हैदराबाद कौन से राज्य में पड़ता है

  1. जानिए Gujarat गुजरात में कुल कितने जिले हैं और कौन कौन से ( 2023 full list)
  2. भारत का सबसे बड़ा राज्य कौन सा है?
  3. [Solved] हैदराबाद राज्य का संस्थापक कौन था?
  4. काकीनाडा कौन से राज्य में पड़ता है? – ElegantAnswer.com
  5. जानिए Himachal Pradesh हिमाचल प्रदेश में कुल कितने जिले हैं और कौन कौन से ( 2023 full list)
  6. [Solved] निम्नलिखित में से कौन
  7. हैदराबाद
  8. कानपुर


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जानिए Gujarat गुजरात में कुल कितने जिले हैं और कौन कौन से ( 2023 full list)

अगर आप जानना चाहते हैं कि गुजरात में कुल कितने जिले हैं ( How many districts in Gujarat – Hindi mein)और यह समझना है कि गुजरात राज्य में मंडल कौन-कौन से हैं से तो इस (ब्लॉग) लेख को पढ़े। भारत में जिले तब से हैं जब भारत पर अंग्रेजों का शासन था। वे स्थानीय प्रशासनिक इकाइयाँ हैं जो भारत के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के ठीक नीचे हैं। जिले का मुखिया उपायुक्त / कलेक्टर होता है। उनकी जिम्मेदारी समग्र प्रशासन की देखभाल करना और कानून व्यवस्था बनाए रखना है। इस ब्लॉग में, “गुजरात में कुल कितने जिले हैं” हम गुजरात के जिलों के बारे में जानेंगे। गुजरात में कुल कितने जिले हैं ( How many districts are in Gujarat – in Hindi) Table of Contents • • • • • • • आज की तिथि के अनुसार गुजरात में कुल 33 जिले हैं । राज्य का नाम गुजरात राजधानी गांधीनगर कुल जिले 33 कुल मंडल 4 गुजरात में कुल कितने जिले और उनके मुख्यालय (Districts of Gujarat and their Headquarters – in Hindi) नीचे दी गई तालिका में आप गुजरात में कुल कितने जिले के नाम के साथ उसके मुख्यालय देख पाएंगे। क्रमांक जिला District मुख्यालय 1 अहमदाबाद जिला Ahmedabad district अहमदाबाद 2 अमरेली जिला Amreli district अमरेली 3 आनंद जिला Anand district आनंद 4 अरावली जिला Aravalli district मोडासा 5 बनासकांठा जिला Banaskantha district पालनपुर 6 भरूच जिला Bharuch district भरूच 7 भावनगर जिला Bhavnagar district भावनगर 8 बोटाड जिला Botad district बोटाड 9 छोटा उदयपुर जिला Chhota Udaipur district छोटा उदयपुर 10 दाहोद जिला Dahod district दाहोद 11 डैंग जिला Dang district आहवा 12 देवभूमि द्वारका जिला Devbhoomi Dwarka district खंभालिया 13 गांधीनगर जिला Gandhina...

भारत का सबसे बड़ा राज्य कौन सा है?

भारत का सबसे बड़ा राज्य क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान है। जबकि भारत का सबसे बड़ा राज्य जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश है। तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको भारत के सबसे बड़े राज्य के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से प्रदान करेंगे। जिसमें आपको भारत के सबसे बड़े राज्य के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी, उसकी विशेषता, संस्कृति, सभ्यता के बारे में भी बताएंगे। भारत क्षेत्रफल की दृष्टि से दुनिया का सातवां सबसे बड़ा देश है, जबकि संपूर्ण विश्व में जनसंख्या की दृष्टि से भारत दूसरा सबसे बड़ा देश है। दुनिया में सबसे ज्यादा जनसंख्या चीन में है, जिसके बाद भारत का नंबर आता है। भारत में तेजी से जनसंख्या दर बढ़ रहा है, जो अन्य तरह के खतरे पैदा कर रहा है क्योंकि बढ़ती जनसंख्या से संसाधनों की कमी होती है और कम संसाधनों से ज्यादा जनसंख्या का जीवन यापन करना काफी ज्यादा मुश्किल हो जाता है। भारत का सबसे बड़ा राज्य कौन सा है? विषय सूची • • • • • क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य राजस्थान है। राजस्थान का कुल क्षेत्रफल 342239 वर्ग किलोमीटर है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दुनिया के अनेक सारे देश राजस्थान से भी छोटे हैं। यहां तक कि राजस्थान के सबसे बड़े जिले जैसलमेर के क्षेत्रफल की दृष्टि से भी छोटे हैं। दुनिया के अनेक सारे विकसित और लोकप्रिय देश राजस्थान राज्य के मुकाबले‌ क्षेत्रफल की दृष्टि से छोटे हैं। क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान भारत का 10.4 प्रतिशत है जो कि एक बड़ा भूभाग है। आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि वर्ष 2000 से पहले भारत का सबसे बड़ा राज्य क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान नहीं था बल्कि मध्यप्रदेश हुआ करता था लेकिन ...

[Solved] हैदराबाद राज्य का संस्थापक कौन था?

सही उत्‍तर निज़ाम-उल-मुल्क आसफ जाह है। Key Points • निज़ाम-उल-मुल्क आसफ जाह ने हैदराबाद के निज़ाम राजवंश की स्थापना की। • निज़ाम-उल-मुल्क आसफ जाह को मीर क़मर-उद-दीन ख़ान सिद्दीक़ी बयाफंदी कि उपाधि दी गई थी। • वह मुगल सम्राट के अधीन दक्कन का वायसराय था। • हैदराबाद को 1948 में ऑपरेशन पोलो के माध्यम से विलय लिया गया था।

काकीनाडा कौन से राज्य में पड़ता है? – ElegantAnswer.com

काकीनाडा कौन से राज्य में पड़ता है? इसे सुनेंरोकेंनिर्देशांक:16.93°N 82.33°E काकीनाड़ा (तेलुगु: కాకినాడ)उच्चारण सहायता·सूचना आंध्र प्रदेश के पूर्व गोदावरी जिले में स्थित एक शहर है। यह जिले का मुख्यालय भी है। आंध्र प्रदेश में कौन कौन से शहर आते हैं? इसे सुनेंरोकेंआंध्र प्रदेश में कुल १३ जिले है, जिनके नाम अनंतपुर, चित्तूर, पश्चिम गोदावरी, गुंटूर, कडपा,कृष्णा, कुरनून, प्रकाशम्, नेल्लोर, श्री कुलुम, विशाखापत्तम, विज़िअनगरम, पूर्वी गोदावरी, है, क्षत्रफल में अन्तंतपुर सबसे बड़ा है, उसकी कुल क्षत्रफल १९१३० वर्ग किलो मीटर है तथा जनसँख्या के हिसाब से पूर्वी गोदावरी सबसे बड़ा है इसकी … आंध्र प्रदेश राज्य का गठन कब हुआ था? इसे सुनेंरोकेंमद्रास प्रेसीडेंसी से बाहर निकाले जाने के बाद आंध्र प्रदेश का जन्म 1 नवंबर, 1953 को कुरनूल के साथ हुआ था। तीन साल बाद, हैदराबाद राज्य में तेलुगु भाषी क्षेत्रों को एक जेंटलमैन समझौते के साथ मिला दिया गया, और आंध्र प्रदेश का गठन 1 नवंबर, 1956 को किया गया। काकीनाडा बंदरगाह कहाँ है? इसे सुनेंरोकेंकाकीनाडा बंदरगाह बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित है । यह राज्य के मध्यवर्ती बंदरगाहों में से एक है। राष्ट्रीय जलमार्ग 4 के साथ काकीनाडा जोड़ता है पुडुचेरी और राष्ट्रीय जलमार्ग द्वारा के रूप में 2008 में घोषित किया गया था भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण माल परिवहन और पर्यटन के लिए। गुजरात की तटीय सीमा कितनी है? इसे सुनेंरोकेंइनमें से, मुख्य भूमि तट की लंबाई 5422.6 किलोमीटर है जबकि द्वीप क्षेत्र तट रेखा लंबाई 20 9 4 किलोमीटर है। 10 आंध्र प्रदेश में स्थित तटीय भाग क्या कहलाता है? इसे सुनेंरोकेंतटीय आंध्र में नौ जिलों हैं: श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखपटनम, पूर्वी ग...

जानिए Himachal Pradesh हिमाचल प्रदेश में कुल कितने जिले हैं और कौन कौन से ( 2023 full list)

अगर आप जानना चाहते हैं कि हिमाचल प्रदेश में कुल कितने जिले हैं ( How many districts in Himachal Pradesh – Hindi mein)और यह समझना है कि हिमाचल प्रदेश राज्य में मंडल कौन-कौन से हैं से तो इस (ब्लॉग) लेख को पढ़े। भारत में जिले तब से हैं जब भारत पर अंग्रेजों का शासन था। वे स्थानीय प्रशासनिक इकाइयाँ हैं जो भारत के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के ठीक नीचे हैं। जिले का मुखिया उपायुक्त / कलेक्टर होता है। उनकी जिम्मेदारी समग्र प्रशासन की देखभाल करना और कानून व्यवस्था बनाए रखना है। इस ब्लॉग में, “हिमाचल प्रदेश में कुल कितने जिले हैं” हम हिमाचल प्रदेश के जिलों के बारे में जानेंगे। हिमाचल प्रदेश में कुल कितने जिले हैं ( How many districts are in Himachal Pradesh – in Hindi) Table of Contents • • • • • • • आज की तिथि के अनुसार हिमाचल प्रदेश में कुल 12 जिले हैं । राज्य का नाम हिमाचल प्रदेश राजधानी शिमला (ग्रीष्मकालीन), धर्मशाला (शीतकालीन) कुल जिले 12 कुल मंडल 3 हिमाचल प्रदेश में कुल कितने जिले और उनके मुख्यालय (Districts of Himachal Pradesh and their Headquarters – in Hindi) नीचे दी गई तालिका में आप हिमाचल प्रदेश में कुल कितने जिले के साथ उसके मुख्यालय देख पाएंगे। क्रमांक जिला District मुख्यालय 1 लाहौल और स्पीति जिला Lahaul and Spiti District केलांग 2 चंबा जिला Chamba District चंबा 3 किन्नौर जिला Kinnaur District रिकांग पियो 4 कांगड़ा जिला Kangra District धर्मशाला 5 कुल्लू जिला Kullu District कुल्लू 6 शिमला जिला Shimla District शिमला 7 मंडी जिला Mandi District मंडी 8 सिरमौरी जिला Sirmaur District नाहनो 9 सोलन जिला Solan District सोलन 10 ऊना जिला Una District ऊना 11 बिलासपुर जिला Bila...

[Solved] निम्नलिखित में से कौन

सही उत्‍तर हैदराबादहै। Key Points • प्रथमसहायक संधि पर 1798में हैदराबादके निजाम ने हस्ताक्षर किया था। • भारत में ब्रिटिश साम्राज्य की स्थापना के लिए लॉर्ड वेलेजलीद्वारा गवर्नर-जनरल (1798-1805) द्वारा उपयोग की जाने वाली सहायक गठबंधन प्रणाली" गैर-हस्तक्षेप नीति"थी। • हैदराबाद का निज़ाम '1798 ई.में इस नीति पर हस्ताक्षर करने वाला पहला व्यक्ति था। • इस नीति पर 1799 ई. में हस्ताक्षर करने वाला दूसरा राज्य मैसूर था। Additional Information • सहायक संधिप्रणाली "गैर-हस्तक्षेप नीति"थी। • इसे लॉर्ड वेलेजली द्वारा पेश किया गया था। जो 1798 से 1805 तक गवर्नर-जनरलथा।अतःविकल्प 1 सहीहै। • यह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनीऔर भारतीय रियासतोंके बीच एक संधि थी, जिसके द्वारा भारतीय राज्यों ने अंग्रेजी कोअपनी संप्रभुता खो दी थी। • पहली बारइसका उपयोगफ्रांसीसी गवर्नर जनरल मार्किस डुप्लेक्सने वास्तविक रूप सेकिया था। • अवध के नवाबबक्सर के युद्धके बाद अंग्रेजों के साथ सहायक संधिमें प्रवेश करने वाले प्राथमिक शासकथे। • हैदराबाद के निज़ाम पहले थे जिन्होंने एक अच्छी तरह से तैयार सहायक संधिको स्वीकार किया। • एक भारतीय शासक जो अंग्रेजों के साथ सहायक संधिमें शामिल हो रहा था, उसे अपनी सेना को भंग करना पड़ा और अपने क्षेत्र में ब्रिटिश सेना को स्वीकार करना पड़ा। • भारतीय शासकोंको ब्रिटिश सेना के रखरखाव के लिए भुगतान करना पड़ता था।यदि उसने भुगतान नहीं किया, तो उसके क्षेत्र का एक हिस्सा निकाल लिया जाताऔर अंग्रेजों को सौंप दिया जाता। • बदले में, ब्रिटिशकिसी भी विदेशी हमले या आंतरिक विद्रोह के खिलाफ भारतीय राज्य की रक्षा करते। • इस प्रकार, भारतीय शासकने विदेशी मामलों के संबंध में सभी शक्तियां खो दीं और सेना को सौंप दी। •...

हैदराबाद

हैदराबाद – नये स्वतंत्र राज्य 1724 ई. में चिनकिलिच खां ने हैदराबाद में स्वतंत्र राज्य की स्थापना की। उसे प्रायः निजामुलमुल्क के नाम से जाना जाता है। सर्वप्रथम जुल्फिकार खां ने दक्कन में स्वतंत्र राज्य स्थापित करने का स्वप्न तब देखा था जब बहादुरशाह के समय 1708 ई. में वह दक्कन का वायसराय बना था। परन्तु 1713 ई. में उसकी मृत्यु के बाद यह योजना समाप्त हो गयी। निजामुलमुल्क तुरानी गुट का था। उसने सैयद बंधुओं के पतन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। 1722 ई. में निजामुलमुल्क को दिल्ली में वजीर का पद दिया गया। वजीर के पद पर कार्य करते हुए चिनकिलिच खां दिल्ली दरबार के दूषित माहौल को देखते हुए 1723 ई. के अन्त में शिकार खेलने के बहाने दक्कन चला गया। सम्राट मुहम्मदशाह ने निजामुलमुल्क के दक्कन की ओर गुप्त प्रस्थान को देखते हुए मुबारिज खां को दक्कन का वायसराय बना दिया, परन्तु अक्टूबर, 1724 में ‘शूकर खेड़ा के युद्ध’ में मुबारिज खां के मारे जाने के बाद कालान्तर में सम्राट मुहम्मदशाह ने चिनकिलिच खां को दक्कन का वायसराय स्वीकार करते हुए ‘आसफजाह’ की उपाधि प्रदान की। निजाम को मराठों के आक्रमण के कारण कुछ समय तक कठिनाई हुई और बाजीराव के विरुद्ध युद्ध में वह पराजित हुआ। उसने करनाल के युद्ध में नादिरशाह के विरुद्ध सम्राट के साथ भाग लिया। दिल्ली से लौटने के पूर्व नादिरशाह ने सम्राट को निजाम के विरुद्ध सचेत भी किया था कि वह व्यक्तिगत आवश्यकता से अधिक चालाक और महत्वाकांक्षी है। 1748 ई. में निजाम की मृत्यु हो गई। Read more • • • • • • • • • • अध्याय 1 – विषय बोध • अध्याय 2 – आपदा नियंत्रण • अध्याय 3 – सुनामी एवं भूकंप से बचाव • अध्याय 4 – ज्वालामुखी से बचाव • अध्याय 5 – तूफ़ान से सुरक्षा • अध्याय 6 – ...

कानपुर

अनुक्रम • 1 इतिहास • 1.1 कानपुर छावनी • 1.2 दन्तकथा • 2 कानपुर के दर्शनीय स्थल • 2.1 जाजमऊ • 2.2 श्री राधाकृष्ण मंदिर • 2.3 जैन ग्लास मंदिर • 2.4 कमला रिट्रीट • 2.5 फूल बाग • 2.6 एलेन फोरस्ट ज़ू • 2.7 कानपुर मैमोरियल चर्च • 2.8 नाना राव पार्क • 2.9 जेड स्क्वायर मॉल • 2.10 श्री श्री राधा माधव मंदिर (इस्कॉन मंदिर) • 2.11 बिठूर • 3 आवागमन • 4 शिक्षण संस्थान • 5 कानपुर मेट्रो • 6 जलवायु • 7 जनसांख्यिकी • 8 अंतर्राष्ट्रीय संबंध • 9 प्रसिद्ध व्यक्तित्व • 10 इन्हें भी देखें • 11 सन्दर्भ इतिहास [ ] माना जाता है कि इस शहर का नाम ही सोमवंशी राजपूतों के राजा कान्हा सोम से आता है, जिनके वंशज कानहवांशी कहलाए। कानपुर का मूल नाम 'कान्हपुर' था। नगर की उत्पत्ति का सचेंदी के राजा हिंदूसिंह से, अथवा विद्रोह के पहले नगर तीन ओर से छावनी से घिरा हुआ था। नगर में जनसंख्या के विकास के लिए केवल दक्षिण की निम्नस्थली ही अवशिष्ट थी। फलस्वरूप नगर का पुराना भाग अपनी सँकरी गलियों, घनी आबादी और अव्यवस्थित रूप के कारण एक समस्या बना हुआ है। शान्ति हो जाने के बाद विद्रोहियों को काम देकर व्यस्त रखने के लिए तथा नगर का व्यावसायिक दृष्टि से उपयुक्त स्थिति का लाभ उठाने के लिए नगर में उद्योग धंधों का विकास तीव्र गति से प्रारंभ हुआ। कानपुर छावनी [ ] मुख्य लेख: इस समय छावनी की सीमा उत्तर में गंगा नदी, दक्षिण में ग्रैंड ट्रंक रोड तथा पूर्व में जाजमऊ है। पश्चिम में लखनऊ जानेवाली रेलवे लाइन के किनारे-किनारे माल रोड पर पड़नेवाले नहर के पुल से होती हुई फूलबाग के उत्तर से गंगा के किनारे हार्नेस फैक्टरी तक चली गई है। छावनी के मुहल्लों-सदरबाजार, गोराबाजार, लालकुर्ती, कछियाना, शुतुरखाना, दानाखोरी आदि-के नाम हमें पुरानी छावनी...