दीवाली कब है 2022 के गाने

  1. दिवाली 2022: कब है दीपावली? जानिए तिथि, तिथि और महत्व
  2. दीपावली के 5 दिन 2022 भारत कैलेंडर में तिथि और लक्ष्मी पूजन
  3. diwali kab hai deepawali date 2022 kartik amavasya know Auspicious time and worship method stmp
  4. Diwali 2023
  5. 2023 में दीवाली कब है जाने तिथि , शुभमुहूर्त
  6. दीपावली कब है महत्व इतिहास पूजा विधि और शायरी 2022


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दिवाली 2022: कब है दीपावली? जानिए तिथि, तिथि और महत्व

चौघड़िया मुहूर्त समय राज्य शाम दोपहर 07:23 से शाम 8:35 बजे तक पुना शाम दोपहर 06:53 से शाम 08:16 बजे तक नई दिल्ली शाम दोपहर 07:06 से शाम 08:13 बजे तक चेन्नई शाम दोपहर 07:02 से शाम 08:23 बजे तक जयपुर शाम 07:06 अपराह्न से 08:17 अपराह्न हैदराबाद शाम दोपहर 06:54 से शाम 08:17 बजे तक गुरुग्राम शाम दोपहर 06:51 से शाम 08:16 बजे तक चंडीगढ़ शाम दोपहर 06:19 से शाम 07:35 बजे तक कोलकाता शाम दोपहर 07:26 से शाम 08:39 बजे तक मुंबई शाम दोपहर 07:16 से शाम 08:23 बजे तक बैंगलोर शाम दोपहर 07:21 से शाम 08:38 बजे तक अहमदाबाद शाम दोपहर 06:52 से शाम 08:15 बजे तक नोएडा आपकी सामग्री को पढ़ने के बाद, मुझे विश्वास है कि यह मेरे ज्ञान का सबसे अच्छा है क्योंकि इसमें सबसे उपयोगी तथ्य और सिफारिशें शामिल हैं। यह काफी उपयोगी और साझा करने योग्य है। शेयर करना जारी रखें। मैंने बहुत सी साइटें पढ़ी हैं, लेकिन आपकी साइट में बहुत उपयोगी जानकारी है, और मैं इससे पूरी तरह खुश हूं। मुझे उम्मीद है कि भविष्य में इस तरह की और जानकारी देखने को मिलेगी।

दीपावली के 5 दिन 2022 भारत कैलेंडर में तिथि और लक्ष्मी पूजन

दिवाली की तारीख भारत कैलेंडर द्वारा निर्धारित की जाती है और हर साल अक्टूबर से नवंबर तक बदलती रहती है। यह भारत के कैलेंडर में 8 वें महीने (कार्तिक के महीने) के 15 वें दिन मनाया जाता है। दिन एक अमावस्या या ‘अमावस्या का दिन’ है। अमावस्या तिथि (वह अवधि जब चंद्रमा 12 डिग्री तक सूर्य के प्रकाश का विरोध करता है) 24 October को सुबह 6:03 से 2022 में 25 October को 2:44 बजे तक है। देवी लक्ष्मी (धन के देवता) की पूजा मुख्य रूप से दिवाली पूजा के दौरान सुख, समृद्धि और प्रसिद्धि के लिए की जाती है। दिल्ली में दिवाली 2022 के लिए, लक्ष्मी पूजा मुहूर्त (लक्ष्मी पूजा करने का सबसे अच्छा समय) 24 October को शाम 6:09 बजे से रात 8:04 बजे तक 1 घंटा 55 मिनट है। दिवाली संस्कृत शब्द दीपावली से लिया गया है जिसका अर्थ है ‘दीपों की रेखा’। यह भारत में सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है, जो एक नए साल का प्रतीक है, और अक्सर इसकी तुलना पश्चिम में क्रिसमस से की जाती है। दिवाली 2022 का उत्सव 5 दिनों तक चलता है • दिवाली दिवस 1: 22 October, 2022 द्वादशी – धनतेरस • दिवाली दिवस 2: 23 October, 2022 त्रयोदशी – छोटी दिवाली • दिवाली दिवस 3: 24 October, 2022 अमावस्या – दीपावली • दिवाली दिवस 4: 25 October, 2022 प्रतिपदा – पड़वा • दिवाली दिवस 5: 26 October, 2022 द्वितीया – भाई दूज दीवाली 2022 मे 5-दिवसीय समारोह का कैलेंडर (2022 में दिवाली कब है) दिवाली समारोह 5 दिनों में होता है, जिसमें प्रत्येक दिन आम तौर पर अलग-अलग अनुष्ठान और परंपराएं होती हैं। नीचे हमने दीवाली के सभी दिनों को उनकी कैलेंडर तिथियों के साथ सूचीबद्ध किया है और प्रत्येक दिन क्या होता है इसका संक्षिप्त विवरण दिया गया है: दीपावली का 5 दिवसीय उत्सव दीपावल...

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Diwali 2022 Date Time Shubh Muhurt: हिंदू पंचाग के अनुसार हर साल कार्तिक माह के अमावस्या के दिन दिवाली का त्यौहार मनाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि कार्तिक माह के दिन भगवान राम 14 वर्ष का वनवास पूरा करने के साथ रावण का वध करके वापस अयोध्या लौटे थे. इस खुशी में नगर वासियों ने उनका स्वागत करते हुए दीये जलाते हुए जश्न मनाए थे. उसी समय से हर साल इस दिन दिवाली का पर्व मनाया जाता है. और इस दिन लक्ष्मी के साथ गणेश जी की पूजा की जाती है. आइए जानते हैं कब है दिवाली और इस दिन क्या पूजा की सही विधि? दिवाली कब है? 2022 इस साल कार्तिक माह की अमावस्या तिथि 24 और 25 दोनों दिन है. लेकिन 25 को अमावस्या प्रदोष काल के पहले ही समाप्त हो जा रही है. ऐसे में अमावस्या तिथि 24 अक्टूबर को मान्य होगा और दीपावली का पर्व 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा. दिवाली शुभ मुहूर्त 2022 दिवाली में लक्ष्मी जी के साथ गणेश जी की पूजा का बहुत महत्व है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन जो लोग लक्ष्मी गणेश की एक साथ सच्चे मन से पूजा करते हैं और उन्हें सोने-चांदी के गहने चढ़ाते हैं उन्हें वर्ष भर किसी चीज की कमी नहीं होती है. इस साल दिवाली पर मां लक्ष्मी और भगवान गणपति के पूजा का शुभ मुहूर्त 24 अक्टूबर की शाम 06 बजकर 53 मिनट से लेकर 08 बजकर 16 मिनट तक है. जानिए क्यों मनाई जाती है दीपावली धार्मिक मान्यता अनुसार अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमीं के दिन भगवान राम रावण का वध किया था, जिसके बाद भगवान राम माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या लौटे थे. लंका से अयोध्या आते वक्त उन्हें 20 दिन का समय लगा था. जिस दिन वे अयोध्या लौटे थें उस दिन उनका 14 वर्ष का वनवास समाप्त हो गया था. भगवान राम के अयोध्या पावसी की खुशी में लोगों ने दीपोत्सव कर...

Diwali 2023

दीपों का पर्व दीपावली हिन्दू धर्म का सबसे बड़ा एवं प्रसिद्ध त्यौहार है जो हिन्दुओं के लिए विशेष महत्व रखता है। यह पर्व भारतवासियों के लिए महत्वपूर्ण त्यौहार है जो भारत सहित दुनियाभर में उमंग, जोश तथा उत्साह से मनाया जाता है। दिवाली के त्यौहार की धार्मिक एवं आध्यात्मिक दृष्टि से अपनी विशिष्ट महत्ता है। इस पर्व के दौरान निरंतर पांच दिनों तक अलग-अलग त्यौहारों को मनाया जाता हैं जो इस प्रकार है: प्रथम दिन धनतेरस, दूसरे दिन नरक चतुर्दशी, तीसरे दिन दीपावली, चौथे दिन गोवर्धन और पांचवें व अंतिम दिन भैया दूज आदि। दिवाली 2023 की तिथि एवं मुहूर्त दीपावली शरद ऋतु में मनाया जाने वाला एक प्राचीन हिन्दू त्यौहार है जिसमे ‘दीप का अर्थ है "रोशनी" और ‘वली का अर्थ है पंक्ति’, अर्थात रोशनी की एक पंक्ति। हिन्दू पंचांग के अनुसार, दीपावली को प्रतिवर्ष कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस पर्व को दिवाली या दीप उत्सव भी कहा जाता है। दीपावली की लक्ष्मी पूजा विधि • सर्वप्रथम पूजा स्थल पर चौकी स्थापित रखें और उस पर लाल कपड़ा बिछाएं। • अब चौकी पर माँ लक्ष्मी, देवी सरस्वती और भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करें। • भगवान विष्णु, कुबेर और इंद्र देव के लिए माता लक्ष्मी के समक्ष कच्चे चावल से 3 ढेरी का निर्माण करें। • लक्ष्मी पूजा का आरम्भ करने के लिए दीपक प्रज्जवलित करें व रात भर दीपक जलाकर रखें। इसके अलावा धूप बत्ती दिखाएं। • लक्ष्मी पूजा के दौरान श्रीगणेश का आवहान करें और गणेशजी की मूर्ति पर रोली व अक्षत का तिलक करें। • इसके बाद भगवान गणेश को सुगंध, फूल, धूप, मिठाई (नैवेद्य) और मिट्टी के दीपक अर्पित करें। • गणेश जी के बाद लक्ष्मी पूजन करें और माँ लक्ष्मी का रोली और चावल से तिलक करें। माता लक्ष्मी...

2023 में दीवाली कब है जाने तिथि , शुभमुहूर्त

Diwali 2023 mein kab hai : – दीवाली हर साल शरद ऋतु में मनाया जाने वाला प्राचीन हिन्दू त्यौहार है । कार्तिक अमावस्या को दीपावली बनाया जाता है जो 2023 में 12 नवंबर दिन रविवार को है । इसे दीपावली भी कहा जाता है । अमावस्या तिथि प्रारंभ 12 – 11 – 2023 02:14 बजे से अमावस्या तिथि समाप्त 13 – 11 – 2023 02:55 बजे तक 2023 Diwali kab hai दीवाली या दीपावली का अर्थ दियों का समूह है अर्थात यह त्यौहार रोशनी का त्यौहार है । ‘ तमसो मा ज्योतिर्गमय’ अर्थात् ‘अंधेरे से ज्योति अर्थात प्रकाश की ओर जाइए Table of Contents • • • • • • • • • • • • • दीवाली 2023 मुहर्त • हिन्दू पंचाग के अनुसार 12 नवंबर 2023 को दोपहर 2 बजे 44 मिनट से शुरू होगा • 13 नवंबर 2023 को 2 बज के 56 मिनट तक रहेगा । • यैसा माना जाता है कि प्रदोष काल मे माता लक्ष्मी का पूजा करना शुभ माना जाता है । दीपावली का इतिहास कई कथाएँ है जो सुनी जाती है जिसमे से सबसे ज्यादा सुनी जाती है उन्ही में से एक कथा यह भी है । मानता है कि जब भगवान राम 14 वर्षों के वनवास के बाद अपनी पत्नी सीता और छोटे भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या लोटे थे । तब अयोध्या वासी लौटने की खुशी में दिये जला कर अपनी खुशी जाहिर की थी । तब से इस त्यौहार को मनाया जाने लगा है । 2023 में दीवाली का सामाजिक और धार्मिक महत्व दीवाली का सामाजिक और धार्मिक दोनों दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण है । इसे दीपोत्सव भी कहते है । तमसो मा ज्योतिर्गमय अर्थात अधेरे से ज्योति अर्थात प्रकाश की ओर जाइए । धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पूजा या दीवाली में दिये जलाने के लिये मिट्टी के दिये का उपयोग करना होता है । बदलते समय में जहाँ लोग इलेक्ट्रॉनिक लाइट का उपयोग अपने घरों को रोशन करने में किया रहा है । जिससे स...

दीपावली कब है महत्व इतिहास पूजा विधि और शायरी 2022

दीपावली कब है महत्व इतिहास पूजा विधि और शायरी 2022 Deepawali Kab Hai Importance History Lakshmi Poojan vidhi And Shayari In Hindi प्राचीन हिन्दू वर्ण व्यवस्था में चार प्रकार के वर्ण माने गये थे. जिनके अपने अपने व्रत एवं त्यौहार थे. वर्ण व्यवस्था कमजोर पड़ने के कारण धीरे धीरे इन्हे सभी मनाते है. जिनमे दीपावली का त्यौहार मुख्य है. वैसे तो यह वैश्य वर्ण का पर्व था मगर आज भारत के सभी धर्मो के लोग दिवाली को हर्षोल्लास के साथ मिलकर मनाते है.वर्ष 2022 में दीपावली कब है इसकी katha मनाने का महत्व लक्ष्मी पूजन पूजा विधि और मित्रों व रिश्तेदारों को इस पर्व की अग्रिम शुभकामना प्रेषित करने के लिए शायरी SMS नीचें दिए जा रहे है. दीपावली कब है महत्व इतिहास पूजा विधि और शायरी 2022 दीपावली का शाब्दिक अर्थ होता है दीपों की पक्ति. दिवाली के दिन लोग अपने घरों में और घरों के बाहर की दीवार को दीपकों से सजाते है. इस कारण इसे दीपोत्सव भी कहा जाता है. यह त्यौहार हिन्दू कैलेंडर के अनुसार कार्तिक महिने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाई जाती है. इस दिन धन दौलत और एश्वर्य की देवी मानी जाने वाली माँ लक्ष्मी की विधिवत पूजा की जाती है. 2022 Deepawali Kab Hai (दीपावली कब है) दिवाली का पर्व मुख्यतः 5 दिन का होता है. जो धनतेरस से आरम्भ होकर भैया दूज तक चलता है मगर कुछ राज्यों में इसे धनतेरस के एक दिन पूर्व बारस से ही गोवत्स के साथ आरम्भ किया जाता है. इन सभी में अमावस्या का दिन सबसे महत्वपूर्ण होता है तथा इसी दिन दीपावली का पर्व मनाया जाता है. इस वर्ष 24 अक्टूबर 2022 को दीवाली का पर्व है. इस पांच दिवसीय त्यौहार की बात करे तो 22 अक्टूबर के दिन धनतेरस का दिन है. इसके अगले दिन 23 अक्टूबर को नरक चतुर्थी का पर्व है...