इन्फ्लूएंजा क्या है

  1. इन्फ्लुएंजा: लक्षण, कारण, उपचार
  2. H3N2 इन्फ्लुएंजा: लक्षण, उपचार, एहतियात, क्या करें और क्या न
  3. क्या है एवियन इंफ्लूएंजा, समझिए इसके पीछे का विज्ञान
  4. H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस कैसे फैलता है और इसका इलाज क्या है?
  5. इन्फ्लूएंजा का कारण क्या है: मुख्य कारण, रोगजनन
  6. इन्फ्लूएंजा टीका क्या है, खुराक और साइड इफेक्ट
  7. ह्यूमन पैरा इन्फ्लूएंजा वायरस (Human Para Influenza Viruses


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इन्फ्लुएंजा: लक्षण, कारण, उपचार

इन्फ्लुएंजा (फ्लू) एक संक्रामक वायरल श्वसन रोग है जो इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होता है। इसके लक्षण बुखार, सिर दर्द, उल्टी, बदन दर्द आदि हैं। इन्फ्लुएंजा (फ्लू), जिसे मौसमी फ्लू के रूप में भी जाना जाता है, इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होने वाली श्वसन प्रणाली का एक संचारी वायरल रोग है। फ्लू एक अत्यधिक संक्रामक वायरल संक्रमण है, और जब वे बात करते हैं, खांसते हैं और छींकते हैं तो वायरस संक्रमित व्यक्ति से सांस की बूंदों को अंदर लेने से फैलता है। फ्लू का मौसम, जो आमतौर पर अप्रैल से सितंबर तक रहता है, गंभीरता और लंबाई में भिन्न होता है। इस बीमारी के लिए अतिसंवेदनशील आबादी में छोटे बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग शामिल हैं। निर्धारित तारीख बुक करना हमारे विशेषज्ञ खोजें निवारण वार्षिक फ्लू टीकाकरण प्राप्त करें, क्योंकि यह संक्रमण की गंभीरता को कम कर सकता है और अस्पताल में भर्ती होने से बचा सकता है। वैक्सीन के कई विकल्प हैं, जिनमें नेजल स्प्रे और पारंपरिक जैब्स शामिल हैं। डॉक्टर स्वास्थ्य और जोखिम कारकों के आधार पर एक विशिष्ट प्रकार के टीकाकरण का सुझाव दे सकते हैं। अन्य रोकथाम के तरीके हैं: • स्वस्थ आदतों का पालन करें, जैसे साबुन और पानी से हाथ धोना। • फर्नीचर और खिलौनों जैसी सतहों और वस्तुओं को साफ करने के लिए कीटाणुनाशक का उपयोग करें। • खांसते और छींकते समय अपना मुंह ढकने से संक्रमण के जोखिम को कम करने में मदद मिलेगी। • बिना धुले हाथों से मुंह, नाक या आंखों को छूने से परहेज करें। • हर रात आठ घंटे सोएं। • नियमित व्यायाम प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करता है। निदान चिकित्सा पेशेवर पहले चिकित्सा इतिहास का आकलन करेंगे और फ्लू के निदान के ...

H3N2 इन्फ्लुएंजा: लक्षण, उपचार, एहतियात, क्या करें और क्या न

H3N2 Influenza : H3N2, इन्फ्लुएंजा ए वायरस का उप-प्रकार (Influenza), पूरे भारत में तेजी से फैल रहा है, जो कई लोगों के लिए भय पैदा कर रहा है। केंद्र सरकार के सूत्रों ने कहा है कि इन्फ्लुएंजा ए वायरस के उप-प्रकार H3N2 ने देश में दो लोगों की जान ले ली है। जहां एक व्यक्ति की मौत हरियाणा में हुई, वहीं दूसरी मौत कर्नाटक से हुई। सरकारी सूत्रों ने यह भी कहा कि देश भर में इस वायरस के कारण होने वाले फ्लू के 90 मामले सामने आए हैं। H3N2 अतीत में देश में कई इन्फ्लूएंजा के प्रकोप का कारण बना है। लोगों में फ्लू के लक्षणों की व्यापकता (symptoms) मौसम के अत्यधिक ठंड से गर्म होने के परिवर्तन से भी प्रभावित होती है। Table of Contents • • • • • H3N2 वायरस क्या है? यह एक इन्फ्लूएंजा वायरस है जो श्वसन संक्रमण (respiratory infection) का कारण बनता है। वायरस पक्षियों और स्तनधारियों को भी संक्रमित कर सकता है। रोग नियंत्रण केंद्र (सीडीसी) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, एच3एन2 इन्फ्लुएंजा ए वायरस का एक उपप्रकार है, जो मानव इन्फ्लूएंजा का एक महत्वपूर्ण कारण है। इन्फ्लूएंजा के चार प्रकार ए, बी, सी और डी हैं। ये वायरस मानव से मानव में फैल सकते हैं, लेकिन प्रत्येक प्रकार के इन्फ्लूएंजा से हर साल एक अलग प्रकार का फ्लू होता है। इन्फ्लुएंजा ए वायरस को उनकी सतह पर प्रोटीन के आधार पर कई उपप्रकारों में बांटा गया है। एचए के 18 विभिन्न प्रकार और एनए के 11 विभिन्न प्रकार हैं। इन्फ्लुएंजा एक वायरस है जो सूअरों में पाया जा सकता है। कभी-कभी ये वायरस लोगों में फैल सकते हैं और इसे वैरिएंट वायरस कहा जाता है। मानव में पहली बार 2011 में पाया गया एक प्रकार का वायरस H3N2v वायरस कहलाता है। यह वायरस H1N1 वा...

क्या है एवियन इंफ्लूएंजा, समझिए इसके पीछे का विज्ञान

• भारत के कुछेक राज्यों में एविएन इंफ्लूएंजा या बर्ड फ्लू के मामले सामने आते रहे हैं। इससे न केवल लोगों को स्वास्थ्य संबंधी चिंता बढ़ती है बल्कि नीति-निर्माताओं के माथे पर भी बल पड़ता है। • यह वायरस ऑर्थोमेक्सोविरिडे परिवार का हिस्सा है जिसकी वजह से फ्लू फैलता है। वायरस को ए, बी, सी और डी जैसे चार प्रकार में बांटा गया है। • वैसे तो यह वायरस पुराना है, लेकिन जब इसका कोई नया स्ट्रेन आता है तो महामारी की आशंका बढ़ जाती है। लोगों में वायरस के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता न होने की वजह नए स्ट्रेन का प्रभाव अधिक होता है। क्योंकि यह नया स्ट्रेन तेजी से फैलता है और अधिक घातक होता है। भारत में बीते कुछ सप्ताह से एविएन इंफ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) के मामले सामने आ रहे हैं। इस वजह से राज्य सरकारों को हजारों-हजार मुर्गे-मुर्गियों और बत्तख इत्यादि को मारने का फैसला लेना पड़ा। सबसे पहले केरल, गुजरात, हरियाणा और बिहार जैसे राज्यों से मृत पक्षियों की तस्वीरें सामने आईं। इन तस्वीरों के सामने आने के बाद न केवल सामान्य लोगों में अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ी बल्कि सरकारों के माथे पर भी बल पड़ गए। सबको यह डर सता रहा था कि यह बर्ड फ्लू कहीं पक्षियों से होते हुए लोगों में न फैल जाए। लोगों की चिंता के मद्देनजर केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लोगों में जागरुकता फैलाने के कई प्रयास किए जा रहे हैं। वायरस जनित बीमारियों की सही पहचान और उसके महामारी में बदलने की स्थिति को भांपने की क्षमता का विकास जरूरी होता है। आइए इस वायरस के पीछे के विज्ञान को समझते हैं। क्या है इंफ्लूएंजा वायरस? इंफ्लूएंजा वायरस के अंतर्गत ऑर्थोमेक्सोविरिडे परिवार के कई वायरस आते हैं। इन्हीं की वजह से फ्लू जैसी बीमारियां फैलती हैं। इस वायरस...

H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस कैसे फैलता है और इसका इलाज क्या है?

इन्फ्लूएंजा को फ्लू भी कहते हैं। यह एक वायरल संक्रामक श्वसन रोग है, जो नाक, गले और फेफड़ों को प्रभावित करता है। इन्फ्लूएंजा वायरस पक्षियों, जानवरों और इंसानों के श्वसन तंत्र को संक्रमित करता है। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकता है। ज्यादातर मामलों में इंफ्लुएंजा अपने आप ठीक हो जाता है लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर रूप भी ले सकता है, और प्रभावित व्यक्ति की स्थिति गंभीर हो सकती है। इंफ्लुएंजा वायरस क्या होता है? इन्फ्लूएंजा एक वायरल श्वसन संक्रामक रोग है। जो इंसानों के श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है, जिसमें नाक, गला, फेफड़े इत्यादि शामिल होते हैं। यह बीमारी किसी के छींकने, खांसने या श्वसन बूंदों द्वारा आसानी से फैल सकती है। इन्फ्लूएंजा (फ्लू) छोटे बच्चों, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाओं और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को ज्यादा प्रभावित करती है। इन्फ्लूएंजा वायरस कितने प्रकार के होते हैं? इंफ्लुएंजा (फ्लू) का नाम उस वायरस के नाम पर पड़ता है, जिसके कारण वह होता है। इन्फ्लुएंजा वायरस लगातार बदल रहे हैं, समयानुसार ये भी अपने नए स्ट्रेन में सामने आ रहे हैं। इन्फ्लूएंजा वायरस 4 प्रकार के होते हैं- इन्फ्लूएंजा ए (A), बी (B), सी (C) और डी (D)। इनमें से इन्फ्लूएंजा डी (D) को छोड़ कर ए (A), बी (B) और सी (C) तीनों इंसानों में फैल सकते हैं। आपको यह पता होना चाहिए कि, हर साल मौसमी फ्लू इन्फ्लूएंजा ए (A) और बी (B) कि वजह से होता है, और उन्हें भी कई सबटाइप्स में बांटा जाता है। यह बंटवारा उनके सतह पर मिलने वाले प्रोटीन के आधार पर किया जाता है। यह सबटाइप होते हैं, हेमाग्लूटिनिन यानी HA, और न्यूरोमिनाइडेस यानी NA। फिर इसके बाद एचए (HA) के भी 18 प्रकार होते हैं, जिनका नाम H1 ...

इन्फ्लूएंजा का कारण क्या है: मुख्य कारण, रोगजनन

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इन्फ्लूएंजा टीका क्या है, खुराक और साइड इफेक्ट

मौसम बदलते समय कई तरह के वायरस और (और पढ़ें - फ्लू की गंभीरता को देखते हुए इस लेख आपको इन्फ्लूएंजा टीका के बारे में विस्तार से बताया गया है। साथ ही आपको इन्फ्लूएंजा टीके की खुराक, इन्फ्लूएंजा टीके को लगवाने की उम्र, इन्फ्लूएंजा टीके की कीमत, इन्फ्लूएंजा टीके के साइड इफेक्ट और इन्फ्लूएंजा टीका किसे नहीं देनी चाहिए, आदि के बारे में भी बताने का प्रयास किया गया है। (और पढ़ें - • • • • • हर वर्ष लाखों लोग और बच्चे फ्लू की चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में फ्लू से बच्चों और वयस्कों का बचाव के लिए इन्फ्लूएंजा के टीके को लगाया जाता है। अधिकतर लोगों में फ्लू के हल्के लक्षण होते हैं, जबकि कुछ मामलों में व्यक्ति को गंभीर समस्या का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं समय से इलाज न होने के कारण फ्लू की वजह से कई लोगों की मृत्यु भी हो जाती है। शिशुओं, बच्चों, गर्भवती महिलाओं, अधिक आयु के लोगों के साथ ही (और पढ़ें - इन्फ्लूएंजा के वायरस को ए, बी और सी तीन भागों में बांटा जाता है। इन्फ्लूएंजा के प्रकार ए और बी मुख्य रूप से सर्दियों में श्वसन तंत्र संबंधी समस्या का कारण होते हैं। जबकि इन्फ्लूएंजा के प्रकार "सी" की वजह से श्वसन तंत्र की समस्या के हल्के लक्षण होते हैं या तो इसमें कोई लक्षण नहीं देखें जाते हैं। इन्फ्लूएंजा का प्रकार "सी" ना तो संक्रमण का कारण होता है और ना ही यह ए और बी की तरह स्वास्थ्य पर गंभीर समस्या का कारण बनता है। फ्लू में होने वाले सामान्य लक्षणों को नीचे विस्तार से बताया गया है। • • • • • • • • • बच्चों को • बच्चों को ऐसा जरूरी नहीं है कि फ्लू होने पर व्यक्ति को बुखार आए। सामान्य सर्दी जुकाम के मुकाबले फ्लू अधिक गंभीर होता है। फ्लू कान का संक्रमण और साइनस जैसे रोग का आम कारण ...

ह्यूमन पैरा इन्फ्लूएंजा वायरस (Human Para Influenza Viruses

ह्यूमन पैरा इन्फ्लूएंजा वायरस ( Human Para Influenza Viruses- HPIV) क्या है? हाल ही में वैज्ञानिकों ने ह्यूमन पैरा इन्फ्लूएंजा वायरस (Human Para Influenza Viruses-HPIV)के अटैचमेंट को ब्लॉक करने का एक नया तरीका खोज लिया है। ह्यूमन पैरा इन्फ्लूएंजा वायरस (HPIV) • HPIV बचपन में होने वाले श्वसन संक्रमण (respiratory infections) का प्रमुख कारक है।इससे बच्चों की अकसर मौत तक हो जाती है ,इस बीमारी के कारण 30 से 40 प्रतिशत से अधिक बच्चे मर जाते हैं। • HPIV कोशिकाओं में चिपक कर कोशिकाओं में आनुवंशिक पदार्थों को इंजेक्ट करता है।ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि इंजेक्शन वाली आनुवंशिक सामग्री नए वायरस बनाना शुरू कर दे। • वैज्ञानिकों ने अब इस प्रविष्टि को अवरुद्ध करने का एक तरीका खोज लिया है।यह विधि HPIV-3 को अवरुद्ध करने में अत्यधिक कुशल है। HPIV को कैसे अवरुद्ध किया जाता है ? • यह वायरस एक विशेष संलयन प्रोटीन (specialised fusion proteins) का उपयोग करता है, जो मानव कोशिकाओं में प्रवेश करने के लिए तीन तरफा कॉर्कस्क्रू (corkscrew) जैसा दिखता है। • पहले कोलेस्ट्रॉल और बीटा अमीनो एसिड, HPIV को ब्लॉक करने के लिए उपयोगी पाए गए थे।हालांकि, वे कुशल नहीं थे।वैज्ञानिकों ने अब कोलेस्ट्रॉल और बीटा अमीनो एसिड को मिलाकर एक नया पेप्टाइड बनाया है। • जेलमैन लैब (Gellman lab) ने पाया कि पेप्टाइड्स युक्त संशोधित बीटा अमीनो एसिड वायरस को ब्लॉक कर सकता है। • मोसकोनाप्रोटो लैब (Moscona Protto lab) ने पहले पेप्टाइड को कोलेस्ट्रॉल के एक कण के साथ जोड़ दिया था।इसने एक चिकनी कोशिका झिल्ली बनाई, जिसने वायरस को अवरुद्ध कर दिया था। • जब उपरोक्त दो विधियां को मिलाया गया, तो एंटी-वायरल प्रभावकारिता तीन गुना हो गई। पेप्टाइड...