इतिहास के जनक कौन है

  1. इतिहास क्या है और यह हमारे लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
  2. इतिहास का जनक किसे कहा जाता है?
  3. इतिहास का जनक किसे कहा जाता है?
  4. ईतिहास की क्या परिभाषा है ?
  5. चमार का इतिहास क्या है
  6. इंटरनेट के जनक कौन हैं


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इतिहास क्या है और यह हमारे लिए क्यों महत्वपूर्ण है?

Table of Contents • • • • • • • • • • • • इतिहास किसे कहते हैं : प्रस्तावना – इतिहास अतीत का अध्ययन है, जिसमें समय के साथ हुई सभी मानवीय गतिविधियों और घटनाओं को शामिल किया गया है। यह एक अनुशासन है जो प्राथमिक और माध्यमिक स्रोतों के विश्लेषण के माध्यम से अतीत को समझने और व्याख्या करने का प्रयास करता है, जिसका उद्देश्य समय के साथ समाज और संस्कृतियों के विकास और परिवर्तन के तरीकों में अंतर्दृष्टि प्राप्त करना है। इतिहास राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक इतिहास से लेकर आर्थिक, पर्यावरण और बौद्धिक इतिहास तक कई अलग-अलग रूप ले सकता है। अतीत का अध्ययन करने के लिए इतिहासकार कई तरीकों और दृष्टिकोणों का उपयोग करते हैं, जिसमें अभिलेखीय शोध, मौखिक इतिहास साक्षात्कार और भौतिक संस्कृति का विश्लेषण शामिल है। इतिहास के प्रमुख उद्देश्यों में से एक अतीत की एक महत्वपूर्ण समझ विकसित करना है जो हमें वर्तमान को बेहतर ढंग से समझने और भविष्य को आकार देने में मदद कर सकता है। ऐतिहासिक घटनाओं, प्रक्रियाओं और प्रतिमानों का अध्ययन करके, हम उन तरीकों की अंतर्दृष्टि प्राप्त कर सकते हैं जिनमें समाज और संस्कृतियाँ विकसित हुई हैं, और हम अतीत की सफलताओं और असफलताओं से भी सीख सकते हैं। विविध आवाजों और दृष्टिकोणों के लिए एक मंच प्रदान करके और हमारी दुनिया को आकार देने वाले जटिल मुद्दों के बारे में संवाद और बहस को बढ़ावा देकर, इतिहास सामाजिक और सांस्कृतिक समझ को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण साधन भी है। इतिहास के अध्ययन के माध्यम से, हम मानव अनुभवों की विविधता और हम जिस दुनिया में रहते हैं उसकी जटिलता के लिए अधिक प्रशंसा प्राप्त कर सकते हैं। इतिहास क्या है और यह हमारे लिए क्यों महत्वपूर्ण है? इतिहास अतीत का अध्ययन...

इतिहास का जनक किसे कहा जाता है?

क्याआपजानतेहैं इतिहासकाजनककिसेकहाजाताहैयानी History कापिताकिसेकहाजाताहैऔरउनकानामक्याहै? यदिआपहिस्ट्रीकेपिता (Father of History in Hindi) केबारेमेंनहींजानतेहैंतोइसलेखकोपूरापढ़िए. इतिहास (History) सामाजिकविज्ञानंकावहविषयहैजिसमेंकिसीदेश,समाजतथामानवसेसम्बन्धितसभीघटनाओकाउल्लेखहोताहै. यहएकऐसाविषयहैजोआपकोंभूतकालमेंहुएघटनावकेबारेमेंजानकारीदेताहैं. हिस्ट्रीशब्दकाप्रयोगलगभगसभीक्षेत्रोंमेंदेखनेकोमिलताहै . लेकिनहिस्ट्रीयानीइतिहासकाअर्थक्याहोताहैऔरइसकाजनककौनहै? (History Ka Janak) केबारेमेंबहुतकमलोगोंकोजानकारीहोतीहै. इसलेखमें, इतिहासकाजनककिसेकहाजाताहै? हेरोडोटसकोइतिहासकाजनककहाजाताहैजिन्होंनेसर्वप्रथम‘हिस्ट्रीज’शब्दकाप्रयोगकियाथा. उन्होंनेअपनीकिताब“हिस्टोरिका”कीमददसेइतिहासकेलेखनकीनींवडालीऔरविश्वकापहलाइंसानबनेजिन्हेंआपइतिहास (History) केपिताकेरूपमेंजानतेहै. ”इतिहास”कोअंग्रेजीमें“History”कहाजाताहैजिसेहेरोडोटसनेसर्वप्रथम‘हिस्ट्रीज’शब्दकाप्रयोगकरइसकेबारेमेंदुनियाकोबतलायाथा. हेरोडोटस ( इतिहासकाजनक) हेरोडोटसकोआमतौरपरइतिहासकेपिताकहाजाताहैंजिन्होंनेसर्वप्रथम“हिस्ट्री”शब्दकेबारेमेंदुनियाकोबतलाया. वेयूनानकेप्रथमइतिहासकारएवंभूगोलवेत्ताथे, जिनकासंस्कृतनामहरिदत्तथाजोवास्तवमेंएकमेडथे. यहींकारणथाकिवहलगातारआर्योंकेमेडइतिहासपरअपनीनज़रबनायेरखतेथे . उन्हींकीवजहसेहीपारसकेमेडआर्यराजाओंकासहीइतिहासकेबारेमेंपताचलताहै. हेरोडोटसने“पेलोपोनेसियनयुद्ध”कोइतिहासकाविषयबनायाथाऔरअपनीलिखीकिताब“हिस्टोरिका”कीमददसेइतिहासकेलेखनकीनींवडाली. यहदुनियाकेपहलेइंसानबनेंजोइतिहास (History) केबारेमेंअपनीरायरखीइसलिएइन्हें“Father of History”कहाजाताहै. हेरोडोटस, “इतिहासकापिता” (इतिहासकाजन्मदाता) केबारेमें नाम हेरोडोटस ( जन्म 484 BCE मृत्यु...

इतिहास का जनक किसे कहा जाता है?

ऐसा कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति इतिहास से सीख नहीं सकता है, इतिहास उसे कुचल कर रख देता है। इतिहास का सभी क्षेत्रों में एक व्यापक योगदान है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इतिहास शब्द का इस्तेमाल सबसे पहले कब हुआ था? यदि आप नहीं जानते तो कोई बात नहीं, क्योंकि आज हम आपको बताएंगे कि इतिहास के जनक कौन हैं, तथा इतिहास के संबंध में हम आपको कई ऐसी रोचक जानकारियां देंगे जिनके बारे में आपको निश्चित तौर पर पता नहीं होगा। तो चलिए शुरू करते हैं- इतिहास की परिभाषा क्या है? दोस्तों, इतिहास को परिभाषित करना इतना आसान भी नहीं है। लेकिन हम आपको इतिहास की एक व्यवहारिक परिभाषा बताते हैं। इतिहास को इस तरह परिभाषित किया जा सकता है कि, बीते हुए समय की वह घटना या वह अंश जो वर्तमान में प्रमाण के तौर पर उपलब्ध है, तो उस घटना को सामूहिक तौर पर इतिहास कहा जाता है। इसके अलावा भूतकाल के लिखित प्रमाण या कलाकृतियों को भी इतिहास कहा जाता है। इतिहास के जनक कौन हैं? दोस्तों, हेरोडोटस को इतिहास का हेरोडोटस ही वह कारण है जिसकी वजह से पारस के मेड के राजाओं के इतिहास के बारे में पता चलता है। उन्होंने आर्यों के इतिहास पर अपनी तीखी नजर बनाई हुई थी। हेरोडोटस के मुख्य विषय का नाम पेलोपोनेसियन युद्ध था। हेरोडोटस ने पेलोपोनेसियन युद्ध के बारे में दुनिया को बताना शुरू किया, तथा अपनी पहली इतिहास की किताब लिखनी शुरू की थी। हेरोडोटस ही वह व्यक्ति थे जिन्होंने इतिहास का लेखन सबसे पहले शुरू किया था, और इसीलिए उन्हें इतिहास का जनक कहा जाता है। हेरोडोटस को इतिहास का पिता क्यों कहते है? दोस्तों, हेरोडोटस यूनान के रहने वाले एक इतिहासकार थे, जिनका जन्म आज से तकरीबन 3000 साल पहले हुआ था। हेरोडोटस यूनान के केरियंस नामक जाति में पैद...

ईतिहास की क्या परिभाषा है ?

♥ इतिहास विषय लेख के मुख्य बिंदुओ... 2. इतिहास विषय की जनक कौन है । वास्तव मे परम्परा से प्राप्त उपाख्यान समूह ही इतिहास है! History शब्द का प्रयोग हेरोडोटस ने अपनी पहली पुस्तक 'हिस्टोरिका' (Historica) में किया था! इसीलिए हेरोडोटस को 'इतिहास का जनक' माना जाता है, रेनियर जो की एक वैज्ञानिक था, उसने इतिहास को एक कहानी कहा है!

चमार का इतिहास क्या है

04-20-22 | 1 Minute Read चमार का इतिहास क्या है – इनका जनक कौन है – इनके रीती रिवाज क्या है Chamaro Ka Itihas Kya Hai? आप सभी जानते ही होंगे की हमारे भारत में कई समुदाय तथा जाती है जिसमे से एक चमार सममुदाय भी है जो की पुरे भारत में फेला हुआ है, आधुनिक भारत में जतियों का विभाजन हुआ, तब इस समुदाय को अनुसूचित जाती में वर्गीकृत किया गया, यह एक दलित समुदाय है, जिसे हम चमार या हरिजन नाम की जाती से पहचान कराते है. क्या अपने कभी सुना है Chamaro Ka Itihas Kya Hai, चमार के बारे में इतिहास में क्यों लोगो के मन में यह धारणा बनी हुयी है की यह एक छोटी जाती है, क्या आप जानते है इस जाती का वर्चस्व क्या है, यह जाती हमारे भारत में कहा – कहा पाई जाती है, क्या वास्तव में ये बहुत पिछडी जाती है. अगर आप जानने की उत्सुक हो इस जाती के इतिहास के बारे आज तो हम बताएँगे आप की चमार जाती क्या है और इसका इतिहास किया है, अगर आप इसमें रूचि रखते है तो आप यह जानने के लिए पोस्ट को पूरा जरुर पढ़े. Contents • • • Chamaro Ka Itihas Kya Hai ? आप सभी बखुबी ही जानते है की यह समुदाय एक पिछड़ा हुआ है जो की भारत के कई राज्यों में यह जाती निवास करती है, इस समुदाय के लोग अनुसूचित जाती की श्रेणी में आते है, जो की गरीबी रेखा के निचे माना गया है, इस जाती के लोग प्राचीन कल से मजदूरी जैसे चमड़े की वस्तु बनाना आदि कार्यो को करते आ रहे है, इस वजह से भी चमार समुदाय को अनुसूचित जाती की श्रेणी में सम्मिलित किया गया है. चमार जाती को प्राचीन समय से ही शुद्र समुदाय में डाला गया, और राजा महाराजाओ के समय से ही इस जाती को नीची जाती का दर्जा दिया गया और इनका शारीरिक तस्था मानसिक रूप से शोषण किया गया. चमार जाती का व्यवसाय परम्परागत चमड़ो की ...

इंटरनेट के जनक कौन हैं

1969 टिम बर्नर्स ली ने इंटरनेट की खोज की थी। इंटरनेट अमेरिकी रक्षा विभाग के द्वारा यू सी एल ए के तथा स्टैनफोर्ड रिसर्च इन्टीट्यूट ने कंप्यूटर्स नेटवर्किंग के द्वारा इंटरनेट की संरचना की थी। 1979 में ब्रिटिश डाकघर ने पहला अंतरराष्ट्रीय कंप्यूटर नेटवर्क बनाकर नई टेक्नोलॉजी का उपयोग किया। टिम बर्नर्स ली का संक्षिप्त परिचय टिम बर्नर्स् ली का जन्म 8 टिम बर्नर्स् ली को, 2001 में, रॉयल सोसायटी का मेंबर बनाया गया। 2004 में उन्हें नाईटहुड की उपाधि प्रदान की गयी । 13 जून 2007 को, ऑर्डर ऑफ मेरिट, जो कि इंग्लैण्ड का सबसे बड़ा सम्मान है, से सम्मानित किया गया। उन्हें टाइम पत्रिका के द्वारा 20वीं सदी के सबसे महान वैज्ञानिकों की श्रेणी में भी रखा गया। भारत में इंटरनेट का इतिहास इंटरनेट सेवाओं के भारत में 15 अगस्त, 1995 को विदेश संचार निगम लिमिटेड द्वारा शुरू किए गए थे. नवम्बर, 1998 में, सरकार ने निजी ऑपरेटरों द्वारा इंटरनेट सेवाओं को उपलब्ध कराने के लिए क्षेत्र को खोला. एक दृश्य के साथ एक उदार लाइसेंस शासन जगह में डाल दिया गया था देश भर में इंटरनेट की पहुंच बढ़ाने सामान्य ज्ञान से जुड़ी ऐसी ही अन्य जानकारियों के लिए यहाँ क्लिक करें GK FAQs • भारत में कुल कितने देश हैं? | Bharat Me Kitne Desh Hai 2023 • • मार्च 13, 2023 • पूरी दुनिया में कितने देश हैं? | Puri Duniya Mein Kitne Desh Hai • • मार्च 14, 2023 • भारत कौन चलाता है: राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या न्यायिक शाखा • • अप्रैल 13, 2023 • मुझे भारत में लॉ कॉलेज में प्रवेश कैसे मिल सकता है? • • अप्रैल 17, 2023 • भारत के वर्तमान रक्षामंत्री का क्या नाम है? • • मार्च 29, 2023