गोद भराई कब होती है

  1. गोद भराई करने का शुभ मुहूर्त , शुभ दिन , शुभ समय
  2. कैसे तय करें कि आपको कब अपना गोद भराई करवानी चाहिए
  3. What is Godh Bharai or Baby Shower in Hindi
  4. गोद भराई की रस्म कैसे करें? – ElegantAnswer.com
  5. गोद भराई की रस्म कब करनी चाहिए? – ElegantAnswer.com
  6. गोद भराई क्या है? Godh Bharai के रस्में कैसे निभाई जाती है
  7. गोद भराई क्या है? Godh Bharai के रस्में कैसे निभाई जाती है
  8. गोद भराई की रस्म कैसे करें? – ElegantAnswer.com
  9. गोद भराई की रस्म कब करनी चाहिए? – ElegantAnswer.com
  10. गोद भराई करने का शुभ मुहूर्त , शुभ दिन , शुभ समय


Download: गोद भराई कब होती है
Size: 3.13 MB

गोद भराई करने का शुभ मुहूर्त , शुभ दिन , शुभ समय

सोमवार , बुधवार , शुक्रवार तथा शनिवार के दिन को गोदभराई करने के लिए शुभ माना गया है। गोद भराई किस दिन व कब करनी चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार गोद भराई की रस्म छ्ठे तथा आठवें महीने में करना सर्वोत्तम माना गया है। तथा किसी कारणवश यदि इन दोनों ही महीनों में यह रस्म नहीं कर पाते हैं तो इस रस्म अदायगी के लिए सातवें महीने को भी मध्यम फलकारी माना गया है। गोद भराई करने की शुभ तिथि गोद भराई करने के लिए निम्न नक्षत्र शुभ माने गए हैं- मूल नक्षत्र , उत्तराषाढा नक्षत्र , पूर्वाषाढा़ नक्षत्र , हस्त नक्षत्र , श्रवण नक्षत्र , पुष्प तथा रेवती नक्षत्र। गोद भराई क्या होती है ? गोद भराई हिंदू धर्म की एक ऐसी रस्म है जिसके तहत गर्भवती महिला के छठे, सातवें तथा आठवें महीने में वास्तु शास्त्र के अनुसार संपन्न किया जाता है तथा इस दौरान मां बच्चे को खूब प्यार दुलार किया जाता है। गोद भराई के समय कैसे कपड़े पहनने चाहिए गोद भराई के समय बच्चे की मां को सामान्य रंग के कपड़े पहनने चाहिए क्योंकि अन्य रंग बच्चे के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। Disclaimer: यह शुभ मुहूर्त हमने विभिन्न स्त्रोतों के माध्यम से प्राप्त करके लिखा है यदि इसमें किसी प्रकार की कोई गलती होती है तो इसके लिए Gaanvkhabar जवाबदेह नहीं होगा।

कैसे तय करें कि आपको कब अपना गोद भराई करवानी चाहिए

एक बार जब आप सकारात्मक गर्भावस्था परीक्षण प्राप्त करने के शुरुआती झटके से परे हो जाती हैं, तो आप माता-पिता बनने के विचार में बसना शुरू कर देंगी। जैसे-जैसे डॉक्टर के अपॉइंटमेंट और अल्ट्रासाउंड आते हैं और चले जाते हैं, यह सब अधिक वास्तविक लगने लगेगा। जल्द ही, आप एक बच्चे को घर लाने जा रहे हैं। शुरुआती दिनों में शिशुओं को बहुत अधिक सामान की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन कई चीजें हैं जो नवजात शिशु के साथ जीवन को बहुत आसान बना सकती हैं। अपने शॉवर में आपको मिलने वाले उपहारों के लिए पंजीकरण करने से कुछ वित्तीय बोझ कम हो सकता है। यहां बताया गया है कि कैसे तय किया जाए कि आपको कब अपना बेबी शॉवर करवाना चाहिए। समय आपके गोद भराई की तारीख एक व्यक्तिगत निर्णय है। कुछ जोड़े बच्चे के जन्म के बाद तक स्नान नहीं करना चाहते हैं। दूसरे इसे तुरंत लेना पसंद करते हैं। तिथि निर्धारित करने से पहले किसी भी व्यक्तिगत, धार्मिक या सांस्कृतिक परंपराओं को ध्यान में रखें। कहा जा रहा है कि ज्यादातर शावर गर्भावस्था के आखिरी दो महीनों में होते हैं। यह समय अच्छा क्यों काम करता है? एक के लिए, आप तीसरी तिमाही में अपनी गर्भावस्था के सबसे जोखिम भरे हिस्से से बाहर हैं। इसका मतलब है कि आपके गर्भपात की संभावना बहुत कम हो जाती है। आमतौर पर 18 से 20 सप्ताह के बीच अल्ट्रासाउंड में शिशु के लिंग का पता लगाना भी महत्वपूर्ण है। यह आपके रजिस्ट्री निर्णयों को प्रभावित कर सकता है। विशेष स्थिति जबकि अधिकांश जोड़े गर्भावस्था में बाद में स्नान का समय निर्धारित करते हैं, ऐसी कई स्थितियाँ हो सकती हैं जिनका सामना आपके बच्चे को पहले या बाद में करना पड़ सकता है। भारी जोखिम क्या आपको समय से पहले प्रसव का खतरा है? क्या आपको अपनी गर्भावस्...

What is Godh Bharai or Baby Shower in Hindi

हमारा देश अपने विभिन्न धर्मों, संस्कृतियों, भाषाओं और रिवाजों के लिए जाना जाता है। जैसे यहाँ हर कुछ किलोमीटर के बाद भाषा बदलती हैं, वैसे ही रिवाज भी बदलते हैं। भारत में प्राचीन समय से ही कुछ परम्पराएं हैं जिनका आज भी पूरे उत्साह से पालन किया जाता है उनमें से ही एक है गोद भराई (godh bharai)। गोद भराई वो कार्यक्रम है जिसे गर्भवती स्त्री और होने वाले शिशु के लिए आयोजित किया जाता है। गोद भराई का अर्थ है ‘गोद को भरना’। इसे एक त्यौहार की तरह मनाया जाता है और देश के अलग-अलग हिस्सों में इसे विभिन्न नामों से जाना जाता है जैसे केरल में ‘सीमंथाम’, बंगाल में इसे ‘शाद’, तमिलनाडु में ‘वलकप्पू’ और इंग्लिश में बेबी शावर (Baby Shower in Hindi)। गर्भवती स्त्री के लिए यह प्रथा बेहद खास होती है। आपने बड़ी हस्तियों की गोद भराई के बारे में सुना और उनकी तस्वीरों को तो देखा ही होगा। जैसे हाल ही में टेनिस स्टार सानिया मिर्ज़ा ने गोद भराई को पाजामा पार्टी के रूप में मनाया। ऐसे ही शाहिद कपूर की पत्नी मीरा की गोद भराई को भी पारंपरिक नहीं बल्कि आधुनिक रूप में मनाया गया। आजकल गोद भराई (godh bharai) का तरीका कुछ बदल चुका है। अब लोग पारंपरिक रूप से नहीं बल्कि आधुनिक तरीके से इसे मनाते हैं। हालाँकि कई जगहों और समुदायों में इस त्यौहार को नहीं मनाया जाता और लोग इसके बारे में अधिक जानते भी नहीं हैं। इसलिए आइये जाने कि आखिर गोद भराई है (What is Godh Bharai in Hindi) क्या और गोद भराई कैसे करते हैं (godh bharai kaise kare)। जानिए गोद भराई क्या होती है (What is Godh Bharai or Baby Shower in Hindi) गोद भराई को हिन्दू धर्म के सोलह संस्कारों में से एक माना गया है जो हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। इस कार्यक्रम का...

गोद भराई की रस्म कैसे करें? – ElegantAnswer.com

गोद भराई की रस्म कैसे करें? इसे सुनेंरोकेंकुछ परिवारों में इस अवसर पर घर की बड़ी-बुज़ुर्ग महिलाएं खास तेल से गर्भवती का अभिषेक करती हैं। इसके बाद गर्भवती महिला को साड़ी पहनाकर फूलों से सजाया जाता है। इस समारोह से पहले एक पूजा भी की जाती है। इस पूरे समारोह में केवल महिलाएं ही शामिल होती हैं। गोद भराई की रस्म कब होती है? इसे सुनेंरोकेंगोदभराई कार्यक्रम का आयोजन करने का सबसे अच्छा समय 6 से 8 महीनों के बीच यानी गर्भ के 28-32 हफ्ते के बीच में होता है। लोगों का यह मानना है कि गर्भ के 20 हफ्तों से पहले और 38 हफ्तों के बाद गोदभराई का आयोजन करना शुभ नहीं होता है, क्योंकि यह काफी पहले और काफी बाद की अवधि हो जाती है। गोद भराई क्यों की जाती है? इसे सुनेंरोकेंगोद भराई एक ऐसी रस्म है जिसमें आपका पूरा परिवार आपके आने वाले बच्चे की खुशी में जश्न मनाता है। यह समारोह गर्भवती महिला को खूब सारी खुशियां और दुआएं देने का बढ़िया अवसर होता है परंतु पूरे दिन की रस्मो रिवाज के बीच में गर्भवती महिला को थकान भी हो जाती है। गोद भराई में क्या उपहार देना चाहिए? गोदभराई के लिए उपहार • अपने मेहमानों को पौधों के बीज दें। • एक बोतल में कैंडी – एक साफ शिशु बोतल लें और उसे कैंडीज़ से भर दें। • कॉफ़ी और चाय के बॉक्स का उपहार दें। • पौधे उपहार करें– जो मेहमान एक पौधा अपने घर ले जाएगा, वह हर बार उस पौधे को पानी देते समय गोदभराई को याद करेगा। • कुछ अनोखी, बढिया खुशबूदार कैंडल्स उपहार में दें। महिलाओं की गोद भराई कार्यक्रम से क्या तात्पर्य है? इसे सुनेंरोकेंगोद भराई क्या है ‘गोद भराई’ का अर्थ है ‘एक गर्भवती महिला की गोद भरने की रस्म’। यह एक प्राचीन भारतीय परंपरा है जिसे पश्चिमी देशों में ‘बेबी शावर’ के नाम से जाना...

गोद भराई की रस्म कब करनी चाहिए? – ElegantAnswer.com

गोद भराई की रस्म कब करनी चाहिए? इसे सुनेंरोकेंगोदभराई कार्यक्रम का आयोजन करने का सबसे अच्छा समय 6 से 8 महीनों के बीच यानी गर्भ के 28-32 हफ्ते के बीच में होता है। लोगों का यह मानना है कि गर्भ के 20 हफ्तों से पहले और 38 हफ्तों के बाद गोदभराई का आयोजन करना शुभ नहीं होता है, क्योंकि यह काफी पहले और काफी बाद की अवधि हो जाती है। गोद भराई में क्या उपहार देना चाहिए? गोदभराई के लिए उपहार • अपने मेहमानों को पौधों के बीज दें। • एक बोतल में कैंडी – एक साफ शिशु बोतल लें और उसे कैंडीज़ से भर दें। • कॉफ़ी और चाय के बॉक्स का उपहार दें। • पौधे उपहार करें– जो मेहमान एक पौधा अपने घर ले जाएगा, वह हर बार उस पौधे को पानी देते समय गोदभराई को याद करेगा। • कुछ अनोखी, बढिया खुशबूदार कैंडल्स उपहार में दें। प्रेगनेंसी में कितना घूमना चाहिए? इसे सुनेंरोकेंविशेषज्ञों का मानना है कि अगर प्रेगनेंसी सामान्य है तो 30 से 45 मिनट की वॉक से काफी फायदा मिल सकता है. गोद कैसे भरी जाती है? इसे सुनेंरोकेंगोद भराई एक रस्‍त या रीति होती है जिसमें गर्भवती मां को खूब आशीर्वाद और प्‍यार दिया जाता है। नए मेहमान के परिवार में आने की खुशी में भी यह रस्‍म की जाती है। गोद भराई का मतलब होता है प्रेगनेंट महिला की गोद को खुशियों, प्‍यार और आशीर्वाद से भर देना। देश के अलग-अलग हिस्‍सों में इस रस्‍म को अलग नामों से जाना जाता है। क्या खाने से बच्चा बुद्धिमान पैदा होता है? इसे सुनेंरोकेंबच्चे के मस्तिष्क के विकास के लिए गर्भावस्था के दौरान खाने में ऐसी चीजों को खाएं जिनमें फोलिक एसिड अधिक हो। मसूर की दाल और पालक में इसकी मात्रा अधिक होती है। हरी सब्जियों में भी फोलिक एसिड और आयरन अधिक मात्रा में होता है। प्रेगनेंसी में पालक और हरी ...

गोद भराई क्या है? Godh Bharai के रस्में कैसे निभाई जाती है

• Home • Education Menu Toggle • Assignment • Online Apply Menu Toggle • Government Job • 100 Question Answer Set • Scholarship • Yojana • Internet Menu Toggle • Apps • Online Reviews • Computer • Mobile • Health Menu Toggle • Allopathic Medicine • Homeopathic Medicine • जड़ी बूटी • Lifestyle • Business Menu Toggle • Paise kaise kamaye • बैंक (Banking) • Shopping • More >> Menu Toggle • ताजा न्यूज़ • टिप्स और ट्रिक्स • जरा हटके • हिंदी कहानियां • Festival • Place • Music Last Updated on 2 वर्ष by गोद भराई क्या है? हिंदी में जानने के लिए वेबसाइटहिंदी.कॉम का पोस्ट पढ़िए क्यूंकि इस पोस्ट में Godh Bharai के रस्म निभाने से संबंधित जानकारियां शेयर किया गया है | जब महिला गर्भवती होती है तब आनेवाला मेहमान के लिए तैयारियां जोरो पर होती है | घर के सदस्य अपने मर्जी से अलग-अलग तरीको से खुशियाँ मनाते है | गर्भवती होने पर एक परम्परिक रिवाज भी होती है जिसको निभाया जाता है | 4.2 Related Posts: गोद भराई क्या है? – What Is Baby Shower? गोद भराई को अंग्रेजी में Baby Shower कहा जाता है | यह हिन्दू धर्म में परम्परिक रस्म है जिसमें गोद को प्रचुरता से भरना होता है | Godh Bharai के समय घर के परिवार गर्भवती को बहुत सारे आशीर्वाद देतें हैं | (इसे भी पढ़ें सबसे बड़ी ख़ुशी उस महिला को होती है जो माँ बनने वाली होती है | क्यूंकि उसी दिन से परिवार वालों का आधिर्वाद रहता है की आनेवाला बच्चा हमेशा स्वास्थ्य रहें | आइये जानते है जानिए गोद भराई कब की जाती है? 7वें तथा 8वां महीने में गर्भवती महिला के पेट में बच्चे सुरक्षित होतें है जिसके बाद गोद-भराई का रस्म निभाना अच्छा होता है | इसीलिए अलग-अलग समुदाय के अनुसार ...

गोद भराई क्या है? Godh Bharai के रस्में कैसे निभाई जाती है

• Home • Education Menu Toggle • Assignment • Online Apply Menu Toggle • Government Job • 100 Question Answer Set • Scholarship • Yojana • Internet Menu Toggle • Apps • Online Reviews • Computer • Mobile • Health Menu Toggle • Allopathic Medicine • Homeopathic Medicine • जड़ी बूटी • Lifestyle • Business Menu Toggle • Paise kaise kamaye • बैंक (Banking) • Shopping • More >> Menu Toggle • ताजा न्यूज़ • टिप्स और ट्रिक्स • जरा हटके • हिंदी कहानियां • Festival • Place • Music Last Updated on 2 वर्ष by गोद भराई क्या है? हिंदी में जानने के लिए वेबसाइटहिंदी.कॉम का पोस्ट पढ़िए क्यूंकि इस पोस्ट में Godh Bharai के रस्म निभाने से संबंधित जानकारियां शेयर किया गया है | जब महिला गर्भवती होती है तब आनेवाला मेहमान के लिए तैयारियां जोरो पर होती है | घर के सदस्य अपने मर्जी से अलग-अलग तरीको से खुशियाँ मनाते है | गर्भवती होने पर एक परम्परिक रिवाज भी होती है जिसको निभाया जाता है | 4.2 Related Posts: गोद भराई क्या है? – What Is Baby Shower? गोद भराई को अंग्रेजी में Baby Shower कहा जाता है | यह हिन्दू धर्म में परम्परिक रस्म है जिसमें गोद को प्रचुरता से भरना होता है | Godh Bharai के समय घर के परिवार गर्भवती को बहुत सारे आशीर्वाद देतें हैं | (इसे भी पढ़ें सबसे बड़ी ख़ुशी उस महिला को होती है जो माँ बनने वाली होती है | क्यूंकि उसी दिन से परिवार वालों का आधिर्वाद रहता है की आनेवाला बच्चा हमेशा स्वास्थ्य रहें | आइये जानते है जानिए गोद भराई कब की जाती है? 7वें तथा 8वां महीने में गर्भवती महिला के पेट में बच्चे सुरक्षित होतें है जिसके बाद गोद-भराई का रस्म निभाना अच्छा होता है | इसीलिए अलग-अलग समुदाय के अनुसार ...

गोद भराई की रस्म कैसे करें? – ElegantAnswer.com

गोद भराई की रस्म कैसे करें? इसे सुनेंरोकेंकुछ परिवारों में इस अवसर पर घर की बड़ी-बुज़ुर्ग महिलाएं खास तेल से गर्भवती का अभिषेक करती हैं। इसके बाद गर्भवती महिला को साड़ी पहनाकर फूलों से सजाया जाता है। इस समारोह से पहले एक पूजा भी की जाती है। इस पूरे समारोह में केवल महिलाएं ही शामिल होती हैं। गोद भराई की रस्म कब होती है? इसे सुनेंरोकेंगोदभराई कार्यक्रम का आयोजन करने का सबसे अच्छा समय 6 से 8 महीनों के बीच यानी गर्भ के 28-32 हफ्ते के बीच में होता है। लोगों का यह मानना है कि गर्भ के 20 हफ्तों से पहले और 38 हफ्तों के बाद गोदभराई का आयोजन करना शुभ नहीं होता है, क्योंकि यह काफी पहले और काफी बाद की अवधि हो जाती है। गोद भराई क्यों की जाती है? इसे सुनेंरोकेंगोद भराई एक ऐसी रस्म है जिसमें आपका पूरा परिवार आपके आने वाले बच्चे की खुशी में जश्न मनाता है। यह समारोह गर्भवती महिला को खूब सारी खुशियां और दुआएं देने का बढ़िया अवसर होता है परंतु पूरे दिन की रस्मो रिवाज के बीच में गर्भवती महिला को थकान भी हो जाती है। गोद भराई में क्या उपहार देना चाहिए? गोदभराई के लिए उपहार • अपने मेहमानों को पौधों के बीज दें। • एक बोतल में कैंडी – एक साफ शिशु बोतल लें और उसे कैंडीज़ से भर दें। • कॉफ़ी और चाय के बॉक्स का उपहार दें। • पौधे उपहार करें– जो मेहमान एक पौधा अपने घर ले जाएगा, वह हर बार उस पौधे को पानी देते समय गोदभराई को याद करेगा। • कुछ अनोखी, बढिया खुशबूदार कैंडल्स उपहार में दें। महिलाओं की गोद भराई कार्यक्रम से क्या तात्पर्य है? इसे सुनेंरोकेंगोद भराई क्या है ‘गोद भराई’ का अर्थ है ‘एक गर्भवती महिला की गोद भरने की रस्म’। यह एक प्राचीन भारतीय परंपरा है जिसे पश्चिमी देशों में ‘बेबी शावर’ के नाम से जाना...

गोद भराई की रस्म कब करनी चाहिए? – ElegantAnswer.com

गोद भराई की रस्म कब करनी चाहिए? इसे सुनेंरोकेंगोदभराई कार्यक्रम का आयोजन करने का सबसे अच्छा समय 6 से 8 महीनों के बीच यानी गर्भ के 28-32 हफ्ते के बीच में होता है। लोगों का यह मानना है कि गर्भ के 20 हफ्तों से पहले और 38 हफ्तों के बाद गोदभराई का आयोजन करना शुभ नहीं होता है, क्योंकि यह काफी पहले और काफी बाद की अवधि हो जाती है। गोद भराई में क्या उपहार देना चाहिए? गोदभराई के लिए उपहार • अपने मेहमानों को पौधों के बीज दें। • एक बोतल में कैंडी – एक साफ शिशु बोतल लें और उसे कैंडीज़ से भर दें। • कॉफ़ी और चाय के बॉक्स का उपहार दें। • पौधे उपहार करें– जो मेहमान एक पौधा अपने घर ले जाएगा, वह हर बार उस पौधे को पानी देते समय गोदभराई को याद करेगा। • कुछ अनोखी, बढिया खुशबूदार कैंडल्स उपहार में दें। प्रेगनेंसी में कितना घूमना चाहिए? इसे सुनेंरोकेंविशेषज्ञों का मानना है कि अगर प्रेगनेंसी सामान्य है तो 30 से 45 मिनट की वॉक से काफी फायदा मिल सकता है. गोद कैसे भरी जाती है? इसे सुनेंरोकेंगोद भराई एक रस्‍त या रीति होती है जिसमें गर्भवती मां को खूब आशीर्वाद और प्‍यार दिया जाता है। नए मेहमान के परिवार में आने की खुशी में भी यह रस्‍म की जाती है। गोद भराई का मतलब होता है प्रेगनेंट महिला की गोद को खुशियों, प्‍यार और आशीर्वाद से भर देना। देश के अलग-अलग हिस्‍सों में इस रस्‍म को अलग नामों से जाना जाता है। क्या खाने से बच्चा बुद्धिमान पैदा होता है? इसे सुनेंरोकेंबच्चे के मस्तिष्क के विकास के लिए गर्भावस्था के दौरान खाने में ऐसी चीजों को खाएं जिनमें फोलिक एसिड अधिक हो। मसूर की दाल और पालक में इसकी मात्रा अधिक होती है। हरी सब्जियों में भी फोलिक एसिड और आयरन अधिक मात्रा में होता है। प्रेगनेंसी में पालक और हरी ...

गोद भराई करने का शुभ मुहूर्त , शुभ दिन , शुभ समय

सोमवार , बुधवार , शुक्रवार तथा शनिवार के दिन को गोदभराई करने के लिए शुभ माना गया है। गोद भराई किस दिन व कब करनी चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार गोद भराई की रस्म छ्ठे तथा आठवें महीने में करना सर्वोत्तम माना गया है। तथा किसी कारणवश यदि इन दोनों ही महीनों में यह रस्म नहीं कर पाते हैं तो इस रस्म अदायगी के लिए सातवें महीने को भी मध्यम फलकारी माना गया है। गोद भराई करने की शुभ तिथि गोद भराई करने के लिए निम्न नक्षत्र शुभ माने गए हैं- मूल नक्षत्र , उत्तराषाढा नक्षत्र , पूर्वाषाढा़ नक्षत्र , हस्त नक्षत्र , श्रवण नक्षत्र , पुष्प तथा रेवती नक्षत्र। गोद भराई क्या होती है ? गोद भराई हिंदू धर्म की एक ऐसी रस्म है जिसके तहत गर्भवती महिला के छठे, सातवें तथा आठवें महीने में वास्तु शास्त्र के अनुसार संपन्न किया जाता है तथा इस दौरान मां बच्चे को खूब प्यार दुलार किया जाता है। गोद भराई के समय कैसे कपड़े पहनने चाहिए गोद भराई के समय बच्चे की मां को सामान्य रंग के कपड़े पहनने चाहिए क्योंकि अन्य रंग बच्चे के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। Disclaimer: यह शुभ मुहूर्त हमने विभिन्न स्त्रोतों के माध्यम से प्राप्त करके लिखा है यदि इसमें किसी प्रकार की कोई गलती होती है तो इसके लिए Gaanvkhabar जवाबदेह नहीं होगा।