दीपावली पूजन का सही समय

  1. दीपावली विशेष: कैसे करें लक्ष्मी
  2. Diwali 2022
  3. Top 9 दीपावली की पूजा का सही समय क्या है 2022
  4. धनतेरस की पूजन विधि, शुभ मुहूर्त और क्या हो खरीददारी का सही समय
  5. Diwali
  6. Diwali Laxmi Pujan Muhurat 2021 City Wise: What is the auspicious time of Deepawali Puja Ganesha Lakshmi Puja Timing in your city
  7. दीपावली 2019: पूजा का मुहूर्त और अलग


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दीपावली विशेष: कैसे करें लक्ष्मी

दीपावली के दिन प्रात:काल सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान करें। स्नान के पश्चात् मुख्य द्वार पर आम के पत्तों का तोरण बांधे, द्वार के दोनों ओर केले पत्ते लगाएं, तत्पश्चात् देवताओं का आवाहन कर धूप, दीप, नैवेद्य आदि पँचोपचार-विधि से पूजन करें। पूजन में सर्वप्रथम गणेश जी का पूजन करें क्योंकि गणेश जी मां लक्ष्मी के दत्तक-पुत्र हैं। षोडषोपचार पूजन के उपरान्त श्रीयन्त्र का पूजन व स्थापना करें। श्रीयन्त्र का केसरयुक्त गौदुग्ध से अभिषेक करें। अभिषेक करते समय श्रीमन्त्र का जाप (श्रीं) करते रहें। श्रीयन्त्र दस महाविद्याओं में से एक मां त्रिपुरसुन्दरी का यन्त्र है। मां त्रिपुरसुन्दरी जिन्हें ललिता देवी भी कहा जाता है ऐश्वर्य की अधिष्ठात्री देवी हैं। दीपावली के दिन स्फ़टिक या पारद श्रीयन्त्र का पूजन व स्थापना करना विशेष लाभकारी रहता है। जिस घर या प्रतिष्ठान में श्रीयन्त्र की स्थापना व नित्य पूजन होती है वहां कभी धन का अभाव नहीं रहता।

Diwali 2022

Diwali: दीपावली, श्री महालक्ष्मी-गणेश पूजन: प्रिय मित्रों! समस्त सनातन धर्म के अनुयायियों और प्रेमियों को पावन पर्व दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं! अनेक लोगों को दीपावली पूजन की सही विधि पता न होने के कारण वे लोग टूटे-फूटे और गलत नियमों से पूजा करते हैं, जिसका अच्छा परिणाम उन्हें नहीं मिलता है या ऐसा लगता है जैसे पूजा-पाठ करने का कोई प्रभाव ही नहीं पड़ रहा। अतः मैं यहां पर दीपावली पूजा की संपूर्ण विधि, जो कि शास्त्रीय, स्पष्ट, सही और मुहूर्त के अंदर की जाने वाली है, का विस्तृत वर्णन कर रहा हूँ। संपूर्ण जगत की अधिष्ठात्री, भगवान विष्णु की योगमाया, साक्षात नारायणी माता श्री महालक्ष्मी जी चल और अचल, दृश्य एवं अदृश्य, सभी संपत्तियों, सभी सिद्धियों और निधियों की अधिष्ठात्री देवी हैं । भगवान श्री गणेश सिद्धि, बुद्धि के स्वामी एवं सभी अमंगलों और विघ्नों के नाशक हैं, और सद्बुद्धि प्रदान करने वाले हैं। अतः कार्तिक की अमावस्या के दिन माता महालक्ष्मी और श्री गणेश जी की पूजा-अर्चना करने से सभी कल्याण-मंगल, धन-संपदा और आनंद प्राप्त होते हैं। 2022 में दीपावली के दिन श्री महालक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त: चूंकि सनातन धर्म के अनुसार, दीपावली का त्यौहार या दीपावली के दिन श्री महालक्ष्मी-गणेश का पूजन कार्तिक महिने में कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन सन्ध्या-रात्रि में किया जाता है। इस वर्ष 24/10/2022 दिन सोमवार को कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी सांय 5 बजकर 3 मिनट तक है, इसके बाद से अमावस्या तिथि प्रारम्भ हो जा रही है और अमावस्या तिथि25/10/2022 दिन मंगलवार को सांय 4 बजकर 34 मिनट पर समाप्त हो जा रही है। अत: स्पष्ट है कि,24/10/2022 दिन सोमवार को ही संध्या व रात्रि के समय अमावस्या तिथि प्राप्त हो रही ह...

Top 9 दीपावली की पूजा का सही समय क्या है 2022

दिवाली का त्योहार आज 4 नवंबर, गुरुवार को देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। दिवाली के दिन शाम को गणेश-लक्ष्मी पूजन किया जाता है।. मान्यता है कि दिवाली के दिन रात को माता लक्ष्मी स्वर्ग से पृथ्वी.... . हिंदी न्यूज़ धर्मDiwali Laxmi Pujan Muhurat 2021 City Wise: दिवाली पर गणेश-लक्ष्मी पूजन का आपके शहर Description: दिवाली का त्योहार आज 4 नवंबर, गुरुवार को देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। दिवाली के दिन शाम को गणेश-लक्ष्मी पूजन किया जाता है।. मान्यता है कि दिवाली के दिन रात को माता लक्ष्मी स्वर्ग से पृथ्वी... हिंदी न्यूज़ धर्मDiwali Laxmi Pujan Muhurat 2021 City Wise: दिवाली पर गणेश-लक्ष्मी पूजन का आपके शहर Description: Diwali Shubh Muhrat : दिवाली हिंदू धर्म का सबसे बड़ा और प्रमुख त्योहार है। दिवाली को दीपावली के नाम से भी. जाना जाता है। दिवाली के पावन दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा- अर्चना की जाती है।... हिंदी न्यूज़ धर्मDiwali Shubh Muhrat : शुभ मुहूर्त में करें दिवाली पूजा, नोट कर लें मां लक्ष्मी को प्रस Description: दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त दुकान और प्रतिष्ठान के अलग और घर गृहस्थों के लिए अलग होता है। तंत्र मंत्र साधना करने वालों के लिए भी दिवाली का मुहूर्त अलग रहता है। इसी बात को ध्यान में रखकर हर किसी को दिवाली पूजना करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार गृहस्थों के लिए यानी सामान्यजनों के लिए दिवाली पूजन का समय Description: Author: Rajesh KumarPublish Date: Wed, 03 Nov 2021 07:53 AM (IST)Updated Date: Wed, 03 Nov 2021 07:53 AM (IST)हनुमान वाटिका के पुजारी पंडित विशाल शर्मा ने बताया कि दीपावली(Deepwali) संस्कृत शब्द दीप से आया है जिसका अर्थ दीपक या दिया होता है...

धनतेरस की पूजन विधि, शुभ मुहूर्त और क्या हो खरीददारी का सही समय

धनतेरस की पूजन विधि, शुभ मुहूर्त और क्या हो खरीददारी का सही समय दीपावली से पहले धनतेरस का त्यौहार भी बेहद महत्वपूर्ण होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जब प्रभु धनवंतरी अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे तो वह तिथि धनत्रयोदशी के नाम से जानी जानें लगी और वह धनतेरस का दिन होता है। इस दिन बर्तन, सोने चांदी खरीदना बेहद शुभ होता है। धनतेरस के दिन धन्वतरी देव मां लक्ष्मी और कुबेर की उपासना की जाती है। इस बार धनतेरस 2 नवंबर को है। आइए आपको बताते हैं कि किस मुहूर्त में पूजन करें जिससे की मां लक्ष्मी आप पर प्रसन्न हों और आप के ऊपर उन उनकी कृपा बनीं रहे। धनतेरस की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 06 बजकर 16 मिनट से 8 बजकर 11 तक है। शुभ मुहूर्त में मां लक्ष्मी, धनवंतरी देव और कुबेर की पूजा अर्चना करें। इसके अलावा दोपहर बाद खरीदारी का विशेष महत्व है।इस दिन सोने चांदी बर्तन आदि खरीद सकते हैं। अब आपको बताते हैं कि धनतेरस की पूजन विधि क्या है। सबसे पहले चौकी पर भगवान धन्वंतरी, माता लक्ष्मी और कुबेर की प्रतिमा या फोटो स्थापित करें ।इसके बाद दीपक धूप अगरबत्ती जलाएं फूल अर्पित कर जो भी बर्तन या गहने खरीदे हैं वह उनके समक्ष रख दें। लक्ष्मी स्रोत, लक्ष्मी चालीसा और कुबेर यंत्र का पाठ करें और कुछ मीठे का भोग लगाएं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त में और सही ढंग से पूजन अर्चन किया जाए तो वर्ष पर्यंत मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

Diwali

ज्योतिषविद का कहना है कि दिवाली के दिन चन्द्रमा का संचार धन समृद्धि के ग्रह शुक्र की राशि तुला में रहेगा, जो सभी को धन समृद्धि की प्राप्ति कराएगा। साथ ही तुला राशि का चन्द्रमा इस बार दिवाली पर साज सज्जा आभूषण आदि के व्यापार और खरीदारी को बढ़ाएगा। दिवाली के दिन चन्द्रमा और बृहस्पति परस्पर केंद्र में होने से दिवाली पर परम शुभ गज-केसरी योग भी बनेगा जो लोगों के जीवन में धन समृद्धि बढ़ाएगा। इसके अलावा इस समय सूर्य नीच राशि में चल रहे हैं, लेकिन दिवाली पर तुला राशि में मंगल और चन्द्रमा दो मित्र ग्रहों का सहयोग मिलने से नीचस्थ सूर्य का प्रभाव भी कम हो जाएगा। ज्योतिषविद् कहते हैं कि दिवाली के दिन दोपहर 1:45 से 3 बजे के बीच भी स्थिर लग्न (कुम्भ) रहेगा, इसलिए जिनको कार्यालय, दुकान, व्यवसाय स्थल, फैक्ट्री में दिवाली पूजन करना है, उनके लिए ये समय श्रेष्ठ होगा। व्यवसाय स्थलों और कार्यालयों पर दोपहर 1:45 से 3 बजे के बीच स्थिर लग्न का श्रेष्ठ मुहूर्त होगा। इसी समय में अपने व्यवसाय स्थलों में दिवाली पूजन करें। दिवाली पर शाम को 6:10 से शुरू होकर रात 8.04 बजे तक स्थिर लग्न (वृष) रहेगी और यही समय घर के दिवाली पूजन के लिए शुभ और श्रेष्ठ होगा। ऐसे करें दिवाली पूजन घर के पूजा स्थल को अच्छे से स्वच्छ करें। एक लकड़ी की चौकी पर लाल वस्त्र बिछाएं और वस्त्र पर अक्षत अर्थात साबुत चावलों की एक परत बिछा दें। इस पर श्री लक्ष्मी गणेश की प्रतिमा को विराजमान करें। यदि घर में श्रीलक्ष्मी गणेश का चांदी का सिक्का और श्रीयंत्र भी हो तो उन्हें भी इसी आसान पर स्थापित करें। पूजन के लिए फूल, मिठाई, खील, बताशे आदि रखें। लक्ष्मी गणेश के पूजन के लिए घी का एक दीपक बनाएं अन्य दीयों में सरसों के तेल का प्रयोग कर सकते हैं। ...

Diwali Laxmi Pujan Muhurat 2021 City Wise: What is the auspicious time of Deepawali Puja Ganesha Lakshmi Puja Timing in your city

Diwali Laxmi Pujan Muhurat 2021 City Wise: दिवाली पर गणेश-लक्ष्मी पूजन का आपके शहर में क्या है शुभ मुहूर्त दिवाली का त्योहार आज 4 नवंबर, गुरुवार को देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। दिवाली के दिन शाम को गणेश-लक्ष्मी पूजन किया जाता है। मान्यता है कि दिवाली के दिन रात को माता लक्ष्मी स्वर्ग से पृथ्वी... दिवाली का त्योहार आज 4 नवंबर, गुरुवार को देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। दिवाली के दिन शाम को गणेश-लक्ष्मी पूजन किया जाता है। मान्यता है कि दिवाली के दिन रात को माता लक्ष्मी स्वर्ग से पृथ्वी पर भम्रण पर आती हैं और भक्तों पर अपनी कृपा बरसाती हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, लक्ष्मी पूजन हमेशा शुभ मुहूर्त में किया जाना चाहिए। मान्यता है कि शुभ समय में किए गए पूजा-पाठ का कई गुना फल प्राप्त होता है। जानिए दिवाली पर आपके शहर में क्या है लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त- दिवाली पूजन की ये है सबसे आसान विधि, लक्ष्मी पूजन में इन बातों का रखें ध्यान दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त- गणेश-लक्ष्मी पूजन का शुभ समय- 4 नवंबर को शाम 06 बजकर 10 मिनट से रात 08 बजकर 06 मिनट तक। लक्ष्मी पूजन की कुल अवधि- 1 घंटा 55 मिनट। प्रदोष काल- शाम 05 बजकर 34 मिनट से रात 08 बजकर 10 मिनट तक। वृषभ काल- शाम 06 बजकर 10 मिनट से रात 08 बजकर 06 मिनट तक। आज दिवाली के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं, आप भी जान लें जरूरी बातें दिवाली पूजन का महानिशीथ काल मुहूर्त- लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त 04 नवंबर को रात 11 बजकर 38 मिनट से लेकर 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगा। कुल अवधि 52 मिनट की है। अलग-अलग शहरों में गणेश-लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त- दिल्ली- 06 बजकर 10 मिनट से 08 बजकर 06 मिनट तक लखनऊ- 05 बजकर 58 मिनट - 07 बजकर 55 मिनट त...

दीपावली 2019: पूजा का मुहूर्त और अलग

दीवाली 2019: सही तिथि और सही समय कार्तिक मास की अमावस्या पर दीपावली का त्योहार मनाया जाता है। उसके अनुसार वर्ष 2019 में 27 अक्तूबर के दिन कार्तिक मास की अमावस्या है। लेकिन यह तिथि 27 अक्तूबर को दिन में 12 बजकर 35 मिनट पर शूरु हो रही है और इससे पहले चौदस तिथि है। इस प्रकार वर्ष 2019 में कार्तिक माह की अमावस्या 27 अक्तूबर को 12.35 से 28 अक्तूबर सुबह 9.09 मिनट तक रहेगी। इसलिए 27 अक्तूबर की शाम को दीपावली मनाने की सही तिथि और समय भी माना गया है। दीवाली 2019 : लक्ष्मी पूजन का सही समय वर्ष 2019 में कार्तिक अमावस्या यानि 27 अक्तूबर के दिन शाम 7.14 से रात 8.27 मिनट तक का समय लक्ष्मी पूजन के लिए उपयुक्त माना गया है। वेदों में वैसे तो दिन के 24 घंटों के 12 प्रकार के लगन बताए गए हैं। इनमें से कुछ लगन स्थायी होते हैं तो कुछ चलायमान होते हैं। इस रूप में लक्ष्मी पूजन के अनुसार वृश्चिक, कुम्भ, वृषभ और सिंह लगन को ही शुभ माना जाता है क्योंकि यह सभी लगन स्थायी होते हैं। इसलिए यदि इन शुभ लगनों में लक्ष्मी पूजन किया जाये तो देवी लक्ष्मी की कृपा को हमेशा के लिए प्राप्त किया जा सकता है। वर्ष 2019 में लक्ष्मी के स्थिर लगन का समय इस प्रकार है: वृश्चिक लगन: यह लगन दीपावली के दिन सुबह होता है। कहा जाता है कि इस लगन में अधिकतर मंदिर, अस्पताल और होटल के साथ स्कूल व कॉलेज आदि में लक्ष्मी पूजन किया जाता है। इसके साथ ही जनता से जुड़े लोग जैसे राजनीतिक, टीवी और फिल्मी कलाकार, इंश्योरेंस एजनेत आदि को भी इसी लगन में दीवाली पूजन करना चाहिए। 27 अक्तूबर 2019 के दिन यह लोग सुबह 6.44 से 9.01 के बीच में लक्ष्मी पूजन कर सकते हैं। कुम्भ लगन: आमतौर पर यह लगन दीवाली के दिन दोपहर के समय होता है। बीमारी, कर्जे आदि से...