरू होकर 7 वे दिन तक रहता है | यह त्यौहार भारत के बिहार, उत्तरप्रदेश, झारखण्ड जैसे राज्यों में प्रमुख रूप से मनाया जाता है | छठ पूजा पर उगते सूर्य एवं अस्त होते सूर्य की उपासना की जाती है और अच्छे भविष्य की कामना की जाती है | इस दिन महिलाऐं सूती धोती पहनकर पार्वती माता के रूप व सूर्य की बहन छठी माता को पूजते है और अच्छे भविष्य और सुख समृद्धि की कामना करते है | यह भारत के सबसे प्राचीन और वैदिक आर्य सभ्यता के अनुसार इस त्यौहार को मनाया जाता है | कार्तिक शुक्ल चतुर्थी से शुरू होने वाले इस त्यौहार के अनुष्ठान बहुत ही कठिन माने जाते है | इस त्यौहार के लिए स्नान व्रत आदि सभी रीतियां महिलाऐं पुरुष सभी करते है | लेकिन खास तौर पर महिलाऐं इस दिन के लिए खास तैयारी करती है | Table of Contents • • • • • • 2022 में छठ पूजा कब है भारतीय पंचाग के अनुसार वर्ष में 2 बार छठ पूजा मनाई जाती है | एक छठ पूजा चैत्र शुक्ल षष्ठी को और दूसरी छठ पूजा कार्तिक महीने में मनाई जाती है | इस वर्ष 2022 में कार्तिक महीने में मनाइए 4 दिनों का छठ पूजा पर्व दीपावली के 3 दिन बाद यानि की कार्तिक शुक्ल चतुर्थी 28 अक्टूबर 2022 से शुरू होकर कार्तिक शुक्ल सप्तमी 31 अक्टूबर 2022 तक रहता है | कार्तिक शुक्ल षष्ठी जिस दिन छठ पूजा होती है वह 27 अक्टूबर 2022 को रहेगी | छठ पूजा को लेकर कई तरह की कथाएं जुडी हुई है जिनमें से एक कथा के अनुसार जब भगवान राम रावण का वध करके अयोध्या आये | तब राजतिलक से एक दिन पहले कार्तिक शुक्ल षष्ठी को शाम को सरयू के किनारे सूर्य को अर्घ्य देकर अगले दिन सुबह सूर्योदय को अर्घ्य देने के बाद उन्होंने अयोध्या का राज्य संभाला था | इसके बाद से ह...

Chhath Puja 2022 Date and Timing: कब शुरू हो रही है छठ पूजा? नोट कर लें नहाय

• • Faith Hindi • Chhath Puja 2022 Date and Timing: कब शुरू हो रही है छठ पूजा? नोट कर लें नहाय-खाय और जानें पूजा का शुभ मुहूर्त Chhath Puja 2022 Date and Timing: कब शुरू हो रही है छठ पूजा? नोट कर लें नहाय-खाय और जानें पूजा का शुभ मुहूर्त Chhath Puja 2022: छठ पूजा का पर्व उत्तर भारत के कई राज्यों बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है. इस पर्व भगवान सूर्य का पूजन किया जाता है. छठ पूजा की शुरुआत Chhath Puja 2022: दिवाली के बाद गोवर्धन पूजा, भाई दूज और छठ पूजा जैसे महत्वपूर्ण त्योहार आते हैं. छठ पूजा का त्योहार पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है. इस दौरान भगवान सूर्य और छठी मैया की पूजा करते हैं. महिलाएं अपनी संतान की लंबी आयु और खुशहाल जीवन के लिए 36 घंटे तक निर्जला व्रत करती हैं और फिर चौथे दिन व्रत का पारण करती हैं. छठ पूजा का व्रत बेहद ही कठिन और फलदायी माना गया है. आइए जानते हैं इस साल कब है छठ पर्व और किस दिन होगा नहाय-खाय? Also Read: • • • छठ पूजा 2022 की तिथि छठ पूजा की शुरुआत नहाय-खाय से होती है. हर साल दिवाली के दिन चौथे दिन यानि कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन नहाय-खाय होता है. इस साल यह तिथि 28 अक्टूबर 2022 को है और इस दिन नहाय-खाय के साथ छठ पूजा की शुरुआत होगी. नहाय-खाय के दिन घर की खासतौर पर रसोई की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है. जो भी व्यक्ति छठ पूजा का व्रत कर रहा है उसके भोजन ग्रहण करने के बाद ही घर के अन्य सदस्य भोजन ग्रहण करते हैं. छठ पूजा का दूसरा छठ पूजा के दूसरे दिन खरना होता है जो कि कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन मनाया जाता है. इस बार खरना 2...

छठ पूजा क्यों मनाया जाता है? 2023 (इतिहास, महत्व और पौराणिक कथा)

Chhath Puja Kyu Manaya Jata Hai: छठ पर्व बिहार की संस्कृति है। यहां के लोगों की भावना है। इस पर्व का इंतजार साल भर सभी बिहारी लोग करते हैं। यह पर्व ना केवल बिहार में बल्कि झारखंड, पश्चिम बंगाल, नेपाल के तराई क्षेत्र एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी मनाया जाता है। कहते हैं इस त्यौहार को न केवल हिंदू बल्कि इस्लाम सहित अन्य धर्म के लोग भी मनाते हुए देखे जाते हैं। भारतीय हिंदू प्रवासियों के कारण यह त्यौहार आज विश्व भर में प्रचलित है। छठ पूजा एक तरह प्रकृति पूजा है क्योंकि इस दिन सूर्य देव की पूजा की जाती है, जिनके कारण पूरी पृथ्वी प्रकाशित है। छठ पर्व वैदिक काल से चला आ रहा है। कई पौराणिक ग्रंथों में भी सूर्य देव की उपासना एवं उन्हें जल अर्पण करने के महत्व बताए गए हैं। इस तरह लंबे समय से पारंपरिक रूप से यह त्यौहार मनाते आ रहा है। इस त्यौहार में पहने जाने वाले पोशाक का भी काफी महत्व है। मिथिला में छठ के दौरान मैथिली महिलाएं मिथिला के शुद्ध पारंपरिक संस्कृति को दर्शाने के लिए बिना सिलाई के शुध्द सूती धोती पहनती है। पुरूष भी पीला धोती पहन के पूजा करते हैं। यह पर्व काफी कठिन पर्व होता है क्योंकि इससे जुड़ी काफी सारे नियम होती है, जिसका पालन करना होता है। Image: Chhath Puja Kyu Manaya Jata Hai इस पर्व के दौरान सभी लोगों को काफी सचेत रहना पड़ता है। यदि कुछ भी भूल हुई तो इसका नकारात्मक प्रभाव परिवार के लोगों पर पड़ता है, इसीलिए इस त्यौहार को सोच समझ कर किया जाता है। यदि आप भी जानना चाहते हैं कि आखिर इस पर्व से जुड़ी कौन सी पौराणिक कथाएं हैं और इस पर्व को मनाने के लिए किन नियमों का पालन करना होता है तो आप इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें। विषय सूची • • • • • • • • • • • • • • • • छठ पूजा कब ...

Chhath Puja 2023 Date When Kartik Maas Significance Of This Fast Mothers Nahay Khaye

Chhath Puja 2023 Date: भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है छठ पूजा का पर्व. ये त्योहार केवल भारत में ही नहीं बल्कि विदेश में रह रहें भारतीय भी मनाते हैं. इस त्योहार का बड़ महत्व है. भारत में ये त्योहार बिहार में रहने वालों के लिए खास महत्व रखता है. इस साल छठ पूजा 17 नंवबर, शुक्रवार के दिन शुरु होगी जो 20 नवंबर को उषा अर्घ के साथ समाप्त होगी. छठ पूजा का दिन छठ पूजा का दिन छठ पूजा अनुष्ठान शुक्रवार 17 नंवबर 2023 नहाय खाय शनिवार 18 नंवबर 2023 खरना रविवार 19 नंवबर 2023 संध्या अर्घ सोमवार 20 नंवबर 2023 सूर्योदय/ उषा अर्घ छठ पूजा की विधि • छठ पूजा से दो दिन पहले चतुर्थी के दिन स्नान करने के बाद भोजन किया जाता है. • पंचमी के दिन व्रत रखने के बाद संध्या के समय नदी में स्नान करने के बाद सूर्य को अर्घ दिया जाता है. • इसके बाद व्रत का पारण किया जाता है. • पूरे दिन बिना जल पिए, खाए नदी में स्नान करके सूर्यदेव को अर्घ दिया जाता है. छठ पूजा महत्व (Chhath Puja significance) छठ पूजा में छठी मय्या की उपासना करने का विधान है. भगवान सूर्य को अर्घ देने का विधान है. इस माहपर्व पर बिना खाए पिए माताएं 36 घंटे तक निर्जाला व्रत रखती हैं. निर्जला व्रत रखकर नियमों का पालन करते हुए विधि विधान से इनकी आराधना करता है उन्हें संतान सुख, बच्चे को बेहतर स्वास्थ, सूर्य के समान तेज, बल प्राप्त होता है.