Dengue ke lakshan in hindi

  1. symptoms Of Dengue in hindi डेंगू होने के लक्षण
  2. डेंगू के लक्षण और घरेलू उपचार: dengue symptoms and home remedies in Hindi
  3. डेंगू के कारण लक्षण बचाव एवं उपचार
  4. जाने डेंगू बुà¤
  5. Symptoms Of Dengue in Hindi जानिए क्या है डेंगू के लक्षण
  6. डेंगू के लक्षण, कारण, प्रकार, निदान और उपचार
  7. Dengue ke lakshan,कारण और इसके बचाव के बारेमें जानिए
  8. डेंगू बुखार के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, जांच, नुकसान, ठीक होने का समय, प्रकार
  9. डेंगू के लक्षण और 5 आसान होम


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symptoms Of Dengue in hindi डेंगू होने के लक्षण

डेंगू बुखार, (Dengue Fever) डेंगू वायरस संक्रमित एडीज मच्छर (Dengue mosquito) के काटने से फैलता है। डेंगू बुखार की चपेट में बड़े-बुजुर्ग से लेकर बच्चे तक भी आसानी से आ जाते हैं। इसके लक्षण हल्के से लेकर गंभीर भी होते हैं जो कभी-कभी जानलेवा हो जाते हैं। डेंगू चार वायरसों के कारण होता है- डीईएनवी-1, डीईएनवी-2, डीईएनवी-3 और डीईएनवी-4। जब ये पहले से संक्रमित व्यक्ति को काटता है तो वायरस मच्छर के शरीर में प्रवेश कर जाता है और बीमारी तब फैलती है जब वह मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है, और वायरस व्यक्ति के रक्त प्रवाह के जरिए फैलता है। डेंगू हल्का (Mild) या गंभीर (Severe) दोनों हो सकता है। ऐसे में इसके लक्षण भी अलग-अलग नजर आते हैं। खासतौर से बच्चों और किशोरों में माइल्ड डेंगू होने पर कई बार कोई लक्षण नजर नहीं आते हैं। संक्रमित होने के बाद डेंगू के हल्के लक्षण चार से सात दिनों के अंदर नजर आने लगते हैं। डेंगू के लक्षण Dengue ke lakshan सिरदर्द मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द उल्टी जी मिचलाना आंखों में दर्द होना त्वचा पर लाल चकत्ते होना ग्लैंड में सूजन होना वहीं, गंभीर मामलों में रक्तस्रावी बुखार या डीएचएफ के होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में रक्त वाहिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं और रक्त में प्लेटलेट काउंट की भी कमी आने लगती है। ऐसे में निम्न लक्षण देखे जा सकते हैं। पेट में तेज दर्द होना लगातार उल्टी होना मसूड़ों के साथ-साथ नाक से भी खून आ सकता है मूल, मल या उलू में भी खून आ सकता है त्वचा के नीचे रक्तस्राव होना ऐसी स्थिति में चोट जैसा नजर आ सकता है सांस लेने में तकलीफ हो सकती है थकान महसूस होना चिड़चिड़ापन या बेचैनी होने लगती है इन सबके साथ ही अगर डेंगू का संक्रमण गंभीर...

डेंगू के लक्षण और घरेलू उपचार: dengue symptoms and home remedies in Hindi

अगर आप अपनी सेहत को ठीक रखना चाहते हैं तो सबसे पहले इस बात का ध्यान रखें कि कहीं पर भी पानी ना जमा होने दें। पानी के साथ साथ गंदे पानी का सेवन ना करें। मौसम के साथ सेहत पर असर पड़ता है जो इस बात का परिचायक है कि आपको हर मौसम में ध्यान रखने की जरूरत है। डेंगू के लक्षण और घरेलू उपचार: Dengue Ke Lakshan Aur Gharelu Upchaar नारियल पानी पिएं: Drink coconut water नारियल का पानी पीने से आपको लाभ होगा। ये वो वाला नारियल नहीं है जिसे आप पूजा के लिए इस्तेमाल करते हैं। नारियल पानी आपको मार्केट में रोड साइड मिल जाएगा। इसमें मौजूद मिनरल्स आपकी सेहत को अच्छा कर देंगे जो एक बेहद अच्छी बात है। आपकी सेहत के लिए ये एक बेहद अच्छी बात है। तुलसी और पानी: Tulsi (Holy Basil) and water तुलसी की पत्तियों का सेवन करना सेहत के लिए बेहद अच्छा होता है। अगर आप अपनी सेहत को ठीक रखना चाहते हैं तो आज ही तुलसी की पत्तियों को पानी में उबाल लें और इस पानी का सेवन करें। इससे आपको काफी लाभ होगा जो एक बेहद अच्छी बात है और आप इसको ऐसे ही चाहेंगे। मेथी के पत्ते और पानी: Methi Leaves and water पानी में मेथी के पत्तों को डालकर इसे उबाल लें और इस पानी का सेवन करें। इससे आपको काफी लाभ होगा और सेहत भी तुरंत ही ठीक हो जाएगी। ऐसा नहीं है कि ये उसी समय डेंगू को खत्म कर देगा लेकिन इसका सेवन समय के साथ डेंगू के प्रभाव को खत्म करने में कारगर साबित होगा। ( डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए है, इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रुप में नहीं लिया जा सकता। कोई भी स्टेप लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लें।)

डेंगू के कारण लक्षण बचाव एवं उपचार

Dengue Fever डेंगू होने के लक्षण क्या है (Dengue Hone ke lakshan) डेंगू के लक्षणों में व्यक्ति का क्षीण होते जाना प्रमुख है; इसके लक्षण Flu व अन्य विषाण्विक संक्रमणों जैसे लग सकते हैं. लक्षण संक्रमित होने के बाद चार से छः दिन में शुरु हो सकते हैं एवं दस दिन तक चल सकते हैं ( लक्षण न दिखने अथवा दिखने बन्द होने पर भी जाँच करायें ताकि उपस्थिति पता चलते ही 1. तेज बुख़ार (अचानक) 2. तेज सिरदर्द 3. अचानक रक्तचाप घटना 4. नेत्रों के पीछे दर्द 5. संधियों व माँस में तेज दर्द 6. थकान 7. भूख में कमी 8. मितली 9. उल्टी 10. त्वचा पर चकत्ते जो कि 11. हल्का-सा रक्तस्राव, जैसे कि नाक से ख़ून आना, साधारण ब्रशिंग से भी मसूढ़ों से ख़ून आने लगना गम्भीरता बढ़ने से लसिका (लिम्फ़) व रक्तवाहिकाओं को क्षति पहुँच सकती है, पेट में तेज दर्द, मल व उल्टी में ख़ून सम्भव। यकृत का आकार बढ़ सकता है. भारी रक्तस्राव, आघात् एवं डेंगू की जाँच (Dengue ka test) रुधिर-जाँच में विषाणु अथवा इससे जूझने वाले प्रतिरक्षियों (एण्टिबाडीज़) को परखा जाता है। लक्षणों की आशंका होते ही 24 घण्टों में जाँच करा लें। डेंगू से बचाव के तरीके (Dengue se bachav kaise kare) 1. विषाणुओं से संक्रमित मच्छरों से बचने के लिये गेंदा, कीटमारी ( एरिस्टोलोकिया ब्रॅक्टियोलॅटा ), सिरस, तुलसियाँ एवं नीम जैसे पौधे आसपास लगायें। 2. डेंगी-संक्रमण झेल चुके 3. मच्छरदानी में सोयें। मच्छरदानी से भी मच्छर दूर रहें इसलिये, अर्थात् इसे मच्छर-रोधी मच्छरदानी बनाने के लिये सर्वप्रथम सादे पानी में मच्छरदानी धोकर सुखायें, फिर मदार (आक,अकऊआ), धतूरे के फल व पत्तियों, पुदीना एवं इससे निकलने वाली पानी को छानकर बाद में नीम के तैल की कुछ बूँदें मिलाकर (अथवा नीम को भी साथ उबालकर) ...

जाने डेंगू बुà¤

डेंगू बुखार एक मच्छर जनित उष्णकटिबंधीय बीमारी है जो डेंगू वायरस के कारण होती है। यह ऐसी बीमारी हैं, जो एडीज इजिप्टी मच्छरों के काटने से होता है। यह बीमारी दुनिया के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में होती है। आमतौर पर संक्रमण के तीन से चौदह दिन बाद लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इसमें तेज बुखार, सिरदर्द, उल्टी, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द और डेंगू बुखार के लक्षणों में गंभीर जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, सूजन लिम्फ नोड्स, डेंगू बुखार का एक गंभीर रूप, जिसे डेंगू रक्तस्रावी बुखार भी कहा जाता है, गंभीर रक्तस्राव, रक्तचाप में अचानक गिरावट (सदमे) और मृत्यु का कारà...

Symptoms Of Dengue in Hindi जानिए क्या है डेंगू के लक्षण

डेंगू (Dengue) का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है, यह एक गंभीर बीमारी है, जो एडीज एजिप्टि (Aedes aegypti) नामक प्रजाति के मच्छरों के काटने से फैलता है। इसके कारण हर साल अनेक लोगों की मौत हो रही है। जब कोई मच्छर डेंगू बुखार से ग्रसित किसी रोगी को काटता है, और फिर वही मच्छर जब किसी स्वस्थ व्यक्ति को काट लेता है, तो वायरस स्वस्थ व्यक्ति के खून में पहुंच जाता है। इससे स्वस्थ व्यक्ति को भी डेंगू बुखार हो जाता है। मच्छर के एक बार काटने से भी डेंगू होने की संभावना रहती है। डेंगू में कई लोग तो आसानी से ठीक हो जाते हैं लेकिन, कई मरीजों की हालत बेहद खराब हो जाती है। ऐसे में डेंगू के लक्षण (Symptoms Of Dengue) के बारे में जानना बेहद जरूरी है। डेंगू के तीन प्रकार होते हैं, क्लासिकल डेंगू, डेंगू हमरेडिक बुखार (DHF) और डेंगू शॉक सिंड्रोम (DSS) क्लासिकल (साधारण) डेंगू (Classical dengue fever) क्लासिकल (साधारण) डेंगू बुखार में ठंड लगने लगती है और अचानक बुखार चढ़ना शुरू हो जाता है, इसके साथ ही सिरदर्द, जोड़ों में दर्द, आखों के पिछले भाग में दर्द होना, अत्यधिक कमजोरी लगना, भूख में बेहद कमी और मुंह के स्वाद का खराब होना जैसे लक्षण होते हैं। इसे सामान्य माना जाता है और 5-7 दिन के बाद रोगी ठीक हो जाता है। डेंगू हमरेडिक बुखार (Dengue Hemorrhagic Fever) डेंगू हमरेडिक बुखार में व्यक्ति को नाक से खून आना, मसूड़ों से खून आना, शौच व उल्टी में खून आना, स्किन पर नीले-काले रंग के चकत्ते पड़ जाना आदि लक्षण आने लगते हैं। इसके अलावा इसमें ब्लड प्लेटलेट्स भी कम होना शुरू हो जाता है। डेंगू शॉक सिंड्रोम (Dengue shock syndrome) डेंगू शॉक सिंड्रोम में सामान्य डेंगू के साथ कई दूसरे लक्षण भी आ जाते हैं। इस स्थिति ...

डेंगू के लक्षण, कारण, प्रकार, निदान और उपचार

विषय सूचि • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • उपक्षेप – Introduction डेंगू बुखार जिसका नाम सुनकर आज भी लोगों का दिल दहल जाता है, और ऐसा हो भी क्यूं न, डेंगू ने पिछले कुछ सालों से पूरी दुनिया में अपना आतंक मचा रखा है। ना जाने कितने लोग को ये एक मच्छर मौत के घाट उतार चुका है। पूरी दुनिया के 128 देशों में डेंगू के मच्छर ने अपना तांडव मचा रखा है। डेंगू से अब तक कोई भी देश इतनी जद्दो जहद के बावजूद अब भी पूरी तरह से इससे निजात नहीं पा सके है। इससे होने वाले बुखार को ‘हड्डी तोड़’ बुखार भी कहा जाता है क्योंकि पीड़ित व्यक्ति को इस बुखार में बहुत दर्द होता है, जैसे उनकी हड्डियां टूट रही हों। शुरुआत में यह बुखार नॉर्मल बुखार जैसा ही लगता है, जिसके वजह से बुखार और डेंगू के लक्षणों में फर्क समझ नहीं आता है। इस बुखार के इलाज में थोड़ी सी लापरवाही भी जानलेवा साबित हो सकती है। इसलिए हम इस आर्टिकल के जरिए आपके साथ डेंगू से जुड़े कुछ तथ्यों को साझा कर रहे हैं। ये ऐसा दौर है जहां डेंगू ने पूरी तरह से अपना पैर पसार लिया है इसलिए इस ख़तरनाक मच्छर से डरने या घबराने के बजाय इससे मुकाबला करने की ज़रूरत है। जानिए, डेंगू बुखार के लक्षण और इससे बचाव के तरीकों के बारे में जिसकी जानकारी आपके लिए बहुत जरूरी है। डेंगू क्या है? – What is Dengue Fever in Hindi डेंगू एक वायरस की वजह से होता है जो मच्छरों के जरिए फैलता है। सन् 1779 में डेंगू बुखार का सबसे पहले पता लगाया गया था। डेंगू में बहुत तेज बुखार होता है। इसे हड्डी तोड़ बुखार (Breakbone fever) भी कहा जाता है क्योंकि इसमें रोगी हड्डी में टूटने जैसा दर्द महसूस होता है। डेंगू के वायरस चार प्रकार के होते हैं। डेंगू का बुखार चार प्रकार के वायरस में से ...

Dengue ke lakshan,कारण और इसके बचाव के बारेमें जानिए

Dengue kaise hota hai ? Dengue जैसा हम सब जानते है Dengue machhar के काटने पर होने वाली बिमारिओं में से एक है । कही Dengu ke lakshan होते है । डेंगू की मात्रा कम होने पर हल्का बुखार, शारीर के joint में दर्द होता है। पर अगर डेंगू की मात्रा ज्यादा हो , जो की बहुत ही खतरनाक परिस्थिति माना जाता है , इसमें शरीर से खून का बहना, Blood pressure में गिरावट और अचानक मौत जैसे लक्सन देखे जाते है । यह सब भी Dengue ke lakshan है | पूरे देश में डेंगू की वजह से साल में लाखो लोगों की मौत हो जाती है । डेंगू की virus को खत्म करने के लिए Vaccineबनाने पर Researchकिया जा रहा है। पर फिलाल अभी केलिए मच्छर की आबादी को न बढने देना ही सबसे लाभ दायक तरीका है डेंगू से बचने केलिए । Dengue ke lakshan (symptoms) कभी कभी जब डेंगू की virus की मात्रा कम होती तब Dengue ke lakshan हमे दिखाई नहीं देती। पर डेंगू की Virus की मात्रा ज्यादा होने पर मच्छर काटने की ४ से ७ दिन बाद से ही लक्षण दिखने लगते है। डेंगू में तेज बुखार होती है जो 104 F Degrees तक पौंच जाती है । उसके साथ निचे दिए गए लक्षणों में से कोई २ लक्षण जरुर नज़र में आती है । dengue ke lakshan in hindi • सर दर्द • muscle, हाद्दीओं , और जोड़ो में दर्द • उलटी का होना • आँखों में दर्द करना • गले में मौजूद glands का बड जाना • शारीर में rash निकलना यह सब Dengue ke lakshan है । कोई कोई डेंगू होने पर भी जल्दी स्वस्थ हो जाते है । पर किसी कसी के लिए यह एक जान लेवा बीमारी साबित हो सकती है । कभी कभी ,डेंगू में होने वाले बुखार को Hemorrhagic fever भी काहा जाता है क्यूंकि इसमें आपके शारीर के अन्दर के खून बहने वाले नसे ख़राब हो जाती है । आपके शारीर के अन्दर खून का संच...

डेंगू बुखार के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, जांच, नुकसान, ठीक होने का समय, प्रकार

डेंगू बुखार डेंगू वायरस से संक्रमित मच्छर के काटने के कारण होने वाली बीमारी है। यह दुनिया के उष्णकटिबंधीय (ट्रॉपिकल) क्षेत्रों में प्रचलित है। डेंगू बुखार एक दर्दनाक, अक्षम या असमर्थ करने वाली बीमारी है, जिसमें दर्द की गंभीरता हड्डियों के टूटनेके सामान्य होती है - इसलिए इसे 'ब्रेकबोन' (हड्डी-तोड़) बुखार भी कहा जाता है। डेंगू बुखार हर साल दुनिया भर में करीब 40 करोड़ लोगों को प्रभावित करता है, और दुनिया की लगभग 40% आबादी संक्रमण के खतरे में है। चूंकि डेंगू बुखार वायरस के कारण होता है, इसलिए इसे एंटीबायोटिक दवाओं से ठीक नहीं किया जा सकता है। बरसात के मौसम के बाद यह रोग बहुत आम हो जाता है। डेंगू बुखार मच्छर के काटने से फैलता है और यह अत्यधिक संक्रामक है। अफ्रीका, उत्तर और दक्षिण अमेरिका, पूर्वी भूमध्यसागर, दक्षिण-पूर्वी एशिया और पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र के 100 से अधिक देशों में यह रोग पाया जाता है। उत्तर और दक्षिण अमेरिका, दक्षिण-पूर्व एशिया और पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र सबसे गंभीर रूप से प्रभावित हैं। यह पिछले दो दशकों से भारत में एक बहुत ही सामान्य बीमारी बीमारी बन गया है। डेंगू किसी को प्रभावित कर सकता है, चाहे वह छोटा बच्चा हो या कोई बड़ा व्यक्ति, नर या नारी। डेंगू बुखार का एक गंभीर औरजीवन के लिए खतरनाक रूप है डेंगू हॅमरेजिक बुखार (डीएचएफ), जिसके शिकार ज़्यादातर बच्चे होते हैं। डेंगू कितने प्रकार का होता है? डेंगू वायरस के चार सीरोटाइप होते हैं (DENV-1, -2, -3, और -4)। DENV की वजह से डेंगू बुखार (डीएफ; DF) से लेकर डेंगू रक्तस्रावी बुखार (डीएचएफ; DHF) तक हो सकता है। डीएचएफ अगर और गंभीर हो जाए तो डेंगू शॉक सिंड्रोम (डीएसएस; DSS) नामक कंडीशन तक बढ़ सकता है। डीएफ में सिरदर्द, बुखार...

डेंगू के लक्षण और 5 आसान होम

साधारण बुखार और डेंगू के लक्षण में अंतर करना लगभग असंभव सा लगता है। डेंगू एक viral fever है जो मादा मच्छर के काटने से फैलता है और यह बुखार किसी भी आयुवर्ग को हो सकता है। मच्छर के काटने के 4-7 दिन बाद डेंगू के लक्षण नज़र आते हैं। “डेंगू बुखार होने पर रोगी एवं उसके परिवार के सदस्यों को घबराना नहीं चाहिए। नीम-हकीम इलाजों से बचे, अच्छे डॉक्टर से परामर्श ले और उनके सुझाव अनुसार रोगी की देखभाल करें” डॉ मयंक उप्पल, Consultant, General Medicine कहते हैं। “अगर आप सही मात्रा में पानी का सेवन कर रहे हैं और आपको हर 6 घंटे में पेशाब करने जाना पड़ता है तो यह अच्छा संकेत है” “पर अगर आपकी नज़र धुंधली हो या कही से रक्तस्राव हो तो उसे अनदेखा न करे और अपने डॉक्टर से तुरंत परामर्श करें।” डेंगू के लक्षण इस प्रकार हैं: • तेज़ बुखार: डेंगू का सबसे प्रमुख लक्षण तेज़ बुखार है। डेंगू में 102-103º F तक बुखार आना आम बात है। • बदन टूटना: डेंगू में ज़्यादातर जोड़ों, मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द होता है। • जी मिचलाना या नॉज़ीआ (nausea) भी एक लक्षण है। डेंगू में आपको घबराहट महसूस होती है। • चकत्ते या रैशेस: डेंगू में छोटे लाल चकत्ते या रैशेस हो जाते है। इन रैशेस में कभी कभी खुजली भी होती है। • आँख के पीछे दर्द: ज़्यादातर डेंगू से पीड़ित लोग आँख के पीछे दर्द की शिकायत करते हैं। यह दर्द आँखों की मूवमेंट से बढ़ता है। • थकान : डेंगू में थकावट महसूस होती है। “अगर आपको मौसम बदलने के दौरान ख़ासकर बरसात के समय या उसके बाद तेज़ बुखार, चकत्ते और बदन दर्द होता है, तो डॉक्टर से परामर्श और मेडिकल जाँच कराए “ “जाँच के बाद ही पता चलेगा की आपको डेंगू हैं या नहीं।” डेंगू में चेतावनी के संकेत (Warning signs of dengue in hindi) ...