ज्यामितीय समावयवता को उदाहरण सहित समझाइए

  1. समावयवता
  2. संज्ञा, उसके भेद एवं उदाहरण और 70+ महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर
  3. संख्या प्रणाली क्या है – Learn math in hindi
  4. [Solved] निम्नलिखित में से कौन
  5. सिस ट्रांस समावयवता क्या होती है? – ElegantAnswer.com
  6. RBSE Class 11 Chemistry Important Questions Chapter 13 हाइड्रोकार्बन
  7. निम्न संकर यौगिकों के सन्दर्भ में ज्यामितीय समावयवता को समझाइए 1. [PtCl2(NH3)2]
  8. संख्या प्रणाली क्या है – Learn math in hindi
  9. [Solved] निम्नलिखित में से कौन
  10. निम्न संकर यौगिकों के सन्दर्भ में ज्यामितीय समावयवता को समझाइए 1. [PtCl2(NH3)2]


Download: ज्यामितीय समावयवता को उदाहरण सहित समझाइए
Size: 69.48 MB

समावयवता

समावयवी (Isomer, Isomeride) संज्ञा दी गई और इस गुण का नाम समावयवता (=सम + अवयवता / Isomerism) रखा गया। उदाहरण C 3H 4 C 3 H 4 के तीन समावयव हैं। नीचे देखेंगे कि यह 'संरचनात्मक समावयवता' का उदाहरण है। I प्रोपेडाइ-ईन (Propadiene) II प्रोपीन (Propyne) III साइक्लोप्र्रोपीन (Cyclopropene) समावयवता प्रधानतया दो प्रकार की होती है: एक को === संरचना समावयवता === दो या दो से अधिक यौगिक जिनके अणुसूत्र समान् हो परन्तु उनकी संरचनासूत्र भिन्न हो,Structural Isomerism कहलाता हैं यदि दो यौगिकों के अणुसूत्र और अणुसूत्र एक ही हों, पर उनके गुणों में विभिन्नता हो, तो इसका यही कारण हो सकता है कि उनके अणु की संरचनाओं में विभिन्नता है। ऐसे दो सरलतम यौगिक 2 H 6 O, एक ही है, पर इनके संरचनासूत्र भिन्न हैं। 2 H 5 I, बनता है, जबकि डाइमेथिल ईथर से मेथिल आयोडाइड, (CH 3I) बनता है। अन्य अभिकर्मकों के साथ भी ऐसी भिन्न क्रियाएँ होती हैं। C 2H 6O के दो समावयव: यदि ऐसे यौगिकों की समावयवता ऐसी समावयवता एक ही श्रेणी के यौगिकों के बीच हो, तो ऐसी समावयवता को मध्यावयवता (Metamerism) कहते हैं। इसका उदाहरण डाइएथिल ईथर (C 2H 5OC 2H 5) और मेथिल प्रोपिल ईथर (CH 3 OC 3 H 7) है। पैराफिन श्रेणी के हाइड्रोकार्बनों में ऐसे अनेक उदाहरण मिलते हैं। पेन्टेन (C 5H12) के तीन समावयव होते हैं: नार्मल पेंटेन, आइसो-पेंटेन और नियोपेंटेन। ऐसी समावयवता को शृंखला समावयवता (Chain isomerism) भी कहते हैं, क्योंकि यहाँ शृंखला में ही अंतर होने के कारण विभिन्नता है। इसी समावयवता से मिलती-जुलती एक दूसरी समावयवता है, जिसे स्थान-समावयवता (Position isomerism) कहते हैं, इसका सरलतम उदाहरण प्रोपिल क्लोराइड (CH 3 CH 2 CH 2 Cl) और आइसोप्रोपिल क्लोराइड ...

संज्ञा, उसके भेद एवं उदाहरण और 70+ महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर

हमारे आस पास की ज्यादातर चीज़े संज्ञा है। फिर चाहे वो किसी व्यक्ति का नाम हो, वस्तु हों या मानवीय भाव हों। Sangya या noun in Hindi से संबंधित संपूर्ण जानकारी, संज्ञा के कितने भेद होते हैं तथा 70+ महत्वपूर्ण ऑब्जेक्टिव प्रश्न इस ब्लॉग में दिए गए हैं, जो संज्ञा से संबंधित आपका ज्ञान बढ़ाने में आपकी सहायता करेंगे। यह भी पढ़ें : पर्यायवाची शब्द संज्ञा वाक्य के 10 उदाहरण • राम एक बुद्धिमान बालक है। • यह किताब उसकी है। • पीतल के बर्तन में खाना बनाओ। • मैं उस से प्रेम करता हूं। • टेबल पर अंगूर का गुच्छा पड़ा है। • राम और श्याम अच्छे मित्र हैं। • उसने सोने की अंगूठी पहन रखी है। • जयपुर राजस्थान की राजधानी है। • मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है। • राधा एक सुंदर लड़की है। संज्ञा के कितने भेद होते हैं? संज्ञा के पांच भेद होते हैं • व्यक्तिवाचक (Proper noun) • जातिवाचक (Common noun) • भाववाचक (Abstract noun) • समूहवाचक (Collective noun) • द्रव्यवाचक (Material noun) 1) व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun in Hindi) जिस शब्द से किसी विशेष व्यक्ति , वस्तु या स्थान के नाम का बोध हो उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं। • व्यक्ति का नाम: संध्या, धर्मेश, सुरेश, सचिन आदि। • वस्तु का नाम: गीता, रामायण, कार, घर आदि। • स्थान का नाम: कच्छ, गुजरात, मुंबई, दिल्ली आदि। • दिशाओं के नाम: उत्तर, पश्चिम, पूर्व, दक्षिण • नदियों के नाम: गंगा, जमुना, सरस्वती,कावेरी , नर्मदा आदि। व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण • विकासफुटबॉल खेलता है। • राममेरा दोस्त है। • प्रेमचंदएक उपन्यासकार हैं। • रोनाल्डोफुटबॉल के महान खिलाड़ी हैं। • महेंद्र सिंह धोनी इतिहास के सबसे अच्छे बल्लेबाज हैं। 2) जातिवाचक संज्ञा (Common Noun in Hindi) जिस शब्...

संख्या प्रणाली क्या है – Learn math in hindi

• • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • sankhya paddti ko angreji mein number system kahate Hain संख्याओं को लिखने एवं उनके नामकरण के सुव्यवस्थित नियमों को संख्या पद्धति (Number system) कहते हैं। इसके लिये निर्धारित प्रतीकों का प्रयोग किया जाता है जिनकी संख्या निश्चित एवं सीमित होती है। संख्या प्रणाली क्या है विभिन्न प्रकार की संख्या प्रणालियों को उदाहरण सहित समझाइए? गणित में सरल रेखा के अनुदिश दिखाए जाने वाले किसी भी राशि के मान को वास्तविक संख्या कहा जाता है। परिमेय और अपरिमेय संख्याओं को सम्मिलित रूप से वास्तविक संख्या होता है। जैसे – 1, √3, √5, 3/4, 5/8, आदि। कंप्यूटर में कितने प्रकार की संख्या प्रणाली प्रयोग की जाती है? कंप्यूटर में उपयोग किए जाने वाले नंबर सिस्टम के प्रकार हैं: इन्हें भी पढ़ें:- • द्विआधारी संख्या पद्वति (Binary number system) • अष्टक संख्या प्रणाली (Octal number system) • दशमलव संख्या प्रणाली (Decimal number system) • हेक्साडेसिमल संख्या प्रणाली (Hexadecimal number system) भारतीय संख्या कैसे लिखते हैं? ये अक्षरांक हैं- I (एक), V (पांच), X (दस), L (पचास), C (सौ), D (पांच सौ) तथा M (एक हजार)। इन्हीं अंको के जोड़ ने घटाने से कोई भी संख्या लिखी जाती है। उदाहरण के लिए अगर तीन लिखना है तो एक का चिन्ह तीन बार लिख दिया III। आठ लिखना है तो पांच के दायीं तरफ तीन एक-एक के चिन्ह लिखकर जोड़ दिए और VIII (आठ) हो गया। संख्या कितने प्रकार की होती है? संख्याओं के प्रकार (Types of Numbers) • प्राकृतिक या प्राकृत संख्याएं (Natural Numbers) … • पूर्ण संख्याएँ ( Whole Numbers ) … • पूर्णांक ( Integers ) : … • परिमेय संख्याएँ ( Rational Numbers ) : … • अपरिमेय संख्याए...

[Solved] निम्नलिखित में से कौन

धारणा: समावयव: • ये ऐसे यौगिक हैं जिनके एक ही आण्विक सूत्र हैं, लेकिन विभिन्न संरचनाएं या त्रिविमरसायन हैं। • उनकी संरचनाओं के आधार पर कार्बनिक अणुओं के वर्गीकरण की एक विस्तृत श्रृंखला है। ज्यामितीय समावयवता: • ज्यामितीय समावयवता उन अणुओं द्वारा दर्शाई जातीहै जिनमें कार्बन-कार्बन द्वि-आबन्धC = C होता है। • ज्यामितीय समावयवता केवल तब दिखाई जाती है जब द्वि आबंध के प्रत्येक कार्बन परमाणु को दो अलग-अलग परमाणुओं या समूहों से जोड़ा जाता है। • abC = Cad, abC = Cab, and abC = Cdeप्रकार के यौगिक,ज्यामितीय समावयवता दिखाएंगे। • ज्यामितीय समवयावताका कारण C = Cआबन्ध का सीमित घूर्णनहै। स्पष्टीकरण: सिस-ट्रान्ससमावयवता: • एक ज्यामितीय समावयवता में, यदि दो समान समूह C = C के एक ही दिशा मे स्थित होते हैं, तो इसे सिस समावयवताकहा जाता है। • एक ज्यामितीय समावयवता में, यदि दो समान समूह C = C के विपरीत दिशा में स्थित हैं, तो इसे ट्रांससमावयवता कहा जाता है। ​ आइए हम दिए गए अणुओं की जांच करते हैं। 2 - ब्यूटीन • अणु का सूत्र CH3-CH = CH-CH3 है। • यह abC = Cabप्रकार का है और इस प्रकार सिस-ट्रान्ससमावयवता दिखाएगा। 2 ब्यूटाइन • 2 ब्यूटाइन का आण्विक सूत्र C 4H 6है। ​ • इसका कोई द्वि - आबंधनहीं है और यह ज्यामितीय समावयवतानहीं दिखाता है। 2 ब्यूटेनॉल: • अणु में C = C नहीं होता है। इस प्रकार ज्यामितीय समावयवता दिखाने के मापदंड को पूरा नहीं करता है। ब्यूटेन: • अणु में C = C होता है, लेकिन इसमें दो अलग-अलग समूह नहीं होते हैं। इस प्रकार यह ज्यामितीयसमावयवता दिखाने के मापदंड को पूरा नहीं करता है। अतः, केवल 2 - ब्यूटीन सिस-ट्रान्ससमावयवता को दर्शाता है। Additional Information • सिस-ट्रान्ससमावयवता के विभिन्न भौ...

सिस ट्रांस समावयवता क्या होती है? – ElegantAnswer.com

सिस ट्रांस समावयवता क्या होती है? इसे सुनेंरोकेंद्विबंध से जुड़े कार्बन परमाणुओं का मुक्त घूर्णन (Free rotation) नहीं हो पाता जिससे दो ज्यामितिक समावयवी संभव हो पाते हैं। वैसे समावयवी जिनमें दो समान समूह द्विबंध के एक ओर स्थित हों, सिस (cis) समावयवता कहलाते हैं तथा जिनमें दो समान समूह द्विबंध के विपरीत दिशा में स्थित हों, ट्रांस (trans) समावयवता (रूप) कहलाते हैं। समवेता क्या है? इसे सुनेंरोकेंवे एक दूसरे के समावयवी कहलाते है इस गुण को समावयवता कहते है। वे संकुल यौगिक जिनके अणुसूत्र समान होते है परन्तु जलीय विलयन में अलग अलग आयन देते है उनमे आयनन समावयवता पाई जाती है। प्रथम यौगिक के जलीय विलयन में BaCl2का विलयन मिलाने पर BaSO4 का स्वेत अवक्षेप बनता है , जिससे विलयन में सल्फेट (SO4) आयन की पुष्टि होती है। ज्यामितीय समावयवता क्या है example? इसे सुनेंरोकेंप्राय: कार्बन-कार्बन युग्म बन्ध युक्त वे यौगिक जिनमें युग्म-बन्धित कार्बन परमाणु में जुड़े दो परमाणु या समूह भिन्न प्रकार के होते हैं, ज्यामितीय समावयवता प्रदर्शित करते हैं, यह समावयवता युग्म बन्ध के चारों ओर सीमित घूर्णन के कारण उत्पन्न होती है। उदाहरणार्थ-2-ब्यूटीन की। निम्न में से कौन सिस ट्रांस समावयवता प्रदर्शित करता है? इसे सुनेंरोकेंसिस-ट्रैंस समावयवता यदि ऐसे यौगिकों के दोनों कार्बन परमाणुओं से एक से अधिक समूह संबद्ध हों, तो उससे निम्नलिखित प्रकार के दो यौगिक बन सकते हैं। एक, जिसमें दोनों समूह एक ही पक्ष में हैं और दूसरा, जिसमें दोनों समूह प्रतिकूल पक्ष में हैं। पहले यौगिकों को सिस (Cis) और दूसरे को ट्रैंस (Trans) कहते हैं। 2 संरूपण क्या होता है न्यूमेन प्रोजेक्शन के सहायता से 11 ब्यूटेन के विभिन्न संरूपणों का वर्णन ...

RBSE Class 11 Chemistry Important Questions Chapter 13 हाइड्रोकार्बन

Rajasthan Board RBSE Class 11 Chemistry Chapter 13 Important Questions हाइड्रोकार्बन वस्तुनिष्ठ प्रश्न ( Multiple Choice Questions): प्रश्न 1. दलदल से प्राप्त गैस का प्रमुख अवयव होता है: (अ) CH 4 (ब) C 2H 6 (स) C 2H 4 (द) C 2H 2 उत्तर: (अ) CH 4 प्रश्न 2. सोडियम तथा शुष्क ईथर की उपस्थिति में हैलोऐल्केन से ऐल्केन का निर्माण कहलाता है: (अ) कोल्बे अभिक्रिया (ब) वुर्ट्ज अभिक्रिया (स) कोरेहाऊस अभिक्रिया (द) श्मिट अभिक्रिया उत्तर: (ब) वुर्ट्ज अभिक्रिया प्रश्न 3. कोल्बे अभिक्रिया द्वारा निम्नलिखित में से कौनसी गैस नहीं बनायी जा सकती है? (अ) मेथेन (ब) एथेन (स) प्रोपेन (द) n-ब्यूटेन उत्तर: (अ) मेथेन प्रश्न 4. एथेन में कौनसी समावयवता पायी जाती है? (अ) श्रृंखला (ब) स्थिति (स) घूर्णन (द) मध्यावयवता उत्तर: (स) घूर्णन प्रश्न 5. उच्चतम क्वथनांक वाला यौगिक है: (अ) n - हेक्सेन (ब) n - पेन्टेन (स) 2 - मेथिलब्यूटेन (द) 2, 3 - डाई मेथिलप्रोपेन उत्तर: (अ) n - हेक्सेन प्रश्न 6. ऐल्केन का क्लोरीनीकरण है: (अ) मुक्त मूलक प्रतिस्थापन अभिक्रिया (ब) इलेक्ट्रॉनस्नेही योगात्मक अभिक्रिया (स) नाभिकस्नेही प्रतिस्थापन अभिक्रिया (द) नाभिकस्नेही योगात्मक अभिक्रिया उत्तर: (अ) मुक्त मूलक प्रतिस्थापन अभिक्रिया प्रश्न 7. अभिक्रिया कहलाती है: (अ) भंजन (ब) समावयवीकरण (स) हाइड्रोसंभवन (द) ऐरोमैटीकरण उत्तर: (अ) भंजन प्रश्न 8. ऐल्केन श्रेणी का सामान्य सूत्र होता है: (अ) CnH2n + 2 (ब) CnH2n (स) CH2n - 2 (द) CnH2n - 4 उत्तर: (अ) CnH2n + 2 प्रश्न 9. पोटैशियम प्रोपियोनेट के विद्युत अपघटन से प्राप्त उत्पाद है: (अ) मेथेन (ब) एथेन (स) प्रोपेन (द) ब्यूटेन उत्तर: (द) ब्यूटेन प्रश्न 10. निम्नलिखित में से कौनसा अम्ल विकार्बोक्सि...

निम्न संकर यौगिकों के सन्दर्भ में ज्यामितीय समावयवता को समझाइए 1. [PtCl2(NH3)2]

Categories • • (31.9k) • (8.8k) • (764k) • (261k) • (257k) • (218k) • (248k) • (2.9k) • (5.2k) • (664) • (121k) • (72.1k) • (3.8k) • (19.6k) • (1.4k) • (14.2k) • (12.5k) • (9.3k) • (7.7k) • (3.9k) • (6.7k) • (63.8k) • (26.6k) • (23.7k) • (14.6k) • (25.7k) • (530) • (84) • (766) • (49.1k) • (63.8k) • (1.8k) • (59.3k) • (24.5k)

संख्या प्रणाली क्या है – Learn math in hindi

• • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • sankhya paddti ko angreji mein number system kahate Hain संख्याओं को लिखने एवं उनके नामकरण के सुव्यवस्थित नियमों को संख्या पद्धति (Number system) कहते हैं। इसके लिये निर्धारित प्रतीकों का प्रयोग किया जाता है जिनकी संख्या निश्चित एवं सीमित होती है। संख्या प्रणाली क्या है विभिन्न प्रकार की संख्या प्रणालियों को उदाहरण सहित समझाइए? गणित में सरल रेखा के अनुदिश दिखाए जाने वाले किसी भी राशि के मान को वास्तविक संख्या कहा जाता है। परिमेय और अपरिमेय संख्याओं को सम्मिलित रूप से वास्तविक संख्या होता है। जैसे – 1, √3, √5, 3/4, 5/8, आदि। कंप्यूटर में कितने प्रकार की संख्या प्रणाली प्रयोग की जाती है? कंप्यूटर में उपयोग किए जाने वाले नंबर सिस्टम के प्रकार हैं: इन्हें भी पढ़ें:- • द्विआधारी संख्या पद्वति (Binary number system) • अष्टक संख्या प्रणाली (Octal number system) • दशमलव संख्या प्रणाली (Decimal number system) • हेक्साडेसिमल संख्या प्रणाली (Hexadecimal number system) भारतीय संख्या कैसे लिखते हैं? ये अक्षरांक हैं- I (एक), V (पांच), X (दस), L (पचास), C (सौ), D (पांच सौ) तथा M (एक हजार)। इन्हीं अंको के जोड़ ने घटाने से कोई भी संख्या लिखी जाती है। उदाहरण के लिए अगर तीन लिखना है तो एक का चिन्ह तीन बार लिख दिया III। आठ लिखना है तो पांच के दायीं तरफ तीन एक-एक के चिन्ह लिखकर जोड़ दिए और VIII (आठ) हो गया। संख्या कितने प्रकार की होती है? संख्याओं के प्रकार (Types of Numbers) • प्राकृतिक या प्राकृत संख्याएं (Natural Numbers) … • पूर्ण संख्याएँ ( Whole Numbers ) … • पूर्णांक ( Integers ) : … • परिमेय संख्याएँ ( Rational Numbers ) : … • अपरिमेय संख्याए...

[Solved] निम्नलिखित में से कौन

धारणा: समावयव: • ये ऐसे यौगिक हैं जिनके एक ही आण्विक सूत्र हैं, लेकिन विभिन्न संरचनाएं या त्रिविमरसायन हैं। • उनकी संरचनाओं के आधार पर कार्बनिक अणुओं के वर्गीकरण की एक विस्तृत श्रृंखला है। ज्यामितीय समावयवता: • ज्यामितीय समावयवता उन अणुओं द्वारा दर्शाई जातीहै जिनमें कार्बन-कार्बन द्वि-आबन्धC = C होता है। • ज्यामितीय समावयवता केवल तब दिखाई जाती है जब द्वि आबंध के प्रत्येक कार्बन परमाणु को दो अलग-अलग परमाणुओं या समूहों से जोड़ा जाता है। • abC = Cad, abC = Cab, and abC = Cdeप्रकार के यौगिक,ज्यामितीय समावयवता दिखाएंगे। • ज्यामितीय समवयावताका कारण C = Cआबन्ध का सीमित घूर्णनहै। स्पष्टीकरण: सिस-ट्रान्ससमावयवता: • एक ज्यामितीय समावयवता में, यदि दो समान समूह C = C के एक ही दिशा मे स्थित होते हैं, तो इसे सिस समावयवताकहा जाता है। • एक ज्यामितीय समावयवता में, यदि दो समान समूह C = C के विपरीत दिशा में स्थित हैं, तो इसे ट्रांससमावयवता कहा जाता है। ​ आइए हम दिए गए अणुओं की जांच करते हैं। 2 - ब्यूटीन • अणु का सूत्र CH3-CH = CH-CH3 है। • यह abC = Cabप्रकार का है और इस प्रकार सिस-ट्रान्ससमावयवता दिखाएगा। 2 ब्यूटाइन • 2 ब्यूटाइन का आण्विक सूत्र C 4H 6है। ​ • इसका कोई द्वि - आबंधनहीं है और यह ज्यामितीय समावयवतानहीं दिखाता है। 2 ब्यूटेनॉल: • अणु में C = C नहीं होता है। इस प्रकार ज्यामितीय समावयवता दिखाने के मापदंड को पूरा नहीं करता है। ब्यूटेन: • अणु में C = C होता है, लेकिन इसमें दो अलग-अलग समूह नहीं होते हैं। इस प्रकार यह ज्यामितीयसमावयवता दिखाने के मापदंड को पूरा नहीं करता है। अतः, केवल 2 - ब्यूटीन सिस-ट्रान्ससमावयवता को दर्शाता है। Additional Information • सिस-ट्रान्ससमावयवता के विभिन्न भौ...

निम्न संकर यौगिकों के सन्दर्भ में ज्यामितीय समावयवता को समझाइए 1. [PtCl2(NH3)2]

Categories • • (31.9k) • (8.8k) • (764k) • (261k) • (257k) • (218k) • (248k) • (2.9k) • (5.2k) • (664) • (121k) • (72.1k) • (3.8k) • (19.6k) • (1.4k) • (14.2k) • (12.5k) • (9.3k) • (7.7k) • (3.9k) • (6.7k) • (63.8k) • (26.6k) • (23.7k) • (14.6k) • (25.7k) • (530) • (84) • (766) • (49.1k) • (63.8k) • (1.8k) • (59.3k) • (24.5k)