Influenza symptoms in hindi

  1. H3N2 Influenza: इन टिप्स की मदद से अपने परिवार को रखें सुरक्षित
  2. H3N2 Influenza Flu: खांसी
  3. What Is H3N2 Influenza Flu Symptoms Treatment All You Need To Know NDTV Hindi NDTV India
  4. Influenza H3N2 virus warning signs you may be infected tips to prevent flu
  5. H3N2 Influenza: खांसी, बुखार के साथ इन लक्षणों का भी रखें ध्यान, ICMR ने बताया फ्लू के दौरान क्या करें और क्या नहीं
  6. H1N1 flu (swine flu)
  7. इन्फ्लुएंजा (फ्लू) क्या है? लक्षण, कारण एवं बचाव Flu in Hindi


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H3N2 Influenza: इन टिप्स की मदद से अपने परिवार को रखें सुरक्षित

क्या आप भी पिछले कुछ दिनों से सर्दी-खांसी से परेशान है और क्या आप पिछले कुछ दिनों से शरीर में कमजोरी महसूस कर रहे है। तो बतादें कि ये सभी लक्षण H3N2 फ्लू के भी हो सकते है। जिसको समय रहते गंभीरता से लेना बहुत जरूरी है। दरअसल मार्च के पहले सप्ताह में दिल्ली, मुंबई, यूपी सहित भारत के कई हिस्सों में H3N2 फ्लू के मामलों में अचानक वृद्धि देखी गई है, इस वायरस से अबतक हरियाणा और कर्नाटक दोनों ही राज्यों से एक व्यक्ति की जान जा चुकी है। यही कारण है कि इस नए वायरस को लेकर लोगों में डर का माहौल है। इस वायरस के लक्षण कुछ-कुछ कोविड-19 की तरह ही हैं। ऐसे में इन दोनों की पहचान करना मुश्किल होता जा रहा है। हालांकि केंद्र ने इन्फ्लूएंजा से खुद को बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण सलाह जारी की है। यहां हम आपको H3N2 फ्लू के लक्षण बताने के साथ ही अपने परिवार को इस वायरस से बचाने के तरीकों के बारे में बताने जा रहे है। - उल्टी आना - बैचेनी - गले में दर्द और खराश - मसल्स पेन - दस्त की शिकायत H3N2 फ्लू वायरस कैसे फैलता है - जब कोई व्यक्ति सामने वाले या आसपास के व्यक्ति के सामने खांसता या छींकता है, तो H3N2 वायरस से संक्रमित व्यक्ति से बात करने पर इस वायरस के अंश या यूं कहें उसके ड्रॉप्लेट्स सामने वाले व्यक्ति तक पहुंचकर उसे संक्रमित कर सकते हैं। - अगर इस वायरस के कण किसी सतह पर लगे हों तो ऐसी सतह को छूकर मुंह या नाक पर लगा लेने पर भी व्यक्ति इस वायरस की चपेट में आ सकता है। - गर्भवती महिला, बच्चों, वृद्धों और पहले से किसी बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को इस वायरस से संक्रमित होने का खतरा ज्यादा रहता है। ऐसे करें H3N2 वायरस से अपने परिवार का बचाव - घर के सभी सदस्यों को बार-बार हाथ धोने की आदत ड़ालनी होगी। अपने...

H3N2 Influenza Flu: खांसी

डीएनए हिंदी: मौसम में बदलाव के साथ खांसी जुकाम और बुखार की बीमारी तेजी से फैल रही है. यह इंफ्लूएंजा के सबटाइप H3N2 वायरस का प्रकोप दिख रहा है. होली के बाद इसके संक्रमण का खतरा और बढ़ गया है. इसी को देखते हुए आईसीएमआर ने जहां एडवाइजरी जारी की है. वहीं आईएमए ने लोगों को इस बीमारी में लोगों को खुद से ही इन दवाईयों को न लेने की सलाह दी है. साथ ही कहा गया है कि समस्या होने पर डॉक्टर का परामर्श लें. इसके साथ ही इस बीमारी में क्या करें और क्या न करें. इसकी भी जानकारी दी गई है. आइए जानते हैं आईएमए की गाइडलाइस... Diabetes Diet Plan: एक छोटी सी चूक बढ़ा-घटा देगी Blood Sugar, डायबिटीज में जानिए क्या खाएं-क्या नहीं ये हैं एच3एन2 के लक्षण मौसम में बदलाव के साथ ही बुखार, खांसी और जुकाम की बीमारियां बढ़ रही है. इसकी एक वजह दिन में गर्मी और सुबह व शाम के समय मौसम का ठंडा हो जाना है. इसे खांसी, जी मिचलाना, उल्टी, गले में दर्द, डायरिया, बदन दर्द और बुखार जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. इनसे बचने के लिए खुद ही दवाई न लें. पहले डॉक्टर से जाकर परामर्श लें. Diabetes: चीनी से भी मीठा है ये फल, लेकिन डायबिटीज रोगी के लिए है अमृत समान, जानें इसकी तासीर और फायदे इन दवाईयों का न करें सेवन आईएमए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने लोगों को सलाह दी है कि इस संक्रमण को बिना पहचाने खुद से दवा न लें. साथ ही डॉक्टरों को भी सलाह दी है कि मरीजों को एंटीबायोटिक देने से पहले यह जरूर जांच लें कि यह बैक्टीरियल इंफेक्शन है. क्यों कि ज्यादातर मामलों में खांसी, जुकाम, बुखार और गले का दर्द महसूस होना इंफ्लूएंजा का भी सकता है. इसमें एंटीबायोटिक की जरूरत नहीं पड़ती. ऐसे करें इस संक्रमण से बचाव आईसीएमआर द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार...

What Is H3N2 Influenza Flu Symptoms Treatment All You Need To Know NDTV Hindi NDTV India

H3N2: कोरोना के बाद तेजी से फैलता Virus, जानें- इससे बचने के लिए क्या करें और क्या नहीं? H3N2 Influenza: इन्फ्लूएंजा ए वायरस का सबटाइप है जिसकी खोज 1968 में हुई थी. रोग नियंत्रण केंद्र (CDC)और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, H3N2 इन्फ्लूएंजा पक्षियों और दूसरे जानवरों से म्यूटेट होकर इंसानों में फैलता है. नई दिल्ली: उत्तर भारत में H3N2 वायरस के मामले सामने आ रहे हैं. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के मुताबिक, कुछ महीनों में कोविड के मामले कम हुए हैं, लेकिन H3N2 के मामले में बढ़ोतरी हुई है. इस वायरस से हरियाणा और कर्नाटक में एक-एक मौत का मामला भी सामने आ चुका है. सरकारी सूत्रों ने यह भी कहा कि देश भर में इस वायरस के कारण होने वाले फ्लू के 90 मामले सामने आए हैं. हालांकि, लोगों में फ्लू के लक्षणों की व्यापकता मौसम में तेजी से हो रहे बदलाव के कारण भी है. आइए जानते हैं H3N2 वायरस से संक्रमण के क्या लक्षण हैं और इनसे बचने के लिए क्या करना चाहिए... यह भी पढ़ें • बर्ड फ्लू से कैसे बचा जा सकता है? यहां Bird Flu के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब हैं, हर किसी होने चाहिए पता • हिमाचल के कांगड़ा में 10 हफ्ते की बच्ची का H3N2 इन्फ्लुएंजा टेस्ट पॉजिटिव, ये लक्षण दिखने पर गए थे हॉस्पिटल • बढ़ रहे हैं Covid-19 और Influenza Virus H3N2 के मामले, वायरस से बचाव के लिए डाइट में शामिल करें ये चीजें H3N2 वायरस क्या है? H3N2 वायरस एक प्रकार का इन्फ्लूएंजा वायरस है जिसे इन्फ्लूएंजा ए वायरस कहा जाता है. यह एक सांस रिलेटेड वायरल इन्फेक्शन है, जो हर साल बीमारियों का कारण बनता है. इन्फ्लूएंजा ए वायरस का सबटाइप है जिसकी खोज 1968 में हुई थी. रोग नियंत्रण केंद्र (CDC)और विश्व स...

Influenza H3N2 virus warning signs you may be infected tips to prevent flu

Influenza H3N2 virus warning signs you may be infected tips to prevent flu | Influenza H3N2 Virus: इन चेतावनी संकेतों से पहचाने कि आप संक्रमित हैं या नहीं, फ्लू के रोकथाम के लिए अपनाएं ये टिप्स | Hindi News Influenza H3N2 Virus: इन चेतावनी संकेतों से पहचाने कि आप संक्रमित हैं या नहीं, फ्लू के रोकथाम के लिए अपनाएं ये टिप्स Influenza H3N2 Virus Symptoms: भारत के अधिकतर लोग मौसमी फ्लू की लहर से जूझ रहे हैं, जिसका सबसे अहम कारण इन्फ्लुएंजा ए सबटाइप H3N2 वायरस है. देशभर में इस वायरस के हजारों मामले सामने आ चुके हैं और कुछ लोगों की मौत भी हो चुकी है. इन्फ्लुएंजा वायरस एक वायरल बीमारी है जो संक्रमण के कारण होता है. H3N2 इन्फ्लुएंजा वायरस एक सबटाइप है. H3N2 इन्फ्लुएंजा वायरस मुख्य रूप से सामान्य इन्फ्लुएंजा के लक्षणों को उत्पन्न करता है, जिनमें शामिल होते हैं जुकाम, खांसी, बुखार, थकान और शरीर दर्द. यह वायरस फ्लू के संक्रमण के कारण सामान्य जीवन को प्रभावित कर सकता है और कुछ मामलों में यह गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है. डॉक्टरों के अनुसार यह वायरस सामान्य परिस्थितियों में जानलेवा नहीं है. इस बीमारी से पीड़ित केवल 5 प्रतिशत मरीज ही अस्पताल में भर्ती हुए हैं. कैसे पहचाने कि आप इन्फ्लुएंजा से पीड़ित हैं या नहीं? इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के अनुसार, अस्पताल में भर्ती इन्फ्लुएंजा के कम से कम 92% मरीजों को तेज बुखार और 86% को खांसी हो रही थी. इसके अतिरिक्त, 27% मरीजों को सांस लेने में तकलीफ और 16% में घरघराहट के लक्षण दिखाई दिए. संक्रमित व्यक्ति को दस्त और उल्टी जैसी गैस्ट्रिक समस्याओं का भी अनुभव हो सकता है. इन्फ्लुएंजा H3N2 वायरस के रोकथाम के टिप्स • साफ-सफाई अपनाएं: हाथ...

H3N2 Influenza: खांसी, बुखार के साथ इन लक्षणों का भी रखें ध्यान, ICMR ने बताया फ्लू के दौरान क्या करें और क्या नहीं

H3N2 Influenza: खांसी, बुखार के साथ इन लक्षणों का भी रखें ध्यान, ICMR ने बताया फ्लू के दौरान क्या करें और क्या नहीं H3N2 Influenza: वायरोलॉजिस्ट के अनुसार, H3N2 स्ट्रेन, जो वायु प्रदूषण के कारण बढ़ जाता है, दूसरे सबटाइप की तुलना में ज्यादा अस्पताल में भर्ती होने का कारण बन रहा है। ICMR के वैज्ञानिकों ने लोगों को वायरस से खुद को बचाने के लिए क्या करें और क्या न करें उसकी एक लिस्ट जारी की है • • • • • •

H1N1 flu (swine flu)

The World Health Organization (WHO) declared the H1N1 flu to be a pandemic in 2009. That year the virus caused an estimated 284,400 deaths worldwide. In August 2010, WHO declared the pandemic over. But the H1N1 flu strain from the pandemic became one of the strains that cause seasonal flu. Most people with the flu get better on their own. But flu and its complications can be deadly, especially for people at high risk. The seasonal flu vaccine can now help protect against the H1N1 flu and other seasonal flu viruses. Symptoms The symptoms of flu caused by H1N1, commonly called the swine flu, are similar to those of other flu viruses. Symptoms usually start quickly and can include: • Fever, but not always. • Aching muscles. • Chills and sweats. • Cough. • Sore throat. • Runny or stuffy nose. • Watery, red eyes. • Eye pain. • Body aches. • Headache. • Tiredness and weakness. • Diarrhea. • Feeling sick to the stomach, vomiting, but this is more common in children than adults. Flu symptoms develop about 1 to 4 days after you're exposed to the virus. Related information • COVID-19 vs. flu: Similarities and differences - Related information COVID-19 vs. flu: Similarities and differences • COVID-19, cold, allergies and the flu: What are the differences? - Related information COVID-19, cold, allergies and the flu: What are the differences? When to see a doctor If you're generally healthy and develop flu symptoms, most people may not need to see a health care provider. But some peopl...

इन्फ्लुएंजा (फ्लू) क्या है? लक्षण, कारण एवं बचाव Flu in Hindi

ज्यादातर लोगों मे फ्लू अपने आप ठीक हो जाता है। लेकिन कभी-कभी, इन्फ्लूएंजा और इसकी जटिलताएं घातक हो सकती हैं। फ्लू जटिलताओं के विकास के उच्च जोखिम वाले लोगों में शामिल हैं: 5 वर्ष से कम आयु के बच्चे और विशेष रूप से 6 महीने से कम आयु के बच्चे 65 वर्ष से अधिक उम्र के वयस्क नर्सिंग होम या अस्पताल मे भर्ती हुए मरीज जन्म देने के दो सप्ताह बाद तक गर्भवती महिलाएँ कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग जिन लोगों को पुरानी बीमारियाँ, जैसे अस्थमा, हृदय रोग, किडनी रोग, लिवर रोग और मधुमेह है। 40 या अधिक के बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) वाले जो लोग बहुत मोटे हैं यद्यपि वार्षिक इन्फ्लूएंजा का टीका 100% प्रभावी नहीं है, फिर भी यह फ्लू के खिलाफ आपका सबसे अच्छा बचाव है। यह भी पढ़ें इन्फ्लुएंजा के लक्षण Symptoms of Flu in Hindi flu ke lakshan in hindi फ्लू के लक्षणों मे बहती नाक, छींक और गले में खराश के साथ एक आम सर्दी की तरह लग सकता है। लेकिन जुकाम आमतौर पर धीरे-धीरे विकसित होता है, जबकि फ्लू अचानक से आ जाता है। और यद्यपि एक ठंड परेशान कर सकती है, आप आमतौर पर फ्लू के साथ बहुत बुरा महसूस करते हैं। आम संकेत और फ्लू के लक्षणों में शामिल हैं: • • मांसपेशियों में दर्द • ठंड लगना और पसीना आना • • सूखी, लगातार • सांस लेने में कठिनाई • थकान और कमजोरी • बहती या भरी हुई नाक • गले में खरास • आंख का दर्द • यह भी पढ़ें डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए फ्लू पाने वाले ज्यादातर लोग घर पर खुद का इलाज कर सकते हैं और अक्सर डॉक्टर को दिखाने की जरूरत नहीं होती है। यदि आपको फ्लू के लक्षण हैं और जटिलताओं का खतरा है, तो अपने चिकित्सक को तुरंत मिलें । एंटीवायरल ड्रग्स लेने से आपकी बीमारी की लंबाई कम हो सकती है और अधिक-गंभीर समस्याओं...