दिल्ली में वायु प्रदूषण

  1. दिल्ली में वायु प्रदूषण पर महत्वपूर्ण सम्मेलन का आयोजन किया गया – ThePrint Hindi
  2. दिल्ली: वायु प्रदूषण के स्तर में सुधार, लेकिन अभी भी बेहद खराब श्रेणी में
  3. दिल्ली में प्रदूषण की ताज़ा ख़बर, ब्रेकिंग न्यूज़ In Hindi
  4. CAQM Sets Target Of Planting 3.58 Crore Saplings In Delhi


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दिल्ली में वायु प्रदूषण पर महत्वपूर्ण सम्मेलन का आयोजन किया गया – ThePrint Hindi

नयी दिल्ली, 15 मई (भाषा) दिल्ली सरकार ने कहा कि शहर में वायु प्रदूषण के स्रोतों की वास्तविक समय में पहचान करने के लिए हुए एक अध्ययन के नतीजों और दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु गुणवत्ता में सुधार लाने की रणनीति बनाने के लिए सोमवार को एक गोलमेज सम्मेलन आयोजित किया गया। ‘‘पर्यावरण बचाओ गोलमेज सम्मेलन’’ नामक सम्मेलन सोमवार को दिल्ली सचिवालय में आयोजित किया गया और इसमें वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, सफर, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम, भारत मौसम विज्ञान विभाग, विश्व बैंक, विज्ञान एवं पर्यावरण केंद्र, ऊर्जा एवं संसाधन संस्थान (टेरी) और एनसीआर से लगे राज्यों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, ‘‘हमने स्रोतों पर अध्ययन की रिपोर्ट साझेदारों के साथ साझा की, उनकी राय ली और दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण कम करने के लिए एक रणनीति तैयार की।’’ उन्होंने कहा कि अंतिम लक्ष्य दिल्ली में वायु गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए स्थानीय और क्षेत्रीय स्तर पर नीतियां तैयार करना है। वास्तविक समय में स्रोतों की पहचान (आरटीएसए) अध्ययन किसी भी स्थान पर वायु प्रदूषण में वृद्धि के लिए जिम्मेदार कारकों की पहचान करने में मदद करता है, जैसे कि वाहन, धूल, जैविक सामग्री जलाना और उद्योगों से उत्सर्जन, ताकि तदनुसार निवारक उपाय किए जा सकें। राय ने कहा कि वास्तविक समय में प्रदूषण के विभिन्न स्रोतों के योगदान का पता लगाने के लिए दिल्ली में 13 वायु प्रदूषण हॉटस्पॉट में मोबाइल वायु गुणवत्ता निगरानी वैन स्थापित करने के आदेश जारी किए गए हैं। पर्यावरण मंत्री ने कहा, ‘‘ आरटीएसए अध्ययन के लिए धन्यवाद, अब वायु गुणवत्ता का आकलन और विश्लेषण दैनिक,...

दिल्ली: वायु प्रदूषण के स्तर में सुधार, लेकिन अभी भी बेहद खराब श्रेणी में

November 06, 2022 | 11:33 am 1 मिनट में पढ़ें दिल्ली में वायु प्रदूषण पिछले कुछ दिन से खतरनाक स्तर पर बना हुआ है आज सुबह दिल्ली में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 339 था, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है। वायु प्रदूषण का इतना स्तर भी स्वस्थ लोगों को बीमार करने के लिए काफी है। इससे पहले पिछले तीन दिन से दिल्ली में AQI गंभीर श्रेणी में बना हुआ था और 500 से ऊपर चला गया था। गैर-आवश्यक वाहनों के दिल्ली में प्रवेश पर लगाई गई रोक सरकार ने गैर-आवश्यक वाहनों के दिल्ली में प्रवेश पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही BS-3 और BS-4 हल्के वाहनों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है। नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने भी एडवाइजरी जारी कर कहा है कि गैर-आवश्यक वाहन उसकी सीमा से दिल्ली में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। दिल्ली में पहले से ही लागू है GRAP का चौथा चरण वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए इसके तहत दिल्ली और आसपास के इलाकों में चार पहिया डीजल वाहनों पर रोक लग गई है। तेल से चलने वाले ट्रक भी दिल्ली में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। इसके अलावा हाईवे, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज और पाइपलाइन आदि के निर्माण और विध्वंस कार्यों पर भी रोक है। प्राइमरी स्कूल बंद, 50 प्रतिशत सरकारी कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम बच्चों को प्रदूषण से बचाने के लिए दिल्ली सरकार इसके अलावा दिल्ली सरकार के 50 प्रतिशत कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम दे दिया गया है। प्राइवेट कंपनियों को भी ऐसा करने का सुझाव दिया गया है। पराली जलाने की घटनाओं का दिल्ली के प्रदूषण में बड़ा योगदान बता दें कि दिल्ली में इस वायु प्रदूषण के लिए मुख्य तौर पर पड़ोसी राज्यों, खासकर पंजाब, में आज सुबह दिल्ली की हवा में मौजूद PM2.5 प्रदूषक कणों में 21 प्रतिशत हिस्सेदारी पराली जलाने के ...

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दिल्ली में प्रदूषण की ताज़ा ख़बर, ब्रेकिंग न्यूज़ In Hindi

दिल्ली के जल मंत्री सौरभ भारद्वाज ने यमुना की सफाई को लेकर रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम "यमुना संसद" में शामिल होकर यमुना को बचाने के लिए एकजुटता प्रदर्शित की. उन्होंने दिल्ली की जनता के साथ यमुना की स्वच्छता के लिए शपथ भी ली. इस दौरान यमुना की स्वच्छता पर दिल्ली की जनता से चर्चा के साथ-साथ कालिंदी कुंज यमुना घाट के किनारे एक ह्यूमन चेन बनाकर नदी की स्वच्छता के लिए जन भागीदारी को लेकर महत्वपूर्ण संदेश दिया गया. मानव श्रृंखला बनाने का उद्देश्य लोगों का ध्यान यमुना की ओर आकर्षित करना था, ताकि इस नदी को इसके पुराने स्वरूप में लाया जा सके. • दिल्ली बीजेपी की कार्यकारिणी की बैठक में राजनीतिक प्रस्ताव रखा गया. इसमें मोदी सरकार ने बीते नौ साल में दिल्ली को जो सौगात दी हैं उसके लिए आभार जताया गया. राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया कि इस साल दिल्ली के लिए डेढ़ लाख करोड़ से ज्यादा का प्रावधान बजट में रखा गया. दिल्ली के हाईवे के लिए 60 हजार करोड़, दिल्ली पुलिस के लिए दस हजार करोड़ और अस्पतालों के लिए आठ हजार करोड़ रुपये दिए. दिल्ली में प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए 800 एकड़ में इको पार्क को मंजूरी दी गई. • पिछले कुछ दिनों में वायु गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार के मद्देनजर दिल्ली-एनसीआर में चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्रवाई योजना (GRAP) के दूसरे चरण के तहत लगाई गई पाबंदियां तत्काल प्रभाव से हटा ली गई हैं. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. वायु प्रदूषण प्रबंधन आयोग (CAQM) ने एक बयान में कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के बुधवार शाम चार बजे के वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के अनुसार दिल्ली में एक्यूआई ‘मध्यम’ श्रेणी (164) में दर्ज किया गया. इसने कहा कि 30 जनवरी से एक्यूआई म...

CAQM Sets Target Of Planting 3.58 Crore Saplings In Delhi

Delhi-NCR Air Pollution: दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता (Air Quality) में सुधार लाने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने रोडमैप तैयार किया है. इसके तहत की गई बैठक में दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में वायु की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए वर्ष 2023-24 में 3.58 करोड़ पौधा लगा कर दिल्ली-एनसीआर को हरित बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. एनसीआर राज्य सरकारों एवं दिल्ली सरकार द्वारा प्रदान किए गए इनपुट को ध्यान में रखते हुए यह लक्ष्य रखा गया है. स्कूल-कॉलेज आदि संस्थानों को अपने सीमा में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण की सलाह वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए हरित क्षेत्र में वृद्धि प्रमुख उपायों में से एक है और वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) पूरे एनसीआर में बड़े पैमाने पर हरित क्रांति के तहत सघन वृक्षारोपण पर विशेष जोर दे रहा है. संबंधित एनसीआर राज्य सरकारों और दिल्ली सरकार के साथ हुई बैठकों में 2022-23 के लिए हरित क्षेत्र बढ़ाने के लिए वृक्षारोपण गतिविधियों की कार्यान्वयन स्थिति की भी समीक्षा की गई. एनसीआर में स्कूलों, कॉलेजों और अनुसंधान संस्थानों सहित शैक्षणिक संस्थानों को अपने आसपास बड़े पैमाने पर सघन वृक्षारोपण की पहल को बढ़ावा देना भी इसमें शामिल किया गया है. इन संस्थानों को अपने संस्थानों की सीमाओं के साथ सघन वृक्षारोपण वैरिकेड्स विकसित करने की सलाह दी गई है. इसके अलावा औद्योगिक इकाइयों को भी सलाह दी गई है कि वे अपनी औद्योगिक इकाइयों की सीमाओं में सघन वृक्षारोपण बैरिकेड्स विकसित करें. इन पहलुओं पर रहेगा फोकस • बड़े पैमाने पर पौधारोपण अभियान उचित पोषण और बेहतर लाइफ रेट पर ध्यान केंद्रित करते हुए, देसी प्रजातियों के पौधे लगाए जाएंगे. • संपूर्ण सड़क नेटवर्क के स...