Hindi diwas par कविता

  1. हिंदी दिवस पर कविता
  2. 5+ Best Poem on Hindi Diwas in Hindi
  3. हिंदी दिवस पर प्रसिद्ध हास्य कविता
  4. Hindi Diwas Par Hasya Kavita
  5. आजादी पर कविता :
  6. हिंदी दिवस पर कविता (Hindi Diwas Poem)


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हिंदी दिवस पर कविता

हिंदी दिवस पर कविताः हर वर्ष हिंदी दिवस 14 सितंबर को मनाया जाता हैं वहीं विश्व हिंदी दिवस हर वर्ष 10 जनवरी को मनाया जाता है। आपको बता दें कि हिंदी दिवस मनाने का प्रारम्भ 14 सितंबर 1949 से हुआ था। लोग हिंदी दिवस को बहुत ही उत्साह के साथ मनाते हैं एवं हिंदी दिवस कविता, हिंदी दिवस पर निबंध, हिंदी दिवस पर स्पीच एवं हिंदी दिवस पर लेख आदि लिखते हैं। यहां हम बहुत ही सुन्दर हिंदी दिवस कविताएं लेकर आये हैं आपको पसंद आयेंगी। हिंदी दिवस पर कविता | Hindi diwas poems in Hindi हम हिंदी हैं, हिंदी का हम सब को अभिमान हैं सारी भाषाएँ प्यारी हैं, पर हिंदी हमारी जान हैं जन में हिंदी, मन में हिंदी, हिंदी हो हर ग्राम में हिंदी का उपयोग करें हम अपने हर एक काम में एक सूर हैं , एक ताल हैं, एक हमारी तान हैं सारी भाषाएँ प्यारी हैं राजभाषा हैं ये हमारी, राष्ट्रीयता का प्रतीक हैं हिंदी का विरोध करना क्या यह बात ठीक हैं? हिंदी की जो निंदा करते, वे अब तक नादान हैं सारी भाषाएँ प्यारी हैं Hindi Diwas Poem – Hum hindi Hai… Hum Hindi Hai, Hindi Ka Hum Sabko Abhiman Hai Saari Bhasayein Pyari Hai, Par Hindi Hamari Jaan Hai Jan Mein Hindi, Man mein Hindi, Hindi hi har Gram mein Hindi Ka upyog Karein Hum Apne Har Ek Kaam Mein Ek Sur Hai, Ek Taal Hai, Ek Hamari Taal Hai Saari Bhasayein Pyari hai…. Rajbhasha hai ye Hamari, Rashtriyta ka Pratik Hindi Ka Virodh Karna Kya Yeh Baat Thik Hai? Hindi Ki Jo Ninda Karte, Ve sab Nadan hai Saari Bhasayein Pyari Hai…. Poorab Paschim, Uttar DakKhin, Hindi Ka ho Shasan Har Neta Diya Kare, Sirf Hindi Mein Hi Bhasan Saare vishva mein Faile Hindi, Hum Sab Ka armaan Hai Saari Bha...

5+ Best Poem on Hindi Diwas in Hindi

Poem on Hindi Diwas in Hindi: नमस्कार दोस्तों, हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा हैं। हिंदी भाषा का इतिहास आज कई कई साल पुराना है। हिंदी भाषा जितनी सरल है, उतनी ही बोलने में सरल भी लगती हैं। हिंदी दिवस हर साल 14 सितम्बर को मनाया जाता हैं। देश की आजादी के बाद ही हिंदी भाषा को हमारी राष्ट्र भाषा के रूप में मान्यता दी गई थी। विषय सूची • • • • • • • • Hindi Diwas Par Kavita – 1 भाषण देते है हमारे नेता महान क्यों बाद में समझते है अपना हिन्दी बोलने में अपमान क्यों समझते है सब अंग्रेजी बोलने में खुद को महान भूल गये हम क्यों इसी अंग्रेजी ने बनाया था हमें वर्षों पहले गुलाम आज उन्हीं की भाषा को क्यों करते है हम शत् शत् प्रणाम अरे ओ खोये हुये भारतीय इंसान अब तो जगाओ अपना सोया हुआ स्वाभिमान उठे खडे हो करें मिलकर प्रयास हम दिलाये अपनी मातृभाषा को हम अन्तरार्ष्टृीय पहचान ताकि कहे फिर से हम हिन्दी-हिन्दु-हिन्दुस्तान, कहते है, सब सीना तान।। हिंदी भाषा पर कविता – 2 मैं हूं हिंदी वतन की बचा लो मुझे, राष्ट्रभाषा हूं मैं अभिलाषा हूं मैं, एक विद्या का घर पाठशाला हूं मैं, मेरा घर एक मंदिर बचा लो मुझे, मैं हूं हिंदी वतन की बचा लो मुझे, देख इस भीड़ में कहां खो गई, ऐसा लगता है अब नींद से सो गई, प्यार की एक थपक से जगा लो मुझे, मैं हूं हिंदी वतन की बचा लो मुझे, मैं ही गद्य भी बनी और पद्य भी बनी, दोहे, किससे बनी और छंद भी बनी, तुमने क्या-क्या ना सीखा बता दो मुझे, मैं हूं हिंदी वतन की बचा लो मुझे, मैं हूं भूखी तेरे प्यार की ऐ तू सुन, दूंगी तुझको मैं हर चीज तू मुझको चुन, अपने सीने से एक पल लगा लो मुझे, मैं हूं हिंदी वतन की बचा लो मुझे, मैं कहां से शुरू में कहां आ गयी, सर जमी से चली आसमां पा गयी, वह हंसी पल मेरा...

हिंदी दिवस पर प्रसिद्ध हास्य कविता

Contents • 1 हिंदी दिवस पर हास्य कविता – Hindi Diwas Par Hasya Kavita • 1.1 ✦✦✦ हिंदी मेरी भाषा है ✦✦✦ • 1.2 ✦✦✦ सभी भारतीयों की पहचान ✦✦✦ • 1.3 ✦✦✦ हिंदी से है रिश्ता पुराना ✦✦✦ • 1.4 ✦✦✦ हिन्दुओ की शान है हिंदी ✦✦✦ • 1.5 ✦✦✦ हिंदी और अंग्रेजी ✦✦✦ • 1.6 ✦✦✦ Hindi Diwas Par Hasya Kavita ✦✦✦ हिंदी दिवस पर हास्य कविता – Hindi Diwas Par Hasya Kavita Hindi Bhasha Par Kavita ✦✦✦ हिंदी मेरी भाषा है ✦✦✦ बोलू में हिंदी, समझू में हिंदी, हिन्द हूँ में, और हिंदी से मेरा अनमोल नाता है|| यह भी जरूर पढ़े: ✦✦✦ सभी भारतीयों की पहचान ✦✦✦ सरपट-सरपट चलती गाडी, जल्दी से करलो तैयारी… हिंदी दिवस है आने वाला, फिर से होगा प्रचार मस्ताना… जल्दी जल्दी काम करलो, हिंन्दी को आबाद करलो… कहने को तो है एक भाषा, पर इससे है मेरे दिल नाता… सभी भारतीयों की पहचान है, सब हिन्दुस्तानियो का सम्मान है|| यह भी जरूर पढ़े: ✦✦✦ हिंदी से है रिश्ता पुराना ✦✦✦ कहने को बस है ये भाषा, पर इससे है रिश्ता पुराना… हिंदुस्तान की बोली है हिंदी, भारत माता की है ये बिंदी… हिंदी ही तो शान है, भारत देश का सम्मान है… आओ थाने आज एक बात, की करदेंगे हिंदी को आबाद… पुरे विश्व में करदेंगे इसको अमर, आओ चले हिंदी के सफर|| यह भी जरूर पढ़े: ✦✦✦ हिन्दुओ की शान है हिंदी ✦✦✦ हिन्दुओ की शान है हिंदी, भारत का सम्मान है हिंदी… हिंदी से तो हमारी पहचान है, हिंदी ही हमारा स्वाभी मान है… कहने को है ये एक भाषा, पर इसमें भारतीयों के जज्बात है… अंग्रेजी को बढ़ाएंगे, हिन्द है हम, बस हिंदी-हिंदी ही गाएंगे|| ✦✦✦ हिंदी और अंग्रेजी ✦✦✦ हिंदी में करें बात तो, मुर्ख समझे जाते हैं, और जब बोल ले अंग्रेजी के दो शब्द, तो जेंटलमैन हो जाते हैं, अंग्रेजी का है भूत चढ़ गया,...

Hindi Diwas Par Hasya Kavita

दोस्तों आजकी हमारी आज की पोस्ट में हिंदी दिवस हास्य कविताओं का एक मजेदार कलेक्शन लाये है। आप सभी अच्छी तरह से जानते है की हिंदी एक राष्ट्रीय भाषा है। और हर साल 14 सितम्बर को हिंदी दिवस बनाया जाता है। आज कल के लोग हिंदी बोलने में पता नहीं क्यों शर्माते है जबकि हिंदी हमारे देश की मात्र भाषा है जिसे बोलने में कभी शर्म नहीं करनी चाइये। लोग हिंदी भाषा को छोड़ अंग्रेजी भाषा की और आकर्षित हूँ रहे है और देश की राष्ट्रीय भाषा को भूलते जा रहे है। ये पोस्ट उन लोगो के लिए है। जो हिंदी का महत्व नहीं समझते है। आप में से काफी लोग तो यह जानते ही नहीं होंगे की हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। हमारा उदेश्य सिर्फ इतना है की आप इस पोस्ट में और असल ज़िंदगी में हिंदी भाषा के महत्व को समझे। में आशा करता हूँ की आपको ये पोस्ट जरूर पसंद आएगी अगर आप एक सच्चे भारतीय होंगे तो। धन्यवाद। Hindi Diwas Par Hasya Kavita – हिंदी दिवस पर कविता Hindi Diwas Par Poem बनी द्रौपदी खड़ी है हिंदी, इंगलिश खींचे चीर। अंधा राजा, सभा है बहरी, किसे सुनाए पीर।। इंग्लिश स्कूल बने हैं कौरव। नष्ट कर रहे देश का गौरव। निपट अकेली हिंदी रोये, भर नैनों में नीर। अंधा राजा, सभा है बहरी, किसे सुनाए पीर।। हिंदी के कर्ता-धर्ता सब बनकर पांडव दूर खड़े हैं। हिंदी प्रेमी दरबारी सब बंधे हाथ मजबूर खड़े हैं। इज्जत सारी दांव लग गयी, स्थिति है गंभीर। अंधा राजा, सभा है बहरी, किसे सुनाए पीर।। पदवी है महरानी की पर दासी सा व्यवहार। हिंदी सहती देश में अपने कितना अत्याचार। कहाँ गए अब किशन कन्हाई, कौन बढ़ाये चीर। अंधा राजा, सभा है बहरी, किसे सुनाए पीर।। इंग्लिश में जो बात कर रहा, वही बड़ा विद्वान। देश में हिंदी भाषा का है, नहीं ...

आजादी पर कविता :

सूचना: दूसरे ब्लॉगर, Youtube चैनल और फेसबुक पेज वाले, कृपया बिना अनुमति हमारी रचनाएँ चोरी ना करे। हम कॉपीराइट क्लेम कर सकते है 15 अगस्त, भारत के इतिहास में वो तारीख जब भारत पूर्ण रूप से स्वतंत्र हो गया। लेकिन ये आज़ादी हमें आसानी से नहीं मिली। इसके लिए एक बहुत बड़ी कीमत चुकाई गयी है। 200 बरस की गुलामी में बहुत सारे हिन्दुस्तानियों का रक्त बहा। उसके बाद जाकर कहीं हमें यह आजादी हमें नसीब हुयी है। हम ऋणी हैं उन शहीदों के जिन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए देश की आजादी के लिए मौत को गले लगा लिया। आइये पढ़ते हैं उन्हीं शहीदों को समर्पित आजादी पर कविता :- आजादी पर कविता विडियो देखिये या आजादी की कविता नीचे पढ़िए :- यूँ ही नहीं मिली आजादी है दाम चुकाए वीरों ने, कुछ हंस कर चढ़े हैं फांसी पर कुछ ने जख्म सहे शमशीरों के, यूँ ही नहीं मिली आजादी है दाम चुकाए वीरों ने। जो शुरू हुई सन सत्तावन में सन सैंतालीस तक शुरू रही मारे गए अंग्रेज कई वीरों के रक्त की नदी बही, मजबूत किया संकल्प था उनका भारत माता के नीरों ने यूँ ही नहीं मिली आजादी है दाम चुकाए वीरों ने। देश की रक्षा की खातिर थी रानी ने तलवार उठायी पीठ पर बांधा बालक को पर जंग में न थी पीठ दिखाई, कुछ ऐसे हुई शहीद की जैसे त्यागे हैं प्राण रणधीरों ने यूँ ही नहीं मिली आजादी है दाम चुकाए वीरों ने। ऊधम सिंह और मदन लाल ने खूब ही नाम कमाया था घुस कर लंदन में अंग्रेजों को उनका अंजाम दिखाया था, यूँ मातृभूमि से प्यार किया जैसे खुदा से किया फकीरों ने यूँ ही नहीं मिली आजादी है दाम चुकाए वीरों ने। जोश ही जोश भरा था लहू में मजबूत शरीर बनाया था हालात पतली कर दी थी अंग्रेजों को खूब डराया था, आजाद वो था आजाद रहा न पकड़ा गया जंजीरों में यूँ ही नहीं मिली आज...

हिंदी दिवस पर कविता (Hindi Diwas Poem)

हिंदी दिवस पर कविता (Hindi Diwas Poem) - 14 सितंबर 1949 को भारत की संविधान सभा (constituent assembly) द्वारा हिंदी को केंद्र सरकार की आधिकारिक भाषा (Official Language) घोषित किया गया था। इस महत्वपूर्ण घटना के उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को देश भर में हिंदी भाषा के प्रयोग को बढ़ाने और इसके महत्व पर प्रकाश डालने के लिए राष्ट्रीय हिंदी दिवस (National Hindi Diwas) मनाया जाता है। Latest: हिंदी दिवस पर भाषण विषय पर जानकारी के लिए लिंक पर जाएँ। हिंदी में प्रभावी निबंध , भाषण लिखने और बेहतर ढंग से विचार अभिव्यक्त करने के लिए लिंक की मदद लें। हिंदी में पत्र लेखन कला की जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करें। होली पर निबंध के लिए यह लेख पढ़ेà¤...