डालमिया ग्रुप के मालिक

  1. डालमिया समूह
  2. साइकिल से मार्केटिंग, इंप्लॉइज को फ्रीडम; कार्बन फुटप्रिंट घटाया ताकि पॉल्यूशन कम हो
  3. fir against dalmia groups landmark property development company for fraud nrj
  4. Dalmia Group to set up cement plant in Bokaro CM Hemant Soren laid the foundation stone
  5. dalmia group adopted red fort heritage in just 25 crore


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डालमिया समूह

• Starium Innovative Healthcare (1.4%) वेबसाइट .dalmiabharat .com डालमिया भारत समूह (डीबीजी) डालमिया-जैन समूह बना। 1948 में दोनों परिवारों ने व्यवसाय को विभाजित करने का निर्णय लिया। आगे चलकर डालमिया समूह, रामकृष्ण डालमिया और जयदयाल डालमिया के बीच विभाजित हो गया। आज की कई कंपनियां और समूह डालमिया व्यवसाय से ही निकले हैं। उदाहरण के लिये 'डालमिया ब्रदर्स' जिसका प्रबन्धन अब विष्णु हरि डालमिया के बेटे, संजय डालमिया और अनुराग डालमिया करते हैं; डालमिया भारत ग्रुप, जिसका प्रबंधन गौतम डालमिया और पुनीत डालमिया करते हैं; पुनर्जागरण समूह; और उनकी सहायक कंपनियां आदि। इन्हेंभीदेखें [ ] • • सन्दर्भ [ ]

साइकिल से मार्केटिंग, इंप्लॉइज को फ्रीडम; कार्बन फुटप्रिंट घटाया ताकि पॉल्यूशन कम हो

ये ऐड है डालमिया सीमेंट का। वहीं डालमिया सीमेंट जो 1939 से अनगिनत दीवारों को मजबूती दे रहा है। 'Unicorn Dreams with कुशान अग्रवाल' में आज हमारे साथ हैं डालमिया भारत ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर पुनीत डालमिया। बातें डालमिया भारत की जर्नी और कामयाबी के शिखर तक पहुंचने की। तो चलिए शुरू करते हैं… कुशान: आपने डालमिया भारत सीमेंट कब जॉइन किया था? शुरुआती दिनों में किन चीजों पर फोकस किया? पुनीत डालमिया: मैंने 1997 में MBA करने के बाद डालमिया भारत जॉइन किया। तब पिताजी का कहना था कि हमारी कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग और एफिशिएंसी बेहतर है। तुम मार्केटिंग पर फोकस करो। इसलिए मैंने मार्केटिंग से शुरुआत की। पिताजी चाहते थे मेरा ग्राउंड कनेक्ट बढ़िया हो, क्योंकि ट्रांसपोर्टेशन महंगा होने की वजह से सीमेंट की सेल प्लांट से 300 किलोमीटर एरिया में ही हो पाती है। इसलिए मैं दिल्ली से तमिलनाडु शिफ्ट हो गया, जहां हमारी फैक्ट्री थी। यहां आने के बाद स्कूटर, ट्रेन और साइकिल से अलग-अलग जगहों पर जाकर मार्केट के बारे में जाना। लोगो से मिला। इससे हमारा ग्राउंड कनेक्ट बना और यह भी पता चला कि किन ग्राहकों को सीमेंट की ज्यादा जरूरत है। कुशान: डालमिया भारत के ग्रोथ के लिए आपने क्या किया? पुनीत डालमिया: जब मैंने जॉइन किया था तब कंपनी बहुत प्रॉफिटेबल और मजबूत थी, लेकिन हम छोटे लेवल पर थे। दो साल काम करने के बाद मैंने पिताजी से कहा कि हमें कंपनी का विस्तार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसकी रिपोर्ट बनाओ। जब मैंने रिपोर्ट बनाई तब पता चला कि कंपनी को एक्सपैंड करने के लिए 400-500 करोड़ रुपए लगेंगे। फिर पिता जी ने मुझसे पूछा कि इस प्रोजेक्ट पर काम कौन करेगा। मैंने बताया कि मैं काम करूंगा। तब मेरे पास अनुभव ज्यादा नहीं ...

fir against dalmia groups landmark property development company for fraud nrj

डालमिया ग्रुप की लैंडमार्क प्रॉपर्टी डेवलपमेंट कंपनी पर धोखाधड़ी की FIR, कोर्ट ने दिया केस चलाने का आदेश यह आदेश अंसल प्रॉपर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के एमएन राय द्वारा दायर याचिका की सुनवाई के दौरान दिया गया. डालमिया ग्रुप की कंपनी पर शेयर ट्रांसफर के नाम पर धोखाधड़ी कर ₹53.14 करोड़ हड़पने का आरोप है. इसकी एफआईआर 16 फरवरी, 2019 में थाना टीपी नगर मेरठ में दर्ज कराई गई थी. Meerut News: एडिशनल सिविल जज सीनियर डिवीजन ने डालमिया ग्रुप की लैंडमार्क प्रॉपर्टी डेवलपमेंट कंपनी के डायरेक्टर्स के खिलाफ धोखाधड़ी के मुकदमे को स्टेट केस की तर्ज पर दर्ज करने का आदेश दिया है. यह आदेश अंसल प्रॉपर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के एमएन राय द्वारा दायर याचिका की सुनवाई के दौरान दिया गया. डालमिया ग्रुप की कंपनी पर शेयर ट्रांसफर के नाम पर धोखाधड़ी कर 53.14 करोड़ हड़पने का आरोप है. इसकी एफआईआर 16 फरवरी, 2019 में थाना टीपी नगर मेरठ में दर्ज कराई गई थी. जानकारी के मुताबिक, लैंडमार्क प्रॉपर्टी डेवलपमेंट एंड कंपनी के डायरेक्टर आदि पदों पर तैनात पदाधिकादियों ने केवल 4 फीसदी शेयर ट्रांसफर किए थे. अंसल प्रॉपर्टीज द्वारा जांच करने पर पता चला कि शेष 46 फीसदी शेयर बैंक के पास गिरवी के तौर पर बंधक पड़े थे. उनको ट्रांसफर नहीं किया जा सकता था. आरोपों के मुताबिक, फर्जी दस्तावेज के आधार पर 53.14 करोड़ रुपए हड़प लिए गए. इसी मामले की सुनवाई करते हुए एडिशनल सिविल जज सीनियर डिवीजन ने राकेश अग्रवाल, मैनेजिंग डायरेक्टर गौरव डालमिया, मृदु डालमिया, पदमा डालमिया, आभा डालमिया व रघुहरि डालमिया के विरुद्ध सीआरपीसी की धारा 190(1)ख के तहत तहत आईपीसी की धारा 420, 406 और 120बी के तहत मुकदमा चलाने का आदेश देते हुए इस स्टेट केस ...

Dalmia Group to set up cement plant in Bokaro CM Hemant Soren laid the foundation stone

Ranchi: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) ने बोकारो में स्थापित होने वाले डालमिया सीमेंट भारत लिमिटेड (Dalmia Cement Bharat Limited) के नये संयंत्र का सोमवार को शिलान्यास किया. बोकारो में डालमिया की यह दूसरी यूनिट होगी. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा है कि हमारी सरकार राज्य में औद्योगिक विकास के लिए बेहतर वातावरण बनाने के लिए प्रयासरत है.हमने ऐसी पॉलिसी बनायी है, जो औद्योगिक घरानों के साथ-साथ झारखंड के स्थानीय लोगों के लिए अनुकूल है. उन्होंने डालमिया से अपील की कि वे इस प्लांट में ज्यादा से ज्यादा स्थानीय लोगों को रोजगार दें.डालमिया ग्रुप के निदेशक पुनीत डालमिया ने इस मौके पर कहा कि झारखंड सरकार ने उन्हें जमीन उपलब्ध कराने से लेकर उद्योग की स्थापना के लिए जरूरी औपचारिकताएं जितनी कम समय में पूरी करायी, वह अत्यंत सराहनीय है.उन्होंने कहा कि इसे भारत के सबसे बड़े सीमेंट प्लांट के रूप में विकसित करने की योजना है। बता दें कि राज्य सरकार ने कंपनी को इस प्लांट के लिए बोकारो के बालीडीह औद्योगिक क्षेत्र में 16 एकड़ जमीन उपलब्ध करायी है.राज्य सरकार के साथ हुए करार के मुताबिक कंपनी यहां कुल 567 करोड़ रुपये का निवेश करेगी.बताया गया है डालमिया कंपनी द्वारा स्थापित किये जाने से संयंत्र से प्रति वर्ष 2.0 मिलियन टन का उत्पादन होगा.संयंत्र का निर्माण एक वर्ष के अंदर पूर्ण होने की संभावना जतायी गयी है. झारखंड सरकार ने झारखंड औद्योगिक एवं निवेश प्रोत्साहन नीति 2021 के अंतर्गत नई दिल्ली में पिछले दिनों इन्वेस्टर मीट का आयोजन किया था.इसी दौरान डालमिया सीमेंट भारत लिमिटेड एवं उद्योग विभाग झारखंड सरकार के बीच सीमेंट प्लांट की स्थापना को लेकर एमओयू हुआ था.एमओयू की शर्त...

dalmia group adopted red fort heritage in just 25 crore

केंद्र सरकार की 'एडॉप्ट ए हेरिटेज' स्कीम के तहत मुगल बादशाह शाहजहां द्वारा बनाया गया ऐतिहासिक लाल किले को डालमिया ग्रुप ने गोद ले लिया है। देश के इस ऐतिहासिक धरोहर को संवारने की खातिर डालमिया ग्रुप ने 25 करोड़ की डील की है। इस तरह ये ऐतिहासिक स्मारक गोद में लेने वाला भारत का ये पहला कॉर्पोरेट हाउस बन गया है। अंग्रेजी अखबार बिजनेस स्टैंडर्ड में छपी खबर के अनुसार डालमिया ग्रुप ने ये कॉन्ट्रैक्ट 5 साल के लिए इंडिगो एयरलाइंस और जीएमआर ग्रुप को हराकर जीता है। लाल किला के बाद ‘एडॉप्ट ए हेरिटेज’ के तहत जल्द ही ताजमहल को गोद लेने की प्रक्रिया भी पूरी हो जाएगी। ताजमहल को गोद लेने के लिए जीएमआर स्पोर्ट्स और आईटीसी अंतिम दौर में है। दरअसल, सरकार ने ‘एडॉप्ट ए हेरिटेज’ स्कीम सितंबर 2017 में लांच की थी। देश भर के 100 ऐतिहासिक स्मारकों के लिए यह स्कीम लागू की गई है। अगले महीने से शुरू होगा काम डालमिया ग्रुप संभवत: 23 मई से काम भी शुरू करने की प्रक्रिया में जुट जाएगी। हालांकि, 15 अगस्त के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण से पहले जुलाई में डालमिया ग्रुप को लालकिला फिर से सिक्योरिटी एजेंसियों को देना होगा। इसके बाद ग्रुप फिर से लालकिले को अपने हाथ में ले लेगा। आपको बता दें कि भारत को आजादी मिलने के बाद हर साल स्‍वतंत्रता दिवस के मौके पर 15 अगस्‍त को देश के प्रधानमंत्री तिरंगा फहरा कर आजादी का जश्‍न मनाते हैं। लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री देश को संबोधित करते हैं। लालकिला के कॉन्ट्रैक्ट को लेकर डालमिया भारत ग्रुप, टूरिज्म मिनिस्ट्री, आर्कियोलॉजी सर्वे ऑफ इंडिया के बीच 9 अप्रैल को डील हुई। ग्रुप को 6 महीने में लालकिले में सुविधाएं देनी होंगी। इसमें पीने के पानी की सुविधा, स्ट्रीट फर्नी...