स्वामी विवेकानंद जयंती फोटो

  1. ध्यासपर्व पुस्तकाचे प्रकाशन विवेकानंद कॉलेजमध्ये
  2. Swami Vivekananda Jayanti Wishes 2022: स्वामी विवेकानंद जयंती शुभेच्छा मराठी संदेश,Messages, Quotes सोशल मीडीयात शेअर करत साजरा करा युवक दिन!
  3. swami vivekananda jayanti national youth day 2023 quotes messages speech
  4. Swami Vivekananda Birth Anniversary
  5. Swami Vivekananda Jayanti 2020 Quotes, Images, Messages: स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर देखिए उनके प्रेरणादायक सुविचार, अपनों से भी करें शेयर
  6. Swami Vivekananda Jayanti 2022: आज भी प्रेरणादायक हैं स्वामी विवेकानंद के ये 9 अनमोल विचार
  7. National Youth Day 2023 History Significance Yuwa Diwas Swami Vivekanand Jayanti


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ध्यासपर्व पुस्तकाचे प्रकाशन विवेकानंद कॉलेजमध्ये

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Swami Vivekananda Jayanti Wishes 2022: स्वामी विवेकानंद जयंती शुभेच्छा मराठी संदेश,Messages, Quotes सोशल मीडीयात शेअर करत साजरा करा युवक दिन!

रामकृष्ण परमहंस यांचे शिष्य आणि हिंदू विचारवंत स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) यांचा जन्मदिवस 'राष्ट्रीय युवक दिन' (National Youth Day) म्हणून साजरा केला जातो. स्वामी विवेकानंद यांचं मूळ नाव नरेंद्रनाथ दत्त (Narendranath Datta) होते. रामकृष्णांचा संदेश जनसामान्यांपर्यंत पोहचवण्यासाठी त्यांनी रामकृष्ण मिशनची स्थापना केली. आज त्यांच्या जन्मदिनाचं औचित्य साधत स्वामी विवेकानंद जयंतीच्या शुभेच्छा सोशल मीडीयामध्ये WhatsApp Status, Wishes, Messages, Quotes द्वारा शेअर करत या दिवसानिमित्त युवकांना सकात्मकता आणि प्रेरणा द्यायला विसरू नका. दरम्यान स्वामी विवेकानंद यांच्या जन्म 12 जानेवारी 1863 दिवशी झाला आहे. ते मूळचे पश्चिम बंगालचे होते. तर्कशास्त्र, पाश्चात्त्य तत्त्वज्ञान, आणि युरोपचा इतिहास यांचा अभ्यास करण्यासोबतच त्यांनी 1884 मध्ये बी.ए. ची परीक्षा देखील पास केली होती. रामकृष्णांच्या संपर्कात आल्यानंतर त्यांच्यामध्ये अनेक बदल झाले. रामकृष्णांनी नरेंद्र यांना संन्यासदीक्षा देत त्यांचे नाव `स्वामी विवेकानंद’ असे केले होते. हे देखील नक्की वाचा: स्वामी विवेकानंद जयंती शुभेच्छा Swami Vivekanand Jayanti| File Images स्वामी हे हिंदू तत्त्वज्ञानाच्या 'वेदान्त' शाखेचे पुरस्कर्ते होते. आद्य शंकराचार्य यांच्या विचारांना पुढे नेण्याचे काम त्यांनी केले. आज जगात रामकृष्ण मिशनच्या अनेक शाखा आहेत. रामकृष्ण मठाची स्थापना श्री रामकृष्णांच्या महासमाधीनंतर स्वामी विवेकानंदांनी आपले एक गुरुबंधू तारकनाथ यांच्या मदतीने कोलकाता येथे केली. शुक्रवार, जुलै 4, 1902 ह्या दिवशी त्यांनी कोलकात्याजवळील बेलूर मठात समाधी घेतली. • Porn and Men Health Issues: सावधान, पोर्न पाहण्याच्या अतिरेकाचा आरोग्यावर हो...

swami vivekananda jayanti national youth day 2023 quotes messages speech

प्रो. आर एन त्रिपाठी Swami Vivekanand Jayanti/National Youth Day 2023: ‘किसी भी राष्ट्र की उन्नति का प्रथम सोपान उस राष्ट्र के व्यक्तियों की जीवन-पद्धति से होता है और उनके जीवन में जो चरित्र बल है वही राष्ट्र की प्रगति का मूलाधार होता है। राष्ट्र के उत्थान में व्यक्तियों का आत्मबल, मनोबल, शरीर बल यदि सम्यक रूप से कार्य करे तो वह राष्ट्र निश्चित रूप से सबल और समर्थ राष्ट्र बनता है। रुपया-पैसा और आर्थिक कारण उन्नति के मार्ग को उतना नहीं बढ़ाते, जितना कि उस राष्ट्र के निवासियों का चरित्र बल बढ़ाता है। गरीबी मिटाने के लिए आर्थिक विनिर्माण तो राष्ट्रहित में आवश्यक है लेकिन उसकी सफलता तब तक स्थिर नहीं होगी जब तक कि उस राष्ट्र के नागरिकों का चारित्रिक विकास न हो’। यह पावन विचार उस महान कर्मयोगी का है जिसके अवतरण दिवस को हम ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ के रूप में 1984 से मनाते चले आ रहे हैं। उस कर्मयोगी का नाम है स्वामी विवेकानंद। ‘उपदेशक नहीं कर्मयोगी बनें’ स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekanand) का मानना था कि किसी भी राष्ट्र की उन्नति उसके युवाओं से होती है और युवाओं में यदि चारित्रिक पवित्रता, धैर्य और दृढ़ता बनी रहे तो उस राष्ट्र को सफल होने से कोई भी नहीं रोक सकता है। स्वामी विवेकानंद युवाओं को प्रेरणा देते हुए कहते हैं कि आज की युवा पीढ़ी उपदेशक ना बने, कर्मयोगी बने तो स्वयं विकसित होंगे और समाज को भी विकसित करेंगे। युवाओं को आध्यात्मिकता के साथ राष्ट्र की सेवा करनी चाहिए। उनकी आध्यात्मिकता कोई देव भक्ति नहीं हो बल्कि कर्तव्यपरायणता भरा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद हो, जिससे राष्ट्र सामर्थ्यवान बनकर विश्व गुरु की पदवी फिर से हासिल करे। जहां प्रत्येक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति में ईश्वर का वास द...

Swami Vivekananda Birth Anniversary

स्वामी विवेकानंद जयंती पर इन कोट्स के साथ दें राष्ट्रीय युवा दिवस की शुभकामनाएं, इन वरिष्ट नेताओं ने भी दी बधाई स्वामी विवेकानंद युवाओं के प्रेरणास्रोत रहे हैं. इस खास अवसर पर आप अपनों को स्वामी विवेकानंद के इन विचारों को भेजकर भी इस दिन की शुभकामनाएं दे सकते हैं. वहीं इन वरिष्ट नेताओं ने भी स्वामी विवेकानंद जयंती की बधाई दी है. नई दिल्ली: भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी स्वामी विवेकानंद जयंती (Swami Vivekananda Jayanti) को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. स्वामी विवेकानंद युवाओं के प्रेरणास्रोत रहे हैं. हर साल स्वामी विवेकानंद के सम्मान में 12 जनवरी का दिन राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day) के रूप में मनाया जाता है. स्वामी विवेकानंद जी (Swami Vivekananda) का जन्म कोलकाता में 12 जनवरी सन 1863 में हुआ था. स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और विचारों से देशभर के युवाओं को प्रोत्साहन मिलता है. स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर उनके विचारों को युवाओं तक पहुंचाने का प्रयास किया जाता है, ताकि युवा वर्ग उनसे प्रेरणा ले सकें. राष्ट्रीय युवा दिवस को देशभर में बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है. इस खास अवसर पर आप अपनों को स्वामी विवेकानंद के विचारों को भेजकर भी इस दिन की शुभकामनाएं दे सकते हैं. स्वामी विवेकानंद के विचार | Thoughts Of Swami Vivekananda • 'जब तक जीना, तब तक सीखना'- अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक हैं. • दिल और दिमाग के टकराव में दिल की सुनो. • खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है. • एक नायक बनो, और सदैव कहो - 'मुझे कोई डर नहीं है'. • हम जो बोते हैं वो काटते हैं. हम स्वयं अपने भाग्य के निर्माता हैं. Listen to the • जितना बड़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी. • उठो...

Swami Vivekananda Jayanti 2020 Quotes, Images, Messages: स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर देखिए उनके प्रेरणादायक सुविचार, अपनों से भी करें शेयर

Happy Swami Vivekananda Jayanti 2020 Images, Quotes, Status, Messages: स्वामी विवेकानंद का पूर्व-मठवासी नाम नरेंद्र नाथ दत्त था। वह योगियों के स्वभाव के साथ पैदा हुए थे और बहुत कम उम्र में ध्यान करते थे। उनका जन्म एक आर्थिक रूप से संपन्न परिवार में हुआ था। उनके पिता, विश्वनाथ दत्त एक वकील थे जिन्होंने अपने करियर में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। उनकी माता का नाम भुवनेश्वरी देवी था। स्वामी विवेकानंद का जन्म स्थान कोलकाता (पहले कलकत्ता के नाम से जाना जाता था) और उनका जन्म 12 जनवरी, 1863 को हुआ था। उनका निधन 4 जुलाई, 1902 को कोलकाता में हुआ था। स्वामी विवेकानंद के पिता की मृत्यु युवा होने पर अचानक हुई। इससे उनके परिवार की आर्थिक रीढ़ टूट गई और पूरे परिवार को गरीबी में धकेल दिया गया। स्वामी विवेकानंद घर-घर जाकर नौकरी मांगते थे। जब वह नौकरी पाने में असफल रहा, तो वह धीरे-धीरे नास्तिक में बदल गया और खुले तौर पर कहेगा कि भगवान जैसी कोई चीज नहीं थी। स्वामी विवेकानंद ने अपने जीवनकाल में बहुत से बेहतरीन कोट्स बोले जो लोगों के लिए बेहद प्रेरणादायी है। इन कोट्स को जरूर शेयर करें। 2. “उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाये।” स्वामी विवेकानंद जयंती 3. “भय ही पतन और पाप का मुख्य कारण है।” स्वामी विवेकानंद जयंती 4. “खुद को कमजोर समझना ही सबसे बड़ा पाप है।” स्वामी विवेकानंद जयंती 5. ” बाहरी स्वभाव केवल अंदरूनी स्वभाव का बड़ा रूप हैं।” स्वामी विवेकानंद जयंती 6. “विश्व एक विशाल व्यायामशाला है जहाँ हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते हैं।” स्वामी विवेकानंद जयंती • मुखपृष्ठ • चुनाव 2023 • भारत न्यूज़ • ब्रेकिंग न्यूज़ • वीडियो • अंतरराष्ट्रीय • व्यापार • बजट • खेल • क्रिकेट • फ़ुट...

Swami Vivekananda Jayanti 2022: आज भी प्रेरणादायक हैं स्वामी विवेकानंद के ये 9 अनमोल विचार

Swami Vivekananda Jayanti 2022: स्वामी विवेकानंद की जयंती आज पूरे देश में मनाई जा रही है. स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ था. 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day) के रूप में मनाते हैं. स्वामी विवेकानंद को आध्यात्मिक गुरु का दर्जा प्राप्त है. गुरु रामकृष्ण परमहंस ने उनका नाम स्वामी विवेकानंद रखा था. वे परमहंस जी से काफी प्रभावित थे. स्वामी विवेकानंद ने संसार को आध्यात्म का पाठ पठाया है, जो आज भी हमारा मार्गदर्शन करता है. उन्होंने अपने अनमोल विचारों से युवाओं को बेहतर भविष्य बनाने के लिए प्रेरित करते रहे हैं. आज भी उनके विचारों को लोग आत्मसात करके सफलता की नई कहानियां ​लिख रहे हैं. आज स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर जानते हैं उनके 09 अनमोल विचारों के बारे में. स्वामी विवेकानंद के प्रेरक विचार 1. स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि संभव की सीमा जानने का एक मात्र तरीका यह है, आप असंभव से भी आगे निकल जाएं. 2. विवेकानंद ने लोगों को अपने विचारों में शुद्धता लाने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि यह न भूलो कि बुरे विचार और बुरे काम व्यक्ति को पतन की ओर ले जाते हैं, जबकि अच्छे विचार और अच्छे कर्म लाखों देवदूतों के समान अनंतकाल तक आपकी रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं. यह भी पढ़ें: 3. स्वामी विवेकानंद ने विश्वास को बड़ा ही महत्व दिया है. उन्होंने कहा ​है कि आप जब तक स्वयं पर विश्वास नहीं करते हैं, तब तब आप ईश्वर पर भी विश्वास नहीं कर सकते हैं. 4. विवेकानंद के सबसे प्रेरक विचारों में से एक विचार यह है कि उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक लक्ष्य प्राप्त न कर लो. 5. स्वामी विवेकानंद ने इस बात पर बल दिया है कि व्यक्ति को कमजोर नहीं होना चाहिए. वे कहते है...

National Youth Day 2023 History Significance Yuwa Diwas Swami Vivekanand Jayanti

Swami Vivekananda Jayanti , National Youth Day 2023: हिंदू धर्म प्रवर्तक, वेदों के ज्ञाता,आध्यात्मिकता से परिपूर्ण स्वामी विवेकानंद ने अपने महान व अनमोल विचारों और आध्यात्मिक ज्ञान से समस्त मानव और खासकर युवाओं को नई राय दिखाई है. यही कारण है कि उन्हें युवाओं का प्रेरणास्त्रोत कहा जाता है और प्रत्येक वर्ष विवेकानंद जी की जयंती यानी 12 जनवरी के दिन को 'राष्ट्रीय युवा दिवस' के रूप में मनाया जाता है. स्वामी विवेकानंद को ऐसे महान पथ प्रदर्शक के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने भारत की सभ्यता, धर्म और संस्कृति को पूरे विश्व से रूबरू कराया. आज भी उनके महान विचार और मूल मंत्र युवाओं को देश औऱ समाज की स्थिति सुधारने और बदलाव लाने के लिए प्रेरित करते हैं. स्वामी विवेकानंद की जयंती पर जानते हैं उनके संपूर्ण जीवन दर्शन और आधारभूत सिद्धांतों के बारे में. स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय स्वामी विवेकानंद का जन्म 1863 में कलकत्ता शहर में हुआ था. कहा जाता है कि उनके बचपन का और पहला नाम नरेंद्र नाथ दत्त था. वे बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि और प्रतिभाशाली थे. कम उम्र में ही उनकी रुचि आध्यात्म की ओर हुई. वे 25 साल की उम्र में संयासी बन गए और गेरुआ वस्त्र धारण कर लिया. विवेकानंद जब ईश्वर की खोज में थे, तब उनकी मुलाकात भारत के महान संत, आध्यात्मिक गुरु और विचारक स्वामी रामकृष्ण परमहंस से हुई. वे रामकृष्ण परमहंस के सबसे सुयोग्य शिष्य थे. उन्होंने पूर्ण समर्पण भाव से अपने गुरु की सेवा की और उनके कर्म पथपर चलते हुए प्रसिद्ध भी हुए. 1886 में जब रामकृष्ण परमहंस का निधन हो गया तब विवेकानंद ने अपने गुरु की स्मृति में 1889 में रामकृष्ण मिशन स्थापित की और उनके द्वारा दिए गए वेदांत के उद्देश्यों का आजीवन प्रच...