गर्भपात के कितने दिन बाद माहवारी आती है

  1. महिला स्वास्थ्य
  2. दिल्ली में गर्भपात (मिसकैरेज) के इलाज में कितना खर्च आता है?
  3. गुड़गांव में गर्भपात के इलाज का खर्च
  4. pregnancytips.in
  5. गर्भपात के बाद गर्भवती, संबंध कब बनाए, रक्तस्राव, ब्लीडिंग, पीरियड, गर्भाशय की सफाई
  6. जाने महिलाओं में गर्भपात के बाद होने वाली समस्‍याएं कौन सी हैं?
  7. एबॉर्शन के बाद पीरियड कब आता है या गर्भपात के कितने दिन बाद पीरियड आता है?
  8. महिला स्वास्थ्य व गर्भपात, गर्भपात के प्रकार, तरीके व प्रक्रिया, 1 Month Pregnancy Rokne Ki Tablet, 1 Month प्रेगनेंसी रोकने के लिए टेबलेट नाम, One Month Pregnancy Ko Rokne Ki Tablet, बच्चा गिराने की दवा, भारत में गर्भपात कानून, गर्भपात का अधिकार, गर्भपात की प्रक्रिया, गर्भपात प्रक्रिया, Abortion Ke Tarike, Bacha Girane Ki Dva, Mahine Ki Pregnancy Rokne Ki Tablet, Bacha Girane Ki Tablet Name List Price
  9. अबॉर्शन के बाद पीरियड कब कितने दिन, हफ्ते बाद आता है?


Download: गर्भपात के कितने दिन बाद माहवारी आती है
Size: 8.79 MB

महिला स्वास्थ्य

• Menu Toggle • गुदा रोग Menu Toggle • बवासीर • गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोग Menu Toggle • हर्निया • पेट दर्द • मूत्र रोग Menu Toggle • यूटीआई • पथरी • संक्रामक रोग Menu Toggle • हेपेटाइटिस बी • सामान्य रोग Menu Toggle • खांसी • दांत दर्द • सिर दर्द • त्वचा रोग • अनिद्रा • Menu Toggle • गर्भावस्था • गर्भपात • पीरियड्स • गर्भावस्था (Pregnancy) किसी भी महिला के लिए जीवन बदलने वाला अनुभव होता है। यह एक रोमांचक समय है, लेकिन यह चिंता और अनिश्चितता से भी भरा हो सकता है, खासकर जब यह महिला की पहली गर्भावस्था हो। गर्भावस्था के दौरान, महिला के शरीर में कई परिवर्तन होते हैं, और इनमें से कई परिवर्तन विभिन्न लक्षणों … 10 लक्षण जो बताते हैं कि आप गर्भवती हैं – प्रेगनेंसी के शुरूआती संकेत Read More » जब प्रेगनेंसी टेस्ट करने की बात आती है तो ऐसे कई तरीके हैं, जिनको सदियों से इस्तेमाल में लाया जाता रहा है। इनमें से एक नींबू भी है। इस तरीके में महिला गर्भवती है या नहीं यह पता करने के लिए नींबू का उपयोग किया जाता है। मान्यता है कि नींबू अम्लीय (acidic) होता है … नींबू से प्रेगनेंसी टेस्ट: मिथक या एक चमत्कारी तरीका? Read More » यह जानने के लिए कि प्रेगनेंसी टेस्ट में एक लाइन डार्क और दूसरी फीकी (light) क्यों है, पहले आपको जानना होगा कि प्रेगनेंसी टेस्ट किट काम कैसे करता है। प्रेगनेंसी टेस्ट किट उन महिलाओं के लिए एक जरूरी उपकरण है जो जानना चाहती हैं कि वो गर्भवती हैं या नहीं। यह उपकरण महिला के मूत्र … प्रेगनेंसी टेस्ट में एक लाइन डार्क और दूसरी फीकी क्यों है? Read More » कुछ लोगों का कहना है कि तुलसी का इस्तेमाल गर्भपात (abortion) के लिए किया जा सकता है। कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि अधिक मात...

दिल्ली में गर्भपात (मिसकैरेज) के इलाज में कितना खर्च आता है?

गर्भपात के पहले, दौरान और बाद में मरीज को इलाज की आवश्यकता होती है। इसे ही गर्भपात का इलाज यानी मिसकैरेज ट्रीटमेंट कहते हैं। आमतौर पर दिल्ली में गर्भपात उपचार का खर्च लगभग 2000 रुपए से लेकर 50000 रुपए तक आता है। हालाँकि, यह इसका फाइनल कॉस्ट नहीं है। इसमें बदलाव आ सकता है। दिल्ली में गर्भपात (मिसकैरेज) के इलाज का खर्च काफी चीजों पर निर्भर करता है जिसमें इलाज का प्रकार, नैदानिक परिक्षण का खर्च, डॉक्टर का अनुभव, क्लिनिक का लोकेशन, इलाज के बाद हॉस्पिटलाइजेशन, दवाएं और फॉलो-अप मीटिंग आदि शामिल हैं। गर्भपात को प्रेगनेंसी खत्म होना या प्रेगनेंसी लॉस के नाम से भी जाना जाता है। इसे अंग्रेजी में मिसकैरेज कहते हैं। गर्भ में पल रहे भ्रूण के स्वतंत्र रूप से विकसित न होने या मृत होने पर गर्भपात होता है। इस दौरान भ्रूण रक्त के रूप में गर्भाशय यानी यूटेरस से बाहर निकल जाता है। गर्भपात के समय काफी हेवी व्लडिंग होती है। अबॉर्शन के बाद बाद क्या करना और क्या नहीं करना चाहिए के बारे में विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो यह ब्लॉग “ प्रमुख बिंदु • उचित निदान परीक्षणों की मदद से कुछ दिनों पहले ही आपके डॉक्टर को पता चल सकता है कि आपको अगले कुछ दिनों में गर्भपात हो सकता है। इस मामले में, डॉक्टर गर्भपात को जल्दी होने में मदद करने के लिए दवाएं निर्धारित कर सकते हैं या जरूरत पड़ने पर सर्जरी की मदद से भ्रूण और गर्भावस्था के ऊतक को गर्भाशय से बाहर निकाल सकते हैं। • गर्भपात पूर्ण या आंशिक हो सकता है। यदि गर्भपात अधूरा होता है तो इसे • जिस महिला को पहले गर्भपात हो चूका है वह फिर से गर्भवती हो सकती है और एक अनुभवी स्त्री रोग विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती है। • गर्भपात के बाद प्रेगन...

गुड़गांव में गर्भपात के इलाज का खर्च

गर्भपात के पहले, दौरान और बाद में मरीज को इलाज की आवश्यकता होती है। इसे ही गर्भपात का इलाज यानी मिसकैरेज ट्रीटमेंट कहते हैं। आमतौर पर गुड़गांव में गर्भपात उपचार का खर्च लगभग 2200 रुपए से लेकर 51000 रुपए तक आता है। हालाँकि, यह इसका फाइनल कॉस्ट नहीं है। इसमें बदलाव आ सकता है। गर्भपात को प्रेगनेंसी खत्म होना या प्रेगनेंसी लॉस के नाम से भी जाना जाता है। इसे अंग्रेजी में मिसकैरेज कहते हैं। गर्भ में पल रहे भ्रूण के स्वतंत्र रूप से विकसित न होने या मृत होने पर गर्भपात होता है। इस दौरान भ्रूण रक्त के रूप में गर्भाशय यानी यूटेरस से बाहर निकल जाता है। गर्भपात के समय काफी हेवी व्लडिंग होती है। गुड़गांव में गर्भपात (मिसकैरेज) के इलाज का खर्च काफी चीजों पर निर्भर करता है जिसमें इलाज का प्रकार, नैदानिक परिक्षण का खर्च, डॉक्टर का अनुभव, इलाज के बाद हॉस्पिटलाइजेशन, दवाएं और फॉलो-अप मीटिंग आदि शामिल हैं। प्रमुख बिंदु • उचित निदान परीक्षणों की मदद से कुछ दिनों पहले ही आपके डॉक्टर को पता चल सकता है कि आपको अगले कुछ दिनों में गर्भपात हो सकता है। इस मामले में, डॉक्टर गर्भपात को जल्दी होने में मदद करने के लिए दवाएं निर्धारित कर सकते हैं या जरूरत पड़ने पर सर्जरी की मदद से भ्रूण और गर्भावस्था के ऊतक को गर्भाशय से बाहर निकाल सकते हैं। • गर्भपात पूर्ण या आंशिक हो सकता है। यदि गर्भपात अधूरा होता है तो इसे • जिस महिला को पहले गर्भपात हो चूका है वह फिर से गर्भवती हो सकती है और एक अनुभवी स्त्री रोग विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती है। • गर्भपात के बाद प्रेगनेंसी से संबंधित अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप इस ब्लॉग “ Table of Contents • • • • • • • • • • गर्भपात का उपचार कैसे ...

pregnancytips.in

मिसकैरेज के बाद दोबारा मां बनने के लिए करना चाहिए इतना इंतजार, सेक्‍स के लिए भी करना होता है वेट मिसकैरेज काफी तकलीफदेह होता है लेकिन दुनिया यहां खत्‍म नहीं हो जाती है। नौ महीने तक शिशु को अपने गर्भ में रखना और फिर एक नन्‍ही-सी जिंदगी को जन्‍म देना, ये सब एक बहुत ही खूबसूरत एहसास होता है। वहीं बच्‍चे को खोना उतना ही ज्‍यादा तकलीफ देता है। मिसकैरेज से भले ही आपका दिल टूट जाए लेकिन कहानी यहां खत्‍म नहीं होती है। आप मिसकैरेज होने के बाद दोबारा कोशिश कर सकती हैं। इसके लिए आपको अपनी सेहत पर ध्‍यान देने और शरीर के कंसीव करने के लिए तैयार होने का इंतजार करना होगा। ​क्‍या होता है मिसकैरेज जब प्रेग्‍नेंसी के 20वें सप्‍ताह से पहले ही भ्रूण नष्‍ट हो जाए तो इस स्थिति को गर्भपात या मिसकैरेज कहा जाता है। कई कारणों से मिसकैरेज हो सकता है। आमतौर पर गर्भावस्‍था के शुरुआती समय में मिसकैरेज होता है। अधिकतर मामलों में गर्भावस्‍था की पहली तिमाही में गर्भपात होता है। अमेरिकन कॉलेज ऑफ ऑब्‍सटेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्‍ट के अनुसार 10 प्रतिशत महिलाओं का मिसकैरैज हो जाता है। ​मिसकैरेज के बाद कब करें ट्राई मिसकैरेज होने के बाद भी आप मां बन सकती हैं। हालांकि, पहले आपको अपनी बॉडी को मिसकैरेज से रिकवर करने और ठीक करने का समय देना चाहिए। इसके बाद ही कंसीव करना चाहिए। ​सेक्‍स करना रहता है सेफ मिसकैरेज के बाद ही सेक्‍स करना सेफ रहता है लेकिन दोबारा कंसीव करने के लिए आपको कम से कम दो हफ्ते का इंतजार तो करना ही चाहिए। मिसकैरेज के दो महीने बाद ही महिलाएं ओवुलेट करना शुरू कर सकती हैं लेकिन नॉर्मल साइकिल आने में दो महीने तो लगते ही हैं। इसलिए मिसकैरेज के बाद यूट्राइन लाइनिंग को नॉर्मल होने और प्रेग्‍नेंसी हार्...

गर्भपात के बाद गर्भवती, संबंध कब बनाए, रक्तस्राव, ब्लीडिंग, पीरियड, गर्भाशय की सफाई

गर्भपात होने के बाद किसी भी महिला के सामने मुख्य समस्या यह रहती है कि गर्भपात के बाद गर्भवती कब हो सकती है यानी एबॉर्शन के कितने दिन बाद प्रेग्नेंट हो सकती है और गर्भपात के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए. एक सवाल यह भी रहता है कि गर्भपात के कितने दिन बाद पीरियड आता है तो आज की पोस्ट में हम इन सब सवालों का जवाब देने की कोशिश करेंगे. गर्भपात होना किसी भी महिला के लिए एक बुरे सपने से कम नहीं होता है. यह उस महिला की पूरी लाइफ स्टाइल को परिवर्तित कर देता है. गर्भपात के बाद सही होने पर महिला के सामने कई तरह के सवाल होते हैं जिससे गर्भपात के बाद मासिक धर्म, संबंध बनाने, प्रेगनेंसी टेस्ट करने तथा इस तरह के अन्य सवालों का सामना इन महिलाओं को करना पड़ता है. आज पोस्ट में हम आपके इन सब सवालों का विस्तार से जवाब देने की चेष्टा करेंगे एबॉर्शन के कितने दिन बाद प्रेग्नेंट हो सकती है एबॉर्शन के बाद प्रेगनेंसी उस महिला के ओवुलेशन पीरियड पर निर्भर करता है जो गर्भपात के सप्ताह भर बाद में भी शुरू हो सकता है जिससे आप एबॉर्शन के 7 से 10 दिन बाद ही प्रेग्नेंट हो सकती है. यानी इस समय के पश्चात किसी भी महिला के लिए गर्भपात के बाद गर्भवती होना संभव है लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार गर्भपात के बाद गर्भवती होने हेतु कम से कम 3 महीने रुकना चाहिए. इसका कारण यह है कि अबॉर्शन की वजह से महिला शारीरिक और मानसिक रूप से काफी परेशान हो जाती है. इसलिए दोबारा गर्भवती होने के लिए उस महिला को शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत होने हेतु कम से कम 3 महीने का समय चाहिए होता है, इस संबंध में विस्तार से जानकारी निम्नलिखित है- एबॉर्शन के बाद प्रेगनेंसी। गर्भपात के बाद गर्भवती आपकेेे मन में भी सवाल आया होगा कि गर्भपात के बाद दो...

जाने महिलाओं में गर्भपात के बाद होने वाली समस्‍याएं कौन सी हैं?

गर्भपात किसी भी महिला के लिए बेहद दुखदाई होता है। ऐसा होने के बाद कई महिलाएं डिप्रेशन में चली जाती हैं। जब भी किसी महिला का गर्भपात होता है तो उस समय उस महिला को कुछ सामान्य समस्याएं होती हैं जैसे उल्टी, बुखार, रक्तस्राव, पेट दर्द आदि। लेकिन कई बार कुछ महिलाओं को गर्भपात के बाद होने वाली समस्याओं ज्यादा गंभीर होती हैं। जैसे रक्तस्राव, एंडोटॉक्सिक शॉक, ऐंठन, गर्भाशय में चोट आदि। अगर गर्भपात के समय समस्या बहुत ज्यादा नहीं है, तो महिला कुछ दिनों में ठीक हो जाती है। अगर समस्या ज्यादा हो तो गर्भधारण करने में परेशानी होना स्वाभाविक है। गर्भपात के बाद होने वाली समस्‍याएं (problems after ...

एबॉर्शन के बाद पीरियड कब आता है या गर्भपात के कितने दिन बाद पीरियड आता है?

Pristyn Care ऐप से FREE appointment बुक करें अभी गर्भपात के कितने दिन बाद पीरियड आता है? ये सवाल लगभग हर महिला के मन में हो सकता है। गर्भपात को अबॉर्शन या एबॉर्शन के नाम से भी जाना जाता है। अबॉर्शन चाहे जिस किसी भी वजह से हो, गर्भपात कराने के लिए एक महिला को शारीरिक और मानसिक तनाव एवं बदलाव – दोनों से ही गुजरना पड़ता है। एबॉर्शन कराने पर महिला को अपनी सेहत का ख्याल रखना चाहिए। एबॉर्शन के बाद पीरियड्स आने से महिला का मासिक धर्म चक्र सामान्य हो जाता है, जिससे वह अपनी रूटीन लाइफ को दोबारा शुरू कर सकती है। अगर हालही में आपका अबॉर्शन हुआ है और उसके बाद पीरियड्स समय पर नहीं आ रहे हैं या आपको गर्भधारण करने में किसी तरह की कोई समस्या आ रही है तो आपको एक स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए। स्त्री रोग विशेषज्ञ आपकी समस्या के सटीक कारण का पता लगाकर उचित इलाज की मदद से आपकी बीमारी को दूर कर सकती हैं। अगर आप घर बैठे हमारे अनुभवी और विश्वसनीय स्त्री रोग विशेषज्ञ से मुफ्त परामर्श करना चाहती हैं तो इस ब्लॉग के ऊपर दायीं तरफ दिए गए मोबाइल नंबर या बुक अप्वाइनमेंट बटन का उपयोग करें। स्त्री रोग विशेषज्ञ के अनुसार, अधिकतर लड़कियों और महिलाओं को यही पता नहीं होता है कि प्रिस्टीन केयर के इस ख़ास ब्लॉग में आज हम आपको बच्चा गिराने के बाद कितने दिन बाद पीरियड आता है, के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं। उम्मीद करते हैं इस ब्लॉग को पूरा पढ़ने के बाद आपको इस बात की पूरी जानकारी हो जाएगी कि गर्भपात के कितने दिन बाद पीरियड आता है। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • एबॉर्शन कैसे किया जाता है? अबॉर्शन के दौरान गर्भ में मौजूद भ्रूण को दवाओं या सर्जरी की मदद बाहर निकाला जाता है। यह ...

महिला स्वास्थ्य व गर्भपात, गर्भपात के प्रकार, तरीके व प्रक्रिया, 1 Month Pregnancy Rokne Ki Tablet, 1 Month प्रेगनेंसी रोकने के लिए टेबलेट नाम, One Month Pregnancy Ko Rokne Ki Tablet, बच्चा गिराने की दवा, भारत में गर्भपात कानून, गर्भपात का अधिकार, गर्भपात की प्रक्रिया, गर्भपात प्रक्रिया, Abortion Ke Tarike, Bacha Girane Ki Dva, Mahine Ki Pregnancy Rokne Ki Tablet, Bacha Girane Ki Tablet Name List Price

महिला स्वास्थ्य व गर्भपात, गर्भपात के प्रकार, तरीके व प्रक्रिया, 1 Month Pregnancy Rokne Ki Tablet, 1 Month प्रेगनेंसी रोकने के लिए टेबलेट नाम, One Month Pregnancy Ko Rokne Ki Tablet, बच्चा गिराने की दवा, भारत में गर्भपात कानून, गर्भपात का अधिकार, गर्भपात की प्रक्रिया, गर्भपात प्रक्रिया, Abortion Ke Tarike, Bacha Girane Ki Dva, Mahine Ki Pregnancy Rokne Ki Tablet, Bacha Girane Ki Tablet Name List Price - The Public महिला स्वास्थ्य व गर्भपात, गर्भपात के प्रकार, तरीके व प्रक्रिया, 1 Month Pregnancy Rokne Ki Tablet, 1 Month प्रेगनेंसी रोकने के लिए टेबलेट नाम, One Month Pregnancy Ko Rokne Ki Tablet, बच्चा गिराने की दवा, भारत में गर्भपात कानून, गर्भपात का अधिकार, गर्भपात की प्रक्रिया, गर्भपात प्रक्रिया, Abortion Ke Tarike, Bacha Girane Ki Dva, Mahine Ki Pregnancy Rokne Ki Tablet, Bacha Girane Ki Tablet Name List Price सुरक्षित और असुरक्षित गर्भपात परिचय – महिला स्वास्थ्य व गर्भपात एक गर्भवती महिला अपनी गर्भावस्था के दौरान अनेक समस्याओं का सामना करने में सक्षम होती है किंतु गर्भधारण के बाद किसी भी कारण से यदि गर्भपात की स्थिति उत्पन्न हो जाए तो यह समस्या उसके लिए अत्यधिक असहनीय हो जाती है। हालांकि पति-पत्नी दोनों के लिए गर्भपात का निर्णय ले पाना बहुत मुश्किल होता है।गर्भपात अनेक कारणों से हो सकता है और इसे करने के कई तरीके व दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। गर्भपात के बारे में अधिक जानकारी के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें। गर्भपात क्या है? गर्भ में पल रहे भ्रूण या गर्भावस्था को खत्म करने को ‘गर्भपात’ कहते हैं और यह क्रिया एक माँ के लिए मानसिक व शारीरिक रूप से अधिक पीड़ादायक होती है। गर्भपात ...

अबॉर्शन के बाद पीरियड कब कितने दिन, हफ्ते बाद आता है?

गर्भपात या अबॉर्शन होने के बाद माहवारी कब शुरू होती है? Period after abortion in Hindi अबॉर्शन या के गर्भपात हो जाने के बाद महिला के सामने कई प्रकार की समस्याएं आती है जिनमें से सबसे बड़ी समस्या होती है अबॉर्शन हो जाने के बाद पीरियड कब आता है यानी अबॉर्शन हो जाने के बाद पीरियड शुरू या चालू होने में कितने दिन या हफ्ते का समय लग सकता है| अबॉर्शन के हो जाने के बाद महिला के शरीर को दोबारा स्वस्थ होने में कुछ समय लग जाता है जिसके कारण पीरियड आने या शुरू होने में कुछ समय लग जाता है| गर्भपात हो जाने के बाद पीरियड कब शुरू हो जाता है यानी पीरियड का आना इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपका किस प्रकार का अबॉर्शन हुआ है| गर्भपात यानी अबॉर्शन हो जाने के बाद पीरियड जल्दी आता है या देर से या नॉर्मल पीरियड होने में कितना समय लगता है किस बात पर निर्भर करता है कि आपका मेडिकल अबॉर्शन हुआ है या सर्जिकल| इसके अलावा पीरियड का जल्दी आना या देर से आना इस बात पर भी निर्भर करता है आपका अबॉर्शन गर्भधारण करने के कितने समय बाद हुआ है| loading... अबॉर्शन हो जाने के बाद पीरियड कब आता है | अबॉर्शन के बाद पीरियड ना आए तो क्या करें अबॉर्शन हो जाने के बाद अबॉर्शन की बिल्डिंग बंद होने में 2 से 6 हफ्ते का समय लग सकता है| गुलशन होने के बाद ब्लीडिंग तेज होती है लेकिन धीरे-धीरे समय बीतने के साथ कम होती जाती है| आपका शरीर पीरियड के लिए अपने आपको तैयार करने लगता है| यदि आपका अबॉर्शन गर्भधारण करने के 1 से 3 महीने के बीच में हुआ है तो पीरियड शुरू होने में 1 से 2 महीने का समय लग सकता है| यदि अबॉर्शन हो जाने के 2 महीने बाद भी पीरियड ना आए तो ऐसे में आपको डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए| loading... अबॉर्शन के बाद यह ध्यान र...