चिंतन का संधि विच्छेद

  1. संधि व संधि विच्छेद Sandhi / Sandhi Viched In Hindi
  2. New Ka Sandhi Vichchhed : न्यू का संधि विच्छेद क्या होता है?
  3. संशय में कौन सी संधि है? संशय शब्द का संधि विच्छेद, संशय में प्रयुक्त संधि का नाम
  4. सन्धि वस्तुनिष्ठ प्रश्न Sandhi In Hindi Question
  5. संधि विच्छेद
  6. Sandhi Viched किसे कहते हैं: परिभाषा, प्रकार, नियम
  7. Sandhi Viched किसे कहते हैं: परिभाषा, प्रकार, नियम
  8. संशय में कौन सी संधि है? संशय शब्द का संधि विच्छेद, संशय में प्रयुक्त संधि का नाम
  9. सन्धि वस्तुनिष्ठ प्रश्न Sandhi In Hindi Question
  10. संधि विच्छेद


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संधि व संधि विच्छेद Sandhi / Sandhi Viched In Hindi

Conclusion on Sandhi Aur Sandhi Viched In Hindi संधि की परिभाषा जब दो वर्ण पास-पास आते हैं या मिलते हैं तो उनमें संधि कहलाता है। कामताप्रसाद गुरु के अनुसार, ‘दो निर्दिष्ट अक्षरों के आस पास आने के कारण उनके मेल से जो विकार उत्पन्न होता है, उसे संधि कहते हैं। श्री किशोरदास वाजपेयी के अनुसार, ‘जब दो या अधिक वर्ण पास-पास आते हैं तो कभी-कभी उन में जो रूपांतर हो जाता है। इसी रूपांतर को संधि कहते हैं। Sandhi viched in hindi संधि विच्छेद (Sandhi Viched In Hindi ) वर्णों के मेल से उत्पन्न ध्वनि परिवर्तन को ही संधि कहते हैं। परिणामस्वरूप उच्चारण एवं लेखन दोनों ही स्तरों पर अपने मूल रूप से भिन्नता आ जाती है। अतः उन वर्णो या ध्वनियों को पुनः मूल रूप में लाना ही संधि विच्छेद ( Sandhi Viched In Hindi) कहलाता है । संधि के उदाहरण दो शब्द वर्ण = मेल = संधियुक्त शब्द महा + ईश आ + ई = महेश यहां (आ+ई) 2 वर्णों के मेल से विकार स्वरूप ध्वनि उत्पन्न हुई और संधि का जन्म हुआ। संधि विच्छेद के लिए पुनः मूल रूप में लिखना होगा। संधि युक्त शब्द संधि विच्छेद जैसे महेश = महा + ईश मनोबल = मनः + बल गणेश। = गण + ईश आदि। संधि के भेद संधि के तीन भेद होते हैं • स्वर संधि • व्यंजन संधि • विसर्ग संधि 1.स्वर संधि की परिभाषा स्वर संधि दो स्वरों के मेल से उत्पन्न विकार स्वर संधि कहलाता है। स्वर संधि के प्रकार • दीर्घ संधि • गुण संधि • वृद्धि संधि • यण् संधि • अयादि संधि १. दीर्घ संधि इस संधि में दो समान स्वर मिलकर दीर्घ हो जाते हैं।यदि ‘अ’ ‘आ’, ‘इ’, ‘ई’,’उ’,’ऊ’ के बाद वही लघु या दीर्घ स्वर आए तो दोनों को मिलकर क्रमशः ‘आ’ ‘ई’ ‘ऊ’ हो जाते हैं। दीर्घ संधि के उदाहरण अ + अ = आ अन्न+ अभाव = अन्नाभाव अ + आ = आ भोजन + आलय ...

New Ka Sandhi Vichchhed : न्यू का संधि विच्छेद क्या होता है?

New Ka Sandhi Vichchhed: हमारे हिंदी भाषा में बहुत सारे शब्द है। जिन्हें हिंदी व्याकरण के तहत संधि विच्छेद करके अलग अलग किया जाता है यानी की हिंदी व्याकरण में सभी शब्द को दो टुकड़ों से मिलकर बनने की व्याख्या की जाती है। जिसे संधि विच्छेद के नाम से पहचाना जाता है। संधि विच्छेद के तहत सभी शब्दों के विच्छेद किए जा सकते हैं और सभी शब्द दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर बनते हैं आज के आर्टिकल में हम आपको न्यू का संधि विच्छेद क्या होता है?( New Ka Sandhi Vichchhed) के बारे में जानकारी देने का प्रयास करेंगे। संधि विच्छेद क्या होता है? New Ka Sandhi Vichchhed: जब किसी भी शब्द को दो टुकड़ों में विभाजित किया जाता है तो उसे संधि विच्छेद कहते हैं। किसी भी शब्द की संधि करना संधि विच्छेद कहलाता है। हिंदी व्याकरण में प्रत्येक शब्द का संधि विच्छेद किया जाता है और संधि विच्छेद से ही पता लगाया जाता है, कि यह शब्द कौन से दो शब्दों से मिलकर बना है। New Ka Sandhi Vichchhed क्या होता है इसके बारे में हम आपको नीचे जानकारी दे रहे हैं। न्यू किस संधि के अंतर्गत आता है? हिंदी व्याकरण में संधि को तीन भागों में विभाजित किया गया है स्वर संधि व्यंजन संधि और विसर्ग संधि और इन्हीं तीन भागों के अलग-अलग कई भेद है। जिनके अनुसार हिंदी में सभी शब्दों को अलग-अलग तरीके से विच्छेद किया जाता है और सभी शब्दों को अलग-अलग रूप में रखा जाता है न्यू शब्द जो यण संधि का उदाहरण है। यण संधि जो की स्वर संधि का एक मुख्य भेद माना जाता है। New Ka Sandhi Vichchhed : न्यूका संधि विच्छेद क्या होता है? New Ka Sandhi Vichchhed : न्यू का संधि विच्छेद क्या होता है? न्यू का संधि विच्छेद ( New Ka Sandhi Vichchhed / Viched ) नीचे दिया गया...

संशय में कौन सी संधि है? संशय शब्द का संधि विच्छेद, संशय में प्रयुक्त संधि का नाम

Advertisement विद्यार्थियों के लिए व्यंजन संधि के बारे में संक्षेप में जानकारी इस प्रकार है:-व्यंजन संधि के अनेक भेद एवं प्रकार हैं। यहाँ पर हमने व्यंजन संधि के संशय से संबन्धित भेद को समझाया है। विद्यार्थी व्यंजन संधि को गहराई से समझने के लिए नीचे दिये गए लिंक लिंक पर जाएँ और व्यंजन संधि के सभी 10 नियमों का विस्तार से अध्ययन कर सकते हैं। व्यंजन संधि की परिभाषा व्यंजन तथा व्यंजन या स्वर के मेल से जो विकार (परिवर्तन) उत्पन्न होता है उसे व्यंजन संधि कहते हैं अर्थात् शब्दों या शब्दांशों के मिलने से नया शब्द बनने पर पहले शब्द के आखिरी और दूसरे शब्द के प्रथम वर्णों में होने वाले परिवर्तन को संधि कहते हैं। यदि प्रथम पद के अंत में स्वर रहित “म्” वर्ण आये तथा दूसरे पद के प्रारंभ में सभी वर्गों को छोड़कर अन्य कोई वर्ण ( य, र, ल, व, श, ष, स, ह ) में से कोई एक वर्ण आये तो ‘म्’ का अनुस्वार हों जाता है। यदि आगे कोई स्वर वर्ण आ जाये तो उस स्वर की मात्रा स्वर रहित “म्” वर्ण में जोड़ देते हैं। Advertisement व्यंजन संधि के उदाहरण :- सम् + हार = संहार सम् + सार = संसार सम् + वाद = संवाद सम् + विधान = संविधान विभिन्न परीक्षाओं में संशय में कौन सी संधि है आदि प्रश्न कई प्रकार से पूछे जाते हैं।जैसे कि :- संशय शब्द में कौन सी संधि है? संशय का संधि विग्रह? संशय में कौन सी संधि है? संशय का संधि भेद कीजिये? संशय संधि का नाम बताइये? संशय का संधि विच्छेद? Related Posts: • विच्छेद में कौन सी संधि है? विच्छेद शब्द का संधि विच्छेद,… • संक्षेप में कौन सी संधि है? संक्षेप शब्द का संधि विच्छेद,… • ऋण में कौन सी संधि है? ऋण शब्द का संधि विच्छेद, ऋण में… • संवाद में कौन सी संधि है? संवाद शब्द का संधि विच्छे...

सन्धि वस्तुनिष्ठ प्रश्न Sandhi In Hindi Question

प्रश्न 7. ‘देव्यर्पण’ पद में सन्धि है – (1) यण (2) अयादि (3) दीर्घ (4) वृद्धि सही उत्तर – (1) प्रश्न 8. ‘अप् + मय’ का शुद्ध सन्धियुक्त पद है- (1) अप्मय (2) अम्मय (3) अपमय (4) अपम्य सही उत्तर – (2) प्रश्न 9. ‘खगेश’ का सन्धि-विच्छेद होगा- (1) खग + एश (2) खग + ईश (3) खग + इश (4) खगा + एश सही उत्तर – (2) प्रश्न 10. ‘पयः + ज’ का संधियुक्त पद होगा – (1) पयज (2) पयःज (3) पयोज (4) पयौज सही उत्तर – (3) प्रश्न 11. ‘पयः + आदि’ का शुद्ध संधियुक्त पद है- (1) पयादि (2) पयआदि (3) पयःआदि (4) पयोदि सही उत्तर – (2) प्रश्न 12. ‘उपेक्षा’ का सन्धि विच्छेद होगा – (1) उप + ईक्षा (2) उपे + क्षा (3) उप + इच्छा (4) उपे + ईक्षा सही उत्तर – (1) प्रश्न 13. ‘मनोरम’ पद में कौनसी सन्धि है – (1) स्वर (2) व्यंजन (3) विसर्ग (4) उपर्युक्त सभी सही उत्तर – (3) प्रश्न 14. किस समूह के सभी शब्द सन्धियुक्त हैं- (1) नीमड़ी, दुर्जन, निश्चल (2) मनोज, दिनेश, राजर्षि (3) साकार, सरोज, मयूर (4) नरेन्द्र, प्रदोष, संकुल सही उत्तर – (2) प्रश्न 15. किस समूह के सभी शब्द संधि रहित हैं – ( 1 ) चन्द्रमा , निरर्थक , सत्यार्थ ( 2 ) कपाट , ललाट , दीपक ( 3 ) साम्ब , रेखांकित , प्राणान्त ( 4 ) पुरुषार्थ , नारान्तक , चरितार्थ सही उत्तर – (2) प्रश्न 16. ‘उपर्युक्त’ का सही संधि विच्छेद है – ( 1 ) उपरि + उक्त ( 2 ) उपरि + युक्त ( 3 ) उपर + उक्त ( 4 ) उपर् + युक्त सही उत्तर – (1) प्रश्न 17. ‘म् + अ + ह + अ + त् + त् + व् + अ’ के मेल से बने शब्द का चयन कीजिए- ( 1 ) महतव ( 2 ) महत्व ( 3 ) महत्त्व ( 4 ) उपर्युक्त सभी सही उत्तर – (3) प्रश्न 18. यदि विसर्ग के दोनों तरफ ‘ अ ‘ स्वर हो तो विसर्ग का परिवर्तित रूप होगा – ( 1 ) श् ( 2 ) र् ( 3 ) ओ ( ...

संधि विच्छेद

‘सन्धि विच्छेद’ शब्द की व्युत्पत्ति(निर्वचन) ‘सन्धि’ शब्द की व्युत्पत्ति- सम् उपसर्ग पूर्वक ‘धा’ धातु (डुधाञ् धारणपोषणयोः) में ‘कि’ प्रत्यय लगकर ‘सन्धि’ शब्द निष्पन्न होता है, जिसका तात्पर्य होता है संधानं सन्धिः अर्थात् मेल, जोड़, संयोग आदि। व्याकरण के अनुसार ‘वर्णानां परस्परं विकृतिमत् संधानं सन्धिः’ अर्थात् दो वर्णाक्षरों के मेल से उत्पन्न हुए विकार को ‘सन्धि’ कहते हैं। जैसे- सेवा+अर्थ = सेवार्थ। यहाँ ‘सेवार्थ’ में सेवा और अर्थ ये दो शब्द हैं जिसमें सेवा का अन्तिम अक्षर ‘आ’ है और अर्थ का प्रथम शब्द ‘अ’ है। आ और अ ये दो वर्ण नियमतः आपस में मिलकर ‘आ’ बन जाता है। आ और अ वर्ण मिलकर बना ‘आ’ ही विकार कहलाता है। जैसे रमा+ईश = रमेश। यहाँ रमा का अंतिम वर्ण आ और ईश का प्रथम वर्ण ई ये दो वर्ण हैं। आ और ई मिलकर नियमतः विकार रूप में अर्थात् परिवर्तन होकर ए बन जाता है। विकार शब्द का तात्पर्य यहाँ पर परिवर्तन से है। इस प्रकार हिन्दी अथवा संस्कृत व्याकरण के अनुसार जब प्रथम शब्द की अन्तिम ध्वनि यानी अन्तिम वर्ण और द्वितीय शब्द की प्रथम ध्वनि यानी पहला वर्ण आपस में मिलकर ध्वनि परिवर्तन करते हैं यानी विकार उत्पन्न करते हैं तो उस परिवर्तन से बने नए वर्ण-विकार को ‘सन्धि’ कहा जाता है। ‘सन्धि’ एवं ‘सन्धि-विच्छेद’ शब्द का सामान्य अर्थ ‘संधि’ शब्द का सामान्य अर्थ होता है मेल, जोड़, संयोग, संहिता आदि। दो वर्णों के योग से उत्पन्न हुए विकार को संधि कहते हैं और इसी संधि के मूल-मूल शब्दों को अलग-अलग इस रूप में करना जैसे पूर्ववत् थे, उसे ‘सन्धि-विच्छेद’ कहते हैं। जैसे देवालय = देव+आलय। इस तरह जो शब्द सन्धि से बने हैं उसे अलग-अलग अपने पूर्व के रूप में रखना अर्थात् सन्धि शब्द को तोड़ना ‘सन्धि-विच्छेद’ कहल...

Sandhi Viched किसे कहते हैं: परिभाषा, प्रकार, नियम

सम+ धि – दो ऐसे शब्द हैं जो संधि बनाते हैं। संधि का मतलब मिलना, हिंदी भाषा में संधि को पूरे शब्दों के साथ नहीं लिखा जाता है। लेकिन संस्कृत में संधि के बिना कोई काम भी नहीं होता है। इसका मुख्य कारण है कि संस्कृत व्याकरण की एक पुरानी परंपरा है। जिसके लिए व्याकरण को पढ़ना जरूरी है। शब्द रचना के समय संधियां काम आती है। आप इस ब्लॉग में sandhi viched के बारे में विस्तार से जानेंगे। This Blog Includes: • • • • • • • • • • • • • • • • संधि विच्छेद क्या है? दो वर्णों के मेल से होने वाले विकार को संधि कहते हैं। इस मिलावट को समझकर वर्णों को अलग करते हुए पदों को अलग-अलग कर देना Sandhi Viched है। इसे इस तरह भी समझ सकते हैं- दो शब्दों के मेल से बने शब्द को पुनः अलग अलग करने को Sandhi Viched कहते हैं। उदाहरण: उदाहरण: हिमालय-हिम+आलय सदानंद- सत्+आनंद संधि के प्रकार Sandhi Viched में संधि के तीन प्रकार होते हैं • स्वर संधि • व्यंजन संधि • विसर्ग संधि स्वर संधि जब स्वर के साथ स्वर का मेल होता है तब जो परिवर्तन होता है वह स्वर संधि कहलाता है। हिंदी संख्या में 11 स्वर होती है, बाकी के अक्षर व्यंजन के होते हैं। जब दो स्वर मिलते हैं जब उसमें से जो तीसरा स्वर बनता है वह स्वर संधि कहलाता है। उदाहरण: विद्या+आलय -विद्यालय स्वर संधि के पांच प्रकार होते हैं • दीर्घ संधि • गुण संधि • वृद्धि संधि • गुण संधि • अयादि संधि दीर्घ संधि दीर्घ संधि में दो स्वर्णया सजातीय स्वरों के बीच संधि होकर उनकेदीर्घ रूपहो जाते है। अर्थात दो स्वर्ण स्वर मिलकर दीर्घ हो जाते हैं। • जब अ,आ के साथ अ,आ हो तो “आ”बनता है • जब इ,ई के साथ इ,ई हो तो “ई” बनता है • जब उ,ऊ के साथ उ,ऊ हो तो “ऊ”बनता है उदाहरण: • मत+एकता-मतैकता • सदा+एव- ...

Sandhi Viched किसे कहते हैं: परिभाषा, प्रकार, नियम

सम+ धि – दो ऐसे शब्द हैं जो संधि बनाते हैं। संधि का मतलब मिलना, हिंदी भाषा में संधि को पूरे शब्दों के साथ नहीं लिखा जाता है। लेकिन संस्कृत में संधि के बिना कोई काम भी नहीं होता है। इसका मुख्य कारण है कि संस्कृत व्याकरण की एक पुरानी परंपरा है। जिसके लिए व्याकरण को पढ़ना जरूरी है। शब्द रचना के समय संधियां काम आती है। आप इस ब्लॉग में sandhi viched के बारे में विस्तार से जानेंगे। This Blog Includes: • • • • • • • • • • • • • • • • संधि विच्छेद क्या है? दो वर्णों के मेल से होने वाले विकार को संधि कहते हैं। इस मिलावट को समझकर वर्णों को अलग करते हुए पदों को अलग-अलग कर देना Sandhi Viched है। इसे इस तरह भी समझ सकते हैं- दो शब्दों के मेल से बने शब्द को पुनः अलग अलग करने को Sandhi Viched कहते हैं। उदाहरण: उदाहरण: हिमालय-हिम+आलय सदानंद- सत्+आनंद संधि के प्रकार Sandhi Viched में संधि के तीन प्रकार होते हैं • स्वर संधि • व्यंजन संधि • विसर्ग संधि स्वर संधि जब स्वर के साथ स्वर का मेल होता है तब जो परिवर्तन होता है वह स्वर संधि कहलाता है। हिंदी संख्या में 11 स्वर होती है, बाकी के अक्षर व्यंजन के होते हैं। जब दो स्वर मिलते हैं जब उसमें से जो तीसरा स्वर बनता है वह स्वर संधि कहलाता है। उदाहरण: विद्या+आलय -विद्यालय स्वर संधि के पांच प्रकार होते हैं • दीर्घ संधि • गुण संधि • वृद्धि संधि • गुण संधि • अयादि संधि दीर्घ संधि दीर्घ संधि में दो स्वर्णया सजातीय स्वरों के बीच संधि होकर उनकेदीर्घ रूपहो जाते है। अर्थात दो स्वर्ण स्वर मिलकर दीर्घ हो जाते हैं। • जब अ,आ के साथ अ,आ हो तो “आ”बनता है • जब इ,ई के साथ इ,ई हो तो “ई” बनता है • जब उ,ऊ के साथ उ,ऊ हो तो “ऊ”बनता है उदाहरण: • मत+एकता-मतैकता • सदा+एव- ...

संशय में कौन सी संधि है? संशय शब्द का संधि विच्छेद, संशय में प्रयुक्त संधि का नाम

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सन्धि वस्तुनिष्ठ प्रश्न Sandhi In Hindi Question

प्रश्न 7. ‘देव्यर्पण’ पद में सन्धि है – (1) यण (2) अयादि (3) दीर्घ (4) वृद्धि सही उत्तर – (1) प्रश्न 8. ‘अप् + मय’ का शुद्ध सन्धियुक्त पद है- (1) अप्मय (2) अम्मय (3) अपमय (4) अपम्य सही उत्तर – (2) प्रश्न 9. ‘खगेश’ का सन्धि-विच्छेद होगा- (1) खग + एश (2) खग + ईश (3) खग + इश (4) खगा + एश सही उत्तर – (2) प्रश्न 10. ‘पयः + ज’ का संधियुक्त पद होगा – (1) पयज (2) पयःज (3) पयोज (4) पयौज सही उत्तर – (3) प्रश्न 11. ‘पयः + आदि’ का शुद्ध संधियुक्त पद है- (1) पयादि (2) पयआदि (3) पयःआदि (4) पयोदि सही उत्तर – (2) प्रश्न 12. ‘उपेक्षा’ का सन्धि विच्छेद होगा – (1) उप + ईक्षा (2) उपे + क्षा (3) उप + इच्छा (4) उपे + ईक्षा सही उत्तर – (1) प्रश्न 13. ‘मनोरम’ पद में कौनसी सन्धि है – (1) स्वर (2) व्यंजन (3) विसर्ग (4) उपर्युक्त सभी सही उत्तर – (3) प्रश्न 14. किस समूह के सभी शब्द सन्धियुक्त हैं- (1) नीमड़ी, दुर्जन, निश्चल (2) मनोज, दिनेश, राजर्षि (3) साकार, सरोज, मयूर (4) नरेन्द्र, प्रदोष, संकुल सही उत्तर – (2) प्रश्न 15. किस समूह के सभी शब्द संधि रहित हैं – ( 1 ) चन्द्रमा , निरर्थक , सत्यार्थ ( 2 ) कपाट , ललाट , दीपक ( 3 ) साम्ब , रेखांकित , प्राणान्त ( 4 ) पुरुषार्थ , नारान्तक , चरितार्थ सही उत्तर – (2) प्रश्न 16. ‘उपर्युक्त’ का सही संधि विच्छेद है – ( 1 ) उपरि + उक्त ( 2 ) उपरि + युक्त ( 3 ) उपर + उक्त ( 4 ) उपर् + युक्त सही उत्तर – (1) प्रश्न 17. ‘म् + अ + ह + अ + त् + त् + व् + अ’ के मेल से बने शब्द का चयन कीजिए- ( 1 ) महतव ( 2 ) महत्व ( 3 ) महत्त्व ( 4 ) उपर्युक्त सभी सही उत्तर – (3) प्रश्न 18. यदि विसर्ग के दोनों तरफ ‘ अ ‘ स्वर हो तो विसर्ग का परिवर्तित रूप होगा – ( 1 ) श् ( 2 ) र् ( 3 ) ओ ( ...

संधि विच्छेद

‘सन्धि विच्छेद’ शब्द की व्युत्पत्ति(निर्वचन) ‘सन्धि’ शब्द की व्युत्पत्ति- सम् उपसर्ग पूर्वक ‘धा’ धातु (डुधाञ् धारणपोषणयोः) में ‘कि’ प्रत्यय लगकर ‘सन्धि’ शब्द निष्पन्न होता है, जिसका तात्पर्य होता है संधानं सन्धिः अर्थात् मेल, जोड़, संयोग आदि। व्याकरण के अनुसार ‘वर्णानां परस्परं विकृतिमत् संधानं सन्धिः’ अर्थात् दो वर्णाक्षरों के मेल से उत्पन्न हुए विकार को ‘सन्धि’ कहते हैं। जैसे- सेवा+अर्थ = सेवार्थ। यहाँ ‘सेवार्थ’ में सेवा और अर्थ ये दो शब्द हैं जिसमें सेवा का अन्तिम अक्षर ‘आ’ है और अर्थ का प्रथम शब्द ‘अ’ है। आ और अ ये दो वर्ण नियमतः आपस में मिलकर ‘आ’ बन जाता है। आ और अ वर्ण मिलकर बना ‘आ’ ही विकार कहलाता है। जैसे रमा+ईश = रमेश। यहाँ रमा का अंतिम वर्ण आ और ईश का प्रथम वर्ण ई ये दो वर्ण हैं। आ और ई मिलकर नियमतः विकार रूप में अर्थात् परिवर्तन होकर ए बन जाता है। विकार शब्द का तात्पर्य यहाँ पर परिवर्तन से है। इस प्रकार हिन्दी अथवा संस्कृत व्याकरण के अनुसार जब प्रथम शब्द की अन्तिम ध्वनि यानी अन्तिम वर्ण और द्वितीय शब्द की प्रथम ध्वनि यानी पहला वर्ण आपस में मिलकर ध्वनि परिवर्तन करते हैं यानी विकार उत्पन्न करते हैं तो उस परिवर्तन से बने नए वर्ण-विकार को ‘सन्धि’ कहा जाता है। ‘सन्धि’ एवं ‘सन्धि-विच्छेद’ शब्द का सामान्य अर्थ ‘संधि’ शब्द का सामान्य अर्थ होता है मेल, जोड़, संयोग, संहिता आदि। दो वर्णों के योग से उत्पन्न हुए विकार को संधि कहते हैं और इसी संधि के मूल-मूल शब्दों को अलग-अलग इस रूप में करना जैसे पूर्ववत् थे, उसे ‘सन्धि-विच्छेद’ कहते हैं। जैसे देवालय = देव+आलय। इस तरह जो शब्द सन्धि से बने हैं उसे अलग-अलग अपने पूर्व के रूप में रखना अर्थात् सन्धि शब्द को तोड़ना ‘सन्धि-विच्छेद’ कहल...