Hba1c test in hindi

  1. ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन
  2. डायबिटीज के मरीजों के लिएक्यों जरूरी है HPLC method से HbA1c टेस्ट कराना, एक्सपर्ट से जानें
  3. What is HbA1c test and why should a diabetic patient get it done every three months, know which level is dangerous
  4. एचबीए1सी टेस्ट क्या है और कैसे होता है । HbA1c Test
  5. HbA1C कैलकुलेटर: रक्त में मौजूद ग्लूकोज की औसत गणना कैसे करें?
  6. Diabetes Test: डायबिटीज मरीजों को हर 3 महीने में जरूर कराना चाहिए ये टेस्ट, लापरवाही बढ़ा सकती है खतरा
  7. HbA1c test क्या है?


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ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन

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डायबिटीज के मरीजों के लिएक्यों जरूरी है HPLC method से HbA1c टेस्ट कराना, एक्सपर्ट से जानें

Written by |Updated : June 23, 2022 2:47 PM IST • • • • • अगर आप या आपके घर में कोई डायबिटीज से पीड़ित है, तो आप एचबीए1 टेस्ट से जरूर परिचित होंगे। ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन टेस्ट को आमतौर पर यह जानने के लिए किया जाता है कि आपका ब्लड ग्लूकोज लेवल समय के साथ कैसे मैनेज रहता है। डायबिटीज के मरीजों को साल में दो बार इस टेस्ट की सलाह दी जाती है। लेकिन आपको अपने लैब अटेंडेंट से यह सवाल पूछना चाहिए कि वो किस मेथड के साथ इस टेस्ट को करता है? आप सोच रहे होंगे कि इससे आपको क्या लेना-देना। आपको बता दें कि अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो आपके लिए इस सवाल का जवाब जानना बहुत जरूरी है। एचबीए1सी टेस्ट के लिए एचपीएलसी मेथड का चयन क्यों है जरूरी? मुंबई स्थित श्रेया डायबिटीज सेंटर में डायबिटोलॉजिस्ट डॉक्टर प्रदीप गाडगे के अनुसार,बहुत से लोगों को यह नहीं पता है कि यह टेस्ट एचपीएलसी हाई-परफॉरमेंस लिक्विड क्रोमैटोग्राफी ( hba1c test in hindi) द्वारा किया जाता है। अगर आपके डॉक्टर ने डायबिटीज के लिएसभी तीन टेस्ट निर्धारित किए हैं तो आपको एचबीए1सी के लिए एचपीएलसी मेथड के जरिये ही टेस्ट कराना चाहिए जो कि सबसे प्रामाणिक और स्टैण्डर्ड टेक्निक है। इस टेस्ट के लिए कई मेथड हैं जैसे एंजाइमैटिक मेथड, टर्बिडीमैट्रिक और क्रोमैटोग्राफी (लो एंड हाई प्रेशर)। हालांकि, सबसे विश्वसनीय रिपोर्ट एचपीएलसी मेथड से से प्राप्त की जाती हैं। किसी भी टेस्ट में परिवर्तनशीलता और गुणांक के गुणांक कम होना चाहिए जोकि इस मेथड में होते हैं। Also Read • • • यही कारण है कि एचपीएलसी मेथड को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इस टेस्ट की लागत अलग-अलग लैब में अलग-अलग होती है लेकिन इसे आपको 600 रुपये से ज्यादा नहीं खर्च करना चाहिए। इसलिए अगली ...

What is HbA1c test and why should a diabetic patient get it done every three months, know which level is dangerous

डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो मरीज़ पर स्लो प्वाइज़न की तरह असर करती है। इस बीमारी को हमेशा कंट्रोल में रखना जरूरी है वरना ये दूसरी बीमारियों का खतरा पैदा करने लगती है। डायबिटीज के मरीजों के लिए रेगुलर ब्लड शुगर को चेक करना बेहद जरूरी है। डायबिटीज के मरीज अक्सर शुगर टेस्ट करने के दो ही तरीकों को अपनाते हैं एक यूरीन टेस्ट तो दूसरा फिंगर स्टिक। ये टेस्ट हमें स्टीक जानकारी देते हैं लेकिन सिर्फ उसी समय के लिए जिस दौरान हम ये टेस्ट कर रहे है। ब्लड शुगर के उतार-चढ़ाव की पूरी डिटेल जानने के लिए HbA1c टेस्ट बेहद मायने रखता है। myupchar.com पर लिखे डॉक्टर माध्वी के लेख के मुताबिक शुगर के मरीज़ ब्लड शुगर के स्तर की स्टीक जानकारी हासिल करने के लिए HbA1c यानी हीमोग्लोबिन A1c टेस्ट हर दो से तीन महीने बाद जरूर कराएं। ये टेस्ट ब्लड में शुगर के स्तर की स्टीक जानकारी देता है। ये टेस्ट प्री डायबिटीज के मरीजों के लिए वरदान साबित होता है। अगर समय रहते ब्लड शुगर की बॉर्डर लाइन के स्तर का पता लग जाए तो आसानी से इस बीमारी को रिवर्स किया जा सकता है। आइए जानते है कि HbA1c टेस्ट क्यों कराना चाहिए और इसका कौन सा स्तर खतरनाक है। Hba1c का पूर्ण रूप हीमोग्लोबिन A1c या HbA1c या ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन है। यह हीमोग्लोबिन का एक रूप है जिसमें शुगर होती है। डायबिटीज के मरीजों में HbA1c का स्तर अधिक होता है। जिन लोगों को शुगर नहीं है उनकी बॉडी में इसका स्तर कम होता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए जरुरी है कि वो HbA1c को कंट्रोल रखें। ये टेस्ट किस तरह तीन महीने की शुगर का पता लगाने में है असरदार: हीमोग्लोबिन कोशिकाएं 120 दिन तक खून मे रहती है जिसके बाद यह नए सिरे से बन कर फिर से खून मे चली जाती है यही कारण है...

एचबीए1सी टेस्ट क्या है और कैसे होता है । HbA1c Test

HbA1c यानी हीमोग्लोबिन A1c, यह टेस्ट लैब में होने वाला एक ब्लड टेस्ट होता है, जिसे डॉक्टर द्वारा दी गयी सलाह पर कम से कम तीन महीनों के अंतराल में कराया जाता है। यह टेस्ट ब्लड शुगर लेवल की जांच करने के लिए बिना खाना खाए और खाना खाने के बाद किए जाने वाले टेस्ट से बिलकुल अलग है। इस टेस्ट के जरिये डॉक्टर पिछले 3 महीनों का औसत ब्लड ग्लूकोज़ लेवल का पता लगा पाते है। यह आइये जानते है एचबीए1सी टेस्ट क्या है और कैसे होता है। HbA1c टेस्ट कैसे काम करता है? जब ख़ून में शुगर लेवल बढ़ता है, तो ग्लूकोज़, हीमोग्लोबिन के साथ मिलकर ग्लाइकेटेड हीमोग्लोबिन तैयार करता है और इस ग्लाइकेटेड हीमोग्लोबिन टेस्ट क...

HbA1C कैलकुलेटर: रक्त में मौजूद ग्लूकोज की औसत गणना कैसे करें?

रक्त शर्करा (blood sugar) का बढ़ा हुआ स्तर आज के समय में सबसे महत्वपूर्ण चिंताओं में से एक है, खासकर के मधुमेह रोगियों में। एचबीए1सी गणना (HbA1C calculation) आपके मधुमेह की निगरानी के लिए सबसे सटीक तरीकों में से एक है जो पिछले 3 महीनों में आपके रक्त में मौजूद शर्करा के औसत स्तर की रिपोर्ट करता है। एचबीए1सी गणना (HbA1C calculation) का परिणाम इस बात पर निर्भर नहीं हैं कि आपने परीक्षण से पहले क्या खाया है। बल्कि इस परीक्षण का परिणाम आपकी उम्र और एनीमिया जैसे कारकों पर निर्भर करते हैं। चूंकि एचबीए1सी (HbA1C) परीक्षण प्रतिशत में परिणाम देता है, इसलिए आम जनता के लिए इसकी व्याख्या करना अक्सर मुश्किल हो जाता है। HbA1C is a key marker to monitor average blood glucose levels in diabetes patients. Experiencing signs like frequent urination, thirst and fatigue could be an indication of diabetes. HbA1C and associated diabetes management testing is crucial to monitor and regulate the blood glucose levels and prevent risks of kidney, heart, eye, liver damage etc. in the future. • Total no.of Tests - 82 • Quick Turn Around Time • Reporting as per NABL ISO guidelines इसलिए, इस लेख में हम बात करने जा रहे है कि आप प्रतिशत रक्त शर्करा के स्तर (blood sugar level) को अन्य इकाइयों जैसे mmol/mol या mg/dL में कैसे परिवर्तित कर सकते हैं। इसके अलावा, हम बात करेंगे की सामान्य एचबीए1सी (HbA1C) मात्रा में रक्त शर्करा का स्तर (blood sugar level) क्या होना चाहिए| एचबीए1सी गणना (HbA1C calculation) अनुमानित औसत रक्त शर्करा के स्तर (blood sugar level) की गणना एचबीए1सी (HbA1C) परीक्षण में प्रतिशत (percentage...

Diabetes Test: डायबिटीज मरीजों को हर 3 महीने में जरूर कराना चाहिए ये टेस्ट, लापरवाही बढ़ा सकती है खतरा

Diabetes Test: डायबिटीज मरीजों को हर 3 महीने में जरूर कराना चाहिए ये टेस्ट, लापरवाही बढ़ा सकती है खतरा प्रीडायबिटीज मरीजों को हर तीन माह में HbA1c टेस्ट कराना चाहिए. यह टेस्ट ब्लड शुगर की 3 माह की हिस्ट्री निकाल देता है. ऐसे में ब्लड शुगर को कंट्रोल डायबिटीज होने से पहले की स्थिति में इसे बचा जा सकता है.. डीएनए हिंदी: डायबिटीज लाइलाज बीमारियों में से एक है. यह धीमे जहर की तरह है, जो शरीर पनपने के बाद कई दूसरी बीमारियों को बढ़ा देती है. डायबिटीज मरीजों के लिए सबसे बड़ी चुनौती ब्लड शुगर को कंट्रोल करना होता है. ब्लड शुगर के हाई या लो होते ही यह जानलेवा बन जाती है. इसे मरीज अंधेपन का शिकार होने से लेकर मौत तक हो सकती है. ऐसी स्थिति से बचने के लिए डायबिटीज मरीजों को रेगुलर रेगुलर ब्लड शुगर को चेक करना बेहद जरूरी होता है. High Uric Acid होने पर डाइट में शामिल कर लें ये सफेद फल, पेशाब के रास्ते फ्लश आउट होगा प्यूरिन, पिघल जाएगी पथरी ऐसे में डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर को टेस्ट करने के​ लिए दो तरीके अपनाते हैं. इनमें एक फिंगर स्टिक से ब्लड और दूसरा यूरीन टेस्ट है. ये दोनों टेस्ट हमारे ब्लड शुगर की सही रिपोर्ट तो देते हैं, लेकिन सिर्फ उसी समय की, ब्लड शुगर के उतार चढ़ाव के विषय में इस टेस्ट से पता नहीं लगता. ऐसे में कई बार ब्लड शुगर अचानक से हाई हो जाता है. इसे बचने के लिए ही HbA1c टेस्ट बेहद जरूरी होता है. 3 महीने में कम से कम एक बार जरूर कराएं ये टेस्ट एक्सपर्ट्स के अनुसार, ब्लड शुगर की हिस्ट्री से लेकर उसकी सटीक जानकारी HbA1c यानी हीमोग्लोबिन A1c टेस्ट से ही मिलती है. ये टेस्ट कम से कम दो से तीन महीने में एक बार जरूर करना चाहिए. इसे ब्लड शुगर की सही जानकारी मिलती है. यह टेस्ट प्रीड...

HbA1c test क्या है?

HbA1c test क्या है? | HbA1c test in Hindi. नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका आज के इस पोस्ट “ HbA1c test in Hindi” में. आज के इस पोस्ट के माध्यम से आज आप जानेंगे कि HbA1c test क्या होता है? HbA1c test क्यों किया जाता है? और HbA1c test कब कराना चाहिए. तो चलिए जानतें हैं कि HbA1c test kya hota hai. HbA1c test in Hindi. Table Of Contents HbA1c टेस्ट क्या है? (What is HbA1c test in hindi). HbA1c एक ब्लड टेस्ट है,जिसे हीमोग्लोबिन A1c टेस्ट भी कहा जाता है. यदि आपके ब्लड में HbA1c का स्तर ज्यादा है, तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है. HbA1c टेस्ट क्यों किया जाता है? HbA1c test ब्लड में उपस्थित शर्करा का पता लगाने के लिए किया जाता है, जो कि पिछले तीन महीने की औसत शर्करा (ग्लूकोज) बताता है. यह टेस्ट pre-diabetes और Diabetes का पता लगाने के लिए भी किया जाता है. साथ ही कई बार डॉक्टर Diabetes में दी जाने वाली दवाइयों का असर पता करने के लिए भी HbA1c test किया जाता है. Diabetes के मरीजों को यह टेस्ट 3-6 महीने में एक बार जरूर कराना चाहिए. जिससे उनको अपने Diabetes के स्तर को जानने में काफी अच्छा होगा.जिससे कि वह अपने डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं. ये भी पढ़े 👉 ये विडियो देखें 👉 HbA1c कब कराना चाहिए? जब भी आपको डायबिटीज या डायबिटीज से जुड़े लक्षण दिखाई देते हैं तो डॉक्टर Diabetes (मधुमेह) या HbA1c test कराने की सलाह देते हैं.डायबिटीज के मरीजों में कई प्रकार के लक्षण दिख सकते हैं.जैसे कि – • ज्यादा भूख लगना • ज्यादा पानी पीने की इच्छा होना • घुंधला दिखाई देना • बार-बार मूत्र त्याग करना • थकान महसूस होना इस प्रकार के मरीजों को Diabetes का खतरा ज्यादा होता है जैसे कि – अधिक वजन या मोटापे से ग्...