Gangster bio in hindi

  1. Kulbir Naruana (Gangster) कौन है Biography in Hindi
  2. Gangster Neeraj Bawana Biography in Hindi । नीरज बवाना कैसे बना दिल्ली का DON ?
  3. Arun Gawli
  4. आनंदपाल सिंह: एक गैंगस्टर के रॉबिनहुड बनने की पूरी कहानी
  5. मुख्तार अंसारी कितना बड़ा अपराधी है अगर भूल गए हैं तो जरूर पढ़ें
  6. Gangster: A Love Story


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Kulbir Naruana (Gangster) कौन है Biography in Hindi

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Gangster Neeraj Bawana Biography in Hindi । नीरज बवाना कैसे बना दिल्ली का DON ?

Crime Kahani में आज आपको बतायेंगे कि • डीटीसी में बस कंडक्टर प्रेम सिंह सहरावत का बेटा नीरज सहरावत कैसे बन गया नीरज बवाना ? • पिछले 6 सालों से नीरज बवाना तिहाड़ जेल में बंद है, फिर भी अभी ये नाम सुर्ख़ियों में क्यूँ है ? जिस तरह गैंगस्टर काला जठेड़ी (Kala Jatheri) का नाम पहलवान सुशील कुमार (Sushil Kumar) के साथ जुड़ा है, उसी तरह गैंगस्टर नीरज बवाना (Gangster Neeraj Bawana) का नाम भी सागर धनकड हत्याकांड और पहलवान सुशील कुमार से जुड़ा हुआ है ! नीरज सहरावत कैसे बना खलनायक नीरज बवाना (Neeraj Bawana) ? दिल्ली के उत्तर पश्चिम जिले में एक गाँव है बवाना इसी गाँव में 5 अगस्त 1988 को नीरज सहरावत का जन्म हुआ पिता प्रेम सिंह सहरावत दिल्ली परिवहन निगम में बस कंडक्टर थे ! नीरज ने मात्र 16 साल की उम्र में ही अपराध की पाठशाला में एडमिशन ले लिया था, इसके बाद जब नीरज तिहाड़ में पहुंचा तो यहाँ उसने दाउद के चेले फज़ल-उर-रहमान से अपराध की थ्योरी पडी और जब इंटर्नशिप की बारी आई तो नीरज सुरेन्द्र मालिक उर्फ़ नीतू दाबोदा (Neetu Daboda) के गैंग में शामिल हो गया ! उस समय नीतू दाबोदा (Neetu Daboda) गैंग अपराध की दुनिया में बहुत बड़ा नाम हुआ करता था ! नीतू दाबोदा (Neetu Daboda) के साथ मिलकर नीरज सहरावत ने कई बड़ी वारदातों को अंजाम दिया, जैसे-जैसे इसके नाम पर रंगदारी, हत्या और लूट के मामले बड़ते जा रहे थे वैसे-वैसे गैंग भी बड़ा हो रहा था और नीरज सहरावत का नाम भी ! बवाना गाँव का होने की वजह से नीरज सहरावत नीरज (Neeraj Bawana) कहलाने लगा ! क्याहैनीरजबवाना(Neeraj Bawana) क्राइमकहानी • • साल 2011 में इस गैंग में एक नया नाम जुड़ गया और ये नाम था नीरज (Neeraj Bawana) के करीबी सोनू पंडित का ! सोनू पंडित की एं...

Arun Gawli

Arun Gulab Gawli Arun Gulab Ahir, is an Indian politician, underworld don Early and personal life [ ] Arun Gawli was born in Criminal activities [ ] Gawli worked in textile mills, located in the central areas of After the death of gang leader Rama Naik by his bodyguard Buwa and Babu Reshim, Gawali took the whole responsibility of BRA Gang and lead the gang in Central Bombay. Arun Gawali became the first Marathi Gang Leader of Mumbai Underworld. Famous Gangster of Pune Ajit Bhai Lawand joined Gawali gang in the late 80's and started operations in Pune as well. Ajit Lawand was the right hand of Arun Gawli and had ruled Pune,Satara and Mumbai during 1990's. Gawli gang came to fame in Pune because of Lawand. In the year 1993, Lawand was shot dead by rivals in Nigadi, Pune. Lawand is still remembered as one of the top gangsters of Pune. He is remembered for his social work done in Mumbai, Pune and Satara district. Mumbai police raided the premises of Dagdi Chawl several times and finally broke Gawli's underworld operations. Gawli was arrested several times for criminal activities and was detained for long periods during the trial. However, he could not be convicted in most of the cases as witnesses would not depose against him for fear of retaliation. He was finally convicted of the murder of Politics [ ] Gawli got political patronage in the 1980s, when the then Shiv Sena chief, amchi mulgey (our boys). Thackeray was challenged by a rival gangster in an open letter carried on t...

आनंदपाल सिंह: एक गैंगस्टर के रॉबिनहुड बनने की पूरी कहानी

एक शख्स जिसका नाम जीते जी कानून के सबसे बड़े बहीखातों में सूबे के बड़े मुलजिम के तौर पर शुमार हिआ। वो मरने के बाद अचानक गरीबों का सबसे बड़ा मसीहा यानी रॉबिनहुड बन गया। एक ऐसा राबिनहुड जिसके एनकाउंटर में मौत के बाद उसके जिस्म को भी पुलिस हाथ लगाने से घबरा रही थी। उस के समर्थकों ने एनकाउंटर पर सिर्फ सवाल ही नहीं उठाए बल्कि उसके मुर्दा शरीर के साथ जमकर बवाल भी काटा। उनकी जिद थी कि आनंदपाल के मुर्दा शरीर को तब तक जब तक उसकी मौत का सच आम नहीं हो जाता। लिहाजा अपनी मौत के बाद भी गैंगस्टार आनंदपाल मु्दा बवाल बन गया था। आधे दर्जन से ज्यादा कत्ल के इल्जाम उस पर 37 से ज्यादा गुनाह के मामले उस पर। बेगुनाहों से पुलिसवालों तक का खून बहाने का इल्जाम। तस्करी से लेकर फिरौती और वसूली तक की तोहमत उस पर। लेकिन फिर भी उसके लिए एक सूबा इतना सुलगा कि मौत के 20 दिनों बाद उसका अंतिम संस्कार हुआ। - कहानी एक गैंगस्टर के रॉबिनहुड बनने की। - गैंगस्टर की पूरी कहानी सुनाने से पहले इस गुजरे हुए गैंगस्टर से आपका तार्रुफ करा देते हैं। नाम- आनंदपाल सिंह उर्फ आनंद बन्ना पहचान- राजस्थान का नामी गैंगस्टर इल्जाम- सात कत्ल समेत 37 से ज्यादा गुनाहों का मुलजिम और राजपूत समाज का रॉबिनहुड राजस्थान के सबसे बड़े और खौफनाक गैंगस्टर का ताल्लुक नागौर इलाके से था। लेकिन किसी गांव के रहने वाले अन्य आम लड़के के मुकाबले आनंदपाल ने जुर्म की दुनिया में ऐसा नाम पैदा किया कि कब राजपूत समाज की एक पूरी की पूरी पुश्त ही उसकी दीवानी हो गई। नागौर से लेकर राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में विरोध प्रदर्शन देखने को मिले। असल में आनंदपाल दूसरे गैंगस्टरर्स से कई मायनों में अलग था। एक लॉ ग्रेजुएट और बीएड होने के बावजूद उसने न सिर्फ जुर्म का रा...

मुख्तार अंसारी कितना बड़ा अपराधी है अगर भूल गए हैं तो जरूर पढ़ें

लखनऊ। आपने अक्सर फिल्मों में देखा होगा कि कुख्यात अपराधी बंदूक की नोक पर अपने इलाके में लोगों के बीच खौफ का व्यापार करता है और लोगों के सामने वह लोगों को मौत के घाट उतार देता है, यही नहीं वहां मौजूद लोग उसके खिलाफ गवाही देने की भी हिमाकत नहीं करते हैं, और जो हिम्मत करके गवाही देने के लिए आगे आता है उसे मौत के घाट उतार दिया जाता है। समाजवादी पार्टी अब कौमी एकता दल के सपा में विलय के साथ समाजवाद की नया इतिहास शुरु करने जा रही है। शिवपाल यादव ने खुद इस बात का आधिकारिक ऐलान कर दिया है कि नेताजी की अनुमति से मुख्तार अंसारी की पार्टी का सपा में विलय हो चुका है। मुख्तार अंसारी और उनके भाई अफजाल अंसारी को बाहुबली नेता के तौर पर जाना जाता है। मुख्तार अंसारी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह मौजूदा समय में आगरा की जेल में बंद हैं। दादा थे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मुख्तार अंसारी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुख्तार अहमद अंसारी के पोते हैं, अहमद अंसारी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे हैं। मखनू गैंग के सदस्य से गुंडा टैक्स की वसूली का सफर मुख्तार अंसारी मुख्य रूप से मखनू सिंह गैंग के सदस्य थे जिसकी 1980 से साहिब सिंह के गैंग से जमीन को लेकर काफी बार खूनी भिड़ंत हो चुकी है। कौमी एकता दल ने सपा की खोली पोल, विलय विवाद पर मुलायम सिंह को घेरा साहिब सिंह गैंग का सरगना बृजेश सिंह था जिसने बाद में खुद अपना गैंग बनाया और गाजीपुर में 1990 में कॉट्रैक्ट माफिया बनकर उभरा। अंसारी की सीधी भिड़ंत बृजेश सिंह से रहती थी। दोनों ही गैंग कोयला, खनन, रेलवे कॉट्रैक्ट, शराब सहित तमाम धंधे करते थे। ये दोनों ही गैंग गुंडा टैक्स और फिरौती लेने का रैकेट भी चलाती थी। पूर्वांचल में अपराध की दुनिया का बादशाह अपर...

Gangster: A Love Story

Running time 117 minutes Country India Language Hindi Budget ₹6.5 crore (equivalent to ₹18croreorUS$2.2million in 2020) Box office est. ₹18 crore (equivalent to ₹49croreorUS$6.2million in 2020) Gangster: A Love Story is a 2006 Indian Gangster released theatrically on 28 April 2006, and proved to be a commercial success at the box office. it received positive reviews from critics, with praise for its screenplay, soundtrack, cinematography and performances of the cast, with particular praise directed towards Ranaut's performance. At the Gangster received 10 nominations, including Plot [ ] This film's plot summary may be Please ( July 2017) ( Simran drowns her misery in booze. Her one friend in Originally a bar dancer in She and Daya were forced to flee to Seoul. They took a small boy named Bittu with them. After an encounter with the Mumbai police, Bittu was killed, causing a strain in the couple's relationship and pushing Simran toward alcoholism. Leaving Simran alone in Seoul, Daya went to work in Mauritius and then Dubai. Aakash tells Simran that he cares for her despite her past, and their relationship gradually develops from friendship to love. Daya, who is still in Dubai, suddenly comes to Seoul. When he learns of Simran's affair with Aakash, he attacks and severely beats him in a fit of rage and jealousy. Daya then professes his love for her and promises to reform and fulfill her dreams of a normal life; he also tells her that if she truly loves Aakash he will not hol...