हनुमान जी की ड्राइंग

  1. Mangalwar Hanuman Ji Ka Din Know All About Hanuman Ji Panchmukhi Avtar
  2. Hanuman Photos HD
  3. know who were the five brothers of hanuman ji this is his whole family pur
  4. [ Free PDF] हनुमान जी की आरती
  5. हनुमानजी की ऐसी मूर्ति रखने से घर पर बढ़ता है क्लेश, जबकि इन 3 तस्वीरों से बरसती है कृपा
  6. Hanuman Jayanti 2023 :घर पर यहां लगाएं हनुमानजी के चित्र ,वास्तुदोष दूर होकर हर क्षेत्र में मिलेगी सफलता
  7. हनुमान
  8. Before you continue to YouTube
  9. know who were the five brothers of hanuman ji this is his whole family pur
  10. हनुमानजी की ऐसी मूर्ति रखने से घर पर बढ़ता है क्लेश, जबकि इन 3 तस्वीरों से बरसती है कृपा


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Mangalwar Hanuman Ji Ka Din Know All About Hanuman Ji Panchmukhi Avtar

Hanuman Ji Panchmukhi Avtar: मंगलवार का दिन संकट मोचन हनुमान को समर्पित है. हिंदू धर्म में बजरंग बलि का विशेष महत्व है. भक्त पूरी श्रद्धा-भाव से हनुमान जी की पूजा-अर्चना करते हैं. कहते हैं मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा-अर्चना से जीवन के सभी संकट दूर हो जाते हैं. कहते हैं मंगलवार के दिन व्रत करने से नेगेटिव एनर्जी दूर रहती हैं और बुरी शक्तियों का नाश होता है. उन्हें बजरंग बलि, बाला जी, पवन पुत्र आदि नामों से भी जाना जाता है. कहते हैं बजरंग बलि बहुत जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता हैं. उनकी पूजा पाठ में ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं होती. यही वजह है कि हनुमान जी के भक्तों की संख्या बहुत अधिक है. राम जी के भक्त हैं हनुमान जी और उनकी शरण में जाने से ही लोगों के संकट दूर हो जाते हैं. क्या आप जानते हैं हनुमान जी के पंचमुखी अवतार ज्यादा चमत्कारी है. कहते हैं भगवान हनुमान का ये पंचमुखी रूप पांच दिशाओं का प्रतिनिधित्व करता है. आइए जानते हैं हनुमान के पंचमुखी अवतार के बारे में ये बातें- हनुमान जी का ये पंचमुखी अवतार हर दिशा का प्रतिनिधित्व करता है. इनके पांच मुख- पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण और ऊर्ध्व दिशा में प्रधान माने जाते हैं. हनुमान जी के पूर्व वाले मुख को वानर कहा गया है जिसकी चमक सैकड़ों सूर्यों के वैभव के समान है. धार्मिक मान्यता है कि पूर्व मुख का पूजन करने से शत्रुओं पर विजय पाई जा सकती है. रामायण के मुताबिक हनुमान जी के प्रत्येक मुख में त्रिनेत्रधारी यानि तीन आंख और दो भुजाएं हैं. यह पांच मुख नरसिंह, गरुड, अश्व, वानर और वराह रूप है. पैरिणिक कथा के मुताबिक हनुमान के पांच मुख का अवतार भक्तों के कल्याण के लिए हुआ है. पश्चिम दिशा की ओर वाला मुख गरुड का हैं जो भक्तिप्रद, संक...

Hanuman Photos HD

Hanuman Photos HD – Bajrangbali Photo – Lord Hanuman Wallpaper Download – बजरंगबली हनुमान फोटो : भगवान रामचंद्र का सेवक। दास भक्ति के लिए हमेशा तैयार, रामायण में सभी की पसंदीदा आकृति राम भक्त हनुमान जी हैं। भगवान रामचंद्र की आज्ञा का पालन करते हुए हनुमान समुद्र को पार कर लंका गए, सेवा भक्ति का एक आदर्श उदाहरण है। रावण द्वारा अपनी पूंछ में आग लगाने के बाद, यह हनुमान जी थे जो तुरंत पूरी लंका को अपनी पूंछ से आग के स्थान पर ले गए। युद्ध के दौरान लक्ष्मण के बेहोश हो जाने के बाद, संजीवनी बूटी से ही उनकी जान बचाई जानी थी और इस संजीवनी को लाने के लिए हनुमान जी को चुना गया था। और यह हनुमान जी ही थे जिन्होंने पूरे द्रोणागिरी को अपनी उंगली पर उठा ले जाकर लक्ष्मण की जान बचाई! पुराणों में यह भी कहा गया है कि हनुमान जी ने भगवान रामचंद्र को समुद्र पार करने में मदद की थी। महाभारत में भी हनुमान जी का उल्लेख मिलता है। कुरुक्षेत्र की लड़ाई के दौरान वह अर्जुन के बैनर पर बैठे हैं। चूंकि हनुमान जी अमर हैं, इसलिए उनका अस्तित्व आज भी माना जाता है। जहां भी भगवान रामचंद्र का नाम लिया जाता है, वहां हनुमान जी को सबसे पहले आना माना जाता है। हनुमान जी को मारुति, बजरंगबली, रामभक्त, अंजनेय, महावीर, पवनपुत्र, पवनसुत, केसरीनंदन जैसे कई नामों से पुकारा जाता है, उनका हथियार गदा है। हनुमान जी को मारुति बुलाने की प्रथा केवल महाराष्ट्र में पाई जाती है। हनुमान जी को तेल, सिंदूर, कपास के फूल और पत्ते चढ़ाने की परंपरा है। उनके सामने एक नारियल भी फोड़ जाता है। भगवान हनुमान जी को भगवान महादेव का अवतार भी माना जाता है। पवनपुत्र हनुमान जी को कलियुग में विपत्ति का एकमात्र विनाशक भी माना जाता है। Page Contents • • • • • ...

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हनुमान जी (Hanuman Ji) अपने भक्तों पर आने वाले तमाम तरह के कष्टों (Pains) और परेशानियों (Problems) को दूर करते हैं. ऐसी मान्यता है कि भगवान हनुमान (Lord Hanuman) बहुत जल्द प्रसन्न होने वाले देवता हैं. उनकी पूजा पाठ में ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं होती. शायद यही वजह है कि आज के समय में हनुमान जी के भक्तों की संख्या भी बहुत अधिक हो गई है. हनुमान जी राम भक्त हैं और उनकी शरण में जाने मात्र से भक्तों के सभी संकट दूर हो जाते हैं. हनुमान जी को राम भक्‍त बताते हुए उनके बारे में रामायण, श्रीरामचरितमानस, महाभारत समेत कई हिंदू धर्म ग्रंथों में मिलती है लेकिन ब्रह्मांडपुराण नाम के ग्रंथ में उनके बारे में कुछ बातें बताई गई हैं जिनका उल्‍लेख दूसरी जगहों पर नहीं मिलता है. खासतौर पर इसमें उनके परिवार के बारे में बताया गया है. ब्रह्मांडपुराण में हनुमान जी के पिता केसरी और उनके पुत्रों के बारे में बताया गया है. इसमें वानर राज केसरी के कुल 6 पुत्र बताए गए हैं और अपने भाइयों में बजरंगबली को ज्‍येष्‍ठ बताया गया है. केसरीनंदन के पांच भाइयों के नाम इस तरह हैं- मतिमान, श्रुतिमान, केतुमान, गतिमान और धृतिमान. इन सभी की संतानों का उल्‍लेख भी इस ग्रंथ में क‍िया गया है. महाभारत काल में पांडु पुत्र व बलशाली भीम को भी हनुमान जी का ही भ्राता कहा गया है. वहीं इस ग्रंथ में हनुमान जी के पुत्र का वर्णन भी है जिसका नाम मकरध्वज बताया गया है. हनुमान जी (Hanuman Ji) अपने भक्तों पर आने वाले तमाम तरह के कष्टों (Pains) और परेशानियों (Problems) को दूर करते हैं. ऐसी मान्यता है कि भगवान हनुमान (Lord Hanuman) बहुत जल्द प्रसन्न होने वाले देवता हैं. उनकी पूजा पाठ में ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं होती. शायद यही वजह है ...

[ Free PDF] हनुमान जी की आरती

Free download श्री हनुमान जी की आरती PDF | Hanuman Ji Ki Aarti PDF Lyrics in Hindi, scroll down & click on the download link given below. स्वामी तुलसीदास जी हनुमान आरती में कहते है कि जो भी व्यक्ति श्री हनुमान जी आरती प्रेम व श्रद्धा पूर्वक गाता है। अंत में वह व्यक्ति बैकुंठ धाम को जाता है और प्रभु श्री राम के चरणों में स्थान पाता है। हनुमान जी की आरती– Hanuman Ji Ki Aarti Page Contents • • • • • • श्री हनुमान जी की आरती (Aarti Kije Hanuman Lala Ki Lyrics) को, हनुमान जी के अन्य सभी पूजा व पाठ जैसे हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, संकट मोचन हनुमान अष्टक और सुंदरकाण्ड इत्यादि सभी के बाद किया जाता है| यदि आप समय के अभाव में केवल हनुमान जी की आरती भी प्रेम से गाते है तो इतना भी उनको प्रसन्न करने के लिए काफी अच्छा माना जाता है| इस आरती का पाठ सप्ताह के किसी भी दिन करना शुभकारी होता है फिर भी यदि संभव हो मंगलवार व शनिवार के दिन संध्या के समय हनुमान जी की आरती जरूर करनी चाहिए| ऑफलाइन पढ़ने के लिए नीचे स्क्रॉल कर आप इसे Hanuman Ji Ki Aarti PDF in Hindi & English डाउनलोड कर सकते है| आरती कीजै हनुमान लला की लिरिक्स– Aarti Kije Hanuman Lala Ki Lyrics in Hindi ।। हनुमान जी की आरती ।। आरती कीजै हनुमान लला की । दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ।। जाके बल से गिरिवर कांपे । रोग दोष जाके निकट न झांके ।। अंजनि पुत्र महा बलदाई । सन्तन के प्रभु सदा सहाई ।। दे बीरा रघुनाथ पठाए । लंका जारि सिया सुधि लाए ।। लंका सो कोट समुद्र सी खाई । जात पवनसुत बार न लाई ।। लंका जारि असुर संहारे । सियारामजी के काज सवारे ।। लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे । आनि संजीवन प्राण उबारे ।। पैठि पाताल तोरि जम-कारे । अहिरावण की भुजा उखारे ।। ...

हनुमानजी की ऐसी मूर्ति रखने से घर पर बढ़ता है क्लेश, जबकि इन 3 तस्वीरों से बरसती है कृपा

हनुमानजी को संकटमोचक इसलिए कहते हैं क्योंकि वह अपने भक्तों पर आने वाले तमाम तरह के कष्टों और परेशानियों को हर लेते हैं। ऐसी मान्यता है कि भगवान हनुमान जल्दी से प्रसन्न होने वाले देवता हैं। शायद यही वजह है कि हनुमान जी को पूजने वाले भक्तों की सबसे ज्यादा संख्या है। हम हनुमान जी की कृपा पाने के लिए मंदिर जाकर उनकी पूजा बड़े ही श्रद्धा भाव के साथ करते हैं। साथ ही घर के मंदिर में हनुमान जी मूर्ति और तस्वीर को रखते हैं, लेकिन क्या आप इस बात को जानते हैं कि भगवान के किस स्वरूप को घर में विराजित किया जाए और किसको नहीं। बजरंगबली के कुछ रूपों को घर पर नहीं रखना चाहिए इससे क्लेश और अशांति रहती है। आइए जानते हैं हनुमान जी की कौन सी तस्वीरों को घर में नहीं रखनी चाहिए।

Hanuman Jayanti 2023 :घर पर यहां लगाएं हनुमानजी के चित्र ,वास्तुदोष दूर होकर हर क्षेत्र में मिलेगी सफलता

Hanuman Jayanti 2023 : घर पर यहां लगाएं हनुमानजी के चित्र ,वास्तुदोष दूर होकर हर क्षेत्र में मिलेगी सफलता विस्तार शास्त्रों के अनुसार, श्रीराम भक्त हनुमान अजर-अमर हैं, वो हर युग में रहते हैं। मान्यता है कि हनुमानजी की भक्ति करने से सभी संकट चमत्कारिक रूप से समाप्त होकर भक्त को शांति और सुख प्राप्त होता है। सच्चे मन से की गई थोड़ी सी पूजा से ही बजरंगबली जल्दी प्रसन्न होकर अपने भक्तों के कष्टों का निवारण करते हैं। वास्तु के अनुसार, जिस घर में हनुमान जी की तस्वीर या प्रतिमा होती है, वहां भूत-प्रेत, पिशाच और बुरी आत्माएं कभी नहीं टिक पातीं। मंगल, शनि एवं पितृ दोषों से मुक्ति कि लिए भी हनुमान जी की आराधना अत्यंत लाभकारी होती है। घर में फैली नकारात्मक ऊर्जा एवं वास्तुदोष को दूर करने के लिए आप हनुमान जी की स्तुति करने के अलावा घर में हनुमान जी की तस्वीर लगा सकते हैं। • परिवार कि सदस्यों में धार्मिक भावना बनाए रखने कि लिए श्रीराम की आराधना करते हुए या श्री राम का कीर्तन करते हुए हनुमान जी का चित्र लगाना अति शुभ होता है। इस चित्र को लगाने से परिवार के सदस्यों का आपसी विश्वास भी मजबूत होता है । • इसी प्रकार अगर परिवार के सदस्यों में साहस और आत्मविश्वास की कमी हो तो अपने एक हाथ में पर्वत उठाए हुए हनुमान जी का चित्र घर में लगाना लाभ प्रदान करेगा। • जीवन में उत्साह, सफलता, उमंग पाने कि लिए आकाश में उड़ते हुए हनमान जी का चित्र लगाना चाहिए। • भवन की दक्षिण दिशा में लाल रंग की बैठी हुई मुद्रा में हनुमान जी का चित्र लगाने से दक्षिण दिशा से आने वाली नकारात्मक ऊर्जा और बुरी ताकतें दूर होती हैं,धीरे-धीरे घर में सुख-शांति आने लगती है। • भवन के मुख्यद्वार पर पंचमुखी हनुमान जी की प्रतिमा लगाने से...

हनुमान

अनुक्रम • 1 हनुमान के द्वारा सूर्य को फल समझना • 2 हनुमान का नामकरण • 3 हनुमान जी का रुप • 4 ग्रंथों • 4.1 हिन्दू धर्म • 4.1.1 रामायण • 4.1.2 महाभारत • 4.1.3 अन्य साहित्य • 4.1.4 हनुमान चालीसा • 4.1.5 देवी अथवा शक्ति के साथ संबंध • 4.2 बुद्ध धर्म • 4.3 जैन धर्म • 4.4 सिख धर्म • 4.5 दक्षिण पूर्व एशियाई ग्रंथ • 5 बारह नाम , उनके अर्थ और उनका महत्व • 6 बाहरी कड़ियाँ • 7 सन्दर्भ हनुमान के द्वारा सूर्य को फल समझना [ ] इनके जन्म के पश्चात् एक दिन इनकी माता फल लाने के लिये इन्हें आश्रम में छोड़कर चली गईं। जब शिशु हनुमान को भूख लगी तो वे उगते हुये राहु की यह बात सुनकर इन्द्र घबरा गये और उसे साथ लेकर सूर्य की ओर चल पड़े। राहु को देखकर हनुमानजी सूर्य को छोड़ राहु पर झपटे। राहु ने इन्द्र को रक्षा के लिये पुकारा तो उन्होंने हनुमानजी पर वज्रायुध से प्रहार किया जिससे वे एक पर्वत पर गिरे और उनकी बायीं ठुड्डी टूट गई। हनुमान की यह दशा देखकर हनुमान का नामकरण [ ] इन्द्र के वज्र से हनुमानजी की ठुड्डी ( हनुमान जी का रुप [ ] हिँदू महाकाव्य रामायण के अनुसार, हनुमान जी को वानर के मुख वाले अत्यंत बलिष्ठ पुरुष के रूप में दिखाया जाता है। इनका शरीर अत्यंत मांसल एवं बलशाली है। उनके कंधे पर ग्रंथों [ ] हिन्दू धर्म [ ] रामायण [ ] श्री रामचरितमानस का पांचवा काण्ड, सुंदरकांड, हनुमान जी पर केंद्रित है। असुरराज रावण ने सीता का अपहरण कर लिया था, जिसके बाद 14 साल के वनवास के आखिरी साल में हनुमान राम से मिलते हैं। अपने भाई लक्ष्मण के साथ, राम अपनी पत्नी सीता को खोज रहे हैं। यह और संबंधित राम कथाएं हनुमान के बारे में सबसे व्यापक कहानियां हैं। रामायण के कई संस्करण भारत के भीतर मौजूद हैं। ये हनुमान, राम, सीता, लक...

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हनुमान जी (Hanuman Ji) अपने भक्तों पर आने वाले तमाम तरह के कष्टों (Pains) और परेशानियों (Problems) को दूर करते हैं. ऐसी मान्यता है कि भगवान हनुमान (Lord Hanuman) बहुत जल्द प्रसन्न होने वाले देवता हैं. उनकी पूजा पाठ में ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं होती. शायद यही वजह है कि आज के समय में हनुमान जी के भक्तों की संख्या भी बहुत अधिक हो गई है. हनुमान जी राम भक्त हैं और उनकी शरण में जाने मात्र से भक्तों के सभी संकट दूर हो जाते हैं. हनुमान जी को राम भक्‍त बताते हुए उनके बारे में रामायण, श्रीरामचरितमानस, महाभारत समेत कई हिंदू धर्म ग्रंथों में मिलती है लेकिन ब्रह्मांडपुराण नाम के ग्रंथ में उनके बारे में कुछ बातें बताई गई हैं जिनका उल्‍लेख दूसरी जगहों पर नहीं मिलता है. खासतौर पर इसमें उनके परिवार के बारे में बताया गया है. ब्रह्मांडपुराण में हनुमान जी के पिता केसरी और उनके पुत्रों के बारे में बताया गया है. इसमें वानर राज केसरी के कुल 6 पुत्र बताए गए हैं और अपने भाइयों में बजरंगबली को ज्‍येष्‍ठ बताया गया है. केसरीनंदन के पांच भाइयों के नाम इस तरह हैं- मतिमान, श्रुतिमान, केतुमान, गतिमान और धृतिमान. इन सभी की संतानों का उल्‍लेख भी इस ग्रंथ में क‍िया गया है. महाभारत काल में पांडु पुत्र व बलशाली भीम को भी हनुमान जी का ही भ्राता कहा गया है. वहीं इस ग्रंथ में हनुमान जी के पुत्र का वर्णन भी है जिसका नाम मकरध्वज बताया गया है. हनुमान जी (Hanuman Ji) अपने भक्तों पर आने वाले तमाम तरह के कष्टों (Pains) और परेशानियों (Problems) को दूर करते हैं. ऐसी मान्यता है कि भगवान हनुमान (Lord Hanuman) बहुत जल्द प्रसन्न होने वाले देवता हैं. उनकी पूजा पाठ में ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं होती. शायद यही वजह है ...

हनुमानजी की ऐसी मूर्ति रखने से घर पर बढ़ता है क्लेश, जबकि इन 3 तस्वीरों से बरसती है कृपा

हनुमानजी को संकटमोचक इसलिए कहते हैं क्योंकि वह अपने भक्तों पर आने वाले तमाम तरह के कष्टों और परेशानियों को हर लेते हैं। ऐसी मान्यता है कि भगवान हनुमान जल्दी से प्रसन्न होने वाले देवता हैं। शायद यही वजह है कि हनुमान जी को पूजने वाले भक्तों की सबसे ज्यादा संख्या है। हम हनुमान जी की कृपा पाने के लिए मंदिर जाकर उनकी पूजा बड़े ही श्रद्धा भाव के साथ करते हैं। साथ ही घर के मंदिर में हनुमान जी मूर्ति और तस्वीर को रखते हैं, लेकिन क्या आप इस बात को जानते हैं कि भगवान के किस स्वरूप को घर में विराजित किया जाए और किसको नहीं। बजरंगबली के कुछ रूपों को घर पर नहीं रखना चाहिए इससे क्लेश और अशांति रहती है। आइए जानते हैं हनुमान जी की कौन सी तस्वीरों को घर में नहीं रखनी चाहिए।