हरी हरी ओढ़नी

  1. वेशभूषा के विविध रंगों से सजा हिमाचल प्रदेश
  2. राजस्थान पर निबंध हिंदी में Essay On Rajasthan In Hindi
  3. PM Narendra Modi may flag off Patna Ranchi Vande Bharat Express in June after trial runs stoppage Hazaribagh Tatsilwai Barkakana Koderma Gaya Jehanabad


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वेशभूषा के विविध रंगों से सजा हिमाचल प्रदेश

इन पहाड़ी और मैदानी इलाकों में लोगों का पहनावा हमेशा समय के साथ-साथ बदला है। यह प्रक्रिया अनंतकाल से निरंतर चली आ रही है। हिमाचल के लोगों (महिला-पुरुष) के परिधान का एक अपना ही आकर्षण है। यह आकर्षण हमें उनकी, संस्कृति, परंपरा, जन्मभूमि, उनके क्षेत्र विशेष से हमें नजदीक से जोड़ता है। यह तब का दौर था जब कपड़ा बनाने के लिए हाथों से ज्यादा और मशीनों से काम कम होता था। समय के अनुसार हमारे समाज में बहुत कुछ बदला है। रहने, खानेपीने, शादी, त्यौहार, धार्मिक उत्सव आदि मनाने के तरीकों से लेकर दिनचर्या का हर हिस्सा तक। यदि हम थोड़ा फ्लैशबैक में जाएँ तो हमें अपने समाज के उस कठिन दौर और उनके रोजमर्रा के संघर्षों के दर्शन होंगे जिसका एहसास शायद वर्तमान पीढ़ी नहीं कर पाएगी। इसी कड़ी में बात करते हैं हम हिमाचल प्रदेश के लोगों के पहनावे की। यह भी बताते चलें कि हिमाचल प्रदेश 12 जिलों का प्रदेश है जो ऊँचे-ऊँचे, मध्यम पहाड़ों से होता हुआ मैदानों में भी बसता है। इसी फ्लैशबैक में इन जिलों के पहनावे की बात पर आते हैं। इन पहाड़ी और मैदानी इलाकों में लोगों का पहनावा हमेशा समय के साथसाथ बदला है। यह प्रक्रिया अनंतकाल से निरंतर चली आ रही है। हिमाचल के लोगों (महिला-पुरुष) के परिधान का एक अपना ही आकर्षण है। यह आकर्षण हमें उनकी, संस्कृति, परंपरा, जन्मभूमि, उनके क्षेत्र विशेष से हमें नजदीक से जोड़ता है। यह तब का दौर था जब कपड़ा बनाने के लिए हाथों से ज्यादा और मशीनों से काम कम होता था। हिमाचल के हर जिले का अपना पहनावा, अपने वस्त्र विशेष के कारण उनकी अलग पहचान की जा सकती है। यदि जिला मण्डी से बात शुरू करें तो इस जिले का कुछ हिस्सा जहां समतल इलाके में बसता है वहीं खूब ऊँची-ऊँची पहाड़ियों में भी लोगों के आशिया...

राजस्थान पर निबंध हिंदी में Essay On Rajasthan In Hindi

Essay On Rajasthan In Hindi | राजस्थान पर निबंध संस्कृति इतिहास भूगोल राजधानी: क्षेत्रफल के लिहाज से सबसे बड़ा राज्य राजस्थान कई खूबियों के कारण दुनिया भर में जाना जाता हैं. राज शाही इतिहास और राजे महाराजाओं की कर्मस्थली राजस्थान से जुडी कई देशभक्ति की कथाएँ राज्य के गौरव को बढ़ाती हैं. Rajasthan Essay & Essay On Rajasthan में आज हम राज्य की राजधानी, इतिहास, कला, संस्कृति, वेशभूषा, परम्पराएं, रीती रिवाज, भाषा भूगोल पर्यटन स्थल आदि के बारे में इस राजस्थान निबन्ध में आगे बात करेगे. History Of RajasthanFacts About RajasthaniSanskriti:वीर किवदंतियां रोमांटिक कहानियाँ, जीवंत संस्कृति, रेतीली मरुस्थलीय भूमि पर ऊंट पर बैठकर सवारी जब ये यादे मानस पटल पर आती है तो एक ही नाम जेहन में आता है म्हारों रंगीलों राजस्थान. इतिहास में यह राजाओं की भूमि यानि राजपूताना के नाम से विख्यात था आजादी के बाद इसे राजस्थान कहा जाने लगा. प्रकृति की अनूठी छटा में अवस्थित उत्तरी भारत का यह राज्य अपने कालातीत आश्चर्य जीवित साक्ष्य हैं. यात्रा का शौक रखने वाले मुसाफिर की मंजिल यही आकर खत्म आती हैं. राजस्थान पर निबंध 600 शब्दों में (Essay On Rajasthan In 600 Words In Hindi) प्रस्तावना Telegram Group राजस्थान में ऐसे अनेक स्थान है जो जो राजपूतो की वीरता के साक्षी रहे है.वस्तुत ;इस नाम से इस प्रदेशकी रंग बिरगी परम्पराओ ,रीति रिवाजों एव आचलिक विशेषताओं का स्मरण हो जाता है .इसलिए इसे अनोखी जीवंत संस्कृति वाला तथा रंगीला प्रदेश भी कहा जाता है . राजस्थान का रंगीला स्वरूप प्राकृतिक रूप से राजस्थान को अरावली पर्वतमाला इसे दो भागो में अलग करती है .यहा की मरुभूमि हर किसी का मनहरण कर लेता है तो साउथ तथा ईस्ट राजस्थान ह...

PM Narendra Modi may flag off Patna Ranchi Vande Bharat Express in June after trial runs stoppage Hazaribagh Tatsilwai Barkakana Koderma Gaya Jehanabad

इंडिया के देसी बुलेट ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस की सेवा बिहार की राजधानी पटना और झारखंड की राजधानी रांची के बीच शुरू करने की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। सोमवार को ट्रेन ट्रायल रन पर पटना से रांची रवाना हुई और देर शाम वापस पटना लौट आएगी। ट्रेन सेवा की शुरुआत की तारीख तय नहीं हुई है लेकिन चर्चा है कि बाकी वंदे भारत एक्सप्रेस की तरह पटना-रांची वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को भी पीएम नरेंद्र मोदी रवाना करेंगे। कार्यक्रम वर्चुअल हो सकता है या फिर प्रधानमंत्री मोदी पटना भी आ सकते हैं। केंद्र में बीजेपी सरकार के नौ साल पूरे होने पर जून में एक रैली को संबोधित करने के बिहार भाजपा के आग्रह को प्रधानमंत्री कार्यालय से सैद्धांतिक सहमति मिल चुकी है। संभावना है कि पीएम मोदी बिहार दौरे पर आएं तो वंदे भारत की शुरुआत और भाजपा की रैली दोनों कार्यक्रम एक साथ कर लें। बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने पिछले महीने ही कहा था कि मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने पर पार्टी पूरे बिहार में 30 जून तक महा जनसंपर्क अभियान चलाएगी। इस कार्यक्रम के तहत बूथ से लेकर जिला स्तर तक के कार्यक्रम तय हैं जिसमें पार्टी के सांसद से लेकर विधायकों तक की जिम्मेदारी तय की गई है। चौधरी ने कहा था कि पार्टी इस दौरान बिहार में चार बड़ी रैलियां करेगी जिसमें एक में प्रधानमंत्री को आमंत्रित करेगी। आधा जून निकलने को है लेकिन अभी तक चार में एक रैली भी नहीं हुई है। एक समय पटना में चलता था ट्राम, नहीं जानते होंगे राजधानी की ये 8 बातें माना जाता है कि बीजेपी की तैयारी 12 जून को विपक्षी एकता मीटिंग के बाद रैलियां करने की थीं लेकिन नीतीश कुमार ने मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी को बुलाने के लिएउस मीटिंग की तारीख बढ़...