जोधा बाई का इतिहास

  1. रानी जोधाबाई का इतिहास Rani jodha bai history in hindi
  2. जोधा अकबर की कहानी Jodha Akbar Story History In Hindi
  3. Story Of Harkha Bai
  4. Story Of Harkha Bai
  5. रानी जोधाबाई का इतिहास Rani jodha bai history in hindi
  6. जोधा अकबर की कहानी Jodha Akbar Story History In Hindi
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  8. Story Of Harkha Bai
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रानी जोधाबाई का इतिहास Rani jodha bai history in hindi

Rani jodha bai history in hindi दोस्तों आज हम आपको इस लेख के माध्यम से रानी जोधाबाई के इतिहास के बारे में बताने जा रहे हैं । चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और रानी जोधाबाई के इतिहास को पढ़ते हैं । रानी जोधाबाई का इतिहास काफी पुराना है ।रानी जोधा बाई का जन्म कछवाहा राजा भारमल के यहां पर हुआ था । उस समय वहां के आसपास और भारत के अन्य राज्यों में मुगल साम्राज्य के राजा अकबर का शासन चलता था । rani jodha bai history in hindi image source – उस समय का सबसे शक्तिशाली और बुद्धिमान राजा अकबर था । भारमल राजा ने कई बार अकबर के चर्चे सुने और उसकी शक्ति को देखा है । कछवाहा राजा भारमल ने राजनीतिक कारणों के कारण अपनी पुत्री का विवाह अकबर से करने का फैसला किया और अकबर की ताकत पहचान कर उस की शरण में चला गया था । 1562 में भारमल अकबर की शरण में जा गिरा था और उसने अपनी पुत्री जोधा बाई का विवाह अकबर से कर दिया था । इससे पहले भी अकबर की कई पत्नियां थी । अकबर भारमल की पुत्री यानी जोधाबाई को अपने साथ ले गया था । धीरे-धीरे समय बीतता गया जब जोधा बाई के गर्भ से एक पुत्र ने जन्म दिया तब अकबर का प्रेम जोधाबाई के लिए बढ़ने लगा था क्योंकि जोधा बाई के द्वारा जन्म लिया गया पुत्र ही मुगल साम्राज्य का अगला उत्तराधिकारी था । सभी लोग जोधाबाई को इज्जत देने लगे । सुंदर पुत्र को जन्म देने के बाद जोधाबाई को मरियम उज जमानी की उपाधि प्राप्त हुई थी । अकबर एवं जोधा बाई के पुत्र का नाम जहांगीर रखा गया था जो मुगल साम्राज्य का उत्तराधिकारी बना । अकबर कि हिंदू धर्म के प्रति आस्था जोधाबाई के विवाह के बाद ही बड़ी थी । जोधा बाई शादी के बाद भी हिंदू धर्म से जुड़ी रही थी लेकिन बाद में उन्होंने इस्लाम धर्म कबूल कर लिया था ।अकबर जोधा ब...

जोधा अकबर की कहानी Jodha Akbar Story History In Hindi

जोधा अकबर की कहानी Jodha Akbar Story Biography Essay History In Hindi: मुग़ल शासक अकबर और जोधा की प्रेम कहानी एक बड़ी ही रोचक कहानी है क्योंकि इसमें हिन्दू और मुस्लिम संस्कृति के मिलाप को दिखाया गया है। हालाँकि इस बात के प्रमाण ना होने के कारण इसे ज़्यादा लोग सच नहीं मानते लेकिन अगर यह काल्पनिक कहानी भी है तो इसकी रोचकता से लेखक की महानता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। रानी जोधा अकबर की कहानी Jodha Akbar Story In Hindi जोधा अकबर की शादी पूरी तरह से राजनितिक थी परंतु फिर भी इन दोनों में काफी प्रेम था। आज हम आपके समक्ष अकबर और जोधा बाई की इतिहास से जुड़ी कई लोकप्रिय और महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कर रहे हैं। अकबर की कहानी Jodha Akbar Biography In Hindi नाम मोहम्मद जलाल्लुद्दीन अकबर जन्म 1542 पिता मुग़ल सम्राट हुमायूँ माता हमीदा बानो बेगम पत्नियां सलीमा सुल्तानरुकैया बेगमजोधा बाई शासनकाल 1556 से 1605 तक मृत्यु 1605 संतान जहांगीर जलालुद्दीन अकबर भारत के तीसरे और मुग़ल साम्राज्य के पहले सम्राट थे। अकबर की महानता के कारण उन्हें अकबर महान के नाम से भी जाना जाता है। पहले से ही भारत में मुग़ल साम्राज्य का विस्तार कर चुके हुमायूँ के बेटे अकबर का जन्म 15 अक्टूबर 1542 को हुआ था। हुमायुँ की मृत्यु के बाद अकबर की उम्र छोटी होने के कारण अकबर ने बैरम खान की मदद से हिंदुस्तान पर शासन किया। मुग़लों की ताकतवर, निडर और बहादुर फ़ौज होने के कारण अकबर ने पुरे भारत पर कब्ज़ा कर लिया था। अकबर की कला में रूचि होने की वजह से देश की संस्कृति पर भी प्रभाव पड़ा। अकबर ने देश में चित्रकला का विकास किया। उसने अपने दरबार में भी कई चित्र लगवाए हुए थे। Telegram Group बचपन से ही अकबर ने युद्ध कला को सीखने पर ध्य...

Story Of Harkha Bai

Story Of Harkha Bai: इतिहास में राजा-महाराजाओं की चर्चा तो खूब होती है, मगर रानियों को नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है. मुगल दौर के साथ भी ऐसा है. बाबर से लेकर अकबर और औरंगज़ेब की बहुत बात होगी, मगर हरखा बाई जैसी महिलाओं की नहीं, जो वास्तव में इतिहास में एक अलग मुक़ाम रखती हैं. लेकिन हम आज आपको इस सशक्त महिला की कहानी बताएंगे, जिसने न सिर्फ़ मुगल साम्राज्य को मज़बूती देने की कोशिश की, बल्क़ि अंग्रेज़ों और पुर्तगालियों की भी हालत ख़स्ता कर दी. Story Of Harkha Bai: कौन थी हरखा बाई? हरखा बाई को हीरा कुंवारी, जोधा बाई, मरियम-उज़-ज़मानी के नाम से भी जाना जाता है. वो जयपुर की राजकुमारी और मुगल सम्राट अकबर की पत्नी (Mughal Empress) थीं. उनका जन्म 1 अक्टूबर, 1542 को हुआ था. वो राजा भारमल की बेटी थीं और बचपन में हीरा कुंवारी के नाम से जानी जाती थीं. उन्हें ‘जोधा बेगम’ भी कहा जाता है. हरखा बाई, सलीम की मां भी थीं, जिसे इतिहास जहांगीर के नाम से जानता है. हरखा बाई का रसूख मुगल दरबार में काफ़ी था और अकबर की मौत के बाद भी ये कम नहीं हुआ था. अकबर की मृत्यु के बाद जहांगीर ने उनका शाही वजीफा दोगुना कर दिया था. साथ में 12,000 पुरुष घुड़सवार सेना की कमान भी सौंपी थी. यहां तक हरखा बाई जहांगीर के दरबार के चार वरिष्ठ सदस्यों में से एक बन गई थीं. जब अंग्रेज़ों के सपनों पर हरखा बाई ने फेरा पानी ये बात साल 1610 की है. उस वक़्त पुर्तगाली भारत में काफ़ी पैसा कमा रहे थे. ऐसे में अंग्रेज़ भी भारतीय व्यापार से मुनाफ़ा कमाने की फ़िराक़ में थे. इसीलिए विलियम फिंच और हॉकिंस मुगलों से रियायत पाने में लगे थे. मगर हॉकिंस जहां जहांगीर के पीछे-पीछे था. वहीं, फिंच व्यापार कर पैसा बटोर रहा था. हॉकिंस मुगलों की जी-हुज...

Story Of Harkha Bai

Story Of Harkha Bai: इतिहास में राजा-महाराजाओं की चर्चा तो खूब होती है, मगर रानियों को नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है. मुगल दौर के साथ भी ऐसा है. बाबर से लेकर अकबर और औरंगज़ेब की बहुत बात होगी, मगर हरखा बाई जैसी महिलाओं की नहीं, जो वास्तव में इतिहास में एक अलग मुक़ाम रखती हैं. लेकिन हम आज आपको इस सशक्त महिला की कहानी बताएंगे, जिसने न सिर्फ़ मुगल साम्राज्य को मज़बूती देने की कोशिश की, बल्क़ि अंग्रेज़ों और पुर्तगालियों की भी हालत ख़स्ता कर दी. Story Of Harkha Bai: कौन थी हरखा बाई? हरखा बाई को हीरा कुंवारी, जोधा बाई, मरियम-उज़-ज़मानी के नाम से भी जाना जाता है. वो जयपुर की राजकुमारी और मुगल सम्राट अकबर की पत्नी (Mughal Empress) थीं. उनका जन्म 1 अक्टूबर, 1542 को हुआ था. वो राजा भारमल की बेटी थीं और बचपन में हीरा कुंवारी के नाम से जानी जाती थीं. उन्हें ‘जोधा बेगम’ भी कहा जाता है. हरखा बाई, सलीम की मां भी थीं, जिसे इतिहास जहांगीर के नाम से जानता है. हरखा बाई का रसूख मुगल दरबार में काफ़ी था और अकबर की मौत के बाद भी ये कम नहीं हुआ था. अकबर की मृत्यु के बाद जहांगीर ने उनका शाही वजीफा दोगुना कर दिया था. साथ में 12,000 पुरुष घुड़सवार सेना की कमान भी सौंपी थी. यहां तक हरखा बाई जहांगीर के दरबार के चार वरिष्ठ सदस्यों में से एक बन गई थीं. जब अंग्रेज़ों के सपनों पर हरखा बाई ने फेरा पानी ये बात साल 1610 की है. उस वक़्त पुर्तगाली भारत में काफ़ी पैसा कमा रहे थे. ऐसे में अंग्रेज़ भी भारतीय व्यापार से मुनाफ़ा कमाने की फ़िराक़ में थे. इसीलिए विलियम फिंच और हॉकिंस मुगलों से रियायत पाने में लगे थे. मगर हॉकिंस जहां जहांगीर के पीछे-पीछे था. वहीं, फिंच व्यापार कर पैसा बटोर रहा था. हॉकिंस मुगलों की जी-हुज...

रानी जोधाबाई का इतिहास Rani jodha bai history in hindi

Rani jodha bai history in hindi दोस्तों आज हम आपको इस लेख के माध्यम से रानी जोधाबाई के इतिहास के बारे में बताने जा रहे हैं । चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और रानी जोधाबाई के इतिहास को पढ़ते हैं । रानी जोधाबाई का इतिहास काफी पुराना है ।रानी जोधा बाई का जन्म कछवाहा राजा भारमल के यहां पर हुआ था । उस समय वहां के आसपास और भारत के अन्य राज्यों में मुगल साम्राज्य के राजा अकबर का शासन चलता था । rani jodha bai history in hindi image source – उस समय का सबसे शक्तिशाली और बुद्धिमान राजा अकबर था । भारमल राजा ने कई बार अकबर के चर्चे सुने और उसकी शक्ति को देखा है । कछवाहा राजा भारमल ने राजनीतिक कारणों के कारण अपनी पुत्री का विवाह अकबर से करने का फैसला किया और अकबर की ताकत पहचान कर उस की शरण में चला गया था । 1562 में भारमल अकबर की शरण में जा गिरा था और उसने अपनी पुत्री जोधा बाई का विवाह अकबर से कर दिया था । इससे पहले भी अकबर की कई पत्नियां थी । अकबर भारमल की पुत्री यानी जोधाबाई को अपने साथ ले गया था । धीरे-धीरे समय बीतता गया जब जोधा बाई के गर्भ से एक पुत्र ने जन्म दिया तब अकबर का प्रेम जोधाबाई के लिए बढ़ने लगा था क्योंकि जोधा बाई के द्वारा जन्म लिया गया पुत्र ही मुगल साम्राज्य का अगला उत्तराधिकारी था । सभी लोग जोधाबाई को इज्जत देने लगे । सुंदर पुत्र को जन्म देने के बाद जोधाबाई को मरियम उज जमानी की उपाधि प्राप्त हुई थी । अकबर एवं जोधा बाई के पुत्र का नाम जहांगीर रखा गया था जो मुगल साम्राज्य का उत्तराधिकारी बना । अकबर कि हिंदू धर्म के प्रति आस्था जोधाबाई के विवाह के बाद ही बड़ी थी । जोधा बाई शादी के बाद भी हिंदू धर्म से जुड़ी रही थी लेकिन बाद में उन्होंने इस्लाम धर्म कबूल कर लिया था ।अकबर जोधा ब...

जोधा अकबर की कहानी Jodha Akbar Story History In Hindi

जोधा अकबर की कहानी Jodha Akbar Story Biography Essay History In Hindi: मुग़ल शासक अकबर और जोधा की प्रेम कहानी एक बड़ी ही रोचक कहानी है क्योंकि इसमें हिन्दू और मुस्लिम संस्कृति के मिलाप को दिखाया गया है। हालाँकि इस बात के प्रमाण ना होने के कारण इसे ज़्यादा लोग सच नहीं मानते लेकिन अगर यह काल्पनिक कहानी भी है तो इसकी रोचकता से लेखक की महानता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। रानी जोधा अकबर की कहानी Jodha Akbar Story In Hindi जोधा अकबर की शादी पूरी तरह से राजनितिक थी परंतु फिर भी इन दोनों में काफी प्रेम था। आज हम आपके समक्ष अकबर और जोधा बाई की इतिहास से जुड़ी कई लोकप्रिय और महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कर रहे हैं। अकबर की कहानी Jodha Akbar Biography In Hindi नाम मोहम्मद जलाल्लुद्दीन अकबर जन्म 1542 पिता मुग़ल सम्राट हुमायूँ माता हमीदा बानो बेगम पत्नियां सलीमा सुल्तानरुकैया बेगमजोधा बाई शासनकाल 1556 से 1605 तक मृत्यु 1605 संतान जहांगीर जलालुद्दीन अकबर भारत के तीसरे और मुग़ल साम्राज्य के पहले सम्राट थे। अकबर की महानता के कारण उन्हें अकबर महान के नाम से भी जाना जाता है। पहले से ही भारत में मुग़ल साम्राज्य का विस्तार कर चुके हुमायूँ के बेटे अकबर का जन्म 15 अक्टूबर 1542 को हुआ था। हुमायुँ की मृत्यु के बाद अकबर की उम्र छोटी होने के कारण अकबर ने बैरम खान की मदद से हिंदुस्तान पर शासन किया। मुग़लों की ताकतवर, निडर और बहादुर फ़ौज होने के कारण अकबर ने पुरे भारत पर कब्ज़ा कर लिया था। अकबर की कला में रूचि होने की वजह से देश की संस्कृति पर भी प्रभाव पड़ा। अकबर ने देश में चित्रकला का विकास किया। उसने अपने दरबार में भी कई चित्र लगवाए हुए थे। Telegram Group बचपन से ही अकबर ने युद्ध कला को सीखने पर ध्य...

जोधा अकबर की कहानी Jodha Akbar Story History In Hindi

जोधा अकबर की कहानी Jodha Akbar Story Biography Essay History In Hindi: मुग़ल शासक अकबर और जोधा की प्रेम कहानी एक बड़ी ही रोचक कहानी है क्योंकि इसमें हिन्दू और मुस्लिम संस्कृति के मिलाप को दिखाया गया है। हालाँकि इस बात के प्रमाण ना होने के कारण इसे ज़्यादा लोग सच नहीं मानते लेकिन अगर यह काल्पनिक कहानी भी है तो इसकी रोचकता से लेखक की महानता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। रानी जोधा अकबर की कहानी Jodha Akbar Story In Hindi जोधा अकबर की शादी पूरी तरह से राजनितिक थी परंतु फिर भी इन दोनों में काफी प्रेम था। आज हम आपके समक्ष अकबर और जोधा बाई की इतिहास से जुड़ी कई लोकप्रिय और महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कर रहे हैं। अकबर की कहानी Jodha Akbar Biography In Hindi नाम मोहम्मद जलाल्लुद्दीन अकबर जन्म 1542 पिता मुग़ल सम्राट हुमायूँ माता हमीदा बानो बेगम पत्नियां सलीमा सुल्तानरुकैया बेगमजोधा बाई शासनकाल 1556 से 1605 तक मृत्यु 1605 संतान जहांगीर जलालुद्दीन अकबर भारत के तीसरे और मुग़ल साम्राज्य के पहले सम्राट थे। अकबर की महानता के कारण उन्हें अकबर महान के नाम से भी जाना जाता है। पहले से ही भारत में मुग़ल साम्राज्य का विस्तार कर चुके हुमायूँ के बेटे अकबर का जन्म 15 अक्टूबर 1542 को हुआ था। हुमायुँ की मृत्यु के बाद अकबर की उम्र छोटी होने के कारण अकबर ने बैरम खान की मदद से हिंदुस्तान पर शासन किया। मुग़लों की ताकतवर, निडर और बहादुर फ़ौज होने के कारण अकबर ने पुरे भारत पर कब्ज़ा कर लिया था। अकबर की कला में रूचि होने की वजह से देश की संस्कृति पर भी प्रभाव पड़ा। अकबर ने देश में चित्रकला का विकास किया। उसने अपने दरबार में भी कई चित्र लगवाए हुए थे। Telegram Group बचपन से ही अकबर ने युद्ध कला को सीखने पर ध्य...

Story Of Harkha Bai

Story Of Harkha Bai: इतिहास में राजा-महाराजाओं की चर्चा तो खूब होती है, मगर रानियों को नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है. मुगल दौर के साथ भी ऐसा है. बाबर से लेकर अकबर और औरंगज़ेब की बहुत बात होगी, मगर हरखा बाई जैसी महिलाओं की नहीं, जो वास्तव में इतिहास में एक अलग मुक़ाम रखती हैं. लेकिन हम आज आपको इस सशक्त महिला की कहानी बताएंगे, जिसने न सिर्फ़ मुगल साम्राज्य को मज़बूती देने की कोशिश की, बल्क़ि अंग्रेज़ों और पुर्तगालियों की भी हालत ख़स्ता कर दी. Story Of Harkha Bai: कौन थी हरखा बाई? हरखा बाई को हीरा कुंवारी, जोधा बाई, मरियम-उज़-ज़मानी के नाम से भी जाना जाता है. वो जयपुर की राजकुमारी और मुगल सम्राट अकबर की पत्नी (Mughal Empress) थीं. उनका जन्म 1 अक्टूबर, 1542 को हुआ था. वो राजा भारमल की बेटी थीं और बचपन में हीरा कुंवारी के नाम से जानी जाती थीं. उन्हें ‘जोधा बेगम’ भी कहा जाता है. हरखा बाई, सलीम की मां भी थीं, जिसे इतिहास जहांगीर के नाम से जानता है. हरखा बाई का रसूख मुगल दरबार में काफ़ी था और अकबर की मौत के बाद भी ये कम नहीं हुआ था. अकबर की मृत्यु के बाद जहांगीर ने उनका शाही वजीफा दोगुना कर दिया था. साथ में 12,000 पुरुष घुड़सवार सेना की कमान भी सौंपी थी. यहां तक हरखा बाई जहांगीर के दरबार के चार वरिष्ठ सदस्यों में से एक बन गई थीं. जब अंग्रेज़ों के सपनों पर हरखा बाई ने फेरा पानी ये बात साल 1610 की है. उस वक़्त पुर्तगाली भारत में काफ़ी पैसा कमा रहे थे. ऐसे में अंग्रेज़ भी भारतीय व्यापार से मुनाफ़ा कमाने की फ़िराक़ में थे. इसीलिए विलियम फिंच और हॉकिंस मुगलों से रियायत पाने में लगे थे. मगर हॉकिंस जहां जहांगीर के पीछे-पीछे था. वहीं, फिंच व्यापार कर पैसा बटोर रहा था. हॉकिंस मुगलों की जी-हुज...

रानी जोधाबाई का इतिहास Rani jodha bai history in hindi

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