होलिका दहन

  1. होलिका दहन 2023
  2. Holika Dahan 2020: Holika Dahan Date, Time, Significance, Shubh Muhurat And Puja Vidhi
  3. होलिका दहन 2022 की हार्दिक शुभकामनाएं फोटो, होलिका दहन की शुभकामनाएं 2022, Holika Dahan Ki Shubhkamnaye Images, Holika Dahan Wishes In English, Holika Dahan Image 2022, Holika Dahan Ki Hardik Shubhkamnaye In Hindi, Holika Dahan Status For Whatsapp, Holika Dahan Message, Holika Dahan Quotes In Hindi, होलिका दहन कोट्स, मैसेज, शायरी
  4. Holika Dahan 2023: होलिका दहन से पहले तैयार कर लें पूजा की सामग्री
  5. holika dahan 2022 do not use these trees wood in holika dahan
  6. Holika dahan 2023 : आज होलिका दहन का क्या है शुभ मुहूर्त, जानिए पूजा विधि और आपके शहर का समय
  7. Holika Dahan 2022 Time आज होगी होलिका दहन जानें समय और पूजा विधि
  8. Holika Dahan 2023:इस मुहूर्त में करें आज होलिका दहन, जानें विधि और पूजन सामग्री की लिस्ट
  9. Holika Dahan


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होलिका दहन 2023

होलिका दहन का त्योहार होली के एक दिन पूर्व मनाया जाता है। यह त्योहार हिन्दू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। होलिका दहन के इस त्योहार को भारत के साथ ही नेपाल के भी कई हिस्सों में मनाया जाता है। इस पर्व को बुराई पर अच्छाई के जीत के रुप में भी देखा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह पर्व फाल्गुन माह की पूर्णिमा की तिथि को मनाया जाता हैं। इस दिन लोग लकड़ियो तथा उपलो की होलिका बनाकर उसे जलाते हैं और ईश्वर से अपनी इच्छापूर्ति को लेकर प्रर्थना करते हैं। यह दिन हमें इस बात का विश्वास दिलाता है कि यदि हम सच्चे मन से ईश्वर की भक्ति करेंगे तो वह हमारी प्रार्थनाओं को अवश्य सुनेंगे और भक्त प्रहलाद की तरह अपने सभी भक्तों हर तरह के संकटों से रक्षा करेंगे। होलिका दहन 2023 (Holika Dahan 2023) वर्ष 2023 में होलिका दहन का पर्व 7 मार्च, मंगलवार के दिन मनाया जायेगा। होलिका दहन क्यों मनाया जाता है? (Why Do We Celebrate Holika Dahan) होलिका दहन का पर्व बुराई पर अच्छाई के जीत के रुप में मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इसी दिन होलिका नामक राक्षसी की मृत्यु हुई थी। पौराणिक कथा के अनुसार, सतयुग काल में हिरणकश्यप नामक एक बहुत ही अभिमानी राजा हुआ करता था और अपनी शक्तियों के मय में चूर होकर वह स्वंय को भगवान समझने लगा था। वह चाहता था, हर कोई भगवान की जगह उसकी पूजा करे लेकिन स्वंय उसके पुत्र प्रहलाद ने उसकी पूजा करना से इंकार कर दिया और भगवान को ही असली ईश्वर बताया। इस बात से नाराज होकर हिरणकश्यप ने प्रहलाद को कई सारी सजा दी, लेकिन भगवान विष्णु ने हर बार प्रहलाद रक्षा की और इस तरह से अपने सारी योजनाएं विफल होते देख, हिरणकश्यप ने अपनी बहन होलिका के साथ मिलकर प्रहलाद को अग्नि में जलाकर मारने की यो...

Holika Dahan 2020: Holika Dahan Date, Time, Significance, Shubh Muhurat And Puja Vidhi

नई दिल्ली: होली (Holi) का त्‍योहार बुराई पर अच्‍छाई की जीत का प्रतीक है. होली में जितना महत्‍व रंगों का है उतना ही महत्‍व होलिका दहन (Holika Dahan) का भी है. रंग वाली होली से एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है. होलिका दहन की तैयारी कई दिन पहले शुरू हो जाती हैं. सूखी टहनियां, लकड़ी और सूखे पत्ते इकट्ठा कर उन्‍हें एक सार्वजनिक और खुले स्‍थान पर रखा जाता है. फिर फाल्गुन पूर्णिमा की संध्या को अग्नि जलाई जाती है. होलिका दहन के साथ ही बुराइयों को भी अग्नि में जलाकर खत्‍म करने की कामना की जाती है. होलिका दहन कब है? हिन्‍दू पंचांग के अनुसार, हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा की रात्रि ही होलिका दहन किया जाता है. यानी कि रंग वाली होली से एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है. इस बार होलिका दहन 9 मार्च को किया जाएगा, जबकि रंगों वाली होली 10 मार्च को है. होलिका दहन के बाद से ही मांगलिक कार्य प्रारंभ हो जाते हैं. मान्‍यता है कि होली से आठ दिन पहले तक भक्त प्रह्लाद को अनेक यातनाएं दी गई थीं. इस काल को होलाष्टक कहा जाता है. होलाष्टक में मांगलिक कार्य नहीं होते हैं. कहते हैं कि होलिका दहन के साथ ही सारी नकारात्‍मक ऊर्जा समाप्‍त हो जाती है. यह भी पढ़ें:Holi 2020: 10 मार्च को है होली, जानिए शुभ मुहूर्त, मनाने का तरीका, महत्‍व और कथा होलिका दहन का शुभ मुहूर्त होलिका दहन की तिथि: 9 मार्च 2020 पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 9 मार्च 2020 को सुबह 3 बजकर 3 मिनट से पूर्णिमा तिथि समाप्‍त: 9 मार्च 2020 को रात 11 बजकर 17 मिनट तक होलिका दहन मुहूर्त: शाम 6 बजकर 26 मिनट से रात 8 बजकर 52 मिनट तक होलिका दहन का महत्‍व होली हिन्‍दू धर्म के प्रमुख त्‍योहारों में से एक है और इसका धार्मिक महत्‍व भी बहुत ज्‍यादा है. होली ...

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Holika Dahan 2023: होलिका दहन से पहले तैयार कर लें पूजा की सामग्री

• • Faith Hindi • Holika Dahan 2023: होलिका दहन से पहले तैयार कर लें पूजा की सामग्री, इन बातों का रखें खास ध्यान Holika Dahan 2023: होलिका दहन से पहले तैयार कर लें पूजा की सामग्री, इन बातों का रखें खास ध्यान Holika Dahan 2023: इस साल 7 मार्च 2023, मंगलवार के दिन होलिका दहन की पूजा होगी. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह पूजा करने से जीवन में आ रही रुकावटें दूर होती हैं. Holika Dahan 2023: फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि के दिन होलिका दहन किया जाता है. जो कि पंचांग के अनुसार इस साल 7 मार्च 2023, मंगलवार को है. होलिका दहन का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. इस दिन विधि-विधान के साथ पूजन करने की परंपरा है और कहा जाता है कि होलिका दहन की पूजा करने से घर में आने वाले संकट दूर हो जाते हैं. ( Holika Dahan Puja ki Samagri) होलिका दहन के दिन घर की महिलाएं सुबह होली का पूजा करके आती हैं और फिर रात्रि के समय पुरुष दहन में शामिल होते हैं. लेकिन ध्यान रखें कि होलिका दहन की पूजा करते समय कोई गलती नहीं करनी चाहिए क्योंकि आपकी एक गलती आपके पूरे परिवार को मुश्किल में डाल सकती है. इसकी वजह से घर में नकारात्मकता प्रवेश कर सकती है. इसलिए पूजा के लिए सही व संपूर्ण पूजन सामग्री के बारे में पता होना जरूरी है. Also Read: • • • होलिका दहन की पूजन सामग्री होलिका दहन के दिन घर के पास किसी चौराहे पर गोबर के उबलों व लकड़ियों से होलिका बनाई जाती है. फिर महिलाएं उसका विधि-विधान के साथ पूजन करती हैं. इस दिन पूजन सामग्री में कच्चा सूत, जल का लोटा, गुलाल, मीठे पकवान, गोबर की बनी होलिका, बताशे, रोली, गेंहू का बालियां, साबुत हल्दी, साबुत मूंग और फूलों की माला जरूर शामिल होनी चाहिए. होलिका दहन पर ध्यान रखे...

holika dahan 2022 do not use these trees wood in holika dahan

Holika Dahan 2022: होली का पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है. यह प्रमुख त्योहारों में से एक है. बसंत ऋतु का आगमन के साथ ही होली का इंतजार शुरू हो जाता है. साल 2022 में 17 मार्च, गुरुवार के दिन होलिका दहन और 18 मार्च को होली मनाई जाएगी. फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन होलिका दहन की परंपरा है. इसे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है. होलिका दहन के कुछ दिन पहले ही लकड़ियां इकठ्ठा की जाती है और होली से एक दिन पूर्व विधि-विधान के पूजा करने के बाद होलिका दहन किया जाता है. होलिका दहन के लिए कुछ पेड़ की लकड़ियों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. आइए जानते हैं इस बारे में. शास्त्रों के मुताबिक होलिका दहन में पीपल के पेड़, आंवले के पेड़, केले के पेड़, नीम के पेड़, अशोक के पेड़ और बेल के पेड़ की टहनियों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि इन पेड़ों को धार्मिक दृष्टिकोण से बेहद खास माना गया है. इसके अलावा हरे-भरे पेड़ और इसकी टहनियों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. होलिका दहन में इन पेड़ों का किया जा सकता है इस्तेमाल होलिका दहन में एरंड और गूलर की सूखी लकड़ियों का इस्तेमाल किया जा सकता है. हालांकि धार्मिक दृष्टिकोण से गूलर को बेहद खास माना गया है. परंतु, इस मौसम में गूलर की टहनियां सूखकर गिर जाती हैं. ऐसे में इसकी टहनियों का इस्तेमाल किया जा सकता है. वहीं होलिका दहन में गाय के गोबर के उपले का इस्तेमाल किया जा सकता है. दरअसल गाय का गोबर पूजा-पाठ में विशेष रूप से इस्तेमाल किया जाता है. यह भी पढ़ें: फाल्गुन अमावस्या के दिन गलती से भी ना करें ये काम, वरना साल भर तक झेलना पड़ेगा पितृ दोष खरपतवार का कर सकते हैं इस्तेमाल होलिका दहन में खरपतवार का इस्तेमाल किया जा सक...

Holika dahan 2023 : आज होलिका दहन का क्या है शुभ मुहूर्त, जानिए पूजा विधि और आपके शहर का समय

Holika dahan 2023 : आज होलिका दहन का क्या है शुभ मुहूर्त, जानिए पूजा विधि और आपके शहर का समय | Holika dahan 2023 date time in hindi Live Know When is Choti holi the shubh muhurat and wishes jaipur jodhpur kota bikaner | Hindi News, Rajasthan Politics Holika dahan 2023 : आज होलिका दहन का क्या है शुभ मुहूर्त, जानिए पूजा विधि और आपके शहर का समय Holi 2023 Date, Shubh Muhurat, Puja Vidhi and Samagri List : दिल्ली से लेकर राजस्थान और उत्तर प्रदेश से लेकर मध्यप्रदेश और बिहार समेत पूरे उत्तर भारत में कई जगह कल शाम को होलिका दहन किया गया. कई जगह आज किया जाएगा. जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीएम आवास पर विधिवत होलिका पूजा पाठ के बाद दहन किया. तो वहीं सचिन पायलट, वसुंधरा राजे, सतीश पूनिया और गोविंद सिंह डोटासरा समेत तमाम नेताओं ने अपने परिवार और समर्थकों के साथ होलिका दहन किया. आज जयपुर से लेकर जोधपुर और कोटा, उदयपुर, भरतपुर, बीकानेर, बाड़मेर, जैसलमेर समेत पूरे प्रदेश में रंगों की होली खेली जा रही है. यहां देखें हर तस्वीर. होलिका दहन की सावधानियां भद्रा रहित, प्रदोष व्यापिनी पूर्णिमा तिथि होलिका दहन के लिए उत्तम मानी जाती है. अगर ऐसा योग नहीं हो तो भद्रा समाप्त होने पर होलिका दहन करें. भद्रा मध्य रात तक हो तो भद्रा पूंछ के दौरान होलिका दहन का विधान है. होलिका दहन के दिन व्यक्ति को पवित्र मन से होलिका की पूजा करनी चाहिए. बिना मांस मदीरा का सेवन करें व्यक्ति को होलिका दहन करना चाहिए. Holika Dahan 2023 Today: फाल्गुन पूर्णिमा पर आज इस मुहूर्त में जलाएं होली चंद्रमा पूजा मुहूर्त- शाम 06:19 (7 मार्च 2023) होलिका दहन मुहूर्त - शाम 06:31 - रात 08.58 (7 मार्च 2023) लक्ष्मी पूजा (निशिता...

Holika Dahan 2022 Time आज होगी होलिका दहन जानें समय और पूजा विधि

नई दिल्ली, Holika Dahan 2022: होली का त्योहार विश्व प्रसिद्ध है।फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि यानी आज होलिका दहन का पर्व होगा। इसे छोटी होली के नाम से भी जाना जाता है। वहीं 18 मार्च यानी चैत्र मास की प्रतिपदा को रंग वाली होली खेली जाती है। इस साल होलिका दहन पर भद्रा का साया रहेगा। जिसके कारण होलिका दहन के समय में थोड़ा समय लगेगा। जानिए किस समय होगा होलिका दहन, साथ ही जानिए कैसे करें होलिका दहन से पूर्व पूजा। पूर्णिमा तिथि समाप्त- 18 मार्च की दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक होलिका स्थल पर पूजन का मुहूर्त: आज दोपहर 1 बजकर 29 से शुरू लाभामृत योग- दोपहर 1 बजकर 29 मिनट से 3 बजकर 30 मिनट तक शुभ योग- शाम 5 बजे से 6 बजकर 30 मिनट तक। भद्रा- 17 मार्च की दोपहर 1 बजकर 03 मिनट से शुरू होकर रात 12 बजकर 57 मिनट तक रहेगा। भद्रा के पुच्छ काल- रात 9 बजकर 30 मिनट से 10 बजकर 43 मिनट। होलिका दहन के दिन बन रहे हैं खास योग हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल होलिका दहन के दिन काफी खास योग बन रहे हैं। इन योगों का असर जातकों को ऊपर अच्छा होगा। इस दिन अभिजीत, अमृत सिद्धि, सर्वार्थ सिद्धि और धुव्र योग आदि योग बन रहे हैं। होलिका दहन की पूजा विधि होलिका दहन से पहले होलिका माई की पूजा करने का विधान है। होलिका दहन के दिन सूर्योदय के समय सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान कर लें। इसके बाद होलिका दहन वाले स्थान पर जाएं। इसके बाद पूर्व या फिर उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठ जाएं। सबसे पहले गाय के गोबर से होलिका और प्रहलाद की प्रतिमाएं बनाएं। इसके बाद हाथों को धोकर पूजा प्रारंभ करें। सबसे पहले जल अर्पित करें। इसके बाद रोली, अक्षत, फूल, हल्दी, मूंग, बताशे, गुलाल, रंग, सात प्रकार के अनाज, गेहूं की बालियां, गन्ना,चना आदि एक-एक ...

Holika Dahan 2023:इस मुहूर्त में करें आज होलिका दहन, जानें विधि और पूजन सामग्री की लिस्ट

Holika Dahan 2023 : शास्त्रों के अनुसार होली के एक दिन पहले यानी फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि को प्रदोष काल में होलिका दहन करने की महत्व होता है। होलिका दहन के बाद यानी अगले दिन रंगों वाली होली धूमधाम के साथ खेली जाती है। लेकिन इस साल पूर्णिम तिथि और भद्राकाल को लेकर होलिका दहन के लेकर कुछ संशय की स्थिति बनी हुई है। इस वर्ष होली का त्योहार 8 मार्च 2023 को मनाया जाएगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार होलिका दहन की विधिवत पूजा करने से घर से नकारात्मकता दूर होती है। साथ ही लक्ष्मी की कृपा भी रहती है। इसके अलावा ऐसा भी माना जाता है कि होलिका दहन की पूजा सही तरीके से की जाए तो परिवार के सदस्यों को बीमारियों से मुक्ति भी मिलती है। होलिका दहन की पूजा करने के लिए जानते हैं पूजन सामग्री और उसकी पूजन विधि के बारे में। Holika Dahan 2023: क्या होलिका पर रहेगा भद्रा का साया ? जानिए होलिका दहन का शुभ मुहूर्त और महत्व होलिका दहन के लिए पूजन सामग्री होलिका दहन की पूजा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। होलिका दहन करते समय पूजा सामग्री के तौर पर हमारे पास नीचे दी गई वस्तुएं होना अनिवार्य है। • कच्चा सूती धागा • नारियल • गुलाल • रोली • अक्षत • धूप • फूल • गाय के गोबर से बनी माला • बताशे • नया अनाज • मूंग की साबुत दाल • हल्दी का टुकड़ा • एक कटोरी पानी होलिका दहन पूजा विधि • होलिका दहन के लिए तैयार की गई लकड़ियों को कच्चे सूत से तीन बार लपेट दें। • इसके बाद इस पर गंगाजल या शुद्ध जल छिड़ककर फूल और कुमकुम लगाएं। • पूजा के लिए माला, रोली, अक्षत, बताशे, साबुत हल्दी, गुलाल, नारियल का प्रयोग करें। • अब ‘असृक्पाभयसंत्रस्तै: कृता त्वं होलि बालिशै:। अतस्त्वां पूजायिष्यामि भूते भूतिप्रदा भव।।’ मंत्र का उच्चा...

Holika Dahan

• Religious Holidays and Calendars: An Encyclopedic Handbook. Omnigraphics. 1998. 9780780802582. • Galván, Javier A. (2014-06-19). They Do What? A Cultural Encyclopedia of Extraordinary and Exotic Customs from around the World: A Cultural Encyclopedia of Extraordinary and Exotic Customs from around the World. ABC-CLIO. p.137. 978-1-61069-342-4. • ^ a b Lochtefeld, James G. (2002). The Illustrated Encyclopedia of Hinduism: A-M. Rosen. p.287. 978-0-8239-3179-8. • Gakhar, Roshan (2022-06-17). Human Nature: Love & Happiness. Notion Press. p.65. 979-8-88704-336-4. • Kumar, Tumuluru Kamal (2015-04-21). Hindu Prayers, Gods and Festivals. Partridge Publishing. p.54. 978-1-4828-4708-6. • Verma, Rajeev (2009). Faith & Philosophy of Hinduism. Gyan Publishing House. p.255. 978-81-7835-718-8. • Gopal, Dr Krishna (2003). Fairs and Festivals of India. Gyan Publishing House. p.344. 978-81-212-0809-3. • Sharma, Usha (2008-01-01). Festivals In Indian Society (2 Vols. Set). Mittal Publications. p.81. 978-81-8324-113-7. • Singh, S. Harpal (27 March 2013). The Hindu . Retrieved 9 January 2020– via www.thehindu.com.