Dalchini ke fayde

  1. दालचीनी के फायदे, लाभ और नुकसान
  2. अध्ययन में दावा:तीन महीने तक रोजाना इस औषधि का सेवन ब्लड प्रेशर रोगियों के लिए रामबाण, दिखे बेहतर परिणाम
  3. दालचीनी के फायदे और नुकसान
  4. दालचीनी के फायदे, उपयोग और नुकसान (Dalchini ke fayde)
  5. Cinnamon क्या होता है? दालचीनी के फायदे, उपयोग और नुकसान
  6. दालचीनी के लाभ
  7. दालचीनी के फायदे, उपयोग और नुकसान


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दालचीनी के फायदे, लाभ और नुकसान

Cinnamon Benefits in Hindi – दालचीनी खाने में इस्तेमाल होने वाला बहुत ही गुणकारी मसाला है। यह खाने का जायका तो बढ़ाती ही है और बिमारियों को ठीक करने में भी मदद करती है। अधिकतर घरों में मसालों के रूप में ही इसे उपयोग किया जाता है। लेकिन यह एक फायदेमंद औषधि भी है। आयुर्वेद के अनुसार, दालचीनी के इस्तेमाल से कई रोगों का इलाज किया जा सकता है। आइये जाने दालचीनी के फायदे (Dalchini ke fayde) और नुक्सान.. Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • दालचीनी क्या हैं? (What is Cinnamon in Hindi?) दालचीनी का पेड़ हमेशा हराभरा तथा छोटी झाड़ी जैसा होता है। उसके तने की छाल चुनकर सुखाई जाती है। उनका आकार कवेलू जैसा गोलाकार, जाडा, मुलायम तथा भूरे लाल रंग का होता है। दालचीनी की छाल तेजपात की वृक्ष छाल से अधिक पतली, पीली, और अधिक सुगन्धित होती है। यह भूरे रंग की मुलायम, और चिकनी होती है। फलों को तोड़ने पर भीतर से तारपीन जैसी गन्ध आती है। इसका तेल भी निकाला जा सकता है। इसके फूल छोटे, हरे या सफेद रंग के होते हैं। अगर आप दालचीनी की पत्तियों को मलेंगे तो इससे तीखी गंध आती है। दालचीनी में पाए जाने वाले पोषक तत्व – Cinnamon Nutritional Value in Hindi (पोषक तत्व मात्रा प्रति 100 ग्राम – cinnamon nutritional value per 100g) पानी – 10.58 g ऊर्जा – 247 kcal प्रोटीन – 3.99 g फैट – 1.24 g कार्बोहाइड्रेट – 80.59 g शुगर – 2.17 g मिनरल कैल्शियम – 1002 mg आयरन – 8.32 mg मैग्नीशियम – 60 mg फास्फोरस – 64 mg पोटेशियम – 431 mg सोडियम – 10 mg जिंक – 1.83 mg मैंगनीज – 17.466 mg कॉपर – 0.339 mg सिलेनियम – 3.1 µg विटामिन विटामिन-सी – 3.8 mg थियामिन – 0.022 mg राइबोफ्लेविन – 0.041 mg नियासिन – 1.332 mg पैंटोथैनिक एसिड...

अध्ययन में दावा:तीन महीने तक रोजाना इस औषधि का सेवन ब्लड प्रेशर रोगियों के लिए रामबाण, दिखे बेहतर परिणाम

प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति में कई ऐसी औषधियों का जिक्र मिलता है जो कई गंभीर रोगों के जोखिमों को कम करने में मददगार हो सकती हैं। कई औषधियों का हम सभी के घरों में मसाले के तौर पर भी प्रयोग होता आ रहा है। आयुर्वेद के अलावा मेडिकल साइंस में भी हुए अध्ययनों में इन औषधियों से होने वाले स्वास्थ्य लाभ का जिक्र मिलता है। दालचीनी ऐसी ही एक कारगर औषधि है, जिसके कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। डायबिटीज से लेकर ब्लड प्रेशर के कंट्रोल रखने और कोशिकाओं में होने वाली क्षति को कम करने में यह औषधि कारगर हो सकती है। शोधकर्ताओं ने पाया कि अगर हम सभी रोजाना दालचीनी को अपने आहार का हिस्सा बना लें तो इससे मौजूदा समय में तेजी से बढ़ रही कई बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है। आइए इसके अध्ययन आधारित फायदों के बारे में जानते हैं। अध्ययन में क्या पता चला? रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए दालचीनी का उपयोग का समर्थन करने के लिए अन्य अध्ययनों में भी सबूत मिलते हैं। 582 लोगों पर किए गए अध्ययनों की समीक्षा में पाया गया कि दालचीनी का संयमित सेवन सिस्टोलिक-डायस्टोलिक दोनों रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकती है। इसके अलावा 40 प्रतिभागियों के साथ किए एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि दालचीनी रक्तचाप को बढ़ने से रोकने में सहायक है जिससे हृदय रोगों के विकसित होने का खतरा कम हो जाता है। डायबिटीज रोगियों में भी देखे गए बेहतर परिणाम जिन लोगों को मधुमेह की दिक्कत होती है, उनमें हाई ब्लड प्रेशर के विकसित होने का जोखिम अधिक हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि बढ़े हुए रक्त शर्करा का स्तर आपकी रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाने लगती है जिससे आपके दिल पर अतिरिक्त दबाव पैदा हो सकता है। मधुमेह और उच्च रक्तचाप दोनों हृदय ...

दालचीनी के फायदे और नुकसान

अमूमन हर घर की रसोई में मौजूद दालचीनी एक सुगंधित मसाला है। दालचीनी का इस्‍तेमाल खाने का स्‍वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। इस एलोपैथी दवाओं में भी दालचीनी को बहुत महत्‍व दिया जाता है। वैज्ञानिक अध्‍ययनों की मानें तो क्‍या आप जानते हैं? इतिहासकारों के अनुसार वास्‍को डी गामा और क्रिस्‍टोफर कोलंबस ने मसालों और दालचीनी के पेड़ की अंदरूनी छाल से दालचीनी मसाला तैयार किया जाता है। ये एक सदाबहार पौधा है जो प्रमुख तौर पर उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है। दालचीनी का पेड़ 18 मीटर की ऊंचाई तक बढ़ सकता है। इसका आकार गोल होता हैं एवं यह भूरे लाल रंग की होती है। दालचीनी के वृक्ष के पत्तों का इस्‍तेमाल खाने में मसाले के रूप में किया जाता है। दालचीनी के बारे में तथ्‍य: • वानस्‍पतिकनाम: सिन्‍नेमोमम वेरम/ सिन्‍नेमोमम जाइलैनिकम • कुल: लौरालेसी • सामान्‍य नाम: सिनामन, दालचीनी • संस्‍कृत नाम: त्‍वाक • उपयोगी भाग: छाल • भौगोलिक विवरण: दालचीनी की उत्‍पत्ति दक्षिण एशिया में मानी जाती है लेकिन दुनियाभर के अधिकांश उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में भी इसे देखा जा सकता है। शुद्ध दालचीनी श्रीलंका, मेडागास्‍कर और सिचेल के द्वीपों में पाई जाती है। भारत के केरल राज्‍य में दालचीनी की खेती की जाती है। • गुण: दालचीनी गर्म होती है और • • • • • • • • • • • • • • • • आयुर्वेदिक के अनुसारदालचीनी के अनेकों फायदे हैं।दालचीनी न सिर्फमधुमेह, पाचन तंत्र संबंधी समस्या, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर, मानसिक स्वास्थ्य को ठीक करताहै बल्कि दालचीनी के उपयोग सेपीरियड की समस्याओं को भी कम करने में मदद मिल सकतीहै। तोचलिए जानते हैंदालचीनी के फायदे, उपयोग, नुकसान औरतासीरके बारे में:- टाइप 2 नियमित रूप से प्रति दिन डेढ़ चम्मच से कम दा...

दालचीनी के फायदे, उपयोग और नुकसान (Dalchini ke fayde)

दालचीनी का वैज्ञानिक नाम: सिनॅमोमम झेलॅनिकम (Cinnamon) दालचीनी का संस्कृत नाम: त्वाक दालचीनी का अंग्रेजी नाम: Cinnamon दालचीनी के फायदे (Dalchini ke fayde) • • • • • दालचीनी के कुछ अन्य शानदार लाभ जो शायद आप नहीं जानते होंगे पाचन विकार के लिए एक शानदार दवा है दालचीनी। जुकाम के लिए है रामबाण। स्त्री रोग में बहुत असरदार है दालचीनी। खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए घर-घर में उपयोग होती है दालचीनी। दालचीनी के कुछ अन्य शानदार लाभ जो शायद आप नहीं जानते होंगे। दालचीनी का पेड़ हमेशा हराभरा तथा छोटी झाड़ी जैसा होता है। उसके तने की छाल चुनकर सुखाई जाती है। उनका आकार कवेलू जैसा गोलाकार, जाडा, मुलायम तथा भूरे लाल रंग का होता है। दालचीनी के पेड़ से हमेशा सुगंध आती है। इसका उपयोग मसालों और दवा के रूप में किया जाता है। इसका तेल भी निकाला जा सकता है। दालचीनी के पेड़ के पत्तों का उपयोग खाने में मसाले की तरह किया जाता है। इन्हें तेजपत्ता भी कहा जाता है। दालचीनी का उष्मांक मूल्य 355 है।​ पाचन में सुधार लाने और जठर संबधी विकारों के लिए इन 4 अलग-अलग तरीकों से दालचीनी का उपयोग कर सकते हैं: • अपच, पेटदर्द और सीने में जलन महसूस होने पर आप दालचीनी, सौंठ, जीरा और इलायची सम मात्रा में लेकर पीस लें। इस पाउडर को गरम पानी के साथ लिया जाता है। • दालचीनी, काली मिर्च पाउडर और शहद मिलाकर भोजन के बाद लेने से पेट की परेशानी नहीं होती। • जी मचलना, उल्टी और दस्त रोकने के लिए दालचीनी का पानी लिया जाता है। • कम करने के लिये दालचीनी के पत्तों के चूर्ण का काढ़ा बना कर लिया जाता है। चुटकी भर दालचीनी पाउडर पानी में उबालकर, उसी में चुटकी भर काली मिर्च पाउडर और शहद डालकर लेने से गले की सूजन एवं मलेरिया कम हो जाता है। • गर्भाशय ...

Cinnamon क्या होता है? दालचीनी के फायदे, उपयोग और नुकसान

आज हम जानेंगे दालचीनी के फायदे और नुकसान क्या है पूरी जानकारी (Cinnamon in Hindi) के बारे में क्योंकि अगर हम यह कहे कि भारतीय रसोई में एक ऐसा मसाला पाया जाता है, जो मसाला होने के साथ ही साथ औषधि भी है तो शायद ही आप हमारी बात पर विश्वास करेंगे परंतु वास्तव में ऐसा है। हम जिसके बारे में बात कर रहे हैं उसे Cinnamon कहा जाता है और हिंदी में अगर इसका अर्थ निकाला जाए तो इसका अर्थ दालचीनी होता है। दालचीनी नाम सुनते ही अब आपके माइंड में थोड़ा-थोड़ा यह ख्याल आ ही गया होगा कि आखिर दालचीनी किस प्रकार से हमारी सेहत के लिए फायदेमंद होती है। मसाले के तौर पर तो इसका इस्तेमाल होता ही है, साथ ही विभिन्न बीमारियों की रोकथाम के लिए भी दालचीनी यानी कि Cinnamon यूज किया जाता है । आज के इस लेख में जानेंगे कि Cinnamon Kya Hai, दालचीनी के फायदे, दालचीनी के नुकसान, Cinnamon in Hindi, Cinnamon meaning in Hindi, आदि की जानकारीयां पूरा डिटेल्स में जानने को मिलेगा, इसलिये इस लेख को सुरू से अंत तक जरूर पढे़ं। दालचीनी क्या होता है? – What is Cinnamon in Hindi? Cinnamon In Hindi ऊपर आपने यह जान लिया है कि Cinnamon का जो पेड़ होता है उसकी छाल हल्की-हल्की पीली रंग की दिखाई देती है। इसके अलावा इसकी छाल मोटी ना होकर के पतली होती है। इस प्रकार आप दालचीनी के पेड़ की पहचान कर सकते हैं। यह एक बहुत ही बढ़िया मसाला होता है और इसीलिए अन्य मसालों के साथ ही साथ इंडियन रसोई में इस मसाले को भी इस्तेमाल किया जाता है। सिनेमोन का मतलब क्या है? – Cinnamon meaning in Hindi दालचीनी एक मसाला है, यह तो स्पष्ट तौर पर आप जानते ही हैं परंतु क्या आप जानते हैं कि दालचीनी का वानस्पतिक नेम/ साइंटिफिक नाम क्या है? अगर नहीं जानते तो जा...

दालचीनी के लाभ

दालचीनी खाने के बहुत फायदे होते है। इसको को अंग्रेजी में “ Cinnamon” कहते हैं । दालचीनी(Dalchini) का उपयोग रोजाना मसालों में सुगंध एवं स्वाद के लिए किया जाता है यह मुँह की शुद्धि एवं गले की शुद्धि करती है। दालचीनी का उपयोग औषधि के रूप में भी किया जाता है इसके अनेको फायदे है और इसकी अनेक प्रकार की किस्मे पायी जाती है । दालचीनी पेड़ की छाल होती है। इसका पेड़ छोटा होता है और इसकी ऊंचाई 10-15 मीटर तक होती है। यह भारत के दक्षिण के इलाको में ज्यादा पाया जाता है। मुख्य रूप से इसका उपयोग मसालों के रूप में किया जाता है। गर्म मसाले में इसका प्रयोग बहुत किया जाता है। मोटी दालचीनी – इसके गुण कुछ इस प्रकार है – लघु , उष्ण , तीखी , मधुर , कटु , रुक्ष और पित्तकारक है । यह कफ , वायु , खुजली , अपक्व रस और अरुचिनाशक एवं हृदयरोग , मूत्राशय के रोग , अर्श , कृमि , पीनस मिटाने वाली तथा वीर्यकारक है । पतली दालचीनी – यह प्रकार मधुर , कड़वी , तीखी , सुगन्धित , वीर्यवर्धक , शरीर के रंग को सुधारने वाली एवं वायु , पित्त , मुखशोष और वैज्ञानिक मतानुसार– दालचीनी अत्यन्त उपयोगी और सुगन्धित औषधि है और इसको खाने के फायदे भी बहुत है। यह उष्ण , दीपन , पाचन , वातहर , स्तम्भन , गर्भाशय उत्तेजक , गर्भाशय संकोचक , रक्त में स्थित श्वेतकण बढ़ाने वाली और उत्तेजक है । यह जन्तुनाशक है और काला ज्वर , टायफाइड , टाइफस तथा अन्य संक्रामक रोगों का नाश करती है एवं उबकाई , उल्टी व अतिसार को मिटाती है । मूत्रल होने के कारण यह बस्ति के रोगों में उपयोगी है । नोट– इसको अत्यधिक मात्रा में या दीर्घकाल तक खाने से वीर्य शोषक सिद्ध होती है । अतः इसको अधिक नहीं खाना चाहिए । दालचीनी खाने के फायदे (Cinnamon Benefits In Hindi)- तुतलाना में...

दालचीनी के फायदे, उपयोग और नुकसान

दालचीनी लगभग हर भारतीय रसोई में आसानी से मिल जाती है। यह एक ऐसा मसाला है, जिसका इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए ही नहीं, बल्कि एक औषधि की तरह भी किया जाता है। इसी वजह से स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम दालचीनी के फायदे और नुकसान विस्तार से बता रहे हैं। यहां हम विभिन्न वैज्ञानिक शोध के आधार पर बताएंगे कि किस तरह से दालचीनी व्यक्ति को स्वस्थ रखने और बीमारियों से बचाए रखने में मदद कर सकती है। बस ध्यान दें कि दालचीनी किसी बीमारी का इलाज नहीं है। हां, यह रोग से बचने और शरीर को स्वस्थ रखने में मदद जरूर कर सकती है। दालचीनी के औषधीय उपयोग और दालचीनी खाने के फायदे के बारे में विस्तार से जानने के लिए पढ़ते रहें यह लेख। • ट्रू दालचीनी व सीलोन दालचीनी या मैक्सिकन दालचीनी (Cinnamomum Zeylanicum) • इंडोनेशियन दालचीनी (Cinnamomum Burmanni) • वियतनामिज दालचीनी (Cinnamomum Loureiroi) • कैसिया दालचीनी या चाइनीज दालचीनी (Cinnamomum Aromaticum) सीलोन दालचीनी (Ceylon cinnamon) को सबसे अच्छा माना जाता है। महंगी होने के बावजूद लोग इस दालचीनी को इसके स्वाद और गुणों के लिए खरीदना पसंद करते हैं। 2. एंटी-इंफ्लामेटरी गतिविधियां औषधीय पौधों पर किए गये अध्ययन के दौरान दालचीनी में एंटी-इंफ्लामेटरी प्रभाव होने की भी पुष्टि हुई है। कई शोध बताते हैं कि दालचीनी और इसके तेल, दोनों में ही यह प्रभाव पाए जाते हैं। रिसर्च के मुताबिक इसमें कई फ्लेवोनोइड यौगिक होते हैं, जो एंटी-इंफ्लामेटरी गतिविधियों को प्रदर्शित करते हैं 5. कैंसर दालचीनी, कैंसर की कोशिकाओं के विकास को कम करने और उसे फैलने से रोक सकती है। चूहों पर किए गए एक अध्ययन में बताया गया है कि इसमें कीमोप्रेंटिव गुण होते हैं। शोध के अनुसार दालचीनी में मौज...