इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक दवा

  1. प्लेटेंजा सिरप के फायदे और नुकसान : Platenza Syrup Benefits and Side Effects in Hindi
  2. इम्यूनिटी बढ़ाने के घरेलू उपाय
  3. इम्यूनिटी बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा व इलाज
  4. इम्यूनिटी कैसे बढ़ाये
  5. अनिद्रा का आयुर्वेदिक इलाज
  6. ​ऑयल पुलिंग थेरेपी
  7. इम्यूनिटी बढ़ाने के 13 घरेलू उपाय


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प्लेटेंजा सिरप के फायदे और नुकसान : Platenza Syrup Benefits and Side Effects in Hindi

प्लेटेंजा सिरप की जानकारी - Himalaya Platenza Syrup Information in Hindi प्लेटेंजा (platenza) प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने की एक प्रभावी आयुर्वेदिक दवा है जो सिरफ और टैबलेट दोनों रूपों में बिक्री के लिए बाजार में उपलब्ध है। यह थ्रोम्बोसाइटोपेनिया - कम प्लेटलेट काउंट (thrombocytopenia - decreased platelet count) को पलट देता है और प्रतिरक्षा प्रणाली (host immune system) को मजबूत बनाता है। इसके अलावा यह लीवर - हेपेट्रोप्रोटेक्टिव प्रॉपर्टी (liver hepatoprotective property) की रक्षा करने में भी मदद करता है। हिमालया प्लेटेंजा सिरप पौधों के अर्क का एक मिश्रण है जो ब्लड काउंट (blood count) पर शक्तिशाली प्रभाव डालता है। इनमें से कुछ पौधे शरीर ब्लड काउंट (पपीता) को बढ़ाता है तो कुछ प्लेटलेट्स (गुडुची) के टूटने को रोकेंगे। सिरप में मौजूद बायोएन्हांसर्स (bioenhancers) इस दवा को और अधिक प्रभावी बनाते हैं। यह सिरप अन्य दवाओं की तुलना में अद्वितीय और अधिक प्रभावी है क्योंकि यह स्वर (swaras) की अवधारणा पर काम करता है। यह इन दवाओं से जैव रासायनिक रूप से सक्रिय संघटक (biochemically active ingredient) को निकालता है और फिर डेंगू या मलेरिया बुखार में (dengue or malaria fever) गिरे हुए या निम्न ब्लड काउंट के सही संयोजन करने की दिशा में काम कर सके ताकि एक निश्चित समाधान मिल सके। प्लेटेंजा सिरप 100% प्लेटेंजा सिरप के घटक तत्व - Himalaya Platenza Syrup Ingredients in Hindi • गुडूची ( • मरीच (Maricha) • पपीता ( • भूधात्री या भूमि आँवला (Bhudhatri) प्लेटेंजा सिरप के फायदे - Himalaya Platenza Syrup Benefits in Hindi • रोगी के ब्लड काउंट को बढ़ाने में मदद करता है (Helps in increasing the blood count of the...

इम्यूनिटी बढ़ाने के घरेलू उपाय

नमस्ते दोस्तों आज हम इस आर्टिकल में आपको इम्यूनिटी बढ़ाने के घरेलू उपाय और Immunity Kaise Badhaye बताएँगे। आप में से बहुत सारे लोगों को इम्युनिटी का मतलब नहीं पता तो हम आपको बता दे कि इस समय कोरोना -वायरस बहुत फ़ैल रहा हैं और इसका असर उन्हें लोगों को जल्दी होता जिनकी इम्युनिटी कम होती हैं। अगर आपकी इम्युनिटी कम है तो आप जल्दी बीमार होयगे। जो शरीर अन्दर से साफ होगा उसमें ज़्यदा इम्युनिटी होगी। इस एक उदाहरण से समझो जैसे कि एक dustbin हैं जो साफ और खाली हैं उसमें ना bacteria ,ना ही मक्खी ,मछर आते हैं और दूसरी तरफ एक dustbin हैं जो गन्दी और कचरे से भरा हुआ हैं जिस कारण से उसमें bacteria ,virus और मछर आयगे। वैसे ही हमारे शरीर के साथ होता हैं हमारे junk food खाने से अन्दर से शरीर गन्दा हो जाता और उसमें कीटाणु भी जल्दी आते हैं। इसके अलवा जो इंसान अच्छा खाना खता है उसका शरीर अन्दर से साफ रहता और वो ना जल्दी बिमार पड़ता है ना उसमें कीटाणु आते हैं। इम्यूनिटी बढ़ाने के घरेलू उपाय || Immunity Kaise Badhaye 🎯 इस लेख में आपको क्या पढ़ने को मिलेगा ? • इम्यूनिटी कम होने के लक्षण • इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक दवा • Immunity Kaise Badhaye In Hindi|| इम्यूनिटी बढ़ाने के घरेलू नुस्खे ||इम्यूनिटी बढ़ाने के उपाय इम्यूनिटी कम होने के लक्षण - ये श्लोक वेदों से लिया गया हैं इस श्लोक में इम्युनिटी के बहुत डिटेल में 8 लक्षण बताये हैं। इन सभी लक्षण को हम करके बताएँगे जिनसे आपको पता चलेगा की आपकी इम्युनिटी लेवल क्या हैं। 1.रोज पेट साफ होना अगर हर रोज आपका पेट साफ हो रहा हैं तो आपकी शरीर की गन्दगी बाहर निकल रहे हैं। अगर आपका पेट एक दिन में एक बार भी साफ नहीं हो रहा तो आपको कब्ज हैं और आपके शरीर की ग...

इम्यूनिटी बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा व इलाज

बॉडी पर बैक्टीरिया द्वारा हमला करने के दौरान उनसे लड़ने के लिए एक मजबूत इम्यून सिस्टम का होना जरूरी है. मजबूत इम्यून सिस्टम के लिए होम्योपैथिक दवा शानदार तरीके से काम करती है. होम्योपैथी में इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने का एक आसान तरीका है - जैसी बीमारी वैसा इलाज. यानी कि (और पढ़ें - myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं। शोध के अनुसार, यह होम्योपैथिक दवा इन्फेक्शन और वायरस से लड़ने के लिए इम्यून सिस्टम को तैयार करती है. इसकी वजह से व्यक्ति बीमारी से जल्दी उबर पाता है. यह इंफेक्शन से लड़ने वाले व्हाइट ब्लड सेल की संख्या को बूस्ट करते हुए कोल्ड के लक्षणों को कम करता है. यह इसके साथ ही एकिनेशिया के एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण स्किन से जुड़ी परेशानियों को ठीक करने में मदद करते हैं. शोध यह भी कहते हैं कि इकिनेशिया कैंसर सेल के विकास को दबाकर (और पढ़ें - इस दवा में तुलसी के गुण हैं, जो कोल्ड और इसका एंटी बैक्टीरियल, एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण मिलकर चोट को तेजी से ठीक करने में अहम भूमिका भी निभाते हैं. ऑसिमम सैंक्टम का इस्तेमाल ब्लड ग्लूकोज, ब्लड प्रेशर और लिपिड लेवल को सामान्य करने के लिए भी इस्तेमाल में लाया जाता है. यह अपने एंटीडिप्रेसेंट गुणों की वजह से मेमोरी और कॉग्निटिव फंक्शन पर पॉजिटिव प्रभाव भी डालता है. (और पढ़ें - कोरोना वायरस के इस दौर में जरूरी है कि इम्यून सिस्टम को मजबूत रखना जरूरी है. यूं भी ...

इम्यूनिटी कैसे बढ़ाये

इम्यूनिटी कैसे बढ़ाये – सर्दी का मौसम हो या गर्मी का, रोग प्रतिरोधक क्षमता यानि कि Immunity बरकरार रखना बहुत जरुरी है। इससे मौसमी बिमारियों जैसे सर्दी जुकाम, बुखार या अन्य रोगों से राहत पाने में आसानी होती है। इसके अलावा इम्यूनिटी बढ़ाने के घरेलू उपाय भी कर सकते हैं। जैसे नियमित तौर पर इम्यूनिटी कैसे बढ़ाये या how to improve immunity in hindi का उत्तर पाने के लिये लेख को पूरा पढ़ें… • • • How to Improve Immunity in Hindi -इम्यूनिटी कैसे बढ़ाये इम्यूनिटी बढ़ाने के घरेलू उपाय जानना बहुत जरुरी है, क्योंकि आज मार्केट में बहुत सी ऐसी दवाएं मिल रही हैं जो इम्यूनिटी बढ़ाने का दावा करती है। इनमें से कभी कभी कुछ दवाओं का असर गलत भी पड़ जाता है। इसलिये सबसे अच्छा है कि इम्यूनिटी बढ़ाने के घरेलू उपाय करें तो यह हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को naturally बढ़ाएगा। आगे पढ़िये इम्यूनिटी कैसे बढ़ाये… पूरी नींद लें इम्यूनिटी बढ़ाने के घरेलू उपाय में सबसे पहला है कि हमें अपनी नींद जरूर पूरी करनी चाहिये। नींद हमारे शरीर को इंफेक्शन के हिसाब से लड़ने वाली इम्यून सेल्स के प्रोडक्शन में मदद करती है। वैसे तो 8 घंटे की नींद सबसे अच्छी मानी जाती है लेकिन अगर आप इतना समय नहीं निकाल पा रहे तो 6 घंटे की नींद अवश्य लें। शरीर को हाइड्रेट रखें शरीर में भरपूर मात्रा में पानी रहना बहुत जरूरी है। इसका मतलब यह ही नहीं कि सिर्फ पानी ही पियें। पानी के अलावा आप जूस, नारियल पानी, छाछ इत्यादि भी पी सकते हैं। लेकिन स्ट्रेस फ्री रहें जब हमारा मन शांत व स्वस्थ रहेगा तो हमारा शरीर खुद-ब-खुद तंदरुस्त रहेगा। इसलिये जितना हो सके स्ट्रेस फ्री रहें। इसके लिये नियमित रूप से व्यायाम करें नियमित रूप से व्यायाम करना शरी...

अनिद्रा का आयुर्वेदिक इलाज

Ayurvedic Treatment For Insomnia: अनिद्रा या नींद न आना एक गंभीर समस्या है, जो आजकल काफी आम हो चुकी है। इसे मेडिकल भाषा में इनसोम्निया भी कहते हैं। अनिद्रा की समस्या से ग्रसित व्यक्ति को रात में सोने में कठिनाई होती है। दिनभर की थकान के बाद भी व्यक्ति रात में सो नहीं पाता है और सिर्फ करवटें बदलता रहता है। रात में नींद न पूरी होने की वजह से न सिर्फ दिनचर्या प्रभावित होती है, बल्कि शरीर पर भी इसका विपरीत प्रभाव पड़ता है। रात में अच्छी और गहरी नींद न ले पाने की वजह से व्यक्ति को थकान, कमजोरी, आलस और चिड़चिड़ापन महसूस होता है। अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहे, तो मोटापा, डायबिटीज और दिल से जुड़े रोगों का खतरा बढ़ सकता है। अगर आप भी अनिद्रा की समस्या से जूझ रहे हैं, तो आपको डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। इसके अलावा, कुछ आयुर्वेदिक उपायों की मदद से भी आप अनिद्रा से राहत पा सकते हैं। आज इस लेख में आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ रितु चड्ढा से अनिद्रा के इलाज के लिए आयुर्वेदिक उपायों के बारे में जानेंगे - 1. अभ्यंग आयुर्वेद में अभ्यंग यानी गर्म तेल से खुद की मालिश करने का विशेष महत्व है। इससे शरीर की कई परेशानियों को दूर किया जा सकता है। अगर आप अनिद्रा से जूझ रहे हैं, तो तिल के तेल या नारियल के तेल से अपने पूरे शरीर की मालिश करें। उसके बाद गुनगुने पानी से नहा लें। ऐसा करने से शरीर में मांसपेशियों को आराम मिलेगा और दिमाग को शांति का अनुभव होगा। इससे आप रात में अच्छी और गहरी नींद ले पाएंगे। 2. ब्राह्मी आयुर्वेद में ब्राह्मी का उपयोग एक शक्तिशाली औषधि के रूप में किया जाता है। अनिद्रा की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। ब्राह्मी के तेल से सिर में मालिश करने से शरीर क...

​ऑयल पुलिंग थेरेपी

​नस्य थेरेपी आयुष मंत्रालय के अनुसार, नस्य थेरेपी इम्यूनिटी बढ़ाने के सबसे कारगर तरीकों में से एक है। यह थेरेपी आयुर्वेद के नस्य पाँच पंचकर्म उपचारों में से एक है। इसे नहाने से एक घंटे पहले खाली पेट किया जा सकता है। इसे करने के लिए सिर को पीछे कर के लेटने के बाद एक-एक करके दोनों नथुने में तेल की 4-5 बूंद को डालना होता है। यह न केवल नासिका मार्ग और साइनस को साफ रखता है, बल्कि यह प्रतिरक्षा को भी बनाए रखता है। आयुर्वेदिक सुपरफूड एक मजबूत इम्यूनिटी सिस्टम के लिए पाचन अग्नि को बनाए रखने की जरूरत होती है। इसके लिए स्वस्थ खाने की आदतों को अपनाना महत्वपूर्ण है और ऐसे खाद्य पदार्थ जो आपके समग्र स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं। आयुर्वेद के अनुसार, आंवला, खजूर, शुद्ध मक्खन या घी, गुड़, तुलसी के पत्ते, हल्दी या हल्दी, अदरक जैसे सुपरफूड आपकी मदद कर सकते हैं। ​काढ़ा या हर्बल टी मुलेठी, तुलसी, दालचीनी, अदरक, लौंग, हल्दी, गिलोय और काली मिर्च से बना काढ़ा या हर्बल चाय में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले गुण होते हैं। एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर, काढ़ा या हर्बल काढ़ा न केवल प्रतिरक्षा को बढ़ावा देता है, बल्कि शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है, पाचन स्वास्थ्य में सहायता करता है और श्वसन मार्ग में घुसने वाले वायरस से भी लड़ता है। साथ ही यह सूजन को कम करता है, बढ़ती उम्र को धीमा करता है और वजन घटाने में भी मदद करता है। ​FAQ: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल इम्यूनिटी कमजोर होने पर क्या होता है?इम्यूनिटी शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता को कहा जाता है। यदि यह कमजोर हो तो बार-बार बीमार होने के साथ बीमारियों से जल्दी ठीक नहीं हो पाते हैं।शरीर में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए?इम्यू...

इम्यूनिटी बढ़ाने के 13 घरेलू उपाय

अभी समय ही बिमारियों का चल रहा है। ऐसे में हमारे शरीर को बिमारियों से लड़ने के लिए मजबूत इम्यूनिटी की जरूरत होती है। इम्यूनिटी को स्ट्रांग बनाने के लिए कई तरह की दवाएं मिलती है, लेकिन कैसा हो जब हम घरेलू उपाय करके प्राकृतिक तरीके से इम्यूनिटी बढ़ाएं। इम्यूनिटी बढ़ाने के घरेलू उपाय | Home Remedies to Increase Immunity in Hindi स्वयं को रोगमुक्त रखने के लिए इम्युनिटी बढ़ाना जरुरी है। तो जानिए क्या है इम्यूनिटी कैसे बढ़ाये १. हल्दी - आयुर्वेद में २. स्वस्थ वसा खाएं - पुरानी सूजन प्रतिरक्षा प्रणाली को कम करती है। जैतून का तेल और ओमेगा -३ में स्वस्थ वसा होती है जो सूजन-रोधी होते हैं। यह बीमारियों से लड़ने में मदद करते है। यह सूजन को कम करके शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ाते है। ३. लहसुन - यह हर घर में पायी जाती है। खाना बनाने में इसका सबसे अधिक प्रयोग किया जाता है। ठंड के मौसम में लहसुन का सेवन करना बहुत अच्छा माना जाता है। सर्दी-जुकाम को ठीक करने के लिए यह सर्वश्रेष्ठ है। यह संक्रमण को शरीर से कोसों दूर रखती है। आप भोजन पकाने में लहसुन का प्रयोग कर सकते है। ४. पर्याप्त नींद लें - अपर्याप्त नींद बीमारी को बढ़ाने वाली होती है। अच्छी नींद लेने से प्राकृतिक प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। अच्छी नींद के लिए पूरी तरह से अंधेरे कमरे में सोना अच्छा रहता है। ८ घंटे की नींद जरूर लें।प्रतिरक्षा प्रणाली बीमारी से बेहतर तरीके से रक्षा करेगी। ५. खट्टे फल - खट्टे फलों में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जो सामान्य सर्दी और फ्लू को ठीक करने में मददगार है। विटामिन सी से भरपूर फलों में शामिल है संतरा, नींबू, अंगूर। नियमित रूप से इसका सेवन करें। किसी भी रूप में विटामिन सी का सेवन करें...