Dipawali kab hai

  1. Surya Grahan on Diwali 2022
  2. Diwali/Deepavali in India
  3. Diwali 2021 Timing Muhurat: दिवाली का सर्व श्रेष्ठ लक्ष्मी पूजन मुहूर्त कब है 2021 में शुभ चौघड़िया
  4. Diwali 2021: आज दिवाली का त्योहार, जानें किस मुहूर्त पर करें माता लक्ष्मी का पूजन, ये है शुभ समय
  5. Diwali 2022 Date : दिवाली कब है? Deepawali 2022 Shubh Mahurat
  6. दीपावली क्यों मनाई जाती हैं? इतिहास, विधि Diwali Kyun Manai Jati Hai


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Surya Grahan on Diwali 2022

हिन्दी में पढ़ें The holy festival of Deepawali begins with Dhanteras itself. Diwali is celebrated from Dhanteras to Bhaiya Dooj. This year the holy festival of Diwali is being celebrated on 24th October 2022 on the Amavasya of Kartik month. But this year on Diwali of 2022, the shadow of the surya grahan is visible. Effect of Surya Grahan 2022 on Diwali Puja There will be a surya grahan on the next day of Lakshmi Puja, so there will be Govardhan Puja on the second day. The eclipse will occur on the next day of Diwali, so the Sutak will start after midnight. According to astrologers, there will be no effect on Lakshmi Puja due to surya grahan. This time Diwali will be celebrated on Amavasya with Chaturdashi. At the same time, on November 8, there will be a lunar eclipse (Chandra Grahan) on Dev Diwali. The surya grahan will happen on October 25, the day after Diwali. Surya grahan occurs only on Amavasya Tithi and Diwali also occurs on Amavasya. This time some such coincidence is being made that the Sutak period will start from the night of Diwali itself. Surya Grahan 2022 Timing ❀ Surya Grahan 2022 will start at 4:29 pm Indian time and will continue till 5:24 pm. The Sutak of the eclipse will start 12 hours before the midnight of 24 October. ❀ The Sutak period will start on Diwali night i.e. 24th October at 02:30 and will last till 04:22 am on 25th October and the eclipse will be of about 4 hours 3 minutes. According to the scriptures, such a situation was created 27 years a...

Diwali/Deepavali in India

Quick Facts This year: Sun, 12 Nov 2023 Next year: Fri, 1 Nov 2024 Last year: Mon, 24 Oct 2022 Type: Gazetted Holiday Diwali (Dīvali, Dīpāwali, Deepavali, Dipabali) is a festival of lights and is a gazetted holiday in India. Followers of Buddhism, Hinduism, Jainism and Sikhism observe various customs related to Diwali. Is Diwali/Deepavali a Public Holiday? Diwali/Deepavali is a public holiday. It is a day off for the general population, and schools and most businesses are closed. In 2023, it falls on a Sunday, and some businesses may choose to follow Sunday opening hours. Fireworks are often set off in the evening to celebrate Diwali. ©iStock.com/triloks What Do People Do? Diwali celebrations may last for up to five days. Many people decorate their home and workplaces with tiny electric lights or small clay oil lamps. Bowls of water with candles and flowers floating on the surface are also popular decorations. Many people make a special effort to clean their homes and yards before Diwali. They may also wash themselves with water and fragrant oils, wear new clothes and give gifts of sweets to family members, close friends and business associates. Fireworks are set off in the evening in some areas. Melas (fairs) are held in many towns and villages. People in different regions in India may celebrate Diwali on various dates. This is because traditional lunar calendars can be interpreted in different ways. For example, Deepavali in Tamil Nadu is celebrated in the Tamil month of...

Diwali 2021 Timing Muhurat: दिवाली का सर्व श्रेष्ठ लक्ष्मी पूजन मुहूर्त कब है 2021 में शुभ चौघड़िया

Diwali 2021 Date In India / When Is Diwali Kab Hai 2021: कार्तिकमासकीअमावस्याकोदिवालीपूजन (महालक्ष्मीपूजा) काविधानहै।इसवर्षदिवाली 2021 में 4 नवंबरकोमनाईजाएगी।दिवालीसेपहलेकरवाचौथ, गौत्सव, धनतेरस, नरकचतुर्दशी, छोटीदिवालीऔरफिरदिवालीकापर्वआताहै।दिवालीकेएकदिनबादगोवर्धनपूजा, अन्नकूटमहोत्सव, भाईदूजऔरविश्वकर्मापूजाकीजातीहै।हिन्दुओंकासबसेबड़ादिवालीकापर्वपूरेविश्वमेंपांचदिनतकमनायाजाताहै।आइयेजानतेहैंकरवाचौथकबहै, गौत्सवकबहै, धनतेरसकबहै, नरकचतुर्दशीकबहै, छोटीदिवालीकबहैऔरदिवालीकबहै, गोवर्धनपूजाकबहै, अन्नकूटमहोत्सवकबहै, भाईदूजकबहैऔरविश्वकर्मापूजाकबहै। दिवालीकेदिनभगवानश्रीगणेशऔरमातालक्ष्मीकीपूजाकीजातीहै।दिवालीसेपहलेपूरेघरकीअच्छीतरहसेसफाईकीजातीहैऔरशामकेसमयगणेशजीऔरलक्ष्मीजीकापूजनकरकेपूरेघरकोदीपोंसेसजाकरमातालक्ष्मीकीस्वागतकियाजाताहै।दिवालीकोदीपोंकात्योहारकहाजाताहै।पुराणोंकेअनुसारदीपावलीकेदिनहीभगवानरामअयोध्यालौटेथे।भगवानरामकेआनेकीखुशीमेंअयोध्यावासियोंनेउनकादीपजलाकरस्वागतकियाथा।उसीसमयसेदिवालीकात्योहारबड़ीहीधूमधामसेमनायाजाताहै।तोचलिएजानतेहैंदिवाली 2021 कीतिथि, लक्ष्मीपूजाकामुहूर्त, दिवालीकामहत्व, दिवालीपूजनविधिऔरदिवालीकीकथाकेबारेमें। Diwali 2021 Muhurat | Lakshami Puja Muhurat 2021 | Diwali Puja Date Time दिवाली 2021 तिथि और शुभ मुहूर्त दिवाली की तिथि:4 नबंवर 2021 अमावस्या तिथि प्रारम्भ:4 नबंवर 2021 सुबह 6 बजकर 3 मिनट से अमावस्या तिथि समाप्त: अगले दिन सुबह 2 बजकर 44 मिनट तक (5 नबंवर 2021) लक्ष्मी पूजा मुहूर्त: शाम 6 बजकर 9 मिनट से रात 8 बजकर 4 मिनट तक (4 नबंवर 2021) प्रदोष काल मुहूर्त: शाम 5 बजकर 34 मिनट से रात 8 बजकर 10 मिनट तक वृषभ काल मुहूर्त: शाम 6 बजकर 9 मिनट से रात 8 बजकर 4 मिनट तक Diwali ...

Diwali 2021: आज दिवाली का त्योहार, जानें किस मुहूर्त पर करें माता लक्ष्मी का पूजन, ये है शुभ समय

• • Faith Hindi • Diwali 2021: आज दिवाली का त्योहार, जानें किस मुहूर्त पर करें माता लक्ष्मी का पूजन, ये है शुभ समय Diwali 2021: आज दिवाली का त्योहार, जानें किस मुहूर्त पर करें माता लक्ष्मी का पूजन, ये है शुभ समय Diwali 2021: माना जाता है कि दीपावली के दिन अयोध्या के राजा राम अपने चौदह वर्ष के वनवास के पश्चात लौटे थे. Diwali 2021 Diwali 2021: दीपावली कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है दीपावली (Diwali 2021 Date)भारत के सबसे बड़े और सर्वाधिक महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है. दीपावली (Kab Hai Diwali 2021) दीपों का त्योहार है. आध्यात्मिक रूप से यह ‘अन्धकार पर प्रकाश की विजय’ को दर्शाता है. माना जाता है कि दीपावली के दिन अयोध्या के राजा राम अपने चौदह वर्ष के वनवास के पश्चात लौटे थे. अयोध्यावासियों का हृदय अपने परम प्रिय राजा के आगमन से प्रफुल्लित हो उठा था. श्री राम के स्वागत में अयोध्यावासियों ने घी के दीपक जलाए. कार्तिक मास की सघन काली अमावस्या की वह रात्रि दीयों की रोशनी से जगमगा उठी. तब से आज तक भारतीय प्रति वर्ष यह प्रकाश-पर्व हर्ष व उल्लास से मनाते हैं. दिवाली (Diwali 2021) या लक्ष्मी पूजा (Diwali Laxami Puja 2021) के दिन, हिन्दु अपने घरों और दुकानों को गेंदे के फूल की लड़ियों व अशोक, आम तथा केले के पत्तों से सजाते हैं. इस दिन कलश में नारियल स्थापित कर, उसे घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर रखने को शुभ माना जाता है. इस साल दीवाली 4 नवंबर 2021 को गुरुवार के दिन मनाई जाएगी. Also Read: • • • दिवाली पर लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त (Diwali 2021 Laxami Puja Subh Muhurat) लक्ष्मी पूजा बृहस्पतिवार, नवम्बर 4, 2021 पर लक्ष्मी पूजा मुहूर्त्त :18:10:29 से 20:06:20 तक अवधि :1 घंटे 55 मिनट...

Diwali 2022 Date : दिवाली कब है? Deepawali 2022 Shubh Mahurat

क्या है इस पोस्ट में ? 1 • • • • • • • हेलो दोस्तों हम भारतीयों को दिवाली का इंतज़ार पूरा वर्ष रहता है । सबका एक ही सवाल होता है Diwali Kab Hai ? तो अभी इस बार की दिवाली 24 अक्टूबर 2022, सोमवार को आ रही है । जिसके चलते आप अभी से आने वाले Diwali 2022 की तैयारी शुरू कर सकते है । तो दिवाली कब है ? Deepawali 2022 date या फिर कहे के Diwali Festival Date 2022 , दिवाली शुभ महूर्त , दिवाली के पहले और बाद के दिनों में आने वाले Festival के बारे में हम इस में बात करेंगे। दिवाली (Depavali) हिंदू धर्म में सबसे बड़ा और सबसे खास त्योहार है। इस दिन हर कोई इस छुट्टी को अपने परिवार के साथ मनाने की कोशिश करता है। तो, ट्रेनों, बसों आदि के लिए आरक्षण करने के लिए, आप पहले से जानना चाहते हैं कि दिवाली त्यौहार कब है। परंपरा के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को दिवाली मनाई जाती है। Diwali Kab Hai 2022 पटाखे और आतिशबाजी बेचने का लाइसेंस कैसे ले ? Diwali Firecracker Licence Apply kaise kare in hindi दिवाली कब है – Diwali 2022 Date वैसे तो बात Diwali प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह की अमावस्या को मनाया जाता है। दिवाली में हर वर्ष वर्ष के आंत में आता है । जैसे के आप जानते ही के Diwali Festival दुशहरा से 20 दिन बाद आता है। तो इसलिए इस वर्ष Dussehra 2022 date बुधवार,5 अक्तूबर को है। इस लिए ठीक इसके 20 दिन बाद 24 अक्टूबर 2022, सोमवार को आ रहा है। Diwali Date 2022 Diwali Date And Time दीपावली की तिथि- 24 अक्टूबर 2022 कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि- 23 अक्टूबर 2 शाम 6 बजकर 04 मिनट से शुरू होकर 24 तारीख को शाम 5 बजकर 28 मिनट तक कृष्ण पक्ष की अमावस्या- 24 तारीख को शाम 5 बजकर 28 मिनट से शुरू होकर 25 अक्टू...

दीपावली क्यों मनाई जाती हैं? इतिहास, विधि Diwali Kyun Manai Jati Hai

Contents • • • • • • • • • • • • • दिवाली की जानकारी – Diwali Information in Hindi वास्तव में धनतेरस, नरक चतुर्दशी (जिसे छोटी दीवाली भी कहा जाता है) तथा महालक्ष्मी पूजन- इन तीनों पर्वों का मिश्रण है। दीपावली मनाने के पीछे कई पौराणिक कथाएं व मान्यताएं हैं। इसी अनुसार देश के अलग-अलग हिस्सों में इसे मनाने के तरीकों में भी विभिन्नता पाई जाती हैं। दीपावली की रात घरों तथा दुकानों पर भारी संख्या में दीपक, मोमबत्तियां और बल्ब जलाए जाते हैं। दीपावली भारत के त्योहारों में अपना विशिष्ट स्थान रखती है। इस दिन लक्ष्मी के पूजन का विशेष विधान है। रात्रि के समय प्रत्येक घर में धनधान्य की अधिष्ठात्री देवी महालक्ष्मीजी, विघ्न-विनाशक गणेश जी और विद्या एवं कला की देवी मातेश्वरी सरस्वती देवी की पूजा-आराधना की जाती है। दीपावली के दिन आतिशबाज़ी की प्रथा के पीछे सम्भवत: यह धारणा है कि दीपावली-अमावस्या से पितरों की रात आरम्भ होती है। इस प्रथा के साथ भगवान शंकर तथा पार्वती के जुआ खेलने के प्रसंग को भी जोड़ा जाता है, जिसमें भगवान शंकर पराजित हो गए थे। दीपावली पर लक्ष्मीजी का पूजन घरों में ही नहीं, दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में भी किया जाता है। भारतीय पद्धति के अनुसार प्रत्येक आराधना, उपासना व अर्चना में आधिभौतिक, आध्यात्मिक और आधिदैविक इन तीनों रूपों का समन्वित व्यवहार होता है। इस मान्यतानुसार इस उत्सव में भी सोने, चांदी, सिक्के आदि के रूप में आधिभौतिक लक्ष्मी का आधिदैविक लक्ष्मी से संबंध स्वीकार करके पूजन किया जाता हैं। घरों को दीपमाला आदि से अलंकृत करना इत्यादि कार्य लक्ष्मी के आध्यात्मिक स्वरूप की शोभा को आविर्भूत करने के लिए किए जाते हैं। इस तरह इस उत्सव में उपरोक्त तीनों प्रकार से लक्ष्म...