दीपावली पूजन मुहूर्त 2022

  1. दिवाली पूजन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त, चौघड़िया, पूजा सामग्री और क्या करें इस दिन, जानिए
  2. DIWALI 2022: दीपावली पूजन, ग्रहण काल और शुभ मुहूर्त news in hindi
  3. Diwali 2022 Date: कब है दिवाली? जानें लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
  4. Dhanteras Date 2022: धनतेरस कब है, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महत्व और इस साल किन राशियों के लिए है खास
  5. दीपावली 2022 शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महालक्ष्मी मंत्र, आरती, चालीसा, उपाय, रेसिपी सहित समस्त सामग्री एक साथ
  6. Diwali 2022: 24 या 25 इस बार कब मनाई जाएगी दीपावली ? जानें
  7. Diwali Puja Muhurat 2022
  8. दीपावली 2022 शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महालक्ष्मी मंत्र, आरती, चालीसा, उपाय, रेसिपी सहित समस्त सामग्री एक साथ
  9. DIWALI 2022: दीपावली पूजन, ग्रहण काल और शुभ मुहूर्त news in hindi
  10. Dhanteras Date 2022: धनतेरस कब है, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महत्व और इस साल किन राशियों के लिए है खास


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दिवाली पूजन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त, चौघड़िया, पूजा सामग्री और क्या करें इस दिन, जानिए

पूजन सामग्री- रोली, मौली, पान, सुपारी, अक्षत, धूप, घी का दीपक, तेल का दीपक, खील,बतासे, श्रीयंत्र, शंख(दक्षिणावर्ती हो तो अतिउत्तम), घंटी,चंदन, जलपात्र, कलश, लक्ष्मी-गणेश-सरस्वती जी का चित्र या विग्रह, पंचामृत, गंगाजल, सिंदूर, नैवेद्य, इत्र, जनेऊ, श्वेतार्क पुष्प, कमल का पुष्प, वस्त्र, कुंकुंम, पुष्पमाला, फल, कर्पूर, नारियल, इलायची, दूर्वा।

DIWALI 2022: दीपावली पूजन, ग्रहण काल और शुभ मुहूर्त news in hindi

*अमावस और राहु का नक्षत्र स्वाति मे करे सिद्ध लक्ष्मी पूजन* इस बार दीपावली पर्व 24 अक्टूबर सोमवार वार को मनाया जा रहा है, इस बार आमावस् तिथि 24 अक्टूबर को शाम 4.30बजे से प्रारंभ होगी तथा 25 अक्टुबर को शाम 4.30 मिनट मे खत्म होगी. *सूर्य ग्रहण के कारण इस बार सिंह लगन मे पूजन नही* इस बार दीपावली सोमवार को आ रही है,अमावस्या तिथि सोमवार 24 अक्टुबर को 5:30 से 25 अक्टुबर को 04:30 शाम तक रहेगी इस अमावस मे ही महालक्ष्मी पूजन का विधान है. जो लोग सिंह लग्न मे पूजन करना चाहते है उन्हे इस बात का ध्यान रखना पड़ेगा की 25 अक्टुबर को सूर्य ग्रहण के कारण ग्रहण का सुतक काल रात्रि 02:28 से प्रारंभ हो जायेगा, जबकि सिंह लगन रात्रि 1:35 को प्रारंभ होगा, यानी सिंह लगन प्रारंभ होने के 53 मिनिट बाद सूर्य ग्रहण का सुतक काल लग जायेगा इस कारण इस बार सिंह लगन मे दीपावली पूजन नही होगा. *वृषभ लगन मे ही इस बार पूजन करे*-इस बार पुरे भारत मे वृषभ लगन का समय 7 बजे से 9 बजे के बीच रहेगा, जो दीवाली पूजन के लिए शुभ मुहूर्त है. *इन्दौर*-24 अक्टुबर अमावस तिथि सोमवार प्रदोष काल रात्रि 7:10 से 9:20 तक वृषभ लग्न रहेगा, जो की इस वर्ष दीपावली का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त है. *24 अक्टुबर सोमवार अमावस तिथि शाम 5.30 से 25 अक्तुबर शाम 4.30 तक. उपरोक्त समय महालक्ष्मी पूजन का शुध्द व सही मुहूर्त है इस समय किया गया पूजन आपको श्रेष्ठ फल देगा. *महालक्ष्मी के विषय मे सम्पूर्ण जानकारी मां लक्ष्मी अपने भक्तों की धन से जुड़ी हर तरह की समस्याएं दूर करती हैं. इतना ही नहीं, देवी साधकों को यश और कीर्ति भी देती है. *मां लक्ष्मी की महिमा धन और संपत्ति की देवी हैं मां लक्ष्मी, माना जाता है कि समुद्र से इनका जन्म हुआ और इन्होंने श्रीविष्णु से वि...

Diwali 2022 Date: कब है दिवाली? जानें लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

हर साल भारत के कई राज्यों में दिवाली का त्योहार मनाया जाता है. पंचांग के अनुसार 24 अक्टूबर को नरक चतुर्दशी मनाई जाएगी Diwali 2022 Date: हर साल दिवाली का त्योहार बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. खुशियों और रोशनी के पर्व दीपावली का हिंदू धर्म में बहुत महत्व माना गया है. दीपों का उत्सव दिवाली 5 दिनों तक मनाया जाता है. ये त्योहार धनतेस से शुरू होता है और इसका समापन भाई दूज पर होता है. आज हम पंडित शक्ति जोशी से जानेंगे कि दीपावली कब है और इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है. पंडित शक्ति के मुताबिक साल 2022 में 24 अक्टूबर, दिन सोमवार को दिवाली की तिथि पड़ रही है. इसे खुशियों का त्योहार माना जाता है. इस दिन भगवान गणेश, मां लक्ष्मी और कुबेर देवता की पूजा की जाता है. विधिपूर्वक पूजन कर धन-वैभव की कामना की जाती है. दिवाली का शुभ मुहूर्त कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि– 23 अक्टूबर शाम 06:04 से 24 अक्टूबर शाम 05:28 मिनट तक कृष्ण पक्ष की अमावस्या-24 अक्टूबर शाम 05:28 से 25 अक्टूबर शाम 04:18 मिनट तक लक्ष्मी पूजा मुहूर्त-24 अक्टूबर शाम 06:53 से रात 08:16 तक अभिजीत मुहूर्त-24 अक्टूबर सुबह 11:19 से दोपहर 12:05 तक विजय मुहूर्त-24 अक्टूबर दोपहर 01:36 से 02:21 तक यह भी पढ़ें- नरक चतुर्दशी, लक्ष्मी पूजन- 24 अक्टूबर, दिन सोमवार गोवर्धन पूजा-25 अक्टूबर, दिन मंगलवार भाई दूज- 26 अक्टूबर, दिन बुधवार कहा जाता है कि दिवाली पर मां लक्ष्मी भक्तों के घर पर आशीर्वाद देने आती हैं, साथ ही इस दिन पूजा-पाठ करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. पंडित जोशी ने बताया कि भगवान राम 14 साल के वनवास के बाद जब घर लौटे तब उनके स्वागत के लिए जश्न मनाया गया और अयोध्या नगरी को दुल्हन की तरह सजाया गया था. तभी से ही दिवाली मनाने क...

Dhanteras Date 2022: धनतेरस कब है, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महत्व और इस साल किन राशियों के लिए है खास

डीएनए हिंदी : Dhanteras Date 2022 Kab hai Shubh Muhurat, Puja Vidhi Sanyog-इस साल 2022 में धनतेरस (Dhanteras) का त्योहार 23 अक्टूबर को पड़ रहा है. धनतेरस का पर्व कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन मनाया जाता है.इसी दिन से दीपावली (Diwali 2022) के पांच दिवसीय पर्व की शुरुआत हो जाती है. धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि और धन के देवता कुबेर की पूजा का विधान है. इस साल धनतेरस पर खास संयोग बन रहा है. शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान धन्वंतरि देव का जन्म हुआ था. इस कारण इसे धन्वंतरि जयंती या धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है. धनतेरस के दिन बाजार से बर्तन,सोना,चांदी या कोई नया सामान खरीदने का विधान है. आईए जानते हैं धनतेरस की पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है, क्या है संयोग और कैसे करें पूजा यह भी पढ़ें- धनतेरस 2022 तिथि और शुभ मुहूर्त (Dhanteras Puja Shubh Muhurat and Tithi and Timing) पंचाग के अनुसार धनतेरस का त्योहार 2022 में 23 अक्टूबर यानि रविवार के दिन पड़ रहा है. दीपावाली से एक दिन पहले ही धनतेरस पर्व मनाया जाता है.इस दिन घर में पूजा कर उनके आगमन की प्रार्थना की जाती है.इस दिन एक दीपक जलाया जाता है. धनतेरस शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat) पंचाग के अनुसार धनतेरस का शुभ मुहूर्त 23 अक्टूबर की शाम 05:44 से शुरू होकर 06:05:50 तक होगा. कुल अवधि : 21 मिनट प्रदोष काल- शाम को 05:44 मिनट से 08:16 मिनट तक वृषभ काल- 06:58 मिनट से 08:54 मिनट तक धनतेरस का महत्व (Significance of Dhanteras) मां लक्ष्मी को धन की देवी माना जाता है.धनतेरस के दिन भगवान कुवेर और मां लक्ष्मी दोनों की ही पूजा की जाती है. मां लक्ष्मी की कृपा से वैभव,धन, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है.मां लक्ष्मी के आशीर्व...

दीपावली 2022 शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महालक्ष्मी मंत्र, आरती, चालीसा, उपाय, रेसिपी सहित समस्त सामग्री एक साथ

How many shravan somvar in 2023 : आषाढ़ माह से वर्षा ऋ‍तु प्रारंभ हो जाती है। इसके बाद श्रावण माह आता है जिसमें भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। वैसे तो पूरे माह की व्रत रखते हैं परंतु इस माह में सोमवार के दिन व्रत रखने का खास महत्व होता है। आओ जानते हैं कि श्रावण मास कब से हो रहा है प्रारंभ, कितने सोमवार रहेंगे इस माह में? Halharini amavasya 2023 : आषाढ़ माह की अमावस्या को हलहारिणी अमावस्या कहते हैं। किसानों के लिए यह शुभ दिन है। यह दिन किसानों के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि आषाढ़ में पड़ने वाली इस अमावस्या के समय तक वर्षा ऋतु का आरंभ हो जाता है और धरती भी नम पड़ जाती है। फसल की बुआई के लिए यह समय उत्तम होता है। इसे आषाढ़ी अमावस्या भी कहा जाता है। How to Care for Indoor Plants in Hindi : घर में हरेभरे पौधा के होने से मन प्रसन्न रहता है और सकारात्मकता फैलती है। क्या आपके गमले में पौधे पनप नहीं पा रहे हैं? जल्दी से मुरझा जाते हैं या पौधों की अच्छी ग्रोथ नहीं हो पा रही है? ऐसे में जानिए हमारे द्वारा बताए गए मात्र 3 टिप्स। इन टिप्स को आजमाएंगे तो आपके पौधे भी हरेभरे होकर महकने लगेंगे। Lal kitab karj mukti ke upay : यदि आप कर्ज के तले दबे हुए हैं और इससे छुटकारा पाने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है तो घबराने की जरूरत नहीं है। हमारे द्वारा बताए गए उपाय करके आप ऋण मुक्त हो सकते हैं परंतु शर्त यह है कि आपके कर्म अच्छे होना चाहिए। उपाय तभी काम करते हैं जबकि आप सच्चे और अच्‍छे हैं। परिवार के प्रति जिम्मेदार हैं। Vidur Niti : भारत में कई महान नीतिज्ञ हुए। जैसे भीष्म, विदुर, मनु, चर्वाक, शुक्राचार्य, बृहस्पति, परशुराम, गर्ग, चाणक्य, भर्तृहरि, हर्षवर्धन, बाणभट्ट आदि ...

Diwali 2022: 24 या 25 इस बार कब मनाई जाएगी दीपावली ? जानें

Diwali Date 2022 In India: दिवाली (दीपावली) हिंदू धर्म में सबसे बड़ा और खास त्योहार है। इस दिन हर कोई अपने परिवार के सदस्यों के साथ इस त्योहार को मनाने की कोशिश करता है। इसलिए ट्रेनों, बसों आदि के लिए रिजर्वेशन कराने के लिए आप पहले से जानना चाहेंगे कि दिवाली का त्योहार कब है। परंपरा के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को जानिए कब है दिवाली इस बार अमावस्या तिथि 24 अक्टूबर और 25 अक्टूबर को है। लेकिन, 25 तारीख को अमावस्या तिथि प्रदोष काल से पहले समाप्त हो रही है और 24 अक्टूबर को अमावस्या तिथि प्रदोष काल में मौजूद रहेगी। निर्धारित अवधि में भी अमावस्या तिथि उसी दिन रहेगी। इसलिए 24 अक्टूबर को पूरे देश में दीपावली का पर्व विश्वभर में मनाया जाएगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार संजोग ऐसा हो गया है कि नरक चतुर्दशी, जिसे छोटी लक्ष्मी पूजन की विधि (Diwali 2022 Lakshmi Pujan) दीपावली के शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। शास्त्रों के अनुसार दिए गए मुहूर्त में लक्ष्मी जी की पूजा करना शुभ माना जाता है। इस दिन स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनकर पूरी श्रद्धा से पूजा-अर्चना करें। पूजा के बाद लक्ष्मी जी की आरती और मंत्रों का जाप करना चाहिए। इस दिन दान का विशेष महत्व भी बताया गया है। • मुखपृष्ठ • चुनाव 2023 • भारत न्यूज़ • ब्रेकिंग न्यूज़ • वीडियो • अंतरराष्ट्रीय • व्यापार • बजट • खेल • क्रिकेट • फ़ुटबॉल • IPL 2023 • विशेष • राज्य • नई दिल्ली • मुंबई • पुणे • लखनऊ • कोलकाता • बेंगलुरु • जयपुर • अहमदाबाद • चेन्‍नई • नोएडा • चंडीगढ़ • गुड़गांव • पटना • वाराणसी • कानपुर • भोपाल • भागलपुर • विचार • ब्लॉग • संपादकीय • राजनीति • दुनिया मेरे आगे • समांतर • चौपाल • रविवारीय स्तम्भ •...

Diwali Puja Muhurat 2022

दिवाली के दिन धन की देवी महालक्ष्मी, धन के देवता कुबेर, बुद्धि के देवता भगवान गणेश का पूजन विशेष तौर पर किया जाता है। इस दिन माता सरस्वती और महाकाली का भी पूजन विशेष रूप से किया जाता है। आइए ज्योतिषाचार्य और वास्तु स्पेशलिस्ट डॉ आरती दहिया जी से जानें इस साल कब मनाई जाएगी दिवाली और लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त तथा महत्व क्या है। दिवाली पूजा 2022 की तिथि (Diwali Puja Tithi 2022) दिवाली के दिन मुख्य रूप से गणपति और इस साल पंचाग के अनुसार कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या 24 अक्टूबर, सोमवार के दिन पड़ेगी। इसलिए इसी दिन दिवाली का पर्व मनाया जाएगा। इसे जरूर पढ़ें: दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त (Diwali Puja Shubh Muhurat 2022) • निशिता काल -24 अक्टूबर, रात्रि 23:39 से 12:31 तक • सिंह लग्न - 24 अक्टूबर रात्रि 12 :39 से 02:56 तक लक्ष्मी पूजन मुहूर्त 2022 (Laxmi Pujan Muhurat 2022) • अमावस्या तिथि आरंभ - 24 अक्टूबर को 06:03 बजे • अमावस्या तिथि समाप्त - 24 अक्टूबर 2022 को 02:44 बजे • लक्ष्मी पूजा मुहूर्त : शाम 6:54:52 से रात्रि 08:16:07 तक • अवधि :1 घंटे 21 मिनट दिवाली शुभ चौघड़िया मुहूर्त • प्रातःकाल मुहूर्त, 24 अक्टूबर, प्रातः 06:34:53 से 07:57:17 तक • प्रातःकाल मुहूर्त (चल, लाभ, अमृत):10:42:06 से 14:49:20 तक • सायंकाल मुहूर्त (शुभ, अमृत, चल): शाम 04 :11:45 से 20:49:31 तक • रात्रि मुहूर्त (लाभ): 24:04:53 से 25:42:34 तक इसे जरूर पढ़ें: दिवाली के पर्व का महत्व दिवाली में मुख्य रूप से लक्ष्मी पूजन किया जाता है क्योंकि ये ऐसा दिन होता है जब हम ईश्वर का आशीर्वाद ग्रहण कर, उनके प्रति आभार व्यक्त करते हैं। ऐसा माना जाता है कि धन की देवी लक्ष्मी बहुत क्षणिक हैं और वह वहीं रहती है जहां कड़...

दीपावली 2022 शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महालक्ष्मी मंत्र, आरती, चालीसा, उपाय, रेसिपी सहित समस्त सामग्री एक साथ

Amarnaath Yatra: इस साल की अमरनाथ यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर की ऑनलाइन बुकिंग सेवा शुरू हो गई है। यह सेवा श्रीनगर, बालटाल और पहलगाम से मिलेगी। इस सेवा के शुरू होने से बुजुर्ग लोगों को विशेष तौर पर राहत मिलेगी। इसके अलावा जिनके पास समय कम है, वे भी इसका लाभ उठा सकते हैं। हालांकि इस बार देरी से ऑनलाइन हेलीकॉप्टर बुकिंग सेवा शुरू हो रही है। Astrology : पंचांग में तिथि, नक्षत्र, योग, करण और वार ये पांच अंग महत्व पूर्ण होते हैं, परंतु इसी के साथ ही मास, मुहूर्त, आनन्दादि योग और सम्वत्सर को भी बहुत महत्वपूर्ण मानया गया है जिन्हें मिलाकर ही संपूर्ण फलादेश निकलता है। आओ जानते हैं कि योग कितने होते हैं और आनन्दादि योग क्या हैं एवं ये कितने होते हैं। गुरु अर्जुन देव जी की निर्मल प्रवृत्ति, सहृदयता, कर्तव्यनिष्ठता तथा धार्मिक एवं मानवीय मूल्यों के प्रति समर्पण भावना को देखते हुए गुरु रामदास जी ने सन् 1581 में पांचवें गुरु के रूप में उन्हें गुरु गद्दी पर सुशोभित किया। इस दौरान उन्होंने गुरुग्रंथ साहिब का संपादन किया, जो मानव जाति को सबसे बड़ी देन है

DIWALI 2022: दीपावली पूजन, ग्रहण काल और शुभ मुहूर्त news in hindi

*अमावस और राहु का नक्षत्र स्वाति मे करे सिद्ध लक्ष्मी पूजन* इस बार दीपावली पर्व 24 अक्टूबर सोमवार वार को मनाया जा रहा है, इस बार आमावस् तिथि 24 अक्टूबर को शाम 4.30बजे से प्रारंभ होगी तथा 25 अक्टुबर को शाम 4.30 मिनट मे खत्म होगी. *सूर्य ग्रहण के कारण इस बार सिंह लगन मे पूजन नही* इस बार दीपावली सोमवार को आ रही है,अमावस्या तिथि सोमवार 24 अक्टुबर को 5:30 से 25 अक्टुबर को 04:30 शाम तक रहेगी इस अमावस मे ही महालक्ष्मी पूजन का विधान है. जो लोग सिंह लग्न मे पूजन करना चाहते है उन्हे इस बात का ध्यान रखना पड़ेगा की 25 अक्टुबर को सूर्य ग्रहण के कारण ग्रहण का सुतक काल रात्रि 02:28 से प्रारंभ हो जायेगा, जबकि सिंह लगन रात्रि 1:35 को प्रारंभ होगा, यानी सिंह लगन प्रारंभ होने के 53 मिनिट बाद सूर्य ग्रहण का सुतक काल लग जायेगा इस कारण इस बार सिंह लगन मे दीपावली पूजन नही होगा. *वृषभ लगन मे ही इस बार पूजन करे*-इस बार पुरे भारत मे वृषभ लगन का समय 7 बजे से 9 बजे के बीच रहेगा, जो दीवाली पूजन के लिए शुभ मुहूर्त है. *इन्दौर*-24 अक्टुबर अमावस तिथि सोमवार प्रदोष काल रात्रि 7:10 से 9:20 तक वृषभ लग्न रहेगा, जो की इस वर्ष दीपावली का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त है. *24 अक्टुबर सोमवार अमावस तिथि शाम 5.30 से 25 अक्तुबर शाम 4.30 तक. उपरोक्त समय महालक्ष्मी पूजन का शुध्द व सही मुहूर्त है इस समय किया गया पूजन आपको श्रेष्ठ फल देगा. *महालक्ष्मी के विषय मे सम्पूर्ण जानकारी मां लक्ष्मी अपने भक्तों की धन से जुड़ी हर तरह की समस्याएं दूर करती हैं. इतना ही नहीं, देवी साधकों को यश और कीर्ति भी देती है. *मां लक्ष्मी की महिमा धन और संपत्ति की देवी हैं मां लक्ष्मी, माना जाता है कि समुद्र से इनका जन्म हुआ और इन्होंने श्रीविष्णु से वि...

Dhanteras Date 2022: धनतेरस कब है, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महत्व और इस साल किन राशियों के लिए है खास

डीएनए हिंदी : Dhanteras Date 2022 Kab hai Shubh Muhurat, Puja Vidhi Sanyog-इस साल 2022 में धनतेरस (Dhanteras) का त्योहार 23 अक्टूबर को पड़ रहा है. धनतेरस का पर्व कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन मनाया जाता है.इसी दिन से दीपावली (Diwali 2022) के पांच दिवसीय पर्व की शुरुआत हो जाती है. धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि और धन के देवता कुबेर की पूजा का विधान है. इस साल धनतेरस पर खास संयोग बन रहा है. शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान धन्वंतरि देव का जन्म हुआ था. इस कारण इसे धन्वंतरि जयंती या धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है. धनतेरस के दिन बाजार से बर्तन,सोना,चांदी या कोई नया सामान खरीदने का विधान है. आईए जानते हैं धनतेरस की पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है, क्या है संयोग और कैसे करें पूजा यह भी पढ़ें- धनतेरस 2022 तिथि और शुभ मुहूर्त (Dhanteras Puja Shubh Muhurat and Tithi and Timing) पंचाग के अनुसार धनतेरस का त्योहार 2022 में 23 अक्टूबर यानि रविवार के दिन पड़ रहा है. दीपावाली से एक दिन पहले ही धनतेरस पर्व मनाया जाता है.इस दिन घर में पूजा कर उनके आगमन की प्रार्थना की जाती है.इस दिन एक दीपक जलाया जाता है. धनतेरस शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat) पंचाग के अनुसार धनतेरस का शुभ मुहूर्त 23 अक्टूबर की शाम 05:44 से शुरू होकर 06:05:50 तक होगा. कुल अवधि : 21 मिनट प्रदोष काल- शाम को 05:44 मिनट से 08:16 मिनट तक वृषभ काल- 06:58 मिनट से 08:54 मिनट तक धनतेरस का महत्व (Significance of Dhanteras) मां लक्ष्मी को धन की देवी माना जाता है.धनतेरस के दिन भगवान कुवेर और मां लक्ष्मी दोनों की ही पूजा की जाती है. मां लक्ष्मी की कृपा से वैभव,धन, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है.मां लक्ष्मी के आशीर्व...