Depression symptoms in hindi

  1. डिप्रेशन: लक्षण कारण निवारण Depression Symptoms and Treatment in hindi
  2. अवसाद
  3. अवसाद (डिप्रेशन) क्या है, कारण, लक्षण, निदान, और उपचार
  4. एंग्जायटी (Anxiety) क्या है
  5. Depression Meaning in Hindi


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डिप्रेशन: लक्षण कारण निवारण Depression Symptoms and Treatment in hindi

Depression Symptoms and Treatment in hindi डिप्रेशन – लक्षण कारण और निवारण कुछ वर्षों पहले मेरा एक मित्र , जो मेरा पडोसी भी था ने तंग आकर अपनी ज़िन्दगी ख़तम कर ली. वो King George Medical College , Lucknow का छात्र था. उसके suicide की वजह थी उसका बार-बार एक ही विषय में fail होना. आये दिन हमारे आस-पास ऐसी दुखद घटनाएं होती रहती हैं. ऐसी कई सारी घटनाओं की जड़ depression या अवसाद होती है. Fight Depression डिप्रेशन में किसी प्रकार की मदद के लिए 24X7 Helpline: Depression अब इतनी common illness हो चुकी है कि इसे “common cold of mental illness” भी कहते हैं. आज AchhiKhabar.Com पर हम इसी विषय में विस्तार से बात करेंगे. चूँकि Depression पर Hindi में कम ही लेख उपलब्ध हैं इसलिए मुझे उम्मीद है कि यह लेख कई लोगों के लिए लाभप्रद होगा. यदि आप डिप्रेशन से गुजर रहे हैं तो What is depression? / अवसाद क्या है? जीवन में कभी-कभार low feel करना एक सामान्य बात है. लेकिन जब ये एहसास बहुत समय तक बना रहे और आपका साथ ना छोड़े तो ये depression या अवसाद हो सकता है. ऐसे में जीवन बड़ा नीरस और खाली-खाली सा लगने लगता है . ऐसे में ना दोस्त अच्छे लगते हैं और ना ही किसी और काम में मन लगता है. Life hopeless लगने लगती है और positive बातें भी negative लगने लगती हैं. यदि आपके साथ भी ऐसा होता है तो घबराने की ज़रुरत नहीं है. ज़रुरत है depression के symptoms और कारणों को समझने की और फिर उसका इलाज करने की. हम सभी के जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं.कभी सफलता मिलने पर बहुत ख़ुशी मिलती है तो कभी असफल होने पे इंसान दुखी हो जाता है. कई बार लोग छोटे-मोटे दुःख को भी depression का नाम दे देते हैं, जो कि बिलकुल गलत है. Depress...

अवसाद

डिप्रेशन (अवसाद) क्या है? | Depression Kya Hai अमेरिकन सैकेट्रिक असोसिऐसन (American psychiatric association) के अनुसार अवसाद एक सामान्य किंतु गम्भीर मनोविकार है। जो हमारे अंदर नकारात्मक विचारों और कृत्यों का उत्पन्न करता है। अवसाद किस में पाया जाता है ? नवजात शिशु से लेकर बुजुर्गों तक में अवसाद देखा गया है। बच्चो और व्यस्कों में भी डिप्रेशन की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। तनाव युक्त जीवन, अत्यधिक महत्वकांक्षी होना इन्हें और बढ़ाता है। मुख्यतः चालीस वर्ष को मीन ऐज (Age) माना गया है डिप्रेशन की शुरुवात के लिए, किंतु यह हर उम्र में हो सकता है। W.H.O. (डब्लू.एच.ओ.) के अनुसार हर 6 महिला में 1 और 8 पुरुषों में 1 (एक) डिप्रेशन का शिकार है। आत्महत्या- विश्व में आठ लाख (800000) लोग हर वर्ष आत्महत्या करते हैं, W.H.O.के डाटा के अनुसार इनमें से 1, 35, 000 (17%) हमारे भारतवासी हैं। आत्महत्या का अनुपात अब २०१८ में हर 1, 00, 000 व्यक्तियों में 10.9 हो चूका है, जो कि पहले 7.9 था। हर 40 सेकेंड में एक व्यक्ति आत्महत्या का शिकार हो जाता है और हर 3 सेकेंड में एक व्यक्ति प्रयास करता है मरने के लिए। ये डाटा विश्व स्तर पर W.H.O. (वल्र्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन) द्वारा दिया गया है। • गाँव या देहात में रहने वालों में शहरों के मुताबिक अवसाद अधिक देखा जाता है। • शिक्षितों में अशिक्षितों के मुताबिक अधिक मात्रा है। • गरीबों और धनवानों में इसकी मात्रा बराबर की है। डिप्रेशन के लक्षण | Symptoms of Depression in Hindi चिंता, उदासीनता, असंतोष, खालीपन, अपराध बोध, निराशा, मिजाज बदलते रहना, घबराहट अथवा सुख प्रदान करने वाले कार्यों से भी सुख की अनुभूति ना होना। अवसाद में व्यक्ति व्यथित होता है, या तो वह दुखी रहता ...

अवसाद (डिप्रेशन) क्या है, कारण, लक्षण, निदान, और उपचार

• • • • • • • डिप्रेशन (अवसाद) क्या है – What is depression in Hindi अवसाद (Depression) को मानसिक विकार (mood disorder) के रूप में जाना जाता है। इसे किसी व्यक्ति की प्रतिदिन की गतिविधियों (कार्यों) में हस्तक्षेप करने वाली उदासी, निराशा या क्रोध की भावनाओं के रूप में समझा जा सकता है। डिप्रेशन (Depression) महसूस करने की क्षमता , सोच और व्यवहार आदि को प्रभावित करता हैं और विभिन्न मानसिक और शारीरिक समस्याओं का कारण बन सकती है। अवसाद से पीड़ित व्यक्ति को प्रतिदिन की सामान्य गतिविधियों में परेशानी हो सकती है। यहाँ तक कि कभी-कभी जीवन जीना व्यर्थ लगने लगता है। यह संबंधों को खराब करने के साथ-साथ, कुछ पुरानी स्वास्थ्य सम्बंधित रोगों जैसे- अवसाद (Depression) को दूर करने के लिए दीर्घकालिक उपचार की जरूरत पड़ सकती है। लेकिन निराश नहीं होना चाहिए क्योकि डिप्रेशन की समस्या से पीड़ित लोग दवा, और मनोचिकित्सा की सहायता से बेहतर महसूस कर सकते हैं। (और पढ़े – डिप्रेशन (अवसाद) के लक्षण – Symptoms of depression in Hindi अवसाद जीवन में केवल एक बार होता है, और इसके पीछे अनेक कारण और घटनायें शामिल होती है। डिप्रेशन में सामान्य तौर पर निम्न लक्षण शामिल किये जाते है- • उदासी, खालीपन या निराशा की भावनाएं डिप्रेशन को जन्म देती है, • छोटे मामलों पर गुस्से, चिड़चिड़ाहट या निराशा, • • नींद में परेशानी, • • • सोचने और बोलने की क्षमता में कमी आना, • अयोग्यता की भावना या अपराध की भावनाएं व्याप्त होना, • सोचने, ध्यान केंद्रित करने, निर्णय लेने और चीजों को याद रखने में परेशानी होना, • मौत, आत्मघाती विचार या आत्महत्या के बारे में बार-बार विचार आना, • शारीरिक समस्याएं, जैसे (और पढ़े – अवसाद (डिप्रेशन) के कारण – Cause...

एंग्जायटी (Anxiety) क्या है

अगर कोई विशेष नकारात्मक विचार या परेशानी बहुत लंबे वक्त तक बनी रहे और उससे आपकी रोजमर्रा की जिंदगी पर असर पड़ने लगे तो ये वाकई खतरनाक है। एंग्जायटी (Anxiety) क्या है? एंग्जायटी (Anxiety) अवसाद, निराशा व दुःख से जन्म लेती है। जब हम अपनी भावनाओं को अनदेखा करते हैं तो वे हमारे दुःख का कारण बनती हैं। ठीक इसी प्रकार, नजरअंदाज किए जाने पर अवसाद एंग्जायटी (Anxiety) का रूप ले सकता है। इस स्थिति में व्यक्ति को हर वक्त इस बात का डर लगा रहता है कि कुछ गलत होने वाला है। यह घबराहट के दौरे (पैनिक अटैक) होते हैं। एंग्जायटी (Anxiety) के दौरे में व्यक्ति को हर समय चिंता, डर व घबराहट महसूस होती है। इसके अलावा उलटी व जी मिचलाने की समस्या भी महसूस होती है, दिल की धड़कन तेज हो जाती है और सांस फूलने लगती है। अगर ऐसा बार बार होता है तो चिकित्सक से जरूर संपर्क करें अन्यथा ये जानलेवा भी हो सकता है। जब भी कोई विचार अपने निश्चित स्तर से आगे बढ़ जाता है तो उसे एंग्जायटी (Anxiety) कहते हैं। विचार हमेशा एक निश्चित स्तर तक ही किये जाने चाहिए। सीमा से अधिक विचार कभी नहीं करना चाहिए। जब तक कोई भी विचार आपको परेशान ना करें तब तक वह सामान्य हैं परन्तु जब कोई विचार या सोच निश्चित स्तर से ऊपर जाकर आपको हैरान या परेशान करने लगे तब यह चिंता का विषय है। एंग्जायटी (Anxiety) के सामान्य लक्षण- इस विषय पर और जानकारी के लिए आप हमारा यह वीडियो भी देख सकते है - 1.) बेवजह की चिंता करना 2.) हृदयगति में बढ़ोत्तरी होना 3.) छाती में खिंचाव महसूस होना 4.) सांस फूलना 5.) लोगों के सामने जाने से डरना 6.) लोगों से बातचीत करने से डरना 7.) लिफ्ट वग़ैरह में जाने का डर कि वापस नहीं निकल पाएंगे 8.) जुनून की हद तक सफाई करना 9.) बार-बार...

Depression Meaning in Hindi

आप कभी कभी अपने आप को दुखी पाते हैं, या लो महसूस करते हैं, या कई बार आप अपनी दैनिक गतिविधियों में कोई रूचि नहीं दिखाते, ये सब हमारे लिए काफी परिचित लक्षण होते हैं और किसी-किसी कारण से ऐसा होना काफी हद तक स्वाभाविक होता है। परन्तु जब ये लक्षण (Depression Symptoms in Hindi) स्थायी हो जाते हैं और हमारे जीवन को बुरे से प्रभावित करते हैं, तब उस स्थिति को डिप्रेशन या अवसाद (Depression Meaning in Hindi) कहते हैं। डिप्रेशन कोई कमजोरी नहीं होती कि आप आसानी से इससे बाहर आ जाएँ, इसके लिए आपको उचित और लम्बे उपचार की आवश्यकता होती ही है। यदि आपको लगता है कि डिप्रेशन या अवसाद का कोई इलाज नहीं है तो निराश न हो, इसके लिए हम बता दें कि बहुत सारे लोग जो डिप्रेशन का शिकार होते हैं वे लोग दवाइयों और साइकोथेरेपी और दोनों के साथ बेहतर महसूस करते हैं। आइये जानते हैं क्या होता है डिप्रेशन या अवसाद? • अवसाद पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक होता है। • यह काफी आम समस्या है जो 20 में से 1 हिंदुस्तानी को है। • अवसाद के लक्षण बच्चों, किशोरों और वयस्कों में अलग अलग हो सकते हैं। • इलाज न किये जाने पर यह कई महीनों तक या कई सालों तक रह सकता है। • इलाज के साथ इसके लक्षणों में कुछ ही हफ़्तों में सुधार दिखाई पड़ता है। अधिक जानकारी के लिए यह वीडियो देखें जिसमे डा सौरभ मेहरोत्रा (सलाहकार – मनोरोग, मेदांता – द मेडिसिटी, गुड़गांव) डिप्रेशन, चिंता व् अन्य तंत्रिका तंत्र विकारों के विषय में बता रहे हैं – Depression Meaning in Hindi – क्या होता है डिप्रेशन या अवसाद? डिप्रेशन को हिंदी में अवसाद के नाम से जाना जाता है। यह एक प्रकार का मूड डिसॉर्डर होता है जो बहुत ही आम है। चिकित्सकों के अनुसार नकारात्मक बीमारी है जो...