जन्माष्टमी के तारीख की है

  1. Krishna Janmashtami 2022: क्या है जन्माष्टमी की सही तारीख? किस दिन रखा जाएगा व्रत, जानिए शुभ मुहूर्त से लेकर सबकुछ
  2. 2145 में जन्माष्टमी कब है New Delhi, India में
  3. श्री कृष्ण जन्माष्टमी कब है, 18 या 19 अगस्त 2022 को?
  4. Krishna Janmashtami 2022: क्या है जन्माष्टमी की सही तारीख? इस दिन मनाया जाएगा कृष्ण जन्मोत्सव


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Krishna Janmashtami 2022: क्या है जन्माष्टमी की सही तारीख? किस दिन रखा जाएगा व्रत, जानिए शुभ मुहूर्त से लेकर सबकुछ

भगवान कृष्ण के पावन धाम मथुरा और वृंदावन समेत पूरे देश में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की तैयारियां जोरों पर हैं. भक्त अपने आराध्य के प्रकट होने का इंतजार कर रहे हैं. इंतजार है कि कब कान्हा के नन्हें पांव इस जमी पर पड़ें और कब भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाएं. तो जब मुरली गोपाल आपके घर पर आएं तो उनका स्वागत कैसे करना है? उनको मूर्ति स्वरूप को कैसे सजाना है? उनको क्या खिलाना है? ये सब आज हम आपको बताएंगे. कृष्ण के जन्मदिवस को क्यों कहते हैं जन्माष्टमी? भगवान कृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्ण की अष्टमी तिथि को हुआ था. इस दिन पूरी दुनिया में उनका जन्मदिन मनाया जाता है. भगवान कृष्ण का प्राकट्य रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. इस अवसर पर उनके अलग अलग स्वरूपों की स्थापना की जाती है. कहीं शालिग्राम के रूप में, कहीं लड्डू गोपाल के रूप में और कहीं राधाकृष्ण के रूप में. इस दिन व्रत और उपवास रखकर श्रीकृष्ण से विशेष प्रार्थना की जाती है. कब है जन्माष्टमी? इस बार कैलेंडरों में जन्माष्टमी दो तारीखों को दी गयी है. 18 अगस्त और 19 अगस्त. इस बार अष्टमी तिथि 18 अगस्त को रात्रि 09.20 पर आरम्भ हो रही है, जो 19 अगस्त को रात्रि 10.59 तक रहेगी. जन्माष्टमी में चंद्रोदय व्यापिनी तिथि ली जाती है. 18 अगस्त को चंद्रोदय व्यापिनी तिथि अष्टमी होगी. तिथि और चन्द्रमा के आधार पर 18 अगस्त की मध्यरात्रि में जन्माष्टमी मनाना ज्यादा उचित होगा.हालांकि वैष्णव परंपरा के लोग 19 अगस्त को जन्माष्टमी मना सकते हैं. कहते हैं कि जन्माष्टमी के दिन अलग-अलग कामनाओं के लिए कान्हा की अलग तरह की छवि की उपासना की जाती है. अगर आप भी अपनी मनोकामना के मुताबिक कृष्ण की मूर्ति चुनेंगे और उसकी उपासना करेंगे तो इस जन्माष्टमी पर निश्चित ही आपकी कामना पूरी क...

2145 में जन्माष्टमी कब है New Delhi, India में

आइए जानते हैं कि 2145 में जन्माष्टमी कब है व जन्माष्टमी 2145 की तारीख व मुहूर्त। जन्माष्टमी का त्यौहार श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। मथुरा नगरी में असुरराज कंस के कारागृह में देवकी की आठवीं संतान के रूप में भगवान श्रीकृष्ण भाद्रपद कृष्णपक्ष की अष्टमी को पैदा हुए। उनके जन्म के समय अर्धरात्रि (आधी रात) थी, चन्द्रमा उदय हो रहा था और उस समय रोहिणी नक्षत्र भी था। इसलिए इस दिन को प्रतिवर्ष कृष्ण जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। कृष्ण जन्माष्टमी का मुहूर्त 1.अष्टमी पहले ही दिन आधी रात को विद्यमान हो तो जन्माष्टमी व्रत पहले दिन किया जाता है। 2.अष्टमी केवल दूसरे ही दिन आधी रात को व्याप्त हो तो जन्माष्टमी व्रत दूसरे दिन किया जाता है। 3.अष्टमी दोनों दिन आधी रात को व्याप्त हो और अर्धरात्रि (आधी रात) में रोहिणी नक्षत्र का योग एक ही दिन हो तो जन्माष्टमी व्रत रोहिणी नक्षत्र से युक्त दिन में किया जाता है। 4.अष्टमी दोनों दिन आधी रात को विद्यमान हो और दोनों ही दिन अर्धरात्रि (आधी रात) में रोहिणी नक्षत्र व्याप्त रहे तो जन्माष्टमी व्रत दूसरे दिन किया जाता है। 5.अष्टमी दोनों दिन आधी रात को व्याप्त हो और अर्धरात्रि (आधी रात) में दोनों दिन रोहिणी नक्षत्र का योग न हो तो जन्माष्टमी व्रत दूसरे दिन किया जाता है। 6.अगर दोनों दिन अष्टमी आधी रात को व्याप्त न करे तो प्रत्येक स्थिति में जन्माष्टमी व्रत दूसरे ही दिन होगा। विशेष: उपरोक्त मुहूर्त स्मार्त मत के अनुसार दिए गए हैं। वैष्णवों के मतानुसार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी अगले दिन मनाई जाएगी। ध्यान रहे कि वैष्णव और स्मार्त सम्प्रदाय मत को मानने वाले लोग इस त्यौहार को अलग-अलग नियमों से मनाते हैं। हिन्दू धर्मशास्त्रों के अनुसार वैष्णव वे ...

श्री कृष्ण जन्माष्टमी कब है, 18 या 19 अगस्त 2022 को?

When is krishna janmashtami : भादो मास के कृष्‍ण पक्ष की अष्टमी को श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस बार श्रीकृष्ण का 5250वां जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इस बार जन्माष्टमी का पर्व कब है? इसको लेकर भी कंफ्‍यूजन है कि जन्माष्टमी का पर्व 18 अगस्त को या कि 19 अगस्त 2022 को है? कई ज्योतिषियों का मानना है कि 18 अगस्त को मनाना चाहिए और कुछ का कहना है कि 19 अगस्त को मनाएं। आओ जानते हैं कि आखिर क्यों है कंफ्यूजन। निष्कर्ष : मथुरा श्रीजी पीठ के पीठाचार्य श्री आनंद बाबा के अनुसार जो रात्रि काल में मनाते हैं, सामान्य गृहस्थ और स्मार्तजनों के लिए 18 को जन्माष्टमी और जो दिन में मनाएं, वैष्णव सन्यासियों के लिए 19 अगस्त को जन्माष्टमी श्रेष्ठ है। अर्थात 18 अगस्त गृहस्थ जीवन जीने वाले लोग जन्माष्टमी मनाएंगे। वहीं 19 अगस्त की जन्माष्टमी साधु-संत मनाएंगे।

Krishna Janmashtami 2022: क्या है जन्माष्टमी की सही तारीख? इस दिन मनाया जाएगा कृष्ण जन्मोत्सव

Krishna Janmashtami 2022 Date: देशभर में जन्माष्टमी का त्योहार हर साल बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है. लेकिन इस साल तारीख को लेकर काफी लोग कन्फ्यूज्ड हैं कि जन्माष्टमी 18 को है या फिर 19 को. बता दें इस बार पंचांग भेद की वजह से अष्टमी तिथि 18 और 19 अगस्त दोनों दिन है, लेकिन जन्मोत्सव की तारीख को लेकर कंफ्यूज न हो. आइए जानते हैं सही तारीख, मुहूर्त और किस दिन उपवास कर कान्हा का वेलकम कर सकते हैं. जन्माष्टमी कब है 2022 में 18 Ya 19 अगस्त ? कृष्ण का जन्म रात में हुआ था इस कारण कई लोग 18 अगस्त को व्रत रख कान्हा का जन्मोत्सव मनाएंगे.(Janmashtami 2022 Exact Date) गृहस्थजन 18 अगस्त को जन्माष्टमी मना रहे हैं. वहीं उदया तिथि अनुसार वैष्णव संप्रदाय यानी कि साधु संत 19 अगस्त को जन्माष्टमी उत्सव मनाएंगे. पंचांग के अनुसार, 18 अगस्त 2022 गुरुवार रात 09 बजकर 21 मिनट से अष्टमी तिथि प्रारंभ होगी. 19 अगस्त 2022 शुक्रवार की रात 10 बजकर 50 मिनट पर अष्टमी तिथि का समापन होगा. Zee Business Hindi Live TV यहां देखें घर में विधि अनुसार मनाए जन्माष्टमी? जन्माष्टमी का त्योहार कोई झांकी सजाकर मनाता है, तो कोई घर और मंदिरों में. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं से जुड़ी झांकियां बच्चे से लेकर बड़ा तक सजाता है. कान्हा (लड्डू गोपाल) के बाल स्वरूप की पूजा अर्चना की जाती है. इस दिन बाल गोपाल की प्रिय चीजों का भोग लगाया जाता है. कई लोगों का सवाल है कि श्री कृष्ण के परम भक्त कौन थे ? धर्म ग्रंथों के अनुसार श्रीकृष्ण के परम भक्त उद्धव थे. भगवान श्रीकृष्ण ने पहला विराट रूप उद्धव को दिखाया था. जन्माष्टमी पूजा मुहूर्त 2022 पौराणिक ग्रंथों के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म मध्य रात्रि में रोहिणी नक्षत्र में हु...