एनसीईआरटी के अध्यक्ष

  1. राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद
  2. नसरत (NCERT) के वर्तमान अध्यक्ष कौन है?
  3. Suggestions for improvement of NCERT books submitted to the chairman o
  4. नसरत (NCERT) के वर्तमान अध्यक्ष कौन है?
  5. राज्य और केंद्रीय बोर्डों में ई


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राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद

निदेशक डॉ. दिनेश प्रसाद सकलानी जालस्थल राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी, National Council of Educational Research and Training) कई अन्य शैक्षणिक संस्थान एनसीईआरटी के सहयोगी के तौर पर कार्यरत हैं • • • • • • • • इनके अलावा महिला शिक्षा विभाग (दि डिपार्टमेंट ऑफ वुमेन स्टडीज), जो महिला शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत है। इस दिशा में यह संस्था नीतिगत बदलाव और सलाह का आदान-प्रदान करती है। यह विभाग भी केंद्र और राज्यों के साथ मिलकर महिला शिक्षा के क्षेत्र में गत दो दशक से कार्य कर रही है। इनके अलावा, कई गैर सरकारी संस्थान भी एनसीईआरटी के साथ मिलकर शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत हैं। यह गैर सरकारी संगठन देश के सुदूर भागों में कार्यरत हैं और शिक्षा के क्षेत्र में कई काम कर चुके हैं और कर रहे हैं। एनसीईआरटी के वर्तमान निदेशक शिक्षाविद् प्रोफेसर हृषीकेश सेनापति हैं। वे सन्दर्भ

नसरत (NCERT) के वर्तमान अध्यक्ष कौन है?

(A) प्रो. श्रीमती सरोज यादव (B) प्रो. जयश्री शर्मा (C) डॉ. ऋषिकेश सेनापति (D) प्रकाश जावड़ेकर Correct Answer : डॉ. ऋषिकेश सेनापति (Dr. Hrushikesh Senapaty) Explanation : नसरत यानि राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के वर्तमान अध्यक्ष डॉ. ऋषिकेश सेनापति (Dr. Hrushikesh Senapaty) है। जिन्होंने 17 नवंबर 2015 को अपना पदभार संभाला था। सेनापति इससे पहले भोपाल स्थित क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान (आरआईई) के प्राचार्य के तौर पर काम कर रहे थे। भुवनेश्वर के बीजेबी कॉलेज और देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र ऋषिकेश एक सहायक प्रोफेसर के तौर पर 1997 में आरआईई, भोपाल से जुड़े थे। आरआईई एनसीईआरटी की घटक इकाई है। इसके बाद उन्होंने भुवनेश्वर के आरआईई में प्रोफेसर के तौर पर काम किया। वर्ष 2012 में वह भोपाल के आरआईई के प्राचार्य बने। वह आईसीटीई से संबंधित यूनेस्को के विशेषज्ञ भी हैं। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की स्थापना 1 सितंबर, 1961 में हुई थी। यह भारत सरकार द्वारा स्थापित एक संस्थान है जो विद्यालयी शिक्षा से जुड़े मामलों पर केन्द्रीय सरकार एवं प्रान्तीय सरकारों को सलाह देने के उद्देश्य से स्थापित की गयी है। यह परिषद भारत में स्कूली शिक्षा संबंधी सभी नीतियों पर कार्य करती है। इसका मुख्य कार्य शिक्षा एवं समाज कल्याण मंत्रालय को विशेष कर स्कूली शिक्षा के संबंध में सलाह देने और नीति-निर्धारण में मदद करने का है। Useful Quotations for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams नवीनतम करेंट अफेयर्स व जीके 2020 के लिए GKPU फ़ेसबुक पेज को Like करें Web Title : Ncert Ke Vartman Adhyaksh Kaun Hai Tags : करेंट अफेयर्स प्रश्नोत्त...

Suggestions for improvement of NCERT books submitted to the chairman o

एबीआरएसएम (ABRSM) के प्रतिनिधि मंडल ने एनसीईआरटी (NCERT) की पुस्तकों में सुधार के सुझाव समिति के अध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे को ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में एनसीईआरटी की पुस्तकों के कंटेंट और डिजाइन में सुधार को लेकर अनेक सुझाव दिए हैं। महासंघ का मत है कि पुस्तक लेखन में प्रमाणिक तथ्य मार्गदर्शक होने चाहिए ना कि कोई विचारधारा। पुस्तकों में वामपंथी और कांग्रेसी लेखकों ने तथ्यों का विरूपण किया गया और भारतीय नायकों पर कटाक्ष किए गए हैं। उनके योगदान को सीमित एवं चयनित रूप से दर्शाया गया है। देश के गौरवशाली समुद्री अतीत की अनदेखी की गई है। भारतीय इतिहास की गलत व्याख्या कर इसका हिंदू मुस्लिम और ब्रिटिश रूप में विभाजन किया गया है। इतिहास को इस तरह से विभाजित करना भी डिवाइड एंड रूल का एक तरीका रहा है हमारा विद्यार्थी यह समझते हुए बड़ा होता है कि ज्ञान विज्ञान के क्षेत्र में जो कुछ भी अच्छा हुआ है वह सभी पश्चिम की देन है जबकि ऐसा नहीं है भारत की सभ्यता एवं संस्कृति बहुत समृद्ध एवं विशाल है। पुस्तकों में प्राचीन हिंदू ग्रंथों को महिलाओं की स्वतंत्रता के घोर विरोधी के रूप में चित्रित करने का प्रयास किया गया है जबकि यह पूर्ण रूप से गलत है। संस्कृत भाषा को आक्रमणकारियों की भाषा के रूप में स्थापित करने का प्रयत्न किया गया है। यह इतिहास को मनमाने ढंग से व्याख्या करने का प्रयत्न है। महासंघ का मत है कि पुस्तकों में सुधार करते हुए विद्यालय पाठ्यक्रम को इस प्रकार बनाया जाना चाहिए कि भारतीय सभ्यता और संस्कृति के विकास की एक जागरुक समाज विद्यार्थी में विकसित होते हुए उनके भीतर भारतीय होने के नाते गर्व की भावना पैदा हो सके। राष्ट्र की एकता और अखंडता को मजबूत करने के लिए देश के विभिन्न जातीय समूहो...

नसरत (NCERT) के वर्तमान अध्यक्ष कौन है?

Explanation : नसरत यानि राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के वर्तमान अध्यक्ष दिनेश प्रसाद सकलानी है। जिन्होंने 17 नवंबर 2015 को अपना पदभार संभाला था। हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय उत्तराखंड में इतिहास विभाग में प्रोफेसर रहे दिनेश प्रसाद सकलानी राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् (NCERT) के नए निदेशक फरवरी 2022 में नियुक्त किए गए। इस पद पर उनका कार्यकाल पांच वर्ष तक या 65 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक (इनमें से जो भी पहले हो) होगा। एनसीईआरटी के निदेशक पद पर ऋषिकेश सेनापति, जिनका कार्यकाल नवंबर 2020 में पूरा हुआ था, का स्थान प्रो. सकलानी ने लिया है। प्रो. सेनापति के सेवानिवृत्ति के पश्चात् श्रीधर श्रीवास्तव ने कार्यवाहक निदेशक के रूप में यह कार्यभार संभाला हुआ था। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की स्थापना 1 सितंबर, 1961 में हुई थी। यह भारत सरकार द्वारा स्थापित एक संस्थान है जो विद्यालयी शिक्षा से जुड़े मामलों पर केन्द्रीय सरकार एवं प्रान्तीय सरकारों को सलाह देने के उद्देश्य से स्थापित की गयी है। यह परिषद भारत में स्कूली शिक्षा संबंधी सभी नीतियों पर कार्य करती है। इसका मुख्य कार्य शिक्षा एवं समाज कल्याण मंत्रालय को विशेष कर स्कूली शिक्षा के संबंध में सलाह देने और नीति-निर्धारण में मदद करने का है। Tags : NCTE के अध्यक्ष से मै निवेदन करती हूं कि , बिहार डी.एल. एड. 2022-24 के एडमिशन में करेंट इंटर पास हुए छात्रों को भी शामिल किया जाए। अन्यथा क्या ये छात्र बैठकर अगले साल का इंतजार करेंगे ??.... या फिर स्नातक में एडमिशन लेने के एक साल बाद उसे रद्द करा के डी. एल. एड में एडमिशन लेने आएंगे ??...... जब इंटर पास हुए छात्र ...

राज्य और केंद्रीय बोर्डों में ई

नई दिल्ली: ई-लर्निंग के साथ- चाहे वह 200+ सरकार द्वारा संचालित टीवी चैनलों, मोबाइल फोन या रेडियो नेटवर्क के माध्यम से हो- छात्रों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. केंद्र सरकार राज्य और केंद्रीय बोर्डों में एक मानकीकृत ऑनलाइन पाठ्यक्रम बनाने पर काम कर रही है. दिप्रिंट को यह जानकारी मिली है. इसके लिए, स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय ने इस जनवरी में 21 सदस्यीय सलाहकार समिति का गठन किया. सरकारी संगठनों- राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) और राष्ट्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी फोरम (एनईटीएफ) के नेतृत्व में समिति में विषय विशेषज्ञ शामिल हैं. अन्य प्रतिभागियों में उच्च शिक्षा संस्थान शामिल हैं, जैसे कि गुजरात स्थित गणपत विश्वविद्यालय, एडसिल इंडिया लिमिटेड, एक सार्वजनिक क्षेत्र की शिक्षा परामर्शदाता, एकस्टेप फाउंडेशन, छात्रों को सीखने के अवसर प्रदान करने वाला एक परोपकारी संगठन और अमृता विश्व विद्यापीठम. दिप्रिंट को पता चला है कि समिति ने अब तक तीन दौर की चर्चा की है. एनसीईआरटी, जो स्कूली शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए नीतियों और कार्यक्रमों पर केंद्र और राज्य दोनों सरकारों को सहायता और सलाह देती है, सामग्री तैयार करेगी. शैक्षिक संस्थानों में प्रवेश, परिनियोजन और प्रौद्योगिकी के उपयोग पर निर्णय लेने की सुविधा के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप एनईटीएफ एक ढांचा तैयार करेगा जिसके आधार पर गुणवत्ता सामग्री को फिल्टर और चुना जाएगा. अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग,...