जीजाबाई जन्म दिनांक

  1. जीजाबाई
  2. Rajmata Jijabai Punyatithi 2021: राजमाता जीजाबाई की पुण्यतिथि आज, इन मैसेजेस के जरिए करें उन्हें याद
  3. जीजाबाई का इतिहास जीवन परिचय (Jijabai History In Hindi)
  4. जीजाबाई का जीवन परिचय व इतिहास 2023
  5. शिवाजी महाराज के रोचक तथ्य
  6. शिवाजी की जीवनी – Biography of Shivaji Maharaj
  7. Rajmata Jijabai Punyatithi 2021: राजमाता जीजाबाई की पुण्यतिथि आज, इन मैसेजेस के जरिए करें उन्हें याद
  8. जीजाबाई का इतिहास जीवन परिचय (Jijabai History In Hindi)
  9. जीजाबाई का जीवन परिचय व इतिहास 2023
  10. जीजाबाई


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जीजाबाई

विषय सूची • 1 परिचय • 2 मराठा साम्राज्य का विस्तार • 3 हिन्दू स्वराज्य की स्थापना • 4 मृत्यु • 5 संबंधित लेख परिचय जीजाबाई का जन्म मराठा साम्राज्य का विस्तार जीजाबाई ने हिन्दू स्वराज्य की स्थापना जीजाबाई एक तेजस्वी महिला थीं, जीवन भर पग-पग पर कठिनाइयों और विपरीत परिस्थितियों को झेलते हुए उन्होंने धैर्य नहीं खोया। उन्होंने शिवाजी को महान् वीर योद्धा और स्वतन्त्र हिन्दू राष्ट्र का छत्रपति बनाने के लिए अपनी सारी शक्ति, योग्यता और बुद्धिमत्ता लगा दी। शिवाजी को बचपन से बहादुरों और शूर-वीरों की कहानियाँ सुनाया करती थीं। मृत्यु पन्ने की प्रगति अवस्था संबंधित लेख

Rajmata Jijabai Punyatithi 2021: राजमाता जीजाबाई की पुण्यतिथि आज, इन मैसेजेस के जरिए करें उन्हें याद

• • Faith Hindi • Rajmata Jijabai Punyatithi 2021: राजमाता जीजाबाई की पुण्यतिथि आज, इन मैसेजेस के जरिए करें उन्हें याद Rajmata Jijabai Punyatithi 2021: राजमाता जीजाबाई की पुण्यतिथि आज, इन मैसेजेस के जरिए करें उन्हें याद Rajmata Jijabai Punyatithi 2021: शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 12 दिन बाद 17 जून 1674 के दिन रायगढ़ के पचड़ गांव में जीजामाता ने अंतिम सांस ली. मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी राजे भोसले की माता जीजाबाई का जन्म सिंदखेड़ नामक गाँव में हुआ था. यह स्थान वर्तमान में महाराष्ट्र के विदर्भ प्रांत में बुलढाणा जिले के मेहकर जनपद के अन्तर्गत आता है. उनके पिता का नाम लखुजी जाधव तथा माता का नाम महालसाबाई था. वीर माता जीजाबाई छत्रपति शिवाजी की माता होने के साथ-साथ उनकी मित्र, मार्गदर्शक और प्रेरणास्त्रोत भी थीं. उनका सारा जीवन साहस और त्याग से भरा हुआ था. उन्होने जीवन भर कठिनाइयों और विपरीत परिस्थितियों को झेलते हुए भी धैर्य नहीं खोया और अपने ‘पुत्र ‘शिवा’ को वे संस्कार दिए, जिनके कारण वह आगे चलकर हिंदू समाज का संरक्षक ‘छात्रपति शिवाजी महाराज’ बना. जीजाबाई यादव उच्चकुल में उत्पन्न असाधारण प्रतिभाशाली थी. जीजाबाई यादव वंश की थी और उनके पिता एक शक्तिशाली सामन्त थे. शिवाजी महाराज के चरित्र पर माता-पिता का बहुत प्रभाव पड़ा. बचपन से ही वे उस युग के वातावरण और घटनाओँ को भली प्रकार समझने लगे थे. शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 12 दिन बाद 17 जून 1674 के दिन रायगढ़ के पचड़ गांव में जीजामाता (Rajmata Jijabai Punyatithi 2021) ने अंतिम सांस ली. ऐसा लग रहा था कि मानों मौत भी छत्रपति शिवाजी के राज्याभिषेक की प्रतीक्षा कर रहा हो. उनकी मृत्यु शिवाजी के लिए तो अपूरणीय क्षति ही थी. मराठों ...

जीजाबाई का इतिहास जीवन परिचय (Jijabai History In Hindi)

जीजाबाई का इतिहास और जीवन परिचय (Jijabai History & Biography Hindi)- जीजाबाई का इतिहास और जीवन परिचय प्रेरणादायक रहा हैं. छत्रपति शिवाजी महाराज की माता थी जीजाबाई। यादव वंश के उच्चकुल में इनका जन्म हुआ था। इन्होंने अपने दम पर शिवाजी को “छत्रपति शिवाजी महाराज” बनाया था। जीजाबाई बहुत ही दूरदर्शी स्वाभाव वाली थी। इन्होंने शुरू से ही एक सपना पाल रखा था कि हिंदू साम्राज्य की स्थापना करनी है। 6.7 7. कौन थी जीजाबाई भोंसले? जीजाबाई का इतिहास जीवन परिचय Jijabai History In Hindi जीजाबाई का पूरा नाम (Full Name Of Jijabai)- जीजाबाई भोंसले (जीजाई/जिजाऊ)। वीरमाता जीजाबाई का जन्म (Jijabai Birth)-जीजा बाई का जन्म 12 जनवरी 1598 ईस्वी में हुआ था। जीजाबाई की मृत्यु (Jijabai Died) –17 जून 1674 ईस्वी में जीजाबाई का देहांत हो गया था। जीजाबाई के माता पिता (Jijabai Parents) –पिता का नाम लखोजीराव जाधव और माता का नाम महालसा बाई था। जीजाबाई केपति ( Jijabai Husband)– जीजाबाई जन्म स्थान ( Jijabai Birth Place) –बुलढाणा महाराष्ट्र। जीजाबाई मृत्यु स्थान –जीजा बाई की मृत्यु “पछाड़” नामक स्थान पर हुई। आंदोलन –मराठा आंदोलन के जनक। जीजाबाई पुत्र –छत्रपति शिवाजी महाराज और जीजाबाई जयंती-12 जनवरी के दिन जिजाऊ जयंती मनाई जाती है। जीजाबाई की पुण्यतिथि-प्रतिवर्ष 17 जून को राजमाता जीजाबाई की पुण्यतिथि संपूर्ण भारतवर्ष में मनाई जाती है। जीजाबाई की जाति (Jijabai cast )-जीजाबाई यादव समाज से थी। भारतवर्ष में पहले कम उम्र में शादी हो जाती थी और ऐसा ही जीजाबाई के साथ भी हुआ था। जब जीजा बाई की उम्र मात्र 10 वर्ष थी तब इनका विवाह शाहजी राजे भोंसले के साथ तय हुआ। कहते हैं समय के साथ धीरे-धीरे लोग बदलने लगते हैं और ऐसा ही हु...

जीजाबाई का जीवन परिचय व इतिहास 2023

Table of Contents • • • • • जीजाबाई का परिचय (Introduction to Jijabai) नाम जीजाबाई भोसले (Jijabai Bhosale) जन्म 12 जनवरी 1598, जिजाऊ महल, सिंदखेड़ राजा क्षेत्र ( वर्तमान महाराष्ट्र) माता महालसाबाई जाधव पिता लखुजी जाधव पति शाहजी भोसले पुत्र संभाजी भोंसले, बहू पोता धर्म हिन्दू परिवार (विवाह से पहले) जाधव परिवार (विवाह के बाद) मराठा प्रसिद्धि का कारण मराठा साम्राज्य की राजमाता, छत्रपति शिवाजी की माता मृत्यु 17 जून 1674, पचाड़ , पुणे (महाराष्ट्र) उम्र 76 वर्ष जीजाबाई का जन्म 12 जनवरी 1598 को जिजाऊ महल, सिंदखेड राजा क्षेत्र (वर्तमान महाराष्ट्र) में हुआ था। उनके पिता लखुजी जाधव थे जो निजाम शाही सुल्तान के दरबार में एक जागीरदार थे। लखुजी उसके राज्य के एक छोटे हिस्से को संभाला करते थे। उनकी माता का नाम महालसाबाई जाधव था। जीजाबाई जाधव परिवार में जन्मी थी जिनका धर्म हिंदू था। तत्कालीन रीति-रिवाजों के अनुसार संभवतया उनका विवाह छोटी उम्र में ही विवाह के बाद उनका उपनाम अब जाधव न रहकर भोंसले बन गया था। जिसके बाद से उन्हें जीजाबाई भोंसले के नाम से जाना गया। माता जीजाबाई (स्रोत: in.pinterest.com) जीजाबाई की संताने (Children of Jijabai) जीजाबाई तथा शाहजी भोंसले के दो पुत्र थे- संभाजी भोसले तथा छत्रपति शिवाजी भोसले। संभाजी भोसले उनके बड़े बेटे थे जिनका जन्म 1630 के आसपास हुआ था। शिवाजी भोंसले उनके छोटे बेटे थे जिनका जन्म 1633 ईस्वी को हुआ था। भोंसले परिवार लालमहल में रहता था जो उनका आवास स्थान था। शाहजी भोंसले बीजापुर के शासक उनका छोटा बेटा शिवाजी तथा पत्नी जीजाबाई अब लाल महल में ही रहते थे। जिनके साथ दादा कोंडदेव, सहायक, तथा कई अन्य लोग भी रहा करते थे। जिसकी वजह से बालक शिवाजी का पालन-पोषण...

शिवाजी महाराज के रोचक तथ्य

छत्रपति शिवाजी के जीवन पर 27 रोचक तथ्य / Best 31 Intersting Facts About Shivaji Maharaj In Hindi मराठा शक्ति को बढाने वाले व कभी हार न मानने वाले महान योद्धा और रणनीतिकार छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) को उनके अदम्य साहस, कूटनीति, बुद्धिमता, कुशल शासक और महान योद्धा के रूप में पूरा भारत जानता है. मुग़ल शासन के समय मराठाओ की स्वतंत्रता को बनाये रखने में शिवाजी महाराज ने बहुमूल्य योगदान दिया था. शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी 1630 में शिवनेरी दुर्ग में हुआ था. इनकी माता का नाम जीजाबाई और पिता का नाम शाहजी भोंसले था. बचपन से ही अपनी माता जीजाबाई से शिवाजी महाराज ने युद्ध कौशल और राजनीति की शिक्षा ग्रहण कर ली थी जिससे उनका चरित्र मजबूत बनता गया. जिस कारण शिवाजी महाराज ने मुगलों के शासन पर कड़ी चोट की और अपने शासन काल में मराठा शक्ति को बढ़ाने का सिलसिला जरी रखा. आइये पढ़े : छत्रपति शिवाजी के जीवन के बारे में प्रसिद्ध रोचक तथ्य ! Shivaji Maharaj Fact No. 1: छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी 1630 में शिवनेरी दुर्ग में हुआ था. Fact No. 2: इनकी माता का नाम जीजाबाई और पिता का नाम शाहजी भोंसले था. Fact No. 3: शिवाजी महाराज का जन्म स्थल शिवनेरी का दुर्ग पुणे से उत्तर की तरफ़ जुन्नर नगर के पास था. Fact No. 4: शिवाजी महाराज को छत्रपति शिवाजी महाराज और शिवाजी राजे भोसले के नाम से जाना जाता है. Fact No. 5:शिवाजी महाराज महान देशभक्त, राष्ट्र निर्माता कुशल प्रशासक और दृढनिश्चयी और बहुत बुद्धिमान थे. Fact No. 6: इन्होने अपना बचपन अपनी माता जीजाबाई के मार्गदर्शन में बिताया. Fact No. 7: शिवाजी का अपनी माँ जीजाबाई से बहुत लगाव था और वे उनकी हर आज्ञा का पालन करते थे. Fact ...

शिवाजी की जीवनी – Biography of Shivaji Maharaj

शिवाजी का जन्म शाहजी भोंसले की प्रथम पत्नी जीजाबाई की कोख से 10 अप्रैल, 1627 ई. को शिवनेर के किलामें हुआ था. शिवनेर का किलापूना से उत्तर जुन्नार नगर के पास था. उनकी जन्म-तिथि के सम्बन्ध में इतिहासकारों के बीच मतभेद है. कई जन्म-तिथियों का उल्लेख किया गया है जिनमें 20 अप्रैल, 1627, 19 फरवरी 1630 और 9 मार्च 1630 ई. विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं. शिवाजी का बचपन सौतेली माँ के कारण बहुत दिनों तक पिता के संरक्षण से वंचित रहे. शाहजी भोंसले अपनी दूसरी पत्नी तुकाबाई मोहिते पर अधिक आसक्त थे और जीजाबाई उपेक्षित और तिरस्कृत जीवन व्यतीत कर रही थीं. परन्तु जीजाबाई उच्च कुल में उत्पन्न असाधारण प्रतिभा-सम्पन्न महिला थीं. जीजाबाई यादव वंश की थीं और उनके पिता एक शक्तिशाली सामंत थे. वह धार्मिक प्रवृत्ति की थीं. उन्होंने अपने पुत्र को हिंदू धर्म के आदर्श पुरुषों की गाथा सुनाकर बचपन से ही उसे महान् बनने की प्रेरणा दी. बचपन में माँ ने पुत्र का चरित्र-निर्माण करने में आधारशिला का काम किया था. ऐसी माँएँ विरल होती हैं. शाहजी भोंसले ने अपने विश्वासी सेवक दादाजी कोणदेव को शिवाजी का संरक्षक नियुक्त किया था. दादाजी कोणदेव एक वयोवृद्ध अनुभवी विद्वान् थे. उन्होंने शिवाजी की प्रतिभा को देखते हुए उन्हें मौखिक रूप से रामायण, महाभारत और अन्य धार्मिक ग्रन्थों से अवगत करवा दिया था. मानसिक विकास के साथ-साथ दादाजी कोणदेव ने शिवाजी को युद्ध-कला की शिक्षा दी थी. दादाजी कोणदेव से ही शिवाजी को प्रशासन का ज्ञान भी प्राप्त हुआ था. अतः जीजाबाई के अतिरिक्त दादाजी कोणदेव का प्रभाव शिवाजी के जीवन और चरित्र-निर्माण पर सबसे अधिक पड़ा था. शिवाजी के चरित्र-विकास में गुरु रामदास की शिक्षा का भी प्रभाव था. रामदास शिवाजी के आध्यात्म...

Rajmata Jijabai Punyatithi 2021: राजमाता जीजाबाई की पुण्यतिथि आज, इन मैसेजेस के जरिए करें उन्हें याद

• • Faith Hindi • Rajmata Jijabai Punyatithi 2021: राजमाता जीजाबाई की पुण्यतिथि आज, इन मैसेजेस के जरिए करें उन्हें याद Rajmata Jijabai Punyatithi 2021: राजमाता जीजाबाई की पुण्यतिथि आज, इन मैसेजेस के जरिए करें उन्हें याद Rajmata Jijabai Punyatithi 2021: शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 12 दिन बाद 17 जून 1674 के दिन रायगढ़ के पचड़ गांव में जीजामाता ने अंतिम सांस ली. मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी राजे भोसले की माता जीजाबाई का जन्म सिंदखेड़ नामक गाँव में हुआ था. यह स्थान वर्तमान में महाराष्ट्र के विदर्भ प्रांत में बुलढाणा जिले के मेहकर जनपद के अन्तर्गत आता है. उनके पिता का नाम लखुजी जाधव तथा माता का नाम महालसाबाई था. वीर माता जीजाबाई छत्रपति शिवाजी की माता होने के साथ-साथ उनकी मित्र, मार्गदर्शक और प्रेरणास्त्रोत भी थीं. उनका सारा जीवन साहस और त्याग से भरा हुआ था. उन्होने जीवन भर कठिनाइयों और विपरीत परिस्थितियों को झेलते हुए भी धैर्य नहीं खोया और अपने ‘पुत्र ‘शिवा’ को वे संस्कार दिए, जिनके कारण वह आगे चलकर हिंदू समाज का संरक्षक ‘छात्रपति शिवाजी महाराज’ बना. जीजाबाई यादव उच्चकुल में उत्पन्न असाधारण प्रतिभाशाली थी. जीजाबाई यादव वंश की थी और उनके पिता एक शक्तिशाली सामन्त थे. शिवाजी महाराज के चरित्र पर माता-पिता का बहुत प्रभाव पड़ा. बचपन से ही वे उस युग के वातावरण और घटनाओँ को भली प्रकार समझने लगे थे. शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 12 दिन बाद 17 जून 1674 के दिन रायगढ़ के पचड़ गांव में जीजामाता (Rajmata Jijabai Punyatithi 2021) ने अंतिम सांस ली. ऐसा लग रहा था कि मानों मौत भी छत्रपति शिवाजी के राज्याभिषेक की प्रतीक्षा कर रहा हो. उनकी मृत्यु शिवाजी के लिए तो अपूरणीय क्षति ही थी. मराठों ...

जीजाबाई का इतिहास जीवन परिचय (Jijabai History In Hindi)

जीजाबाई का इतिहास और जीवन परिचय (Jijabai History & Biography Hindi)- जीजाबाई का इतिहास और जीवन परिचय प्रेरणादायक रहा हैं. छत्रपति शिवाजी महाराज की माता थी जीजाबाई। यादव वंश के उच्चकुल में इनका जन्म हुआ था। इन्होंने अपने दम पर शिवाजी को “छत्रपति शिवाजी महाराज” बनाया था। जीजाबाई बहुत ही दूरदर्शी स्वाभाव वाली थी। इन्होंने शुरू से ही एक सपना पाल रखा था कि हिंदू साम्राज्य की स्थापना करनी है। 6.7 7. कौन थी जीजाबाई भोंसले? जीजाबाई का इतिहास जीवन परिचय Jijabai History In Hindi जीजाबाई का पूरा नाम (Full Name Of Jijabai)- जीजाबाई भोंसले (जीजाई/जिजाऊ)। वीरमाता जीजाबाई का जन्म (Jijabai Birth)-जीजा बाई का जन्म 12 जनवरी 1598 ईस्वी में हुआ था। जीजाबाई की मृत्यु (Jijabai Died) –17 जून 1674 ईस्वी में जीजाबाई का देहांत हो गया था। जीजाबाई के माता पिता (Jijabai Parents) –पिता का नाम लखोजीराव जाधव और माता का नाम महालसा बाई था। जीजाबाई केपति ( Jijabai Husband)– जीजाबाई जन्म स्थान ( Jijabai Birth Place) –बुलढाणा महाराष्ट्र। जीजाबाई मृत्यु स्थान –जीजा बाई की मृत्यु “पछाड़” नामक स्थान पर हुई। आंदोलन –मराठा आंदोलन के जनक। जीजाबाई पुत्र –छत्रपति शिवाजी महाराज और जीजाबाई जयंती-12 जनवरी के दिन जिजाऊ जयंती मनाई जाती है। जीजाबाई की पुण्यतिथि-प्रतिवर्ष 17 जून को राजमाता जीजाबाई की पुण्यतिथि संपूर्ण भारतवर्ष में मनाई जाती है। जीजाबाई की जाति (Jijabai cast )-जीजाबाई यादव समाज से थी। भारतवर्ष में पहले कम उम्र में शादी हो जाती थी और ऐसा ही जीजाबाई के साथ भी हुआ था। जब जीजा बाई की उम्र मात्र 10 वर्ष थी तब इनका विवाह शाहजी राजे भोंसले के साथ तय हुआ। कहते हैं समय के साथ धीरे-धीरे लोग बदलने लगते हैं और ऐसा ही हु...

जीजाबाई का जीवन परिचय व इतिहास 2023

Table of Contents • • • • • जीजाबाई का परिचय (Introduction to Jijabai) नाम जीजाबाई भोसले (Jijabai Bhosale) जन्म 12 जनवरी 1598, जिजाऊ महल, सिंदखेड़ राजा क्षेत्र ( वर्तमान महाराष्ट्र) माता महालसाबाई जाधव पिता लखुजी जाधव पति शाहजी भोसले पुत्र संभाजी भोंसले, बहू पोता धर्म हिन्दू परिवार (विवाह से पहले) जाधव परिवार (विवाह के बाद) मराठा प्रसिद्धि का कारण मराठा साम्राज्य की राजमाता, छत्रपति शिवाजी की माता मृत्यु 17 जून 1674, पचाड़ , पुणे (महाराष्ट्र) उम्र 76 वर्ष जीजाबाई का जन्म 12 जनवरी 1598 को जिजाऊ महल, सिंदखेड राजा क्षेत्र (वर्तमान महाराष्ट्र) में हुआ था। उनके पिता लखुजी जाधव थे जो निजाम शाही सुल्तान के दरबार में एक जागीरदार थे। लखुजी उसके राज्य के एक छोटे हिस्से को संभाला करते थे। उनकी माता का नाम महालसाबाई जाधव था। जीजाबाई जाधव परिवार में जन्मी थी जिनका धर्म हिंदू था। तत्कालीन रीति-रिवाजों के अनुसार संभवतया उनका विवाह छोटी उम्र में ही विवाह के बाद उनका उपनाम अब जाधव न रहकर भोंसले बन गया था। जिसके बाद से उन्हें जीजाबाई भोंसले के नाम से जाना गया। माता जीजाबाई (स्रोत: in.pinterest.com) जीजाबाई की संताने (Children of Jijabai) जीजाबाई तथा शाहजी भोंसले के दो पुत्र थे- संभाजी भोसले तथा छत्रपति शिवाजी भोसले। संभाजी भोसले उनके बड़े बेटे थे जिनका जन्म 1630 के आसपास हुआ था। शिवाजी भोंसले उनके छोटे बेटे थे जिनका जन्म 1633 ईस्वी को हुआ था। भोंसले परिवार लालमहल में रहता था जो उनका आवास स्थान था। शाहजी भोंसले बीजापुर के शासक उनका छोटा बेटा शिवाजी तथा पत्नी जीजाबाई अब लाल महल में ही रहते थे। जिनके साथ दादा कोंडदेव, सहायक, तथा कई अन्य लोग भी रहा करते थे। जिसकी वजह से बालक शिवाजी का पालन-पोषण...

जीजाबाई

विषय सूची • 1 परिचय • 2 मराठा साम्राज्य का विस्तार • 3 हिन्दू स्वराज्य की स्थापना • 4 मृत्यु • 5 संबंधित लेख परिचय जीजाबाई का जन्म मराठा साम्राज्य का विस्तार जीजाबाई ने हिन्दू स्वराज्य की स्थापना जीजाबाई एक तेजस्वी महिला थीं, जीवन भर पग-पग पर कठिनाइयों और विपरीत परिस्थितियों को झेलते हुए उन्होंने धैर्य नहीं खोया। उन्होंने शिवाजी को महान् वीर योद्धा और स्वतन्त्र हिन्दू राष्ट्र का छत्रपति बनाने के लिए अपनी सारी शक्ति, योग्यता और बुद्धिमत्ता लगा दी। शिवाजी को बचपन से बहादुरों और शूर-वीरों की कहानियाँ सुनाया करती थीं। मृत्यु पन्ने की प्रगति अवस्था संबंधित लेख