हीरा तथा ग्रेफाइट प्रकृति में किस रूप में पाए जाते हैं

  1. [Solved] एक तत्व जो प्रकृति में नहीं पाया जाता है
  2. प्रकृति में बोरॉन किस प्रकार पाया जाता है?
  3. हीरा और ग्रेफाइट में अंतर
  4. हीरा तथा ग्रेफाइट के गुणों की तुलना कीजिए।
  5. हीरा तथा ग्रेफाइट में अंतर(Different b/w Diamond & Graphite)
  6. हीरा और ग्रेफाइट में अंतर


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[Solved] एक तत्व जो प्रकृति में नहीं पाया जाता है

सही उत्तर रेडियम है। Key Points • रेडियम प्रकृति में नहीं पाया जाता है। इसे यूरेनियम से कृत्रिम रूप से तैयार किया जाता है • क्षार पृथ्वी की धातुओं को s- ब्लॉक तत्व भी कहा जाता है क्योंकि इन तत्वों में एक इलेक्ट्रॉन होता है जो उनके परमाणुओं के s- उपधारा में होता है। संयोजक में एक इलेक्ट्रॉन की वजह से, वे अपनी कम आयनीकरण ऊर्जा के कारण आसानी से खो देते हैं। • क्षार धातुओं में लिथियम, सोडियम, पोटेशियम, रुबिडियम, सीज़ियम और फ्रेंशियम तत्व शामिल हैं। इन्हें क्षार धातु कहा जाता है क्योंकि ये घुलनशील हाइड्रॉक्साइड बनाने के लिए पानी में आसानी से घुल जाते हैं, जो प्रकृति में दृढ़ता से क्षारीय होते हैं। • वे पानी के साथ दृढ़ता से प्रतिक्रिया करते हैं और इस वजह से, उन्हें तेल में संग्रहीत करना पड़ता है। • वे प्रकृति में कभी नहीं पाए जाते हैं क्योंकि वे अस्थिर होते हैं और वे इलेक्ट्रॉन को खो कर आसानी से अन्य तत्वों पर तेजी से प्रतिक्रिया करते हैं। वे महान गैसों को छोड़कर सभी तत्वों के साथ अच्छी तरह से बंधते हैं। जब ये तत्व हवा में होते हैं, तो वे जल्दी से काले हो जाते हैं। • क्षार धातु रासायनिक रूप से अत्यधिक प्रतिक्रियाशील होते हैं और एक स्वतंत्र या देशी अवस्था में मौजूद नहीं होते हैं और आसानी से प्रकृति में नहीं पाए जाते हैं। • आपको पता होना चाहिए कि आईआईए समूह क्षारीय पृथ्वी धातुओं के लिए मूल रूप से सच है। क्षारीय पृथ्वी धातुओं में 2s इलेक्ट्रॉन होते हैं। जैसेIIAसमूह की IA समूह की धातुएँ अधिक स्थिर होती हैं यदि वे दोनों इलेक्ट्रॉनों को खो देती हैं। Additional Information • टेक्नेटियम प्रतीक टीसी टेक्नेटियम परमाणु संख्या 43 टेक्नेटियम परमाणु द्रव्यमान 98 g.mol-1 द्वारा अविष्कृत कार्ल...

प्रकृति में बोरॉन किस प्रकार पाया जाता है?

रेस्टोरेंट्स यहां पर क्वेश्चन पुट ए प्रकृति में बोरान किस प्रकार पाया जाता है प्रकृति में बोरान जो होता है वह हमें संयुक्त अवस्था में प्राप्त होता है इसका आंसर अवस्था में प्राप्त होता है संयुक्त वेतन प्राप्त होता है बल्कि जो पूर्ण परिवार के जितने भी तत्व होते हैं हमारे बोरान परिवार के जितने भी तत्व है जिसे एलुमिनियम के एल्बम इंडियन टाइटेनियम इशारे ही तत्व जो होते हैं वर्क तेरा के तत्व कहलाते हैं जो कि हमें मुक्त अवस्था में ना मिलकर संयुक्त व्यवस्था में प्राप्त होते हैं इसका आंसर जो हो गया वह प्रकृति में बोरान हमें संयुक्त व्यवस्था में प्राप्त होता और किस रूप में प्राप्त होता है या फिर मैं एग्जांपल भी दे देती हूं यह हमें बोरेक्स के रूप में प्राप्त होता है तथा कोलमेनाइट खनिज के रूप में प्राप्त होता है ठीक है बोरे

हीरा और ग्रेफाइट में अंतर

हीरा क्या होता है ? हीरा एक रत्न है जो पूरी तरह पारदर्शी होता है इसे रसायन विज्ञान के अनुसार सबसे शुद्ध कार्बन माना गया है। हीरे के सभी कार्बन परमाणु एक दूसरे से चार अलग कार्बन परमाणु द्वारा बंधे होते हैं। कार्बन परमाणु के बाहरी कक्ष में उपस्थित सभी चारों इलेक्ट्रॉन सह संयोजी बंध में अपनी भागीदारी प्रस्तुत करते हैं और इसमें एक भी इलेक्ट्रॉन स्वतंत्र नहीं हो सकता है। इसलिए हीरे को ऊष्मा तथा विद्युत का कुचालक भी कहा जाता है। इसे सभी प्राकृतिक पदार्थों में सबसे कठोर पदार्थ माना गया है। इसका उपयोग आभूषण बनाने में भी किया जाता है। हीरा केवल पारदर्शी हो यह जरूरी नहीं कभी-कभी कुछ अशुद्धियों के कारण इनका रंग नीला, लाल, हरा आदि भी होता है जिसमें हरे रंग का हीरा मिलना काफी कठिन होता है। ग्रेफाइट भी कार्बन का ही एक रूप है जो दिखने में काले, भूरे रंग की अधातु के रूप में पाया जाता है। यह ज्यादातर साइबेरिया, अमेरिका के कैलिफोर्निया, कोरिया न्यूजीलैंड तथा इटली जैसे देशों में पाया जाता है। ये ऊष्मा और विद्युत का सुचालक होता है और इसमें अलग ही तरह की चमक दिखाई देती है। यदि इसके आपेक्षिक घनत्व की बात की जाए तो वो 2.25 है और 7000 डिग्री सेल्सियस पर जलता है उसके बाद ये कार्बन डाइऑक्साइड में बदल जाता है। हीरा और ग्रेफाइट में अंतर - हीरा ग्रेफाइट हीरा कार्बन का रूप है लेकिन दोनों की संरचना एक दूसरे से भिन्न है। ग्रेफाइट भी कार्बन का रूप है। हीरा विद्युत और ऊष्मा का कुचालक होता है। ग्रेफाइट विद्युत और ऊष्मा का सुचालक होता है। हीरा चमकदार पारदर्शी होता है और यदि इनमें कुछ अशुद्धियां होती हैं तो ये नीला, लाल और हरा भी होता है। ग्रेफाइट भूरा, काला ही होता है। हीरा सबसे ठोस पदार्थ है। ग्रेफाइट मुलाय...

हीरा तथा ग्रेफाइट के गुणों की तुलना कीजिए।

ग्रेफाइट तथा हीरे के निम्न गुण स्पष्ट रूप से भिन्न हैं – 1. रंग 2. कार्य 3. पारदर्शिता 4. कठोरता ग्रेफाइट तथा हीरा दोनों ही अपने गुणों में अधिकांशतः भिन्न हैं।ग्रेफाइट धूसर रंग का काला पदार्थ है। यह स्पर्श करने पर चिकना तथा फिसलने वाला पदार्थ है। जबकि, हीरा पारदर्शक तथा कठोर है। अब तक ज्ञात सबसे अधिक कठोर पदार्थ होने के बावजूद हीरा सरलता से टूट जाता है। बहुत से फलकों वाला क्रिस्टल बनाने के लिए इसे विभिन्न तलों के साथ-साथ काफी सफाई से तोड़ा जाता है। इस पर पड़ने वाली प्रकाश की किरण-पुंज तेजी से बिखर कर अर्थात् परिशोषित होकर एक सजीव इन्द्रधनुष बनाती है। अतः इसको इसके स्थान से थोड़ा-सा हटाने पर यह चमकता है और सुन्दर रंगों के रूप में चिंगारी निकालता हुआ प्रतीत होता है। ग्रेफाइट तथा हीरों में कार्बन परमाणु विभिन्न तरीकों (पैटर्नो) में परस्पर जुड़े अथवा आबन्धित होते हैं। परमाणुओं के इन्हीं विभिन्न पैट्रनें के कारण ही ये दोनों गुणों में भिन्न-भिन्न होते हैं। ग्रेफाइट में प्रत्येक कार्बन परमाणु एक ही तल में अपने पास के अन्य तीन कार्बन परमाणुओं के साथ जुड़ा रहता है। और षट्कोणीय जाल बनाता है। अनेक ऐसे तल एक-दूसरे के ऊपर ढीले-ढाले अथवा आबद्ध रूप में रखे होते हैं। इसी कारण ये तल सरलता से फिसल जाते हैं। इसी गुण के कारण ग्रेफाइट स्पर्श करने पर चिकना और फिसलने वाला पदार्थ लगता है और एक उत्तम स्नेहक के रूप में उपयोग होता है। हीरे में कार्बन परमाणुओं की व्यवस्था पूर्णतया भिन्न है। प्रत्येक कार्बन परमाणु, अन्य चार कार्बन परमाणुओं के साथ जुड़कर त्रिविमीय (Three dimensions) दृढ़ क्रिस्टल की संरचना बनाता है।इसी अत्यधिक स्थायी संरचना के कारण ही हीरा अब तक ज्ञात पदार्थों में सबसे अधिक कठोर पदार्थ...

हीरा तथा ग्रेफाइट में अंतर(Different b/w Diamond & Graphite)

हीरा और ग्रेफाइट कार्बन के दो अपररूप हैं। हीरा और ग्रेफाइट धातु सह संयोजी बंध द्वारा बंधे हुए क्रिस्टल होते हैं किंतु इनके गुण भिन्न-भिन्न होते हैं। ग्रेफाइट और हीरे के गुणों में अंतर हम इस प्रकार दिखा सकते हैं- • उपस्थिति (The presence) : हीराकार्बन का सर्वाधिक विशुद्ध रूप होता है।यह प्रकृति में स्वतंत्र रूप में पाया जाता है। इसे बनाया नहीं जा सकता जबकि ग्रेफाइट प्राकृतिक रूप में पाया जाता है तथा इसे कृत्रिम ढंग से भी बनाया जाता है। • रूप रंग (Appearance) : हीरा एक पारदर्शी पदार्थ होता है जिसका अपवर्तनांक उच्च होता है। उचित तरीके से कटे हुए तथा पॉलिश किए हुए हीरे में बहुत ही अधिक चमक होती है और यह अष्टफलकीय क्रिस्टल के रूप में उपस्थित रहता है। हीरे का अपवर्तनांक मान 2.45 होता है। जबकि ग्रेफाइट एक अपारदर्शी काला पदार्थ होता है जो कागज को काला कर देता है। इसे काला जस्ता के नाम से भी जाना जाता है। • कठोरता (Hardness) : जितने भी प्राकृतिक पदार्थ ज्ञात हैं उन सभी प्राकृतिक पदार्थों में हीरासबसे कठोरतम पदार्थ होता है। हीरे को काटने के लिए भी हीरे का ही प्रयोग किया जाता है। जबकि ग्रेफाइट मुलायम तथा स्पर्श में चिकना व फिसलन युक्त होता है। • घनत्व (The density) : हीरेका घनत्व उच्च होता है। सामान्य तापमान पर इसका घनत्व 3.5 ग्राम/मिलीलीटर होता है। जबकि ग्रेफाइट का घनत्व मध्यम होता है जोकि 2.3 ग्राम/मिलीलीटरहै। • ऊष्मा तथा विद्युत का चालक(Conductor of heat and electricity) : हीराविद्युत तथा ऊष्मा का कुचालक होता है अर्थात हीरे में से विद्युत तरंग तथा ऊष्मा का स्थानान्तरण नहीं हो सकता हैं। जबकि ग्रेफाइट ऊष्मा तथा विद्युत दोनों का सुचालक होता है। इसमें से विद्युत तरंग तथा ऊष्मा सरलता से...

हीरा और ग्रेफाइट में अंतर

हीरा और ग्रेफाइट में अंतर || Heera Aur Graphite Me Antar in Hindi:- आज Currentshub.Com आपके भौतिक विज्ञान के अंतर्गत आने वाले वाला एक महत्वपूर्ण टॉपिक ‘ हीरा और ग्रेफाइट में अंतर || Difference between Diamond and Graphite , लेकर आए हुए हैं। यहाँ हम जानेंगे की हीरा और ग्रेफाइट में अंतर, हीरा ओर ग्रेफाईट में क्या महंगा है, इत्यादि के बारे में विस्तार से| • हीरा में प्रत्येक कार्बन परमाणु अन्य 04 कार्बन परमाणुओं से चतुष्फलकीय ढंग से जुड़कर दृढ़ त्रिविमीय जालक का निर्माण करते है। इस संरचना में संपूर्ण जालक में दिशात्मक सहसंयोजक आबंध उपस्थित रहते है। इस प्रकार विस्तृत सहसंयोजक आबंधन को तोड़ना कठिन होता है। अत: हीरा पृथ्वी पर पाया जाने वाला सर्वाधिक कठोर पदार्थ है। गुण (Properties) 1. शुद्ध हीरा पारदर्शक व रंगहीन ठोस होता है। 2. इसका घनत्व और अपवर्तनांक क्रमशः 3.67 और 2.44 है। 3. यह अक्रिय और अत्यधिक विषैला है। 4. यह मुक्त इलेक्ट्रॉनों की अनुपस्थिति के कारण विद्युत का कुचालक है लेकिन ऊष्मा (ताप) का चालन कर सकता है। 5. शुद्ध रूप में यह X-किरणों के लिए पारदर्शी होता है, अशुद्ध रूप में नहीं। अत: x-किरणें शुद्ध व संश्लेषित हीरों में भेद करने में प्रयुक्त किया जाता है। ग्रेफाइट (Graphite) ग्रेफाइट में प्रत्येक कार्बन परमाणु समान तल में निकटवर्ती 03 अन्य कार्बन परमाणुओं से जुड़कर षट्कोणीय वलय (Hexagonal Ring) के रूप में व्यवस्थित होते है। प्रत्येक कार्बन परमाणु का चौथा इलेक्ट्रॉन मुक्त होता है, और पूरे क्रिस्टल चालक में गमन करता है। ग्रेफाइट को विद्युत का उत्तम चालक है। ग्रेफाइट में द्विविमीय चादर जैसी संरचना होती है। गुण (Properties) 1. ग्रेफाइट अपनी परतीय संरचना के कारण मुलायम, मृदु...