एजुकेशन पोर्टल उत्तराखंड लोगिन

  1. स्थानीय निकाय मतदाता पोर्टल
  2. मानव सम्पदा पोर्टल: ehrms.nic.in Login, Registration, डाउनलोड?
  3. Demand to remove GST anomalies
  4. उत्तराखंड ई
  5. स्टेट काउंसिल फॉर एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग(SCERT), उत्तराखंड
  6. भूलेख उत्तराखंड: खसरा खतौनी,भू नक्शा/भू अभिलेख, जमाबंदी नकल देवभूमि
  7. स्थानीय निकाय मतदाता पोर्टल
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स्थानीय निकाय मतदाता पोर्टल

Right from the Vedic Ages to modern times there have been the references to Panchayats and they have played a vital role in the local Self-Governing institutions. Mahatma Gandhi's dream that every village should be a republic having powers of self-governance has been adopted in Article 40 of the Constitution of India as a Directive Principle of State Policy. It provides that "State shall take steps to organize Village Panchayats and endow them with such powers and authority as may be necessary to enable them to function as units of self government."

मानव सम्पदा पोर्टल: ehrms.nic.in Login, Registration, डाउनलोड?

राज्य एवं केंद्र सरकार के द्वारा भारत को डिजिटल बनाने के लिए डिजिटलीकरण की प्रक्रिया को काफी तेजी से अपनाई जा रही है ऐसे में सरकार हर प्रकार की सेवाओं को ऑनलाइन किया जा रहा है और ऐसा करने के लिए राज्य सरकार के द्वारा Manav Sampada Portal की शुरुआत की गई है । ऐसे में आज के इस आर्टिकल के माध्यम से मैं आपको मानव संपदा पोर्टल क्या है?, इसके उद्देश्य, विशेषता, आवेदन करने की प्रक्रिया, आवेदन की स्थिति जांचने की प्रक्रिया इत्यादि की जानकारी पूरे विस्तार में दूंगा । तो यदि आप भी Manav Sampada Portal के बारे में जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें । Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • eHRMS Manav Sampada Uttar Pradesh -मानव संपदा यूपी Manav Sampada Uttar Pradesh के तहत उत्तर प्रदेश के मूल शिक्षा परिषद के द्वारा यह अधिसूचना पारित की गई है कि अब शिक्षक तथा गैर शिक्षक कर्मचारियों को यदि छुट्टी प्राप्त करनी है तो उन्हें इसके लिए ऑनलाइन आवेदन देना होगा इसी बात को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने मानव संपदा पोर्टल की शुरूआत की है । Manav Sampada Portal Uttar Pradesh सरकार के द्वारा एमएचआरडी के मदद से शुरू किया गया है जिस पर सभी शिक्षक तथा गैर शिक्षक कर्मचारी छुट्टी प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन आवेदन दे सकते हैं । यदि कोई भी शिक्षक छुट्टी प्राप्त करना चाहता है तो ऐसा करने के लिए उसे मानव संपदा यूपी की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी होगी और अवकाश प्रबंध सर्विस बुक के रखरखाव आदि जैसी सुविधा के अंतर्गत अपना पंजीकरण करना होगा । मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षक या गैर शिक्षक कर्मचारी छुट्टी लेने के लिए कैसे आवेदन दे सकते...

Demand to remove GST anomalies

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विपिन कैंथोला के नेतृत्व में टैक्स अधिवक्ता अमिताभ अग्रवाल व राज्य गौ सेवा आयोग के सदस्य धर्मवीर सिंह गुसाईं की ओर से वित्त मंत्री को सौंपे ज्ञापन में कोटद्वार सहित पूरे उत्तराखंड प्रदेश में जीएसटी रजिस्ट्रेशन, जीएसटी पोर्टल व जीएसटी कानून की विसंगतियों को दूर करने तथा जीएसटी के अपीलीय अधिकरण स्थापना की मांग की गई। इन विषयों पर वार्ता होने के बाद वित्त मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को अधिकारियों से वार्ता कर परेशानियों को दूर करने का आश्वासन दिया।

उत्तराखंड ई

|| उत्तराखंड ई-श्रम कार्ड कैसे बनवाएं, how to make e-shram card in uttarakhand, श्रमिक कार्ड ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन उत्तराखंड 2023, Shramik Card Online Uttarakhand registration form, श्रम विभाग पंजीकरण online uttarakhand || देश के अन्य राज्यों की भांति उत्तराखंड में भी श्रमिकों एवं कामगारों का ई-श्रम कार्ड तैयार किया जा रहा है। यहां भी श्रमिकों को विभिन्न सामाजिक सुरक्षा की योजनाओं का लाभ उठाने के लिए ई-श्रम कार्ड की आवश्यकता होगी। उत्तराखंड में करीब साढ़े पांच लाख से अधिक श्रमिक एवं कामगार साढ़े तीन हजार से अधिक फैक्ट्रियों में कार्यरत हैं। उत्तराखंड भवन सन्निकार कर्मकार बोर्ड के पास करीब ढाई लाख श्रमिक एवं कामगार रजिस्टर्ड हैं। यदि आप भी उत्तराखंड के स्थाई निवासी हैं एवं ई-श्रम कार्ड बनवाना चाहते हैं तो हम आपको बताएंगे कि आप उत्तराखंड ई-श्रम कार्ड कैसे बनवा सकते हैं। आइए, शुरू करते हैं- 1.24 यदि ई-श्रम कार्ड को लेकर आपकी कोई शिकायत है तो कहां लिख सकते हैं? उत्तराखंड ई-श्रम कार्ड कैसे बनवाएं? योजना का नाम उत्तराखंड श्रमिक पंजीकरण किस ने लांच की उत्तराखंड सरकार लाभार्थी उत्तराखंड के श्रमिक उद्देश्य आधिकारिक वेबसाइट साल 2022 उत्तराखंड ई-श्रम कार्ड बनवाने के लिए आवश्यक पात्रता – दोस्तों, आपको उत्तराखंड ई-श्रम कार्ड बनवाने के लिए कुछ आवश्यक पात्रता पूरी करनी होगी। इसके बगैर आप यह कार्ड नहीं बनवा सकेंगे। यह योग्यताएं इस प्रकार से हैं- • आवेदक उत्तराखंड का स्थाई निवासी हो। • आवेदक आवश्यक रूप से श्रमिक हो। • आवेदक की उम्र 18 वर्ष से अधिक एवं 60 वर्ष से कम हो। • आवेदक के पास उसका आधार कार्ड होना आवश्यक हैं। • आवेदक का मोबाइल नंबर उसके आधार कार्ड से लिंक हो। • आवेदक श्रमिक ने साल में ...

स्टेट काउंसिल फॉर एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग(SCERT), उत्तराखंड

S.C.E.R.T. Uttarakhand was established on 17Jan, 2002 through GO no.10-/Madhyamic 2002 to provide support to school education system through educational research and trainings. RTE act 2009 has mandated SCERT as the academic authority of the state. SCERT Uttarakhand believes that every child can learn and will realize its optimum potential if a favorable environment is provided.

भूलेख उत्तराखंड: खसरा खतौनी,भू नक्शा/भू अभिलेख, जमाबंदी नकल देवभूमि

खतौनी| खसरा खतौनी उत्तराखंड| देवभूमि उत्तराखंड खतौनी| खाता खतौनी उत्तराखंड| भू नक्शा उत्तराखंड| उत्तराखंड भू अभिलेख| देवभूमि उत्तराखंड खाता खतौनी| khasra map uttarakhand| उत्तराखंड के प्यारे वासियों अबआपके लिए पोर्टल योजना को निकाला गया है ताकि उत्तर प्रदेश के लोग अपनी भूमिका रिकॉर्ड घर बैठे ऑनलाइन देख सकते हैं इस पोर्टल योजना का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश के लोगों को उनकी भूमि के बारे में जानकारी देना है आमतौर पर यह रिकॉर्ड राज्य सरकार के राजस्व भूमि सुधार विभाग भूमि संसाधन विभाग के पास सुरक्षित होते थे| लेकिन इस योजना के तहत लोग अपनी जमाबंदी ऑनलाइन देख सकते हैं जैसे कि अपनी भूमि या खेत की जमाबंदी की नकल खसरा नंबर का नक्शा अभी अब आपको इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन देख सकते हैं|भूलेख का सही अर्थ है भूमि से संबंधित लिखित रूप में जानकारी| भूलेख की अलग-अलग जगह में कई नामों से बात होती है |जैसे की जमाबंदी , भूमि अभिलेख , भूमि का ब्यौरा,खेत के कागजात खेत का नक्शा ,खाता ,इत्यादि नामों से पुकारते हैं| भूलेख का सारा ब्यौरा आपको पटवारी के पास मिल सकता है| Contents • • • • • • • • भूलेख का सही मायने में अर्थ होता है जमीन का पूरा विवरण इसके द्वारा आप जमीन पर मालिकाना हक जता सकते हैं |क्योंकि इसमें आपकी जमीन का सारा विवरण दिया होता है |जमीन के कागजात के द्वारा आप आसानी से किसी भी बैंक से से लोन ले सकते हैं| तथा फसल बीमा ले सकते हैं |जमीन का बंटवारा करने के लिए भूलेख , यानी की जमीन का कागजात बहुत काम आता है|उत्तराखंड खसरा खतौनी भूमि भू अभिलेख नकल इस योजना के तहत अब आप अपना खाता ऑनलाइन देख सकते हैं ताकि लोग अपना खाता वेबसाइट पर खोलें और खसरा नंबर डाल कर अपनी भूलेख नक्शा का देख सकते हैं इ...

स्थानीय निकाय मतदाता पोर्टल

Right from the Vedic Ages to modern times there have been the references to Panchayats and they have played a vital role in the local Self-Governing institutions. Mahatma Gandhi's dream that every village should be a republic having powers of self-governance has been adopted in Article 40 of the Constitution of India as a Directive Principle of State Policy. It provides that "State shall take steps to organize Village Panchayats and endow them with such powers and authority as may be necessary to enable them to function as units of self government."

स्टेट काउंसिल फॉर एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग(SCERT), उत्तराखंड

S.C.E.R.T. Uttarakhand was established on 17Jan, 2002 through GO no.10-/Madhyamic 2002 to provide support to school education system through educational research and trainings. RTE act 2009 has mandated SCERT as the academic authority of the state. SCERT Uttarakhand believes that every child can learn and will realize its optimum potential if a favorable environment is provided.

मानव सम्पदा पोर्टल: ehrms.nic.in Login, Registration, डाउनलोड?

राज्य एवं केंद्र सरकार के द्वारा भारत को डिजिटल बनाने के लिए डिजिटलीकरण की प्रक्रिया को काफी तेजी से अपनाई जा रही है ऐसे में सरकार हर प्रकार की सेवाओं को ऑनलाइन किया जा रहा है और ऐसा करने के लिए राज्य सरकार के द्वारा Manav Sampada Portal की शुरुआत की गई है । ऐसे में आज के इस आर्टिकल के माध्यम से मैं आपको मानव संपदा पोर्टल क्या है?, इसके उद्देश्य, विशेषता, आवेदन करने की प्रक्रिया, आवेदन की स्थिति जांचने की प्रक्रिया इत्यादि की जानकारी पूरे विस्तार में दूंगा । तो यदि आप भी Manav Sampada Portal के बारे में जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें । Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • eHRMS Manav Sampada Uttar Pradesh -मानव संपदा यूपी Manav Sampada Uttar Pradesh के तहत उत्तर प्रदेश के मूल शिक्षा परिषद के द्वारा यह अधिसूचना पारित की गई है कि अब शिक्षक तथा गैर शिक्षक कर्मचारियों को यदि छुट्टी प्राप्त करनी है तो उन्हें इसके लिए ऑनलाइन आवेदन देना होगा इसी बात को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने मानव संपदा पोर्टल की शुरूआत की है । Manav Sampada Portal Uttar Pradesh सरकार के द्वारा एमएचआरडी के मदद से शुरू किया गया है जिस पर सभी शिक्षक तथा गैर शिक्षक कर्मचारी छुट्टी प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन आवेदन दे सकते हैं । यदि कोई भी शिक्षक छुट्टी प्राप्त करना चाहता है तो ऐसा करने के लिए उसे मानव संपदा यूपी की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी होगी और अवकाश प्रबंध सर्विस बुक के रखरखाव आदि जैसी सुविधा के अंतर्गत अपना पंजीकरण करना होगा । मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षक या गैर शिक्षक कर्मचारी छुट्टी लेने के लिए कैसे आवेदन दे सकते...

भूलेख उत्तराखंड: खसरा खतौनी,भू नक्शा/भू अभिलेख, जमाबंदी नकल देवभूमि

खतौनी| खसरा खतौनी उत्तराखंड| देवभूमि उत्तराखंड खतौनी| खाता खतौनी उत्तराखंड| भू नक्शा उत्तराखंड| उत्तराखंड भू अभिलेख| देवभूमि उत्तराखंड खाता खतौनी| khasra map uttarakhand| उत्तराखंड के प्यारे वासियों अबआपके लिए पोर्टल योजना को निकाला गया है ताकि उत्तर प्रदेश के लोग अपनी भूमिका रिकॉर्ड घर बैठे ऑनलाइन देख सकते हैं इस पोर्टल योजना का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश के लोगों को उनकी भूमि के बारे में जानकारी देना है आमतौर पर यह रिकॉर्ड राज्य सरकार के राजस्व भूमि सुधार विभाग भूमि संसाधन विभाग के पास सुरक्षित होते थे| लेकिन इस योजना के तहत लोग अपनी जमाबंदी ऑनलाइन देख सकते हैं जैसे कि अपनी भूमि या खेत की जमाबंदी की नकल खसरा नंबर का नक्शा अभी अब आपको इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन देख सकते हैं|भूलेख का सही अर्थ है भूमि से संबंधित लिखित रूप में जानकारी| भूलेख की अलग-अलग जगह में कई नामों से बात होती है |जैसे की जमाबंदी , भूमि अभिलेख , भूमि का ब्यौरा,खेत के कागजात खेत का नक्शा ,खाता ,इत्यादि नामों से पुकारते हैं| भूलेख का सारा ब्यौरा आपको पटवारी के पास मिल सकता है| Contents • • • • • • • • भूलेख का सही मायने में अर्थ होता है जमीन का पूरा विवरण इसके द्वारा आप जमीन पर मालिकाना हक जता सकते हैं |क्योंकि इसमें आपकी जमीन का सारा विवरण दिया होता है |जमीन के कागजात के द्वारा आप आसानी से किसी भी बैंक से से लोन ले सकते हैं| तथा फसल बीमा ले सकते हैं |जमीन का बंटवारा करने के लिए भूलेख , यानी की जमीन का कागजात बहुत काम आता है|उत्तराखंड खसरा खतौनी भूमि भू अभिलेख नकल इस योजना के तहत अब आप अपना खाता ऑनलाइन देख सकते हैं ताकि लोग अपना खाता वेबसाइट पर खोलें और खसरा नंबर डाल कर अपनी भूलेख नक्शा का देख सकते हैं इ...