ज्यादा पसीना आने के कारण और उपाय

  1. ज्यादा पसीना आने के कारण, इलाज, दवा, उपचार, लक्षण
  2. ज्यादा पसीना आने का कारण और आयुर्वेदिक उपचार
  3. ज्यादा पसीना आने के लक्षण और होम्योपैथिक उपाय – Homeopathy Hindi
  4. क्या आपको भी आता है ज्यादा पसीना? हो सकता है डायबिटीज के लक्षण, इन 5 लक्षणों को न करें नजरअंदाज
  5. how to reduce excessive sweating.
  6. 9 Problems on Face Due to Excessive Sweating & Home Remedies to Get Rid of Sweating in Hindi
  7. बगल की बदबू और पसीने से छुटकारा पाने के लिए टिप्स
  8. ज्यादा पसीना आने के कारण, इलाज, दवा, उपचार, लक्षण
  9. ज्यादा पसीना आने के लक्षण और होम्योपैथिक उपाय – Homeopathy Hindi
  10. how to reduce excessive sweating.


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ज्यादा पसीना आने के कारण, इलाज, दवा, उपचार, लक्षण

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ज्यादा पसीना आने का कारण और आयुर्वेदिक उपचार

गर्मियों के मौसम में हम सभी के शरीर से पसीना निकलता है। हालांकि, कुछ मामलों में सर्दी के मौसम में भी आपको पसीना आ सकता है जैसे हम जब भी कोई शारीरिक गतिविधि करते हैं, एक्सरसाइज करते हैं या कोई बहुत मेहनत वाला काम करते हैं। शरीर से पसीना निकलना बहुत सामान्य है और यह शरीर के तापमान कम करने के लिए बेहद जरूरी भी है। साथ ही पसीना आपके शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में भी मदद करता है। लेकिन अक्सर यह देखा जाता है कि कुछ लोगों को दूसरों की तुलना में ज्यादा पसीना (Excessive Sweating) आता है। वैसे तो इसके कई कारण हो सकते हैं (Excessive Sweating in Hindi) लेकिन कुछ मामलों में यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है। इस लेख में हम आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. ऐश्वर्या संतोष (बीएएमएस आयुर्वेद) से जानेंगे कि ज्यादा पसीना आने के क्या कारण हैं और इससे राहत पाने के लिए आयुर्वेदिक उपाय (Ayurvedic Remedies For Excessive Sweating In Hindi)। ज्यादा पसीना आने के कारण (Excessive Sweating Causes In Hindi) डॉ. ऐश्वर्या संतोष के अनुसार इसे भी पढें: क्या है ज्यादा पसीना आने का आयुर्वेदिक उपचार (Ayurvedic Remedies For Excessive Sweating In Hindi) अगर ज्यादा पसीना आने की समस्या किसी स्वास्थ्य स्थिति से जुड़ी हुई है तो इसको लेकर आप बहुत कुछ नहीं कर सकते हैं। इस स्थिति में आपको पहले अपने अपनी बीमारी के लिए उपचार लेने की आवश्यकता है। लेकिन जैसा कि हमने बताया View this post on Instagram 1. धनिये का पानी (Coriander Water) • धनिये के बीज लें और उन्हें पीस लें। • फिर एक बर्तन में थोड़ा पानी लें और उसमें धनिये के बीज का पाउडर डालें। • इसे रात भर के लिए छोड़ दें। • इस पानी को सुबह खाली पेट पिएं। 2. खसखस का प...

ज्यादा पसीना आने के लक्षण और होम्योपैथिक उपाय – Homeopathy Hindi

स्वेट्ज़ – पसीना रोकने के घरेलू उपाय हाइपरहाइड्रोसिस, या अत्यधिक पसीना आना, एक आम विकार है जो दिनचरी में संवेदनशीलता और शर्मिन्दिगी पैदा कर सकती है| अनुमानित 2% -3% लोग अंडरआर्म्स (एक्सिलरी हाइपरहाइड्रोसिस) या हथेलियों और पैरों के तलवों (पॉमोप्लांटर हाइपरहाइड्रोसिस) के अत्यधिक पसीने से पीड़ित होते हैं। यदि पसीना एक अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, तो इसे द्वितीयक हाइपरहाइड्रोसिस कहा जाता है। अत्यधिक पसीना आने का कारण बनने वाली स्वास्थ्य स्थितियों में शामिल हैं: मधुमेह संबंधी हाइपोग्लाइसीमिया। एंडोकार्टिटिस (दिल के अंदरूनी परत का एक संक्रमण)। अत्यधिक पसीना आना विटामिन डी की कमी का संकेत हो सकता है। स्वेटज़ होम्योपैथी मेडिसिन किट की सिफारिश डॉ.प्रांजलि ने की, यहाँ देखें उनका वीडियो; स्वेट्ज़ होम्योपैथिक किट के बारे में टिपण्णी हाइपरहाइड्रोसिस, या अत्यधिक पसीना कारण • पसीने की ग्रंथियां अधिक सक्रिय होती हैं लक्षण • हथेली, अंडरआर्म, माथे, गर्दन आदि पर अत्यधिक पसीना आना डॉक्टर ने कई दवाओं की सिफारिश की है जो आपको अत्यधिक पसीने की समस्या को दूर करने में मदद करता है। दवाएं स्थिति और पसीने की मात्रा पर आधारित होती हैं। आर-32 डॉ रेकवेग R 32 आमतौर पर अत्यधिक पसीना आने के कारणों के लिए इंगित की जाती है और कई होम्योपैथिक जड़ी-बूटियों के मालिकाना मिश्रण के साथ एक होम्योपैथिक दवा है और बूंदों के रूप में उपलब्ध है। संकेत – अनुचित पसीना (बदलती उत्पत्ति के हाइपरहाइड्रोसिस)। पसीने के साथ, बैक्टीरिया का निकलना। तीव्र संक्रामक रोगों और बुखार के दौरान अत्यधिक पसीना आना। पसीने के अन्य रूप (अप्रिय गंध)। थकावट (पूर्व-ट्यूबरकुलस मामलों) के साथ रात का पसीना। गर्म, ठंडा ...

क्या आपको भी आता है ज्यादा पसीना? हो सकता है डायबिटीज के लक्षण, इन 5 लक्षणों को न करें नजरअंदाज

अगर बिना वजह अक्सर पसीना आता है तो यह डायबिटीज या प्री-डायबिटीज के संकेत हो सकते हैं. डायबिटीज के मरीजों के हाथ और पैरों में झुनझुनी और सुन्नापन की शिकायत रहती है. Excessive Sweating early sign of Diabetes: डायबिटीज पूरी दुनिया में लोगों को परेशान करने लगा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक विश्व में 42.2 करोड़ से ज्यादा लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं. डायबिटीज के कारण हर साल 15 लाख लोगों की मौत होती है. हालांकि हमारे लिए चिंता की बात यह है कि यह बीमारी हमारे यहां भी तेजी से पनपने लगी है. वर्तमान में करीब 8 करोड़ भारत के लोग डायबिटीज से पीड़ित है और अनुमान के तहत 2045 तक 13.5 करोड़ लोग यहां डायबेटिज से पीड़ित होंगे. इसलिए भारत को डायबेटिक कैपिटल ऑफ वर्ल्ड कहा जाने लगा. डायबिटीज की शुरुआत में पहचान मुश्किल है. इसके लक्षण बहुत कम मामलों में ही दिखते हैं. हालांकि कुछ संकेतों से यह समझा जा सकता है कि डायबिटीज होने वाला है या प्री-डायबेटिक कंडीशन में कुछ संकेत दिखने लगते हैं. इन्हीं में पसीना आना पहला लक्षण माना जा सकता है. ज्यादा पसीना के कारण वेरीवेलहेल्थ वेबसाइट के मुताबिक अगर बहुत ज्यादा गर्मी या बहुत ज्यादा शारीरिक श्रम की वजह से पसीना आता है तो कोई चिंता की बात नहीं है लेकिन अगर बिना वजह अक्सर पसीना आता है तो यह डायबिटीज या प्री-डायबिटीज के संकेत हो सकते हैं. रिसर्च के मुताबिक डायबिटीज पीड़ित लगभग 84 प्रतिशत लोगों को ज्यादा पसीना आने की परेशानी होती है. इन लोगों में अधिकांश को गर्दन के नीचे ज्यादा पसीना आता है. दरअसल, डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर बहुत तेजी से उपर-नीचे होता है, इस कारण जब शुगर बहुत डाउन हो जाता है तो पसीना अपने आप निकलने लगता है. वहीं जो लोग डायबेटिक होत...

how to reduce excessive sweating.

ओवर स्वैटिंग से परेशान हैं, तो इसे कंट्रोल करने के लिए अपने लाइफस्टाइल में करें ये 5 बदलाव गर्मियों के मौसम में खुद को एक्सेसिव स्वैटिंग और तन की दुर्गंध से बचाने के लिए इन टिप्स को ज़रूर करें ट्राइ। ज्यादा पानी पीने से लेकर स्पाइसी फूड अवॉइड करने तक रखें इन बातों का विशेष ख्याल। पसीने की बदबू से बचने क लिए डाइट में बदलाव करें। चित्र:शटरस्टॉक चिलचिलाती गर्मी या उमस से भरे बरसात के मौसम में पसीने की दुर्गंध दिनभर हमें परेशान करती है। दरअसल, कुछ लोगों को ज्यादा स्वैटिंग होने से उन्हें अन्य लोगों के साथ उठने बैठने में भी दिक्कत का अनुभव होता है। पसीने से कपड़े भीगने के चलते वे लोगों से मिलना जुलना भी अवॉइड करने लगते है। कुछ लोग इससे बचने के लिए रोलऑन डियो या परफ्यूम का सहारा लेते हैं, तो कोई टैल्कम अप्लाई करता है। मगर फिर भी समस्या ज्यों की त्यो बनी रहती है। अगर आप भी तन की दुर्गंध और ज्यादा पसीना आने से परेशान रहते हैं, तो जानें इससे बचने के आसान उपाय (How to control excessive sweating)। ज्यादा पसीना आना यानी हाइपरहाइड्रोसिस हाइपरहाइड्रोसिस यानि पसीना ज्यादा आने की समस्या, जो व्यक्ति के शरीर में दो कारणों से हो सकता है। पहला है प्राइमरी, जिसमें बिना किसी विशेष कारण के व्यक्ति को माथे और हथेलियों में पसीने का अनुभव होता है। वहीं सेकंडरी हाइपरहाइड्रोसिस यानि व्यक्ति को किसी शारीरिक समस्या के कारण अधिक स्वैटिंग होती है। इस बारे में जानकारी देते हुए आरटिमिस अस्पताल गुरूग्राम में सीनियर फीज़िशियन डॉ पी वेंकट कृष्णन का कहना है कि हाईपर थायराइड में एक्सेसिव स्वैटिंग की समस्या बढ़ने लगती है। इसके अलावा डायबिटीज में भी स्वैटिंग डिऑटोनोमिया होता है। इसमें भी आपको स्वैटिंग का अनुभव होता है...

9 Problems on Face Due to Excessive Sweating & Home Remedies to Get Rid of Sweating in Hindi

गर्मी के मौसम में पसीना(Sweat) आना एक सामान्य प्रक्रिया होती है, पसीना सबको आता है और इसकी वजह से शरीर के तामपान को नियंत्रित करने में सहायता होती है। गर्मी के मौसम में कुछ लोगों को ज्यादा पसीना आने की शिकायत रहती है आमतौर पर चेहरे, सिर, अंडरआर्म्स, हाथ, पैर और कमर से ही ज्यादा पसीना निकलता है। गर्मी में चेहरे पर अधिक पसीना आने के कारण चेहरे पर भी इसका प्रभाव पड़ता है। अधिक पसीना होने से चेहरे पर पड़ने वाले प्रभाव (Effects of Excessive Sweat on Skin) पसीना आना स्किन के लिए अच्छा माना जाता है लेकिन बहुत अधिक पसीने की वजह से चेहरे और त्वचा प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ते हैं। मौसम में होने वाले बदलाव और भयंकर गर्मी की वजह से लोगों को अत्यधिक पसीना होए की शिकायत रहती है। ज्यादा पसीना निकलने से स्किन से जुड़ी समस्याएं जैसे कील-मुंहासे, चेहरे पर दाने और झाइयां, रूखापन आदि हो जाती हैं। पसीने और प्रदूषण की वजह से चेहरा रूखा और फीका पड़ सकता है। अधिक पसीना होने से चेहरे और त्वचा पर ये प्रभाव पड़ सकते हैं। 1. दाने और मुहांसे 2. झाइयां 3. रूखापन 4. चेहरे पर जलन और दाने 5. चेहरे का ग्लो खत्म होना 6. चेहरे और स्किन से अजीब गंध 7. चेहरे और स्किन पर खुजली 8. डेड स्किन 9 रैशेज पसीने के कारण चेहरे की गायब हुई चमक ऐसे लाएं वापस (Face Mask for Instant Glowing Skin) मौसम में बदलाव और अधिक पसीना निकलने की वजह से चेहरे की चमक कम हो सकती है। पसीने और प्रदूषण की वजह से गायब हुई चमक को वापस लाने के लिए आप घर पर ही केले और शहद से बने इस इसे भी पढ़ें : घर पर ऐसे तैयार करें केले और शहद से बना यह फेसपैक (How to Make Banana Honey Face Mask) घर पर आसानी से केले और शहद के उपयोग से फेसमास्क बनाया जा सकता है। इसके लिए ...

बगल की बदबू और पसीने से छुटकारा पाने के लिए टिप्स

Underarm Sweat and Smell Treatment: गर्मियों में पसीने आने की समस्या बहुत ज्यादा होती है। वातावरण का तापमान बढ़ने पर हमारा शरीर पसीना प्रोड्यूस करने लगता है, जो शरीर को अंदर से ठण्डा रखने में मदद करता है। लेकिन पसीने से भी ज्यादा मुश्किल है इससे आने वाली बदबू। गर्मियों में कई लोगों को बगल से ज्यादा पसीना आने की समस्या रहती है। कई बार यह परेशानी इतनी बढ़ जाती है कि उनके कपड़े भी हमेशा पसीने से भीगे दिख सकते हैं। अब पसीना आने से रोका तो नहीं जा सकता, लेकिन कुछ टिप्स के जरिए इसे कंट्रोल जरूर किया जा सकता है। तो चलिए इस लेख के माध्यम से जानें बगल का पसीना और बदबू कंट्रोल करने की कुछ टिप्स। बगल के पसीने से छुटकारा कैसे पाएं (How To Stop Armpit Sweat and Smell) नहाने और कपड़े पहनने के बीच रखें गैप नहाने के तुरंत बाद कपड़े न पहनें अन्यथा यह शरीर में बदबू बढ़ा सकता है। गीले शरीर पर कपड़े पहनने से पानी ठीक से सूख नहीं पाता, जो पसीने की बदबू बढ़ाने का कारण बन सकता है। नहाने के बाद 3 से 4 मिनट तक शरीर को सूखने दें। इसके बाद ही कपड़े पहनने शुरू करें। बगल की साफ-सफाई का रखें ख्याल इसे भी पढ़े- लूज और कंफर्ट कपड़े ज्यादा पहने टाइट कपड़े शरीर में पसीना बढ़ाने का कारण बन सकते हैं। इसके कारण शरीर से हवा आर-पार नहीं हो पाती, जो पसीना आने का कारण बनती है। इसलिए गर्मियों में लूज और कंफर्ट कपड़े ही पहनें। खुद को हाइड्रेटेड रखें गर्मियों के दौरान शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या होती है, इसलिए इस दौरान तरल पदार्थो का ज्यादा सेवन करना चाहिए। तरल पदार्थ शरीर को हाइड्रेटेड करके रखेंगे, जिससे पसीना और उससे आने वाली इसे भी पढ़े- कुछ खास खाद्य पदार्थो से बनाएं दूरी पसीने की समस्या रोकने के लिए कुछ खास ...

ज्यादा पसीना आने के कारण, इलाज, दवा, उपचार, लक्षण

क्या आपको भी ऐसा महसूस होता है कि आपको दूसरों से ज्यादा पसीना आता है? क्या 5 मिनट की एक्सरसाइज में ही आप ऊपर से लेकर नीचे तक 5 से तर-बतर हो जाते हैं? क्या हर बार दूसरों से हाथ मिलाने से पहले आपको अपनी हथेलियों को पोंछना पड़ता है? क्या आपको चेहरे और बालों में भी काफी पसीना आता है? अगर आपके लिए इन सभी सवालों का जवाब हां है तो आप बहुत ज्यादा पसीना आने की समस्या से ग्रसित हैं जिसे मेडिकल टर्म में हाइपरहाइड्रोसिस कहते हैं। अगर आपके आसपास के वातावरण, तापमान, आपकी ऐक्टिविटी लेवल और स्ट्रेस को ध्यान में रखते हुए आपको औसत लोगों से ज्यादा पसीना आता हो तो इसे ही हाइपरहाइड्रोसिस कहते हैं। अधिकतर लोगों को एक्सरसाइज करने के बाद, ज्यादा गर्म वातावरण में रहने पर, (और पढ़ें: हाइपरहाइड्रोसिस या ज्यादा पसीना आना पसीना आना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो कुछ विशेष परिस्थितियों की वजह से उत्पन्न होता है जैसे- गर्म वातावरण, शारीरिक गतिविधि, तनाव, गुस्सा आना या डर लगना। लेकिन वैसे लोग जिन्हें ज्यादा पसीना आने की समस्या होती है उन्हें बिना किसी प्रत्यक्ष कारण के भी पसीना आता रहता है। ऐसे में ज्यादा पसीना आने के मुख्य रूप से 2 प्रकार होते हैं- प्राइमरी हाइपरहाइड्रोसिस : अगर ज्यादा पसीना आने के पीछे कोई बीमारी जिम्मेदार नहीं है तो इसे प्राइमरी हाइपरहाइड्रोसिस कहते हैं जिसमें पसीने की ग्रंथि को उत्तेजित करने वाली नसें ओवरऐक्टिव हो जाती हैं और बिना जरूरत के भी ज्यादा पसीना निकलने लगता है। इसमें मुख्य रूप से हाथ, पैर, चेहरा, सिर और अंडरआर्म्स में से पसीना आता है। यह समस्या आमतौर पर बचपन में शुरू होती है। इस तरह के हाइपरहाइड्रोसिस से पीड़ित करीब 30 से 50 प्रतिशत लोगों में आनुवांशिक कारणों की वजह से यह समस...

ज्यादा पसीना आने के लक्षण और होम्योपैथिक उपाय – Homeopathy Hindi

स्वेट्ज़ – पसीना रोकने के घरेलू उपाय हाइपरहाइड्रोसिस, या अत्यधिक पसीना आना, एक आम विकार है जो दिनचरी में संवेदनशीलता और शर्मिन्दिगी पैदा कर सकती है| अनुमानित 2% -3% लोग अंडरआर्म्स (एक्सिलरी हाइपरहाइड्रोसिस) या हथेलियों और पैरों के तलवों (पॉमोप्लांटर हाइपरहाइड्रोसिस) के अत्यधिक पसीने से पीड़ित होते हैं। यदि पसीना एक अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, तो इसे द्वितीयक हाइपरहाइड्रोसिस कहा जाता है। अत्यधिक पसीना आने का कारण बनने वाली स्वास्थ्य स्थितियों में शामिल हैं: मधुमेह संबंधी हाइपोग्लाइसीमिया। एंडोकार्टिटिस (दिल के अंदरूनी परत का एक संक्रमण)। अत्यधिक पसीना आना विटामिन डी की कमी का संकेत हो सकता है। स्वेटज़ होम्योपैथी मेडिसिन किट की सिफारिश डॉ.प्रांजलि ने की, यहाँ देखें उनका वीडियो; स्वेट्ज़ होम्योपैथिक किट के बारे में टिपण्णी हाइपरहाइड्रोसिस, या अत्यधिक पसीना कारण • पसीने की ग्रंथियां अधिक सक्रिय होती हैं लक्षण • हथेली, अंडरआर्म, माथे, गर्दन आदि पर अत्यधिक पसीना आना डॉक्टर ने कई दवाओं की सिफारिश की है जो आपको अत्यधिक पसीने की समस्या को दूर करने में मदद करता है। दवाएं स्थिति और पसीने की मात्रा पर आधारित होती हैं। आर-32 डॉ रेकवेग R 32 आमतौर पर अत्यधिक पसीना आने के कारणों के लिए इंगित की जाती है और कई होम्योपैथिक जड़ी-बूटियों के मालिकाना मिश्रण के साथ एक होम्योपैथिक दवा है और बूंदों के रूप में उपलब्ध है। संकेत – अनुचित पसीना (बदलती उत्पत्ति के हाइपरहाइड्रोसिस)। पसीने के साथ, बैक्टीरिया का निकलना। तीव्र संक्रामक रोगों और बुखार के दौरान अत्यधिक पसीना आना। पसीने के अन्य रूप (अप्रिय गंध)। थकावट (पूर्व-ट्यूबरकुलस मामलों) के साथ रात का पसीना। गर्म, ठंडा ...

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ओवर स्वैटिंग से परेशान हैं, तो इसे कंट्रोल करने के लिए अपने लाइफस्टाइल में करें ये 5 बदलाव गर्मियों के मौसम में खुद को एक्सेसिव स्वैटिंग और तन की दुर्गंध से बचाने के लिए इन टिप्स को ज़रूर करें ट्राइ। ज्यादा पानी पीने से लेकर स्पाइसी फूड अवॉइड करने तक रखें इन बातों का विशेष ख्याल। पसीने की बदबू से बचने क लिए डाइट में बदलाव करें। चित्र:शटरस्टॉक चिलचिलाती गर्मी या उमस से भरे बरसात के मौसम में पसीने की दुर्गंध दिनभर हमें परेशान करती है। दरअसल, कुछ लोगों को ज्यादा स्वैटिंग होने से उन्हें अन्य लोगों के साथ उठने बैठने में भी दिक्कत का अनुभव होता है। पसीने से कपड़े भीगने के चलते वे लोगों से मिलना जुलना भी अवॉइड करने लगते है। कुछ लोग इससे बचने के लिए रोलऑन डियो या परफ्यूम का सहारा लेते हैं, तो कोई टैल्कम अप्लाई करता है। मगर फिर भी समस्या ज्यों की त्यो बनी रहती है। अगर आप भी तन की दुर्गंध और ज्यादा पसीना आने से परेशान रहते हैं, तो जानें इससे बचने के आसान उपाय (How to control excessive sweating)। ज्यादा पसीना आना यानी हाइपरहाइड्रोसिस हाइपरहाइड्रोसिस यानि पसीना ज्यादा आने की समस्या, जो व्यक्ति के शरीर में दो कारणों से हो सकता है। पहला है प्राइमरी, जिसमें बिना किसी विशेष कारण के व्यक्ति को माथे और हथेलियों में पसीने का अनुभव होता है। वहीं सेकंडरी हाइपरहाइड्रोसिस यानि व्यक्ति को किसी शारीरिक समस्या के कारण अधिक स्वैटिंग होती है। इस बारे में जानकारी देते हुए आरटिमिस अस्पताल गुरूग्राम में सीनियर फीज़िशियन डॉ पी वेंकट कृष्णन का कहना है कि हाईपर थायराइड में एक्सेसिव स्वैटिंग की समस्या बढ़ने लगती है। इसके अलावा डायबिटीज में भी स्वैटिंग डिऑटोनोमिया होता है। इसमें भी आपको स्वैटिंग का अनुभव होता है...