Gupt navratri kab hai

  1. Gupt Navratri 2023: कब से शुरू होगी गुप्त नवरात्रि और किस पूजा से मिलेगा मनचाहा वरदान
  2. Ashadha Gupt Navratri 2022 Date When Is Gupt Navratri 2022 Shubh Muhurat Importance
  3. Gupta Navratri: इस दिन से शुरू हो रही है गुप्त नवरात्रि, ये 9 दिन शाक्त
  4. Gupt Navratri 2023: Maa Kali, Tara Devi, Tripur Sundari, Bhuvaneshwari, Chinnamasta, Tripur Bhairavi, Dhrumavati, Bagalakami, Matangi, Kamla Devi
  5. Gupt Navratri 2023 date: Kab hain Gupt Navratri, check date, time of worship for these auspicious days of Maa Durga worship
  6. gupt navratri 2023 Ashadha Gupt Navratri 19 june do these remedies for impress maa durga
  7. Gupt Navratri 2023 date: Kab hain Gupt Navratri, check date, time of worship for these auspicious days of Maa Durga worship
  8. Gupt Navratri 2023: Maa Kali, Tara Devi, Tripur Sundari, Bhuvaneshwari, Chinnamasta, Tripur Bhairavi, Dhrumavati, Bagalakami, Matangi, Kamla Devi
  9. Gupta Navratri: इस दिन से शुरू हो रही है गुप्त नवरात्रि, ये 9 दिन शाक्त
  10. Ashadha Gupt Navratri 2022 Date When Is Gupt Navratri 2022 Shubh Muhurat Importance


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Gupt Navratri 2023: कब से शुरू होगी गुप्त नवरात्रि और किस पूजा से मिलेगा मनचाहा वरदान

Magh Gupt Navratri 2023 Kab Hai: सनातन परंपरा में नवरात्रि का पावन पर्व साल में चार बार पड़ता है. पंचांग के अनुसार साल 2023 की पहली नवरात्रि यानि माघ मास की गुप्त नवरात्रि इसी माघ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि यानि 22 जनवरी 2023 को प्रात:काल 02:22 बजे स्रे प्रारंभ होने जा रही है. इस दिन शक्ति की साधना के लिए घट स्थापना 22 जनवरी 2023 को प्रात:काल 09:59 से लेकर 10:46 बजे तक रहेगा. इसके अलावा यदि आप चाहें तो इसी दिन अभिजित मुहूर्त में दोपहर 12:11 से 12:54 के बीच भी घटस्थापना कर सकते हैं. गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की साधना-आराधना का विधान है. आइए गुप्त नवरात्रि के पावन पर्व तंत्र-मंत्र के माध्यम से मनचाही कामना को पूरा करने का महाउपाय जानते हैं. गुप्त नवरात्रि की पूजा विधि गुप्त नवरात्रि पर देवी दुर्गा के 10 स्वरूपों की पूजा करने के लिए माघ मास के शुक्लपक्ष की प्रतिपदा के दिन शुभ मुहूर्त में विधि-विधान से घट की स्थापना और अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित करें. नवरात्रि के 9 दिनों तक व्रत रखते हुए प्रतिदिन देवी दुर्गा के मंत्र का पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ मंत्र जपें और अष्टमी या नवमी के दिन कन्या पूजन के साथ इस पावन व्रत का उद्यापन करें. 10 महाविद्या की कृपा बरसाने वाला मंत्र • मां काली की पूजा का मंत्र –ॐ क्रीं क्रीं क्रीं दक्षिणे कालिके क्रीं क्रीं क्रीं स्वाहा. • मां तारा की पूजा का मंत्र –ॐ ह्रीं स्त्रीं हूं फट. Mauni Amavasya 2023: कब पड़ेगी मौनी अमावस्या, जानें पूजा विधि, शुभ मुहूर्त एवं महाउपाय• मां त्रिपुरसुंदरी की पूजा का मंत्र –ॐ ऐं ह्रीं श्रीं त्रिपुर सुंदरीये नम: • मां भुवनेश्वरी की पूजा का मंत्र – ह्रीं भुवनेश्वरीय ह्रीं नम:. • मां छिन्नमस्ता की पूजा का मं...

Ashadha Gupt Navratri 2022 Date When Is Gupt Navratri 2022 Shubh Muhurat Importance

Ashadha Gupt Navratri 2022: मां भगवती की आराधना का पर्व है नवरात्रि. नवरात्रि में मां के नौ रूपों की भक्ति करने से हर मनोकामना पूरी होती है. साल में चार बार नवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है. दो नवरात्रि गुप्त होती हैं और दो सामान्य होती हैं. ये माघ और आषाढ़ मास में आती हैं. दो सामान्य नवरात्रि आश्विन मास और चैत्र मास में आती हैं. गुप्त नवरात्रि में साधक महाविद्याओं के लिए खास साधना करते हैं. आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2022 शुभ मुहूर्त हिंदी पंचांग के मुताबिक आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 30 जून, गुरुवार से हो रही है. जिसका समापन 09 जुलाई, शनिवार को होगा. प्रतिपदा तिथि का आरंभ - 29 जून 2022, सुबह 8 बजकर 21 मिनट प्रतिपदा तिथि का समाप्ति - 30 जून 2022, सुबह 10 बजकर 49 मिनट अभिजित मुहूर्त - 30 जून 2022, सुबह 11 बजकर 57 से 12 बजकर 53 मिनट तक. घट स्थापना मुहूर्त - 30 जून 2022, सुबह 5 बजकर 26 मिनट से 6 बजकर 43 मिनट तक. गुप्त सिद्धियां पाने करते हैं विशेष साधना आषाढ़ की गुप्त नवरात्रि का तंत्र-मंत्र और सिद्धि-साधना के लिए विशेष महत्व होता है.ऐसी मान्यता है कि तंत्र मंत्र की सिद्धि के लिए इस समय की गई साधना शीघ्र फलदायी होती है. इस नवरात्रि में माँ काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, माँ ध्रूमावती, माँ बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी की पूजा की जाती है।

Gupta Navratri: इस दिन से शुरू हो रही है गुप्त नवरात्रि, ये 9 दिन शाक्त

डीएनए हिंदीःहिंदू पंचांग के अनुसार साल के 11वें महीने यानी माघ में गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri 2023) का पर्व मनाया जाता है, जो कि माघ शुक्ल प्रतिपदा तिथि से नवमी तिथि तक चलता है. ऐसे में इस बार माघ मास की गुप्त नवरात्रि (Magh Maas Gupt Navratri 2023 Date) 22 से 30 जनवरी तक मनाई जाएगी. गुप्त नवरात्रि के इन 9 दिनों में देवी के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है. बता दें कि चैत्र और शारदीय नवरात्रि के अलावा दो गुप्त नवरात्रि भी होती हैं. जिसमें से एक गुप्त नवरात्रि माघ और दूसरी आषाढ़ के महीने में पड़ती है. 22 जनवरी से माघ माह की गुप्त नवरात्रि शुरू हो रही है. धर्म ग्रंथों में प्रकट नवरात्रि की तरह गुप्त नवरात्रि को भी बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. गुप्त नवरात्रि में मनाए जाएंगे ये व्रत-उत्सव (Gupt Navratri 2023 Vrat) इस बार गुप्त नवरात्रि के दौरान 25 जनवरी को विनायकी चतुर्थी का व्रत किया जाएगा. जिसके बाद 26 जनवरी को देवी सरस्वती का प्रकटोत्सव वसंत पंचमी के रूप में मनाया जाएगा, 28 जनवरी को अचला और रथ सप्तमी का पर्व मनाया जाएगा, 29 जनवरी को भीष्म अष्टमी और गुप्त नवरात्रि के अंतिम दिन यानी 30 जनवरी को महानंद नवमी का उत्सव मनाया जाएगा. इसके अलावा हिंदू पंचांग के अनुसार, ये विक्रम संवत्सर 2079 की अंतिम नवरात्रि होगी. यह भी पढ़ें- 22 जनवरी से शुरू हो रही गुप्त नवरात्रि, नोट करें कलश स्थापना मुहूर्त 30 साल बाद शनि के शुभ संयोग में गुप्त नवरात्रि (Shani Yog In Gupt Navratri 2023) 17 जनवरी से शनि ग्रह मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में आ प्रवेश कर चुके हैं. ऐसा योग 30 साल में एक बार बनता है जब शनि अपनी ही ग्रह राशि कुंभ में रहते हैं. ऐसे में इस बार शनि के स्वराशि में होते हुए माघ मास की ...

Gupt Navratri 2023: Maa Kali, Tara Devi, Tripur Sundari, Bhuvaneshwari, Chinnamasta, Tripur Bhairavi, Dhrumavati, Bagalakami, Matangi, Kamla Devi

Read in English देवी भागवत के अनुसार वर्ष में चार बार नवरात्रि आते हैं और जिस प्रकार नवरात्रि में देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है, ठीक उसी प्रकार गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की साधना की जाती है। गुप्त नवरात्रि के दौरान साधक माँ काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, माँ ध्रूमावती, माँ बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी की पूजा करते हैं। गुप्त नवरात्रि विशेषकर तांत्रिक क्रियाएं, शक्ति साधना, महाकाल आदि से जुड़े लोगों के लिए विशेष महत्त्व रखती है। इस दौरान देवी भगवती के साधक बेहद कड़े नियम के साथ व्रत और साधना करते हैं। इस दौरान लोग लंबी साधना कर दुर्लभ शक्तियों की प्राप्ति करने का प्रयास करते हैं। माघ नवरात्री उत्तरी भारत में अधिक प्रसिद्ध है, और आषाढ़ नवरात्रि मुख्य रूप से दक्षिणी भारत में लोकप्रिय है। संबंधित अन्य नाम माघ नवरात्रि, आषाढ़ नवरात्रि सुरुआत तिथि माघ / आषाढ़ शुक्ल प्रतिपद उत्सव विधि शक्ति साधना, व्रत, मंत्र जाप।

Gupt Navratri 2023 date: Kab hain Gupt Navratri, check date, time of worship for these auspicious days of Maa Durga worship

Gupt Navratri 2023 of the Magh Month will begin from January 22, 2023 and end on January 30, 2023. The Gupt Navratri is celebrated on Pratipata date of Shukla Paksha of Magh month. On Gupt Navratri, nine forms of Durga are worshipped for nine days. Know the auspicious days and the importance of Gupt Navratri. Gupt Navratri 2023 Dates Pratipada (Mother Shailputri) 22-Jan-23 Dwitiya (Mother Brahmacharini) 23-Jan-23 Tritiya (Mother Chandraghanta) 24-Jan-23 Chaturthi (Mother Kushmanda) 25-Jan-23 Panchami (Mother Skandamata) 26-Jan-23 Shashti (Mother Katyayani) 27-Jan-23 Saptami (Maa Kalaratri) 28-Jan-23 Ashtami (Maa Mahagauri) 29-Jan-23 Navami (Maa Siddhidatri) 30-Jan-23 Durga Saptsashti recitation is started by installing Kalash in their respective houses. It is said that during these nine days of Navratri, Goddess Maa Durga fulfills all the wishes of her devotees and relives from all the pain and sufferings. Devotees must recite mantra, chalisa and perform aarti in the morning and evening. It is best to offer the Goddess bhog and offer her red flower but don’t offer Aak, Madar, Doob and Tulsi.

gupt navratri 2023 Ashadha Gupt Navratri 19 june do these remedies for impress maa durga

gupt navratri 2023 Ashadha Gupt Navratri 19 june do these remedies for impress maa durga | Gupt Navratri 2023: आषाढ़ में इस दिन से शुरू हो रहे हैं गुप्त नवरात्र, कर लें ये उपाय पैसों की किल्लत होगी दूर | Hindi News Gupt Navratri 2023: आषाढ़ में इस दिन से शुरू हो रहे हैं गुप्त नवरात्र, कर लें ये उपाय पैसों की किल्लत होगी दूर मान्यताओं के अनुसार, गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की पूजा-अर्चना की जाती है. वहीं तंत्र-मंत्र सीखने वाले साधकों के लिए गुप्त नवरात्रि बेहद खास मानी जाती है. ऐसी मान्यता है कि गुप्त नवरात्रि में मां अम्बे के नौ रूपों की पूजा करने से हर मनोकामना पूरी होती है. साथ ही गुप्त नवरात्रि पर कुछ खास उपाय करने से समस्याओं का निवारण होता है. गुप्त नवरात्रि तिथि- हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 18 जून 2023 को सुबह 10 बजकर 06 बजे से हो रही है. ये तिथि अगले दिन 19 मई 2023 को सुबह 11 बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगी. तो उदया तिथि के अनुसार, आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत इस साल 19 जून से होगी. गुप्त नवरात्रि को करें ये उपाय- - गुप्त नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा को श्रृंगार का समान भेंट करें. इसके लिए स्नान ध्यान के पश्चात लाल रंग का वस्त्र धारण करें. - गुप्त नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा को रोजाना नौ लाल या पीले रंग के फूल अर्पित करें. इसके लिए अपनी हथेली में फूलों को रख शीघ्र विवाह की कामना करें. साथ ही आप “ॐ श्रीं वर प्रदाय श्री नमः” मंत्र का जप करें. - नवरात्रि के नौ दिनों तक घर में लौंग कपूर से आरती करें, इससे घर की नकारात्मकता दूर होती है. - मान्यता है कि मां दुर्गा को नौ दिनों तक सिंदूर अर्पित करने से धन से संबंधित परेशानि...

Gupt Navratri 2023 date: Kab hain Gupt Navratri, check date, time of worship for these auspicious days of Maa Durga worship

Gupt Navratri 2023 of the Magh Month will begin from January 22, 2023 and end on January 30, 2023. The Gupt Navratri is celebrated on Pratipata date of Shukla Paksha of Magh month. On Gupt Navratri, nine forms of Durga are worshipped for nine days. Know the auspicious days and the importance of Gupt Navratri. Gupt Navratri 2023 Dates Pratipada (Mother Shailputri) 22-Jan-23 Dwitiya (Mother Brahmacharini) 23-Jan-23 Tritiya (Mother Chandraghanta) 24-Jan-23 Chaturthi (Mother Kushmanda) 25-Jan-23 Panchami (Mother Skandamata) 26-Jan-23 Shashti (Mother Katyayani) 27-Jan-23 Saptami (Maa Kalaratri) 28-Jan-23 Ashtami (Maa Mahagauri) 29-Jan-23 Navami (Maa Siddhidatri) 30-Jan-23 Durga Saptsashti recitation is started by installing Kalash in their respective houses. It is said that during these nine days of Navratri, Goddess Maa Durga fulfills all the wishes of her devotees and relives from all the pain and sufferings. Devotees must recite mantra, chalisa and perform aarti in the morning and evening. It is best to offer the Goddess bhog and offer her red flower but don’t offer Aak, Madar, Doob and Tulsi.

Gupt Navratri 2023: Maa Kali, Tara Devi, Tripur Sundari, Bhuvaneshwari, Chinnamasta, Tripur Bhairavi, Dhrumavati, Bagalakami, Matangi, Kamla Devi

Read in English देवी भागवत के अनुसार वर्ष में चार बार नवरात्रि आते हैं और जिस प्रकार नवरात्रि में देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है, ठीक उसी प्रकार गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की साधना की जाती है। गुप्त नवरात्रि के दौरान साधक माँ काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, माँ ध्रूमावती, माँ बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी की पूजा करते हैं। गुप्त नवरात्रि विशेषकर तांत्रिक क्रियाएं, शक्ति साधना, महाकाल आदि से जुड़े लोगों के लिए विशेष महत्त्व रखती है। इस दौरान देवी भगवती के साधक बेहद कड़े नियम के साथ व्रत और साधना करते हैं। इस दौरान लोग लंबी साधना कर दुर्लभ शक्तियों की प्राप्ति करने का प्रयास करते हैं। माघ नवरात्री उत्तरी भारत में अधिक प्रसिद्ध है, और आषाढ़ नवरात्रि मुख्य रूप से दक्षिणी भारत में लोकप्रिय है। संबंधित अन्य नाम माघ नवरात्रि, आषाढ़ नवरात्रि सुरुआत तिथि माघ / आषाढ़ शुक्ल प्रतिपद उत्सव विधि शक्ति साधना, व्रत, मंत्र जाप।

Gupta Navratri: इस दिन से शुरू हो रही है गुप्त नवरात्रि, ये 9 दिन शाक्त

डीएनए हिंदीःहिंदू पंचांग के अनुसार साल के 11वें महीने यानी माघ में गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri 2023) का पर्व मनाया जाता है, जो कि माघ शुक्ल प्रतिपदा तिथि से नवमी तिथि तक चलता है. ऐसे में इस बार माघ मास की गुप्त नवरात्रि (Magh Maas Gupt Navratri 2023 Date) 22 से 30 जनवरी तक मनाई जाएगी. गुप्त नवरात्रि के इन 9 दिनों में देवी के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है. बता दें कि चैत्र और शारदीय नवरात्रि के अलावा दो गुप्त नवरात्रि भी होती हैं. जिसमें से एक गुप्त नवरात्रि माघ और दूसरी आषाढ़ के महीने में पड़ती है. 22 जनवरी से माघ माह की गुप्त नवरात्रि शुरू हो रही है. धर्म ग्रंथों में प्रकट नवरात्रि की तरह गुप्त नवरात्रि को भी बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. गुप्त नवरात्रि में मनाए जाएंगे ये व्रत-उत्सव (Gupt Navratri 2023 Vrat) इस बार गुप्त नवरात्रि के दौरान 25 जनवरी को विनायकी चतुर्थी का व्रत किया जाएगा. जिसके बाद 26 जनवरी को देवी सरस्वती का प्रकटोत्सव वसंत पंचमी के रूप में मनाया जाएगा, 28 जनवरी को अचला और रथ सप्तमी का पर्व मनाया जाएगा, 29 जनवरी को भीष्म अष्टमी और गुप्त नवरात्रि के अंतिम दिन यानी 30 जनवरी को महानंद नवमी का उत्सव मनाया जाएगा. इसके अलावा हिंदू पंचांग के अनुसार, ये विक्रम संवत्सर 2079 की अंतिम नवरात्रि होगी. यह भी पढ़ें- 22 जनवरी से शुरू हो रही गुप्त नवरात्रि, नोट करें कलश स्थापना मुहूर्त 30 साल बाद शनि के शुभ संयोग में गुप्त नवरात्रि (Shani Yog In Gupt Navratri 2023) 17 जनवरी से शनि ग्रह मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में आ प्रवेश कर चुके हैं. ऐसा योग 30 साल में एक बार बनता है जब शनि अपनी ही ग्रह राशि कुंभ में रहते हैं. ऐसे में इस बार शनि के स्वराशि में होते हुए माघ मास की ...

Ashadha Gupt Navratri 2022 Date When Is Gupt Navratri 2022 Shubh Muhurat Importance

Ashadha Gupt Navratri 2022: मां भगवती की आराधना का पर्व है नवरात्रि. नवरात्रि में मां के नौ रूपों की भक्ति करने से हर मनोकामना पूरी होती है. साल में चार बार नवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है. दो नवरात्रि गुप्त होती हैं और दो सामान्य होती हैं. ये माघ और आषाढ़ मास में आती हैं. दो सामान्य नवरात्रि आश्विन मास और चैत्र मास में आती हैं. गुप्त नवरात्रि में साधक महाविद्याओं के लिए खास साधना करते हैं. आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2022 शुभ मुहूर्त हिंदी पंचांग के मुताबिक आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 30 जून, गुरुवार से हो रही है. जिसका समापन 09 जुलाई, शनिवार को होगा. प्रतिपदा तिथि का आरंभ - 29 जून 2022, सुबह 8 बजकर 21 मिनट प्रतिपदा तिथि का समाप्ति - 30 जून 2022, सुबह 10 बजकर 49 मिनट अभिजित मुहूर्त - 30 जून 2022, सुबह 11 बजकर 57 से 12 बजकर 53 मिनट तक. घट स्थापना मुहूर्त - 30 जून 2022, सुबह 5 बजकर 26 मिनट से 6 बजकर 43 मिनट तक. गुप्त सिद्धियां पाने करते हैं विशेष साधना आषाढ़ की गुप्त नवरात्रि का तंत्र-मंत्र और सिद्धि-साधना के लिए विशेष महत्व होता है.ऐसी मान्यता है कि तंत्र मंत्र की सिद्धि के लिए इस समय की गई साधना शीघ्र फलदायी होती है. इस नवरात्रि में माँ काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, माँ ध्रूमावती, माँ बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी की पूजा की जाती है।