हाईवे रोड एक्सीडेंट

  1. what is highway hypnosis mumbai nagpur samruddhi expressway
  2. रोड पर कभी नहीं होगा एक्सीडेंट! समझें सफेद और पीली पट्टी के ये इशारे
  3. Allu Arjun starrer Pushpa 2 team met with horrific accident in Nalgonda Telangana many artist injured
  4. हाईवे के 4 नियम बना देंगे ड्राइविंग में उस्ताद, एक्सीडेंट के चांस हो जाएंगे कम, अच्छे
  5. Kota News Accident on Baran Chittor highway 3 dead, 4 injured as jeep overturned
  6. what is highway hypnosis mumbai nagpur samruddhi expressway
  7. Kota News Accident on Baran Chittor highway 3 dead, 4 injured as jeep overturned
  8. हाईवे के 4 नियम बना देंगे ड्राइविंग में उस्ताद, एक्सीडेंट के चांस हो जाएंगे कम, अच्छे


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what is highway hypnosis mumbai nagpur samruddhi expressway

बीते दिनों सूरत के रहने वाले दो परिवार मुंबई-नागपुर समृद्धि हाईवे (Mumbai Nagpur Samruddhi Expressway) पर हुए एक्सीडेंट में मारे गए. महाराष्ट्र पुलिस (Maharashtra Police) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि दिसंबर 2022 में इस हाईवे का उद्घाटन हुआ था. तब से इस हाईवे पर हुए हादसों में 39 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और 143 लोग घायल हुए हैं. पुलिस ने ये भी कहा कि इन हादसों की एक बड़ी वजह हाईवे हिप्नोसिस है. आज इसी हाईवे हिप्नोसिस की बात करेंगे. हाईवे हिप्नोसिस हाईवे माने, चौड़ी सड़क. ऐसी सड़क जिस पर आम शहरी सड़कों से कहीं ज्यादा स्पीड पर गाड़ियां चलती हैं. और हिप्नोसिस माने सम्मोहन. लेकिन यहां बेसुधी या बेहोशी शब्द का इस्तेमाल करना उचित होगा. हाईवे हिप्नोसिस इससे अलग है. इसे White Line Fever भी कहा जाता है. ये कोई बीमारी नहीं है. एक मानसिक स्थिति है. साल 1921 में पहली बार एक आर्टिकल में इस मनःस्थिति का जिक्र किया गया था. फिर साल 1929 में एक स्टडी आई. उसमें कहा गया कि गाड़ी चलाने वाले लोग आंखें खुली रखकर भी सो जाते हैं. और गाड़ी की स्टीयरिंग ऑपरेट करते रहते हैं. 50 के दशक के आस-पास इस सिद्धांत को रोड एक्सीडेंट से जोड़कर देखा जाने लगा. और साल 1963 में अमेरिका की रटगर्स यूनिवर्सिटी में काम करने वाले मनोविज्ञानी जीडब्ल्यू विलियम्स ने पहली बार 'हाईवे हिप्नोसिस' नाम का शब्द गढ़ा था. इसे समझने के लिए पहले ऑटोमेटिसिटी समझते हैं. सुबह चाय के साथ अखबार के पन्ने पलटते हुए अगर ध्यान, किचन में हो रही खटपट की तरफ हो तो याद नहीं रहता कितने पन्ने पलट डाले. और चाय का प्याला कब खाली हो गया. न चाय फ़ैली और न ही अखबार फटा. भले ही ये ध्यान न हो कि खबर क्या पढ़ी है. इसे ऑटोमेटिसिटी कहते हैं. एक और उदाहरण से समझ...

रोड पर कभी नहीं होगा एक्सीडेंट! समझें सफेद और पीली पट्टी के ये इशारे

मैनपुरी में 8 साल का बच्चा नानी को बता रहा पत्नी, पूर्वजन्म का किया जा रहा दावा White Yellow Lines on Road: देश और दुनिया में हर साल सड़क दुर्घटनाओं में लाखों लोगों की जान चली जाती है. इन हादसों को रोकने के लिए ट्रैफिक से जुड़े कई नियम होते हैं लेकिन ज्यादातर यात्री या तो इन्हें फॉलो नहीं करते या फिर इस बारे में जानकारी नहीं रखते हैं. हेलमेट पहनने और ट्रैफिक लाइट के अलावा वाहन चलाते समय कुछ और नियमों का पालन भी करना होता है. इनमें हाईवे और एक्सप्रेसवे पर बनी व्हाइट व येलो लाइन से जुड़े रुल्स शामिल हैं. हाईवे पर बनी व्हाइट और येलो लाइन कुछ खास संकेत देती हैं जिन्हें समझना बेहद जरूरी है. हालांकि, ज्यादातर लोगों को रोड़ पर बनी इन सफेद और पीली पट्टी के बारे में जानकारी नहीं होती है. आइये आपको बताते हैं कि आखिर ड्राइविंग के दौरान ये लाइन क्या खास संकेत देती हैं. ये भी पढ़ें- ट्रेन के पहिये को बदलने में छूट जाते पसीने, काम पर लगती है बड़ी टीम, ये 10-20 लोगों के बस की बात नहीं! 2 तरह की व्हाइट लाइन से मिलता ये संकेतहाईवे और एक्सप्रेसवे पर आपने वाहन चलाते समय गौर किया होगा कि रोड पर कुछ जगह सफेद लाइन बनी होती है लेकिन कुछ जगहों पर यह टूटी (Broken White Line) होती है. इसका मतलब है कि यहां पर आप अगर लेन बदलना चाहते हैं तो ऐसा कर सकते हैं. हालांकि, इससे पहले आपको पीछे से आ रहे अन्य वाहन को देखना होगा और इंडीकेटर देकर लेन चेंज कर सकते हैं. वहीं, अगर सफेद लाइन लंबी होती है जिसमें कोई कट नहीं होते हैं. वहां पर आपको सिर्फ अपनी ही लेन में चलना होता है. ऐसी जगह पर आप लेन नहीं बदल सकते हैं. © News18 हिंदी द्वारा प्रदत्त रोड पर जहां लंबी पीली लाइन (Long Yellow Line) होती है वहां पर किसी अन्य...

Allu Arjun starrer Pushpa 2 team met with horrific accident in Nalgonda Telangana many artist injured

साउथ सुपरस्टार अल्लू अर्जुन (Allu Arjun) इन दिनों अपनी मच अवेटेड फिल्म 'पुष्पा: द रूल' (Pushpa: The Rule) को लेकर लाइमलाइट में बने हुए हैं। इस बीच एक बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आई है। फिल्म की रिलीज से पहले ही 'पुष्पा 2' (Pushpa 2) की टीम के साथ बड़ा हादसा हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टीम की बस बुधवार को तेलंगाना से आंध्र प्रदेश वापस लौट रही थी। इसी दौरान वह दूसरी बस से टकरा गई। इस भयानक हादसे में कुछ आर्टिस्टों के घायल होने की खबर है।

दिल्ली

मिली जानकारी के अनुसार, वेस्ट दिल्ली के इंद्रलोक स्थित ओंकार नगर निवासी मोहम्मद अब्बास (38) धुएं की चिमनी रिपेयरिंग का काम करता था। रविवार को वह राजस्थान के भिवाड़ी स्थित एक कंपनी में चिमनी रिपेयर करने के लिए आया था। वापस लौटते वक्त दिल्ली-जयपुर हाईवे पर फ्लाई ओवर के पास किसी अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी। हादसे में अब्बास की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची धारूहेड़ा पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। उसकी जेब से मिले कागजातों के आधार पर उसके परिजनों को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे अब्बास के भाई सुलेमान अब्बास ने उसकी पहचान की। पुलिस ने सुलेमान की शिकायत पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

हाईवे के 4 नियम बना देंगे ड्राइविंग में उस्ताद, एक्सीडेंट के चांस हो जाएंगे कम, अच्छे

आगे चल रहे बड़े या छोटे वाहन से पर्याप्त दूरी बनाकर रखना चाहिए. ड्राइविंग के दौरान कभी भी मोड पर ओवरटेक करने से बचना चाहिए. रात में ड्राइविंग करते समय हैडलाइट्स को लो बीम पर रखना चाहिए. Road Safety Tips : भारत सरकार हर साल सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाकर जागरुकता अभियान चलाती है, ताकि लोग रोड पर ट्रैवल करते समय नियमों का पालन करें और हादसों से बचें. आपको जानकर हैरानी होगी कि पिछले साल (2022 में) भारत में 1,55,622 मौतें केवल सड़क हादसों की वजह से हुई हैं. ये आधिकारिक आंकड़ा है. सड़क हादसों के कई कारण हैं, जिनमें डेडली रोड स्ट्रैच से लेकर ओवरस्पीड तक शामिल हैं. परंतु सच्चाई ये भी है कि हाईवे कैसा भी हो, अगर हादसों से बचना है तो सेफ ड्राइविंग बेहद जरूरी है. कई ड्राइवर वाहन चलाना तो सीख जाते हैं, लेकिन उन्हें ड्राइविंग करने के पूरे नियमों की जानकारी नहीं होती, और यही हादसों का कारण बनती है. वैसे तो हाईवे पर ड्राइविंग करने के कई सारे रूल्स हैं, लेकिन यहां आपको 4 बेसिक रूल्स बता रहे हैं, अगर आप इन रूल्स के बारे में सीख गए तो ड्राइविंग के उस्ताद बन जाओगे. बनाए रखें पर्याप्त दूरी हाइवे पर कार से ड्राइविंग के दौरान आपकी लेन में आगे चल रहे बड़े या छोटे वाहन से पर्याप्त दूरी बनाकर रखना जरूरी है. मान लीजिए सामने वाला वाहन 80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से जा रहा है. आपकी कार की रफ्तार भी उसके बराबर है. किसी वजह से वह अचानक ब्रेक लगा देता है और आप उससे पर्याप्त दूरी पर नहीं हैं तो टक्कर होने की आशंका बढ़ जाएगी. दूसरी ओर अगर आपकी कार सामने वाले वाहन से करीब 20 से 30 मीटर की दूरी पर है तो आपको ब्रेक लगाने के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा. गाड़ी भी कंट्रोल में रहेगी. गलत ओवरटेक न करें हाईवे पर ड...

Kota News Accident on Baran Chittor highway 3 dead, 4 injured as jeep overturned

Kota News: कोटा के रानपुर थाना इलाके में बारां चित्तौड़ हाईवे पर जीप पलट जाने से जीप में सवार तीन लोगों की मौत हो गई. वहीं, चार लोग घायल हैं, जिनका कोटा के न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है. घायलों और मृतकों के परिजन कोटा पहुंच रहे हैं. जिसके बाद इनके पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाएगी. डिप्टी एसपी हर्षराज सिंह खरेड़ा ने बताया कि रविवार अल सुबह अनंतपुरा-बंधा धर्मपुरा फोरलेन के बीच जीप पलटने की घटना हुई. जीप में सात लोग सवार थे. इनमें से दो की अस्पताल लाए जाने के बाद चैकअप करते समय मौत हो गई. वहीं, एक की इलाज के दौरान मौत हो गई. वापस कोटा लौट रहे थे सभी लोग दौसा लालसोट के घाटा गांव और उसके आस पास के है. हादसे में घायल और मृतक आपस में परिवार के लोग और रिश्तेदार थे, जो कि भोपाल में एक कार्यक्रम में टेंट लगाकर वापस कोटा लौट रहे थे. इसी दौरान रविवार सुबह यह हादसा हो गया. कोटा के रानपुर थाना इलाके में बारां चित्तौड़ हाईवे पर जीप पलट जाने से जीप में सवार तीन लोगों की मौत हो गई. वहीं, चार लोग घायल है जिनका कोटा के न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है. जीप में सात लोग सवार थे घायलों और मृतकों के परिजन कोटा पहुंच रहे है, जिसके बाद इनके पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाएगी. डिप्टी एसपी हर्षराज सिंह खरेडा ने बताया कि रविवार अल सुबह अनंतपुरा-बंधा धर्मपुरा फोरलेन के बीच जीप पलटने की घटना हुई। जीप में सात लोग सवार थे. इनमें से दो की अस्पताल लाए जाने के बाद चेकअप करते समय मौत हो गई,वहीं एक की इलाज के दौरान मौत हो गई. सभी लोग दौसा लालसोट के घाटा गांव और उसके आस पास के है. हादसे में घायल और मृतक आपस में परिवार के लोग और रिश्तेदार थे, जो कि भोपाल में एक कार्यक्रम में टेंट लगाकर ...

what is highway hypnosis mumbai nagpur samruddhi expressway

बीते दिनों सूरत के रहने वाले दो परिवार मुंबई-नागपुर समृद्धि हाईवे (Mumbai Nagpur Samruddhi Expressway) पर हुए एक्सीडेंट में मारे गए. महाराष्ट्र पुलिस (Maharashtra Police) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि दिसंबर 2022 में इस हाईवे का उद्घाटन हुआ था. तब से इस हाईवे पर हुए हादसों में 39 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और 143 लोग घायल हुए हैं. पुलिस ने ये भी कहा कि इन हादसों की एक बड़ी वजह हाईवे हिप्नोसिस है. आज इसी हाईवे हिप्नोसिस की बात करेंगे. हाईवे हिप्नोसिस हाईवे माने, चौड़ी सड़क. ऐसी सड़क जिस पर आम शहरी सड़कों से कहीं ज्यादा स्पीड पर गाड़ियां चलती हैं. और हिप्नोसिस माने सम्मोहन. लेकिन यहां बेसुधी या बेहोशी शब्द का इस्तेमाल करना उचित होगा. हाईवे हिप्नोसिस इससे अलग है. इसे White Line Fever भी कहा जाता है. ये कोई बीमारी नहीं है. एक मानसिक स्थिति है. साल 1921 में पहली बार एक आर्टिकल में इस मनःस्थिति का जिक्र किया गया था. फिर साल 1929 में एक स्टडी आई. उसमें कहा गया कि गाड़ी चलाने वाले लोग आंखें खुली रखकर भी सो जाते हैं. और गाड़ी की स्टीयरिंग ऑपरेट करते रहते हैं. 50 के दशक के आस-पास इस सिद्धांत को रोड एक्सीडेंट से जोड़कर देखा जाने लगा. और साल 1963 में अमेरिका की रटगर्स यूनिवर्सिटी में काम करने वाले मनोविज्ञानी जीडब्ल्यू विलियम्स ने पहली बार 'हाईवे हिप्नोसिस' नाम का शब्द गढ़ा था. इसे समझने के लिए पहले ऑटोमेटिसिटी समझते हैं. सुबह चाय के साथ अखबार के पन्ने पलटते हुए अगर ध्यान, किचन में हो रही खटपट की तरफ हो तो याद नहीं रहता कितने पन्ने पलट डाले. और चाय का प्याला कब खाली हो गया. न चाय फ़ैली और न ही अखबार फटा. भले ही ये ध्यान न हो कि खबर क्या पढ़ी है. इसे ऑटोमेटिसिटी कहते हैं. एक और उदाहरण से समझ...

Kota News Accident on Baran Chittor highway 3 dead, 4 injured as jeep overturned

Kota News: कोटा के रानपुर थाना इलाके में बारां चित्तौड़ हाईवे पर जीप पलट जाने से जीप में सवार तीन लोगों की मौत हो गई. वहीं, चार लोग घायल हैं, जिनका कोटा के न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है. घायलों और मृतकों के परिजन कोटा पहुंच रहे हैं. जिसके बाद इनके पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाएगी. डिप्टी एसपी हर्षराज सिंह खरेड़ा ने बताया कि रविवार अल सुबह अनंतपुरा-बंधा धर्मपुरा फोरलेन के बीच जीप पलटने की घटना हुई. जीप में सात लोग सवार थे. इनमें से दो की अस्पताल लाए जाने के बाद चैकअप करते समय मौत हो गई. वहीं, एक की इलाज के दौरान मौत हो गई. वापस कोटा लौट रहे थे सभी लोग दौसा लालसोट के घाटा गांव और उसके आस पास के है. हादसे में घायल और मृतक आपस में परिवार के लोग और रिश्तेदार थे, जो कि भोपाल में एक कार्यक्रम में टेंट लगाकर वापस कोटा लौट रहे थे. इसी दौरान रविवार सुबह यह हादसा हो गया. कोटा के रानपुर थाना इलाके में बारां चित्तौड़ हाईवे पर जीप पलट जाने से जीप में सवार तीन लोगों की मौत हो गई. वहीं, चार लोग घायल है जिनका कोटा के न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है. जीप में सात लोग सवार थे घायलों और मृतकों के परिजन कोटा पहुंच रहे है, जिसके बाद इनके पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाएगी. डिप्टी एसपी हर्षराज सिंह खरेडा ने बताया कि रविवार अल सुबह अनंतपुरा-बंधा धर्मपुरा फोरलेन के बीच जीप पलटने की घटना हुई। जीप में सात लोग सवार थे. इनमें से दो की अस्पताल लाए जाने के बाद चेकअप करते समय मौत हो गई,वहीं एक की इलाज के दौरान मौत हो गई. सभी लोग दौसा लालसोट के घाटा गांव और उसके आस पास के है. हादसे में घायल और मृतक आपस में परिवार के लोग और रिश्तेदार थे, जो कि भोपाल में एक कार्यक्रम में टेंट लगाकर ...

दिल्ली

मिली जानकारी के अनुसार, वेस्ट दिल्ली के इंद्रलोक स्थित ओंकार नगर निवासी मोहम्मद अब्बास (38) धुएं की चिमनी रिपेयरिंग का काम करता था। रविवार को वह राजस्थान के भिवाड़ी स्थित एक कंपनी में चिमनी रिपेयर करने के लिए आया था। वापस लौटते वक्त दिल्ली-जयपुर हाईवे पर फ्लाई ओवर के पास किसी अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी। हादसे में अब्बास की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची धारूहेड़ा पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। उसकी जेब से मिले कागजातों के आधार पर उसके परिजनों को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे अब्बास के भाई सुलेमान अब्बास ने उसकी पहचान की। पुलिस ने सुलेमान की शिकायत पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

हाईवे के 4 नियम बना देंगे ड्राइविंग में उस्ताद, एक्सीडेंट के चांस हो जाएंगे कम, अच्छे

आगे चल रहे बड़े या छोटे वाहन से पर्याप्त दूरी बनाकर रखना चाहिए. ड्राइविंग के दौरान कभी भी मोड पर ओवरटेक करने से बचना चाहिए. रात में ड्राइविंग करते समय हैडलाइट्स को लो बीम पर रखना चाहिए. Road Safety Tips : भारत सरकार हर साल सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाकर जागरुकता अभियान चलाती है, ताकि लोग रोड पर ट्रैवल करते समय नियमों का पालन करें और हादसों से बचें. आपको जानकर हैरानी होगी कि पिछले साल (2022 में) भारत में 1,55,622 मौतें केवल सड़क हादसों की वजह से हुई हैं. ये आधिकारिक आंकड़ा है. सड़क हादसों के कई कारण हैं, जिनमें डेडली रोड स्ट्रैच से लेकर ओवरस्पीड तक शामिल हैं. परंतु सच्चाई ये भी है कि हाईवे कैसा भी हो, अगर हादसों से बचना है तो सेफ ड्राइविंग बेहद जरूरी है. कई ड्राइवर वाहन चलाना तो सीख जाते हैं, लेकिन उन्हें ड्राइविंग करने के पूरे नियमों की जानकारी नहीं होती, और यही हादसों का कारण बनती है. वैसे तो हाईवे पर ड्राइविंग करने के कई सारे रूल्स हैं, लेकिन यहां आपको 4 बेसिक रूल्स बता रहे हैं, अगर आप इन रूल्स के बारे में सीख गए तो ड्राइविंग के उस्ताद बन जाओगे. बनाए रखें पर्याप्त दूरी हाइवे पर कार से ड्राइविंग के दौरान आपकी लेन में आगे चल रहे बड़े या छोटे वाहन से पर्याप्त दूरी बनाकर रखना जरूरी है. मान लीजिए सामने वाला वाहन 80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से जा रहा है. आपकी कार की रफ्तार भी उसके बराबर है. किसी वजह से वह अचानक ब्रेक लगा देता है और आप उससे पर्याप्त दूरी पर नहीं हैं तो टक्कर होने की आशंका बढ़ जाएगी. दूसरी ओर अगर आपकी कार सामने वाले वाहन से करीब 20 से 30 मीटर की दूरी पर है तो आपको ब्रेक लगाने के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा. गाड़ी भी कंट्रोल में रहेगी. गलत ओवरटेक न करें हाईवे पर ड...