Galnank kise kahate hain

  1. वर्ण किसे कहते हैं? (परिभाषा, भेद और उदाहरण)
  2. घन किसे कहते हैं? (क्षेत्रफल, परिमाप, आयतन, गुणधर्म)
  3. गणराज्य किसे कहते हैं
  4. लिपि किसे कहते है? (परिभाषा और प्रकार)
  5. घन किसे कहते हैं? (क्षेत्रफल, परिमाप, आयतन, गुणधर्म)
  6. वर्ण किसे कहते हैं? (परिभाषा, भेद और उदाहरण)
  7. गणराज्य किसे कहते हैं
  8. लिपि किसे कहते है? (परिभाषा और प्रकार)


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वर्ण किसे कहते हैं? (परिभाषा, भेद और उदाहरण)

विषय सूची • • • • • • वर्ण किसे कहते हैं? वर्ण की परिभाषा (Varn ki Paribhasha): वर्ण उस मूल ध्वनि को कहा जाता है, जिसके खंड व टुकड़े नहीं किये जा सकते हैं। वर्णों की इकाइयां हमेशा समान रहती हैं, परंतु इन्हें अलग-अलग भागों में विभाजित नहीं किया जा सकता। यह सभी वर्ण खुद में ही अपनी एक विशेष भूमिका अदा करते हैं। दूसरे शब्दों में बात करें तो वर्ण ध्वनि के वे सूक्ष्म रूप होते हैं, जिन्हें विभाजित नहीं किया जा सकता और इन्हें कभी भी खंडों में विभक्त नहीं किया जा सकता, इसे ही वर्ण कहते हैं। वर्णों के मौलिक रूप को मिलाकर एक साथ कहने को अक्षर कहते हैं और इस से बने हुए शब्दों के उच्चारण को ध्वनि कहते हैं। अर्थात मानव के द्वारा प्रस्तुत की गई सार्थक व अर्थ से परिपूर्ण ध्वनि को भाषा की संज्ञा दी जाए और भाषा को चिन्हों के द्वारा लिखी गयी भाषा मे परिवर्तित किया जाए, इसी चिन्ह को वर्ण कहा जाता है। वर्ण भाषा की सबसे छोटी इकाई होती है व इसके टुकड़े या खण्ड नहीं किये जा सकते हैं। जैसे:- क, ख, व, च, प आदि। आइए अब हम उदाहरण के द्वारा मूल ध्वनियों और उसके वर्णों को स्पष्ट कर सकते हैं। जैसे:- काम (क + आ + म + अ) में चार मूल ध्वनियां हैं। वर्णमाला की परिभाषा अब तक हम सभी लोगों ने वर्णमाला के वर्णों के विषय में जाना अब हम आइए जानते हैं कि वर्णमाला क्या होती है? भाषा के ध्वनि चिन्हों के व्यवस्थित समूह को वर्णमाला कहा जाता है, हिंदी भाषा की वर्णमाला में 47 वर्ण माने गए हैं, इन 47 वर्णों में 35 व्यंजन और 10 स्वर होते हैं। वर्ण और वर्णमाला में अंतर वर्णमाला पर ही पूरी दुनिया के अलग-अलग भाषाओं का सार निर्भर होता है, परंतु स्वयं वर्णमाला वर्णों पर निर्भर होती है क्योंकि वर्णों के मेल से ही वर्णमाला बनता...

घन किसे कहते हैं? (क्षेत्रफल, परिमाप, आयतन, गुणधर्म)

Image: Ghan Kise Kahate Hain हम अपने रोजमर्रा के जीवन में जितनी भी तस्वीरें देखते हैं, वह त्रिविमीय होती हैं। इस वजह से हमें इस तरह के आकार के बारे में जानकारी लेने की आवश्यकता है। यहाँ पर घन के क्षेत्रफल, परिमाप, आयतन, गुणधर्म, परिभाषा के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देने जा रहे है, जिसका इस्तेमाल करके आप विभिन्न परीक्षाओं के गणित छेत्र में अच्छा अंक हासिल कर सकते हैं। घन किसे कहते हैं? (क्षेत्रफल, परिमाप, आयतन, गुणधर्म) | Ghan Kise Kahate Hain विषय सूची • • • • • • • • • घन की परिभाषा (Ghan Ki Paribhasha) घन वर्ग की तरह दिखाई देगा। आप ऐसा समझ सकते है कि 6 वर्ग जब एक साथ जुड़ जाते हैं तो वह घन बन जाते है। सरल और सटीक तरीके से इसकी परिभाषा की बात करें तो एक ऐसी त्रिविमीय आकृति जिसमें 6 फलक, 12 किनारे और 8 कोने होते है, उसे हम घन कहते है। घन की सभी भुजाएं एक समान होती है, जिस वजह से जब हम खान को एक दिशा से देखते हैं तो वह एक वर्ग की तरह दिखता है। मगर चारों ओर से देखने पर यह बहुत सारे घन का मिश्रण नजर आता है। घन का चित्र (Ghan Ka Chitra) Image: Ghan Ka Chitra घन का गुणधर्म घन एक आकृति है, जिसके कुछ खास गुण होते हैं। जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए ताकि आप इस आकृति से जुड़े गणितीय सवालों को हल कर सके। • घन की सभी भुजाएं बराबर होती है, इस वजह से एक घन की ऊंचाई, लंबाई और चौड़ाई एक समान होती है। • घन के तीन फलक होते है, जिस वजह से इस आकृति में आप एंगल नहीं माप सकते। मगर एक घर में 6 वर्ग होते हैं, इस वजह से हर एक वर्ग की अगर बात की जाए तो उसमें वर्ग के गुणधर्म लगते हैं। • घन वर्ग का त्रिविमीय आकार है, इस वजह से इसमें लंबाई, ऊंचाई और चौड़ाई के संबंधित चीजों पर चर्चा की जाती ह...

गणराज्य किसे कहते हैं

एक गणराज्य या गणतंत्र ( : ) है जिसमें देश को एक "सार्वजनिक मामला" माना जाता है, न कि शासकों की । एक गणराज्य के भीतर सत्ता के प्राथमिक पद विरासत में नहीं मिलते हैं। यह सरकार का एक रूप है जिसके अंतर्गत नहीं होता। गणराज्य की परिभाषा का विशेष रूप से सन्दर्भ सरकार के एक ऐसे रूप से है जिसमें व्यक्ति नागरिक निकाय का प्रतिनिधित्व करते हैं और किसी के तहत के अनुसार शक्ति का प्रयोग करते हैं, और जिसमें निर्वाचित राज्य के प्रमुख के साथ शामिल होता हैं, व जिस राज्य का सन्दर्भ गणराज्य या से हैं। 2017 तक, दुनिया के में से अपने आधिकारिक नाम के हिस्से में "रिपब्लिक" शब्द का उपयोग करते हैं - निर्वाचित सरकारों के अर्थ से ये सभी गणराज्य नहीं हैं, ना ही निर्वाचित सरकार वाले सभी राष्ट्रों के नामों में "गणराज्य" शब्द का उपयोग किया गया हैं। भले राज्यप्रमुख अक्सर यह दावा करते हैं कि वे "शासितों की सहमति" से ही शासन करते हैं, नागरिकों को अपने स्वयं के नेताओं को चुनने की वास्तविक क्षमता को उपलब्ध कराने के असली उद्देश्य के बदले कुछ देशों में चुनाव "शो" के उद्देश्य से अधिक पाया गया है। गणराज्य ( से; "गण": जनता, "राज्य": रियासत/देश) एक ऐसा देश होता है जहां के शासनतन्त्र में सैद्धान्तिक रूप से देश का सर्वोच्च पद पर आम जनता में से कोई भी व्यक्ति पदासीन हो सकता है। इस तरह के शासनतन्त्र को गणतन्त्र( ; गण:पूरी जनता, तंत्र:प्रणाली; जनता द्वारा नियंत्रित प्रणाली) कहा जाता है। " " या "प्रजातंत्र" इससे अलग होता है। लोकतन्त्र वो शासनतन्त्र होता है जहाँ वास्तव में सामान्य जनता या उसके बहुमत की इच्छा से शासन चलता है। आज विश्व के अधिकान्श देश गणराज्य हैं और इसके साथ-साथ लोकतान्त्रिक भी। भारत स्वयः एक लोकतान्त्रिक गणर...

लिपि किसे कहते है? (परिभाषा और प्रकार)

विषय सूची • • • • • • • • • लिपि किसे कहते है? लिपि की परिभाषा (Lipi ki Paribhasha): किसी किसी ध्वनि या आवाज़ को लिखना हो, पढ़ना हो या उसे देखने योग्य बनाना, उसे लिपि कहते हैं। आपको बताते चले ध्वनियां अस्थायी होती है परंतु जो लिपि होती है वो स्थाई होती है। हमारे वाणी से ध्वनि का संचार होता है परंतु ध्वनियों को लिपि के जरिये लिखित रुप प्रदान किया जाता है। लिपि के प्रकार लिपि मुख्यतः यह तीन प्रकार की होती हैं, जो निम्न है: • चित्र लिपि • अल्फाबेटिक लिपि • अल्फासिलेबिक लिपि चित्र लिपि चित्र लिपि के जरिये लोग अपने भावों और अपने विचारों को चित्र के माध्यम से प्रस्तुत करते हैं, चित्र लिपि के तीन प्रकार हैं। • चीनी लिपि: चीनी • प्राचीन मिस्त्री लिपी: प्राचीन मिस्त्री • कांजी लिपि: जापानी अल्फाबेटिक लिपि अल्फाबेटिक लिपि में स्वर व्यंजन के बाद और अपने पूरे रूप के साथ आता है, अल्फाबेटिक लिपियों के प्रकार निम्न हैं: • यूनानी लिपि: गणित के चिन्ह और यूनानी भाषा • अरबी लिपि: अरबी, कश्मीरी, उर्दू, फ़ारसी • इब्रानी लिपि: इब्रानी • रोमन लिपि: पश्चिम यूरोप की सारी भाषाएं और अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन • सिरिलिक लिपि: सोवियत संघ की सारी भाषाएं, रूसी अल्फासिलेबिक लिपि अल्फासिलेबिक लिपि के अनुसार इसकी प्रत्येक इकाई में अगर एक या एक से अधिक व्यंजन होता है तो उस पर स्वर की मात्रा का चिन्ह लगाया जाता है। अगर इकाई में व्यंजन नही होता है तो स्वर का पूरा चिन्ह लगा दिया जाता है अल्फासिलेबिक लिपियों के प्रकार निम्न हैं: • देवनागरी लिपि: नेपाली, संस्कृत, मराठी • ब्राह्मी लिपि: पहले के समय मे संस्कृत और पाली • गुजराती लिपि: गुजराती • बंगाली लिपि: बंगला • तमिल लिपि: तमिल • गुरुमुखी लिपि: पंजाबी ब्रेल लिपि किसे ...

घन किसे कहते हैं? (क्षेत्रफल, परिमाप, आयतन, गुणधर्म)

Image: Ghan Kise Kahate Hain हम अपने रोजमर्रा के जीवन में जितनी भी तस्वीरें देखते हैं, वह त्रिविमीय होती हैं। इस वजह से हमें इस तरह के आकार के बारे में जानकारी लेने की आवश्यकता है। यहाँ पर घन के क्षेत्रफल, परिमाप, आयतन, गुणधर्म, परिभाषा के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देने जा रहे है, जिसका इस्तेमाल करके आप विभिन्न परीक्षाओं के गणित छेत्र में अच्छा अंक हासिल कर सकते हैं। घन किसे कहते हैं? (क्षेत्रफल, परिमाप, आयतन, गुणधर्म) | Ghan Kise Kahate Hain विषय सूची • • • • • • • • • घन की परिभाषा (Ghan Ki Paribhasha) घन वर्ग की तरह दिखाई देगा। आप ऐसा समझ सकते है कि 6 वर्ग जब एक साथ जुड़ जाते हैं तो वह घन बन जाते है। सरल और सटीक तरीके से इसकी परिभाषा की बात करें तो एक ऐसी त्रिविमीय आकृति जिसमें 6 फलक, 12 किनारे और 8 कोने होते है, उसे हम घन कहते है। घन की सभी भुजाएं एक समान होती है, जिस वजह से जब हम खान को एक दिशा से देखते हैं तो वह एक वर्ग की तरह दिखता है। मगर चारों ओर से देखने पर यह बहुत सारे घन का मिश्रण नजर आता है। घन का चित्र (Ghan Ka Chitra) Image: Ghan Ka Chitra घन का गुणधर्म घन एक आकृति है, जिसके कुछ खास गुण होते हैं। जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए ताकि आप इस आकृति से जुड़े गणितीय सवालों को हल कर सके। • घन की सभी भुजाएं बराबर होती है, इस वजह से एक घन की ऊंचाई, लंबाई और चौड़ाई एक समान होती है। • घन के तीन फलक होते है, जिस वजह से इस आकृति में आप एंगल नहीं माप सकते। मगर एक घर में 6 वर्ग होते हैं, इस वजह से हर एक वर्ग की अगर बात की जाए तो उसमें वर्ग के गुणधर्म लगते हैं। • घन वर्ग का त्रिविमीय आकार है, इस वजह से इसमें लंबाई, ऊंचाई और चौड़ाई के संबंधित चीजों पर चर्चा की जाती ह...

वर्ण किसे कहते हैं? (परिभाषा, भेद और उदाहरण)

विषय सूची • • • • • • वर्ण किसे कहते हैं? वर्ण की परिभाषा (Varn ki Paribhasha): वर्ण उस मूल ध्वनि को कहा जाता है, जिसके खंड व टुकड़े नहीं किये जा सकते हैं। वर्णों की इकाइयां हमेशा समान रहती हैं, परंतु इन्हें अलग-अलग भागों में विभाजित नहीं किया जा सकता। यह सभी वर्ण खुद में ही अपनी एक विशेष भूमिका अदा करते हैं। दूसरे शब्दों में बात करें तो वर्ण ध्वनि के वे सूक्ष्म रूप होते हैं, जिन्हें विभाजित नहीं किया जा सकता और इन्हें कभी भी खंडों में विभक्त नहीं किया जा सकता, इसे ही वर्ण कहते हैं। वर्णों के मौलिक रूप को मिलाकर एक साथ कहने को अक्षर कहते हैं और इस से बने हुए शब्दों के उच्चारण को ध्वनि कहते हैं। अर्थात मानव के द्वारा प्रस्तुत की गई सार्थक व अर्थ से परिपूर्ण ध्वनि को भाषा की संज्ञा दी जाए और भाषा को चिन्हों के द्वारा लिखी गयी भाषा मे परिवर्तित किया जाए, इसी चिन्ह को वर्ण कहा जाता है। वर्ण भाषा की सबसे छोटी इकाई होती है व इसके टुकड़े या खण्ड नहीं किये जा सकते हैं। जैसे:- क, ख, व, च, प आदि। आइए अब हम उदाहरण के द्वारा मूल ध्वनियों और उसके वर्णों को स्पष्ट कर सकते हैं। जैसे:- काम (क + आ + म + अ) में चार मूल ध्वनियां हैं। वर्णमाला की परिभाषा अब तक हम सभी लोगों ने वर्णमाला के वर्णों के विषय में जाना अब हम आइए जानते हैं कि वर्णमाला क्या होती है? भाषा के ध्वनि चिन्हों के व्यवस्थित समूह को वर्णमाला कहा जाता है, हिंदी भाषा की वर्णमाला में 47 वर्ण माने गए हैं, इन 47 वर्णों में 35 व्यंजन और 10 स्वर होते हैं। वर्ण और वर्णमाला में अंतर वर्णमाला पर ही पूरी दुनिया के अलग-अलग भाषाओं का सार निर्भर होता है, परंतु स्वयं वर्णमाला वर्णों पर निर्भर होती है क्योंकि वर्णों के मेल से ही वर्णमाला बनता...

गणराज्य किसे कहते हैं

एक गणराज्य या गणतंत्र ( : ) है जिसमें देश को एक "सार्वजनिक मामला" माना जाता है, न कि शासकों की । एक गणराज्य के भीतर सत्ता के प्राथमिक पद विरासत में नहीं मिलते हैं। यह सरकार का एक रूप है जिसके अंतर्गत नहीं होता। गणराज्य की परिभाषा का विशेष रूप से सन्दर्भ सरकार के एक ऐसे रूप से है जिसमें व्यक्ति नागरिक निकाय का प्रतिनिधित्व करते हैं और किसी के तहत के अनुसार शक्ति का प्रयोग करते हैं, और जिसमें निर्वाचित राज्य के प्रमुख के साथ शामिल होता हैं, व जिस राज्य का सन्दर्भ गणराज्य या से हैं। 2017 तक, दुनिया के में से अपने आधिकारिक नाम के हिस्से में "रिपब्लिक" शब्द का उपयोग करते हैं - निर्वाचित सरकारों के अर्थ से ये सभी गणराज्य नहीं हैं, ना ही निर्वाचित सरकार वाले सभी राष्ट्रों के नामों में "गणराज्य" शब्द का उपयोग किया गया हैं। भले राज्यप्रमुख अक्सर यह दावा करते हैं कि वे "शासितों की सहमति" से ही शासन करते हैं, नागरिकों को अपने स्वयं के नेताओं को चुनने की वास्तविक क्षमता को उपलब्ध कराने के असली उद्देश्य के बदले कुछ देशों में चुनाव "शो" के उद्देश्य से अधिक पाया गया है। गणराज्य ( से; "गण": जनता, "राज्य": रियासत/देश) एक ऐसा देश होता है जहां के शासनतन्त्र में सैद्धान्तिक रूप से देश का सर्वोच्च पद पर आम जनता में से कोई भी व्यक्ति पदासीन हो सकता है। इस तरह के शासनतन्त्र को गणतन्त्र( ; गण:पूरी जनता, तंत्र:प्रणाली; जनता द्वारा नियंत्रित प्रणाली) कहा जाता है। " " या "प्रजातंत्र" इससे अलग होता है। लोकतन्त्र वो शासनतन्त्र होता है जहाँ वास्तव में सामान्य जनता या उसके बहुमत की इच्छा से शासन चलता है। आज विश्व के अधिकान्श देश गणराज्य हैं और इसके साथ-साथ लोकतान्त्रिक भी। भारत स्वयः एक लोकतान्त्रिक गणर...

लिपि किसे कहते है? (परिभाषा और प्रकार)

विषय सूची • • • • • • • • • लिपि किसे कहते है? लिपि की परिभाषा (Lipi ki Paribhasha): किसी किसी ध्वनि या आवाज़ को लिखना हो, पढ़ना हो या उसे देखने योग्य बनाना, उसे लिपि कहते हैं। आपको बताते चले ध्वनियां अस्थायी होती है परंतु जो लिपि होती है वो स्थाई होती है। हमारे वाणी से ध्वनि का संचार होता है परंतु ध्वनियों को लिपि के जरिये लिखित रुप प्रदान किया जाता है। लिपि के प्रकार लिपि मुख्यतः यह तीन प्रकार की होती हैं, जो निम्न है: • चित्र लिपि • अल्फाबेटिक लिपि • अल्फासिलेबिक लिपि चित्र लिपि चित्र लिपि के जरिये लोग अपने भावों और अपने विचारों को चित्र के माध्यम से प्रस्तुत करते हैं, चित्र लिपि के तीन प्रकार हैं। • चीनी लिपि: चीनी • प्राचीन मिस्त्री लिपी: प्राचीन मिस्त्री • कांजी लिपि: जापानी अल्फाबेटिक लिपि अल्फाबेटिक लिपि में स्वर व्यंजन के बाद और अपने पूरे रूप के साथ आता है, अल्फाबेटिक लिपियों के प्रकार निम्न हैं: • यूनानी लिपि: गणित के चिन्ह और यूनानी भाषा • अरबी लिपि: अरबी, कश्मीरी, उर्दू, फ़ारसी • इब्रानी लिपि: इब्रानी • रोमन लिपि: पश्चिम यूरोप की सारी भाषाएं और अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन • सिरिलिक लिपि: सोवियत संघ की सारी भाषाएं, रूसी अल्फासिलेबिक लिपि अल्फासिलेबिक लिपि के अनुसार इसकी प्रत्येक इकाई में अगर एक या एक से अधिक व्यंजन होता है तो उस पर स्वर की मात्रा का चिन्ह लगाया जाता है। अगर इकाई में व्यंजन नही होता है तो स्वर का पूरा चिन्ह लगा दिया जाता है अल्फासिलेबिक लिपियों के प्रकार निम्न हैं: • देवनागरी लिपि: नेपाली, संस्कृत, मराठी • ब्राह्मी लिपि: पहले के समय मे संस्कृत और पाली • गुजराती लिपि: गुजराती • बंगाली लिपि: बंगला • तमिल लिपि: तमिल • गुरुमुखी लिपि: पंजाबी ब्रेल लिपि किसे ...