Durga kavach

  1. NavDurg Strotram In Sanskrit
  2. Chant these powerful Durga Mantras to turn your life around for good
  3. श्री दुर्गा कवच अर्थ सहित
  4. दुर्गा कवच पाठ
  5. देवी कवच / दुर्गा कवच हिंदी अर्थ सहित
  6. Durga Kavacham
  7. दुर्गा कवच हिन्दी में ➜ Durga Kavach in Hindi Text
  8. Durga Kavach And Devi Kavach: What’s The Difference?


Download: Durga kavach
Size: 28.73 MB

NavDurg Strotram In Sanskrit

NavDurg Strotram In English Prathamam Shailputri cha Dwitiyam Brahmacharini Tritiyam Chandraghanteti Kushmaandeti Chaturthakam Panchamam Skandmaateti Shashtham Kaatyayneeti cha Saptamam Kaalraatriti Mahagauriti Chaastamam Navamam Sidhhidaatri cha Navdurgaah Prakeertitaah NavDurg Strotram In Sanskrit प्रथमं शैलपुत्री च,द्वितीयं ब्रह्मचारिणी । तृतीयं चन्दघण्टेति,कूष्माण्डेति चतुर्थकम् ।। पंचमं स्कन्दमातेति,षष्ठं कात्यायनीति च । सप्तमं कालरात्रीति,महागौरीति चाष्टमम् ।। नवमं सिद्धिदात्री,च नवदुर्गा: प्रकीर्तिता:। उक्तान्येतानि नामानि,ब्रह्मणैव महात्मना ।। NavDurg Strotram Meaning पहली शक्ति का नाम शैलपुत्री ( हिमालय कन्या पार्वती ), दूसरी शक्ति का नाम ब्रह्मचारिणी (परब्रह्म परमात्मा को साक्षात कराने वाली ) , तीसरी शक्ति चन्द्रघण्टा हैं। चौथी शक्ति कूष्माण्डा ( सारा संसार जिनके उदर में निवास करता हो ) हैं। पाँचवीं शक्ति स्कन्दमाता (कार्तिकेय की जननी ) हैं।छठी शक्ति कात्यायनी (महर्षि कात्यायन के अप्रतिभ तेज से उत्पन्न होने वाली) हैं सातवीं शक्ति कालरात्रि ( महाकाली ) तथा आठवीं शक्ति महागौरी हैं। नवीं शक्ति सिद्धिदात्री हैं और ये नव दुर्गा कही गई हैं। Image via Flickr Creative Commons

Chant these powerful Durga Mantras to turn your life around for good

Goddess She treats her worshippers just like a mother treats her children. She loves in a most caring way and she is equally likely to get angry when required. One of the best ways to appease her is by chanting her mantras. The following mantras are extremely powerful and they can transform your life.  Om jataa jut samaayuktamardhendu krit lakshnam Lochanyatra sanyuktam padmendu sadya shan naam It is recommended that Durga Pooja be started with this mantra. It helps in maintaining focus and concentration and every one can chant this mantra.  Sarva Mangala Mangalye Sive Sarvartha Sadhike Saranye Trayambike Gauri Narayani Namostute This is another very important Durga Mantra. It is chanted during almost all the Durga Poojas. This mantra is in praise of Goddess Durga. It says that Goddess Durga is the most auspicious one and she bestows upon the world her blessings. She is the mother of three worlds and protects us all. She is Gauri the daughter of the Mountain King and bow in front of her. Chanting this mantra regularly makes one wise and gives strength.  Ya devi sarva bhuteshu, shanti rupena sangsthita Ya devi sarva bhuteshu, shakti rupena sangsthita Ya devi sarva bhuteshu, matri rupena sangsthita Yaa devi sarva bhuteshu, buddhi rupena sangsthita Namastasyai, namastasyai, namastasyai, namo namaha This mantra outlines the omnipresent nature of Goddess Durga. Chanting this mantra can help one’s inner power to deal with any sort of situation in life. It also encourages the ...

श्री दुर्गा कवच अर्थ सहित

दुर्गा कवच को भगवान ब्रह्मदेव ने ऋषि मार्कंडेय सुनाया था. इसका पूर्ण उल्लेख अठारह पुराणों में से एक मार्कंडेय पुराण मौजूद है. इस कवच के माध्यम से स्वयमं ब्रह्मदेव ने माँ देवी दुर्गा के नौ विभिन्न शक्तिशाली रूपों में स्तुति की है. दुर्गा कवच अपने आप में एक सिद्ध कवच है. इसके पठन से साधक को दुर्गा देवी का अखंड आशीर्वाद प्राप्त होता है. durga kavach lyrics in hindi इस लेख में हम अर्थ सहित यह भी पढे – 3.2 शुक्रवार के दिन करे दुर्गा कवच का पाठ| durga kavach lyrics in hindi दुर्गा कवच अर्थ सहित | Durga kavach lyrics in hindi ॐ नमश्चण्डिकायै। ॐ यद्गुह्यं परमं लोके सर्वरक्षाकरं नृणाम्। यन्न कस्य चिदाख्यातं तन्मे ब्रूहि पितामह॥1॥ ॥मार्कण्डेय उवाच॥ अर्थ : मार्कण्डेय जी ने कहा हे पितामह! जो इस संसार में परम गोपनीय तथा मनुष्यों की सब प्रकार से रक्षा करने वाला है और जो अब तक आपने दूसरे किसी के सामने प्रकट नहीं किया हो, ऐसा कोई साधन मुझे बताइए। ॥ब्रह्मोवाच॥ अस्ति गुह्यतमं विप्रा सर्वभूतोपकारकम्। दिव्यास्तु कवचं पुण्यं तच्छृणुष्वा महामुने॥2॥ अर्थ : ब्रह्मन्! ऐसा साधन तो एक देवी का कवच ही है, जो गोपनीय से भी परम गोपनीय, पवित्र तथा सम्पूर्ण प्राणियों का उपकार करनेवाला है। महामुने! उसे श्रवण करो। प्रथमं शैलपुत्री च द्वितीयं ब्रह्मचारिणी। तृतीयं चन्द्रघण्टेति कूष्माण्डेति चतुर्थकम्॥3॥ अर्थ : प्रथम नाम शैलपुत्री है, दूसरी मूर्तिका नाम ब्रह्मचारिणी है। तीसरा स्वरूप चन्द्रघण्टा के नामसे प्रसिद्ध है। चौथी मूर्ति को कूष्माण्डा कहते हैं। पचमं स्कन्दमातेति षष्ठं कात्यायनीति च सप्तमं कालरात्रीति महागौरीति चाष्टमम्॥4॥ अर्थ : पाँचवीं दुर्गा का नाम स्कन्दमाता है। देवी के छठे रूप को कात्यायनी कहते हैं। ...

दुर्गा कवच पाठ

लेख सारिणी • • • दुर्गा कवच पाठ – Durga Kavach in Sanskrit माँ दुर्गा कवच durga kavach hindi अठारह पुराणों में से एक मां दुर्गा कवच हिंदी PDF – Durga Kavach in Hindi – दुर्गा कवच संस्कृत में पाठ दुर्गा कवच मंत्र Durga Kavach में शरीर के समस्त अंगों का उल्लेख है, वही मां दुर्गा कवच durga kavach sanskrit हिंदी में फलश्रुति का भी इसमें उल्लेख है, दुर्गा कवच पाठ shri durga kavach पढकर हम माँ दुर्गा से यह कामना करते रहें कि हम सदैव निरोगी रहें. मार्कण्डेय उवाच | Durga Kavach ॐ यद्‌गुह्यं परमं लोके सर्वरक्षाकरं नृणाम् । यन्न कस्यचिदाख्यातं तन्मे ब्रूहि पितामह॥ अथ दुर्गा कवच | Durga Kavach प्रथमं शैलपुत्री च द्वितीयं ब्रह्मचारिणी । तृतीयंचन्द्रघण्टेति कूष्माण्डेति चतुर्थकम् ॥ पञ्चमं स्कन्दमातेति षष्ठं कात्यायनीति च । सप्तमं कालरात्रीति महागौरीति चाष्टमम्॥ नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गाः प्रकीर्तिताः। नामानि ब्रह्मणैव महात्मना ॥ अग्निना दह्यमानस्तु शत्रुमध्ये गतो रणे। विषमे दुर्गमे चैव भयार्ताः शरणं गताः ॥ न तेषां जायते किंचिदशुभं रणसंकटे। नापदं तस्य पश्यामि शोकदुःख भयं न हि॥ यैस्तु भक्त्या स्मृता नूनं तेषां वृद्धिः प्रजायते। येत्वां स्मरन्ति देवेशि रक्षसे तन्न संशयः॥ प्रेतसंस्था तु चामुन्डा वाराही महिषासना। ऐन्द्री गजासमारुढा वैष्णवी गरुडासना ॥ माहेश्वरी वृषारुढा कौमारी शिखिवाहना। लक्ष्मीः पद्मासना देवी पद्महस्ता हरिप्रिया ॥ श्र्वेतरुपधरा देवी ईश्र्वरी वृषवाहना। ब्राह्मी हंससमारुढा सर्वाभरणभूषिता ॥ इत्येता मतरः सर्वाः सर्वयोगसमन्विताः। नानाभरणशोभाढ्या नानारत्नोपशोभिताः॥ दृश्यन्ते रथमारुढा देव्यः क्रोधसमाकुलाः। शङ्खंचक्रंगदां शक्तिं हलं च मुसलायुधम् ॥ खेटकं तोमरं चैव परशुं पाशमेव च।...

देवी कवच / दुर्गा कवच हिंदी अर्थ सहित

विद्वानों के द्वारा देवी कवच ( दुर्गा कवच ) , चिदम्बरसंहिता में पहले अर्गला फिर कीलक तथा अन्त में कवच पढ़ने का विधान है। किंतु योगरत्नावली में पाठ का क्रम इससे भिन्न है। उसमें कवच को बीज, अर्गला को शक्ति तथा कीलक को कीलक संज्ञा दी गयी है। जिस प्रकार सब मन्त्रों में पहले बीज का, फिर शक्ति का तथा अन्त में कीलक का उच्चारण होता है, उसी प्रकार हमें पहले कवचरुप बीज का, फिर अर्गलारूपा शक्ति का तथा अन्त में कीलकरूप कीलक का क्रमशः पाठ करना चाहिये। ॥ देवी कवच ॥ विनियोग – ॐ अस्य श्रीचण्डीकवचस्य ब्रह्मा ऋषिः , अनुष्टुप् छन्दः , चामुण्डा देवता, अङ्गन्यासोक्तमातरो बीजम् , दिग्बन्धदेवतास्तत्त्वम् , श्रीजगदम्बाप्रीत्यर्थे सप्तशतीपाठाङ्गत्वेन जपे विनियोगः ॥ ॐ नमश्चण्डिकायै ॥ अर्थ – ॐ चण्डिका देवी को नमस्कार है। [ मार्कण्डेय उवाच ] ॐ यद्गुह्यं परमं लोके सर्वरक्षाकरं नृणाम् । यन्न कस्यचिदाख्यातं तन्मे ब्रूहि पितामह ॥ 1 ॥ अर्थ – [ [ ब्रह्मोवाच ] अस्ति गुह्यतमं विप्र सर्वभूतोपकारकम् । देव्यास्तु कवचं पुण्यं तच्छृणुष्व महामुने ॥ 2 ॥ अर्थ – [ ब्रह्मा जी बोले ] ब्रह्मन् ! ऐसा साधन तो एक देवी का कवच ही है, जो गोपनीय से भी परम गोपनीय, पवित्र तथा सम्पूर्ण प्राणियों का उपकार करने वाला है। महामुने ! उसे श्रवण करो ॥ 2 ॥ प्रथमं शैलपुत्री च द्वितीयं ब्रह्मचारिणी । तृतीयं चन्द्रघण्टेति कूष्माण्डेति चतुर्थकम् ॥ 3 ॥ पञ्चमं स्कन्दमातेति षष्ठं कात्यायनीति च । सप्तमं कालरात्रीति महागौरीति चाष्टमम् ॥ 4 ॥ नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गाः प्रकीर्तिताः । उक्तान्येतानि नामानि ब्रह्मणैव महात्मना ॥ 5 ॥ अर्थ – देवी की नौ मूर्तियाँ हैं, जिन्हें नवदुर्गा कहते हैं। उनके अलग-अलग नाम बताये जाते हैं। प्रथम नाम शैलपुत्री है। दूस...

Durga Kavacham

īśvara uvācha । śṛṇu dēvi pravakṣyāmi kavachaṃ sarvasiddhidam । paṭhitvā pāṭhayitvā cha narō muchyēta saṅkaṭāt ॥ 1 ॥ ajñātvā kavachaṃ dēvi durgāmantraṃ cha yō japēt । na chāpnōti phalaṃ tasya paraṃ cha narakaṃ vrajēt ॥ 2 ॥ umādēvī śiraḥ pātu lalāṭē śūladhāriṇī । chakṣuṣī khēcharī pātu karṇau chatvaravāsinī ॥ 3 ॥ sugandhā nāsikaṃ pātu vadanaṃ sarvadhāriṇī । jihvāṃ cha chaṇḍikādēvī grīvāṃ saubhadrikā tathā ॥ 4 ॥ aśōkavāsinī chētō dvau bāhū vajradhāriṇī । hṛdayaṃ lalitādēvī udaraṃ siṃhavāhinī ॥ 5 ॥ kaṭiṃ bhagavatī dēvī dvāvūrū vindhyavāsinī । mahābalā cha jaṅghē dvē pādau bhūtalavāsinī ॥ 6 ॥ ēvaṃ sthitā'si dēvi tvaṃ trailōkyē rakṣaṇātmikā । rakṣa māṃ sarvagātrēṣu durgē dēvi namō'stu tē ॥ 7 ॥ Browse Related Categories: • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • ...

दुर्गा कवच हिन्दी में ➜ Durga Kavach in Hindi Text

• दुर्गा कवच • ॐइस श्री चण्डी क्वच के ब्रह्मा ऋषि, अनुष्टुप् छन्द, चामुण्डा देवता, अङ्गन्यास में कही गयी माताएँ बीज, दिग्बन्ध देवता तत्त्व हैं, श्रीजगदम्बा की प्रीति के लिए सप्तशती पाठाङ्गभूत जप में इसका विनियोग किया जाता है। • ॐ चण्डिका देवी को नमस्कार है • मार्कण्डेय जी ने कहा – पितामह! जो इस संसार में परम गोपनीय तथा मनुष्यों की सब प्रकार से रक्षा करने वाला है और जो अब तक आपने दूसरे किसी के सामने प्रकट नहीं किया हो, ऐसा कोई साधन मुझे बताइये ।। 1 ।। • ब्रह्माजी बोले – ब्रह्मन्! ऐसा साधन तो एक देवी का कवच ही है, जो गोपनीय से भी परम गोपनीय, पवित्र तथा सम्पूर्ण प्राणियों का उपकार करनेवाला है। महामुने! उसे श्रवण करो ।। 2 ।। • देवी की नौ मूर्तियाँ हैं, जिन्हें ‘नवदुर्गा’ कहते हैं। उनके पृथक्-पृथक् नाम बतलाऐ जाते हैं। प्रथम नाम शैलपुत्री है, दूसरी मूर्तिका नाम ब्रह्मचारिणी है। तीसरा स्वरूप चन्द्रघण्टा के नामसे प्रसिद्ध है। चौथी मूर्ति को कूष्माण्डा कहते हैं। पाँचवीं दुर्गा का नाम स्कन्दमाता है। देवी के छठे रूप को कात्यायनी कहते हैं। सातवाँ कालरात्रि और आठवाँ स्वरूप महागौरी के नाम से प्रसिद्ध है। नवीं दुर्गा का नाम सिद्धिदात्री है। ये सब नाम सर्वज्ञ महात्मा वेदभगवान् के द्वारा ही प्रतिपादित हुए हैं ।। 3-5 ।। • जो मनुष्य अग्नि में जल रहा हो, रणभूमि में शत्रुओं से घिर गया हो, विषम संकट में फँस गया हो तथा इस प्रकार भय से आतुर होकर जो भगवती दुर्गा की शरण में प्राप्त हुए हों, उनका कभी कोई अमङ्गल नहीं होता। युद्ध समय संकट में पड़ने पर भी उनके ऊपर कोई विपत्ति नहीं दिखाई देती। उनके शोक, दु:ख और भय की प्राप्ति नहीं होती ।। 6-7 ।। • जिन्होंने भक्तिपूर्वक देवी का स्मरण किया है, उनका निश्चय...

Durga Kavach And Devi Kavach: What’s The Difference?

There is a lot of debate surrounding the answer to this question. Some say that they are the same thing, while others claim that they are two different things. However, the majority of people seem to believe that they are the same. protective mantras that are recited in order to keep negative energy and influences at bay. They are both very powerful and are known to be effective in warding off evil. There are some differences between the two mantras, but for the most part, they are very similar. Both Durga Kavach and Devi Kavach are incredibly powerful and can be used to protect oneself from harm. According to Shaktism, she is one of the fierce forms of Supreme Goddess Shakti, or Durga, the goddess of wealth, power, and wisdom, is the incarnation of Parvati. Mahishasura was defeated after Devi Durga took away her avatar. Durga was reborn in Shailputri as a demon. What Does Durga Kavach Do? Credit: www.rudraksha-ratna.com A Durga Kavach is a powerful armor that protects the wearer from harm. It is said to be especially effective against black magic and evil spirits. The kavach is often worn by devotees of Goddess Durga during religious ceremonies and festivals. Every frame of our being united with the Mula Prakriti, we represent the Devi’s energy through the Shri Durga Kavach. This powerful shield, in essence, embodies Bramha Dev’s narration of Markandaye’s message for humanity’s benefit. The presiding deity for Shri Chandi-Kavach is Brahma, and the gauge is Anushtup. Vaara...