डिप्रेशन से छुटकारा

  1. डिप्रेशन से बचने के 6 प्राकृतिक उपचार
  2. डिप्रेशन के लक्षण कारण एवं उपचार Depression In Hindi
  3. health tips get rid of depression in these ways
  4. आयुर्वेद की मदद से डिप्रेशन से ऐसे पायें राहत
  5. Break From Work Is Necessary For Mental Health, Otherwise You Will Become A Victim Of Depression
  6. Depression Prevention In Hindi


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डिप्रेशन से बचने के 6 प्राकृतिक उपचार

1/7 • • • • • Depressed-man In Hindi वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार, विश्व की 70% से ज्यादा आबादी अलग बीमारियों के लिये अपरंपरागत दवाइयों का इस्तेमाल करती है। डिप्रेशन, मस्तिष्क से जुडी हुई एक बीमारी है, जिसके लिए लोग एंटी-डिप्रेसेंट दवाइयों का सेवन करते हैं जबकि एंटी-डिप्रेसेंट दवाइयों के साइड इफ़ेक्ट बहुत होते हैं। आप इन दवाइयों की बजाय, इन घरेलु उपचारों को अपने दैनिक जीवन में शामिल करिये और डिप्रेशन में राहत पाइये। 2/7 • • • • • Kesar In Hindi केसर : रिसर्च में यह पाया गया है कि केसर, व्यस्क लोगों में डिप्रेशन के प्रभाव को कम करने में मदद करती है। केसर अपनी एंटी-डिप्रेसेंट क्षमताओं के लिये जाना जाती है यह आपके दिमाग में पाये जाने वाले कुछ केमिकल्स जैसे कि सेरोटोनिन की मात्रा को नियंत्रित करके आपको आराम पहुंचाती है। एक दिन में सिर्फ 30 मिली ग्राम केसर की मात्रा आपके लिये पर्याप्त है। Also Read - 3/7 • • • • • Cammomile Oil In Hindi कैमोमाइल : कैमोमाइल भी एक गुणकारी औषधीय पौधा है, रिसर्चर के अनुसार, यह मष्तिष्क में पाये जाने वाले अनेक फील गुड हार्मोन जैसे कि डोपामाइन, सेरोटोनिन और नोराड्रेनालिन को उत्तेजित करने में मदद करती है जिससे आपका मूड सही रहता है और डिप्रेशन कम होता है। कैमोमाइल को भी आप लैवेंडर की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। 4/7 • • • • • Herbal-medicine-hypericum In Hindi सेंट जॉन वोर्ट : यह एक औषधीय पौधा है और जर्मनी के लोग इसके फूलों और पत्तियों को डिप्रेशन के उपचार के रूप में इस्तेमाल करते हैं। रिसर्च में यह पाया गया कि, यह पौधा मांसपेशियों को आराम पहुंचाता है और मष्तिस्क में सेरोटोनिन रिसेप्टर को नियंत्रित करता है जो आपके मूड को खुशमिजाज बनाये...

डिप्रेशन के लक्षण कारण एवं उपचार Depression In Hindi

Table of Contents • • • • • • • • • • • • Depression Symptoms Causes Treatment In Hindi किसी गम्भीर विषाद अथवा खिन्नता की स्थिति यदि असामान्य रूप से अधिक अवधि तक बनी रहे तो उसे अवसाद (Depression) कहा जाता है। यह एक मनो अवस्थागत विकार है जिसमें दुःख की अनुभूतियाँ होती ही रहती हैं, हो सकता है कि व्यक्ति अपना आपा बारम्बार खो देता हो एवं Depression Symptoms Causes Treatment In Hindi Depression डिप्रेशन के लक्षण : अवसाद के लक्षण विभिन्न व्यक्तियों में एवं आयु व लिंग अनुसार भी भिन्न-भिन्न स्तर के हो सकते हैं एवं इन लक्षणों का स्वरूप भी अलग हो सकता है, वैसे निम्नांकित लक्षण अधिकांशतया देखे गये हैं तथा यह भी *. समय की सुध-बुध न रहना. *. उत्पादकता में कमी. *. सम्बन्ध ख़राब होना. *. कोई दीर्घावधिक स्वास्थ्य-समस्या. *. गहरी *. कोई दीर्घकालिक कुण्ठा यह समझना महत्त्वपूर्ण है कि दुःख व पुरुषों में अवसाद के लक्षण इस प्रकार के हो सकते हैं : *. मनोअवस्थागत लक्षणों में क्रोध, आक्रामक तेवर, चिड़चिड़ापन, *. भावनात्मक स्थिति सम्बन्धी, जैसे कि खालीपन, दुःख, हताशा के भाव. *. व्यवहारगत, जैसे कि अरुचि, पसन्दीदा गतिविधियों में अब सुख न लगना, शीघ्र थकावट अनुभव करने लगना, *. कामेच्छा सम्बन्धी, जैसे कि कामेच्छा में कमी, सम्भोग ठीक से न कर पाना. *. संज्ञानात्मक योग्यतासम्बन्धी, जैसे कि ध्यान *. निद्रात्मक परिवर्तन, जैसे कि *. शारीरिक स्थिति सम्बन्धी, जैसे कि थकान, पीड़ाएँ, सिरदर्द, पाचन-समस्याएँ। स्त्रियों में डिप्रेशन के लक्षण इस प्रकार के हो सकते हैं – *. मनोअवस्था सम्बन्धी, जैसे कि चिड़चिड़ापन. *. भावनात्मक स्थितिसम्बन्धी, जैसे कि दुःखी अथवा खालीपन, चिंता अथवा *. व्यवहारगत, जैसे कि गतिविधियों में अरुचि, स...

health tips get rid of depression in these ways

How To Overcome Depression: कई बार डिप्रेशन से बाहर आना काफी मुश्किल हो जाता है. वहीं डिप्रेशन में ये काफी जरूरी होता है कि अपने दिन की शुरुआत कैसे करते हैं क्योंकि सुबह की अच्छी शुरुआत करने से आप कई तरह की बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं. वहीं डिप्रेशन को दूर करने के लिए अगर आप अपने दिन की शुरूआत अच्छे तरीके से करते हैं तो यह एक अच्छा ऑप्शन है.ऐसा इसलिए क्योंकि सुबह में किए गए कुछ काम मानसिक शांति देते हैं और एनर्जी को भी बूस्ट करते हैं. ऐसे में अगर आप भी डिप्रेशन से जूझ रहे हैं तो आप कुछ तरीकों को अपना सकते हैं. दांतों को ब्रश करना- सुबह उठकर दांतो को ब्रश करने से डिप्रेशन से जूझ रहे व्यक्ति को अच्छा महसूस होता है. वैसे तो यह एक बहुत ही छोटा काम है. लेकिन डिप्रेशन से ग्रसित व्यक्ति के लिए जरूरी है कि वह दिन की शुरुआत ब्रश करने से करें. ऐसा करने से वह डिप्रेशन की दिक्कत से छुटकारा पा सकता है. सूरज की रोशनी- डिप्रेशन से जूझ रहा व्यक्ति अगर अपने दिन की शुरुआत सूरत की किरणं में बैठने के साथ करता है को ऐसे में उसको पॉजिटिविटी का अहसास होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि सूजर की रोशनी हैप्पी हार्मोन को बढ़ावा दे सकती है. इसलिए अगर आप भी डिप्रेशन के शिकार हैं तो आप सूरज की रोशनी में जरूर बैठे. सुबह जल्दी उठें- डिप्रेशन से बाहर आने के लिए सुबह जल्दी उठना बहुज जरूरी होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि सुबह जल्दी उठने से आप अपना हर काम समय से कर सकेंगे. और आपका पूरा दिन एनर्जी से भरपूर रहेगा. इसलिए सुबह जल्दी उठने की कोशिश करें. ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें- डिप्रेशन से बाहर निकलने के लिए ब्रीडिंग एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है. ये एक्सरसाइज करने से मन को शांति मिलती है और एनर्जी भी बूस्ट होती है By clic...

आयुर्वेद की मदद से डिप्रेशन से ऐसे पायें राहत

Written by |Published : April 11, 2017 5:08 PM IST • • • • • इस बार वर्ल्ड हेल्थ डे का मुख्य विषय डिप्रेशन चुना गया है क्योंकि पूरी दुनिया में इससे पीड़ित मरीजों की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है। डिप्रेशन एक गंभीर समस्या तो है लेकिन इतना जान लें कि अपनी लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करके और आयुर्वेद की मदद से आप काफी हद तक इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। डॉ. वैद्य न्यू ऐज आयुर्वेद के एक्सपर्ट डॉ. सूर्य भगवती यहां आयुर्वेद से जुड़े कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं जो डिप्रेशन से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं। अगर आपकी कफ़ एनर्जी काफी बढ़ गयी है तो इससे आप काफी निराश और थका हुआ सा महसूस करने लगते हैं। कफ़ के ज्यादा बढ़ जाने से शरीर में नमी बढ़ जाती है और जिससे श्वसन तंत्र पर बुरा असर पड़ता है। आप शरीर में बढ़े हुए कफ़ को डायट में कुछ बदलाव लाकर खत्म कर सकते हैं। आइये जानते हैं आप अपनी डायट में क्या क्या बदलाव लायेंगे। • अनाज: बार्ले, कॉर्न, बाजरा • डेरी: घी, बकरी का दूध • नट्स और बीज : कद्दू के बीज, सूरजमुखी के बीज • ऑयल : कॉर्न ऑयल, मस्टर्ड ऑयल • मीठी चीजें : शहद • मसाले: काली मिर्च, अदरक, हल्दी, धनिया और जीरा • हर्ब्स: अश्वगंधा, ब्राम्ही शंखपुष्पी, शतावरी, इलायची इन सबके अलावा आप योगासन और प्राणायाम करके भी डिप्रेशन से छुटकारा पा सकते हैं। Read this in English अनुवादक: Anoop Singh चित्र स्रोत: Shutterstock

Break From Work Is Necessary For Mental Health, Otherwise You Will Become A Victim Of Depression

कई बार ऐसे दिन भी होते हैं जब आप काम नहीं करना चाहते. हालांकि आप शारीरिक रूप से बीमार नहीं होते हैं. क्या आपको अपने मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक दिन की छुट्टी चाहिए? यदि आप ऐसा करते हैं, तो क्या आपको अपने प्रबंधक को अपनी छुट्टी के बारे में सूचित करते समय सही कारण बताना चाहिए? यदि आप किसी संगठन या टीम में काम करते हैं जहां आप मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए सुरक्षित महसूस करते हैं, तो आप भाग्यशाली हैं. मानसिक स्वास्थ्य के बारे में समझने और बात करने में तमाम तरह की प्रगति के बावजूद, इससे जुड़े भ्रम और पूर्वाग्रह अभी भी काफी प्रचलित हैं जो हममें से कई लोगों को स्वेच्छा से मालिकों और सहकर्मियों को यह बताने से रोकते हैं कि हम कब मानसिक परेशानी का सामना कर रहे हैं. मानसिक संघर्ष भी अपने आप में एक संघर्ष है मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियां विभिन्न रूपों में आती हैं. कुछ के लिए यह एक गंभीर आजीवन संघर्ष होगा. कई अन्य लोगों के लिए यह तनाव की अधिकता से छुटकारा पाने और विश्राम की आवश्यकता का समय होगा.विश्व स्तर पर, विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि लगभग 97 करोड़ लोग - लगभग आठ में से एक व्यक्ति - किसी भी समय मानसिक विकार से पीड़ित है, जिसमें लगभग 38 करोड़ चिंता-संबंधी विकार और लगभग 36 करोड़ अवसाद के मामले हैं. 2019 के बाद से ये संख्या लगभग 25 फीसद बढ़ गई है, इस वृद्धि का श्रेय सामाजिक अलगाव, आर्थिक कठिनाई, स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं और महामारी से जुड़े तनाव को दिया जाता है।लेकिन मानसिक स्वास्थ्य में गिरावट एक लंबी अवधि की प्रवृत्ति है, और यह संभावना है कि काम से जुड़े तनावों ने भी इसमें भूमिका निभाई है. अहमियत एंड सम्मान की कमी अनुसंधान मानसिक अस्वस्थता के लिए तीन मुख्य कार्य...

Depression Prevention In Hindi

Written by |Published : July 15, 2022 3:13 PM IST • • • • • इलाज वहां पर करना होता है जहां पर तकलीफ है। दिल का दौरा पड़ा हो, तो चिकित्सक अपना ध्यान आपके दिल पर केंद्रित करेगा, उसका उपचार करेगा। लेकिन जब बात डिप्रेशन यानि अवसाद की होती है तो अक्सर ऐसा नहीं होता। हम तरह-तरह के सतही उपचार करने की कोशिश करते हैं और विफल हो जाते हैं। तो चलिए आज अवसाद की जड़ तक जाते हैं और उसके उपचार के लिए 5 कारगर तरीकों को समझते हैं। जाने-माने वेदांत शिक्षक व लेखक आचार्य प्रशांत से जानते हैं अवसाद से बाहर निकलने के उपाय। अवसाद (डिप्रेशन) से निजात पाने के उपाय - Depression Prevention 1. अंधी-कामनाओं से बचें, सही माहौल चुनें आज का युग उपभोक्तावाद का युग है। हर व्यक्ति आपको कुछ न कुछ बेचने को तैयार है। इसी माहौल के कारण हमारे भीतर अंधी-कामनाओं का संचार होता है। अंधी-कामनाएं मानें? उन चीजों की माँग करना जो शायद हमें चाहिए ही नहीं, या उनकी माँग करना जो शायद संभव ही नहीं, आप रात में सूरज की माँग रखें तो ये एक अंधी कामना ही है। इसलिए ऐसे माहौल से बचें जो आपके भीतर व्यर्थ कामनाओं का संचार करता हो। 2. अपने मन को समझें, आत्मज्ञान की ओर बढ़ें अंधी-कामनाएँ आपके भीतर ना जगाई जाए इसके लिए आप कुछ समय के लिए अपने माहौल को बदल सकते हैं। लेकिन हमेशा ऐसा कर पाना संभव नहीं। आपसे बाहर की स्थितियाँ पूरी तरह आपके नियंत्रण में कभी नहीं हो सकती। ऐसे में ज़रूरी है कि आप अपने मन को समझना शुरू करें: आप अपना पूरा दिन कैसे बिताते हैं? किसको अपना आदर्श मानते हैं? किस तरह के लोगों की दोस्ती पसंद करते हैं? किन परिस्थितियों से डरते? जीवन का उद्देश्य क्या मान कर जी रहे हैं? ऐसे सभी सवालों में गहरा उतरने के लिए 'वेदांत' दर्शन आप...