गुलाल से रंगोली बनाना

  1. Diwali 2021:इन सुंदर रंगोली डिजाइन से सजाएं द्वार, दीपावली में बढ़ जाएगी घर की सुंदरता
  2. Holi Celebration 2022: घर पर ऑर्गेनिक गुलाल बनाकर करें होली सेलिब्रेट, स्किन रहेगी सेफ
  3. वास्तु के अनुसार कैसे बनाएं रंगोली, दिशाओं के अनुसार रंगोली देगी सुख
  4. diwali simple rangoli 2021 steps to make beautiful rangoli designs at home on this diwali rangoli image photo pics for deepawali sry tvi
  5. होली के रंग घर पर कैसे बनाएं, Holi Ke Rang Ghar Par Kaise Banaye
  6. इस होली घर पर बनाएं खूबसूरत ट्रेंडी रंगोली, यहां देखें लेटेस्ट व नए डिजाइन
  7. गुलाल से होता है त्वचा एलर्जी, इसलिये घर पर गुलाल बनाना सीखें


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Diwali 2021:इन सुंदर रंगोली डिजाइन से सजाएं द्वार, दीपावली में बढ़ जाएगी घर की सुंदरता

भारतीय संस्कृति की सबसे बड़ी खासियत है, इसकी विविधता। जितने इसके रंग हैं वे सब मिलकर इसको अनूठा भी बनाते हैं और खूबसूरत भी। खासतौर पर भारतीय त्योहार, जिनके अलग अलग स्वरूप इन त्योहारों की चमक को बढ़ाते हैं। ऐसा ही एक कलात्मक स्वरूप है रंगोली, अल्पना और मांडने का। भले ही इनके नाम और बनाने के तरीकों में अंतर हो लेकिन इन सबके पीछे भावना एक ही है- त्योहार की खूबसूरती को और बढ़ाना। देश के विभिन्न हिस्सों में दरवाजे, आंगन, बालकनी और पूजा स्थल पर कलात्मकता से सजी आकृतियां उकेरने का चलन है। कुछ जगहों पर साल भर घर के मुख्य द्वार पर शुभ संकेत के प्रतीक चिन्ह के रूप में रंगोली या अल्पना बनाई जाती है। इसके लिए विशेषकर सफेद रंग, खड़ी या चावल के आटे का प्रयोग किया जाता है। साथ में हल्दी और कुमकुम भी उपयोग में आते हैं। तो इस दिवाली आप भी सजाएं अपने द्वार पर एक सुंदर सी अल्पना और बढ़ाएं शुभता। रंगोली या अल्पना या कोलम का प्रयोग घर में देवी-देवताओं और अतिथियों के स्वागत के लिये किया जाता है। इसे साधारण फर्श पर, गोबर लीपकर, गेरू लीपकर या लकड़ी के पटे पर, कैसे भी बनाया जा सकता है। अगर आप घर के अंदर इसे बनाना चाहती हैं तो टाइल्स पर पहले कोई बेस कलर कर दें। जैसे सफेद, लाल या पीला और फिर इसपर कोई भी डिजाइन बनाइये। रंगोली या अल्पना बनाने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना खास जरूरी है। और सहजता से आप घर में इस सुंदर रचना को साकार कर सकते हैं। अगर आप चावल के आटे या खड़िया से अल्पना बनाने के बारे में सोच रहे हैं तो बनाने से पहले और बनाने के बाद हाथों पर नारियल या सरसों का तेल जरूर लगाएं। चूंकि यह ठंड का मौसम है और त्वचा रूखी होती है। ऐसे में ये साधन त्वचा को और नुकसान पहुंचा सकते हैं। खड़ी या चावल के आटे में थ...

Holi Celebration 2022: घर पर ऑर्गेनिक गुलाल बनाकर करें होली सेलिब्रेट, स्किन रहेगी सेफ

Holi Celebration 2022: होली का त्यौहार (Holi Festival) बेहद नजदीक आ गया है. इसके साथ ही घरों में इस त्यौहार को लेकर तैयारियां तेज होने लगी हैं. होली का त्यौहार बच्चों के साथ बड़े भी जमकर मनाते हैं. रंग और गुलाल (Organic Gulal) से होली खेलने का मजा ही कुछ और होता है. अपनों के साथ खेले गए होली के रंग दिल में सालभर में पैदा हुए गिले शिकवों को भी दूर करने में मदद करता है. होली में बाजार में रंगों और गुलाल की कई वैराइटीज मिलती हैं लेकिन इनमें से ज्यादातर में केमिकल मिला होता है जो हमारी स्किन और आंखों के लिए खतरनाक होता है. ऐसे में ये जरूरी है कि हम होली की मस्ती के बीच अपनी सेहत की सुरक्षा का भी ध्यान रखें. हम आज आपको हर्बल गुलाल (Herbal Gulal) बनाने का तरीका बता रहे हैं. इसकी मदद से घर पर आसानी से ऑर्गेनिक गुलाल तैयार किया जा सकता है जो सेहत के लिए नुकसानदायक नहीं रहेगा. इस गुलाल से आप होली का जमकर मजा भी ले सकेंगे और आपके अपने सुरक्षित भी रहेंगे. होली पर ऑर्गेनिक गुलाल बनाने के तरीके 1. लाल गुलाल (Lal Gulal) – होली पर लाल गुलाल का जमकर इस्तेमाल किया जाता है. आप अगर घर पर लाल गुलाल बनाना चाहते हैं तो इसके लिए 3 चम्मच कुमकुम, 1 चम्मच चंदन पाउडर और 5 चम्मच मैदा लें. इन तीनों को मिलाकर लाल गुलाल तैयार किया जा सकता है. इस बात का ध्यान रखें कि बाजार से खरीदा गया कुमकुम शुद्ध होना चाहिए. इसे भी पढ़ें: 2. गुलाबी गुलाल (Gulabi Gulal) – गुलाबी गुलाल होली के दिन सबसे ज्यादा उपयोग किया जाता है. इस गुलाल को बनाने के लिए बाजार से चुकंदर लाएं और उसे कस लें. फिर उसे छाया में सूखने रख दें. जब चुकंदर सूख जाए तो उसमें 3 चम्मच चावल का आटा मिला दें. अब दोनों को मिलाकर अच्छी तरह से रगड़ दें. आपका...

वास्तु के अनुसार कैसे बनाएं रंगोली, दिशाओं के अनुसार रंगोली देगी सुख

वास्तु के अनुसार कैसे बनाएं रंगोली, दिशाओं के अनुसार रंगोली देगी सुख-समृद्धि विस्तार प्रकृति की तरह ही रंगों का प्रभाव हमारी भावनाओं और संवेदनाओं पर पड़ता है। रंगों के माध्यम से व्यक्ति शारीरिक व मानसिक रूप से प्रभावित होता है जैसे ऊर्जा का रंग लाल, खुशनुमा रंग हरा, आनंद और जीवंतता का पीला और प्रेम का गुलाबी, विस्तार का रंग नीला,शांति के लिए सफ़ेद और ज्ञान के लिए जामुनी रंग जाना जाता है। ये सभी रंग अलग-अलग भावों को व्यक्त करते हैं। यही कारण है कि हमारी भारतीय संस्कृति में शुभ अवसर पर विभिन्न रंगों के माध्यम से रंगोली बनाने का प्रचलन सदैव से ही चला आ रहा है। शुभता का प्रतीक समझी जाने वाली रंगोली आटा,चावल,हल्दी,कुमकुम,फूल-पत्तियों या अनेक प्रकार के रंगों से अलग-अलग डिजाइन में बनाई जाती है।लेकिन क्या आप जानती है कि यदि वास्तु नियमों के अनुसार रंगोली दिशाओं और रंगों को ध्यान में रखकर बनाई जाए तो यह हमारे जीवन में खुशियां,समृद्धि और उपलब्धियां लेकर आती है,माहौल को खुशनुमा बनाती है।रंगोली बनाने से आस-पास की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है एवं वहां सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। घर पर देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है। पूर्व दिशा में अंडाकार डिजाइन जीवन में विकास के नए मार्गों को प्रशस्त करता है। इस दिशा में रंगोली बनाने के लिए सात्विक और ऊर्जा प्रदान करने वाले रंग जैसे लाल,पीला,हरा,गुलाबी,नारंगी आदि का इस्तेमाल समृद्धि को बढ़ाता है। उत्तर मुखी घर के लिए उत्तर दिशा में लहरदार या जल के गुण से मिलता-जुलता डिजाइन बनाकर आप अपने जीवन में स्पष्टता और उन्नति के नए अवसरों को आमंत्रित कर सकते हैं। पीले,हरे,आसमानी और नीले रंगों का प्रयोग इस दिशा की रंगोली के लिए करना बहुत शुभ माना गया है। द...

diwali simple rangoli 2021 steps to make beautiful rangoli designs at home on this diwali rangoli image photo pics for deepawali sry tvi

मुख्य बातें Diwali Rangoli Design : दिवाली का त्योहार आते ही लोग तरह-तरह से अपने घर की सजावट शुरू कर देते हैं. वैसे हिंदू धर्म में हर त्योहार पर रंगोली बनाने को बहुत ही शुभ माना गया है. हम दिवाली के लिए सबसे आसान और खूबसूरत रंगोली डिजाईन लेकर आये है जो आपके लिए दीपावली (Deepawali 2021) को और खास बना देंगे

होली के रंग घर पर कैसे बनाएं, Holi Ke Rang Ghar Par Kaise Banaye

होली को रंगों का त्यौहार कहा जाता हैं जिसका मुख्य रंग गुलाल माना जाता (Natural Holi Colours In Hindi) हैं। पहले के समय में केवल प्राकृतिक रंगों से ही होली खेलने का विधान था जिससे शरीर को कोई भी नुकसान नही होता था। अपितु इन रंगों से तो शरीर को लाभ मिलता (Holi Ke Rang Ghar Par Kaise Banaye) था और नहाते समय मैल भी निकल जाता था। साथ ही यह इस बदलते मौसम में लाभदायक सिद्ध होता था क्योंकि चारों ओर उड़ते प्राकृतिक रंग जीवाणुओं-विषाणुओं को समाप्त करने के साथ-साथ हमारी त्वचा, आखों इत्यादि के लिए भी लाभदायक (Holi Ke Rang Kaise Banate Hain) सिद्ध होते थे। किंतु आजकल बाजार में नाना प्रकार के रंग आ चुके हैं जिनका दुष्प्रभाव हमारे स्वाथ्य पर पड़ता हैं। इसलिये आज हम आपको घर पर ही होली के प्राकृतिक रंग बनाने की विधि बताएँगे। घर पर कैसे बनाए होली के प्राकृतिक रंग (How To Make Holi Colours At Home In Hindi) #1. होली का प्राकृतिक गुलाल (Ghar Par Gulal Kaise Banaen) होली पर गुलाल ही सबसे ज्यादा प्रसिद्ध (How To Make Gulal At Home In Hindi) हैं जिसे हम गुलाबी, पिंक या मैजेंटा (गहरा गुलाबी) कहते हैं। इसे आप दो तरीकों से मना सकते हैं: एक तो चुकंदर से और दूसरा गाजर से। गाजर से गुलाबी रंग बनाना इसके लिए आप बहुत सारी गाजर ले और उसका जूस निकाल ले। इसे छानकर जूस सभी परिवारवाले पी ले और इसका बुरादा धूप में सुखा दे। जब यह अच्छे से सूख जाए तब इसे मसलकर पावडर बना ले। लो जी प्राकृतिक गुलाबी रंग तैयार हैं। आप इसमें कोमलता लाने के लिए थोड़ा सा टेलकम पावडर मिला सकते हैं। चुकंदर से गुलाबी रंग बनाना इससे गिला गुलाबी रंग बनेगा। इसके लिए आप होली से एक-दो दिन पहले चुकंदर को काटकर या पीसकर पानी में डुबोकर रख दे। इसे र...

इस होली घर पर बनाएं खूबसूरत ट्रेंडी रंगोली, यहां देखें लेटेस्ट व नए डिजाइन

इसके साथ ही कई लोग होली पार्टी भी रखते हैं। बात पार्टी की करें तो इसमें लोग विशेष पकवानों के साथ डैकोरेशन का भी खास ध्यान रखते हैं। ऐसे में आप चाहे तो पार्टी वेन्यू या घर की एंट्रेस पर सुंदर रंगोली बना सकते हैं। इससे घर की खूबसूरती बढ़ने के साथ पॉजिटिवी एनर्जी का संचार होगा। चलिए आज हम आपको दिखाते हैं होली के कुछ लेटेस्ट डिजाइन... सिपंल रंगोली में ऐसा डिजाइन परफेक्ट रहेगा। आप इसतरह पिचकारी वाली रंगोली बना सकते हैं। आप चाहे तो कलरफुल फूलों से भी रंगोली बना सकते हैं। आप घर की एंट्रेस या मंदिर के पास रंगोली बना सकते हैं। आप नेट से लेटेस्ट डिजाइन देखकर उसे चॉक की मदद से रंगोली डिजाइन ड्रॉ करके उनमें रंग भर सकती हैं। रंगोली के ऊपर हैप्पी होली लिखना बेस्ट रहेगा। रंगोली में मोर का डिजाइन ज्यादातर लोग पसंद करते हैं। ऐसे में आप इस होली ऐसी रंगोली ट्राई कर सकते हैं।

गुलाल से होता है त्वचा एलर्जी, इसलिये घर पर गुलाल बनाना सीखें

गुलाल एक रंगीन सूखा चुर्ण होता है, जिसे अबीर भी कहाँ जाता है। वैसे तो गुलाल के कई उपयोग है, जैसे रंगोली बनाना, ईश्वर को चढाना, इत्यादि। लेकिन गुलाल होली के दिन अधिक उपयोग किया जाता है। इस दिन लोग एक दुजे को गुलाल लगाकर होली मनाते है। इसलियें होली को रंगों का भी त्योहार कहा जाता है। इस लेख मे हम जानेंगे की गुलाल कैसे बनायें, क्योकि होली या अन्य त्योहारों पर उपयोग किये जाने वाले गुलाल अधिकतर केमिकल युक्त होते है, जो हमारे स्वास्थ्य पर भारी नुकसान पहुंचाते है। विषय सूची • • • गुलाल लगाने के नुकसान बाजार मे अधिकतर केमिकल युक्त गुलाल मिलते है, जिसे त्वचा पर लगाने से कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्यायें उत्पन्न हो सकती है। इन समस्यायों से बचने के लिये हमे, घरेलू गुलाल बनाने की आवश्यकता है, जिसे हम अपने त्योहार को अधिक हर्षो-उल्लास से मना सकें। आइये गुलाल से होने वाले नुकसान जाने, फिर गुलाल बनाने की विधि जाने- जहरीले पदार्थ:- सूखे गुलाल मे कई ऐसे पदार्थ मिलाये जाते है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिये बहुत हानिकारक होते है, जैसे- सिलिका, एस्बेस्टस, इत्यादि, एवं अधिक घटिया गुलालों मे, आयोडिन, डीजल, इंजन आयल, क्रोमियम, एवं सीसे का पाउडर तक भी मिलाया जाता है, अब आप अनुमान लगाइये, ये हमारे त्वचा को किस प्रकार नुकसान पहुंचाती होंगी। नीचे तालिका मे गुलालों से होने वाली बीमारियों की जानकारी दी गई है। – गुलाल लगाने के नुकसान • लाल गुलाल –लाल गुलाल मर्करी सल्फेट से बनाया जाता है, जिससे त्वचा कैंसर एवं मेंटल रिटार्डेशन हो सकता है। • हरा रंग –हरा रंग कापर सल्फेट से बनता है, जिसके कारण आंखो मे एलर्जी व अस्थायी अंधता होने का खतरा होता है। • काला रंग –काला रंग लेड आक्साइड से बनता है, जिसके कारण गुर्दे क...