चूरन बेचने का काम कौन करता है

  1. ट्रैवल एजेंसी
  2. चूरन
  3. प्रश्‍न बैंक 2023 उत्‍तर सहित कक्षा 12 वींं विषय हिन्‍दी सॉल्‍यूशन पीडीएफ डाउनलोड
  4. क्या होता है न्यूनमत समर्थन मूल्य, कौन तय करता है MSP और क्या है फायदा, जानें हर बात
  5. चूरन बेचने वालों को क्या कहते हैं?
  6. राज्यपाल की नियुक्ति कौन करता है?
  7. जानिए कैसे शुरू करें स्टार्टअप, इन स्टेप को फॉलो करेंगे तो बिना किसी टेंशन के खड़ा हो जाएगा खुद का बिजनेस
  8. प्रश्‍न बैंक 2023 उत्‍तर सहित कक्षा 12 वींं विषय हिन्‍दी सॉल्‍यूशन पीडीएफ डाउनलोड
  9. क्या होता है न्यूनमत समर्थन मूल्य, कौन तय करता है MSP और क्या है फायदा, जानें हर बात
  10. जानिए कैसे शुरू करें स्टार्टअप, इन स्टेप को फॉलो करेंगे तो बिना किसी टेंशन के खड़ा हो जाएगा खुद का बिजनेस


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ट्रैवल एजेंसी

अनुक्रम • 1 उत्पत्ति • 2 ऑपरेशन • 2.1 कमीशन • 3 एजेंसियों के प्रकार • 4 समेकनकर्ता • 5 आलोचना और विवाद • 5.1 "रैकिंग" • 6 इंटरनेट से खतरा • 7 करियर • 8 कार्गो • 9 इन्हें भी देखें • 10 नोट्स • 11 सन्दर्भ • 12 बाहरी कड़ियाँ उत्पत्ति [ ] ब्रिटिश कंपनी कॉक्स एंड किंग्स Cox & Kings को इस दुनिया में सबसे पुरानी यात्रा एजेंसी कहा जाता है, परन्तु यह सेवाएं मूल रूप से 1758 में स्थापित इस बैंक द्वारा अपने धनी ग्राहकों को दी जाती थीं। आधुनिक ट्रैवल एजेंसी सबसे पहले 19वीं सदी की दूसरी छमाही में दिखाई दी। थॉमस कुक ने, टूर पैकेज को विकसित करने के अलावा, मिडलैंड रेलवे के साथ मिलकर 19वीं सदी के अंतिम चौथाई में एजेंसियों की एक श्रृंखला स्थापित की। उन्होंने न केवल स्वयं के पर्यटन पैकेज जनता को बेचे, इसके अलावा अन्य टूर कंपनियों का प्रतिनिधित्व भी किया। अन्य ब्रिटिश अग्रणी यात्रा एजेंसियां डीन और डावसन, पॉलिटेक्निक पर्यटन एसोसिएशन और सहकारी थोक समिति थीं। उत्तरी अमेरिका में सबसे पुरानी यात्रा एजेंसी ब्राउनेल ट्रैवल (Brownell Travel) है; 4 जुलाई 1887 को वाल्टर टी. ब्रोव्नेल्ल ने एसएस देवोनिया नामक जहाज से न्यूयार्क से शुरू हुए यूरोपीय दौरे पर दस यात्रियों का नेतृत्व किया। यात्रा एजेंसियां, 1920 के दशक की शुरुआत में वाणिज्यिक विमानन के विकास के साथ यात्रा एजेंसियां अधिक आम हो गईं। मूलतः, ट्रैवल एजेंसियां मध्यम और उच्च वर्ग के ग्राहकों की बड़े पैमाने पर सेवा करती हैं, युद्ध के बाद जनसाधारण-बाजार में पैकेज छुट्टियों में आयी तेजी के परिणामस्वरूप ज्यादातर ब्रिटिश शहरों की मुख्य सड़कों पर यात्रा एजेंसियों आ गयीं, जो कि श्रमिक वर्ग के ग्राहकों के लिए काम कर रहीं थीं और उनके लिए विदेशों में समुद्र तट...

चूरन

चर्चित शब्द (विशेषण) जो किसी वस्तु, स्थान आदि के मध्य या बीच में स्थित हो। (संज्ञा) स्त्रियों का गहने, कपड़े आदि से अपने आपको सजाने की क्रिया। (संज्ञा) राजा जनक की पुत्री तथा राम की पत्नी। (संज्ञा) शिक्षा संबंधी योग्यता। (विशेषण) अच्छे चरित्रवाली। (विशेषण) धोखा देने के लिए किसी प्रकार की झूठी कार्रवाई करने वाला। (विशेषण) कहीं-कहीं पर होने वाला। (संज्ञा) सेना का प्रधान और सबसे बड़ा अधिकारी। (संज्ञा) वह रोग जिसमें भोजन नहीं पचता। (विशेषण) जो प्रशंसा के योग्य हो।

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सही जोड़ी बनाकर लिखिए (1) उत्‍तर • कुचित ख सिकुड़ी हुई • तुषारपात ग ओले बरसाना • अलगौझा क बँटवारा • जिठौत ड. जेठ का पुत्र • अजिया ससुर च पति का दादा • नैहर घ मायका 1 (2) उत्‍तर • असबाब ग सामान • दरकार घ जरूरत • परिमित क सीमित • पेशगी ख अग्रिम राशि • दारुण च भयंकर • नाचीज ड. महत्त्वहीन (3) उत्‍तर i. दसतपा ख तपते दस दिन ii. पखवारा क पंद्रह दिन की अवधि iii. टेरते घ पुकारने iv. ढोर-ढंगर ग पशु v. अर्घ्य च जल चढ़ाना vi. भूजा ड. भुना हुआ अन्न (4) उत्‍तर I. भयात ख भय से पीडित II. कुंदन क विलाप III. पट्ठा घ पहलवान IV. कीर्ति ग यश v. गद्गद होना च खुश होना VI. लाज रखना ड. सम्मान बचाना (5) उत्‍तर i. भक्तिन च महादेवी वर्मा ii. बाज़ार दर्शन ड. जैनेन्द्र कुमा iii. काले मेघा पानी दे घ धर्मवीर भारती iv. पहलवान की ढोलक ग फणीश्वर नाथ रेणु v. शिरीष के फूल क हजारी प्रसाद द्ववेदी vi. मेरी कल्पना का आदर्श समाज ख बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर (6) उत्‍तर (7) उत्‍तर i. विडम्बना ख. दुर्भाग्य ii. पोषक ग. बढ़ाने iii. विभाजन क. बँटवारा iv. विपरीत च. उल्टा v. दूषित घ. दोषपूर्ण vi. भ्रातृता ड. भाईचारा एक वाक्य में उत्तर लिखिए- 1. गन्ने का पका हुआ गाढ़े रस को क्या कहा जाता है? उत्‍तर- राब 2. भक्तिन को ओंठ कैसे थे? उत्‍तर- पतले 3. भक्तिन का वास्तविक नाम क्या था? उत्‍तर- लक्ष्‍मिन 4. लेखिका की भ्रमण की साथिन कौन रही है। उत्‍तर- भक्तिन 5. बदरी-केदार के रास्ते कैसे हैं? उत्‍तर- 6. भक्तिन और लेखिका के बीच कैसा संबंध है? उत्‍तर- सेवक-स्‍वामी 7. जेठ का पुत्र क्या कहलाता है? उत्‍तर- जिठौत 8. 'बाजार दर्शन' किस विधा में लिखा गया है। उत्‍तर- निबंध 9. 'खेल' कहानी के रचयिता कौन हैं? उत्‍तर- जैनेन्‍द्र कुमार 10. जैनेन्द्र...

क्या होता है न्यूनमत समर्थन मूल्य, कौन तय करता है MSP और क्या है फायदा, जानें हर बात

सरकार ने किसान कल्याण की तमाम योजनाएं चलाई हुई हैं. कृषि सेक्टर के बजट में भी इजाफा किया है. साथ ही कई स्तर पर सीधे आर्थिक मदद भी की जा रही है. फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाना भी किसानों की आमदनी बढ़ाने की दिशा में सीधा कदम है. सरकार ने पिछले दिनों रबी सीजन की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में इजाफा किया था. न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के बारे में बहुत से लोग वाकिफ नहीं होंगे कि ये एमएसपी क्या होता है और ये कैसे तय किया जाता है, एमएसपी से किसानों को क्या फायदा होता है. न्यूनतम समर्थन मूल्य के बारे में यहां विस्तार से बता रहे हैं कि ये एमएसपी क्या है और इसे तय करने का फार्मूला क्या है. न्यूनतम समर्थन मूल्य क्या होता है (What is Minimum support price) न्यूनतम सर्मथन मूल्य यानी मिनिमम सपोर्ट प्राइस या एमएसपी किसानों की फसल की सरकार द्वारा तय कीमत होती है. एमएसपी के आधार पर ही सरकार किसानों से उनकी फसल खरीदती है. राशन सिस्टम के तहत जरूरतमंद लोगों को अनाज मुहैया कराने के लिए इस एमएसपी पर सरकार किसानों से उनकी फसल खरीदती है. बाजार में उस फसल के रेट भले ही कितने ही कम क्यों न हो, सरकार उसे तय एमएसपी पर ही खरीदेगी. इससे किसानों को अपनी फसल की एक तय कीमत के बारे में पता चल जाता है कि उसकी फसल के दाम कितने चल रहे हैं. क्योंकि सुई से लेकर हवाई जहाज तक बनाने वाली कंपनियों अपने सामान की बिक्री की कीमत तय करके उसे बाजार में बेचती हैं, लेकिन किसान खुद अपनी फसल की कीमत तय नहीं कर सकता. इसके लिए उसे आढ़तियों और सरकार पर निर्भर रहना पड़ता है. यह भी पढ़ें- ऐसा नहीं है कि किसी फसल की एमएसपी तय हो जाने के बाद बाजार में वह उसी कीमत पर मिलेगी. आपको वही फसल एमएसपी से कम या ज्यादा कीमत पर बिकत...

चूरन बेचने वालों को क्या कहते हैं?

विषयसूची Show • • • • • • • • • • 2. भक्तिन को ओंठ कैसे थे? 3. भक्तिन का वास्तविक नाम क्या था? 4. लेखिका की भ्रमण की साथिन कौन रही है 5. बदरी-केदार के रास्ते कैसे हैं? 6. भक्तिन और लेखिका के बीच कैसा संबंध है? 7. जेठ का पुत्र क्या कहलाता है? 8. बाजार दर्शन किस विधा में लिखा गया है 9. खेल कहानी के रचयिता कौन हैं? 10. जैनेन्द्र कुमार का जन्म किस सन में हुआ था? 11. चूरन बेचने का काम कौन करता था? 12. पर्चेजिंग पावर से क्या आशय है? 13. बाजार दर्शन पाठ के लेखक कौन है? 14. अकिंचितकर का क्या अर्थ है? 15. काले मेघा पानी दे किस विधा में लिखा गया है? 16. गुनाहों का देवता उपन्यास के लेखक कौन हैं 17. धर्मवीर भारती का जन्म वर्ष क्या है? 18. बच्चों की सेना का क्या नाम था? 19. गुड़धानी का क्या अर्थ है? 20. लड़कों की टोली को क्या नाम दिया गया? 21. काले मेघा पानी दे पाठ के लेखक कौन है? 22. पहलवान की ढोलक पाठ किस विधा में लिखा गया है? 23. मैला आंचल उपन्यास के लेखक कौन हैं? 24. फणीश्वर नाथ रेणु का जन्मवर्ष क्या है? 25. पहलवान की ढोलक कहानी का मुख्य पात्र कौन है? 26. शेर के बच्चे का असल नाम क्या था? 27. लुट्टन सिंह पहलवान की कीर्ति कहाँ तक फैली थी? 28. शिरीष का फूल कब लहकता है? 29. जगत के सत्य क्या हैं? 30. अवधूत किसे कहा गया है? 31. रामायण किसकी रचना है? 32. अनासक्त का क्या अर्थ है? 33. शिरीष के फूल कैसे होते हैं 34. शिरीष के वृक्ष कैसे होते हैं 35. डॉ. भीमराव आंबेडकर का जन्म कब और कहां हुआ था? 36. बुद्धा एण्ड हिज धम्मा के रचयिता कौन हैं? 37. डॉ. आंबेडकर ने उच्च शिक्षा किसके प्रोत्साहन से प्राप्त की? 38. डॉ. आंबेडकर पढ़-लिखकर क्या बनना चाहते थे 39. डॉ. आंबेडकर के चिंतन के तीन प्रेरक व्यक्ति क...

राज्यपाल की नियुक्ति कौन करता है?

दोस्तों,आज के लेख में हम आप को राज्यपाल के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताएंगे कि राज्यपाल कौन होता है, राज्यपाल क्या करता है, Rajyapal Ki Niyukti Kaun Karta Hai तथा राज्यपाल बनने के लिए क्या योग्यता चाहिए होती है। इसी के साथ हम आपकोभारत के संविधान में उन प्रावधानों के बारे में भी बताएंगे जो राज्यपाल से जुड़े हुए हैं। तो चलिए शुरू करते हैं – राज्यपाल कौन है? | Rajyapalkaun hai? दोस्तों, राज्यपाल जिसे गवर्नर के नाम से भी जाना जाता है, वह 1 तरीके सेकेंद्र सरकार का एक एजेंट होता है, जो राज्य की न्याय व्यवस्था, कानून व्यवस्था,तथा कार्यपालिका के कार्यों बारे में केंद्र सरकार को समय-समय पर जानकारी देता है।जैसा कि हम जानते हैं कि भारत के संविधानकी सातवीं अनुसूची में Separation of Powers को लेकर केसारे प्रावधान किए गए हैं, और बताए गए हैं किराज्य की शक्तियां क्या होंगी तथा केंद्र सरकार की शक्तियां क्या होगी। लेकिन जब हम शक्तियों के बारे में जाना शुरु करते हैं, तब में पता चलता है कि एक राज्य चाहे कितना भी शक्तिशाली क्यों ना हो जाए, लेकिन केंद्र सरकार उस राज्य पर निगरानी रख सकती है। यदि राज्य सरकार कानून के अंतर्गत और संविधान के अंतर्गत कार्य नहीं करती है तो राज्य सरकार को ध्वस्त करने का काम भी केंद्र सरकार करती है। केंद्र सरकार जब भी कोई कानून बनाती है तो वहबिल राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद में ही कानून बन पाता है। इसी प्रकार जब कोई मुख्यमंत्री अपने राज्य के लिए कानून बनाता है तब उसे भी उसबिलको एक कानून की शक्ल देने के लिएगवर्नर के हस्ताक्षर की आवश्यकता होती है। एक गवर्नर किसी भी राज्य का एग्जीक्यूटिव हेड होता है। अब आप सोच रहे होंगे कि केंद्र सरकार राज्य सरकारों पर नजर कैसे रखती ...

जानिए कैसे शुरू करें स्टार्टअप, इन स्टेप को फॉलो करेंगे तो बिना किसी टेंशन के खड़ा हो जाएगा खुद का बिजनेस

देश में एक ओर रोजगार के मौके कम होते जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर स्टार्टअप का कल्चर तेजी से बढ़ रहा है. आए दिन लोग अपने किसी यूनीक आइडिया के साथ कोई ना कोई स्टार्टअप शुरू कर रहे हैं. ऐसे में कभी ना कभी हर कोई सोचता है कि काश वो भी अपना खुद का कोई बिजनेस शुरू कर पाता. अगर आप भी स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं तो आइए आपको बताते हैं, कैसे शुरू करें अपना स्टार्टअप और कमाएं ढेर सारे पैसे. सबसे पहले आइडिया पर काम करें किसी भी बिजनेस को शुरू करने का ये पहला स्टेप है. आपको सबसे पहले एक बिजनेस आइडिया सोचना होगा, जिस पर आपको काम करना है. आइडिया सोचते वक्त यह भी ध्यान रखें कि वह प्रैक्टिकल होना चाहिए, वरना आइडिया का कोई मतलब नहीं.ध्यान रहे आपका बिजनेस आइडिया बहुत ही यूनीक होना चाहिए और साथ ही किसी ना किसी समस्या का समाधान करने वाला होना चाहिए. अब बारी आती है बिजनेस प्लान की जैसे ही आपका बिजनेस आइडिया फाइनल हो जाए, आपको उसके बाद एक बिजनेस प्लान तैयार करना है. बिजनेस प्लान मतलब आपको अपने आइडिया की डिटेलिंग करनी है कि वो कैसे काम करेगा. किस-किस बाजार में लॉन्च किया जा सकता है. यह भी देखना होगा कि अभी उस तरह का या उससे मिलता-जुलता कोई आइडिया बाजार में है या नहीं. यह भी अनुमान लगाएं कि इस बिजनेस में कितना खर्चा होगा और उससे कितनी कमाई हो सकती है. मार्केट रिसर्च है बहुत जरूरी कोई भी कंपनी सिर्फ कागजों पर शुरू नहीं होती, ऐसे में आपको मार्केट में उतरना भी बहुत जरूरी है. अपने प्रोडक्ट या सर्विस को लेकर आपको एक मार्केट रिसर्च करने की जरूरत है. इससे आपको पता चलेगा कि आपका प्रोडक्ट कितना चल सकता है और कहां-कहां चल सकता है. साथ ही आपको ये भी पता चलेगा कि बाजार कैसा प्रोडक्ट चाहता है. अगर आपको लगे कि ...

प्रश्‍न बैंक 2023 उत्‍तर सहित कक्षा 12 वींं विषय हिन्‍दी सॉल्‍यूशन पीडीएफ डाउनलोड

सही जोड़ी बनाकर लिखिए (1) उत्‍तर • कुचित ख सिकुड़ी हुई • तुषारपात ग ओले बरसाना • अलगौझा क बँटवारा • जिठौत ड. जेठ का पुत्र • अजिया ससुर च पति का दादा • नैहर घ मायका 1 (2) उत्‍तर • असबाब ग सामान • दरकार घ जरूरत • परिमित क सीमित • पेशगी ख अग्रिम राशि • दारुण च भयंकर • नाचीज ड. महत्त्वहीन (3) उत्‍तर i. दसतपा ख तपते दस दिन ii. पखवारा क पंद्रह दिन की अवधि iii. टेरते घ पुकारने iv. ढोर-ढंगर ग पशु v. अर्घ्य च जल चढ़ाना vi. भूजा ड. भुना हुआ अन्न (4) उत्‍तर I. भयात ख भय से पीडित II. कुंदन क विलाप III. पट्ठा घ पहलवान IV. कीर्ति ग यश v. गद्गद होना च खुश होना VI. लाज रखना ड. सम्मान बचाना (5) उत्‍तर i. भक्तिन च महादेवी वर्मा ii. बाज़ार दर्शन ड. जैनेन्द्र कुमा iii. काले मेघा पानी दे घ धर्मवीर भारती iv. पहलवान की ढोलक ग फणीश्वर नाथ रेणु v. शिरीष के फूल क हजारी प्रसाद द्ववेदी vi. मेरी कल्पना का आदर्श समाज ख बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर (6) उत्‍तर (7) उत्‍तर i. विडम्बना ख. दुर्भाग्य ii. पोषक ग. बढ़ाने iii. विभाजन क. बँटवारा iv. विपरीत च. उल्टा v. दूषित घ. दोषपूर्ण vi. भ्रातृता ड. भाईचारा एक वाक्य में उत्तर लिखिए- 1. गन्ने का पका हुआ गाढ़े रस को क्या कहा जाता है? उत्‍तर- राब 2. भक्तिन को ओंठ कैसे थे? उत्‍तर- पतले 3. भक्तिन का वास्तविक नाम क्या था? उत्‍तर- लक्ष्‍मिन 4. लेखिका की भ्रमण की साथिन कौन रही है। उत्‍तर- भक्तिन 5. बदरी-केदार के रास्ते कैसे हैं? उत्‍तर- 6. भक्तिन और लेखिका के बीच कैसा संबंध है? उत्‍तर- सेवक-स्‍वामी 7. जेठ का पुत्र क्या कहलाता है? उत्‍तर- जिठौत 8. 'बाजार दर्शन' किस विधा में लिखा गया है। उत्‍तर- निबंध 9. 'खेल' कहानी के रचयिता कौन हैं? उत्‍तर- जैनेन्‍द्र कुमार 10. जैनेन्द्र...

क्या होता है न्यूनमत समर्थन मूल्य, कौन तय करता है MSP और क्या है फायदा, जानें हर बात

सरकार ने किसान कल्याण की तमाम योजनाएं चलाई हुई हैं. कृषि सेक्टर के बजट में भी इजाफा किया है. साथ ही कई स्तर पर सीधे आर्थिक मदद भी की जा रही है. फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाना भी किसानों की आमदनी बढ़ाने की दिशा में सीधा कदम है. सरकार ने पिछले दिनों रबी सीजन की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में इजाफा किया था. न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के बारे में बहुत से लोग वाकिफ नहीं होंगे कि ये एमएसपी क्या होता है और ये कैसे तय किया जाता है, एमएसपी से किसानों को क्या फायदा होता है. न्यूनतम समर्थन मूल्य के बारे में यहां विस्तार से बता रहे हैं कि ये एमएसपी क्या है और इसे तय करने का फार्मूला क्या है. न्यूनतम समर्थन मूल्य क्या होता है (What is Minimum support price) न्यूनतम सर्मथन मूल्य यानी मिनिमम सपोर्ट प्राइस या एमएसपी किसानों की फसल की सरकार द्वारा तय कीमत होती है. एमएसपी के आधार पर ही सरकार किसानों से उनकी फसल खरीदती है. राशन सिस्टम के तहत जरूरतमंद लोगों को अनाज मुहैया कराने के लिए इस एमएसपी पर सरकार किसानों से उनकी फसल खरीदती है. बाजार में उस फसल के रेट भले ही कितने ही कम क्यों न हो, सरकार उसे तय एमएसपी पर ही खरीदेगी. इससे किसानों को अपनी फसल की एक तय कीमत के बारे में पता चल जाता है कि उसकी फसल के दाम कितने चल रहे हैं. क्योंकि सुई से लेकर हवाई जहाज तक बनाने वाली कंपनियों अपने सामान की बिक्री की कीमत तय करके उसे बाजार में बेचती हैं, लेकिन किसान खुद अपनी फसल की कीमत तय नहीं कर सकता. इसके लिए उसे आढ़तियों और सरकार पर निर्भर रहना पड़ता है. यह भी पढ़ें- ऐसा नहीं है कि किसी फसल की एमएसपी तय हो जाने के बाद बाजार में वह उसी कीमत पर मिलेगी. आपको वही फसल एमएसपी से कम या ज्यादा कीमत पर बिकत...

जानिए कैसे शुरू करें स्टार्टअप, इन स्टेप को फॉलो करेंगे तो बिना किसी टेंशन के खड़ा हो जाएगा खुद का बिजनेस

देश में एक ओर रोजगार के मौके कम होते जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर स्टार्टअप का कल्चर तेजी से बढ़ रहा है. आए दिन लोग अपने किसी यूनीक आइडिया के साथ कोई ना कोई स्टार्टअप शुरू कर रहे हैं. ऐसे में कभी ना कभी हर कोई सोचता है कि काश वो भी अपना खुद का कोई बिजनेस शुरू कर पाता. अगर आप भी स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं तो आइए आपको बताते हैं, कैसे शुरू करें अपना स्टार्टअप और कमाएं ढेर सारे पैसे. सबसे पहले आइडिया पर काम करें किसी भी बिजनेस को शुरू करने का ये पहला स्टेप है. आपको सबसे पहले एक बिजनेस आइडिया सोचना होगा, जिस पर आपको काम करना है. आइडिया सोचते वक्त यह भी ध्यान रखें कि वह प्रैक्टिकल होना चाहिए, वरना आइडिया का कोई मतलब नहीं.ध्यान रहे आपका बिजनेस आइडिया बहुत ही यूनीक होना चाहिए और साथ ही किसी ना किसी समस्या का समाधान करने वाला होना चाहिए. अब बारी आती है बिजनेस प्लान की जैसे ही आपका बिजनेस आइडिया फाइनल हो जाए, आपको उसके बाद एक बिजनेस प्लान तैयार करना है. बिजनेस प्लान मतलब आपको अपने आइडिया की डिटेलिंग करनी है कि वो कैसे काम करेगा. किस-किस बाजार में लॉन्च किया जा सकता है. यह भी देखना होगा कि अभी उस तरह का या उससे मिलता-जुलता कोई आइडिया बाजार में है या नहीं. यह भी अनुमान लगाएं कि इस बिजनेस में कितना खर्चा होगा और उससे कितनी कमाई हो सकती है. मार्केट रिसर्च है बहुत जरूरी कोई भी कंपनी सिर्फ कागजों पर शुरू नहीं होती, ऐसे में आपको मार्केट में उतरना भी बहुत जरूरी है. अपने प्रोडक्ट या सर्विस को लेकर आपको एक मार्केट रिसर्च करने की जरूरत है. इससे आपको पता चलेगा कि आपका प्रोडक्ट कितना चल सकता है और कहां-कहां चल सकता है. साथ ही आपको ये भी पता चलेगा कि बाजार कैसा प्रोडक्ट चाहता है. अगर आपको लगे कि ...