एस्ट्रोजन बढ़ाने वाले फूड

  1. इनफर्टिलिटी बढ़ाने वाले फूड के बारे में जानते हैं आप?
  2. प्रेगनेंसी में एस्ट्रोजन हार्मोन की अधिकता बच्चे में आटिज्म का कारण बन सकती है
  3. महिलाओं में भोजन द्वारा एस्ट्रोजन का स्तर कैसे बढ़ाएं? – ElegantAnswer.com
  4. Female Sex Hormone
  5. शुक्राणु बढ़ाने वाला आहार और स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए खाएं
  6. एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ाने के लिए खाएं ये फूड्स
  7. टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने के लिए क्या खाएं
  8. इनफर्टिलिटी बढ़ाने वाले फूड के बारे में जानते हैं आप?
  9. शुक्राणु बढ़ाने वाला आहार और स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए खाएं
  10. प्रेगनेंसी में एस्ट्रोजन हार्मोन की अधिकता बच्चे में आटिज्म का कारण बन सकती है


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इनफर्टिलिटी बढ़ाने वाले फूड के बारे में जानते हैं आप?

खानपान हो या फिर वातावरण, इनफर्टिलिटी को बढ़ाने के लिए ये दोनों ही फैक्टर जिम्मेदार हो सकते हैं। खराब खानपान इनफर्टिलिटी (Infertility) को बढ़ावा देता है। कंसीव करने के लिए पीरियड्स साइकिल (Periods cycle) के साथ ही अपने खानपान पर भी गौर करने की जरूरत है। इनफर्टिलिटी बढ़ाने वाले फूड (Food causes Infertility) को अवॉयड करने के बाद कंसीव करने के चांसेज बढ़ जाते हैं। कुछ फूड ऐसे भी हैं जिनको संतुलित मात्रा में लेने से फर्टिलिटी पर फर्क नहीं पड़ता है, लेकिन अधिक मात्रा में लेने से इनफर्टिलिटी को बढ़ाने का काम कर सकते हैं। इनफर्टिलिटी बढ़ाने वाले फूड (Food causes Infertility): मरकरी युक्त सीफूड्स मरकरी शरीर में पहुंचने पर नर्वस सिस्टम को डैमेज कर देती है। मरकरी रिच सीफूड्स जैसे कि स्वोर्डफिश और टूना मरकरी होने वाले बच्चे को नुकसान पहुंचाने के साथ ही इनफर्टिलिटी को भी बढ़ाने का काम करती है। कुछ सीफूड्स को इनफर्टिलिटी बढ़ाने वाले फूड में गिना जाता है। इनसे दूरी बनाकर रखना बेहतर होगा। अधिक मात्रा में कैफीन का सेवन (Caffeine intake) घबराने की जरूरत नहीं है। आप सुबह एक कप चाय या कॉफी तो ले ही सकते हैं। आप जो भी चाय या फिर कॉफी ले रहे हैं, उसमे कैफीन की मात्रा आपको पता होनी चाहिए। एक दिन में 200 मिलीग्राम और पढे़ं : फर्टिलिटी के लिए हानिकारक फूड: फूड्स जिनमें होता है ट्रांस फैट (Trans fat) आपको कुछ खास तरह के फूड पसंद हैं, और आप उन्हें बहुत चाव से खाना पसंद करते हैं तो सावधान हो जाए, क्योंकि ट्रांस फैट वाले फूड इनफर्टिलिटी को बढ़ाने का काम करते हैं। कुछ फूड जैसे चिप्स, माइक्रोवेव पॉपकॉर्न, बेक्ड आइटम्स, फ्राइड फूड्स आदि इंफ्लामेशन बढ़ाने के साथ ही इंसुलिन रजिस्टेंस को भी बढ़ा देते हैं। ...

प्रेगनेंसी में एस्ट्रोजन हार्मोन की अधिकता बच्चे में आटिज्म का कारण बन सकती है

प्रेगनेंसी के समय एस्ट्रोजन लेवल कम ज्यादा हो सकता है. इसका असर बच्चे की सेहत पर भी पड़ता है. प्रेगनेंसी में महिला के शरीर में एस्ट्रोजन का लेवन कम ज्यादा होता रहता है. वैसे तो एस्ट्रोजन हार्मोन शिशु के विकास के लिए जरूरी है, लेकिन जब इसकी मात्रा अधिक हो जाती है तो यह मानसिक सेहत पर नकारात्मक असर डालता है. Written by |Updated : July 30, 2019 2:33 PM IST • • • • • इस शोध के अनुसार एस्ट्रोजन हार्मोन की अधिकता का असर होने वाले बच्चे पर सामान रूप से भी नहीं पड़ता है. अगर होने वाले बच्चे पर इसका असर भिन्न होता है. लड़की की तुलना में आटिज्म के शिकार होने का डर लड़को में तीन गुना ज्यादा होता है. Estrogen hormone during pregnancy. वैसे तो प्रेगनेंसी के समय एस्ट्रोजन हार्मोन की अधिकता जरूरी होती है. क्योंकि एस्ट्रोजन बच्चे के विकास के लिए जरूरी हार्मोन होता है. लेकिन यह जरूरत से ज्यादा होने पर होने वाले बच्चे के मानसिक सेहत पर बुरा प्रभाव डालता है. Estrogen hormone during pregnancy. Also Read • • एस्ट्रोजन हार्मोन के कार्य महिलाओं के लिए एस्ट्रोजन हार्मोन को सेक्स हार्मोन के नाम से जाना जाता है. लेकिन इसके अलावा भी कई काम इसके होते है. जैसे महिलाओं के स्किन और बालों की चमक को बनाए रखने में भूमिका. गर्भधारण करने में सहायता और गर्भावस्था में शिशु के विकास में भूमिका इत्यादि. प्रेगनेंसी में एस्ट्रोजन हार्मोन न बढ़े इसके लिए क्या करें ? जैसा कि इस नये शोध में पाया गया है कि यदि प्रेगनेंसी के समय एस्ट्रोजन हार्मोन में वृद्धि होती है, तो वह शिशु के मानसिक विकास पर असर डालता है, तो इसके स्तर को नियमित करने की जरूरत है. गर्भावस्था में ऐसे फूड का सेवन करने से बचना चाहिए जो शरीर में एस्ट्रोज...

महिलाओं में भोजन द्वारा एस्ट्रोजन का स्तर कैसे बढ़ाएं? – ElegantAnswer.com

महिलाओं में भोजन द्वारा एस्ट्रोजन का स्तर कैसे बढ़ाएं? एस्ट्रोजन हॉर्मोन की कमी होने पर महिलाएं अपनाएं ये 9 घरेलू उपाय • अलसी के बीज बढाए एस्ट्रोजन हॉर्मोन • एवोकाडो से बढ़ेगा एस्ट्रोजन हॉर्मोन • तिल के बीजों से एस्ट्रोजन हॉर्मोन में वृद्धि • ड्राय फ्रूट्स से बढ़ाएं एस्ट्रोजन लेवल • एस्ट्रोजन हॉर्मोन बढ़ाने में मददगार सोया प्रोडक्ट्स • दाल से बढ़ाएं एस्ट्रोजन लेवल गर्भ निरोधक दवा खाने से क्या होता है? इसे सुनेंरोकेंइन दवाओं से कुछ महिलाओं में लिबिडो में कमी आ सकती है. उनमें सेक्स के प्रति रूचि कम हो जाती है, क्योंकि ये दवाइयां टेस्टोस्टेरॉन के स्तर को कम कर देती हैं. हालांकि, ये गर्भनिरोधक सभी महिलाओं में टेस्टोस्टेरॉन का स्तर कम करते हैं, लेकिन कुछ में ही कामेच्छा में कमी लाते हैं. • सोया एक कप सोया 24 मिलीग्राम आइसोफ्लेवोंस होते हैं जो ब्रेस्‍ट की ग्रोथ में मदद कर सकते हैं। • टोफू टोफू में प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है। • तिल • फ्लैक्‍स सीड्स • लहसुन • ब्‍लैक बीन्‍स • अखरोट एस्ट्रोजन लेवल कैसे बढ़ाए? एस्ट्रोजन हार्मोन कैसे बढ़ाये? एस्ट्रोजन को हिंदी में क्या कहते हैं? इसे सुनेंरोकेंएस्ट्रोजन, हार्मोन होते हैं जो मुख्य रूप से महिलाओं में प्रजनन और यौन विकास के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। इन्हें महिला सेक्स हार्मोन भी कहा जाता है। “एस्ट्रोजन” शब्द इस समूह के सभी रासायनिक रूप से समान हार्मोनों का संचालन करता है जैसे एस्ट्रोन (Estrone), एस्ट्रिऑल (Estriol) और एस्ट्राडियोल (Estradiol) हैं। एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी से क्या होता है? इसे सुनेंरोकेंथकान, बेचैनी, मोटापा, पीसीओडी, एस्ट्रोजन की कमी से उनमें इम्युनिटी को लेकर भी समस्याएं आ रही हैं। एस्ट्रोजन के असंतुलन से महिलाओं में ...

Female Sex Hormone

हार्मोन एंडोक्राइन सिस्टम में ग्रंथियों द्वारा उत्पादित केमिकल्‍स होते हैं। हार्मोन ब्‍लड स्‍ट्रीम के माध्यम से टिशू और अंगों तक जाते हैं, संदेश देते हैं जो अंगों को बताते हैं कि क्या करना है और कब करना है। अधिकांश प्रमुख शारीरिक प्रक्रियाओं को विनियमित करने के लिए हार्मोन आवश्यक हैं, इसलिए एक हार्मोनल असंतुलन कई शारीरिक कार्यों को प्रभावित कर सकता है। जी हां, यह सर्वविदित है कि मानसिक और शारीरिक रूप से हम कैसा महसूस करते हैं, इस पर हमारे हार्मोन का बड़ा प्रभाव पड़ता है। आपके शरीर के कार्य करने के तरीके में कई तरह के हार्मोन प्रमुख भूमिका निभाते हैं और आपके स्वास्थ्य को कई तरह से प्रभावित कर सकते हैं। लेकिन आज हम आपको एस्‍ट्रोजन हार्मोन के बारे में बता रहे हैं। जिसे सेक्‍स हार्मोन के नाम से भी जाना जाता है। साथ ही हम आपको बताएंगे कि एक महिला के शरीर को यह कैसे प्रभावित करता है। इसके बारे में हमें एंडोक्रिनोलॉजी, एसोसिएट सलाहकार, डॉ छवि अग्रवाल जी बता रही हैं। एस्ट्रोजन हार्मोन का एक ग्रुप है जो महिलाओं में सामान्य सेक्‍सुअल और रिप्रोडक्टिव विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। महिलाओं की ओवरीज सबसे अधिक एस्ट्रोजन हार्मोन बनाते हैं, हालांकि एड्रेनल ग्लैंड्स और फैट सेल्‍स भी कम मात्रा में हार्मोन बनाती हैं। एस्ट्रोजन प्रमुख महिला सेक्स हार्मोन में से एक है, लेकिन पुरुषों में भी एस्ट्रोजन होता है। पीरियड्स को रेगुलेट करने के अलावा, एस्ट्रोजन रिप्रोडक्टिव ट्रेक्‍ट, यूरिनरी ट्रेक्‍ट, हार्ट और ब्‍लड वेसल्‍स, हड्डियों, ब्रेस्‍ट, त्वचा, बाल, म्‍यूकस मेम्‍ब्रेन, पेल्विक मसल्‍स और ब्रेन को प्रभावित करता है। जब एस्ट्रोजन का लेवल बढ़ता है तब माध्यमिक यौन लक्षण, जैसे कि प्यूबिक और बगल...

शुक्राणु बढ़ाने वाला आहार और स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए खाएं

शुक्राणु की कुल संख्या या कुल शुक्राणु, वीर्य या स्पर्म के एक सैम्पल में मौजूद कुल शुक्राणुओं की संख्या को दर्शाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, प्रति मि.ली. वीर्य में 1.5 करोड़ शुक्राणु होना चाहिए या एक सैम्पल में 3.9 करोड़ शुक्राणु मौजूद होना, अच्छे शुक्राणु काउंट की पहचान है। प्रति मि.ली. वीर्य में 1 करोड़ से कम शुक्राणु की संख्या अच्छा शुक्राणुकाउंटनहीं माना जाता है। शुक्राणु के माध्यम से पुरूषों की प्रजजन शक्ति का पता लगाया जाता है। बच्चा पैदा करने के लिए मजबूत या शक्तिशाली शुक्राणु की आवश्यकता होती है। यहां दिए लिंक पर क्लिक करें और शुक्राणु स्त्री के अंडाणु से संयोग करके गर्भ में परिवर्तित हो जाता है। वीर्य में शुक्राणुओं की कमी या कमजोर शुक्राणु होने पर आपकी प्रजजन शक्ति कमजोर होती है। आज भारतीयों में (और पढ़ें - • • • • • • • • • • • • • • • • अंडा शुक्राणु बढ़ाने में बहुत ज्यादा मददगार है। इसके साथ ही साथ इसे खाने से आपके शरीर में फुर्ती भी बनी रहती है। (और पढ़ें - myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं। चॉकलेट आपकी कामेच्छा को बढ़ाने में मदद करता है। डार्क चॉकलेट खाने से शुक्राणु की संख्या मे बढ़ोत्तरी होती है। इस प्रकार के (और पढ़ें - myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas T-Boost Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हम...

एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ाने के लिए खाएं ये फूड्स

Estrogen Rich Foods in Hindi: शरीर में एस्ट्रोजन हॉर्मोन का संतुलित रहना बहुत जरूरी होता है। एस्ट्रोजन, एक ऐसा हॉर्मोन है, जो महिला और पुरुष दोनों में पाया जाता है। महिलाओं के लिए एस्ट्रोजन हॉर्मोन बहुत जरूरी होता है। महिलाओं के प्रजनन, पीरियड्स और स्तनों के लिए एस्ट्रोजन हॉर्मोन की पर्याप्त मात्रा बहुत जरूरी होती है। प्रेग्नेंसी और मेनोपॉज के अलावा खानपान और लाइफस्टाइल में गड़बड़ी की वजह से शरीर में एस्ट्रोजन हॉर्मोन की कमी हो जाती है। एस्ट्रोजन की कमी के कारण महिलाओं के ब्रेस्ट साइज का सही विकास नहीं हो पाटा है और कई अन्य समस्याएं हो सकती हैं। स्किन को जवान बनाए रखने और चमक बरकरार रखने के लिए एस्ट्रोजन हॉर्मोन बहुत उपयोगी होता है। शरीर में एस्ट्रोजन हॉर्मोन की कमी को पूरा करने के लिए कुछ फूड्स का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। आइए जानते हैं ऐसे फूड्स के बारे में जिनका सेवन करने से आप शरीर में एस्ट्रोजन हॉर्मोन बढ़ा सकती हैं। महिलाओं में एस्ट्रोजन हॉर्मोन बढ़ाने के लिए फूड्स-Estrogen Rich Foods in Hindi एस्ट्रोजन हॉर्मोन आपके मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के साथ रिप्रोडक्टिव सिस्टम, यूरिनरी ट्रैक्ट फंक्शन, बालों की हेल्थ, स्किन और हड्डियों की सेहत के लिए बहुत जरूरी होता है। शरीर में एस्ट्रोजन हॉर्मोन की कमी होने से कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। इसे भी पढ़ें: महिलाओं के लिए वजन बढ़ाने का डाइट प्लान, जानें दिनभर की डाइट में क्या शामिल करें और क्या नहीं 1. सूखे मेवे या नट्स शरीर में एस्ट्रोजन हॉर्मोन की कमी पूरा करने के लिए ड्राई नट्स का सेवन बहुत फायदेमंद होता है।एस्ट्रोजन हॉर्मोन की कमी पूरा करने के लिए आप अखरोट, पिस्ता, खजूर, मुनक्का और खुबानी आदि का सेवन जरूर करें। ये नट्स न ...

टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने के लिए क्या खाएं

टेस्टोस्टेरोन एक महत्वपूर्ण पुरुष सेक्स हार्मोन है, जो आपके शरीर में कई चीजों को विनियमित करने में प्रमुख भूमिका निभाता है। यह सभी मनुष्यों में पाया जाता है, और यहां तक कि जानवरों में भी। पुरुषों में यह अंडकोष के भीतर प्रमुखता से बना होता है। जब आप युवावस्था में प्रवेश करते हैं, तो टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन नाटकीय रूप से बढ़ जाता है और यह आपकी 20 वर्ष की आयु के दौरान चरम स्तर पर रहता है, प्रति वर्ष लगभग 1 प्रतिशत की दर से 30 वर्ष की आयु के आसपास घटने लगता है। बचपन में, टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होता है, और युवावस्था में इसका उत्पादन तेजी से बढ़ता है। वृषण में लेडिग की कोशिकाओं से स्रावित, यह माध्यमिक यौन विशेषताओं के विकास को नियंत्रित करता है। किशोर लड़कों में टेस्टोस्टेरोन एक गहरी आवाज, एक बड़ा कंकाल, शरीर के बाल, विकासशील प्रजनन अंगों और व्यवहार के लक्षण से पहचाना जाता है। टेस्टोस्टेरोन मांसपेशियों के बल्क को बढ़ाता है क्योंकि यह प्रोटीन निर्माण को प्रोत्साहित करता है। टेस्टोस्टेरोन एक आदमी के जीवन भर शुक्राणु उत्पादन, यौन ड्राइव और यौन क्षमता को नियंत्रित करता है। लेकिन इसे विशुद्ध रूप से सेक्स के संदर्भ में परिभाषित करना गलत होगा। यह मानव चयापचय में शुगर, फैट और प्रोटीन का एक प्रमुख नियामक भी है। महिलाएं निचले स्तर में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन करती हैं, और साथ ही साथ उनकी सेक्स ड्राइव को प्रभावित करने के साथ-साथ यह ऊर्जा के स्तर में मदद करता है। टेस्टोस्टेरोन अणु की संरचना C19H28O2 है। यह स्टेरॉयड यौगिकों का एक सदस्य है, जिसमें से कोलेस्ट्रॉल अणु भी एक सदस्य है। वास्तव में, टेस्टोस्टेरोन अणु कोलेस्ट्रॉल अणु का एक छोटा वर्जन है। Table of Contents • • • • • • • • • • • • ...

इनफर्टिलिटी बढ़ाने वाले फूड के बारे में जानते हैं आप?

खानपान हो या फिर वातावरण, इनफर्टिलिटी को बढ़ाने के लिए ये दोनों ही फैक्टर जिम्मेदार हो सकते हैं। खराब खानपान इनफर्टिलिटी (Infertility) को बढ़ावा देता है। कंसीव करने के लिए पीरियड्स साइकिल (Periods cycle) के साथ ही अपने खानपान पर भी गौर करने की जरूरत है। इनफर्टिलिटी बढ़ाने वाले फूड (Food causes Infertility) को अवॉयड करने के बाद कंसीव करने के चांसेज बढ़ जाते हैं। कुछ फूड ऐसे भी हैं जिनको संतुलित मात्रा में लेने से फर्टिलिटी पर फर्क नहीं पड़ता है, लेकिन अधिक मात्रा में लेने से इनफर्टिलिटी को बढ़ाने का काम कर सकते हैं। इनफर्टिलिटी बढ़ाने वाले फूड (Food causes Infertility): मरकरी युक्त सीफूड्स मरकरी शरीर में पहुंचने पर नर्वस सिस्टम को डैमेज कर देती है। मरकरी रिच सीफूड्स जैसे कि स्वोर्डफिश और टूना मरकरी होने वाले बच्चे को नुकसान पहुंचाने के साथ ही इनफर्टिलिटी को भी बढ़ाने का काम करती है। कुछ सीफूड्स को इनफर्टिलिटी बढ़ाने वाले फूड में गिना जाता है। इनसे दूरी बनाकर रखना बेहतर होगा। अधिक मात्रा में कैफीन का सेवन (Caffeine intake) घबराने की जरूरत नहीं है। आप सुबह एक कप चाय या कॉफी तो ले ही सकते हैं। आप जो भी चाय या फिर कॉफी ले रहे हैं, उसमे कैफीन की मात्रा आपको पता होनी चाहिए। एक दिन में 200 मिलीग्राम और पढे़ं : फर्टिलिटी के लिए हानिकारक फूड: फूड्स जिनमें होता है ट्रांस फैट (Trans fat) आपको कुछ खास तरह के फूड पसंद हैं, और आप उन्हें बहुत चाव से खाना पसंद करते हैं तो सावधान हो जाए, क्योंकि ट्रांस फैट वाले फूड इनफर्टिलिटी को बढ़ाने का काम करते हैं। कुछ फूड जैसे चिप्स, माइक्रोवेव पॉपकॉर्न, बेक्ड आइटम्स, फ्राइड फूड्स आदि इंफ्लामेशन बढ़ाने के साथ ही इंसुलिन रजिस्टेंस को भी बढ़ा देते हैं। ...

शुक्राणु बढ़ाने वाला आहार और स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए खाएं

शुक्राणु की कुल संख्या या कुल शुक्राणु, वीर्य या स्पर्म के एक सैम्पल में मौजूद कुल शुक्राणुओं की संख्या को दर्शाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, प्रति मि.ली. वीर्य में 1.5 करोड़ शुक्राणु होना चाहिए या एक सैम्पल में 3.9 करोड़ शुक्राणु मौजूद होना, अच्छे शुक्राणु काउंट की पहचान है। प्रति मि.ली. वीर्य में 1 करोड़ से कम शुक्राणु की संख्या अच्छा शुक्राणुकाउंटनहीं माना जाता है। शुक्राणु के माध्यम से पुरूषों की प्रजजन शक्ति का पता लगाया जाता है। बच्चा पैदा करने के लिए मजबूत या शक्तिशाली शुक्राणु की आवश्यकता होती है। यहां दिए लिंक पर क्लिक करें और शुक्राणु स्त्री के अंडाणु से संयोग करके गर्भ में परिवर्तित हो जाता है। वीर्य में शुक्राणुओं की कमी या कमजोर शुक्राणु होने पर आपकी प्रजजन शक्ति कमजोर होती है। आज भारतीयों में (और पढ़ें - • • • • • • • • • • • • • • • • अंडा शुक्राणु बढ़ाने में बहुत ज्यादा मददगार है। इसके साथ ही साथ इसे खाने से आपके शरीर में फुर्ती भी बनी रहती है। (और पढ़ें - myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं। चॉकलेट आपकी कामेच्छा को बढ़ाने में मदद करता है। डार्क चॉकलेट खाने से शुक्राणु की संख्या मे बढ़ोत्तरी होती है। इस प्रकार के (और पढ़ें - myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas T-Boost Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हम...

प्रेगनेंसी में एस्ट्रोजन हार्मोन की अधिकता बच्चे में आटिज्म का कारण बन सकती है

प्रेगनेंसी के समय एस्ट्रोजन लेवल कम ज्यादा हो सकता है. इसका असर बच्चे की सेहत पर भी पड़ता है. प्रेगनेंसी में महिला के शरीर में एस्ट्रोजन का लेवन कम ज्यादा होता रहता है. वैसे तो एस्ट्रोजन हार्मोन शिशु के विकास के लिए जरूरी है, लेकिन जब इसकी मात्रा अधिक हो जाती है तो यह मानसिक सेहत पर नकारात्मक असर डालता है. Written by |Updated : July 30, 2019 2:33 PM IST • • • • • इस शोध के अनुसार एस्ट्रोजन हार्मोन की अधिकता का असर होने वाले बच्चे पर सामान रूप से भी नहीं पड़ता है. अगर होने वाले बच्चे पर इसका असर भिन्न होता है. लड़की की तुलना में आटिज्म के शिकार होने का डर लड़को में तीन गुना ज्यादा होता है. Estrogen hormone during pregnancy. वैसे तो प्रेगनेंसी के समय एस्ट्रोजन हार्मोन की अधिकता जरूरी होती है. क्योंकि एस्ट्रोजन बच्चे के विकास के लिए जरूरी हार्मोन होता है. लेकिन यह जरूरत से ज्यादा होने पर होने वाले बच्चे के मानसिक सेहत पर बुरा प्रभाव डालता है. Estrogen hormone during pregnancy. Also Read • • एस्ट्रोजन हार्मोन के कार्य महिलाओं के लिए एस्ट्रोजन हार्मोन को सेक्स हार्मोन के नाम से जाना जाता है. लेकिन इसके अलावा भी कई काम इसके होते है. जैसे महिलाओं के स्किन और बालों की चमक को बनाए रखने में भूमिका. गर्भधारण करने में सहायता और गर्भावस्था में शिशु के विकास में भूमिका इत्यादि. प्रेगनेंसी में एस्ट्रोजन हार्मोन न बढ़े इसके लिए क्या करें ? जैसा कि इस नये शोध में पाया गया है कि यदि प्रेगनेंसी के समय एस्ट्रोजन हार्मोन में वृद्धि होती है, तो वह शिशु के मानसिक विकास पर असर डालता है, तो इसके स्तर को नियमित करने की जरूरत है. गर्भावस्था में ऐसे फूड का सेवन करने से बचना चाहिए जो शरीर में एस्ट्रोज...