दीपावली पर निबंध कक्षा 4

  1. Easy Diwali Essay In Hindi
  2. दिवाली पर निबंध
  3. दीपावली पर निबन्ध
  4. दिवाली पर निबंध हिंदी मे


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Easy Diwali Essay In Hindi

आज के समय में अधिकतर कक्षाओं में बच्चों को दिवाली पर्व से परिचित कराने के लिए ‘ दिवाली पर निबंध’लिखने के ऊपर प्रश्न पूछा जाता है और वर्तमान समय में ऐसे बहुत से लोग हैं, जो गूगल पर भी Essay On Diwali In Hindi के बारे में सर्च करते रहते हैं। यदि आप भी Diwali Essay In Hindi के बारे में जानना चाहते हैं, तो आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें। तो आइए जानते हैं। • • • • • • • • • • • • • • • • • • • दिवाली पर निबंध (easy Diwali Essay In Hindi) दिवाली हिंदू धर्म में मनाए जाने वाले सबसे खास त्यौहार में से एक हैं, जिसे सभी लोग बड़ी धूमधाम से और प्रेम भाव के साथ मनाते हैं। दिवाली का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक को दर्शाने के लिए मनाया जाता है। भारत में इस त्यौहार के लिए सभी लोग काफी उत्साहित होते हैं, क्योंकि यह त्यौहार अपने साथ ढेर सारी खुशियां और आनंद ले कर आता है। ‘ दिवाली पर निबंध’ के अंतर्गत दिवाली से जुड़े हुए सभी महत्वपूर्ण बातों के बारे में व्याख्या की गई होती है, जोकि दिवाली के महत्व और उद्देश्य जैसी चीजों को बताता है। दीपावली का निबंध हिंदी में 10 लाइन/10 Lines On Diwali In Hindi आज के समय में दिवाली पर निबंध बहुत सारे देखने को मिलेंगे। दिवाली का त्यौहार एक ऐसा त्यौहार है, जिसके बारे में जितना बोले उतना कम ही है। हमने भी आपको Diwali Essay In Hindi विषय से जुड़ी हुई कुछ जानकारियां देने का प्रयास किया है। जो कि निम्नलिखित है- 1. दिवाली के दिन भगवान श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण तीनों 14 वर्ष का वनवास पूरा करके अयोध्या लौटे थे, और अयोध्यावासी द्वारा दिए जलाकर उनका स्वागत किया गया था। 4. हिंदू मान्यताओं के अनुसार दिवाली के दिन भगवान श्री कृष्ण द्वारा नरकासुर नामक राक्षस का वध...

दिवाली पर निबंध

दीवाली पर हिंदी निबंध कक्षा 5, 6, 7, 8, और 9 के विद्यार्थियों के लिए। - Essay Writing on Diwali in hindi - Diwali in hindi for class 5, 6, 7, 8 and 9 Students. Essay on Deepavali in Hindi for Class 5, 6, 7, 8 and 9 Students and Teachers. रूपरेखा : प्रस्तावना - दिवाली से संबंधित पौराणिक कथाएँ - दिवाली से पूर्व तैयारी - दीपावली का महत्व - उपसंहार। प्रस्तावना दीवाली हमारे देश का प्रसिद्ध त्योहार है। भारतवर्ष में त्योहारों की गौरवमयी परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। घर-घर में अंधकार दूर कर दीपकों का प्रकाश फैलाने वाली दीपावली या दीवाली तो सचमुच भारतीय त्योहारों की महारानी है। दिवाली को दीपावली भी कहते हैं। दिवाली से संबंधित पौराणिक कथाएँ जब श्रीरामचंद्रजी लंका-विजय के बाद अयोध्या लौटे तब अयोध्यानिवासियों ने दीपमालाएँ जलाकर उनका स्वागत किया था। तभी से यह त्योहार प्रचलित हुआ है। यह भी मान्यता है कि महाराज युधिष्ठिर के राजसूय यज्ञ की पूर्णाहुति इसी दिन हुई थी, तब से यह पर्व मनाया जाता है। कुछ लोग दीपावली को ही भगवान महावीर का निर्वाण दिन मानते हैं। इस प्रकार प्रत्येक भारतीय दीपावली के पर्व में आत्मीयता का अनुभव करता है। दिवाली से पूर्व तैयारी | दीपावली त्योहार में क्या सब तैयारी की जाती है दीपावली सफाई और सजावट का सुनहरा संदेश लेकर आती है। इसके आने से कुछ दिन पहले ही लोग अपने-अपने घरों की सफाई करने में लग जाते हैं। लोग नए कपड़े सिलवाते हैं और गहने खरीदते हैं। घर-घर मिष्टान्न और पकवान बनाए जाते हैं। इस प्रकार दीवाली के आगमन के पूर्व सभी जगह उत्साह और उल्लास की लहर दौड़ जाती है। दीपावली का महत्व आश्विन मास के कृष्णपक्ष की त्रयोदशी से कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया ( भैयाद...

दीपावली पर निबन्ध

दीपावली पर निबन्ध | Essay for Kids on Diwali in Hindi! 1. भूमिका: अंधकार (Darkness) अज्ञानता (Ignorance) का प्रतीक (Symbol) है तथा प्रकाश (Light) ज्ञान (Enligh-tenment) का प्रतीक है । मनुष्य की इच्छा सदैव अज्ञानता के अंधकार से निकलकर ज्ञान के प्रकाश में जाने की रहती है । मनुष्य की इसी इच्छा का प्रतीक है प्रकाश का पर्व (Festival) दीपावली । दीपावली का अर्थ है दीपों की पंक्ति (Series of lamps) । दीपों की यह रोशनी अमावस्या की रात्रि (New Moon Night) के घने अंधकार से मुक्त करने का प्रयत्न करती है । 2. इतिहास: दीपावली मनाना वास्तव में कब आरम्भ हुआ, यह कहना कठिन है । ऐसा माना जाता है कि चौदह वर्षों के वनवास (After Fourteen Years Exile) के बाद जब भगवान राम अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या वापस आए तो अयोध्या के लोगों ने उनके स्वागत (Welcome) में उस रात दीपावली मनायी थी । ADVERTISEMENTS: कुछ जैन मतावलंबी यह मानते हैं कि इसी दिन चौबीसवें तीर्थंकर (24th Incarnation) भगवान महावीर का निर्वाण हुआ था । आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानन्द सरस्वती का निर्वाण (Demise) भी इसी दिन माना जाता है । अनेक लोगों में यह विश्वास भी प्रचलित है कि आदि मानव (Pre-Historic People) ने इसी दिन आग जलाना सीखा था । अत: सम्पूर्ण भारत में दीपावली मनाने के अनेक कारण प्रचलित हैं । दीपावली सम्पूर्ण भारत में लगभग एक ही तरीके से दीपक जलाकर, पटाखे फोड़कर और ईश्वर की पूजा-आराधना के साथ मनायी जाती है । 3. आयोजन: दीपावली के दिन सार्वजनिक छुट्‌टी रहती है और सब लोग खुशी के अनुभव (Feeling) से भरे रहते हैं । दीपावली के कई दिनों पहले से ही घर-द्वार, गिन, गली-मुहल्लों की सफाई शुरू हो जाती है । पुरानी चीजों की जगह न...

दिवाली पर निबंध हिंदी मे

आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में बताने वाले कि दिवाली 2022 पर हिन्दी निबंध, Diwali Essay in Hindi, Happy Diwali in Hindi, Diwali 2022, Deepawali Essay, दीपावली का अर्थ क्या है, दिवाली पर निबंध, दिवाली का त्यौहार कैसा होता है, दिवाली का महत्व क्या है, दीपावली क्यों मनाते है, दीपावली मनाने का कारण क्या है, आदि के बारे मे विस्तार से जानेगे, जिसे आप इस दिवाली के अवसर पर इस दिवाली के हिन्दी निबंध को लिख सकते है, और लोगो के साथ शेयर कर सकते है। दीवाली का अर्थ – Meaning of Diwali in Hindi वैसे तो दिवाली के इस शुभ अवसर के लिए स्कूल के हर कक्षा के छात्र, कॉलेजों के छात्र दिवाली पर निबंध खोजते हैं, और दिवाली पर निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 के छत्रों को लिखने को दिया जाता है, स्कूलो में, कॉलेजों में और अन्य जगह भी दिवाली त्यौहार पर दिवाली पर निबंध लिखने को लेकर कॉम्पटीशन भी होता है, और जिसमें बहुत सारे लोग दीपावली का निबंध हिंदी (Diwali Essay in Hindi) में खोजते हैं। तो इस दिवाली पर निबंध, शॉर्ट निबंध, दिवाली पर निबंध 200 Words, 300 Words 400 Words, 500 Words, Short Diwali Essay, Long Deepavali Essay, दिवाली पर निबंध 10 लाइनें की निबंध, दिवाली एस्से जानकारी प्राप्त करने के लिए आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ सकते हैं, • • • • • दिवाली पर निबंध Diwali Essay in Hindi दिवाली जो की हमारे भारत देश में मनाया जाने वाला सबसे बडा़ त्यौहार है। यह त्योहार भगवान श्रीराम के 14 वर्षो के वनवास के पश्चात अयोध्या मे वापस लौटने की खुशी मे पूरे अयोध्या मे घर घर, गली मुहल्ले, हर जगह दीये जलाए गए थे, जिससे पूरा अयोध्या स्वर्ग के समान जगमगाने लगा था, इस तरह हर साल दीये इस शुभ दिन दीये जलाया ज...