डिजिटल भारत क्या है

  1. डिजिटल इंडिया क्या है, इसमें किस तरह बनाएं करियर?
  2. डिजिटल रुपया क्या है?
  3. डिजिटल इकॉनमी में क्या है बैंक चेक का भविष्य?
  4. भारत की डिजिटल करेंसी ई
  5. क्या है डिजिटल इंडिया Digital India Program, जानें सबकुछ


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डिजिटल इंडिया क्या है, इसमें किस तरह बनाएं करियर?

डिजिटल इंडिया क्या है, इसमें किस तरह बनाएं करियर? भारत को एक डिजिटली रूप से सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था में बदलने के लिए भारत सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है। लेकिन इन शब्दों का भारतीयों के लिए गहरा अर्थ और महत्व है: डिजिटल भारत का अर्थ है कंप्यूटर कौशल हासिल करना, कागज रहित वातावरण में व्यवसाय करना, इंटरनेट के माध्यम से सेवाओं के लिए आवेदन करना और एक वैश्विक समुदाय का हिस्सा बनना जो ऑनलाइन है। संक्षेप में कहें, इसका मतलब है कि हमारे काम संस्कृति और जीवन शैली का एक संपूर्ण परिवर्तन। डिजिटल इंडिया क्या है ऑनलाइन खुदरा विक्रेताओं में तेजी देखी जा सकती है, जबकि पारंपरिक कारीगर गायब हो सकते हैं। डिजिटल इंडिया क्या है, इस लेख के जरिए हम लोगों को एक डिजिटल भारत में करियर निर्णय लेने के अवसरों और चुनौतियों पर शिक्षित करने का प्रयास करते हैं। डिजिटल भारत में अवसर करियर जो डिजिटल डिवाइड को पुल करने में मदद कर सकते हैं, डिजिटल इंडिया कार्यक्रम नौ स्तंभों पर आधारित है: 1. ब्रॉडबैंड राजमार्ग 2. मोबाइल कनेक्टिविटी तक सार्वभौमिक पहुंच 3. लोक इंटरनेट एक्सेस प्रोग्राम 4. ई-गवर्नेंस- प्रौद्योगिकी के माध्यम से सरकार 5. eKranti- सेवाओं की इलेक्ट्रॉनिक वितरण 6. सभी के लिए जानकारी 7. इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण 8. आईटी के लिए रोजगार 9. प्रारंभिक फसल कार्यक्रम हालांकि इन स्तंभों का उद्देश्य भारत को तेजी से विकसित करना है, लेकिन वे बहुत अधिक अवसर प्रदान करते हैं, लेकिन कुछ मुश्किल बाधाएं भी इन नौ स्तंभों में से प्रत्येक को प्रवेश स्तर से विशेषज्ञों और विभिन्न चरणों में अत्यधिक कुशल आईटी पेशेवरों की भागीदारी की आवश्यकता है। इन नौ स्तंभों के कार्यान्वयन में तेजी लाने के लिए इसके अलावा, आईटी सेवाओं...

डिजिटल रुपया क्या है?

What is RBI Digital Rupee in Hindi: पिछले कुछ सालों में हमने देखा है कि भारत तेजी से डिजिटल होने की तरफ बढ़ रहा है। जिसमें लेने देन से लेकर तमाम कामकाज को ऑनलाइन करना शामिल है। लेकिन भारत की अर्थव्‍यवस्‍था को तेजी से डिजिटल बनाने के लिए आरबीआई ने हाल ही में एक महत्‍वपूर्ण कदम उठाया है। जिसे हम ई रूपया के नाम से जानते हैं। लेकिन यदि आप अभी तक नहीं जानते हैं कि डिजिटल रुपया क्या है? इसका क्‍या प्रयोग होगा? साथ ही इसे आप कैसे प्राप्‍त कर सकते हैं तो हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए। अपने इस लेख में हम आपको आरबीआई डिजिटल रुपया के फायदे और नुकसान के बारे में भी बताएंगे। Related डिजिटल रुपया क्या है? आरबीआई डिजिटल रुपया जिसे हम लोग ई रूपया के नाम से भी जानते हैं उसके बारे में हम आपको विस्‍तार से जानकारी दें इससे पहले आइए हम आपको बताते हैं कि डिजिटल रुपया क्या है। इसमें हम आपको बता दें कि आरबीआई का डिजिटल रूपया भी एक तरह से जिस तरह से आप लोग अभी तक Google Pay और Phone Pe की मदद से लेन देन करते थे। उसी का हिस्‍सा है। डिजिटल रूपया कैसा होगा? अब आपके जहन में ये सवाल आर रहा होगा कि आखिर डिजिटल रूपया कैसा होगा। तो हम आपको बता दें यह एक तरह से टोकन के रूप में होगा। जैसे कि आपके पास 100 रूपए हैं तो आपके फोन में 100 रूपए का टोकन दिखाई देगा। जिससे आप समझ सकते हैं कि यह 100 रूपए हैं। इसी तरह से आपके पास सारा पैसा टोकन के रूप में होगा। इसकी खास बात ये होगी कि यह किसी बैंक के अंतर्गत नहीं होगा। इसे सीधा आरबीआई की निगरानी में रखा जाएगा। यानि यदि आपने किसी इंसान को 100 रूपए का भुगतान किया तो आपके 100 रूपए सीधा आरबीआई के खाते से कटेंगे और जिसे आप 100 रूपए का भुगतान करेंगे उसका आरबीआई में जो अकाउंट ...

डिजिटल इकॉनमी में क्या है बैंक चेक का भविष्य?

ऑस्ट्रेलिया 2030 तक बैंक चेक खत्म करना चाहता है. भारत में भी बहुत से लोग अब चेक का इस्तेमाल नहीं करते. क्या है बैंक चेक का भविष्य?ऑस्ट्रेलिया ने ऐलान किया है कि इस दशक के आखिर तक बैंक चेक को पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा. इसी महीने देश के वित्त मंत्री जिम चामर्स ने ऐलान किया कि 2030 से पहले अर्थव्यवस्था से बैंक चेक पूरी तरह खत्म किये जाने पर काम शुरू किया जा चुका है. इसके लिए चामर्स ने चेक का इस्तेमाल लगातार कम होते जाने को वजह बताया. जिम चामर्स ने कहा, "हम जानते हैं कि चेक का इस्तेमाल लगातार घट रहा है. ऐसा मुख्यतया इसलिए है क्योंकि डिजिटल लेन-देन आसान और सस्ता है और इसकी पहुंच भी ज्यादा है. 98 प्रतिशत रीटेल लेन-देन चेक की जगह इंटरनेट या मोबाइल बैंक से किया जा सकता है.” क्यों खत्म हो रहे हैं बैंक चेक? डिजिटल इकॉनमी की शुरुआत ने ही यह बात स्पष्ट कर दी थी कि अब बैंक चेक के दिन गिने-चुने ही बचे हैं. ऑस्ट्रेलियन बैंकिंग एसोसिएशन का कहना है कि देश में होने वाले कुल लेन-देन का सिर्फ 0.2 फीसदी ही चेक से हो रहा है. चेक से लेन-देन अन्य सभी प्रकार के लेन-देन से ज्यादा महंगा भी है. और ऐसा आज से नहीं है. 15 साल पहले ऑस्ट्रेलिया के रिजर्व बैंक ने एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें कहा गया था कि चेक से लेन-देन करने पर 4.2 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का खर्च आता है. भारत क्या आबादी के आर्थिक फायदे उठा सकेगा यह चलन पूरी दुनिया में करीब-करीब एक जैसा है. लगभग पूरी दुनिया में लोग अब करंसी नोट और चेक से लेन-देन कम कर रहे हैं और डिजिटल पेमेंट की ओर बढ़ रहे हैं. हाल ही में गोबैंकिंगरेट्स नामक एक संस्था ने सर्वेक्षण के बाद कहा था कि अमेरिका में 45 फीसदी लोगों ने पिछले साल एक बार भी चेक का इस्तेमाल नहीं किया. 23 फ...

भारत की डिजिटल करेंसी ई

8 ई-रूपी से जुड़े कुछ सवाल जवाब ई-रूपी क्या है?(E Rupee in hindi) ई रूपी एक कैशलेस तथा संपर्क रहित (contactless) डिजिटल पेमेंट सिस्टम है जो नेशनल पेमेंट्स कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया (NPCI) वित्त सेवा विभाग, स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा व्यक्ति विशेष तथा उद्देश्य विशेष हेतु बनाया गया है। डिजिटल करेंसी की ओर कदम कदम बढ़ाते हुए भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक इलेक्ट्रॉनिक वाउचर पर आधारित डिजिटल पेमेंट सिस्टम ई रूपी लांच किया गया है। ई-रूपी किस प्रकार कार्य करता है ? ई रूपी एक कैशलेस तथा संपर्क रहित (contactless) डिजिटल पेमेंट माध्यम है जो कि सरकारी सेवाओं के लाभार्थियों के मोबाइल फोन पर एसएमएस (sms) अथवा ई रूपी वाउचर किस प्रकार जारी किए जाते हैं? ई रूपी पेमेंट सिस्टम नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा अपने यूपीआई प्लेटफार्म पर बनाया गया है जिसे बैंकों के माध्यम से जारी किया जाना है। कोई भी व्यापारिक अथवा सरकारी एजेंसी जो ई रूपी वाउचर को जारी करना चाहती है वह संबंधित बैंक के माध्यम से लाभार्थी व्यक्तियों तथा उद्देश्य के बारे में जानकारी देते हुए इन्हें जारी कर सकती है। लाभार्थी व्यक्तियों की पहचान उनके मोबाइल नंबर तथा संबंधित संस्था के द्वारा बैंकों के माध्यम से जारी वाउचर क्रमांक से हो सकेगी। इस तरीके से यह वाउचर उसी व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल किए जा सकेंगे जिसके लिए यह जारी किए गए। ई रूपी का इस्तेमाल किस प्रकार से किया जा सकता है? ई रूपी बाउचर का इस्तेमाल मुख्य रूप से सरकार द्वारा सामाजिक कल्याण की योजनाओं को संबंधित व्यक्ति तक पहुंचाने में किया जाएगा। यह वाउचर महिलाओं तथा बच्चों के कल्याण हेतु औषधि तथा पोषण संबंधी...

क्या है डिजिटल इंडिया Digital India Program, जानें सबकुछ

डिजिटल इंडिया भारत सरकार की एक पहल है जिसके तहत सरकारी विभागों को देश की जनता से जोड़ना है! इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बिना कागज के इस्तेमाल के सरकारी सेवाओं इलेक्ट्रॉनिक रूप से जनता तक पहुंच सके! इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण इलाकों को हाई स्पीड इंटरनेट के माध्यम से जोड़ना भी है! डिजिटल इंडिया के 3 कोर घटक है 1) डिजिटल आधारभूत ढांचे का निर्माण करना. 2) इलेक्ट्रॉनिक रूप से सेवा को जनता तक पहुंचाना. 3) डिजिटल साक्षरता इन्हें भी जरूर पढ़ें: • • • • • • • Digital इंडिया योजना क्या है? (What is Digital India Project) डिजिटल इंडिया भारत सरकार द्वारा शुरू किया हुआ एक बहुत ही महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है, जिसका मुख्य उद्देश्य देश के सभी सरकारी विभागों को देश की जनता के साथ डिजिटल रूप से जोड़ना है। भारत सरकार का आशय इस प्रोजेक्ट के माध्यम से यह सुनिश्चित करना है कि बिना कागज के इस्तेमाल के सरकारी सेवाएं इलेक्ट्रॉनिक रूप से जनता तक पहुंच सकें। डिजीटल इंडिया प्रोजेक्ट कब शुरू हुआ? डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट (Digital India Project) 1 जुलाई 2015 को इंदिरा गांधी स्टेडियम में जारी किया गया। डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट के इस आयोजन में कई कंपनियों के सीईओ ने हिस्सा लिया मुकेश अंबानी (रिलायंस), साइरस मिस्त्री (टाटा ग्रुप), अजीम प्रेमजी (विप्रो), सुनील मित्तल (भारती ग्रुप)। आदि शामिल थे। इसके अलावा बिल गेट्स इस डिजिटल इंडिया इवेंट में भी भाग ले सकते हैं। योजना के 2019 तक कार्य विनीत करने का लक्ष्य है! एक डूबे प्लेटफार्म का निर्माण किया जाएगा जहां दोनों (सेवा प्रदान और उपभोक्ता) को लाभ होगा! यह एक अंतर मंत्रालय पहल होगी जहा सभी मंत्रालय तथा विभागों अपनी सेवा जनता तक पहुंचाएगी जैसे कि स्वास्...