ग्रहण में मंत्र सिद्ध कैसे करें

  1. Lunar Eclipse 2022 : ग्रहण काल में करें इन मंत्रों का जाप, शत्रु मुक्ति से लेकर रोग मुक्ति तक पूरी होगी ये कामना
  2. Chandra Grahan 2022 Mantra
  3. ग्रहण काल एवं नवरात्रि में मन्त्र सिद्धि विधि।।
  4. ग्रहण काल में जपें यह मंत्र, करें हर समस्या का अंत
  5. GRAHAN
  6. चंद्र ग्रहण में कौन सा मंत्र सिद्ध करना चाहिए? – Expert
  7. ग्रहण में मंत्र सिद्ध कैसे करें Archives


Download: ग्रहण में मंत्र सिद्ध कैसे करें
Size: 54.39 MB

Lunar Eclipse 2022 : ग्रहण काल में करें इन मंत्रों का जाप, शत्रु मुक्ति से लेकर रोग मुक्ति तक पूरी होगी ये कामना

Lunar Eclipse 2022 : ग्रहण काल में करें इन मंत्रों का जाप, शत्रु मुक्ति से लेकर रोग मुक्ति तक पूरी होगी ये कामना साल का पहला चंद्र ग्रहण आने वाली 16 मई को लगने जा रहा है. ग्रहण में पूजा पाठ की मनाही होती है, लेकिन मानसिक जाप करना बेहद उत्तम माना गया है. इसका कई गुणा फल प्राप्त होता है. अगर आपके जीवन में कोई समस्या है, तो ग्रहण काल में उस समस्या को दूर करने के लिए आप मंत्र सिद्ध कर सकते हैं. 16 मई को बुद्ध पूर्णिमा 2022 ( Buddha Purnima 2022) के दिन साल 2022 का पहला First Lunar Eclipse) लगने जा रहा है. शास्त्रों में ग्रहण काल को शुभ नहीं माना गया है. मान्यता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य और चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्रमा, राहु और केतु द्वारा सताए जाते हैं और इनकी शक्ति कमजोर पड़ जाती है. इस दौरान राहु इन्हें अपना ग्रास बना लेता है. ग्रहण समाप्त होने तक पूजा पाठ की मनाही होती है, लेकिन ग्रहण के दौरान पीड़ित ग्रह की शक्ति बढ़ाने के लिए मानसिक रूप से किए गए मंत्र जाप का विशेष महत्व बताया गया है. ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र की मानें तो ग्रहण काल के दौरान किए गए किसी भी मंत्र के जाप का कई गुना प्रभाव बढ़ जाता है. इसलिए बहुत से लोग ग्रहण काल में खासतौर पर मंत्रों का जाप करके उसे सिद्ध कर लेते हैं. सिद्ध मंत्र आपके जीवन के लिए काफी फलदायी साबित होते हैं. अगर आप भी किसी समस्या का समाधान ढूंढ रहे हैं, तो चंद्र ग्रहण के दौरान मंत्र का जाप करके उसे सिद्ध कर सकते हैं. भारतीय समयानुसार चंद्र ग्रहण की शुरुआत 16 मई सोमवार की सुबह 07:59 बजे होगी और ये 10:23 बजे समाप्त होगा. समस्या के हिसाब से करें मंत्र को सिद्ध धन प्राप्ति के लिए Badrinath temple: बद्रीनाथ की मूर्ति स्पर्श कर सकते हैं...

Chandra Grahan 2022 Mantra

Lunar Eclipse 2022: भारत समेत साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 8 नवंबर, दिन मंगलवार को लगने जा रहा है। ज्योतिष एवं धर्म शास्त्रों में चंद्र ग्रह के दौरान मंत्रोच्चार का खासा महत्व बताया गया है। हमारे एक्सपर्ट ज्योतिषाचार्य डॉ राधाकांत वत्स का कहना है कि ग्रहण काल के दौरान किया गया मंत्र जाप व्यक्ति को सिद्धि प्राप्ति में सहायक साबित होता है। विशेष बात ये है कि ग्रहण काल में मंत्रोच्चार के लिए माला की भी आवश्यकता नहीं होती है यानी कि बिना माला के भी मंत्रों को सिद्ध किया जा सकता है और मंत्रों की शक्ति के आधार पर धन, वैभव और अपार संपदा प्राप्त की जा सकती है। इसके अलावा, चन्द्र ग्रहण के दौरान कुछ ऐसे मंत्र भी होते हैं जिनसे चंद्रमा को प्रसन्न कर चंद्र दोष एवं विचलित मन पर काबू पाया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं अलग अलग कामना हेतु चंद्र ग्रहण के दैरान किये जाने वाले अलग अलग मंत्र और उनके महत्व के बारे में। शत्रु से मुक्ति के लिए अगर आप अपने शत्रु द्वारा प्रताड़ित हैं और आपको उसके चंगुल से निकलने का कोई भी मार्ग नजर नहीं आ रहा है तो मां बगुलामुखी के इस 'ॐ ह्लीं बगलामुखी देव्यै सर्व दुष्टानाम वाचं मुखं पदम् स्तम्भय जिह्वाम कीलय-कीलय बुद्धिम विनाशाय ह्लीं ॐ नम:' मंत्र का जाप करें। इससे न सिर्फ आपके दुश्मन कि हर चाल विफल होगी बल्कि वह आपके समक्ष घुटने टेक देगा। वाणी सिद्धि के लिए अगर आप चाहते हैं कि आपकी वाणी सिद्ध हो जाए अर्थात आपके मुख से जो भी निकले वह सत्य में परिवर्तित हो जाए तो उसके लिए आपको इस 'ॐ ह्लीं दुं दुर्गाय: नम:' मंत्र का जाप करना चाहिए। ध्यान रहे इस मंत्र से सिद्धि तभी प्राप्त होगी तब मन को पूर्णतः शुद्धता के साथ किया जाए। अगर किसी के अहित को सोचते हुए मंत्र जाप करेंगे तो पर...

ग्रहण काल एवं नवरात्रि में मन्त्र सिद्धि विधि।।

ग्रहण काल एवं नवरात्रि में मन्त्र सिद्धि विधि।। Mantra Siddhi in Grahana for Luxurious Life. नवरात्रि एवं ग्रहण काल में करें मन्त्रों की सिद्धि और धन-धान्य से पूर्ण जीवन प्राप्त करें ।। Mantra Siddhi for Chandra And Surya Grahana for Luxurious Life. हैल्लो फ्रेण्ड्सzzz, मित्रों, इस आर्टिकल को आज आप अन्ततक पढ़ें । तो आइये सर्वप्रथम ग्रहण में क्या करना चाहिये और क्या नहीं करना चाहिये इस विषय पर गम्भीरता से चिंतन करें ? और मैं इस दौरान आपलोगों को उन प्रभावी मन्त्रों के विषय में भी विस्तार से बताउँगा जिसकी सिद्धि से आप अपने जीवन को मनचाही दिशा प्रदान कर सकते हैं ।। चन्द्रग्रहण और सूर्यग्रहण के समय संयम रखकर जप-ध्यान करने से किये गये सत्कर्मों का कई गुना ज्यादा फल होता है । कोई भी व्यक्ति ग्रहण के समय उपवासपूर्वक ब्राह्मी घृत का स्पर्श करके “ॐ नमो नारायणाय” इस मंत्र का आठ हजार जप करके ग्रहणशुद्धि होने पर उस घृत को पी जाय ।। ऐसा करने से वह मेधाशक्ति और कवित्वशक्ति तथा वाक् सिद्धि प्राप्त कर लेता है । सूर्यग्रहण या चन्द्रग्रहण के समय भोजन करने वाला मनुष्य जितने अन्न के दाने खाता है, उतने वर्षों तक “अन्धकूप” नरक में वास करता है ।। सूर्यग्रहण में ग्रहण से चार प्रहर (12 घंटे) पूर्व और चन्द्र ग्रहण में तीन प्रहर (9) घंटे पूर्व भोजन नहीं करना चाहिए । बूढ़े, बालक और रोगी डेढ़ प्रहर (साढ़े चार घंटे) पूर्व तक भोजन कर सकते हैं ।। ग्रहण-वेध के पहले जिन पदार्थों में कुशा या तुलसी की पत्तियाँ डाल दी जाती हैं, वे पदार्थ दूषित नहीं होते । पके हुआ अन्न जो बच जाय उसका त्याग करके उसे गाय, कुत्ते आदि को डाल देना चाहिए तथा स्वयं के लिए ताजा भोजन बनाना चाहिए ।। ग्रहण वेध के प्रारम्भ में तिल या कुश मि...

ग्रहण काल में जपें यह मंत्र, करें हर समस्या का अंत

Success in politics astrology : ऐसे भी कई लोग हैं जो सेना या पुलिस में नौकरी करना चाहते हैं। कई लोग हैं जो शासन-प्रशासन में काम करना चाहते हैं। हालांकि बहुत से लोग राजनीति में अपना भविष्य चमकाना चाहते हैं परंतु वे सफल नहीं हो पाते हैं। यदि आप भी राजनीति में सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहे हैं तो आपने मन में सवाल होगा कि ऐसा क्या करूं कि इस क्षेत्र में सफलता मिले तो जानिए कि कौन से वार को व्रत रखने से यह मनोकामना होगी पूर्ण।

GRAHAN

अवतारों के जीवन में भी ग्रहण (GRAHAN) की महत्ता के प्रसंग देखने को मिलते हैं। भगवान राम ने अपने गुरु से दीक्षा, ग्रहण के समय ही प्राप्त की थी, इसी प्रकार भगवान कृष्ण ने भी सान्दीपन ऋषि से दीक्षा प्राप्त की थी, तब भी ग्रहण काल ही था। ग्रहण (GRAHAN) पर किये जाने वाले मंत्र प्रयोग GRAHAN • सभी कार्यों की सिद्धि एवं वशीकरण में सफलता के लिए नीचे दिये मंत्र का जप, ग्रहण काल से आरम्भ कर 06 माह तक रोज एक हजार बार करने से मंत्र सिद्ध हो जाता है। मंत्र- ऊँ आँ हाँ क्ष्वीं ऊँ ह्रीं • “ऊँ नमो भगवते चंद्रप्रभ जितेन्द्राय चंद्र महिताय चन्द्र कीर्ति मुख रंजिनी स्वाहा।” इस मंत्र को ग्रहण के दिन रात्रि में जपने से श्रेष्ठ विद्या की प्राप्ति होती है। • व्यापार में यदि वृद्धि नहीं हो रही हो, काम धन्धा मंदा पड़ गया हो या तांत्रिक प्रभाव के कारण व्यापार को बांध दिया गया हो तो ग्रहण काल के समय गल्ले में या तिजोरी में सिद्ध तांत्रिक वस्तुएं सियार सिंगी, हत्था जोड़ी एवं बिल्ली की नाल को स्थापित कर दें। • यदि संभव हो तो व्यापार वृद्धि के लिए श्रेष्ठ दक्षिणावर्त शंख एवं दक्षिणमुखी गजानंद भी स्थापित कर दें। व्यापार बाधा पूर्णतः दूर हो जायेगी। ग्रहण (GRAHAN) ग्रहण (GRAHAN) काल में रोग मुक्ति के लिए क्या करें? ग्रहण (GRAHAN) काल में रोग मुक्ति के लिए निम्न उपाय अपनाएं, लाभ अवश्यक होगा। • कांसे की कटोरी में घी भरकर उसमें सोने का टुकड़ा डालें। रोगी इस पात्र में अपनी पूरी छाया (पैर से मुह तक) देखे या सिर्फ अपना मुंह देखे। ग्रहण (GRAHAN) काल की समाप्ति के पश्चात पात्र को किसी ब्राह्मण को दान कर दें। • शरीर में किसी असाध्य रोग ने घर कर लिया हो तो रोगी के वजन के बराबर किसी एक ही वस्तु या अनेक मिली जुली वस्तु का...

चंद्र ग्रहण में कौन सा मंत्र सिद्ध करना चाहिए? – Expert

Table of Contents • • • • • • • • • • चंद्र ग्रहण में कौन सा मंत्र सिद्ध करना चाहिए? ग्रहण काल में किसी भी एक मंत्र को, जिसकी सिद्धि करना हो या किसी विशेष प्रयोजन हेतु सिद्धि करना हो, जप सकते हैं। ग्रहण काल में मंत्र जपने के लिए माला की आवश्यकता नहीं होती बल्कि समय का ही महत्व होता है। ॐ ह्लीं बगलामुखी देव्यै सर्व दुष्टानाम वाचं मुखं पदम् स्तम्भय जिह्वाम कीलय-कीलय बुद्धिम विनाशाय ह्लीं ॐ नम:। सूर्य ग्रहण में साधना कैसे करें? साधना सिद्धि का योग इस चूर्णामणि योग में तंत्र, मंत्र, यंत्र की साधना अनायास ही सिद्ध हो जाती है। सूर्य ग्रहण काल में दीक्षा लेना और रुद्राक्ष धारण करना शुभ होता है। गणपति उपनिषद के अनुसार, सूर्य ग्रहण काल में रुद्राक्ष धारण करने से समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं। मंत्र सिद्ध होने पर क्या होता है? मंत्र जब सिद्ध हो जाता है तो उक्त मंत्र को मात्र तीन बार पढ़ने पर संबंधित मंत्र से जुड़े देवी, देवता या अन्य कोई आपकी मदद के लिए उपस्थित हो जाते हैं। अंत में मंत्र जिन्न के उस चिराग की तरह है जिसे रगड़ने पर उक्त मंत्र से जुड़े देवता सक्रिय हो जाते हैं। मंत्र एक प्रकार से मोबाइल के नंबरों की तरह कार्य करता है। READ: रात्रि में क्या भोजन करना चाहिए? सूर्य ग्रहण के दिन क्या उपाय करना चाहिए? Surya Grahan 2022: सूर्य ग्रहण के बाद करें ये उपाय, धन की होगी… • स्नान, ध्यान और पूजा सूर्यग्रहण का वक्त समाप्त होने के बाद हर किसी को स्नान करना चाहिए. • दुख, दर्द हो दूर ग्रहण के बाद आप एक कमल के फूल पर कुमकुम लगाएं और फिर उसको बहते हुए पानी में डालें. • करें ये एक उपाय • तुलसी पूजन सूर्य ग्रहण में कौन से मंत्र का जाप करना चाहिए? 2. ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित...

ग्रहण में मंत्र सिद्ध कैसे करें Archives

• Menu Toggle • Menu Toggle • Menu Toggle • • • • • • • • • • • • • • • Menu Toggle • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • Menu Toggle • • • • • • • • • • • • • • • • • Menu Toggle • Menu Toggle • • • • • • • • Menu Toggle • • • • • • • • Menu Toggle • • • • • • • • Menu Toggle • • • • • • • • • • • • • • • • Menu Toggle • • • • • • • • • • • • • Menu Toggle • Menu Toggle • • • • • • • • • • • • • Menu Toggle • Menu Toggle • • • • • • • • • • • • • • Menu Toggle • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • मंत्र साधना भी कई प्रकार की होती है। मं‍त्र से किसी देवी या देवता को साधा जाता है और मंत्र से किसी भूत या पिशाच को भी साधा जाता है। मंत्र का अर्थ है मन को एक तंत्र में लाना। मन जब मंत्र के अधीन हो जाता है तब वह सिद्ध होने लगता है। ‘मंत्र … मंत्र साधना का लाभ – चमत्कारिक टोटके – mantr saadhana ka laabh – chamatkari totke Read More »