- 04: दार्थ: धातु और अधातु / Vigyan
- धातु और अधातु में अंतर
- धातॠà¤à¤µà¤‚ अधातॠके तीन उपयोग लिà¤
- धातु और अधातु में अंतर (Diffrence Between Metals And Non Metals In Hindi)
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- धातॠà¤à¤µà¤‚ अधातॠके तीन उपयोग लिà¤
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04: दार्थ: धातु और अधातु / Vigyan
सारणी 4.1 : पदार्थों की दिखावट और कठोरता क्या आप उन पदार्थों के नाम बता सकते हैं जो धातु हैं? सारणी 4.1 में शेष पदार्थ अधातु हैं। धातुओं का अधातुओं से अन्तर उनके भौ तिक और रासायनिक गुणों के आधार पर किया जा सकता है। स्मरण करिए कि चमक और कठोरता भौतिक गु ण हैं। 4.1 धातुओं और अधातुओं के भौतिक गुण क्या आपने लोहार को लोहे के टुकड़े अथवा लोहे से निर्मित वस्तु, जैसे– फावड़ा, बेलचा, कुल्हाड़ी, आदि को पीटते हुए देखा है? क्या इन वस्तुओं को पीटने पर आ प इनके आकार में कोई परिवर्तन पाते हैं? क्या कोयले के टुकड़े को पीटने पर भी वैसे ही परिवर्तन की अपेक्षा करते हैं? आइए जानें। क्रियाकलाप 4.1 एक लोहे की कील, एक को यले का टुकड़ा, एक मोटे एेलुमिनियम तार का टुकड़ा और एक पेंसिल लेड लीजिए। लोहे की कील लेकर उसे हथौड़े द्वारा पीटिए (चित्र 4.1)। चित्र 4.1 : हथौड़े से लो हे की कील को पीटना। (परन्तु ध्यान रहे कि इस प्रक्रम में आप स्वयं को चोट न पहुँचा लें।) जोर से पीटने का प्रयास करिए। एेलुमिनियम के तार पर भी जोर से चोट करिए। इसी प्रकार का प्रक्रम कोयले के टुकड़े और पेंसिल लेड के साथ भी करिए। अपने प्रेक्षणों को सार णी 4.2 में रिकॉर्ड करिए। सारणी 4.2 : पदार्थों की आघातवर्धनीयता आपने देखा कि लोहे की कील और एेलुमिनियम के तार को पीटने पर उनका आकार परिवर्तित हो गया। यदि उन्हें अधिक शक्ति से पीटा जाए तो उन्हें शीट में परिवर्तित किया जा सकता है। आप सम्भवतः मिठाइयों को सजाने के लिए उपयोग में लाए जाने वाले चाँदी के वर्क से भी परिचित होंगे। आप एेलुमिनियम पन्नी पर्णिका द्वारा खाद्य सामग्री को लपेटने के उपयोग से भी अवश्य परिचित होंगे। धातुओं का गुण जिसके कारण उन्हें पीट कर शीट में परिवर्तित किया जा सकता है, आघातवर्धनीयत...
धातु और अधातु में अंतर
हमारे दैनिक जीवन में कई धातु और अधातु का प्रयोग करते हैं। औद्योगिक और घरेलू उपकरण तांबे और एलुमिनियम से बने बिजली के तार, थर्मामीटर में पारा आदि। सुई से लेकर बड़े-बड़े यंत्रों में धातु या अधातु का उपयोग किया जाता है। आज के इस लेख में हम धातु और अधातु में अंतर जानेंगे इसके साथ-साथ हम धातु किसे कहते हैं अधातु किसे कहते हैंइनके साथ-साथ इनके गुण उपयोग भी जानेंगे। धातु अधातु अधिकांश धातुएं ठोस अवस्था में पाई जाती हैं। केवल सीजियम, फ़्रैन्शियम,गैलियम तथा मरकरी द्रव है | अधातुएं द्रव्य कि तीनों अवस्थाओं अर्थात ठोस, द्रव तथा गैस के रूप में पायी जाती हैं। सामान्यता धातुएं अपारदर्शी होती हैं। अधातुएं पारदर्शी, अपारदर्शी या पारभासक होती हैं। सभी धातुएं विद्युत एवं ऊष्मा के सुचालक होती हैं। ग्रेफाइट को छोड़कर लगभग सभी अधातुएं विद्युत तथा ऊष्मा की कुचालक होती हैं। धातुएं तन्य होती हैं अतः उनके तार खींचे जा सकते हैं अधातुएं तन्य नहीं होती हैं। धातुएँ आघातवर्धनीय होती हैं अर्थात् हथौड़े अधातुएँ आघातवर्धनीय नहीं होती हैं। से पीटने पर उनके पृष्ठ surface के क्षेत्रफल में वृद्धि होती है। अधातुएं आघातवर्धनीय नहीं होती हैं। धातुएँ भंगुर (brittle) नहीं होती हैं। अधातुएँ भंगुर होती हैं अर्थात् हथौड़े से पीटने पर वे छोटे - छोटे कणों में टूट जाती हैं। धातुओं में एक विशेष प्रकार की चमक पायी जाती है जिसे धात्विक चमक कहते हैं। ग्रेफाइट तथा आयोडीन को छोड़ कर लगभग सभी अधातुओं में कोई विशेष चमक नहीं पायी जाती है। धातुओं के आपस में टकराने पर विशेष ध्वनि प्राप्त होती है। अधातुओं के आपस में टकराने पर विशेष ध्वनि प्राप्त नहीं होती है। धातुएँ धनायन बनाने की प्रवृत्ति रखती हैं। तथा धन - विद्युतीय तत्त्व कहलात...
धातॠà¤à¤µà¤‚ अधातॠके तीन उपयोग लिà¤
धातॠऔर अधातॠके तीन उपयोग को समà¤à¤¨à¥‡ के लिठसबसे पहले दोनों के बीच के अंतर को समà¤à¤¨à¤¾ जरà¥à¤°à¥€ है। वह ततà¥à¤¤à¥à¤µ जो आसानी से धनायन बनाते हैं और विदà¥à¤¯à¥à¤¤à¥ के सà¥à¤šà¤¾à¤²à¤• होते हैं। उदहारण के लिठसोना, लोहा आदि। वहीठआधातॠका मूल सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µ विदà¥à¤¯à¥à¤¤à¥ के कà¥à¤šà¤¾à¤²à¤• के रूप में होते हैं। उदहारण के लिठलकड़ी, कागज आदि। धातॠऔर अधातॠके तीन उपयोग निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित है • धातॠके तीन उपयोग - इलेकà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¿à¤• तार का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में, बरà¥à¤¤à¤¨à¥‹à¤‚, उपकरणों और आà¤à¥‚षणों के निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में, मकान à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤¯ संरचना निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में। • अधातॠके तीन उपयोग : सà¥à¤µà¤¾à¤‚स लेने के लिठआवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ को पूरा करने में, शरीर के पोषक ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ के रूप में, कारà¥à¤¬à¤¨ के अनà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥‚पà...
धातु और अधातु में अंतर (Diffrence Between Metals And Non Metals In Hindi)
अनुक्रम • • • • • • • • • • • • धातु और अधातु में अंतर (Diffrence between metals and non metals in hindi ) तत्व किसे कहते हैं? तत्व वह मूल पदार्थ है।जिसको रासायनिक विधि द्वारा दूसरे तत्व में परिवर्तित या विघटित नहीं किया जा सकता है। आधुनिक विचारों के अनुसार तत्वों का सबसे छोटा कण परमाणु है जैसे– हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, फास्फोरस, ब्रोमीन आदि। तत्वों का वर्गीकरण (Classification of elements) तत्वों को दो भागों में विभाजित किया गया हैं। • धातु • अधातु धातु किसे कहते है ? धातु के तत्व कहलाते हैं।जो सामान्य अभिक्रिया में अपने परमाणुओं से एक या इलेक्ट्रॉन त्याग कर धनायन बनाने की प्रवृत्ति करते हैं। जैसे– कापर, आयरन, सिल्वर , मर्करी आदि। अधातु किसे कहते है ? अधातु वे तत्व होते है। जो सामान्य अभिक्रियाओं में एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉन ग्रहण कर ऋणायन बनाने की प्रवृति रखते हैं। जैसे– नाइट्रोजन, हाइड्रोजन, फॉस्फोरस, क्लोरीन आदि। धातु और अधातु में अंतर (Diffrence between metals,and non metals) धातु और अधातु में अंतर निम्लिखित हैं। गुण धातु अधातु अवस्था धातुएं ठोस अवस्था मे पाई जाती हैं। अपवाद स्वरूप पारा नही पाया जाता हैं। अधातुएँ ठोस ,द्रव्य,गैस तीनो अवस्थाएं में पाई जाती हैं। घनत्व धातु अधिक घनत्व का उच्च गलनांक की होती हैं।अपवाद स्वरूप सोडियम , पोटैशियम को छोड़कर इसमे घनत्व का गलनांक कम होता हैं। ऊष्मा व विधुत चालकता ये ऊष्मा व विधुत की सुचालक होती हैं। ये ऊष्मा व विधुत की कुचालक होती हैं। अपवाद- ग्रेफाइड व गैस कार्बन पारदर्शिता अपारदर्शी होती हैं। कुछ धातु पारदर्शी, कुछ अपारदर्शी,व कुछ पारभासक होती हैं। चमक इनमे विशेष प्रकार की चमक पाई जाती हैं। चमक नही पाई जाती हैं। अपवाद- ...
04: दार्थ: धातु और अधातु / Vigyan
सारणी 4.1 : पदार्थों की दिखावट और कठोरता क्या आप उन पदार्थों के नाम बता सकते हैं जो धातु हैं? सारणी 4.1 में शेष पदार्थ अधातु हैं। धातुओं का अधातुओं से अन्तर उनके भौ तिक और रासायनिक गुणों के आधार पर किया जा सकता है। स्मरण करिए कि चमक और कठोरता भौतिक गु ण हैं। 4.1 धातुओं और अधातुओं के भौतिक गुण क्या आपने लोहार को लोहे के टुकड़े अथवा लोहे से निर्मित वस्तु, जैसे– फावड़ा, बेलचा, कुल्हाड़ी, आदि को पीटते हुए देखा है? क्या इन वस्तुओं को पीटने पर आ प इनके आकार में कोई परिवर्तन पाते हैं? क्या कोयले के टुकड़े को पीटने पर भी वैसे ही परिवर्तन की अपेक्षा करते हैं? आइए जानें। क्रियाकलाप 4.1 एक लोहे की कील, एक को यले का टुकड़ा, एक मोटे एेलुमिनियम तार का टुकड़ा और एक पेंसिल लेड लीजिए। लोहे की कील लेकर उसे हथौड़े द्वारा पीटिए (चित्र 4.1)। चित्र 4.1 : हथौड़े से लो हे की कील को पीटना। (परन्तु ध्यान रहे कि इस प्रक्रम में आप स्वयं को चोट न पहुँचा लें।) जोर से पीटने का प्रयास करिए। एेलुमिनियम के तार पर भी जोर से चोट करिए। इसी प्रकार का प्रक्रम कोयले के टुकड़े और पेंसिल लेड के साथ भी करिए। अपने प्रेक्षणों को सार णी 4.2 में रिकॉर्ड करिए। सारणी 4.2 : पदार्थों की आघातवर्धनीयता आपने देखा कि लोहे की कील और एेलुमिनियम के तार को पीटने पर उनका आकार परिवर्तित हो गया। यदि उन्हें अधिक शक्ति से पीटा जाए तो उन्हें शीट में परिवर्तित किया जा सकता है। आप सम्भवतः मिठाइयों को सजाने के लिए उपयोग में लाए जाने वाले चाँदी के वर्क से भी परिचित होंगे। आप एेलुमिनियम पन्नी पर्णिका द्वारा खाद्य सामग्री को लपेटने के उपयोग से भी अवश्य परिचित होंगे। धातुओं का गुण जिसके कारण उन्हें पीट कर शीट में परिवर्तित किया जा सकता है, आघातवर्धनीयत...
धातॠà¤à¤µà¤‚ अधातॠके तीन उपयोग लिà¤
धातॠऔर अधातॠके तीन उपयोग को समà¤à¤¨à¥‡ के लिठसबसे पहले दोनों के बीच के अंतर को समà¤à¤¨à¤¾ जरà¥à¤°à¥€ है। वह ततà¥à¤¤à¥à¤µ जो आसानी से धनायन बनाते हैं और विदà¥à¤¯à¥à¤¤à¥ के सà¥à¤šà¤¾à¤²à¤• होते हैं। उदहारण के लिठसोना, लोहा आदि। वहीठआधातॠका मूल सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µ विदà¥à¤¯à¥à¤¤à¥ के कà¥à¤šà¤¾à¤²à¤• के रूप में होते हैं। उदहारण के लिठलकड़ी, कागज आदि। धातॠऔर अधातॠके तीन उपयोग निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित है • धातॠके तीन उपयोग - इलेकà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¿à¤• तार का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में, बरà¥à¤¤à¤¨à¥‹à¤‚, उपकरणों और आà¤à¥‚षणों के निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में, मकान à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤¯ संरचना निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में। • अधातॠके तीन उपयोग : सà¥à¤µà¤¾à¤‚स लेने के लिठआवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ को पूरा करने में, शरीर के पोषक ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ के रूप में, कारà¥à¤¬à¤¨ के अनà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥‚पà...
धातु और अधातु में अंतर (Diffrence Between Metals And Non Metals In Hindi)
अनुक्रम • • • • • • • • • • • • धातु और अधातु में अंतर (Diffrence between metals and non metals in hindi ) तत्व किसे कहते हैं? तत्व वह मूल पदार्थ है।जिसको रासायनिक विधि द्वारा दूसरे तत्व में परिवर्तित या विघटित नहीं किया जा सकता है। आधुनिक विचारों के अनुसार तत्वों का सबसे छोटा कण परमाणु है जैसे– हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, फास्फोरस, ब्रोमीन आदि। तत्वों का वर्गीकरण (Classification of elements) तत्वों को दो भागों में विभाजित किया गया हैं। • धातु • अधातु धातु किसे कहते है ? धातु के तत्व कहलाते हैं।जो सामान्य अभिक्रिया में अपने परमाणुओं से एक या इलेक्ट्रॉन त्याग कर धनायन बनाने की प्रवृत्ति करते हैं। जैसे– कापर, आयरन, सिल्वर , मर्करी आदि। अधातु किसे कहते है ? अधातु वे तत्व होते है। जो सामान्य अभिक्रियाओं में एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉन ग्रहण कर ऋणायन बनाने की प्रवृति रखते हैं। जैसे– नाइट्रोजन, हाइड्रोजन, फॉस्फोरस, क्लोरीन आदि। धातु और अधातु में अंतर (Diffrence between metals,and non metals) धातु और अधातु में अंतर निम्लिखित हैं। गुण धातु अधातु अवस्था धातुएं ठोस अवस्था मे पाई जाती हैं। अपवाद स्वरूप पारा नही पाया जाता हैं। अधातुएँ ठोस ,द्रव्य,गैस तीनो अवस्थाएं में पाई जाती हैं। घनत्व धातु अधिक घनत्व का उच्च गलनांक की होती हैं।अपवाद स्वरूप सोडियम , पोटैशियम को छोड़कर इसमे घनत्व का गलनांक कम होता हैं। ऊष्मा व विधुत चालकता ये ऊष्मा व विधुत की सुचालक होती हैं। ये ऊष्मा व विधुत की कुचालक होती हैं। अपवाद- ग्रेफाइड व गैस कार्बन पारदर्शिता अपारदर्शी होती हैं। कुछ धातु पारदर्शी, कुछ अपारदर्शी,व कुछ पारभासक होती हैं। चमक इनमे विशेष प्रकार की चमक पाई जाती हैं। चमक नही पाई जाती हैं। अपवाद- ...
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धातॠऔर अधातॠके तीन उपयोग को समà¤à¤¨à¥‡ के लिठसबसे पहले दोनों के बीच के अंतर को समà¤à¤¨à¤¾ जरà¥à¤°à¥€ है। वह ततà¥à¤¤à¥à¤µ जो आसानी से धनायन बनाते हैं और विदà¥à¤¯à¥à¤¤à¥ के सà¥à¤šà¤¾à¤²à¤• होते हैं। उदहारण के लिठसोना, लोहा आदि। वहीठआधातॠका मूल सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µ विदà¥à¤¯à¥à¤¤à¥ के कà¥à¤šà¤¾à¤²à¤• के रूप में होते हैं। उदहारण के लिठलकड़ी, कागज आदि। धातॠऔर अधातॠके तीन उपयोग निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित है • धातॠके तीन उपयोग - इलेकà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¿à¤• तार का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में, बरà¥à¤¤à¤¨à¥‹à¤‚, उपकरणों और आà¤à¥‚षणों के निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में, मकान à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤¯ संरचना निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में। • अधातॠके तीन उपयोग : सà¥à¤µà¤¾à¤‚स लेने के लिठआवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ को पूरा करने में, शरीर के पोषक ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ के रूप में, कारà¥à¤¬à¤¨ के अनà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥‚पà...
04: दार्थ: धातु और अधातु / Vigyan
सारणी 4.1 : पदार्थों की दिखावट और कठोरता क्या आप उन पदार्थों के नाम बता सकते हैं जो धातु हैं? सारणी 4.1 में शेष पदार्थ अधातु हैं। धातुओं का अधातुओं से अन्तर उनके भौ तिक और रासायनिक गुणों के आधार पर किया जा सकता है। स्मरण करिए कि चमक और कठोरता भौतिक गु ण हैं। 4.1 धातुओं और अधातुओं के भौतिक गुण क्या आपने लोहार को लोहे के टुकड़े अथवा लोहे से निर्मित वस्तु, जैसे– फावड़ा, बेलचा, कुल्हाड़ी, आदि को पीटते हुए देखा है? क्या इन वस्तुओं को पीटने पर आ प इनके आकार में कोई परिवर्तन पाते हैं? क्या कोयले के टुकड़े को पीटने पर भी वैसे ही परिवर्तन की अपेक्षा करते हैं? आइए जानें। क्रियाकलाप 4.1 एक लोहे की कील, एक को यले का टुकड़ा, एक मोटे एेलुमिनियम तार का टुकड़ा और एक पेंसिल लेड लीजिए। लोहे की कील लेकर उसे हथौड़े द्वारा पीटिए (चित्र 4.1)। चित्र 4.1 : हथौड़े से लो हे की कील को पीटना। (परन्तु ध्यान रहे कि इस प्रक्रम में आप स्वयं को चोट न पहुँचा लें।) जोर से पीटने का प्रयास करिए। एेलुमिनियम के तार पर भी जोर से चोट करिए। इसी प्रकार का प्रक्रम कोयले के टुकड़े और पेंसिल लेड के साथ भी करिए। अपने प्रेक्षणों को सार णी 4.2 में रिकॉर्ड करिए। सारणी 4.2 : पदार्थों की आघातवर्धनीयता आपने देखा कि लोहे की कील और एेलुमिनियम के तार को पीटने पर उनका आकार परिवर्तित हो गया। यदि उन्हें अधिक शक्ति से पीटा जाए तो उन्हें शीट में परिवर्तित किया जा सकता है। आप सम्भवतः मिठाइयों को सजाने के लिए उपयोग में लाए जाने वाले चाँदी के वर्क से भी परिचित होंगे। आप एेलुमिनियम पन्नी पर्णिका द्वारा खाद्य सामग्री को लपेटने के उपयोग से भी अवश्य परिचित होंगे। धातुओं का गुण जिसके कारण उन्हें पीट कर शीट में परिवर्तित किया जा सकता है, आघातवर्धनीयत...
धातु और अधातु में अंतर (Diffrence Between Metals And Non Metals In Hindi)
अनुक्रम • • • • • • • • • • • • धातु और अधातु में अंतर (Diffrence between metals and non metals in hindi ) तत्व किसे कहते हैं? तत्व वह मूल पदार्थ है।जिसको रासायनिक विधि द्वारा दूसरे तत्व में परिवर्तित या विघटित नहीं किया जा सकता है। आधुनिक विचारों के अनुसार तत्वों का सबसे छोटा कण परमाणु है जैसे– हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, फास्फोरस, ब्रोमीन आदि। तत्वों का वर्गीकरण (Classification of elements) तत्वों को दो भागों में विभाजित किया गया हैं। • धातु • अधातु धातु किसे कहते है ? धातु के तत्व कहलाते हैं।जो सामान्य अभिक्रिया में अपने परमाणुओं से एक या इलेक्ट्रॉन त्याग कर धनायन बनाने की प्रवृत्ति करते हैं। जैसे– कापर, आयरन, सिल्वर , मर्करी आदि। अधातु किसे कहते है ? अधातु वे तत्व होते है। जो सामान्य अभिक्रियाओं में एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉन ग्रहण कर ऋणायन बनाने की प्रवृति रखते हैं। जैसे– नाइट्रोजन, हाइड्रोजन, फॉस्फोरस, क्लोरीन आदि। धातु और अधातु में अंतर (Diffrence between metals,and non metals) धातु और अधातु में अंतर निम्लिखित हैं। गुण धातु अधातु अवस्था धातुएं ठोस अवस्था मे पाई जाती हैं। अपवाद स्वरूप पारा नही पाया जाता हैं। अधातुएँ ठोस ,द्रव्य,गैस तीनो अवस्थाएं में पाई जाती हैं। घनत्व धातु अधिक घनत्व का उच्च गलनांक की होती हैं।अपवाद स्वरूप सोडियम , पोटैशियम को छोड़कर इसमे घनत्व का गलनांक कम होता हैं। ऊष्मा व विधुत चालकता ये ऊष्मा व विधुत की सुचालक होती हैं। ये ऊष्मा व विधुत की कुचालक होती हैं। अपवाद- ग्रेफाइड व गैस कार्बन पारदर्शिता अपारदर्शी होती हैं। कुछ धातु पारदर्शी, कुछ अपारदर्शी,व कुछ पारभासक होती हैं। चमक इनमे विशेष प्रकार की चमक पाई जाती हैं। चमक नही पाई जाती हैं। अपवाद- ...