गोवर्धन पूजा कब है 2022 शुभ मुहूर्त

  1. Govardhan Puja 2022: कब है गोवर्धन पूजा? जानें तिथि, मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व
  2. govardhan puja 2022 date and time govardhan puja on october 26 puja vidhi shubh muhurat mythology and beliefs of annakut puja in hindi tvi
  3. Govardhan Puja 2022: कल की जाएगी गोवर्धन पूजा, जानिए इसका महत्व और पूजा का शुभ मुहूर्त
  4. Govardhan Puja 2022: गोवर्धन पूजा आज, इस शुभ मुहूर्त में करें भगवान कृष्ण का पूजन
  5. Govardhan Puja 2022 Date Shubh Muhurat Puja Vidhi Importance When Is Govardhan Puja


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Govardhan Puja 2022: कब है गोवर्धन पूजा? जानें तिथि, मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

कार्तिक माह के शुक्ल प्रतिपदा तिथि को होती है गोवर्धन पूजा. गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाकर की जाती है गोवर्धन पूजा. भगवान श्रीकृष्ण और देवराज इंद्र से जुड़ी है गोवर्धन पूजा. Govardhan Puja 2022: प्रत्येक वर्ष गोवर्धन पूजा का पर्व कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि और दीपावली के दूसरे दिन मनाया जाता है. यह हिन्दुओं के प्रमुख त्योहारों में एक माना जाता है. इसे गोवर्धन पूजा के साथ ही अन्नकूट पर्व के नाम से भी जाना जाता है. गोवर्धन पूजा गिरिराज गोवर्धन पर्वत और भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित होता है. इस दिन लोग गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत, गाय, बछड़े आदि की आकृति बनाकर पूजा करते हैं. पौराणिक कथाओं के अनुसार इस पर्व को मनाए जाने की शुरुआत श्रीकृष्ण ने की. उन्होंने देवराज इंद्र के अंहकार को दूर करने के लिए गोकुलवासियों को गोवर्धन पूजा करने के लिए प्रेरित किया. इसलिए इस पर्व को भगवान श्रीकृष्ण की कई लीलाओं में एक लीला का भाग माना गया है. दिल्ली के आचार्य गुरमीत सिंह जी से जानते हैं गोवर्धन पूजा की तिथि, पूजा विधि, नियम और महत्व के बारे में. गोवर्धन पूजा तिथि व शुभ मुहूर्त • इस साल गोवर्धन पूजा बुधवार 26 अक्टूबर 2022 को मनाई जाएगी • प्रतिपदा तिथि आरंभ- मंगलवार 25 अक्टूबर शाम 04:18 बजे से • प्रतिपदा तिथि समाप्त- बुधवार 26 अक्टूबर दोपहर 02:42 पर • पूजा के लिए शुभ मुहूर्त- 26 अक्टूबर सुबह 06:29 से 08:43 तक यह भी पढ़ेंः गोवर्धन पूजा विधि और नियम • गोवर्धन पूजा के दिन सुबह उठकर स्नानादि करने के बाद साफ कपड़े पहन लें. • इस दिन गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाई जाती है और फूलों से इसकी सजावट की जाती है. • इस दिन गौ माता की पूजा करने का विधान है. लेकिन इसी के साथ कृषि काम में आने वाले पश...

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Govardhan Puja 2022 Date, Puja Vidhi, Shubh Muhurat: गोवर्धन पूजा 2022, 26 अक्टूबर को है. हालांकि ज्यादातर कृष्ण भक्त यह पर्व पूरे उत्साह और भक्ति भाव के साथ मनाते हैं लेकिन खासतौर पर ब्रजवासियों उत्साह देखते बनता है. वैसे तो गोवर्धन पूजा दिवाली के अगले दिन मनाते हैं लेकिन इस बार सूर्य ग्रहण के कारण 26 अक्टूबर, बुधवार को गोवर्धन पूजा की जायेगी. इस दिन मंदिरों में विविध प्रकार की खाद्य सामग्रियों से भगवान को भोग लगाया जाता है. वाले दिन भगवान कृष्ण की पूजा होती है साथ ही गाय के गोबर से गोवर्धन देव बनाकर उन्हें पूजने की परंपरा भी रही है. अन्नकूट/गोवर्धन पूजा भगवान श्रीकृष्ण के अवतार के बाद द्वापर युग से प्रारंभ हुई. गोवर्धन पूजा तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि जानें. • सबसे पहले घर के आंगन में गोबर से गोवर्धन का चित्र बनाएं. • इसके बाद रोली, चावल, खीर, बताशे, जल, दूध, पान, केसर, फूल और दीपक जलाकर गोवर्धन भगवान की पूजा करें. • कहा जाता है कि इस दिन विधि विधान से सच्चे दिल से गोवर्धन भगवान की पूजा करने से सालभर भगवान श्री कृष्ण की कृपा बनी रहती है. • भगवान श्री कृष्ण का अधिक से अधिक ध्यान करें. • इस दिन भगवान को 56 या 108 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाने की परंपरा भी है. • भगवान श्री कृष्ण की आरती करें. • भगवान श्री कृष्ण ने की थी ब्रजवासियों की रक्षा. बताया जाता है कि ब्रजवासी इंद्र की पूजा करते थे, लेकिन जब भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्र की जगह गोवर्धन पूजा करने की बात कही तो इंद्र रुष्ट हो गए और उन्होंने अपना प्रभाव दिखाते हुए ब्रजमंडल में मूसलधार बारिश शुरू कर दी. इस वर्षा से बचाने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठा लिया और ब्रजवासियों की रक्षा की. गो...

Govardhan Puja 2022: कल की जाएगी गोवर्धन पूजा, जानिए इसका महत्व और पूजा का शुभ मुहूर्त

• • Faith Hindi • Govardhan Puja 2022: कल की जाएगी गोवर्धन पूजा, जानिए इसका महत्व और पूजा का शुभ मुहूर्त Govardhan Puja 2022: कल की जाएगी गोवर्धन पूजा, जानिए इसका महत्व और पूजा का शुभ मुहूर्त Govardhan Puja 2022: हिंदू धर्म में दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है लेकिन इस बार गोवर्धन पूजा अगले दिन नहीं बल्कि एक दिन बाद मनाई जाएगी. आइए जानते हैं पूजा का शुभ मुहूर्त. Govardhan Puja 2022: हिंदू धर्म गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व है और यह त्योहार दिवाली के अगले दिन मनाया जाता है. लेकिन इस साल अगले दिन यानि 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है और इसकी वजह से इस दिन गोवर्धन पूजा नहीं की जाएगी. बता दें कि गोवधर्न पूजा को अन्नकूट भी कहा जाता है और इस दिन भगवान कृष्ण की गोवर्धन उठाते हुए प्रतिमा बनाई जाती है. आइए जानते हैं इस बार गोवर्धन पूजा की सही डेट और पूजा का शुभ मुहूर्त. Also Read: • • • गोवर्धन पूजा 2022 डेट हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के दिन गोवर्धन पूजा की जाती है. इस साल यह तिथि 25 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 48 मिनट पर शुरू हो जाएगा और 26 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 12 मिनट पर समाप्त होगी. लेकिन 25 अक्टूबर को दोपहर सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है और इस वजह से गोवर्धन पूजा 25 की बजाय 26 अक्टूबर को होगी. क्योंकि ग्रहण के दौरान सूतक लग जाता है और सूतक काल में कोई पूजा-पाठ नहीं किया जाता. गोवर्धन पूजा 2022 का शुभ मुहूर्त 26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा के लिए सुबह 7 बजकर 29 मिनट से लेकर सुबह 9 बजकर 39 मिनट तक शुभ मुहूर्त है. लेकिन आमतौर पर गोवर्धन पूजा शाम के समय की जाती है और पंचांग के अनुसार शाम को शाम 4 बजकर 8 मिनट से लेकर शाम 6 बजकर 18 म...

Govardhan Puja 2022: गोवर्धन पूजा आज, इस शुभ मुहूर्त में करें भगवान कृष्ण का पूजन

• • Faith Hindi • Govardhan Puja 2022: गोवर्धन पूजा आज, इस शुभ मुहूर्त में करें भगवान कृष्ण का पूजन Govardhan Puja 2022: गोवर्धन पूजा आज, इस शुभ मुहूर्त में करें भगवान कृष्ण का पूजन Govardhan Puja 2022: गोवर्धन पूजा को अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है और इस दिन भगवान कृष्ण का विधि-विधान से पूजन होता है. Govardhan Puja 2022: इस साल सूर्य ग्रहण की वजह से गोवर्धन पूजा की डेट में बदलाव हो गया है और यही वजह है कि गोवर्धन पूजा ​दिवाली के अगले दिन नहीं की गई. बल्कि आज यानि 26 अक्टूबर को गोवर्धन की जाएगी. कई जगहों पर इसे अन्नकूट पूजा भी कहा जाता है. इस दिन घरों में गोबर से गोवर्धन भगवान की प्रतिमा बनाई जाती है और फिर विधि-विधान से उसका पूजा किया जाता है. गोवर्धन पूजा के दिन भगवान कृष्ण को भोग लगाने के लिए मीठे पुए और चूरमा बनाया जाता है. आइए जानते हैं गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त. Also Read: • • • गोवर्धन पूजा 2022 शुभ मुहूर्त गोवर्धन पूजा कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि के दिन मनाई जाती है और इस बार यह तिथि 25 अक्टूबर को शाम 4 बजकर 18 मिनट पर शुरू हुई. जो कि 26 अक्टूबर को दोपहर 2 बजकर 42 मिनट तक रहेगी. 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण की वजह से गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर यानि आज की जाएगी. आमतौर पर गोवर्धन पूजा शाम के समय की जाती है और पंचांग के अनुसार शाम 4 बजकर 8 मिनट से लेकर शाम 6 बजकर 18 मिनट तक पूजा के लिए बेहद ही शुभ समय है. गोवर्धन पूजा का महत्व हिंदू धर्म में गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व है और इस त्योहार को बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है. खासतौर पर ब्रज क्षेत्र यह सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है. पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार भगवान कृष्ण ने ब्रजवासियों को इंद्र देवता के प्रक...

Govardhan Puja 2022 Date Shubh Muhurat Puja Vidhi Importance When Is Govardhan Puja

Govardhan Puja 2022 Date: हिंदू धर्म में दिवाली का त्योहार 5 दिन तक धूमधाम से मनाया जाता है. धनतेरस से इसकी शुरुआत होती है और भाई दूज पर समापन. दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व है. इस दिन भगवान गोवर्धनाथ, गाय, बछड़े की उपासना की जाती है. इसे अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है. गोवर्धन पूजा का संबंध भगवान कृष्ण से जुड़ा है. आइए जानते हैं गोवर्धन पूजा की डेट, मुहूर्त और महत्व. गोवर्धन पूजा 2022 कब है ? (Goverdhan puja 2022 Date) दीपावली इस साल 24 अक्टूबर 2022 को है. गोवर्धन पूजा दिवाली के अगले दिन होती है लेकिन इस साल प्रतिपदा तिथि 4 बजे के शुरू हो रही है उदियातिथि के अनुसार गोवर्धन पूजा का त्योहार 26 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा. गोवर्धन पूजा 2022 मुहूर्त (Goverdhan puja 2022 Muhurat) हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह के शुक्ल की प्रतिपदा तिथि 25 अक्टूबर 2022 को शाम 4 बजकर 18 मिनट से शुरू होगी और प्रतिपदा तिथि का समापन अगले दिन 26 अक्टूबर 2022 को दोपहर 02 बजकर 42 मिनट पर होगा. गोवर्धन पूजा मुहूर्त - सुबह 06.33 - सुबह 08.48 (26 अक्टूबर 2022) अवधि – 2 घंटे 15 मिनट गोवर्धन पूजा का महत्व (Goverdhan puja Significance) धार्मिक मान्यातओं के अनुसार इस दिन भगवान कृष्ण ने ब्रज वासियों को इंद्र के प्रकोप से बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिष्ठ उंगली पर उठा लिया था. इंद्र के प्रताप से ब्रज में चारों ओर पानी-पानी हो गया था. ऐसे में सभी ब्रजवासी, पशु भगवान कृष्ण के कहने पर गोवर्धन पर्वत की शरण में गए थे. गोवर्धनाथ ने 7 दिन तक इनकी रक्षा की. इसके बाद इंद्रदेव का घमंड चूर-चूर हो गया था, तभी से इस दिन गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत धारी श्री कृष्ण, गाय, बछड़े, की आकृति बनाकर प...