चर्म रोग की फोटो

  1. चर्मरोग के लिए रामबाण घरेलु नुस्खे।
  2. चर्म रोग दूर करने के आयुर्वेदिक व घरेलू उपाय
  3. चर्म रोग के प्रकार, लक्षण और उपाय Skin Disease Symptoms And Types
  4. Aastha : बेतालेश्वर महादेव का चमत्कारी कुंड, स्नान करने से खत्म हो जाता है चर्म रोग, जानिए इस मंदिर की कहानी
  5. चर्म रोग (त्वचा विकार) के लक्षण, कारण, इलाज , दवा, उपचार और परहेज
  6. आगरा जिला अस्पताल के चर्म रोग विभाग में पहुंच रहे मरीज, लग रही लंबी कतार
  7. सभी तरह के चर्म रोगों की एक होम्योपैथिक दवा
  8. Skin Disorders : चर्म रोग (त्वचा विकार) क्या है? जानें इसके लक्षण


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चर्मरोग के लिए रामबाण घरेलु नुस्खे।

charm rog ke liye ramban nuskhe, skin disease treatment in hindi, daad ka ilaj, daad khaj ka ilaj एक कष्टदायक रोग……चर्मरोग। यह पूरे शरीर की चमड़ी पर कहीं भी हो सकता है। अनियमित खान-पान, दूषित आहार, शरीर की सफाई न होने एवं पेट में कृमि के पड़ जाने और लम्बे समय तक पेट में रहने के कारण उनका मल नसों द्वारा अवशोषित कर खून में मिलने से तरह तरह के चर्मरोग सहित शारीरिक अन्य बीमारियां पनपने लगती हैं जो मानव के लिए अति हानिकारक होती है। दाद के लक्षण :- Daad ka ilaj दाद में खुजली बहुत ज्यादा होती है की आप उसे खुजाते ही रहते हैं। खुजाने के बाद इसमे जलन होती है व छोटे-छोटे दाने होते हैं। दाद ज्यादातर जननांगों में जोड़ोें के पास और जहाँ पसीना आता है व कपड़ा रगड़ता है, वहां पर होता है। वैसे यह शरीर में कहीं भी हो सकता है। खाज (खुजली) :- khaj khujli ka ilaj इसमें पूरे शरीर में सफेद रंग के छोटे-छोटे दाने हो जाते हैं। इन्हें फोड़ने पर पानी जैसा तरल निकलता है जो पकने पर गाढ़ा हो जाता है। इसमें खुजली बहुत होती है, यह बहुधा हांथो की उंगलियों के बीच में तथा पूरे शरीर में कहीं भी हो सकती है। इसको खुजाने को बार-बार इच्छा होती है और जब खुजा देते है तो बाद में असह्य जलन होती है। यह छुतहाएवं संक्रामक रोग है। रोगी का तौलिया व चादर उपयोग करने पर यह रोग आगे चला जाता है, अगर रोगी के हाथ में रोग हो और उससे हांथ मिलायें तो भी यह रोग सामने वाले को हो जाता है। उकवत (एक्जिमा) :- eczima ka ilaj, eczema ka ilaj दाद, खाज, खुजली जाति का एक रोग उकवत भी है, जो अत्यंत कष्टकारी है। रोग का स्थान लाल हो जाता है और उस पर छोटे-छोटे दाने हो जाते हैं। इसमे चकत्ते तो नही पड़ते परन्तु यह शरीर में कहीं भी हो जाता है। यह दो त...

चर्म रोग दूर करने के आयुर्वेदिक व घरेलू उपाय

चर्म रोग कई प्रकार के होते हैं। जैसे कि- दाद, खाज, खुजली, छाछन, छाले, खसरा, फोड़े, फुंसी आदि। बहुत से मामलों में हम आयुवेदिक व घरेलू उपचार से रोग को ठीक कर सकते हैं, पर कई मामलो में एक अच्छे dermatologist से सलाह लेना उचित होता है। Skin disease में बहुत से लोगों को होमियोपैथी की दवाओं से भी काफी लाभ मिलता है। आज इस लेख में हम चर्म रोग ठीक करने के आयुर्वेदिक तरीकों के बारे में बात करेंगे। Ayurvedic Treatment for Skin Disease in Hindi / Home Remedies for Skin Diseases चर्म रोग दूर करने के आयुर्वेदिक व घरेलू उपाय चर्म रोग होने के कारण / Cause of Skin Disease in Hindi चर्म रोग होने के कई कारण हो सकते हैं: • अधिकतर समय धूप में बिताने वाले लोगों को चर्म रोग होने का खतरा ज्यादा होता है। • किसी एंटीबायोटिक दवा के खाने से साइड एफेट्स होने पर भी त्वचा रोग हो सकता है। • महिलाओं में मासिक चक्र अनियमितता की समस्या हो जाने पर भी उन्हे चर्म रोग होने की संभावना अधिक बढ़ जाती है। • शरीर में ज़्यादा गैस जमा होने से खुश्की का रोग हो सकता है। • अधिक कसे हुए कपड़े पहेनने पर और नाइलोन के वस्त्र पहनने पर भी चमड़ी के विकार ग्रस्त होने का खतरा होता है। • नहाने के साबुन में अधिक मात्रा में सोडा होने से भी यह रोग हो सकता है। • खुजली का रोग ज़्यादातर शरीर में खून की खराबी के कारण उत्पन्न होता है। • गरम और तीखीं चिज़े खाने पर फुंसी और फोड़े निकल आ सकते हैं। • आहार ग्रहण करने के तुरंत बाद व्यायाम करने से भी चर्म रोग होने की संभावना रहती है। • उल्टी, छींक, डकार, वाहर (Fart), पिशाब, और टट्टी इन सब आवेगों को रोकने से चर्म रोग होने का खतरा रहता है। • शरीर पर लंबे समय तक धूल मिट्टी और पसीना जमें रहने से भी चर्म रोग...

चर्म रोग के प्रकार, लक्षण और उपाय Skin Disease Symptoms And Types

Skin Disease causes & Treatment: त्वचा शरीर का सबसे कोमल हिस्सा होता है। शरीर के अंदरूनी हिस्से की तुलना में स्किन सीधे बाहरी वातावरण के संपर्क में रहती है। जिसके चलते बाहर की धूप, धूल, मिट्टी गंदगी, प्रदूषण, बाहरी वातावरण में मौजूद बैक्टीरिया आदि सभी त्वचा को प्रभावित करते हैं। चर्म रोग ( Chronic Skin Problems) भी इनके अलावा अंदरूनी कारणों से भी होता है। वहीं इस रोग को लेकर समाज में भी काफी भ्रांतियॉ हैं कि यह रोग ठीक नहीं होता, लेकिन समय पर इलाज हो जाए तो चर्म रोग ( Chronic Skin Problems) से निजात पायी जा सकती है। आइए जानते हैं सोरायसिस के कारण, लक्षण और इलाज | ( Psoriasis –causes,symptoms, diagnosis,treatment) चर्म रोग क्या है? What is skin diseases चर्म रोग ( Chronic Skin Problems) त्वचा पर होने वाला संक्रमण या रोग है जो त्वचा के बाहरी हिस्से पर कहीं पर भी हो सकता है। चर्म रोग की समस्या होने पर त्वचा में खुजली, दाने, रैशेस, लालिमा, सूजन, जलन, छाले, बाहरी हिस्से पर घाव आदि जैसी समस्या होने लगती है. कुछ चर्म रोग सामान्य होते हैं जबकि कुछ बहुत गंभीर। सामान्यतः लोग केवल एक्जिमा को चर्म रोग मानते हैं. जबकि एक्ज़िमा के अलावा भी ऐसी कई समस्याएं होती है जो चर्म रोग का रूप होती है। चर्म रोग के प्रकार | skin diseases types and symptoms जिस तरह संक्रमण कई तरह का होता है उसी प्रकार चर्म रोग भी कई प्रकार के होते हैं। यह स्थाई और अस्थाई होने के साथ-साथ दर्द रहित और दर्द देने वाले भी होते हैं। कुछ में समस्या खुद अपने आप ही ठीक हो जाती है जबकि कुछ में डॉक्टरी इलाज आवश्यक होता है। दाद (Ringworm) • यह रोग त्वचा की सही तरीके से साफ़-सफाई नहीं करने के कारण होता है। इसके अलावा शरीर के किसी ह...

Aastha : बेतालेश्वर महादेव का चमत्कारी कुंड, स्नान करने से खत्म हो जाता है चर्म रोग, जानिए इस मंदिर की कहानी

रोहित भट्ट/अल्मोड़ा. उत्तराखंड के अल्मोड़ा नगर से तकरीबन 5 किलोमीटर की दूरी पर है बेतालेश्वर महादेव का मंदिर. इस मंदिर में स्वयंभू शिवलिंग स्थापित है और यह मंदिर प्राचीन काल का बताया जाता है. मंदिर के पास एक कुंड भी देखने को मिलता है जोकि मंदिर के साथ ही स्थापित हुआ था. इस कुंड में ऊपर की तरफ से पानी आता है, जिस कारण से यह हर समय भरा रहता है. श्रद्धालुओं की आस्था है कि इस कुंड में नहाने से चर्म रोग खत्म होते हैं और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. वैशाख के महीने में दूर-दूर से श्रद्धालु यहां पर आकर स्नान करते हैं. वैशाख महीने में श्रद्धालु यहां पूजा-अर्चना करने के लिए आते हैं. यहां वैशाख के पहले दिन से ही भक्तों का तांता लगा रहता है और महीने के आखिरी दिन यहां विशाल भंडारा भी कराया जाता है. यहां पर काफी संख्या में श्रद्धालु इस मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. इस मंदिर में स्वयंभू शिवलिंग स्थापित है. भगवान शंकर लोगों की मनोकामना जब पूरी करते हैं, तो वे श्रद्धालु यहां पर शिवपाठ, रुद्राभिषेक या फिर भंडारा आदि करवाते हैं. भक्तों का दावा कुंड में कुंड में नहाने से दूर हो जाता है चर्म रोग श्रद्धालु कैलाश चंद्र जोशी ने बताया कि इस मंदिर में स्वयंभू शिवलिंग स्थापित है और इसके साथ ही यह कुंड भी यहां पर देखने को मिलता है. यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है. यहां स्थित इस कुंड में नहाने से लोगों की मनोकामना पूरी होती है . कोई भी शरीर में चर्म रोग से संबंधित दिक्कत है तो वह भी धीरे-धीरे कम होती है.श्रद्धालु राजेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि इस मंदिर की काफी मान्यता है और यहां के कुंड से आने वाले पानी से श्रद्धालु स्नान करते हैं और भगवान शंकर को इसी पानी से जल चढ़ाया जाता है. श्रद्...

चर्म रोग (त्वचा विकार) के लक्षण, कारण, इलाज , दवा, उपचार और परहेज

चर्म रोग (त्वचा के विकार)क्या होते हैं? ऐसे विकार या संक्रमण जो मानव त्वचा को प्रभावित करते हैं, उन्हें चर्म रोगकहा जाता है। इनके कई कारण होते हैं। हालांकि त्वचा को प्रभावित करने वाले अधिकांश रोग त्वचा की परतों में शुरू होते हैं, यह विभिन्न प्रकार के आंतरिक रोगों के निदान में भी मदद करते हैं। यह माना जाता है कि त्वचा से एक व्यक्ति के आंतरिक स्वास्थ्य का पता चलता है। चर्म रोग (त्वचा विकार) के लक्षणों और गंभीरता में काफी भिन्नताएं हैं। यह अस्थायी या स्थायी होने के साथ ही दर्द रहित या दर्दयुक्त दोनों ही तरह के हो सकते हैं। कुछ मामलों में यह स्थितिजन्य हो सकते हैं, जबकि अन्य में यह आनुवांशिक भी होते हैं। कुछ त्वचा विकारों की स्थिति बेहद ही सुक्ष्म होती है, और कुछ जीवन के लिए खतरनाक हो सकते हैं। अधिकांश चर्म रोगसुक्ष्म होते हैं, जबकि अन्य एक अधिक गंभीर समस्या की ओर संकेत करते है। यदि आपको इन में से कोई त्वचा संबंधी समस्या हो तो अपने चिकित्सक से संपर्क करें। चार्म रोग के कितने प्रकार होते हैं? आम त्वचा विकार और संक्रमणमें निम्नलिखितको शामिल किया जाता है - • • • • • • सिबोर्हिक डर्मेटाइटिस (seborrheic dermatitis) • • • इंपटिगो (impetigo) • • • • • • • • • • बेसल सेल कार्सिनोमा (Basal call carcinoma) • डेरियर्स डिजीज (Darier's disease) • नाखूनों में होने वाले • कीलॉइडिस (Keloida) • मिलनोमा (Melanoma) • मेलस्मा (Melasma) त्वचा विकार के लक्षण व संकेत क्या होते हैं? त्वचा विकार के निम्नलिखित लक्षण होते हैं - • लाल या सफेद रंग के उभार। • दर्दनाक या खुजली वाले चकत्ते। • त्वचा का खुरदुरापन। • त्वचा का छिलना। • अल्सर। • खुले घाव या जखम। • सूखी व फटी त्वचा। • त्वचा पर फीके रंग के धब्बे। •...

आगरा जिला अस्पताल के चर्म रोग विभाग में पहुंच रहे मरीज, लग रही लंबी कतार

आगरा में जिला अस्पताल के चर्म रोग विभाग में मरीजों की लंबी लाइन लगी है। काफी घंटों तक मरीजों को लाइन में खड़े होकर या बैठ कर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है। चर्म रोग चिकित्सक का कहना है कि गर्मी और तेज धूप की वजह से स्किन डिसीज में बढ़ोतरी हो रही है। जिसकी वजह से रोजाना ओपीडी में करीब 300 से 400 मरीज चेकअप के लिए आ रहे हैं। गर्मी में लगातार बढ़ रहे तापमान की वजह से जिला अस्पताल में फंगल इन्फेक्शन और स्किन डिजीज के मरीज रोजाना अपना चेकअप कराने आ रहे हैं। जिला अस्पताल के चर्म रोग विभाग में धूप की वजह से त्वचा झुलसने वाले व मच्छर के काटने की वजह से स्किन इन्फेक्शन से परेशान मरीज चेकअप के लिए लाइन में लगे दिखाई दिए। चर्म रोग विभाग के डॉक्टर राम आश्रय ने बताया कि गर्मी की वजह से फंगल इन्फेक्शन और हीट की वजह से शरीर पर मरोरी जैसी समस्या बढ़ गई हैं। इसके साथ ही कुछ लोग जो गर्मी की वजह से फुल बाजू के कपड़े नहीं पहने पाते, उनको मच्छर के काटने से चर्म रोग(एलर्जी) की समस्या हो जाती है। जो खास कर बच्चों में देखी जा रही है। वहीं रोजाना की ओपीडी में करीब 300 से 400 मरीज आ रहे हैं। चर्म रोग के मरीज अपनी बारी का इंतजार करते हुए। डॉ राम आश्रय ने बताया कि गर्मी से बचने के लिए सभी लोग फुल बाजू के कपड़े पहन कर ही घर से निकलें। चेहरे पर सनस्क्रीन जैसी किसी क्रीम का प्रयोग कर सकते हैं। साथ ही 11 से 3 बजे के बीच में बहुत ज्यादा जरूरी काम होने पर बाहर निकलें। अपने आप को धूप से जितना बचा सकते हैं, उतना बचाव करें।

सभी तरह के चर्म रोगों की एक होम्योपैथिक दवा

चर्म रोग की होम्योपैथिक दवा– हमारी पांच इंद्रियों में, त्वचा हमारे शरीर की सबसे बड़ी इंद्रियों में से एक है. हमारा पूरा शरीर त्वचा से ढका हुआ है. त्वचा हमें विभिन्न हानिकारक रसायनों, हानिकारक तरंगों, कीटाणुओं से बचाती है. त्वचा हमारे शरीर की आंतरिक गर्मी को संतुलित करती है. यह हमारे शरीर का सबसे संवेदनशील हिस्सा है. त्वचा से हम बाहरी किसी भी चीज का एहसास करते हैं. हमारे शरीर में अलग-अलग समय पर विभिन्न चर्म रोग जैसे की जननांग दाद, एक्जिमा, खाज, सिर में खुजली, अंडकोष में खुजली आदि अलग-अलग कारणों से होते हैं. आपको बता दें कि एक सर्वेक्षण के अनुसार, लगभग 20% से 30% आबादी को किसी न किसी रूप में त्वचा रोग है. ऐसे में ये चर्म रोग का इलाज के बारे में जानना चाहते हैं. यदि आप भी चर्म रोग के इलाज के लिए दवाएं के बारे में जानना चाहते हैं. तो ये पोस्ट पूरा पढ़ें. आज के इस पोस्ट में आप लोगों को चर्म रोग की होम्योपैथिक दवा के बारे में बताने वाले हैं. होम्योपैथिक दवाएं एक मात्र ऐसी दवा है जो किसी भी प्रकार के चर्म रोग को ठीक कर सकती हैं. तो चलिए जानते हैं… खुजली जैसे चर्म रोग के लिए होम्योपैथिक दवा Antim Crud 30 – यदि आपको त्वचा पर छाले आदि हो तो यह दवा उपयोगी है. चेहरे, पीठ, हाथों, छाती पर घाव में भी लाभदायक होता है. Aloes Soc 30 – शरीर के त्वचा के किसी भी हिस्से पर खुजली होने पर उपयोगी है. Alumina 200 – सर्दी में दाद , कब्ज के साथ त्वचा की समस्याएं, सूखी त्वचा, बहुत खुजली, जब तक खून न निकल रहा है तब तक खुजली होता है. ऐसे स्थिति में यह दवा कारगर है. Croton tig 200 – खुजली से त्वचा पर छाले पड़ जाना. खुजली पानी और ठंड लगने से बढ़ जाती है. Anagalis arv 30– हथेली पर खुजली, हाथों और उंगलियों ...

Skin Disorders : चर्म रोग (त्वचा विकार) क्या है? जानें इसके लक्षण

चर्म रोग या त्वचा विकार बेहद ही गंभीर रोग हो सकता है। जो शरीर के अलग-अलग अंगों की त्वचा को प्रभावित कर सकता है। चर्म रोग होने पर त्वचा पर खुजली, दर्द और जलन हो सकती है। चर्म रोग होने का मुख्य कारण किसी तरह का स्वास्थ्य विकार या संक्रमण हो सकता है। जिसके कई चरण भी सकते हैं। हालांकि, इसके शुरूआती चरणों में त्वचा की सबसे ऊपरी परत को ही नुकसान हो सकता है। चर्म रोग शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है, खासकर गुप्तांगों में चर्म रोग के होने का जोखिम सबसे अधिक हो सकता है। चर्म रोग संबंधी लक्षण या समस्याएं हर किसी को अलग-अलग होती है। शायद आपको पता होगा कि चर्म रोग में पित्त (Urticaria) की समस्या बहुत आम होती है। बच्चों में चर्म रोग होना कॉमन है। बच्चों में भी व्यस्कों की तरह चर्म रोग होता है। शिशुओं में डायपर रिलेटेड स्किन प्रॉब्लम होने के चांजेस होते हैं। चूंकि बच्चे दूसरे बच्चों और वायरस के संपर्क में ज्यादा आते हैं इसलिए कभी-कभी उनमें ऐसे त्वचा विकार भी दिखाई देते हैं जो व्यस्कों में दुर्लभ होते हैं। बच्चों में कुछ स्किन प्रॉब्लम्स समय के साथ ठीक हो जाती हैं, लेकिन कुछ परमानेंट स्किन डिसऑर्डर बन जाते हैं। ज्यादातर केसेज में डॉक्टर बच्चों के स्किन डिसऑर्डर का टॉपिकल क्रीम, मेडिकेड लोशन और दवाइयों से उपचार करते हैं। बच्चों में चर्म रोग के लक्षण निम्न हैं। • एक्जिमा • डायपर रैशेज • चिकनपॉक्स • मीजल्स • वार्ट्स • एकने • हीव्स • फिफ्थ डिजीज • रिंगवॉर्म • वैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन के कारण रैशेज • एलर्जी के कारण होने वाले रैशेज • सिबोर्हिक डर्मेटाइटिस (seborrheic dermatitis) और पढ़ेंः चर्म रोग के प्रकार चर्म रोग कई प्रकार के हो सकते हैं, जिसमें शामिल हैंः सोरायसिस (Psoriasis) घमौरी...