ग्लोबल वार्मिंग क्या है इसके प्रमुख कारण लिखिए

  1. ग्लोबल वार्मिंग कैसे होता है? – ElegantAnswer.com
  2. ग्लोबल वार्मिंग ! ग्लोबल वार्मिंग क्या है? कारण और उपाय
  3. ग्लोबल वार्मिंग किसे कहते है
  4. जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग के कारण: Global Warming & Climate Change in Hindi
  5. ग्लोबल वार्मिंग क्या है इसके कारण और परिणाम लिखिए?
  6. ग्लोबल वार्मिंग क्या है ? परिभाषा , कारण , प्रभाव , बचने के उपाय
  7. CBSE Class 10 Hindi B अनुच्छेद लेखन


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ग्लोबल वार्मिंग कैसे होता है? – ElegantAnswer.com

ग्लोबल वार्मिंग कैसे होता है? इसे सुनेंरोकेंग्लोबल वार्मिंग औद्योगिक क्रांति के बाद से औसत वैश्विक तापमान में वृद्धि को दर्शाता है। वायुमंडल में इन ग्रीनहाउस गैसों की उच्च सांद्रता पृथ्वी पर अधिक गर्मी बढ़ाने के लिए जिम्मेवार है, जिससे वैश्विक तापमान में वृद्धि होती है। जलवायु वैज्ञानिक मानते हैं कि ग्लोबल वार्मिंग के पीछे मानव गतिविधियां मुख्य है। ग्लोबल वार्मिंग क्या है इसे समस्या क्यों कहा गया है? इसे सुनेंरोकेंतो, ग्लोबल वार्मिंग पृथ्वी के वातावरण के समग्र तापमान में क्रमिक वृद्धि को संदर्भित करता है। विभिन्न गतिविधियां हो रही हैं जो धीरे-धीरे तापमान बढ़ा रही हैं। ग्लोबल वार्मिंग हमारे हिम ग्लेशियरों को तेजी से पिघला रहा है। यह धरती के साथ-साथ इंसानों के लिए भी बेहद हानिकारक है। ग्लोबल वार्मिंग से क्या नुकसान होता है? इसे सुनेंरोकेंग्लोब्ल वार्मिंग की वजह से आने वाले समय में भीषण तूफान, बाढ़. जंगल में आग जैसे घटनायें तेजी से बढ़ेगीं। जल स्तर बढ़ने की वजह से समुद्र के किनारे वाली आबादी समुद्र में समा जायेगी। इजराइल के एक शोधकर्ता ने दावा किया है कि प्रत्येक डिग्री सेल्यिस गर्मी में वृद्वि बिजली कड़कने की प्रक्रिया में 10 फीसद की बढ़ोत्तरी कर देगी। • कॉम्पैक्ट फ्लोरोसेंट लाइट (CFL) बल्ब का उपयोग • कचरे का सही निपटारा • दान करें • इस्तेमाल न होने पर बिजली के उपकरण बंद रखें: • अधिक पैदल चलें या साइकिल का उपयोग करें • पेड़ लगायें और बचाएं • साबुन और डिटर्जेंट का कम प्रयोग करें • टपकते नल और पानी का बचाव ग्लोबल वार्मिंग के लिए कौन सी गैस जिम्मेदार है? इसे सुनेंरोकेंग्रीन हाउस गैसें ग्रह के वातावरण या जलवायु में परिवर्तन और अंततः भूमंडलीय ऊष्मीकरण के लिए उत्तरदायी होती हैं। इ...

ग्लोबल वार्मिंग ! ग्लोबल वार्मिंग क्या है? कारण और उपाय

ग्लोबल वार्मिंग के लिए उत्तरदायी गैसें है ग्रीन हाउस गैसें। यह गैसें ग्रह के वातावरण या जलवायु में परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग के लिए उत्तरदायी होती हैं। ग्रीन हाउस गैसों में सबसे ज्यादा उत्सर्जन कार्बन डाई आक्साइड उसके बाद नाइट्रस आक्साइड फिर मीथेन उसके बाद क्लोरो-फ्लोरो कार्बन उसके बाद वाष्प और ओजोन आदि करती हैं। ग्लोबल वार्मिंग के लिए औद्योगीकरण इस तरह से जिम्मेदार है क्योंकि इसके लिए कई छोटी-बड़ी औद्योगिक इकाईयों¸ फैक्टरियों तथा लाखों की संख्या में चल रहे वाहनों से पैदा होने वाले वायु प्रदुषण के कारण और उससे भी अधिक इन सभी के पूर्ण दोहन से निकलने वाली गैस कार्बन डाइऑक्साइड तथा मोनोऑक्साइड जैसी गैसें इस पृथ्वी के तापमान को बढ़ाने रही हैं। ग्लोबल वार्मिंग को समस्या इस लिए कहा जाता है क्योंकि यह धरती के वातावरण के समग्र तापमान में क्रमिक वृद्धि को संदर्भित करता है। ग्लोबल वार्मिंग के कारण विभिन्न गतिविधियां हो रही हैं जो धीरे-धीरे हमारे ग्रह पृथ्वी के तापमान को बढ़ा रही हैं। यह ग्लोबल वार्मिंग हमारे हिम ग्लेशियरों को तेजी से पिघला रहा है। पृथ्वी के साथ-साथ ये ग्लोबल वार्मिंग इंसानों के लिए भी बेहद हानिकारक है।

ग्लोबल वार्मिंग किसे कहते है

जानें ग्लोबल वार्मिंग किसे कहते है? ग्लोबल वार्मिंग (Global warming) शब्द का उपयोग पृथ्वी के वायुमंडल और उसके महासागरों के औसत तापमान में धीरे-धीरे होनी वाली वृद्धि का वर्णन करने के लिए किया जाता है। ग्लोबल वार्मिंग पृथ्वी की जलवायु प्रणाली के औसत तापमान में एक लंबी अवधि की वृद्धि है। इससे पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीव जंतुओं पर गहरा प्रभाव पड़ता है। ग्लोबल वार्मिंग हमारे मौसम और जलवायु परिवर्तन से गहरा संबंध रखता है। आइये ग्लोबल वार्मिंग क्या है, ग्लोबल वार्मिंग के कारण और ग्लोबल वार्मिंग के दुष्प्रभाव को विस्तार से जानते है। Table of Contents • • • • • • • • • • ग्लोबल वार्मिंग क्या है – What is Global warming in Hindi महासागरों, बर्फ के पहाड़ों, पृथ्वी का पूरा पर्यावरण और धरती की सतह का क्रमिक रूप से गर्म होना ग्लोबल वार्मिंग (Global warming) कहलाता है। वैश्विक ऊष्मीकरण हमारे पर्यावरण के लिए बहुत ही नुकसानदायक होता हैं। आमतौर पर जलवायु परिवर्तन के कारण ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव होते है पर ग्लोबल वार्मिंग के कारण भी जलवायु परिवर्तन होती है। ग्लोबल वार्मिंग या वैश्विक उष्णता से संबंधित जलवायु परिवर्तन पर वैज्ञानिकों का मानना है कि पृथ्वी का औसत तापमान पिछले 100 वर्षों में 0.4 और 0.8 डिग्री सेल्सियस के बीच बढ़ गया है। यह आमतौर पर आधुनिक औद्योगिक से निकलने वाली ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन और कार्बन डाइऑक्साइड के कारण हवा और समुद्र के तापमान में निरंतर वृद्धि को दर्शाता है। वैश्विक स्तर पर अधिकांश लोग ग्लोबल वार्मिंग को एक गंभीर या बहुत गंभीर मुद्दा मानते हैं। लगभग सभी देश जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC) के पक्ष में हैं, जिसका अंतिम उद्देश्य खतरना...

जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग के कारण: Global Warming & Climate Change in Hindi

ग्लोबलवार्मिंगपृथ्वीकेवायुमंडलमेंमौजूदअधिकगर्मीकोकहाजाताहैजिसकेकारणवैश्विकतापमानमेंवृद्धिहोतीहै।ग्लोबलवार्मिंगकोहीजलवायुपरिवर्तनकामुख्यकारणमानाजानाहै।जिसकीवजहसेसमुद्रकास्तरबढ़ताजारहाहै, समुदायोंकाविनाशहोरहाहै, साथहीमौसमकीस्थितिभीखराबहोतीजारहीहै।वैज्ञानिकोंंकाकहनाहैकिअगरहमग्लोबलवार्मिंगकोबढ़नेसेनहींरोकपाएतोहमेंनिम्नलिखितपरिणामोंकासामनाकरनापड़सकताहै- जलवायुपरिवर्तनक्याहै? ·जलवायुपरिवर्तनसेतात्पर्यतापमानऔरमौसमकेपैटर्नमेंदीर्घकालिकबदलावसेहै।येबदलावप्राकृतिकहोसकतेहैं, जैसेसौरचक्रमेंबदलावकेमाध्यमसे।लेकिन 1800 केदशकसे, मानवगतिविधियाँजलवायुपरिवर्तनकामुख्यचालकरहीहैं, मुख्यरूपसेकोयला, तेलऔरगैसजैसेजीवाश्मईंधनकेजलनेकेकारण। ·जीवाश्मईंधनकोजलानेसेग्रीनहाउसगैसकाउत्सर्जनहोताहैजोपृथ्वीकेचारोंओरलिपटेएककंबलकीतरहकामकरताहै, सूरजकीगर्मीकोरोकताहैऔरतापमानबढ़ाताहै। ·जलवायुपरिवर्तनकाकारणबननेवालेग्रीनहाउसगैसउत्सर्जनकेउदाहरणोंमेंकार्बनडाइऑक्साइडऔरमीथेनशामिलहैं।उदाहरणकेलिए, येकारचलानेकेलिएगैसोलीनयाकिसीइमारतकोगर्मकरनेकेलिएकोयलेकाउपयोगकरनेसेआतेहैं।जंगलोंमेंआगलगनेसेकार्बनडाइऑक्साइडनिकलतीहै। ग्रीनहाउसगैससांद्रता 2 मिलियनवर्षोंमेंअपनेउच्चतमस्तरपरहैजिसवजहसेउत्सर्जनमेंवृद्धिजारीहै।नतीजतन, पृथ्वीअब 1800 केदशककेअंतकीतुलनामेंलगभग 1.1 डिग्रीसेल्सियसगर्महै।पिछलादशक (2011-2020) रिकॉर्डपरसबसेगर्मथा।बहुतसेलोगसोचतेहैंकिजलवायुपरिवर्तनकामतलबमुख्यरूपसेगर्मतापमानहै।लेकिनतापमानवृद्धिकेवलकहानीकीशुरुआतहै।क्योंकिपृथ्वीएकप्रणालीहै, जहांसबकुछजुड़ाहुआहै, एकक्षेत्रमेंपरिवर्तनअन्यसभीमेंपरिवर्तनकोप्रभावितकरसकतेहैं। ग्लोबलवार्मिंगमामलोंमेंहुईवृद्धि संयुक्तराष्ट्रकीरिपोर्टोंकीएकश्रृंखलामें, हजारोंवैज्ञानिकोंऔरसरकारीसमीक्षकोंनेसहमतिव्...

ग्लोबल वार्मिंग क्या है इसके कारण और परिणाम लिखिए?

वर्तमान में मानवीय गतिविधियों के कारण उत्पन्न ग्रीनहाउस गैसों के प्रभावस्वरूप पृथ्वी के दीर्घकालिक औसत तापमान में हुई वृद्धि को वैश्विक तापन/ग्लोबल वार्मिंग कहा जाता है | समुद्री जलस्तर में वृद्धि, ग्लेशियरों का पिघलना, वर्षा प्रतिरूप का बदलना, प्रवाल भित्तियों व प्लैंकटनों का विनाश आदि वैश्विक तापन के संभावित दुष्प्रभावों में शामिल हैं | Global Warming Effects and Causes in Hindi वर्तमान में मानवीय गतिविधियों के कारण उत्पन्न ग्रीनहाउस गैसों के प्रभावस्वरूप पृथ्वी के दीर्घकालिक औसत तापमान में हुई वृद्धि को वैश्विक तापन/ग्लोबल वार्मिंग कहा जाता है । ग्रीनहाउस गैसें पृथ्वी से बाहर जाने वाले ताप अर्थात दीर्घतरंगीय विकिरण को अवशोषित कर पृथ्वी के तापमान को बढ़ा देती हैं, इस प्रक्रिया को ‘ग्रीनहाउस प्रभाव’ कहते हैं । ग्रीन हाउस गैसों में मुख्यतः कार्बन डाई ऑक्साइड, मीथेन, ओज़ोन आदि गैसें शामिल हैं ।1880 से 2012 की अवधि के दौरान पृथ्वी के औसत सतही तापमान में 0.85°C की वृद्धि दर्ज की गयी है ।1906 से 2005 की अवधि के दौरान पृथ्वी के औसत सतही तापमान में 0.74±0.18°C की वृद्धि दर्ज की गयी है । वैश्विक तापन के कारण वैश्विक तापन का प्रमुख कारण मानवीय गतिविधियों के कारण वातावरण में ग्रीनहाउस गैसों की मात्रा में वृद्धि होना है । ग्रीनहाउस गैसों में मुख्य रूप से कार्बन डाई ऑक्साइड(CO2), मीथेन(CH4) , नाइट्रस ऑक्साइड(N2O), ओज़ोन (O3), क्लोरोफ़्लोरो कार्बन (CFCs) आदि गैसें शामिल हैं । किसी भी ग्रीनहाउस गैस का प्रभाव वातावरण में उसकी मात्रा में हुई वृद्धि, वातावरण में उसके रहने की अवधि और उसके द्वारा अवशोषित विकिरण के तरंगदैर्ध्य (Wavelength of Radiation) पर निर्भर करता है। ग्रीनहाउस गैसों में कार्...

ग्लोबल वार्मिंग क्या है ? परिभाषा , कारण , प्रभाव , बचने के उपाय

ग्लोबल वार्मिंग क्या है ? ग्लोबल वार्मिंग क्या है ? ग्लोबल वार्मिंग का परिचय : दोस्तों ! क्या आप ये जानना चाहते है कि ग्लोबल वार्मिंग क्या है ? तो आपका हमारे आज के इस पोस्ट में सुआगत है । आज के इस पोस्ट में मैं ग्लोबल वार्मिंग के बारे में सारी जानकारी आप तक पहुँचाने का प्रयास करुँगी । ग्लोबल वार्मिंग एक ऐसी समस्या है जिससे पूरा विश्व पीड़ित होता है । वैश्विक तापमान में वृद्धि होने से अनेक प्रतिकूल प्रभाव पड़ते हैं । जिसके कारण बाढ़ , तूफ़ान आग तथा सूखा जैसी कई समस्याएं देखने को मिलती हैं । वैश्विक तापमान में वृद्धि होने के कारण जलवाष्प का अधिक मात्रा में वाष्पीकरण होता है । तथा भारी बारिश के कारण बाढ़ की संभावना बढ़ जाती है । ग्लोबल वार्मिंग की परिभाषा – ग्लोबल वार्मिंग क्या है ? ग्लोबल वार्मिंग का अर्थ पृथ्वी के तापमान में वृद्धि होना है , औद्योगिक क्रांति के पश्चात् वैश्विक तापमान में भारी वृद्धि हुई है , जिससे ग्लोबल वार्मिंग का अस्तित्व निकलकर सामने आया है । ” ग्लोबल वार्मिंग को भूमि की सतह के औसत तापमान में वृद्धि के अर्थ में लिया जाता है । “ ग्रीन हाउस गैसें क्या होती है ? ग्रीन हाउस गैसें वह गैसें होती हैं , जो ग्रह के वातावरण या जलवायु में परिवर्तन के लिए उत्तरदायी होती है । भूमंडलीय , ऊष्मीकरण का कारण भी यही गैसें होती हैं , जिनमे मुख्यता : कार्बन – डाई – ऑक्साइड [ CO 2 ] , क्लोरो फ्लोरो कार्बन [ CFC S ] , मिथेन , [ CH 4 ] नाइट्रस ऑक्साइड [ N 2O] , वाष्प तथा ओजोन [ O3 ] हैं । ग्रीन हाउस गैसें कौन – कौन सी होती हैं – गैसों के नाम कार्बनिक नाम पर्यावरण में इसकी मात्रा • कार्बन – डाई – ऑक्साइड CO 2 9 – 26 % • मेथेन CH 4 4 – 9 % • नाइट्रस ऑक्साइड N 2O 3 – 7 % • ओजोन O 3 – •...

CBSE Class 10 Hindi B अनुच्छेद लेखन

CBSE Class 10 Hindi B लेखन कौशल अनुच्छेद लेखन अनुच्छेद लेखन मानव मन में नाना प्रकार के भाव-विचार आते-जाते रहते हैं। किसी विषय विशेष से संबंधित भावों-विचारों को सीमित शब्दों में लिखते हुए एक अनुच्छेद में लिखना अनुच्छेद लेखन कहलाता है। अनुच्छेद लेखन भी एक कला है। इस तरह के लेखन में अनावश्यक विस्तार से बचते हुए इस तरह लेखन किया जाता है कि कोई आवश्यक तथ्य छूटने न पाए। You can also download NCERT Solutions Class 10 Science to help you to revise complete syllabus and score more marks in your examinations. अनुच्छेद लेखन में निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए- • अनुच्छेद लेखन में मुख्य विषय से भटकना नहीं चाहिए। • व्यर्थ के विस्तार से बचने का प्रयास करना चाहिए। • वाक्यों के बीच निकटता और संबद्धता होनी चाहिए। • भाषा प्रभावपूर्ण और प्रवाहमयी होनी चाहिए। • छोटे-छोटे वाक्यों का प्रयोग करना अच्छा रहता है। • भाषा सरल, बोधगम्य और सहज होनी चाहिए। • अनुच्छेद लेखन उतने ही शब्दों में करना चाहिए जितने शब्द में लिखने का निर्देश दिया गया हो। उस शब्द-सीमा से 5 या अधिक शब्द होने से फर्क नहीं पड़ता है। • अनुच्छेद पढ़ते समय लगे कि इसमें लेखक की अनुभूतियाँ समाई हैं। नोट- आजकल परीक्षा में अनुच्छेद लेखन के लिए शीर्षक और उससे संबंधित संकेत बिंदु दिए गए होते हैं। इन संकेत बिंदुओं को ध्यान में रखकर अनुच्छेद लेखन करना चाहिए। इन संकेत बिंदुओं को अनदेखा करके अनुच्छेद-लेखन करना हितकर नहीं होगा। इसस अक कम हान का सभावना बढ़ जाती है। 1. मिट्टी तेरे रूप अनेक • सामान्य धारणा • मानव शरीर की रचना के लिए आवश्यक • जीवन का आधार • कल्याणकारी रूप • बच्चों के लिए मिट्टी। प्रायः जब किसी वस्तु को अत्यंत तुच्छ बताना होता ह...